मौसम का मिजाज : दिसंबर के आखिरी हफ्ते में शीतदिवस और शीतलहर की जगह बिहार के कई शहरो में समान्य से अधिक पारा

डेस्क : बिहार में सामान्यत दिसंबर के आखिरी हफ्ते में शीतदिवस और शीतलहर की स्थिति बनती थी लेकिन इस बार उमस और गर्मी की स्थिति है। प्रदेश के अधिकतर शहरों का न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है। दिसंबर का आखिरी हफ्ता बीत रहा है, लेकिन अब तक हर साल की तरह ठंड और कोहरे की सघनता नहीं दिख रही है।

मौसमविद इसे तात्कालिक रूप से पश्चिमी विक्षोभ का असर बता रहे हैं। बुधवार को 17 शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावट आई। राज्य के अधिकतर जिलों में पिछले दो दिनों में अधिकतम व न्यूनतम तापमान में वृद्धि हुई। इन दिनों चक्रवातीय हवा का क्षेत्र बांग्लादेश व आसपास समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी के बीच बना हुआ है। इनके कारण पुरवा हावी है।

मौसम विभाग के अनुसार पटना सहित अधिसंख्य भागों में सुबह के समय कोहरे का प्रभाव रहेगा। पटना सहित 17 शहरों के न्यूनतम तापमान में गिरावट आई। 10.3 डिग्री सेल्सियस के साथ गया में सर्वाधिक न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। वहीं, राजधानी का न्यूनतम तापमान 13.1 डिग्री सेल्सियस रहा। बुधवार को पटना, गया, पूर्णिया समेत अन्य भागों में कोहरा छाए रहा।

वहीं, धूप निकलने के बाद मौसम सामान्य बना रहा। पटना सहित अधिसंख्य भागों में सुबह के समय कोहरे का प्रभाव कम रहेगा।

बीते बुधवार को प्रदेश के प्रमुख शहरों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान इस प्रकार रहा। 

पटना 25.9 13.1

गया 24.8 10.3

भागलपुर 24.7 15.5

मुजफ्फरपुर 25.0 15.3 डिग्री सेल्सियस।

जदयू के बढ़ते दायरे और सीएम नीतीश की बढ़ती लोकप्रियता से बीजेपी बेचैन : श्रवण कुमार

डेस्क : जदयू के वरिष्ठ नेता व बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि जदयू का दायरा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, इसलिए भाजपा के लोग बेचैन हैं।

उन्होंने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि 2024 लोकसभा चुनाव में बिहार के अंदर भाजपा का खाता भी नहीं खुलेगा। 

मंत्री श्रवण कुमार ने कहाकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो भी करते हैं बिहार के हित में करते हैं।वहीं पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल कि जदयू के अंदर अंदरुनी कलह की बात सामने आ रही है। इसपर उन्होंने कहा कि जदयू हर तरह की स्थिति के लिए तैयार है।

राहुल गांधी की न्याय यात्रा पर अनुराग ठाकुर का तंज, बोले-जिनके शासन में 1984 के दंगे हुए वे क्या न्याय देंगे?

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भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब कांग्रेस ने एक और यात्रा निकालने की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने घोषणा की है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में मणिपुर से मुंबई तक 'भारत न्याय यात्रा' निकालेगी जाएगी। इसकी शुरुआत 14 जनवरी से होगी, जोकि 20 मार्च तक चलेगी। यात्रा के शुरू होने से पहले ही भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर जोरदार हमला बोला है।केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने तो कांग्रेस का टुकड़े-टुकड़े गैंग और सिख दंगों से कनेक्शन जोड़ दिया है।केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने ‘भारत न्याय यात्रा' निकालने के कांग्रेस के फैसले पर तंज कसते हुए बुधवार को विपक्षी पार्टी पर 1984 के सिख दंगा पीड़ितों को कई वर्षों तक न्याय दिलाने में विफल रहने और ‘टुकड़े-टुकड़े' गैंग के साथ खड़े होने का आरोप लगाया।

अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस की भारत न्याय यात्रा के बारे में पूछे जाने पर यहां संवाददाताओं से कहा, जो लोग 1984 के सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों को कई वर्षों तक न्याय नहीं दिला सके, वे किसी के साथ न्याय कैसे कर सकते हैं? उन्होंने कहा, जो लोग टुकड़े-टुकड़े गैंग के सदस्यों को शामिल करते हैं और जाति और क्षेत्र के आधार पर विभाजन पैदा करते हैं, वे कैसे न्याय प्रदान करेंगे? उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार है जिसने 1984 के सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए एसआईटी जांच का गठन किया।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा-जिनकी पार्टी में टुकड़े-टुकड़े गैंग के सदस्य शामिल हैं, जो लोग भारत को क्षेत्रों और धर्मों में बांटने का काम करते हैं - वे क्या न्याय देंगे? जनता भी इनके असली चेहरे से वाकिफ है।

बता दें कि राहुल गांधी 14 जनवरी को मणिपुर के इंफाल से 6,200 किलोमीटर की भारत न्याय यात्रा शुरू करेंगे। यह 14 राज्यों के 85 जिलों को कवर करेगी और 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी। इस बार यात्रा का माध्यम बस और पैदल यात्रा मार्ग होगा। यात्रा में शामिल होने वाले राज्यों में मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं।

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होगी ममता बनर्जी, सीताराम येचुरी पहले ही ठुकरा चुके हैं न्योता

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अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कई लोगों को भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से प्राण प्रतिष्ठा समारोह में विपक्षी नेताओं को भी निमंत्रण भेजा गया है। 22 जनवरी को होने वाले राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में विपक्षी गठबंधन दलों से कौन शामिल हो रहा है कौन नहीं, इस पर सवाल बना हुआ है। इस बीच खबर आ रही है कि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस की ओर से कार्यक्रम में कोई शिरकत नहीं करेगा। हालांकि,टीएमसी की ओर से आधिकारिक तौर इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।

टीएमसी ने इसलिए बनाई दूरी

न्यूज़ एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है। सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। उनकी पार्टी टीएमसी की तरफ से कोई प्रतिनिधि भी इस समारोह में शामिल नहीं होगा। तृणमूल कांग्रेस के नेता रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को पॉलिटिकल इवेंट कह रहे हैं। उनका मानना है कि बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव अभियान के लिए राममंदिर को एक स्प्रिंगबोर्ड की तरह इस्तेमाल करना चाहती है। इसीलिए पार्टी इस इवेंट से दूरी बना रही है

सीताराम येचुरी भी कर चुके हैं इनकार

इससे पहले सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने राम मंदिर के उद्घाटन समारोह के निमंत्रण को ठुकरा चुके हैं। सीताराम येचुरी कह चुके हैं कि उन्हें न्योता मिला है लेकिन वे इस कार्यक्रम में नहीं जाएंगे। येचुरी ने कार्यक्रम के निमंत्रण को अस्वीकार करते हुए कहा कि धर्म व्यक्तिगत पसंद का मामला है और इसे राजनीतिक फायदे के लिए औजार नहीं बनाया जाना चाहिए। येचुरी के इस विरोध पर विश्व हिंदू परिषद ने आपत्ति जताई थी। विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि अगर वह ‘राम, रामत्व और भारत की ओर लौट जाते हैं’ तो यह उनके हित में होगा। 

22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा

बता दें कि 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है।रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए कई बड़ी हस्तियों को निमंत्रण भेजा है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए अयोध्या में खास तैयारियां की जा रही है। इसके लिए अयोध्या में सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं।

क्‍या 2024 के लिए राम मंदिर असल मुद्दा है?कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने पूछा बड़ा सवाल

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देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। उससे पहले 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा है। इसमें पीएम मोदी भी शामिल होंगे। चुनावी साल में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से राजनीति में गरमी बढ़ेगी और बीजेपी की ताकत भी बढ़ेगी।अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण बीजेपी के चुनावी वादों में से एक रहा है। अब जब यह जमीनी हकीकत बनेगा तो पार्टी इसे अपने एक पूरे किए गए वादे के तौर पर लोगों को बताएगी। यानी कुछ ही महीने बाद लोकसभा चुनाव होने हैं और पार्टी के लिए यह एक बड़ा मुद्दा रहेगा। इसको लेकर बीजेपी की रणनीति भी तैयार है। इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने सवाल उठाया है, 'क्या राम मंदिर असली मुद्दा है या बेरोजगारी और मुद्रास्फीति?

