*साल 2023 को मिली मिस यूनिवर्स, निकारागुआ की शेन्निस पलासियोस के सिर सजा ताज, जानें भारत की श्वेता का स्थान*

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मिस यूनिवर्स 2023 के नाम का ऐलान हो गया है।90 देशों की खूबसूरत हसीनाओं ने इस प्रतियोगिता में अपनी-अपनी किस्मत आजमाई। जिसमें शेनिस पलासियोस को मिस यूनिवर्स 2023 खिताब का विजेता घोषित किया गया है। उन्हें पूर्व विजेता यूएसए की आर'बोनी गेब्रियल द्वारा ताज पहनाया गया। इस सौंदर्य प्रतियोगिता में ऑस्ट्रेलिया की मोरया विल्सन दूसरी रनर-अप रहीं, जबकि थाईलैंड की एन्टोनिया पोर्सिल्ड को फर्स्ट रनर-अप घोषित किया गया। 

पहली निकारागुआन महिला

शेनिस पलासियोस मिस यूनिवर्स बनने वाली पहली निकारागुआन महिला हैं। इस खिताब को अपने नाम करने के बाद वे बेहद खुश नजर आईं। सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि जैसे ही शेन्निस पलासियोस का नाम अनाउंस हुआ तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ। मॉडल शिवर करने लगीं। बता दें, मिस यूनिवर्स 2023 के आखिरी राउंड में टॉप 3 कंटेस्टेंट्स से एक ही सवाल पूछा गया था। सवाल था कि “यदि आप किसी अन्य महिला के स्थान पर एक वर्ष तक रह सकते हैं, तो आप किसे चुनेंगे और क्यों?” मिस थाईलैंड ने अपने जवाब में मलाला यूसुफजई का नाम लिया। वहीं मिस ऑस्ट्रेलिया ने उनकी मां को चुना। अंत में मिस निकारागुआ के जवाब ने सभी को हैरान किया।

टॉप 20 फाइनलिस्ट में थी श्वेता शारदा

इस साल चंडीगढ़ में जन्मी श्वेता शारदा ने मिस यूनिवर्स 2023 में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने टॉप 20 फाइनलिस्ट में जगह बनाई। श्वेता को मिस दिवा यूनिवर्स का ताज पहनाया गया था। पिछले साल, श्वेता ने काफी टफ कॉम्पीटीशन में 15 अन्य प्रतियोगियों के बीच खड़े होकर मुंबई में समारोह में प्रतिष्ठित मिस दिवा यूनिवर्स का खिताब हासिल किया था।

वर्ल्ड कप का फाइनल आज, 20 साल बाद टकरा रही दो दिग्गज टीमें, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होगा घमासान

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जिस घड़ी का सबको इंतजार था वो तारीख आ गई। आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल आज अहमदाबाद में खेला जाएगा। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया दुनिया की दो सर्वश्रेष्ठ टीमें दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में आज दोपहर को भिड़ेंगी।दोनों टीमों के बीच ये मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होगा जहां एक लाख से अधिक दर्शक मौजूद होंगे। भारतीय टीम की नजर जहां अपने तीसरे वनडे वर्ल्ड कप खिताब को जीतने पर हैं, तो वहीं ऑस्ट्रेलिया छठी बार इस ट्रॉफी को उठाने की कोशिश करेगी। दोनों ही टीमों ने इस टूर्नामेंट में अब तक शानदार खेल दिखाया है।

किसी भी खेल में जीत या हार का अनुमान लगाना बहुत मुश्किल होता है। वो भी जब बात इतने बड़े टूर्नामेंट के फाइनल की हो। हालांकि, कुछ कसौटियों पर दोनों टीमों को परखा जा सकता है।पहली कसौटी- इस वर्ल्ड कप में अब तक टीम इंडिया अपराजेय रही है। उसने लगातार 10 मैच जीते हैं। ऑस्ट्रेलिया ने भी फाइनल तक का सफर लगातार 8 जीत के साथ तय किया है लेकिन लीग मैच में उसे भारत और दक्षिण अफ्रीका से हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा अफगानिस्तान और बांग्लादेश के खिलाफ मैच में ऑस्ट्रेलिया को रोना आ गया था।अफगानिस्तान के मैच में 91 रन पर 7 विकेट गंवाने के बाद ग्लेन मैक्सवेल की करिश्माई पारी ने बचा लिया। उसके बाद बांग्लादेश की टीम ने कंगारुओं के खिलाफ 300 से ज्यादा रन ठोक दिए। 

