उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में दोहरीकरण के मद्देनजर एनआई कार्य हेतु ट्रेनों के परिचालन में बदलाव

हाजीपुर: यात्री सुविधा में उन्नयन एवं परिचालनिक सुगमता हेतु उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के बाराबंकी-अयोध्या- शाहगंज-जफराबाद रेल खंड पर स्थित शाहगंज-बिलवाई- तुलसीनगर स्टेशनों के मध्य दोहरीकरण कार्य के मद्देनजर इस रेलखंड से गुजरने वाली पूर्व मध्य रेल की कुछ ट्रेनों के परिचालन में निम्नानुसार अस्थायी बदलाव किया गया  है । लाइन क्षमता में विस्तार होने के फलस्वरूप अधिक गाड़ियों का संचलन होगा तथा गाड़ियों के समय पालन में सुधार होगा । 

 निरस्तीकरण: 

1. रक्सौल से 07 एवं 14 दिसम्बर, 2023 को चलने वाली 14017 रक्सौल-आनन्द विहार टर्मिनस सद्भावना एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

2. आनन्द विहार टर्मिनस से 06 एवं 13 दिसम्बर, 2023 को चलने वाली 14018 आनन्द विहार टर्मिनस-रक्सौल सद्भावना एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

3. आसनसोल से 12 दिसम्बर, 2023 को चलने वाली 13509 आसनसोल-गोण्डा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

4. गोण्डा से 13 दिसम्बर, 2023 को चलने वाली 13510 गोण्डा-आसनसोल एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

5. अहमदाबाद से 08 एवं 15 दिसम्बर, 2023 को चलने वाली 09465 अहमदाबाद-दरभंगा विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

6. दरभंगा से 11 एवं 18 दिसम्बर, 2023 को चलने वाली 09466 दरभंगा-अहमदाबाद विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

 मार्ग परिवर्तन: 

1. जयनगर से 08, 10, 12 एवं 15 दिसम्बर, 2023 को चलने वाली 14649 जयनगर-अमृतसर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-गोरखपुर-गोण्डा- बाराबंकी-लखनऊ के रास्ते चलायी जायेगी।

2. अमृतसर से 11 एवं 13 दिसम्बर, 2023 को चलने वाली 14650 अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग लखनऊ-बाराबंकी-गोण्डा- गोरखपुर-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

3. किशनगंज से 08, 10, 12 एवं 15 दिसम्बर, 2023 को चलने वाली 15715 किशनगंज-अजमेर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-गोरखपुर-गोण्डा- बाराबंकी-लखनऊ के रास्ते चलायी जायेगी।

4. अजमेर से 07, 11, 12 एवं 14 दिसम्बर, 2023 को चलने वाली 15716 अजमेर-किशनगंज एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग लखनऊ-बाराबंकी-गोण्डा- गोरखपुर-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

5. सूरत से 15 दिसम्बर, 2023 को चलने वाली 19053 सूरत-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग लखनऊ-बाराबंकी-गोण्डा-गोरखपुर-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

6. मुजफ्फरपुर से 10 दिसम्बर, 2023 को चलने वाली 19054 मुजफ्फरपुर-सूरत एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-गोरखपुर-गोण्डा-बाराबंकी-लखनऊ के रास्ते चलायी जायेगी।

7. अहमदाबाद से 06, 08, 10, 13 एवं 15 दिसम्बर, 2023 को चलने वाली 19165 अहमदाबाद-दरभंगा एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग लखनऊ-बाराबंकी-गोण्डा-गोरखपुर-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी।

8. दरभंगा से 09, 11, 13 एवं 16 दिसम्बर, 2023 को चलने वाली 19166 दरभंगा-अहमदाबाद एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग छपरा-गोरखपुर-गोण्डा-बाराबंकी-लखनऊ के रास्ते चलायी जायेगी।

9. हावड़ा से 10.12.2023 से 15.12.2023 तक चलने वाली 13009 हावड़ा-योगनगरी ऋषिकेश दून एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग वाराणसी-मां बेल्हा देवी धाम-लखनऊ के रास्ते चलायी जायेगी।

