मूंछ मुंडवाने वाले बयान पर फंसे पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, केदार कश्यप ने कहा- मूंछ मुड़वाने में मैं करूंगा उनकी मदद

रायपुर-   छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम आने के बाद भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है. प्रदेश में कांग्रेस की हार और बीजेपी की जीत हर ओर चर्चा है. वहीं सियासी बयानबाजी भी जारी है. इस बीच पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के मूंछ मुंडवाने वाले बयान पर बीजेपी उन्हें रेडार में लेने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. अब अमरजीत भगत को केदार कश्यप ने आड़े हाथों लिया है और कहा कि भगत चाहे तो मैं ही उनकी मूंछ मुड़वाने में उनकी मदद करूंगा.

बता दें कि चुनाव से पहले पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के मूंछ मुड़वाने के बयान और उनके वीडियो वायरल होने पर भाजपा नेता केदार कश्यप ने कहा कि जनता ने उनके गुरुर को तोड़ने का काम किया, उनके दावे खत्म हो गए. अमरजीत भगत मेरे पड़ोसी हैं वे चाहे तो मैं ही उनकी मूंछ मुड़वाने में उनकी मदद करूंगा.

बुलडोजर को लेकर भाजपा नेता केदार कश्यप ने कहा कि भ्रष्टाचार, कुशासन पर बुलडोजर चलेगा. जो गलत करेगा, उस पर बुलडोजर चलेगा. हमारे कार्यकर्ताओ में जोश और जुनून है.

छत्तीसगढ़ में आदिवासी मुख्यमंत्री के चेहरे पर केदार कश्यप ने कहा कि उद्देश्य था कि सरकार बने. सभी जगह बेहतर परिणाम और सबका समर्थन प्राप्त हुआ. सबका साथ, सबका विकास यही लेकर चलते हैं. विधायक दल की बैठक के बाद सीएम का फैसला होगा.

बस्तर और सरगुजा की सीट पर मिली बढ़त को लेकर केदार कश्यप ने कहा, कांग्रेस ने 75 पार की बात कही थी. सारे दिग्गज नेता हार गए. पीसीसी चीफ दीपक बैज घमंड के साथ कहते थे मैं केवल फॉर्म भरने जाऊंगा, वोट मिल जायेगा फिर प्रमाण पत्र लूंगा. कांग्रेस ने जनता को टॉलरेट किया. भाजपा के मंडल अध्यक्ष ने उन्हें हराया है.

खुद के सीएम बनने की इच्छा पर केदार कश्यप ने कहा मैंने दावा नहीं किया. भाजपा ने पद प्रतिष्ठा सम्मान दिया है. मुझे विधायक मंत्री प्रदेश में महामंत्री की जिम्मेदारी दी गई. इसे बड़ा दायित्व और क्या हो सकता है.

भाजपा पार्षद दल की हुई बैठक, महापौर से इस्तीफा मांगा

रायपुर-    निगम मुख्यालय में भाजपा पार्षद दल की बैठक हुई। भाजपा पार्षद दल ने महापौर एजाज ढेबर से इस्तीफे की मांग की है। मीनल चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तरह महापौर नैतिकता के अधार पर इस्तीफा दे।

वहीं, भाजपा पार्षद दल ने कहा कि महापौर का इस्तीफा नहीं होने पर अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। भाजपा पार्षद दल द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाने की बैठक हुई है। इस बैठक में बीजेपी के सभी पार्षद शामिल हुए।

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में सरकार से कांग्रेस की छुट्टी होने के साथ भाजपा एक्शन में आ गई है। इसकी भनक इस बात से लगने लगी है कि बीजेपी अब रायपुर के कांग्रेस महापौर एजाज ढेबर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी में जुट गई है।

राज्‍यपाल ने पूर्व सीएम भूपेश और उनके मंत्रिमंडल का इस्तीफा किया मंजूर, नई सरकार के गठन तक बघेल को कार्यभार संभालने कहा, अधिसूचना जारी

रायपुर-     छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया है। 3 दिसंबर को मतगणना के परिणाम जारी होने के बाद ही बघेल ने राजभवन जाकर राज्‍यपाल को अपना और अपनी कैबिनेट के सभी सदस्‍यों का त्‍यागपत्र सौंप दिया था। राज्‍यपाल ने इस्‍तीफा मंजूर करते हुए बघेल को नई सरकार के गठन तक कार्यभार संभालने के लिए कहा गया है।

भूपेश बघेल और उनके मंत्रिमंडल के सदस्‍यों के त्‍याग पत्र के संबंध में दो अधिसूचना जारी की गई है। पहली अधिसूचना राजभवन की तरफ से राजभवन के सचिव के हस्‍ताक्षर से जारी किया गया है। दूसरी अधिसूचना सामान्‍य प्रशासन विभाग (जीएडी) की तरफ से मुख्‍य सचिव के हस्‍ताक्षर से जारी किया गया है।

