बगहा थाना क्षेत्र के खैरपोखरा में खुला पुलिस चेक पोस्ट, डीआईजी ने किया उद्घाटन

बगहा - पुलिस जिला बगहा में सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त करने पुलिस प्रशासन लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में बुधवार को बगहा थाना क्षेत्र का बोझ कम करने के लिए एक और पुलिस चौकी की स्थापना खैरपोखरा में किया गया। इस नई पुलिस चौकी का लोकार्पण चंपारण रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक जयंत कांत ने विधि विधान से उद्घाटन किया।

उन्होंने कहा कि चौकी बनने से अपराधों की रोकथाम में मदद मिलेगी तथा आस-पास की आमजनता को काफी सुविधा होगी,वे अपनी शिकायतें स्थानीय चौकी में आकर कर सकेंगे,जिससे उनकी शिकायत का त्वरित निष्पादन हो सकेगा। 

बगहा पुलिस अधीक्षक किरण कुमार गोरख जाधव ने कहा कि खैरपोखरा चौकी स्थापित होने से आस-पास में होने वाली घटनाओं में त्वरित सहायता प्राप्त हो सकेगी खैरपोखरा क्षेत्र में होने वाली घटनाओं व लाभप्रद सूचनाओं को पुलिस को देने हेतु अपील की।खैरपोखरा के नई चौकी के प्रभारी रामप्रीत गुप्ता बनाये गए हैं। 

इस मौके पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कुमार देवेंद्र , इंस्पेक्टर आनंद सिंह,थाना प्रभारी मुन्ना कुमार सहित तमात पुलिस बल की मौजूदगी रहें।

गन्ना लदे गाड़ियों के कारण सड़कों पर लगातार धूल उड़ाने से राहगीरों, महिला थाना, कॉलेज हो रहे प्रभावित

बगहा तिरुपति शुगर मिल द्वारा गन्ने की पेराई हो रही। बगहा और आसपास के कई इलाकों से ट्रैक्टर, ट्रक , बैलगाड़ी के जरिए चीनी मिल में गन्ना पहुंचता है। चीनी मिल प्रशासन द्वारा पर्यावरण को तक पर रखकर गन्ने की पेराई कर रहे हैं। चीनी मिल के पास से गुजरने वाली सड़कों पर धूल का गुबार का अभी का मंजर ऐसा है कि लोगों को आँख, मुंह, नाक, ढक कर गुजरना पड़ता, क्योंकि गन्ना के गाड़ियों के कारण सड़कों पर 3 किलोमीटर लंबा जाम बरवल सेमरा , स्टेशन जाने वाली सड़क पर लगा रहता है। साथ ही सिंगल सड़क होने के कारण आम राहगीरों को अपनी गाड़ियों से सड़क छोड़कर चलना पड़ा है। जिसके कारण धूल का गुबार लगातार उड़ रहा है। 

   चीनी मिल प्रशासन के जनरल मैनेजर बीएनम त्रिपाठी ने बताया कि चीनी मिल द्वारा पानी का छिड़काव सुबह शाम किया जाता है। लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है। सभी राहगीरों और चीनी मिल के आसपास के घरो, पोस्ट ऑफिस, महिला थाना ,यातायात थाना, जीएमएचपी कॉलेज आदि सभी चीनी मिल के कारण और धूल वायु प्रदूषण से प्रभावित हो रहे हैं। 

   महिला थाना के थानाअध्यक्ष धर्मवीर भारती

से पूछने पर बताया कि चीनी मिल जाने वाले वाहनों के कारण चीनी मिल जाने वाले रास्ते में लगातार धूल उड़ाता है। जिससे महिला थाना में आने वाले लोगों और कार्यालय में भी काम करने वाले पुलिसकर्मियों को भी दिक्कत हो रही है।  