इससे उलट भारतीय टीम ने इस वर्ल्ड कप में 100-200-300 से ज्यादा रन से भी मैच जीते हैं। विकेट के लिहाज से भारत की सबसे छोटी जीत 4 विकेट की है और रनों के लिहाज से 70 रन की। ये दोनों मैच उसने न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले थे।लीग मैच में उसने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराया था और सेमीफाइनल में 70 रन से। इससे आसानी से समझ सकते हैं किस टीम के पास ‘कंसिसटेंसी’ बेहतर है।

दोनों टीमों के बीच अब तक 150 मुकाबले हुए हैं। इनमें ज्यादातर जीत ऑस्ट्रेलिया के हिस्से आई हैं। कंगारू टीम ने कुल 83 मैच जीते हैं। वहीं भारतीय टीम के हिस्से 57 जीत आई हैं। बाकी मुकाबले बेनतीजा रहे हैं। वैसे, दोनों टीमों के बीच पिछले 5 मुकाबलों को देखा जाए तो भारतीय टीम हावी रही है। टीम इंडिया ने तीन मैच जीते हैं। जिस मैदान पर आज का फाइनल खेला जाना है, वहां भी यह दोनों टीमें तीन बार पहले भी टकरा चुकी हैं। यहां भी टीम इंडिया ने दो मुकाबले जीते हैं।

भारतीय गेंदबाज इस विश्व कप में अभी तक 95 विकेट ले चुके हैं। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड कप के एक एडिशन में दो बार इससे ज्यादा विकेट लिए हैं। कंगारू टीम ने 2007 विश्व कप में 97 विकेट चटकाए थे वहीं 2003 में 96 विकेट अपने नाम किए थे। भारतीय टीम यदि फाइनल जीतने में सफल रही तो फिर वह लगातार 11 मैचों में अजेय रहने का रिकॉर्ड भी कायम करेगी। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया दो विश्व कप में लगातार 11 मैच जीत चुका है।

महापर्व छठ का तीसरा दिन आज, डूबते सूरज को दिया जाएगा अर्घ्य

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नहाय-खाय के साथ शुरू हुए लोक आस्था के महापर्व छठ का आज तीसरा दिन है। आज अस्तलचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। आज व्रती तालाब, नदी आदि पानी के स्रोत में खड़े होकर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगे।संध्या अर्घ्य के दिन सूर्यास्त का समय शाम लगभग 5:26 बजे होगा, जिसके दौरान भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।

आज के दिन छठी मइया की पूजा के लिए प्रसाद बनाया जाता है और शाम को सूर्यास्त के समय डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। अर्घ्य देने से पूर्व घाट पर सायं काल में बांस की टोकरी में छठ पूजा में शामिल सभी पूजा सामग्री, फल और पकवान आदि को अर्घ्य के सूप में सजाया जाता है और इसके बाद अपने परिवार के साथ सूर्य को अर्घ्य देता हैं। अर्घ्य के समय सभी लोग पवित्र नदी या घाट के किनारे एकत्रित होकर सूर्य देव को जल अर्पित करते हैं और छठ के प्रसाद से भरे हुए सूप से छठी मइया की पूजा की जाती है। 

छठ पर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। छठ पर्व को कई नामों से जाना जाता है। जैसे डाला छठ, सूर्य षष्ठी और छठ पूजा के नाम से जाना जाता है। छठ का त्योहार मुख्य रूप से भगवान सूर्य और छठी माता की पूजा और उपासना का त्योहार है। इसमें व्रती 36 घंटों तक निर्जला व्रत रखता है और अपनी संतान की लंबी आयु और अरोग्यता के लिए छठी माता से आशीर्वाद प्राप्त करता है।

तो इस बार भी 'झागभरी यमुना' में ही करना होगी छठ पूजा, केजरीवाल सरकार ने कहा था- दो दिन में साफ कर देंगे, दावा फेल

छठ पर्व से पहले दिल्ली जल बोर्ड द्वारा इसे साफ करने के दावों के बावजूद दिल्ली में यमुना नदी जहरीले झाग से ढकी है। प्रदूषित पानी के कारण श्रद्धालुओं, विशेषकर छठ व्रत करने वाली महिलाओं को कठिनाई को देखते हुए राजनीतिक तनाव भी बढ़ गया है। भाजपा ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर त्योहार मनाने वालों की भावनाओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है।