10. योगनगरी ऋषिकेश से 10.12.2023 से 15.12.2023 तक चलने वाली 13010 योगनगरी ऋषिकेश-हावड़ा दून एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग लखनऊ-मां बेल्हा देवी धाम-वाराणसी के रास्ते चलायी जायेगी।

11. अमृतसर से 15.12.2023 को चलने वाली 15934 अमृतसर-न्यू तिनसुकिया एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग लखनऊ-मां बेल्हा देवी धाम-वाराणसी के रास्ते चलायी जायेगी।

12. कोटा से 10, 14 एवं 15 दिसंबर, 2023 को चलने वाली 13238 कोटा-पटना एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग लखनऊ-सुलतानपुर-जफराबाद के रास्ते चलायी जायेगी।

13. मालदा टाउन से 06, 08, 10, 12, 13 एवं 15 दिसंबर, 2023 को चलने वाली 13483 मालदा टाउन-दिल्ली फरक्का एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग जफराबाद- सुलतानपुर-लखनऊ के रास्ते चलायी जायेगी।

14. दिल्ली से 10, 12, 14 एवं 15 दिसंबर, 2023 को चलने वाली 13484 दिल्ली-मालदा टाउन फरक्का एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग लखनऊ- सुलतानपुर-जफराबाद के रास्ते चलायी जायेगी।

15. गुवाहाटी से 11.12.2023 को चलने वाली 15636 गुवाहाटी-ओखा द्वारका एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग जफराबाद-सुलतानपुर-लखनऊ के रास्ते चलायी जायेगी।

16. कामाख्या से 13.12.2023 को चलने वाली 15668 कामाख्या-गांधीधाम एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग जफराबाद-सुलतानपुर-लखनऊ के रास्ते चलायी जायेगी।

17. इंदौर से 09.12.2023 को चलने वाली 19321 इंदौर-पटना एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग लखनऊ-सुलतानपुर-जफराबाद के रास्ते चलायी जायेगी।

महाप्रबंधक अनिल कुमार खंडेलवाल की अध्यक्षता में ऊर्जा संरक्षण पर आधारित सेमिनार का आयोजन*


हाजीपुर-06.12.2023

महाप्रबंधक अनिल कुमार खंडेलवाल की अध्यक्षता में आज मुख्यालय, हाजीपुर में ‘नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन‘ के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु ऊर्जा संरक्षण निति पर आधारित एक सेमिनार का आयोजन किया गया ।

पर्यावरण संरक्षण में पूर्व मध्य रेल महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है । इसी कड़ी में पूर्व मध्य रेल द्वारा व्यापक पैमान पर रेल विद्युतीकरण, एचओजी कर ऊर्जा संरक्षण के प्रयास को गति दी जा रही है ।

बेहतर एवं तेज कम्यूनिकेशन यातायात व्यवस्था की बिना किसी भी सभ्यता के विकास संभव नहीं है । ऐसे में जो यातायात के साधन देश की तरक्की के लिए उपयोग किए जा रहे हैं वो पर्यावरण अनुकूल हों इसका ध्यान रखा जाना आवश्यक है । इस दिशा में कार्य करते हुए पूर्व मध्य रेल द्वारा 98 प्रतिशत रेलखंडों का विद्यृतीकरण किया जा चुका है तथा दिसंबर के अंत तक शत-प्रतिशत विद्युतीकरण कर लक्ष्य है ।

इसके साथ ही सोलर पैनल की स्थापना, हेड ऑन जेनजेशन सिस्टम (एच.ओ.जी.) से गाड़ियों का परिचालन, एलईडी लाइटों की व्यवस्था, स्टेशनों को ग्रनी स्टेशन का दर्जा, पैसेंजर ट्रेनों के पारंपरिक रेकों को मेमू रेक में परिवर्तन, वृक्षारोपण जैसे कई पर्यावरण अनुकूल कदम उठाए गए हैं । भारतीय रेल दुनिया की सबसे बड़ी हरित रेल बनने की ओर अग्रसर है तथा इसको सन् 2030 तक जीरो कार्बन उत्सर्जक बनाने का लक्ष्य रखा गया है ।