  आने जाने वाले राहगीर सूरज चौधरी ने बताया कि चीनी मिल जाने वाले वाहनों के कारण धूल उड़ रहा है। हम सभी को आंख, नाक, मुंह , शरीर, पूरा धूल से भर जाता है। चीनी मिल द्वारा पानी भी नहीं पटाया जा रहा है। जिसके कारण धूल उड़ रहा है। दूसरा राहगीर भूपेंद्र चौधरी ने बताया कि धूल का गुब्बर इतना है कि सड़क भी नहीं दिख रहा है। कहीं आने-जाने में ठोकर न लग जाए , शरीर तो भर ही जा रहा है। प्रशासन को इस पर कोई ठोस कदम उठाना चाहिए। वहीं चीनी मिल प्रशासन द्वारा सिर्फ गन्ने की पेराई की जाती है। पर्यावरण का कोई भी ख्याल नहीं किया गया है। आसपास में ईट सोलिंग नहीं किया गया, नाही पानी पूरी तरीके से पटाया जाता है। ऐसे में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना चीनी मिल के कारण उठाना पड़ रहा है। अगर धूल के गुबारे को नहीं रोका गया तो कई लोग धूल से प्रभावित होने के बाद गंभीर बीमारी से भी ग्रसित हो सकते है। लोगों की मांग है कि प्रशासन इस पर ठोस कार्रवाई करें।

अभाविप ने गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के प्राचार्या को विभिन्न विषयो के लेकर सौंपा मांग पत्र

बेतिया : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पश्चिम चम्पारण के एक प्रतिनधिमंडल ने जिला संयोजक अभिजीत राय के नेतृत्व में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल की प्राचार्या से मिलकर विभिन्न विषयों के उपर ज्ञापन सौंपा। 

जिला संयोजक अभिजीत राय व जिला मेडिवीजन प्रमुख अनमोल तिवारी ने कहा की आज हम देख रहे हैं की यह हॉस्पिटल अपनी इतनी समृद्ध विरासत होने के बावजूद भी कई परेशानियों से जूझ रहा है। इस हॉस्पिटल से जहाँ लाखों मरीज रोज लाभान्वित हो रहे हैं वहीं उस अनुरूप यहाँ संसाधनों की काफ़ी कमी है। 

प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विशाल झा व नगर मंत्री रंजीत श्रॉफ ने कहा की हॉस्पिटल प्रशासन भी पूर्ण रूप से लापरवाही का रवैया दिखा रहा है। आज हॉस्पिटल में बहुत सारी कमियां हैं लेकिन उनको दूर करने का कोई भी प्रयास नहीं किया जा रहा है। 

वहीं शैलेश कुशवाहा व मनकेश्वर कुशवाहा ने भी अपने विचार रखे। मौके पर विशाल दीक्षित, सुमंत तिवारी, किशन कुमार आदि भी उपस्थित थे।

संविधान दिवस के अवसर पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन।

संविधान दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने नई पीढ़ी के युवाओं, न्यायपालिका, कार्यपालिका ,विधायिका एवं मीडियाकर्मियों से की अपील। संविधान दिवस के अवसर पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन। 

आज दिनांक 26 नवंबर 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में संविधान दिवस के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया ।इस अवसर पर सर्वप्रथम महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ,भारतीय संविधान सभा के निर्माता सदस्यों ,अमर शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों एवं अपने पुरखों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई जिनके त्याग एवं बलिदान से भारत स्वतंत्र हुआ। इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली,ड अमित कुमार लोहिया ,वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट डॉ अमानुल हक , सामाजिक कार्यकर्ता नवीदूं चतुर्वेदी ,पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ,डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से कहा कि आज 26 नवंबर को पूरे देश में संविधान दिवस मनाया जा रहा है। भारतीय संविधान को संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर को अपनाए जाने की याद में हर साल संविधान दिवस मानाया जाता है।भारतीय संविधान को 26 जनवरी 1950 से लागू किया गया था।

भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 19 नवंबर 2015 को घोषणा की थी कि 26 नवंबर को हर साल संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। इसके बाद से हर साल संविधान दिवस को इस दिन मनाया जाता है। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि 395 अनुच्छेदों वाले भारतीय संविधान में अब 470 अनुच्छेद है।

भारतीय संविधान को बनाए जाने में संविधान सभा को 167 दिन लगे जिसके लिए 11 सत्र आयोजित किए गए। अपने मूल रूप में भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद, 22 खण्ड और 8 अनुसूचियां हैं। हमारे संविधान में कुल 1,45,000 शब्द हैं, जो कि पूरे विश्व में सबसे लंबा अपनाया गया संविधान है। इस समय हमारे संविधान में 470 अनुच्छेद, 25 खण्ड और 12 अनुसूचियों के साथ-साथ 5 परिशिष्ट भी हैं।