जन्मदिवस पर पद्मश्री ममता चंद्राकर को बधाइयों का तांता,प्रभारी कुलसचिव होंगी डॉ. नीता गहरवार

खैरागढ़। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ की कुलपति पद्मश्री डॉ. ममता (मोक्षदा) चंद्राकर के जन्मदिवस 3 दिसंबर के अवसर पर विश्वविद्यालय परिवार समेत विभिन्न सामाजिक क्षेत्र के लोगों ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं। डॉ. चंद्राकर के दर्शक और श्रोताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से भी शुभकामनाएं प्रेषित की।

कुलपति निवास में विश्वविद्यालय परिवार के द्वारा बधाई दी गई। कुलपति डॉ. चंद्राकर ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कुलपति डॉ. चंद्राकर के पति, छत्तीसगढ़ के प्रख्यात फिल्म निर्देशक प्रेम चंद्राकर भी कार्यक्रम में शामिल रहे। 

इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ में नृत्य संकाय की अधिष्ठाता प्रो. डॉ. नीता गहरवार को हाल ही में उनके वर्तमान दायित्वों के साथ-साथ प्रभारी कुलसचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। उन्हें भी विश्वविद्यालय परिवार की ओर से बधाई और शुभकामनाएं दी गईं।

महतारी वंदन’, ‘उज्जवला’ नहीं इस योजना की वजह से भाजपा को छत्तीसगढ़ में मिला बहुमत, पूर्व नेता प्रतिपक्ष चंदेल ने खोला राज…

रायपुर-   छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिलने के पीछे बहुत से लोग महतारी वंदन योजना और उज्ज्वला योजना को जिम्मेदार बता रहे हैं, लेकिन पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने भाजपा की सफलता के पीछे नए संसद में पारित ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ को बड़ी वजह बता रहे हैं.

छत्तीसगढ़ में पहली बार 18 महिला विधायक जीतकर आईं हैं. इस पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि केंद्र सरकार ने महिला बिल को पारित किया, जिसका असर देखने को मिल रहा है. आने वाले समय में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता भूपेश सरकार के कुशासन से निजात पाना चाहती थी.

मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर नारायण चंदेल ने कहा कि हमने पहले ही कहा था छत्तीसगढ़ में भाजपा की पूर्ण बहुमत से सरकार बनेगी. दिल्ली में हमारा संसदीय बोर्ड तय करेगा, विधायक दल की बैठक होगी और मुख्यमंत्री तय हो जाएगा. हममें और कांग्रेस में बहुत अंतर है.

सहजता और सरलता से मुख्यमंत्री तय होगा.

छत्तीसगढ़ में भाजपा की जीत के बाद बुलडोजर की एंट्री को लेकर नारायण चंदेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने जो कुरीति और भ्रष्टाचार फैलाया था. जो अन्याय करेगा. अत्याचार करेगा उसके खिलाफ बुलडोजर चलेगा. कमिश्नर और करप्शन का खेल चलाने वालों पर बुलडोजर चलेगा.

आदर्श आचार सहिंता समाप्त, भारत निर्वाचन आयोग ने जारी किया आदेश

रापयुर-  भारत निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम से आदर्श आचार सहिंता समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है. बता दें कि 9 अक्टूबर से इन चुनावी राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू थी. जिसे निर्वाचन आयोग ने समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है.

जारी आदेश में कहा गया है कि आदर्श आचार संहिता के प्रावधान चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की तारीख से लागू होते हैं और यह चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक लागू रहते हैं. अब, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना की राज्य विधानसभाओं के आम चुनाव, 2023 और नागालैंड के 43-तापी (एसटी) विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए उप-चुनावों के परिणाम संबंधित रिटर्निंग द्वारा घोषित किए गए हैं. आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से हटा दी गई है.