बता दें कि, यमुना का जहरीला झाग श्रद्धालुओं, विशेषकर महिलाओं के लिए स्वास्थ्य जोखिम पैदा करता है, जो छठ पर्व के दौरान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए घुटनों तक पानी में उतरते हैं। दिल्ली जल बोर्ड (DJB) झाग को खत्म करने के लिए रासायनिक छिड़काव करता है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी रहती है, जिससे पूजा करने वालों की सुरक्षा और भलाई के बारे में चिंता बढ़ जाती है।  

मंत्री आतिशी मार्लेना का आश्वासन व बीजेपी की आलोचना

बता दें कि, दिल्ली सरकार की जल मंत्री आतिशी मार्लेना ने दावा किया था कि खाद्य-ग्रेड रसायनों के उपयोग सहित प्रयासों से दो दिनों में झाग खत्म हो जाएगा। हालाँकि, यह दावा हवा-हवाई प्रतीत होता है, जिसके कारण भाजपा उसकी आलोचना कर रही है। यमुना जल पर सफेद झाग की परत को छठ मनाने वाले पूर्वांचली लोगों की भावनाओं को संबोधित करने में विफलता के रूप में देखा जाता है। वही, आतिशी का कहना है कि, यूपी से ही यमुना प्रदूषित होकर दिल्ली में प्रवेश करती है, हालाँकि, मंत्री होने के बावजूद वो भूल जाती हैं कि, दिल्ली के बाद यमुना नदी यूपी में प्रवेश करती है, यूपी से दिल्ली में नहीं आती।

उल्लेखनीय है कि, वर्ष 2013 में आम आदमी पार्टी (AAP) दिल्ली में सत्ता में आई थी और अरविंद केजरीवाल पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। तब से केजरीवाल दावा करते रहे हैं कि, अगली छठ पूजा तक यमुना साफ कर दूंगा और आपके साथ मैं भी डुबकी लगाऊंगा, लेकिन 10 साल बीत गए, आज तक न तो यमुना साफ हुई और न ही सीएम केजरीवाल ने डुबकी लगाई। कभी जीवन रेखा रही यमुना नदी धीरे-धीरे प्रदूषित जल निकाय में तब्दील हो रही है, जिससे पर्यावरण और स्वास्थ्य को खतरा पैदा हो रहा है। चूंकि यमुना नदी में जहरीले झाग की समस्या बनी हुई है, इसलिए छठ त्योहार समारोहों पर प्रभाव और व्यापक पर्यावरणीय प्रभाव के बारे में चिंताएं बनी हुई हैं। यमुना के पारिस्थितिक स्वास्थ्य की बहाली सुनिश्चित करने के लिए प्रदूषण के मूल कारणों को संबोधित करना अनिवार्य हो जाता है।

'हलाल' उत्पादों पर बैन लगाने वाला पहला राज्य बनेगा उत्तर प्रदेश ! योगी सरकार ने अपनाया सख्त रुख

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार हलाल प्रमाणीकरण से जुड़े उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है। कुछ कंपनियां हलाल प्रमाणीकरण की आड़ में डेयरी, कपड़ा, चीनी, स्नैक्स, मसाले और साबुन जैसे विभिन्न उत्पादों को प्रमाणित कर रही हैं। इसका पता चलने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है और अब कड़ी कार्रवाई होने की संभावना है। राज्य सरकार हलाल सर्टिफिकेशन को लेकर सख्त नियम लाने की योजना बना रही है।

दरअसल, हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पाद बेचने वाली कंपनियों के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में FIR दर्ज की गई है। शैलेन्द्र शर्मा द्वारा दायर शिकायत में चेन्नई में हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, दिल्ली में जमीयत उलेमा हिंद हलाल ट्रस्ट, मुंबई में हलाला काउंसिल ऑफ इंडिया और मुंबई में जमीयत उलेमा महाराष्ट्र पर आरोप लगाए गए हैं। FIR में हलाल प्रमाणीकरण के साथ सामान की बिक्री में लगी अज्ञात कंपनियों के खिलाफ IPC की धारा 120बी/153ए/298, 384, 420 और 467, 468, 471, 505 शामिल हैं। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि भारत में कोई भी सरकारी संगठन इस तरह का प्रमाणन जारी नहीं करता है।

