देश की आजादी को बचाएं रखना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी : डॉ स्मिता
गोरखपुर। पंडित राम प्रसाद बिस्मिल बलिदानी मेला एवं खेल महोत्सव आयोजन 2023 के अंतर्गत
राजकीय बौद्ध संग्रहालय एवं गुरुकृपा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे
त्रिदिवसीय चित्रांकन शिविर का समापन आज शुक्रवार को हो गया।
राजकीय बौद्ध संग्रहालय के सभागार में त्रिदिवसीय चित्रांकन शिविर समापन को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि आईएमए की अध्यक्षा डॉक्टर स्मिता जायसवाल ने कहा कि लाखों क्रांतिकारी अमर शहीदों के बलिदान के बाद भारतवासियों को आजादी मिली। ऐसे में प्रत्येक भारतीय का यह नैतिक दायित्व है कि वह आजादी के संरक्षण हेतु सतत् प्रयास करें।
गरम दल नहीं होता तो संभवतः आज भी हम गुलाम ही रहते।विशिष्ट अतिथियों में जेलर अरुण कुमार कुशवाहा, दूरदर्शन केन्द्र गोरखपुर के कार्यक्रम अधिकारी डा ब्रजेंद नारायण उपस्थित रहे। डा ब्रजेंद नारायण ने कहा कि देश को आजाद करने में काकोरी कांड के नायकों की भूमिका अति महत्वपूर्ण रही।
बलिदानी मेला एवं खेल महोत्सव आयोजन के माध्यम से उन्हें याद करना तो अच्छी बात है। लेकिन जब तक हम उनके कृतित्व को आत्मसात कर नहीं बढ़ेंगे तब तक उनके सपने अधूरे हैं और जब तक उनके सपने अधूरे हैं तब तक उनको सच्ची श्रद्धांजलि नहीं दी जा सकती है।जेलर अरुण कुमार कुशवाहा ने त्रिदिवसीय चित्रांकन शिविर में चित्र बनाने वाले कलाकारों के कला की प्रशंसा करते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम का नाम आते ही बिस्मिल, आजाद,भगत सिंह, अशफ़ाकउल्ला, रोशन सिंह आदि क्रांतिवीर के नाम अग्रणी पंक्ति में आते हैं। देश की आजादी के लिए दिए गए उनके योगदान को बुलाया नहीं जा सकता।
उत्तर प्रदेश के क्रान्तिवीर विषयक त्रिदिवसीय चित्रांकन समापन शिविर की अध्यक्षता राजकीय बौद्ध संग्रहालय के डिप्टी डायरेक्टर एवं सांस्कृतिक केंद्र गोरखपुर के क्षेत्रीय प्रभारी यशवंत सिंह राठौर ने की। अतिथियों, आगंतुकों के प्रति स्वागत संबोधन करते हुए बृजेश राम त्रिपाठी
कार्यक्रम संयोजक
पंडित राम प्रसाद बिस्मिल बलिदानी मेला एवं खेल महोत्सव आयोजन समिति, ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला।
स्वतंत्रता आंदोलन के महानायकों, बलिदानियों के चित्र को कैनवास पर उतारने का दुरुह कार्य स्थानीय उभरते युवा चित्रकारों, कलाकारों तथा स्कूली बच्चों द्वारा किया गया था, जिसका अतिथियों ने अवलोकन किया। इस अवसर पर डॉ रेखा रानी शर्मा, संध्या त्रिपाठी, श्रीमती रमा उपाध्याय, धर्मेंद्र पांडेय, अश्वनी पांडेय, प्रदीप त्रिपाठी
अभिषेक त्रिपाठी, जुगुनू शुक्ला,श्रद्धानंद त्रिपाठी, श्यामा, रंजन शुक्ला , आदि उपस्थित रहे।
निम्न कलाकारों ने चिन्हित बलिदानियों का बनाया कैनवास चित्र
कैनवास पर क्रांतिकारियों के चित्र क्रमशः विजय त्रिपाठी ने झलकारी बाई, शशांक वर्मा ने बंधू सिंह, शिवम गुप्ता ने बंधू सिंह गाथा, संजीव कुमार गुप्ता ने राजेंद्र नाथ लहरी, धर्मराज राणा ने काकोरी की घटना, संतोष कुमार ने अशफाक उल्ला खान, विष्णु देव शर्मा ने महारानी लक्ष्मीबाई, सुशील कुमार चंद्र ने बिस्मिल संघर्ष, डॉ रेखा रानी शर्मा ने मंगल पांडेय, अभिषेक कुमार ने श्रद्धांजलि, एवं परमानंद कुमार ने चंद्रशेखर आजाद का चित्र बनाया।
Dec 08 2023, 20:27