नई सरकार से है युवाओं को बड़ी अपेक्षाएं, शिक्षा- स्वास्थ्य के साथ चाहते हैं विकास

रायपुर-   लोकत्रंत का महापर्व संपन्न हो चुका है। छत्तीसगढ़ में नई सरकार के रूप में भाजपा सत्ता संभालेगी। ऐसे में पहली बार मतदान करने वाले युवाओं की अब नई सरकार से ढेरो आशाएं हैं। उनका कहना है कि, हमने सरकार चुनने में अपना योगदान दिया है, अब नई सरकार को युवाओं के उम्मीदों पर खरा उतरने की बारी है।

युवाओं का कहना है कि शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष जोर देना चाहिए और तेज गति से प्रदेश व जिला का चहुमुखी विकास होना चाहिए। साथ ही बेरोजगारी को दूर करने यदि ठोस कदम उठाए जाते हैं तो उनका मानना होगा कि उन्होंने यह सरकार चुन कर कोई गलती नहीं की है। बहरहाल नई सरकार आने से पहली बार मत का उपयोग करने वाले युवा बेहद खुश भी हैं।

मतगणना की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भाजपा अपनी राज्य सरकार बनाने वाली है। अब नई सरकार से आशाएं भी बढ़ गई हैं। सभी वर्ग के लोग अपने हिसाब से विकास होने की संभावना जता रहे हैं। सड़क, बिजली, पानी, नाली तो मूलभूत सुविधाएं है, जिसे तो हर हाल में पूरा करना होगा। वहीं विकास की गति को तेज करनी होगी। एक तरह से युवा वर्ग नई सरकार से अच्छे सपने सजोकर रखे हुए है। ऐसे में पहले बार मतदान करने वाले युवा अब प्रदेश के चहुमुखी विकास की कामना कर रहे हैं।

शिक्षा और स्वास्थ्य होना चाहिए बेहतर

20 साल के पंकज लोधी ने पहली बार मतदान किया। वहीं अब नई सरकार आने के बाद से उनकी अपेक्षा सरकार से बढ़ गई हैं। उनका कहना है कि हर तरफ विकास करना होगा। उनके मुताबिक शिक्षा और हेल्थ सेक्टर को और भी बेहतर बनाते हुए प्रदेश का विकास करना होगा।

देना होगा नारी शक्ति को बढ़ावा

कालेज छात्रा अंशिका शर्मा का कहना है कि,अब नई सरकार बनने वाली है। इस सरकार बहुत सोच समझकर चुना गया है, अब इस सरकार को अपने वादों पर खरा उतरना होगा। अभी तो शुरूआत है। क्षेत्र के विकास के साथ ही नारी शक्ति को बढ़ावा देना होगा, तभी यह सरकार सही साबित होगी।

गुंडागर्दी हो खत्म, चरणबद तरीके से करे विकास

कालेज छात्रा स्नेहा द्विवेदी का कहना है कि शहर में गुंडा तत्व बढ़ चुके हैं। इसकी वजह से शहर का माहौल खराब हो रहा है, जबकि अपना शहर शांतिप्रिय शहर रहा है। ऐसे में नए सरकार को तो सबसे पहले गुंडागर्दी पर लगाम लगाना होगा और विकास की डगर पर शहर और प्रदेश को आगे बढ़ाना होगा।

ग्रामीण क्षेत्र के विकास पर भी देना होगा ध्यान

ग्राम लखराम निवासी व कालेज छात्रा भूमि यादव ने कहा कि, इस सरकार को युवाओं के सामने खरा उतरना होगा, शहरी विकास के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र का विकास करना होगा। आज भी ज्यादातर ग्राम में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है, इन अभाव को दूर करना होगा।

विधानसभा में भाजपा की जीत के बाद नगर निगम में हो सकता है उलटफेर, महापौर ढेबर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी

रायपुर-     विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद अब निगम में भी राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो गई है। कांग्रेस को शहर की चारों विधानसभा सीटों के 70 वार्डों में मिली हार के बाद कांग्रेस के पार्षदों में भी नाराजगी है। भाजपा पार्षद दल इसे भुनाने के फिराक में नजर आ रहा है। इसे लेकर मंगलवार को भाजपा पार्षद दल की बैठक दोपहर तय की गई है। इसमें महापौर एजाज ढेबर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के संदर्भ में चर्चा की जाएगी।

निगम की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने कहा कि महापौर को नैतिक तौर पर इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। कांग्रेस के कुछ पार्षद भी इस समय बीजेपी के पक्ष में नजर आ रहे हैं। अब मंगलवार को ही तय होगा कि अविश्वास प्रस्ताव पर भाजपा किस तरीके से आगे बढ़ती है और कांग्रेसी पार्षदों का कितना समर्थन उसे मिलता है।

अविश्वास के लिए एक तिहाई जरूरी

अफसरों के अनुसार अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए एक तिहाई पार्षदों की सहमति जरूरी होती है। इसे पास करवाने के लिए बहुमत लाना जरूरी होता है।

जानिए, हम क्यों कह रहे महापौर की कुर्सी खतरे में

31 भाजपा के पार्षद वर्तमान में: नगरीय निकाय चुनाव के बाद 29 भाजपा पार्षद जीत कर आए थे, जिसके बाद दो निर्दलीय भाजपा में शामिल हुए थे। ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए भाजपा बहुमत से ज्यादा दूर नहीं है।

