*बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भता की ओर बढ़ रहा प्रदेश, सस्ती बिजली के साथ ही प्रदेश में बढे़ंगे रोजगार के अवसर*

लखनऊ।प्रधानमंत्री के आशीर्वाद व मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विद्युत के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने की दिशा में निरंतर अग्रसर है। इसी क्रम में ओबरा-सी 2×660 मेगावॉट क्षमता की तापीय परियोजना की पहली ईकाई से शुक्रवार को कामर्शियल उत्पादन शुरू हो गया। इससे प्रदेश को 660 मेगावॉट की अतिरिक्त बिजली मिलेगी, साथ ही प्रदेश की बिजली उत्पादन की अपनी क्षमता 7140 मेगावाट हो गई है। साथ ही प्रदेशवासियों को सस्ती बिजली उपलब्ध हो इस दिशा में राज्य सरकार ने एक कदम और आगे बढ़ाया है।

जल्द ही यूपी में बिजली की किल्लत खत्म होगी: एके शर्मा

प्रदेश के नगर विकास एवं उर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि ऊर्जा विभाग प्रदेश के सम्मानित नागरिकों को बेहतर विद्युत आपूर्ति देने में निरंतर लगा है। उन्होंने इस परियोजना से जुड़े सभी विद्युत कर्मियों सहित ऊर्जा परिवार का अभिनंदन किया और राज्य की जनता जनार्दन को हार्दिक बधाई दी। उर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बेहतर विद्युत आपूर्ति एवं इसकी गुणवत्ता बनाये रखने के लिए संरचनागत ढांचे में बदलाव किया जा रहा है। जल्द ही यूपी में बिजली की किल्लत खत्म होगी। ओबरा-सी परियोजना में 660-660 मेगावॉट की दो इकाइयां स्थापित की गई हैं। इसमें से पहली इकाई से विद्युत का कामर्शियल उत्पादन शुरू हो चुका है। जिससे प्रदेश की विद्युत उत्पादन क्षमता में 660 मेगावॉट का और इजाफा हुआ है।

प्रदेशवासियों को बिजली कटौती से भी नहीं जूझना पड़ेगा: ऊर्जा मंत्री

इसी प्रकार इस परियोजना की दूसरी यूनिट से भी जून, 2024 तक बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा। जिससे आने वाले गर्मी के मौसम में राज्य में बिजली की अधिकतम मांग को पूरा करने में बहुत सहायता मिलेगी। साथ ही प्रदेशवासियों को बिजली कटौती से भी नहीं जूझना पड़ेगा। मई-जून की भीषण गर्मी से पहले ही राज्य में लगभग दो हजार मेगावॉट बिजली की उपलब्धता और बढ़ जाएगी। सोनभद्र जिले में स्थित 1320 मेगावॉट की ओबरा-सी परियोजना की 660 मेगावाट की दूसरी यूनिट से भी राज्य को बिजली मिलने लगेगी, वहीं जवाहरपुर और घाटमपुर परियोजना की 660-660 मेगावॉट की एक-एक यूनिट से भी अप्रैल तक बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा।

महंगी बिजली खरीदने के ग्राफ में कमी आएगी

उर्जा मंत्री ने बताया कि ओबरा-सी परियोजना सुपर क्रिटिकल तकनीकि और नवीनतम पर्यावरण उत्सर्जन मानकों पर आधारित है। इस इकाई से क्षमता का 105 प्रतिशत यानी 693 मेगावॉट तक बिजली का उत्पादन किया गया। इकाई से प्रतिदिन 158 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। परियोजना की लागत 13,005 करोड़ रुपये है। ओबरा-सी परियोजना के शुरू हो जाने से मांग बढ़ने पर महंगी बिजली खरीदने के ग्राफ में कमी आएगी। साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। ओबरा-सी की दूसरी इकाई से भी जल्द उत्पादन शुरू हो जाने की उम्मीद है।

