संविधान दिवस के अवसर पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन।

संविधान दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने नई पीढ़ी के युवाओं, न्यायपालिका, कार्यपालिका ,विधायिका एवं मीडियाकर्मियों से की अपील। संविधान दिवस के अवसर पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन।
आज दिनांक 26 नवंबर 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में संविधान दिवस के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया ।इस अवसर पर सर्वप्रथम महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ,भारतीय संविधान सभा के निर्माता सदस्यों ,अमर शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों एवं अपने पुरखों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई जिनके त्याग एवं बलिदान से भारत स्वतंत्र हुआ। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली,ड अमित कुमार लोहिया ,वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट डॉ अमानुल हक , सामाजिक कार्यकर्ता नवीदूं चतुर्वेदी ,पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ,डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से कहा कि आज 26 नवंबर को पूरे देश में संविधान दिवस मनाया जा रहा है। भारतीय संविधान को संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर को अपनाए जाने की याद में हर साल संविधान दिवस मानाया जाता है।भारतीय संविधान को 26 जनवरी 1950 से लागू किया गया था।
भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 19 नवंबर 2015 को घोषणा की थी कि 26 नवंबर को हर साल संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। इसके बाद से हर साल संविधान दिवस को इस दिन मनाया जाता है। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि 395 अनुच्छेदों वाले भारतीय संविधान में अब 470 अनुच्छेद है।
भारतीय संविधान को बनाए जाने में संविधान सभा को 167 दिन लगे जिसके लिए 11 सत्र आयोजित किए गए। अपने मूल रूप में भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद, 22 खण्ड और 8 अनुसूचियां हैं। हमारे संविधान में कुल 1,45,000 शब्द हैं, जो कि पूरे विश्व में सबसे लंबा अपनाया गया संविधान है। इस समय हमारे संविधान में 470 अनुच्छेद, 25 खण्ड और 12 अनुसूचियों के साथ-साथ 5 परिशिष्ट भी हैं।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि विभिन्न सरकारी विभागों, संगठनों और शिक्षा संस्थानों में तमाम कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
स्कूलों , कॉलेजों विश्वविद्यालयों एवं अनेक संस्थाओं में संविधान दिवस के अवसर पर विभिन्न भाषणों, संवाद, वाद-विवाद प्रतियोगिता, क्विज, आदि का आयोजन किया जा रहा है, ताकि छात्र-छात्राओं में हमारे संविधान के प्रति जागरूकता एवं समझ को बढ़ावा मिले।
इस अवसर पर वक्ताओं ने नई पीढ़ी के युवाओं , पत्रकारों, मीडिया कर्मियों, न्यायपालिका, विधायिका ,कार्यपालिका एवं आम जन मानस से संविधान एवं लोकतंत्र की मजबूती के लिए आगे आने की अपील की।भारतीय संविधान की उद्देशिका लोकतंत्र की मजबूती है।
नागरिकों के बीच संविधान के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए हर साल 26 नवंबरको 'संविधान दिवस' के रूप में मनाने के भारत सरकार के निर्णय को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने 19 नवंबर 2015 को अधिसूचित किया।” इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि भारतीय संविधान लोकतंत्र की मजबूती का आधार है ।
भारत को लोकतांत्रिक कल्याणकारी देश बनाने में भारतीय संविधान की अहम भूमिका है।
Dec 02 2023, 10:40