इस बैठक में अपर महाप्रबंधक श्री तरूण प्रकाश, प्रधान मुख्य इंजीनियर डॉ. अमित गर्ग, प्रधान मुख्य विद्युत इंजीनियर श्री आर. के. चौधरी, मुख्यालय के विभागाध्यक्ष USAID कंपनी के प्रतिनिधि उपस्थित थे । सभी मंडलों के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए ।

महाप्रबंधक अनिल कुमार खंडेलवाल ने पाटलिपुत्र रेल परिसर, दीधाघाट, पटना में नवीनीकृत स्वास्थ्य केंद्र का किया शुभारंभ

पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक श्री अनिल कुमार खंडेलवाल द्वारा आज पाटलिपुत्र रेल परिसर, दीघाघाट, पटना में नवीनीकृत स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया गया ।

इस स्वास्थ्य केंद्र से पाटलिपुत्र रेल परिसर, दीघाघाट में रह रहे अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ-साथ आस-पास के क्षेत्रों के अधिकारी एवं कर्मचारी इस नवीनीकृत स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा सुविधा का लाभ उठा पाएंगे ।

इस स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के साथ-साथ फिजियोथेरेपी की भी व्यवस्था की गयी है । महाप्रबंधक श्री अनिल कुमार खंडेलवाल ने स्वास्थ्य केंद्र के प्रांगण में वृक्षारोपण भी किया ।

इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक श्री तरूण प्रकाश, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी/निर्माण (उत्तर), श्री राम जन्म, प्रधान मुख्य चिकित्सा निदेशक डॉ. जगदीश चंद्रा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे ।

कैबिनेट की बैठक खत्म, 23 एजेंडों पर लगी मुहर

डेस्क : सीएम नीतीश कुमार पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। वहीं स्वस्थ्य होने के बाद आज कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। मुख्य सचिवालय स्थित कैबिनेट कक्ष में आयोजित आज की बैठक में कुल 23 प्रस्तावों पर मुहर लगी है।

बिहार में इलेक्ट्रिक वाहन एवं इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने की योजना है. इसके लिए बिहार इलेक्ट्रिक वाहन नीति 2023 की स्वीकृति दी गई है.

बिहार के 6 प्रमुख नगर पटना, मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर, दरभंगा और पूर्णियां के लिए 400 इलेक्ट्रिक बसों की स्वीकृति दी गई है. पीएम.ई. बस योजना के तहत सूबे के 6 प्रमुख शहरों के लिए शहरी मंत्रालय की तरफ से यह व्यवस्था की गई है

सभी विभाग, बोर्ड, निगम तथा अन्य कार्यालयों में इस्तेमाल की जा रही सरकारी गाड़ी जो 15 वर्ष पुरानी है, उसके लिए स्क्रेपिंग पॉलिसी लाई गई है. पुरानी गाड़ियों की ई. निलामी की जायेगी. इसके लिए स्क्रैपिंग प्रक्रिया की स्वीकृति दी गई है।

बिहार सचिवालय सेवा संशोधन नियमावली 2023 की स्वीकृति दी गई है. बिहार विज्ञापन संशोधन नियमावली 2023 की स्वीकृति दी गई है.प्रत्येक जिले में निर्मित,निर्माणाधीन आवासीय अल्पसंख्यक विद्यालयों में वर्तमान में 13 आवासीय विद्यालय के लिए वर्ग 9 से 12 तक विभिन्न कोटि के पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है.

बिहार दंत चिकित्सा सेवा संशोधन नियमावली 2023 की स्वीकृति दी गई है . बिहार कर्मचारी राज्य बीमा योजना प्रयोगशाला संवर्ग नियमावली 2023 की स्वीकृति दी गई है .

दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन अध्ययन संस्थान में विभिन्न कोटि के कुल 33 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. बिहार के 33 राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थानों में द्वितीय चरण में सेंटर आफ एक्सीलेंस स्थापित करने की योजना है. आगामी 2 वर्षों में कुल 122 करोड़ 86 लाख रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है. साथ ही 55 करोड़ 2 लाख की राशि जारी की गई है.

पटना हाई कोर्ट की स्थापना में आईटी संवर्ग में विभिन्न कोटि के 81 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. हिलसा के तत्कालीन अंचल अधिकारी राजवर्धन गुप्ता को सेवा से बर्खास्त किया गया है . बिहार जिला परिषद सेवा शर्त नियमावली 2023 की स्वीकृति दी गई है.

किसानों को पटवन के लिए दिन मे ही मिलेगी बिजली,कृषि यंत्र को सोलर से बिजली चलाने का लिया गया है निर्णय

डेस्क: राज्य के किसानों को पटवन के लिए दिन में बिजली दी जाएगी। दिन की बजाय रात में किसानों को तभी बिजली दी जाएगी, जब विशेष परिस्थिति यानी सूखे का संकट हो।

कंपनी के अधिकारियों के अनुसार, राज्य में 13 सौ से अधिक डेडिकेटेड कृषि फीडर लग चुके हैं। इनको चलाने में सैकड़ों मेगावाट बिजली की खपत हो रही है। 

चूंकि किसानों को रियायती दर पर बिजली दी जाती है। ऐसे में भविष्य में सामान्य बिजली से कृषि फीडर को चलाया जाता रहा तो वह घाटे का सौदा बन सकता है। इसलिए कंपनी ने तय किया है कि सभी कृषि फीडर सोलर बिजली से चलाए जाएं। 

कंपनी ने सोलर बिजली उत्पादन को रेस्को मॉडल अपनाएगी। इसमें एजेंसियां सोलर बिजली उत्पादित करेंगी और कंपनी खरीदारी कर कृषि फीडर को देगी। इससे कंपनी को अधिक खर्च नहीं करने पड़ेंगे। 

आकलन के अनुसार दक्षिण बिहार में 600 तो उत्तर बिहार में 400 मेगावाट सोलर बिजली उत्पादित होगी। चतुर्थ कृषि रोडमैप के तहत यह कार्य होगा। राज्य के 4 लाख 80 हजार पंप सेटों को बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य है। किसानों को मुफ्त कृषि कनेक्शन दिए जाएंगे।

मैट्रिक और इंटर परीक्षार्थियों के लिए बड़ी खबर, परीक्षा का जारी हुआ डेट

डेस्क: बिहार बोर्ड की इंटर परीक्षा एक से 12 फरवरी तक होगी। वहीं मैट्रिक परीक्षा 15 से 23 फरवरी तक ली जाएगी। बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने सोमवार को बोर्ड परिसर में वर्ष 2024 का वार्षिक कैलेंडर जारी करते हुए इसकी जानकारी दी। 

कैलेंडर में वर्ष 2024 में होने वालीं सभी परीक्षाओं की तिथि का जिक्र है।

इंटर की प्रायोगिक परीक्षा 10 से 20 जनवरी तक होगी जबकि मैट्रिक का आंतरिक मूल्यांकन 18 से 20 जनवरी तक होगा। इंटर और मैट्रिक परीक्षा का शेड्यूल भी जारी किया गया है। 

इंटर की परीक्षा दो पालियों में ली जाएगी। पहली पाली की परीक्षा दिन में 9.30 से दोपहर 12.45 बजे तक होगी। वहीं दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर दो से शाम 5.15 बजे तक आयोजित की जाएगी।

मैट्रिक वार्षिक परीक्षा भी दो पालियों में होगी। आधे परीक्षार्थी पहली पाली और शेष दूसरी पाली में परीक्षा देंगे। 

आनंद किशोर ने बताया कि मैट्रिक का आठ जनवरी और इंटर का 21 जनवरी को प्रवेश पत्र जारी कर दिया जाएगा।