ओबरा सी परियोजना की बिजली लगभग पांच रुपये प्रति यूनिट होगी

भीषण गर्मियों में बिजली की किल्लत होने पर पावर एक्सचेंज से 10 रुपये प्रति यूनिट तक की महंगी बिजली खरीदनी पड़ती है। वही ओबरा सी परियोजना की बिजली लगभग पांच रुपये प्रति यूनिट होगी। इस परियोजना से प्रतिदिन 158 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। हाल ही में जवाहरपुर परियोजना की एक इकाई से उत्पादन शुरू किया गया था। इसकी दूसरी इकाई से भी जल्द उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा।

*1540 नए मार्गो का परिवहन निगम के लिए फॉर्मूलेशन पूर्ण,चलेंगी मंजिली गाड़ियां ,प्रदेश के लोगों को आवागमन सुविधाओं में बढ़ोत्तरी होगी*

लखनऊ।राज्यपाल ने मोटर यान अधिनियम, 1988 (अधिनियम संख्या 59, सन् 1988) की धारा 68 की उपधारा (3) के खण्ड (ग-क) के अधीन प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए नए मार्गों पर मंजिली गाड़ी चलाने की अनुमति सहर्ष प्रदान कर दी है। उपरोक्त शासनादेश के माध्यम से 1540 मार्गो का परिवहन निगम के लिए फॉर्मूलेशन पूर्ण हो गया है।यह जानकारी उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि शासन की निगम को यह बड़ी सकारात्मक देन है।

इन मार्गों पर निजी बसें अनुबन्धित कर सेवा देने का कार्य जल्द किया जायेगा

यह हमें अपनी सेवाओं के विस्तार करने व बस बेड़े के आकार में वृद्धि करने का सुअवसर प्रदान करती है। निगम के प्रयासों से निगम हित का यह बड़ा कार्य कई दशक बाद सिद्ध हुआ है। ये मार्ग अधिसूचित मार्गों के सदृश है,यह विशेष उपलब्धि है।परिवहन मंत्री ने बताया कि इसके साथ ही हमारे सामने इन मार्गों पर निजी बसें अनुबन्धित कर सेवा देने का कार्य जल्द किया जायेगा।प्रत्येक स्तर पर एकीकृत व समेकित प्रयास एवं मनोयोग से कार्य करने पर ही यह कार्य फलीभूत हो सकेगा।

इससे यात्रियों को आवागमन की बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी

उन्होंने कहा कि यह कार्य शासन की भी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। उन्होंने टेंडर निर्गत करने की तैयारियां करने के निर्देश दिए है।परिवहन मंत्री ने बताया कि आगरा, अलीगढ़, अयोध्या,आजमगढ़, बांदा, बरेली,बस्ती,गोंडा,गाजियाबाद,गोरखपुर,लखनऊ,कानपुर,मुरादाबाद मिर्जापुर संभाग के विभिन्न मार्गो पर मंजिली गाड़ियां संचालित की जायेंगी। इससे एक ओर यात्रियों को आवागमन की बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी,दूसरी ओर परिवहन निगम को आर्थिक लाभ भी प्राप्त होगा।

*लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने के निर्णय पर सीएम योगी ने जताई खुशी, दी बधाई*

लखनऊ। भारत सरकार ने शनिवार को एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए भाजपा के संस्थापक सदस्य और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न सम्मान देने की घोषणा की है। इस निर्णय पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर्ष जताया है और इसको उनके अद्वितीय प्रयासों को सम्मान प्रदान करने वाला करार दिया है। सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से लाल कृष्ण आडवाणी को बधाई दी और कहा कि राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक पुनरुत्थान के लिए लाल कृष्ण आडवाणी द्वारा किए गए प्रयास सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।

लाल कृष्ण आडवाणी भाजपा के सबसे पुराने और बड़े नेताओं में शामिल

सीएम योगी आदित्यनाथ ने लाल कृष्ण आडवाणी को देश का सर्वोच्च पुरस्कार प्रदान किए जाने के निर्णय की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह न सिर्फ भाजपा के संस्थापक सदस्य हैं, बल्कि देश और दुनिया में भाजपा के असंख्य कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत भी हैं। उन्होंने कहा कि उनके सार्वजनिक जीवन में दशकों की सेवा, प्रतिबद्धता और राष्ट्र की अखंडता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता झलकती है। साथ ही उन्होंने कहा कि आडवाणी जी ने अपने राजनैतिक जीवन में शुचिता व नैतिकता के उच्च मानक स्थापित किए हैं। यह पुरस्कार उनके अद्वितीय प्रयासों को सम्मानित करने वाला है। उल्लेखनीय है कि लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने के निर्णय की जानकारी स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से दी। लाल कृष्ण आडवाणी भाजपा के सबसे पुराने और बड़े नेताओं में शामिल हैं।

देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को 'भारत रत्न' दिए जाने पर उन्हें सादर नमन सह हार्दिक बधाई : एके शर्मा

लखनऊ- भाजपा के संस्थापक सदस्य और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न सम्मान देने की घोषणा पर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने उन्हें सादर नमन करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस हृदयस्पर्शी निर्णय के लिए धन्यवाद दिया है। मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि आडवाणी हम सभी के प्रेरणास्त्रोत हैं। 

ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के माध्यम से लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर सादर नमन करते हुए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि आडवाणी भाजपा के संस्थापक है और देश-दुनिया में भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत हैं। वहीं लाल कृष्ण आडवाणी भाजपा के सबसे पुराने और बड़े नेताओं में भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि देश की सभ्यता और संस्कृति की पुर्नस्थापना में आडवाणी का बड़ा योगदान रहा है। आडवाणी का सफ़र ज़मीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर उप प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का रहा है। उन्होंने देश के गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनकी संसदीय यात्रा अनुकरणीय और समृद्ध नज़रिए से भरी रही है।

उन्होंने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी 2002 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भारत के सातवें उप प्रधानमंत्री का पद संभाल चुके हैं। इससे पहले वह 1998 से 2004 के बीच भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) में गृहमंत्री रह चुके हैं। वह उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी और अपने पूरे समर्थ के साथ इसे मजबूत भी किया।

10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान उन्होंने विपक्ष के नेता की भूमिका बखूबी निभाई। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जरिए अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की थी। 2015 नें उन्हें भारत के दूसरे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। आडवाणी भाजपा को मजबूती प्रदान करने तथा जन जन की पार्टी बनाने व बीजेपी के प्रति लोगों का विश्वास जीतने के लिए आधा दर्जन से ज्यादा रथ यात्राएं निकाली, जिसमें 'राम रथ यात्रा', 'जनादेश यात्रा', 'स्वर्ण जयंती रथ यात्रा', 'भारत उदय यात्रा' और 'भारत सुरक्षा यात्रा' 'जनचेतना यात्रा' प्रमुख हैं।

उन्होंने कहा कि वर्ष 1990 में आडवाणी के कारण ही राम मंदिर आंदोलन के प्रति व्यापक जनभावना जागी। आडवाणी जी ने सोमनाथ से अयोध्या तक रथ यात्रा निकाली, लेकिन बीच रास्ते में ही उनकी रथ यात्रा को रामद्रोहियों द्वारा रोक दी गई।

बिहार राज्य में लालू प्रसाद यादव ने सीएम रहते उन्हें गिरफ्तार कर लिया। हालांकि इसके बावजूद भी आडवाणी जी ने लोगों में राम मंदिर के प्रति जनचेतना जगाने में सफ़ल रहें। आडवाणी की राम रथ यात्रा से भारतवासियों में अपने आराध्य के प्रति चेतना जागी और उसका परिणाम यह रहा कि आज भगवान श्री राम का भव्य मंदिर अयोध्याधाम में बनकर तैयार हो सका और 22 जनवरी,2024 को प्रधानमंत्री द्वारा रामलला की प्राणप्रतिष्ठा भी की जा चुकी है।