सिर्फ पांच कांग्रेसी पार्षदों के समर्थन की जरूरत

चर्चा के दौरान कुछ कांग्रेसी पार्षदों ने बताया कि वे भी महापौर एजाज ढेबर के खिलाफ भाजपा का साथ देने को तैयार हैं। 10 कांग्रेसी पार्षद भाजपा का साथ दे सकते हैं। अविश्वास प्रस्ताव पारित करने के लिए भाजपा को सिर्फ पांच की जरूरत है। ऐसे में महापौर की कुर्सी खतरे में जा सकती है।

नाराजगी इसलिए

पांच वर्ष से लंबित जनहित की फाइल: जब कुछ पार्षदों और अधिकारियों से बात की तो सामने आया कि कई जनहित की फाइलें ऐसी रहीं, जो पांच वर्ष से लंबित रहीं। इसकी वजह से कांग्रेसी पार्षदों में भी नाराजगी है।

कार्यप्रणाली को लेकर सवाल

कई ऐसे मामले हैं जिन्हें लेकर कांग्रेसी पार्षद पिछले कई दिनों से नाराज दिखाई दे रहे हैं। कई जनहित के कार्य, विकास की योजनाएं अटकी हुई हैं। इसकी वजह से कांग्रेसी पार्षद विरोध में उतर आए हैं।

जोगी कांग्रेस को नोटा से भी कम वोट मिला, 2 लाख वोटरों ने NOTA को दिया वोट

रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा को 54, कांग्रेस को 35 और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को एक सीट मिली है. निर्वाचन आयोग से मिले आंकड़ों के अनुसार इस विधानसभा चुनाव में प्रदेश के 1 लाख 97 हजार 678 मतदाताओं ने नोटा काे वोट दिया है. आंकड़ों की बात करें तो ये कुल मतदान का 1.26 प्रतिशत है. हालांकि ये 2013 और 2018 के मुकाबले कम है. 2018 में 2 लाख 82 हजार 738 और 2013 में 4 लाख 1 हजार 58 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया था.

​​​​​​​जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के प्रत्याशियों को पसंद नहीं किया गया है. इस बार इस पार्टी का वोट प्रतिशत भी गिरा है. पिछले विधानसभा चुनाव में JCCJ को कुल मतदान का 2 प्रतिशत वोट मिला था. इस बार ये आंकड़ा 1.23 पर सिमटकर रह गया है, जो नोटा के प्रतिशत से भी कम है. 2018 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी के साथ मिलकर जेसीसीजे ने 7 सीटें जीती थी. इस विधानसभा चुनाव में जेसीसीजे अपना खाता भी नहीं खोल पाई है. ​​​​​​​अकलतरा प्रत्याशी ऋचा जोगी को छोड़, पार्टी का कोई भी प्रत्याशी 10 हजार वोटों का आंकड़ा भी पार कर नहीं पाया. ऋचा जोगी को 16,464, कोटा से पूर्व विधायक रेणु जोगी को 8884 और अमित जोगी को पाटन सीट पर 4822 वोटों ही मिले.

इन पार्टियों को मिले इतने प्रतिशत वोट

विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी के पक्ष में 72 लाख 34 हजार 968 मतदाताओं ने वोट किया है. वहीं कांग्रेस को 66 लाख 2 हजार 583, जेसीसीजे को 1 लाख 92 हजार 406, बीएसपी को 3 लाख 19 हजार 903 से ज्यादा और बाकी पार्टियों को 8 लाख 67 हजार 63 मतदाताओं ने वोट दिया है.

सारे वादे करेंगे पूरे, जनता के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ को संवारेंगे : अमर अग्रवाल

रायपुर-    बिलासपुर से भाजपा प्रत्याशी अमर अग्रवाल विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पहली बार प्रदेश कार्यालय पहुंचे. उन्होंने लल्लूराम डॉट काम से बातचीत में कहा, हमने एक नारा बनाया था, हमने सवारा है हम ही बनाएंगे. जनता ने हम पर विश्वास किया है. मोदी जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनी है. भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ मिलकर प्रदेश को संवारने का काम करेगी.

अग्रवाल ने कहा, शुरू से अगर आप देखेंगे छत्तीसगढ़ में 15 साल की भारतीय जनता पार्टी ने विकास किया है. भारतीय जनता पार्टी को फिर से जनता ने पसंद किया है. 15 साल का हमारा जो कार्यकाल था वह हम देखेंगे तो जनता ने पूर्ण अध्ययन किया है. हमने वादे बहुत सोच समझकर किए हैं. सारे वादे को पूरा करेंगे और उन वादों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ को ऊपर उठाएंगे.