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा, 'मुझे किसी भी धर्म से कोई समस्या नहीं है। कभी-कभार मंदिर के दर्शन के लिए जाना ठीक है, लेकिन आप उसे मुख्य मंच नहीं बना सकते। 40 फीसदी लोग बीजेपी को वोट देते हैं और 60 फीसदी लोग बीजेपी को वोट नहीं देते। वह हर किसी के प्रधानमंत्री हैं, न कि किसी पार्टी और यही संदेश भारत के लोग उनसे चाहते हैं।

लोगों को तय करना होगा उन्हें तानाशाह चाहिए या लोकसेवक-पित्रोदा

इंडिन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि 2024 का चुनाव भारत के भविष्य के लिए अहम है। उन्होंने कहा कि भारतीयों को अब तय करना है कि वह कैसा राष्ट्र बनाना चाहते हैं। क्या उन्हें हिंदू राष्ट्र चाहिए या फिर समावेशी और स्थिर धर्मनिर्पेक्ष देश चाहिए। लोगों को तय करना होगा कि उन्हें तानाशाह चाहिए या फिर लोकसेवक। लोगों को अब तय करना होगा कि उन्हें धर्म के आधार पर बंटवारा चाहिए या एक लोकसेवक, जो सभी को साथ लेकर चले। क्या लोगों को डर फैलाने वाली सरकार चाहिए या फिर सुरक्षा प्रदान करने वाली सरकार, यह उन्हें ही तय करना होगा। 2024 का चुनाव देश के भविष्य के लिए होने जा रहा है न कि किसी व्यक्ति विशेष के भविष्य के बारे में।

जनता को तय करना है कि असली मुद्दे क्या हैं-पित्रोदा

पित्रोदा ने आगे कहा, आप बेरोजगारी पर बात कीजिए, आप महंगाई पर बात कीजिए, साइंस एंड टेक्नोलॉजी और जो चुनौतियां हैं उस पर बात कीजिए। उन्हें (जनता) तय करना है कि असली मुद्दे क्या हैं- क्या राम मंदिर असली मुद्दा है या बेरोजगारी असली मुद्दा है? क्या राम मंदिर असली मुद्दा है या महंगाई असली मुद्दा है? क्या राम मंदिर असली मुद्दा है या दिल्ली में वायु प्रदूषण असली मुद्दा है?

पीएम मंदिरों में समय बिता रहे हैं, इससे मुझे परेशानी होती है-पित्रोदा

इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा, 2024 का चुनाव यह तय करेगा कि भारत भविष्य में क्या रास्ता अपनाएगा। मैं देख रहा हूं कि आज लोकतंत्र कमजोर हो गया है एक देश का पीएम 10 साल तक प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करता, ये बात मुझे परेशान करती है'। उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री मंदिर में अधिक समय दे रहे हैं, यह मुझे परेशान करता है।

भारत और भारत सरकार की अलोचना में अंतर-पित्रोदा

राहुल गांधी द्वारा विदेशी जमीन पर देश के खिलाफ दिए गए बयानों और उस पर भाजपा के हमले के सवाल पर पित्रोदा का कहना है कि हम विदेश में भारत की आलोचना नहीं करते। हम भारत सरकार की आलोचना करते हैं। यह दोनों अलग-अलग चीजें हैं। भारत सरकार की आलोचना और भारत की आलोचना में भ्रमित नहीं होना चाहिए। भारत बहुत बड़ा है। भारत सबसे महत्वपूर्ण है।

सनातन मानने वाले लोगों को पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण नहीं करना चाहिए', क्रिसमस डे को लेकर बोले पंडित धीरेंद्र शास्त्री


बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने क्रिसमस को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होने लोगों से अपील की कि क्रिसमस डे का जश्न पाश्चात्य संस्कृति का प्रतीक है तथा सनातन को मानने वाले लोगों को पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण नहीं करना चाहिए। धीरेंद्र शास्त्री ने लोगों से अपील किया कि वह अपने बच्चों को सांता क्लॉस की जगह हनुमानजी की पूजा के लिए प्रेरित करें।