सीतापुर-सीतापुर सिटी रेल खंड के मध्य चल रहा है दोहरीकरण काम

लखनऊ- पूर्वाेत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के सीतापुर-सीतापुर सिटी रेल खंड के मध्य दोहरीकरण कार्य किये जाने के परिप्रेक्ष्य में 4 फरवरी से 8 फरवरी 2024 तक प्री नॉन इंटरलॉक एवं 9 से 13 फरवरी 2024 तक नॉन इंटरलॉक कार्य किया जाएगा तथा 13 फरवरी 2024 को रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण एवं नई लाइन पर स्पीड ट्रायल किया जायेगा। इसके बाद अप एवं डाउन दोनों लाइनों पर टेक्नों का संचालन प्रारम्भ हो जायेगा।  

              

सभी क्षेत्रीय जनता एवं विशेषकर सीतापुर-सीतापुर सिटी स्टेशनों के मध्य रेलवे लाइन के समीपवर्ती इलाकों में रहने वाले निवासियों को सचेत किया जाता है कि प्रीएनआई/नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के दौरान एवं 13 फरवरी 2024 से रेलवे खंड पर स्पीड ट्रायल तथा गाड़ियों के संचालन के प्रति सतर्कता बरतें तथा अपने मवेशियों को रेलवे लाइन के आस-पास खुले में न छोड़ें।

*दबंग मकान मालिक ने अपने साथियों के साथ बुजुर्ग व्यापारी को दुकान में घुसकर लात घुसों से जमकर पीटा, घसीट कर दुकान से बाहर निकाला*

लखनऊ- हुसैनगंज थाना के जय नारायण रोड पर 78 वर्षीय बुजुर्ग व्यापारी हुकुमचंद गुप्ता को दबंग मकान मालिक ने अपने कई साथियों के साथ दुकान के अंदर घुसकर जम कर मारा पीटा तथा दुकान का सारा सामान उठाकर बाहर फेंक दिया।

घटना की जानकारी पाकर उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश संजय गुप्ता संगठन के पदाधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे तथा मौके पर क्षेत्रीय पुलिस के अधिकारी भी पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष द्वारा पुलिस के वरिस्ठ अधिकारियों को घटना की सूचना दी गई पुलिस मौके से दबंग लोगों को पकड़कर थाने ले गई पीड़ित व्यापारी ने थाने पर मुकदमा लिखाने के लिए तहरीर दी।

पुलिस ने पीड़ित व्यापारी का सामान दुकान में वापस रखवाया

पीड़ित व्यापारी के पुत्र एवं संगठन के नगर उपाध्यक्ष धर्मेश गुप्ता ने बताया कि न्यायालय में मुकदमा भी विचाराधीन है तथा दुकान का किराया न्यायालय में जमा हो रहा है

मौके पर पहुंचने वाले पदाधिकारियों में पीड़ित व्यापारी के पुत्र एवं नगर उपाध्यक्ष धर्मेश गुप्ता,प्रदेश उपाध्यक्ष गुर्प्रीत सिंह चड्ढा , नगर महामंत्री आशीष गुप्ता, विधानसभा मार्ग के चेयरमैन मुकेश आहुजा, रजनीश यादव, सदर आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष अखिल ग्रोवर, मोहम्मद मोहिनीश सहित कई पदाधिकारी मौके पर पहुंचे।

*122 विद्यार्थियों को मंडलायुक्त ने किया सम्मानित, गणतंत्र दिवस परेड/सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभाग कर तृतीय स्थान किया प्राप्त*

लखनऊ- अटल आवासीय विद्यालय, सिठौली कलां, लखनऊ में मण्डलायुक्त डॉ रोशन जैकब ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से 75वें गणतंत्र दिवस के परेड/सास्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभाग कर तृतीय स्थान प्राप्त किये 122 विद्यार्थियों को प्रशस्तिपत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मण्डलायुक्त का विद्यालय के प्रधानाचार्य सुखवीर सिंह द्वारा स्वागत किया गया तथा विद्यार्थियों द्वारा स्वागत गान, पुष्प वर्षा व करतल ध्वनि से पूरे उत्साह के साथ स्वागत किया।

विद्यालय के प्रधानाचार्य सुखवीर सिंह ने अपने उद्बोधन में विद्यालय की प्रगति एवं विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में सहयोग व कुशल मार्गदर्शन के लिए मण्डलायुक्त डा0 रोशन जैकब के कार्यों व व्यवहार की सराहना करते हुए कहा कि यह आपका हमारे विद्यालय में लगातार चौथी बार बच्चों को आशीर्वाद देने के लिए आगमन हुआ क्योकि आपका जीवन व्यस्तम है फिर भी आप विद्यालय के लिए समय अवश्य निकालती है।