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि विभिन्न सरकारी विभागों, संगठनों और शिक्षा संस्थानों में तमाम कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

 स्कूलों , कॉलेजों विश्वविद्यालयों एवं अनेक संस्थाओं में संविधान दिवस के अवसर पर विभिन्न भाषणों, संवाद, वाद-विवाद प्रतियोगिता, क्विज, आदि का आयोजन किया जा रहा है, ताकि छात्र-छात्राओं में हमारे संविधान के प्रति जागरूकता एवं समझ को बढ़ावा मिले।

 इस अवसर पर वक्ताओं ने नई पीढ़ी के युवाओं , पत्रकारों, मीडिया कर्मियों, न्यायपालिका, विधायिका ,कार्यपालिका एवं आम जन मानस से संविधान एवं लोकतंत्र की मजबूती के लिए आगे आने की अपील की।भारतीय संविधान की उद्देशिका लोकतंत्र की मजबूती है।

नागरिकों के बीच संविधान के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए हर साल 26 नवंबरको 'संविधान दिवस' के रूप में मनाने के भारत सरकार के निर्णय को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने 19 नवंबर 2015 को अधिसूचित किया।” इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि भारतीय संविधान लोकतंत्र की मजबूती का आधार है । 

भारत को लोकतांत्रिक कल्याणकारी देश बनाने में भारतीय संविधान की अहम भूमिका है।

घरेलू हिंसा, बाल विवाह एवं सामाजिक जागरूकता‍"विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न।

 

बेतिया: आज दिनांक 25 नवंबर 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।इस अवसर पर एक परिचर्चा का अभी आयोजन किया गया । जिसका विषय था" घरेलू हिंसा बाल विवाह एवं सामाजिक जागरूकता"। 

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया, वरिष्ठ पत्रकार सह संस्थापक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट डॉ अमानुल हक एवं डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से कहां कि बालिकाओं एवं महिलाओं के खिलाफ हिंसा पूरी दुनिया में एक बार-बार होने वाली समस्या है। चाहे घरेलू हिंसा हो या यौन हिंसा या हत्या, महिलाओं को दुनिया में हर जगह समस्याओं एवं दुर्व्यवहार के डर का सामना करना पड़ता है। लेकिन दुनिया आगे बढ़ रही है एवं सभी लिंगों के लिए एक सुरक्षित स्थान बना रही है, अब समय आ गया है कि हम बालिकाओं एवं महिलाओं के खिलाफ सभी प्रकार की हिंसा एवं बाल विवाह को रोकने के लिए एक साथ हाथ मिलाएं। 

इस दिशा में सत्याग्रह रिसर्च फाऊंडेशन, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट, फकीराना सिस्टर्स सोसाइटी ,कैलाश सत्यार्थी फाऊंडेशन,बचपन बचाओ आंदोलन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है।कोविड-19 महामारी आंखें खोलने वाली थी क्योंकि इसने बालिकाओं एवं महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा को बढ़ा दिया। बच्चों पर काम करने वाली संस्थाओं को कोविड-19 महामारी के समय बच्चों बालिकाओं एवं महिलाओं के दुर्व्यवहार के चौंकाने वाले आंकड़े उपलब्ध हुए थे। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि हर साल, महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस उन तरीकों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है जिनके द्वारा हम हिंसा को रोकने के लिए एक साथ आ सकते हैं।  

1979 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने महिलाओं के खिलाफ सभी प्रकार के भेदभाव के उन्मूलन के कन्वेंशन को अपनाया लेकिन महिलाओं के खिलाफ हिंसा अभी भी बड़े पैमाने पर थी। 2008 में, महिलाओं के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने और नीति निर्धारण के लिए कदम उठाए गए थे। 1981 से, महिला अधिकार कार्यकर्ता 25 नवंबर को महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मना रहे हैं।

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महिला ने लिखा, "इस साल लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ 16 दिनों की सक्रियता का वैश्विक विषय 'एकजुट! महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए निवेश करें' है, जो सक्रिय रूप से लिंग आधारित हिंसा को रोकने के लिए रोकथाम रणनीतियों के वित्तपोषण की आवश्यकता पर जोर देता है।"