मीडिया से चर्चा करते हुए बाबा बागेश्वर ने कहा, 'यह क्रिसमस सनातनी संस्कृति के अनुरूप नहीं है। अभिभावकों को अपने बच्चों को सांता क्लॉस के पास ना भेजकर आसपास के मंदिरों में हनुमानजी के पास भेजना चाहिए। आज मातृ-पितृ पूजन, तुलसी पूजन दिवस भी है। मातृ-पितृ पूजन कराया जाए, तुलसी पूजन कराया जाए। सांता क्लॉस आएगा गिफ्ट लाएगा... ये क्या हम पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण कर रहे हैं? भारतीय एवं सनातनियों को इस पर विचार करना चाहिए तथा पाश्चात्य संस्कृति का बहिष्कार करना चाहिए। अभिभावकों को अपने बच्चों को हनुमानजी, मीराबाई एवं स्वामी विवेकानंद के आदर्शों की तरफ प्रेरित करना चाहिए, ना कि पाश्चात्य संस्कृति की तरफ।' 

बता दे कि धीरेंद्र शास्त्री का पूरा नाम धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री है। वह मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले स्थित बागेश्वर धाम सरकार मंदिर के मुख्य पुजारी हैं, जो बागेश्वर धाम महाराज के नाम से मशहूर हैं। वह सभाओं में धार्मिक कथाएं सुनाते हैं। धीरेंद्र का जन्म 4 जुलाई 1996 को छतरपुर जिले के ही गढ़ा गांव में हुआ था। वह सामान्य निर्धन परिवार से आते हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल से हुई है।

छत्तीसगढ़ी भात से महकेगा अयोध्या में 'भंडारा', आएगा 3000 मीट्रिक टन चावल

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में तैयार हो रहे भव्य श्रीराम मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही हैं। 22 जनवरी 2024 को श्रीराम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होगा। इसके लिए देश का हर राज्य अपनी ओर से कुछ न कुछ दान कर पुण्य का भागी बन रहा है। इसी क्रम में प्रभु श्री राम के ननिहाल यानी छत्तीसगढ़ में भी खूब तैयारी चल रही है। छत्तीसगढ़ से 3000 मीट्रिक टन चावल अयोध्या भेजा जाएगा।

वही इस चावल का उपयोग प्रभु श्रीराम के महाभंडारे में होगा। छत्तीसगढ़ के सुगंधित चावल से अयोध्या का महाभंडारा महकेगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 28 दिसंबर को चावलों से भरे ट्रकों को हरी झंडी दिखाकर अयोध्या रवाना करेंगे, जो 30 दिसंबर को पहुंचेगा। ये अब तक कि सबसे बड़ी चावल की खेप है जो अयोध्या पहुंचेगी। चावलों की बोरियों को छत्तीसगढ़ के कई जिलों से एक साथ एकत्रित कर ले जाया जाएगा। मनेद्रगढ़ MLA एवं केबिनेट मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि यह राज्य रामलला की जननी माता कौशल्या की जन्म भूमि है। इसलिए भगवान रामचन्द्र हमारे भांजे हुए। निश्चित तौर पर राम लला की स्थापना अयोध्या में हो रही है। 

जैसे ननिहाल में बालक पैदा होने पर उत्सव मानते हैं वैसा उत्सव हम लोग भी मनाएंगे। मैं सभी से इसके लिए अपील भी कर चुका हूं। अपने-अपने नगरों में और गांवों में एक उत्सव का माहौल बनाएं व अपने घरों को दीप जलाकर सजाएं। अभी सभी क्षेत्रों में प्रभु श्री राम के लिए कलश भ्रमण का आयोजन हो रहा है। उन्होंने कहा कि सभी राईस मिलर मिलकर पूरे राज्य भर से 300 टन अच्छे क्वालिटी के चावल 28 दिसंबर को अयोध्या के लिए रवाना कर रहे हैं। सभी धार्मिक संगठनों, सामाजिक संगठनों और छत्तीसगढ़ के लाखों व्यक्तियों ने इस मुहिम में बढ़-चढ़ कर अन्न दान किया है। क्योंकि छत्तीसगढ़ धान का कटोरा है तथा श्री राम यहां के भांजे हैं। इस लिए यहां से जो चावल जा रहा है वो वहां के प्रसाद में इस्तेमाल होगा।

एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने खाली किया मुख्यमंत्री आवास श्यामला हिल्स, अब ये होगा नया ठिकाना

मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास खाली कर दिया। उन्होंने बंगले को खाली करने से पहले मंदिर में पूजा अर्चना की। गौशाला में गौमाता के दर्शन किए। साथ ही मुख्यमंत्री निवास में पदस्थ सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें विदाई दी। अब शिवराज का नया ठिकाना लिंक रोड नंबर-1 स्थित बी8-74 होगा।

वही सीएम आवास से निकलते हुए शिवराज ने कहा कि उनका पता जरूर बदल रहा है, मगर उनके घर के दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे। मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री निवास में रहते हुए कई विकास कार्य किए। आने वाले वक़्त में भी राज्य में खूब विकास कार्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 18 वर्षों में प्रगति और प्रकाश जन कल्याण का इतिहास रचा गया है। आज आनंद और प्रसन्नता के साथ मुख्यमंत्री आवास से जा रहा हूं। उन्होंने मुख्यमंत्री यादव तथा उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि वह राज्य को खूब ऊंचाईयों तक ले जाएं। मुख्यमंत्री की पत्नी साधना सिंह ने कहा कि बंगले से उनकी कई यादे जुड़ी हैं। शिवराज अपने परिवार के साथ एक कार में बैठकर रवाना हुए। कार को बड़े बेटे कार्तिकेय चला रहे थे।  

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज अपने आवास में शिफ्ट होने से पहले पूजा अर्चना किया। उनके प्रवेश पर पत्नी साधना ने तिलक लगाकर उनका स्वागत किया। इस दौरान शिवराज सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि जब वह सांसद थे, तब भी उनको यह घर आवंटित था। उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय महामंत्री रहते हुए भी काम किया। उन्होंने कहा कि यहा पर रहकर भी जनता के लिए बहुत काम किया। आगे भी यहां रहकर जनता की सेवा का महायज्ञ खूब चलता रहेगा।

कांग्रेस के 'Donate For Desh' अभियान को हो गया एक हफ्ता, जानिए इतने दिनों में पार्टी को कितना दान मिला

 इस महीने की शुरुआत में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एक मेगा क्राउडफंडिंग दान अभियान की घोषणा की। अब दान अभियान के एक सप्ताह पूरा होने के बाद तक पार्टी को 5.35 करोड़ रुपये का दान प्राप्त हो चुका है। एक पोस्ट में, कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने बताया है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा अभियान शुरू करने के एक सप्ताह बाद पार्टी ने 5.35 करोड़ रुपये एकत्र किए हैं। अभियान के पहले दिन पार्टी ने 1.45 करोड़ रुपये की भारी भरकम कमाई की थी। 

अजय माकन ने अपनी पोस्ट में लिखा कि, '25 दिसंबर शाम 7:30 बजे तक, 5.35 करोड़ रुपये, Donateinc.in पर, हमारा । क्राउड-फ़ंडिंग अभियान के तहत!! केवल एक सप्ताह में 2 लाख लोग इस अभियान से जुड़े!' पोस्ट में आगे कहा गया कि, 'अब एक नई पहल, इस अभियान के तहत कुल राशि क्या है? किस राज्य से कितनी राशि, किस राज्य से कितने प्रतिशत लोगों ने इस अभियान में हिस्सा लिया? इसकी जानकारी अब लगातार अपडेट के साथ, https://donateinc.in पर!' 