उसके लिए हम अपने विद्यालय परिवार की तरफ से शुक्रगुजार है तथा बच्चों की प्रगति यथा शैक्षिक, शारीरिक, मानसिक विकास के सम्बन्ध में भी मण्डलायुक्त को अवगत कराया गया।

मण्डलायुक्त ने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाते हुए 75वें गणतंत्र दिवस की परेड, जो कि लखनऊ में आयोजित की गयी थी, उसमे साहस य लगन से भाग लेकर तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले नन्हे-मुन्हे बच्चों को प्रशस्ति पत्र व एजुकेशनल किट देकर उनके श्रेष्ठ प्रदर्शन की प्रशंसा की, तथा विद्यालय के विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि जिस प्रकार से विभिन्न स्थानों से वेडोल पत्थर से सुन्दर इमारत तैयार होती है उसी प्रकार विभिन्न परिवेश से आकर आपके चेहरे पर जो रौनक, ताजगी, एवं शैक्षिक उन्नति दिखाई दे रही है निश्चित ही आप अपने परिवार व विद्यालय का नाम रोशन करेंगे। ऐसी मेरी कामना है कि आप सब जीवन में ईमानदार व परिश्रमी बने। विद्यार्थियों के आत्मविश्वास, अनुसाशन, लगन व इनके परिश्रम का विश्लेषण कर मण्डलायुक्त ने कहा कि मुझे आप सब से काफी लगाव है और मुझे विश्वास है कि आप देश के आदर्श नागरिक बनेंगें तथा नि:सन्देह आप में से ही उच्च अधिकारी, इंजीनियर, डॉक्टर आदि बनेंगें और अपने माँ बाप, गाव मोहल्ला, शहर का नाम रोशन कर देश की सेवा करेंगे। मैं काफी व्यस्त रहती हूँ परन्तु फिर भी आप लोगो के लिए समय अवश्य निकाल कर मिलने आ जाती हूँ। मण्डलायुक्त ने विद्यालय के प्रधानाचार्य सुखवीर सिंह की विद्यालय के प्रति सराहनीय कार्यों की प्रशंसा की।

इस अवसर पर शिवनारायण सहायक श्रमायुक्त लखनऊ, आनन्द तिवारी तहसीलदार मोहनलालगज लखनऊ, कैप्टन राजेश कुमार, डा0 रमेश चन्द्र बघेल, रीता सक्सेना, अनिल. कुमार सिंह, दुर्गेश कुमार व विद्यालय के समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।

*मलिहाबाद थाना क्षेत्र में जमीन पैमाइश को लेकर एक ही परिवार के तीन सदस्यों की हत्या*

लखनऊ। शुक्रवार को दिन दहाड़े मलिहाबाद कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में पौने तीन बीघे जमीन पर कब्जे को लेकर शुक्रवार को अंधाधुंध फायरिंग से पूरे क्षेत्र सनसनी फ़ैल गई। 

फायरिंग के दौरान मां-बेटे और चाचा की मौत हो गयी। तीन हत्याओं की सूचना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना को देखते हुए जॉइन्ट सीपी, डीसीपी व कई थानों की पुलिस बल मौके पर पहुंच गई।

मलिहाबाद पुलिस सहित उच्चाधिकारियों ने मामले की छानबीन में जुटी हुई है। 

पुलिस के मुताबिक सिराज अहमद खान से उनके ही परिवार के फरीद खान से जमीनी विवाद चल रहा था। शाम को जमीन कब्जे को लेकर सिराज अहमद खां अपने बेटे फराज व एक अन्य के साथ उनके घर पर आ धमके और फरीद के घर वालो से विवाद होने लगा। 

विवाद के दौरान ही अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग से महिला फरहीन, उसका बेटा हंजला और चाचा मुनीर उर्फ ताज की मौत हो गई। हत्या करने के बाद हत्यारे मौके से फरार हो गए पुलिस हत्यारों की तलाश में कई टीमे गठित कर दबिश दे रही है।

*बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में हुआ रन फॉर मेंटल हेल्थ' का आयोजन*

लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में दिनाँक 2 फरवरी को ट्रस्ट फॉर एजुकेशन एंड ट्रेनिंग इन साइटोमेट्री (टीईटीसी) एवं विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग और फार्मास्युटिकल साइंसेज विभाग के संयुक्त तत्वाधान में विश्वविद्यालय परिसर में रन फॉर मेंटल हेल्थ का आयोजन किया गया।

जिसमें विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के सदस्य, विद्यार्थी एवं कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के प्रसिद्ध रोबोटिक्स सर्जन डॉ ज्ञान चंद मौजूद रहे।

इसके अतिरिक्त अतिथि के तौर पर ट्रस्ट फॉर एजुकेशन एंड ट्रेनिंग इन साइटोमेट्री की सह संस्थापक एवं प्रबंध ट्रस्टी डा रेखा गौड़ व शीरोज़ हैंगआउट की एसिड अटैक सर्वाइवर रुपाली विश्वकर्मा मौजूद रहीं। कार्यक्रम का‌ शुभारंभ स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज की डीन प्रो संगीता सक्सेना द्वारा किया गया। इसके बाद आयोजन सचिव डॉ सुनील बाबू गोसीपटाला‌ ने सभी को रन फॉर मेंटल हेल्थ कार्यक्रम के उद्देश्य व रूपरेखा से अवगत कराया। साथ ही आयोजन समिति की ओर से अतिथियों व विश्वविद्यालय के शिक्षकों को को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया।

प्रसिद्ध रोबोटिक्स सर्जन डॉ ज्ञान चंद ने सभी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि, किसी भी व्यक्ति के लिए शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी उतना ही जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य से एक व्यक्ति को अपनी क्षमताओं का पता चलता है और उसके भीतर आत्मविश्वास आता कि वे जीवन में तनाव से सामना कर सके ।

टीईटीसी की सह संस्थापक डॉ रेखा गौड़ ने अपने विचार रखते हुए कहा कि खुद को मानसिक तनाव से दूर रखने के लिए खुश रहना बहुत ही जरूरी है। हंसने मुस्कुराने से आपको मुसीबतों से लड़ने की हिम्मत मिलती है।

साथ ही मानसिक स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए हम सभी को शरीर से जुड़े मूल मंत्रों को जानने की आवश्यकता है।

शीरोज़ हैंगआउट की एसिड अटैक सर्वाइवर रुपाली विश्वकर्मा ने चर्चा के दौरान कहा कि जीवन में कभी भी हार नहीं मानना चाहिए‌। परिस्थितियों के विरुद्ध जाकर ही आप‌ वास्तविक जीवन के अर्थ को जान सकते हैं। साथ ही कोई भी दुख मनुष्य के साहस से बड़ा नहीं होता, इसीलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने हिस्से की लड़ाई स्वयं ही लड़नी होगी।

इसके अतिरिक्त जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख प्रो डीआर मोदी एवं फार्मास्युटिकल साइंसेज विभाग के प्रमुख प्रो पीएस रजनीकांत मानसिक स्वास्थ्य पर सरकार द्वारा शुरू किए गए विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी से अवगत कराया।

कार्यक्रम में सभी के द्वारा सामूहिक रूप से जुम्बा व्यायाम किया गया। इसके पश्चात दौड़ में भाग लेने वाले प्रतिभागियों व बाइक रैली को अतिथियों द्वारा रवाना किया गया। सभी प्रतिभागियों के चेहरों पर उत्सुकता एवं जोश को बखूबी देखा जा सकता था‌। कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों एवं पुरस्कार विजेताओं को पदक और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान प्रॉक्टर प्रो संजय कुमार, डीन ऑफ अकेडमिक अफेयर्स प्रो एस विक्टर बाबू, प्रो कमल जायसवाल, प्रो यूवी किरन, प्रो वेंकटेश कुमार आर, प्रो एमएल मीना, प्रो दीपा एच द्विवेदी, डॉ रवि शंकर वर्मा, डॉ मनोज डढवाल, डॉ राजश्री, डॉ तरुणा, डॉ रतिका श्रीवास्तव, टीईटीसी से हेमंत अग्रवाल , अन्य शिक्षकगण एवं विश्वविद्यालय के विद्यार्थी व कर्मचारी मौजूद रहे‌।