सेवांत लाभ की राशि सेवानिवृत्त कर्मी के दशकों की कर्तव्यनिष्ठ सेवा का सरकारी पुरस्कार : महापौर

बेतिया : नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने जगजीवन नगर निवासी व नगर निगम के रिटायर सफाईकर्मियों यथा रघुनाथ मिस्ती पिता स्व. हरदेव पासवान और जामवंती देवी पति भून्नी राऊत एवं अन्य के घर पर स्वयं पहुंच कर उनके सेवांत लाभ की राशि के भुगतान का कागजात सौंपा। इसके साथ ही महापौर ने उपहार स्वरूप मिठाई का डब्बा के साथ अंगवस्त्र भी अपनी ओर से भेंट किया। दोनों कर्मी वर्षों पूर्व सेवा निवृत्त हुए थे। वर्त्तमान में अपनी वृद्धावस्था और बीमार रहने के कारण वे नगर निगम कार्यालय में हुई वितरण समारोह में नहीं पहुंच पाए थे।

बीते कई वर्षों में सेवा निवृत्त हुए कुल 19 नगर निगम कर्मियों के अरसे से लंबित सेवांत लाभ मद में कुल 35 लाख 48 हजार 683 रुपए के भुगतान के बैंक ट्रांसफर लेटर बांटने का कार्य पूरा हो जाने पर खुशी जाहिर करते हुए महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि सेवांत लाभ का भुगतान किसी की कृपा नहीं है। बल्कि संबंधित रिटायर सरकारी कर्मी की दशकों तक अपनी कर्तव्यनिष्ठ सेवा का सरकारी पुरस्कार है। यह मेरा सौभाग्य है कि ऐसा पुण्य कार्य मेरे हाथों संपन्न हो रहा है। इससे पूर्व जगजीवन नगर की महादलित बस्ती में खुद से पहुंच कर अपने रिटायर और बीमार सफाईकर्मी को उनके घर पर सेवांत लाभ का कागजात सौंपने पर संबंधित परिवार के सदस्य बेतहाशा खुश नजर आ रहे थे। 

कर्मचारियों के परिजनों ने महापौर के अपने दरवाजे पहुंचने पर फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। इन लोगों का कहना था कि वर्षों से अपना हक और कमाई की बचाई गई रकम पाने के लिए हम दर-दर भटक कर थक गए थे कि अचानक महापौर मैडम स्वयं हमारे घर पहुंचा गईं हैं। यहां उल्लेखनीय है कि 19 रिटायर नगर निगम कर्मियों में से आठ लोग स्वयं ही निगम कार्यालय में आकर अपने भुगतान का कागजात ले गए थे। बाकी जो निगम में आने में शारीरिक रूप से सक्षम नहीं थे, उनके घर-घर जाकर महापौर सेवांत लाभ की राशि का कागजात सौंपा। 

लाभ पाने वालों में रघुनाथ मिस्ती, बुटाई मालिक, बैधनाथ प्रसाद, अवधेश राउत, रघुनाथ राउत, शिवनाथ राउत, शीला देवी, रामजी राम, स्व. प्रहलाद राउत, यदु राउत, सीता देवी, शम्भु भगत, जग्रनाथ राउत, भोज मालिक, कौशल्या देवी, जामवंती मेहतरानी, शामिल हैं। वही सुरेंद्र प्रसाद को 1,74,596 और विजय कुमार 2,09,503 रुपए के अलावें माया देवी सहित अन्य 17 कर्मियों को 1,86,152 रुपए सहित नगर निगम से रिटायर कुल 19 कर्मियों को दिया गया है।

सफाई कर्मियों के वेतन की मांग व अन्य मुद्दों पर 26 के हस्ताक्षर से सौंपे आवेदन में से दो पार्षद ने अपने दस्तखत को बताया फर्जी

 

बेतिया। नगर निगम की पूर्ववर्ती आउट सोर्सिंग सफाई एजेंसी 'पाथेय' के पक्ष में उतरे 26 वार्ड पार्षदगण के प्रस्तुत हस्ताक्षर में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है।