एक्स पर माकन की पोस्ट के अनुसार, इस क्राउडफंडिंग अभियान में महाराष्ट्र कांग्रेस पार्टी का सबसे बड़ा योगदानकर्ता है, जिसने 82.48 लाख रुपये का उदार दान दिया है। इसके विपरीत, छत्तीसगढ़ में सबसे कम योगदान 18.87 लाख रुपये दर्ज किया गया। कुल 38.93 लाख रुपये के दान के साथ दिल्ली दूसरे स्थान पर है। कांग्रेस पार्टी को राजस्थान से 57.73 लाख रुपये (15.85%), उत्तर प्रदेश से 47.07 लाख रुपये (11.88%), हरियाणा से 46.84 लाख रुपये (4.18%) और कर्नाटक से 31.56 लाख रुपये (4.34%) मिले हैं। क्राउडफंडिंग के माध्यम से तेलंगाना ने 27.82 लाख रुपये (6.45%), मध्य प्रदेश ने 27.09 लाख रुपये (6.28%) और तमिलनाडु ने 24.06 लाख रुपये (4.50%) का योगदान दिया है।

गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 18 दिसंबर को नई दिल्ली से अभियान की शुरुआत की थी, जहां उन्होंने 1.38 लाख रुपये का दान दिया था। 28 दिसंबर 2023 को पार्टी अपनी 138वीं वर्षगांठ मनाने जा रही है । इसके अनुरूप, इसने अपने समर्थकों से 138 रुपए के गुणकों में योगदान करने की अपील जारी की थी, जबकि अपने जिला और राज्य स्तर के कार्यकर्ताओं से 1380 रुपए दान देने का आग्रह किया था।

कहा जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं के पास से बार-बार बेहिसाब नकदी (धीरज साहू के घर से मिले 350 करोड़ नकद शामिल हैं) की बरामदगी की पृष्ठभूमि में मतदाताओं का इस सबसे पुरानी पार्टी पर विश्वास कम हो गया है, वरना दान की रकम और भी अधिक हो सकती थी। एक ऐसी पार्टी के लिए जो कभी भारतीय राजनीति में सबसे आगे रहने का दंभ भरती थी, उसे दान में मिली यह राशि जनता के दिलों में उसकी प्रतिष्ठा में गिरावट को ही उजागर करती है। ध्यान देने वाली बात यह है कि इससे जुटाए गए धन में से 1.38 लाख रुपये पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दान किए थे, जिसके बाद उन्होंने अफ़सोस करते हुए कह भी दिया था- एक महीने की सैलरी गई।

केरल में पुलिस ने मारा BJP नेता के मुर्गी फार्म पर छापा, बरामद हुई अवैध शराब की 14 हजार बोतलें

केरल पुलिस ने मंगलवार को एक स्थानीय बीजेपी नेता तथा उनके साथी के मुर्गी फार्म पर छापा मारा। वहां बनाई गई एक गोदाम के भीतर बने कमरे से 14 हजार से अधिक अवैध विदेशी शराब की बोतलें जब्त हुईं। वहीं 2,400 लीटर से अधिक स्प्रिट मिला, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया। पुलिस ने आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक, पुलिस को इस मामले की खबर प्राप्त हो रही थी। तत्पश्चात, कार्रवाई करते हुए केरल पुलिस ने स्थानीय बीजेपी नेता एवं पूर्व पंचायत सदस्य 50 वर्षीय लालू और उसके साथी इडुक्की के रहने वाले 52 वर्षीय लॉरेंस को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि मौके से अवैध शराब मिली है। इसी के साथ स्प्रिट भी बरामद हुआ है। बीजेपी नेता का ये मुर्गी फार्म कोडकारा के पास वेल्लानचिरा में है। जहां गोदाम के अंदर एक गुप्त कमरे से शराब जब्त की गई है। पुलिस ने कहा कि ये छापेमारी चलाक्कुडी तथा इरिनजालाकुडा के नेतृत्व में की गई।

वही एक वरिष्ठ पुलिस अफसर ने बताया कि छापेमारी के तहत हमने खेत में बने गोदाम से शराब तथा स्प्रिट जब्त की है। खेत में कोई बॉटलिंग यूनिट नहीं थी। इस मामले में अन्य अपराधियों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने बताया कि ऐसा लगता है कि यहां से स्प्रिट का परिवहन किया जा रहा था। मगर अभी तक IMFL स्टिकर के साथ शराब की 14,000 बोतलों के सोर्स का पता नहीं लग सका है।