*डाक टिकटों पर भी छाया रामराज श्रीराम जन्मभूमि मंदिर' और रामायण प्रसंगों पर जारी डाक टिकट बिक्री के लिए उपलब्ध*

लखनऊ। भगवान श्री राम की महिमा डाक टिकटों के माध्यम से भी देश-दुनिया में प्रसारित हो रही है। भारत के साथ-साथ विश्व के 20 से ज्यादा देशों ने रामायण से जुड़े चरित्रों और कथानकों पर समय-समय पर डाक टिकट जारी किये हैं। यानी की डाक टिकटों पर भी राम राज छाया हुआ है।

उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 जनवरी, 2024 को 'श्रीराम जन्मभूमि मंदिर' को समर्पित 6 विशेष स्मारक डाक टिकट जारी किए। इनमें श्री राम जन्मभूमि मंदिर के साथ भगवान गणेश, भगवन हनुमान, जटायु, केवटराज और माता शबरी पर जारी डाक टिकट शामिल हैं। सोने का वर्क से सुसज्जित और चंदन की खुशबू से सुवासित इन डाक टिकटों में सूर्यवंशी राम के प्रतीक सूर्य की छवि के साथ पुण्य नदी सरयू का चित्र भी है और 'मंगल भवन अमंगल हारी, द्रवउ सो दसरथ अजिर बिहारी’ चौपाई के माध्यम से राष्ट्र के मंगल की कामना है। इन डाक टिकटों के मुद्रण में अयोध्या की पवित्र मिट्टी और सरयू के पवित्र जल का इस्तेमाल करते हुए इसे पंच महाभूतों के दर्शन से भी जोड़ा गया है। ये डाक टिकट लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, प्रयागराज, आगरा, बरेली, मेरठ, सहारनपुर, गाजियाबाद, नोएडा मध्य प्रदेश के प्रधान डाकघरो में भी बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इससे पूर्व भी डाक विभाग ने रामायण के सभी महत्वपूर्ण प्रसंगों को दर्शाते 11 स्मारक डाक टिकटों का सेट 22 सितंबर, 2017 को जारी किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इसे तुलसी मानस मंदिर, वाराणसी में जारी किया था।

इन डाक टिकटों में सीता स्वयंवर, राम वनवास, भरत मिलाप, केवट प्रसंग, जटायु संवाद, शबरी संवाद, अशोक वाटिका में हनुमान-सीता संवाद, राम सेतु निर्माण, संजीवनी ले जाते हनुमान, रावण वध व भगवान राम के राजगद्दी पर बैठने के आकर्षक दृश्य समाहित हैं। इन डाक टिकटों पर देखकर ऐसा एहसास होता है मानो पूरा रामराज ही डाक टिकटों पर उतर आया हो। श्री राम जन्मभूमि मंदिर, अयोध्या के भूमि पूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम को अविस्मरणीय बनाने के लिए भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 5 अगस्त, 2020 को अयोध्या में ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रतिरूप’ पर आधारित कस्टमाइज्ड डाक टिकट जारी किया था ।

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग लोगों को अपनी विरासत और संस्कृति से जोड़ने के लिए तमाम डाक टिकटें जारी करता है।

इसी क्रम में 'श्रीराम जन्मभूमि मंदिर' से लेकर रामायण के विभिन्न प्रसंगों से जुड़े तमाम डाक टिकटों को भी समाहित किया गया है, ताकि युवा पीढ़ी डाक टिकटों के माध्यम से अपनी संस्कृति से अवगत हो सके। ये डाक टिकट पत्रों पर लगकर विदेशों में भी जायेंगे, जहाँ रामायण की गाथा को लोगों तक फैलाएँगे।