क्या है हलाल और हराम 

बता दें कि, इस्लामी धर्मशास्त्र में हलाल और हराम अरबी शब्द हैं। हलाल का तात्पर्य वह है जो इस्लामी धर्मशास्त्र के अनुसार सही है या उसके द्वारा अनुमोदित है। यह इस्लाम के शरिया कानून के अनुरूप है और उन वस्तुओं या प्रथाओं को दर्शाता है, जो वैध, उचित और निषिद्ध नहीं हैं। दूसरी तरफ, हराम का तात्पर्य इस्लामी धर्मशास्त्र में निषिद्ध या अस्वीकार्य चीज़ों से है, जो उन चीज़ों को दर्शाता है जो निषिद्ध, बुरी या पापपूर्ण हैं। 

आमतौर पर इस्लाम में हलाल प्रमाणीकरण खाद्य पदार्थों की निर्माण प्रक्रिया और जानवरों के वध से संबंधित है। जब किसी उत्पाद को "हलाल प्रमाणित" के रूप में लेबल किया जाता है, तो यह इंगित करता है कि इसे इस्लामी मान्यताओं के अनुसार तैयार किया गया है। कई कंपनियाँ अपने उत्पादों पर "हलाल प्रमाणित" स्टाम्प का उपयोग करती हैं। जानवरों को काटने में भी मुस्लिम लोग हलाल पद्धति का ही उपयोग करते हैं, जिसमे अल्लाह का नाम लेकर धीरे-धीरे जानवर की गर्दन काटी जाती है और फिर ही उसे खाने योग्य माना जाता है। वहीं, हिन्दुओं और सिखों में झटका मांस खाने की परंपरा रही है, झटका यानी, एक ही वार में जानवर का सिर धड़ से अलग कर देना, माना जाता है कि, इससे पशु को अधिक दर्द नहीं होता। वहीं, हलाल में धीरे-धीरे काटने पर पशु तड़पते रहता है। अधिकतर होटलों से लेकर दुकानों में भी हलाल मांस ही बिकता है। बड़ी बात ये है कि, मांस को हलाल तभी माना जाएगा, जब जानवर को किसी मुस्लिम द्वारा काटा जाएगा। इस प्रथा के कारण मांस का कारोबार करने वाले दलित हिन्दुओं का रोज़गार दिन-ब-दिन घटता जा रहा है और उनके सामने जीवनयापन का संकट खड़ा हो गया है।

बदरीनाथ धाम के कपाट आज शीतकाल के लिए हो जाएंगे बंद, चारधाम यात्रा का होगा समापन, माता लक्ष्मी को दिया आमंत्रण

बदरीनाथ धाम के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। इसके साथ ही आज चारधाम यात्रा का भी समापन हो जाएगा। बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि पंच पूजाओं के पांचवें दिन शनिवार को रावल स्त्री वेष धारण कर माता लक्ष्मी को बदरीनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान करेंगे।

उसके बाद उद्धव जी व कुबेर जी मंदिर प्रांगण में आएंगे और दोपहर 3:33 बजे पर धाम के कपाट बंद हो जाएंगे। बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि कपाट बंद करने को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

माता लक्ष्मी को बदरीनाथ गर्भ गृह में आने का दिया आमंत्रण

बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत शुक्रवार को माता लक्ष्मी की पूजा कर उन्हें बदरीनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान होने का आमंत्रण दिया गया। इस दौरान मंदिर में पूजा अर्चना की गई।

शुक्रवार को धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल और वेदपाठी रविंद्र भट्ट और लक्ष्मी मंदिर के पुजारियों ने मां लक्ष्मी की पूजा की और उन्हें कढ़ाही भोग लगाया। इस अवसर पर बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, दिनेश डिमरी, श्रीराम डिमरी, विपुल डिमरी, विवेक थपलियाल आदि मौजूद रहे।

Terror Cup बंद करो..', विश्व कप फाइनल पर खालिस्तानी आतंकियों की गंदी नज़र, पन्नू ने वीडियो जारी कर फिर दी धमकी