इंटर वार्षिक परीक्षा का रिजल्ट मार्च से अप्रैल के बीच आएगी। कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा का आयोजन अप्रैल से मई के बीच होगा। वहीं, मैट्रिक का परीक्षाफल मार्च से अप्रैल के बीच आएगा। इसकी कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा अप्रैल से मई के बीच होगी। कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा का रिजल्ट मई से जून के बीच घोषित किया जाएगा।

बिहार मे बदला मौसम का मिजाज, राजधानी पटना समेत 25 शहरों का बढ़ा तापमान

डेस्क : प्रदेश में मौसम के मिजाज में बदलाव जारी है। राजधानी पटना समेत 25 शहरों के अधिकतम तापमान में शनिवार को बढ़ोतरी दर्ज की गई। बादलों के आंशिक आवाजाही के बीच पिछले 24 घंटों में पटना के अधिकतम तापमान में तीन डिग्री का अंतर आया है। 

राज्य में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 30.7 डिग्री दर्ज किया गया। पटना का अधिकतम तापमान 25.8 डिग्री से ऊपर चढ़कर 28.8 डिग्री पर पहुंच गया। 

मौसमविदों के मुताबिक न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव की स्थिति अगले तीन-चार दिनों दिखेगी। अधिकतम तापमान भी इस हफ्ते ऊपर-नीचे आएगा। 

शनिवार को राज्य के 13 शहरों में न्यूनतम तापमान गिरा है, 16 शहरों के न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है। राज्य में सबसे कम न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री वाल्मीकिनगर में दर्ज किया गया।

डीजीपी आरएस भट्टी ने आईजी सेंट्रल रेंज और पटना के एसएसपी समेत वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ की बैठक, दिए यह सख्त निर्देश

डेस्क : डीजीपी आरएस भट्टी ने आईजी सेंट्रल रेंज और पटना के एसएसपी समेत वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ की बैठक की। इसमें उन्होंने पटना में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करते हुए पुलिस अधिकारियों को अपराधियों पर नकेल कसने के निर्देश दिए। ताकि जनता में पुलिस पर विश्वास बढ़े।

डीजीपी ने कहा कि थानाध्यक्ष, निरीक्षक एवं डीएसपी स्तर पर जांच के लंबित मामलों के निबटारे में तेजी लाई जाए जिससे इनकी संख्या में कमी आए। यही नहीं अभियान चला कर अगले दो महीने में जांच के लंबित मामले की संख्या को शून्य किया जाए। डीजीपी ने गांधी मैदान स्थित आईजी कार्यालय में शनिवार को मैराथन बैठक में कहा कि थानों में पहले से सीसीटीएनएस के माध्यम से एफआईआर डिजिटल तरीके से दर्ज की जा रही है। आगामी पांच दिसंबर से स्टेशन थाना दैनिकी को भी सीसीटीएनएस पर डिजिटली तरीके से अपडेट किया जाए। इससे पारदर्शिता को तो बढ़ावा मिलेगा और लोगों की शिकायतों के निबटारे के लिए भी फायदेमंद होगा।

डीजीपी ने थानेदारों से ईमानदारी से काम करने की हिदायत दी। ताकि लोगों की पुलिस में अच्छी छवि बन सके। इसके लिए उन्होंने वरीय अधिकारियों से थानाध्यक्षों के कार्यों की लगातार निगरानी करने के निर्देश दिए। भट्टी ने अपराध की रोकथाम के लिए अपराधियों को दौड़ाने और जेल से छुटे अपराधियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखने को कहा। निर्देश दिए कि छोटे अपराधों की रोकथाम के लिए प्रभारी कार्रवाई की जाए।

केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के मदरसों पर रोक लगाने के बयान पर महागठबंधन का पलटवार, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कही यह बात

डेस्क : बीजेपी के फायर ब्रांड नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार सरकार तत्काल अवैध मदरसों पर रोक लगाए। उन्होंने कहा है कि सीमांचल की हालत देखकर लगता है कि न धर्म बचेगा न धन।