नगर निगम बोर्ड द्वारा बहुमत से पारित प्रस्ताव के आधार पर विभिन्न वार्डों में महीनों से कार्यरत्त रहे 6-6 अतिरिक्त सफाई कर्मियों के वेतन की मांग व अन्य मुद्दों पर नगर निगम की सशक्त समिति के विरुद्ध मोर्चा खोलने वाले आवेदन पर दर्ज 26 पार्षदों के हस्ताक्षर में से दो वार्ड 31और 39 के पार्षदगण ने महापौर गरिमा देवी सिकारिया को सौंपे अलग अलग आवेदन में सामूहिक आवेदन पर अंकित अपने दस्तखत को फर्जी बताया है।

इसको लेकर महापौर श्रीमती सिकारिया ने इसमें बड़े फर्जीवाड़े का आशंका जाहिर करते हुए नगर आयुक्त को आवेदन में निशान व हस्ताक्षर वाले अन्य 24 पार्षदगण को नोटिस देकर उनके व्यक्तिगत पक्ष के साथ संचिका के माध्यम से अपना भी मंतव्य प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।

महापौर ने अपने उक्त आदेश में लिखा है कि अब ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ पार्षदगण द्वारा अपने निहित स्वार्थ के चलते अन्य पार्षदगण का जाली हस्ताक्षर कर आवेदन अधोहस्ताक्षरी को समर्पित किए है। जिनकी सांठ-गांठ काले कारनामे वाले आउट सोर्सिंग वाली पूर्ववर्ती सफाई एजेंसी 'पाथेय' के साथ लगती है। जबकि 'पाथेय' के द्वारा गलत बिल बनाकर दोहरा भुगतान प्राप्त करने के अलावे निविदा के शर्तों का भी भारी उलंघन किया गया है।

इस प्रकरण में विभागीय अपर निदेशक के द्वारा बिहार विधान परिषद के पटल पर रखे गए पत्र की भी प्रति संलग्न करते हुए उक्त पत्र के आधार पर बताया है कि बेतिया नगर निगम का कचरा प्रबंधन का खर्च बिहार भर के सभी नव उत्क्रमित नगर निगमों की तुलना में सबसे अधिक और अनेक से दोगुना से भी अधिक होना बताया गया है। श्रीमती सिकारिया ने यह भी लिखा है

कि इससे पूर्व विभागीय जाँच के आधार पर अपर मुख्य सचिव के स्तर से न सिर्फ 'पाथेय' एजेंसी का एकरारनामा रद्द कर बल्कि नई एजेंसी के चयन के लिए भी आदेशित किया है। इस दिशा में विहिप प्रक्रिया के तहत नगर आयुक्त द्वारा कार्रवाई भी की गई है।

अपने उक्त निर्देश की प्रति महापौर श्रीमती सिकारिया ने विभागीय प्रधान सचिव तक को प्रेषित करते हुए कार्रवाई की मांग की है।

जिला मुख्यालय के पुलिस आवासन केंद्र का सुगम, सुरक्षित व सुविधाजनक होना हमारी जिम्मेदारी:गरिमा


बेतिया: जिला पुलिस कार्यालय (पुलिस लाइन) के मेन गेट पर 8.50 लाख रुपए की लागत वाले 20 फीट ऊंचाई वाले मेन गेट (प्रवेश द्वार) का शिलान्यास मंगलवार को किया गया। 

एसपी डी. अमरकेश, महापौर गरिमा देवी सिकारिया, नगर आयुक्त शंभू कुमार, स्थानीय पार्षद सुशील कुमार गुप्ता की उपस्थिति महत्वपूर्ण रही। 

इस मौके पर महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि पुलिस प्रशासन आम जनता के साथ हम सबको सुरक्षा देता रहा है। इसको लेकर यह भी जरूरी है कि इसके जिला मुख्यालय के मुख्य आवासन परिसर की भी सुरक्षित और सुविधा जनक आवासन व्यवस्था मुहैया कराई जाय। यह नगर निगम प्रशासन की जिम्मेदारी थी। इस योजना का शिलान्यास करते हुए मुझे आज खुशी हो रही है। 

पुलिस अधीक्षक एसपी डी अमरकेश ने कहा कि इस कार्य की आवश्यकता थी। नगर निगम प्रशासन से किये गये अनुरोध का स्वीकार होना निश्चय ही स्वागत योग्य कार्य है। 

वही नगर आयुक्त शंभू कुमार ने बताया कि इस योजना मेन गेट के साथ में थ्रू आउट ग्रेनाइट, 60 फीट पीसीसी वाला पाथवे, छोटा गार्ड रूम के साथ बाउंड्री की रिपेयरिंग का कार्य भी शामिल है। मौके पर पार्षद इंद्रजीत यादव एवं पुलिस लाइन के पुलिसकर्मी मौजूद रहे।

नेमटेम से पूजन, अर्घ्य, कोशी के बाद छठी मईया से माँगा नगर निगम क्षेत्र में सुख समृद्धि की प्रार्थना:गरिमा

बेतिया। नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा धूमधाम से शांति और सौहार्द के साथ संपन्न हो गया है। उन्होंने छठ की विशेषता पर कहा कि उगते सूरज के पूजन की परंपरा पूरे संसार में है।

लेकिन अपने भारतवर्ष और उसमें भी अपना बिहार एकमात्र ऐसा प्रांत है जहां पहले अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है। पूरे दिन अपने तप्त तेज़ से धरती को आलोकित और उर्जित करने के बाद भगवान भास्कर जब स्वयं निस्तेज होकर ढल रहे होते हैं। तब उस वक़्त उन्हें प्रकृति के विभिन्न फल और तत्वों के साथ अनुष्ठान कर प्रणाम निवेदित करना हमारी कृतज्ञता का बड़ा ही सुंदर और जीवंत दृश्य होता है।

चार दिवसीय छठ महापर्व के दौरान भगवान भास्कर की सांध्य आराधना के बाद कोशी पूजन की हूं। पुनः उदीयमान भगवान भास्कर को सम्पूर्ण विधि विधान से प्रातःकालीन अर्घ्य के साथ पूजन के बाद मैंने संपूर्ण नगर निगम क्षेत्र में सुख शांति समृद्धि और विकास का आशीर्वाद मांगा है।

दर्जनभर घाटों पर जाकर छठी मईया से मांगा है नगर निगम को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का संबल: गरिमा

बेतिया: महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि नगर निगम में करोड़ों का आवंटन उपलब्ध रहते नगर के विकास में भ्रष्टाचार नासूर बन गया है। विकास में भागीदारी के लिए चुने गए लोगों की नियत भी उगाही और कमाई वाली लगने लगी है। नगर निगम बोर्ड के बाद विभाग में गुहार लगाने के बाद भी भ्रष्टाचार के विरुद्ध संघर्ष को ज्यादा लोगों का संबल मुझे नहीं मिल पा रहा है।

 नगर निगम क्षेत्र के दर्जनभर छठ घाटों के निरीक्षण करने के बाद महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा भावुक होते हुए कहा कि जिला के मानिंद जनप्रतिनिधिगण से भी सहयोग मांगने की सार्वजनिक अपील का असर नहीं होता दिख रहा है। आज सब ओर से थक हार कर भ्रष्टाचार विरोधी अपनी मुहिम में मैंने छठी मईया का संबल मांगा है। श्रीमती सिकारिया ने कहा कि बीते दो दिन में नगर निगम क्षेत्र के कुल करीब दर्जनभर घाटों पर जाकर मैंने छठी मईया से अपने नगर निगम को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की प्रार्थना की है। छठी मईया से मैंने प्रार्थना की है कि माता सबको अपनी अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाने की सद्बुद्धि प्रदान करें।

 उन्होंने जोर देते हुए कहा कि संपूर्ण नगर निगम के विकास में धन की नहीं बल्कि ईमानदार मन की कमी है। महापौर ने घोषणा करते हुए कहा कि हमारे अनेक पार्षद भाई बहन को यह नहीं लगता कि उनकी वार्ड की जनता जनार्दन ने केवल उनको ही नहीं मुझको भी उसी वोट से बल्कि उनसे ज्यादा प्रतिशत वोट देकर चुना है। अब मेरी अगली कार्रवाई सीधे जनता से जुड़ने और जनता का दरबार लगा कर भ्रष्टाचार का पोल खोलने की है। 

एजेंसी के भुगतान के लिए हाय तौबा मचाने वाले एक एक की जनता के बीच नियम के अनुकूल जांच होगी।