गिरिरजा सिंह ने कहा कि बिहार में लगभग तीन हजार मदरसे हैं। उन सभी मदरसों की जांच होनी चाहिए। उन मदरसों में धार्मिक ब्रेनवॉश की जगह प्रगतिशील शिक्षा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मदरसों की तरह ही बिहार में अवैध मस्जिद की भी बाढ़ आ गई है। बांग्लादेश व नेपाल से सटे होने के कारण बिहार के सीमांचल इलाकों में इसकी संख्या बढ़ गई है। इससे न केवल बिहार बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा को भी खतरा है। पीएफआई इन इलाकों में सक्रिय है। बिहार में 18 फीसदी मुसलमान हैं। इसलिए अवैध को बंद कर वैध मदरसों में विज्ञान की पढ़ाई की जानी चाहिए। वोट के लालच में सरकार न आए और बिहार के खतरों पर विचार करे। अगर ऐसा नहीं हुआ तो 20 साल बाद बिहार का धन और धर्म भी खतरे में आ जाएगा।

इधर गिरिराज सिंह के बयान पर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के मस्जिद एवं मदरसे को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि बिहार में मंदिर-मस्जिद एवं मदरसा को लेकर सियासत नहीं चलेगी। यहां रोटी-कपड़ा, मकान, पढाई, लिखाई, दवाई, कमाई एवं सिंचाई ही प्रमुख मुद्दा बनेगा।

श्री तिवारी ने कहा कि गृह मंत्रालय देश में भाजपा के पास है। इतने दिनों तक बिहार में भाजपा शासन में रही तो क्यों नहीं उन्हें याद आया कि बिहार में इतने मदरसे हैं। महागठबंधन की सरकार में यहां कानून का राज है, कोई अवैध कार्य नहीं हो सकता।

75% आरक्षण के कानून पर रोक लगाने से हाईकोर्ट ने किया इनकार, जदयू नेता व बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने बीजेपी पर साधा निशाना

डेस्क : बिहार में 75 प्रतिशत आरक्षण के कानून पर हाईकोर्ट ने रोक लगाने से इनकार कर दिया है। राज्य में आरक्षण का दायरा बढ़ाए जाने को लेकर बनाए गए अधिनियम पर शुक्रवार को हाईकोर्ट ने सुनवाई की। कोर्ट ने राज्य सरकार को 12 जनवरी तक नए आरक्षण प्रावधानों पर जवाबी हलफनामा दायर करने का आदेश दिया। वहीं, इस कानून पर रोक लगाने के अनुरोध को सिरे से खारिज कर दिया।

इधर कोर्ट के इनकार के बाद जदयू के वरिष्ठ नेता और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि नीतीश सरकार के विरोधियों की एक और साजिश नाकाम हुई। जातीय गणना के आधार पर दलित एवं पिछड़े-अति पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए आरक्षण की सीमा पिछले विधानसभा सत्र में कानून बनाकर बढ़ाई गई। इसे चुनौती दी गई पर उच्च न्यायालय ने भी इसपर रोक लगाने से इनकार कर दिया।

मंत्री ने आगे कहा है कि कुछ लोग जो सरकार के साथ इन वर्गों के हितों के भी विरोधी हैं, शुरू से ही इसके विरुद्ध साजिश में लगे रहे हैं। भाजपा के एक बड़े नेता ने घोषणा की थी कि इस कानून को न्यायालय में चुनौती दी जायगी और तत्काल इसे चुनौती दी गई। परन्तु, इन सभी लोगों का षड्यंत्र असफल हो गया, जब उच्च न्यायालय ने इसपर रोक लगाने से इनकार कर दिया। 

कहा कि मुख्य न्यायाधीश ने स्पष्ट कहा कि कानून के पूर्ण विश्लेषण एवं पक्ष-विपक्ष की बात सुने बिना इसके क्रियान्वयन पर रोक लगाना उचित नहीं है। श्री चौधरी ने कहा कि लगता है आने वाले समय में और लोग भी बेनकाब होंगे जो पर्दे के पीछे से गरीबों की हकमारी में लगे रहते हैं।