एक ताजा धमकी भरे वीडियो में, प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) के सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू ने "टेरर कप को बंद करने" और रविवार को अहमदाबाद में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ICC विश्व कप फाइनल को बाधित करने की धमकी दी है। गुरपतवंत सिंह पन्नू का धमकी भरा वीडियो सामने आने के बाद केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां और गुजरात पुलिस अलर्ट हो गई है। रिपोर्टों से पता चलता है कि इस मैच में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के उप प्रधान मंत्री रिचर्ड मार्लेस शामिल होंगे।

विश्व कप फाइनल को बाधित करने की धमकी देने के अलावा, आतंकी पन्नू ने गाजा में इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास के बीच चल रहे युद्ध पर भारत के रुख के बारे में भी हंगामा किया। वीडियो में, नरेंद्र मोदी स्टेडियम को खालिस्तानी झंडों के साथ दिखाया गया है और उस पर लिखा है ''भारत गाजा नरसंहार को बढ़ावा दे रहा है।'' विशेष रूप से, यह पहली बार नहीं है कि खालिस्तानी आतंक ने इस प्रकार के धमकी भरे वीडियो जारी किए हैं। 5 नवंबर को पन्नु ने भारत सरकार को धमकी जारी की थी। वीडियो में आतंकी ने एयर इंडिया की फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। आतंकी पन्नू ने दुनिया भर के सिखों से 19 नवंबर के बाद एयर इंडिया से यात्रा नहीं करने की अपील करते हुए कहा था कि इससे जान को खतरा हो सकता है। 

 

गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अपने वीडियो में कहा था कि, ''हम सिखों से 19 नवंबर को एयर इंडिया से उड़ान नहीं भरने के लिए कह रहे हैं। 19 नवंबर को वैश्विक नाकाबंदी होगी और एयर इंडिया को दुनिया भर में कहीं भी उड़ान भरने की इजाजत नहीं दी जाएगी। सिखों, आप 19 नवंबर के बाद एयर इंडिया से यात्रा न करें। यह जीवन के लिए खतरा हो सकता है। यह भारत सरकार को मेरी चेतावनी है। इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा 19 नवंबर को बंद रहना चाहिए।''

खालिस्तानी आतंकी ने अपने धमकी भरे वीडियो में कहा था कि, ''यह वही दिन 19 नवंबर है जिस दिन वर्ल्ड टेरर कप का फाइनल मैच खेला जाएगा। दुनिया को दिखाया जाएगा कि भारत में सिखों का नरसंहार हुआ और भारत ने किया। जब हम पंजाब को आज़ाद करेंगे, तो इन हवाई अड्डों का नाम शहीद बेअंत सिंह और शहीद सतवंत सिंह हवाई अड्डा होगा।'' बता दें कि 19 नवंबर को भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती है। 1984 में उनके ही दो सुरक्षा गार्डों ने उनकी हत्या कर दी थी। मौजूदा ICC क्रिकेट विश्व कप 2023 का फाइनल मैच भी 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। पन्नू पहले भी भारत में आयोजित होने वाले भव्य खेल आयोजन को वर्ल्ड टेरर कप कहकर धमकी दे चुका है।

इन धमकियों के बाद साइबर क्राइम पुलिस ने आतंकी पन्नू के खिलाफ भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने (IPC 121), विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने (IPC 153 ए), आपराधिक साजिश (IPC 120 बी), गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और आईटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।

नीला पहनते थे, अब भगवा पहना दिया..', टीम इंडिया की जर्सी को लेकर कन्फ्यूज़ हुईं ममता बनर्जी, भाजपा पर निकाली भड़ास

एक तरफ, जहां पूरा देश 19 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में क्रिकेट विश्व कप 2023 के ग्रैंड फिनाले की तैयारी कर रहा है, वहीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को एक अलग ही चिंता खाए जा रही है। 17 नवंबर को ममता बनर्जी ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर हमला बोला और टीम इंडिया के 'भगवाकरण' के लिए उस पर आरोप लगाया। 

सीएम ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल ने “सबकुछ भगवा” कर दिया है और भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी का उदाहरण पेश किया। तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने तर्क दिया कि, 'अब सब कुछ भगवा हो रहा है। हमें अपने भारतीय खिलाड़ियों पर गर्व है और मुझे विश्वास है कि वे विश्व चैंपियन बनेंगे। लेकिन प्रैक्टिस के दौरान उनकी पोशाक भी भगवा हो गई है। वे पहले नीला रंग पहनते थे।' ममता बनर्जी मध्य कोलकाता के पोस्ता बाजार में जगधात्री पूजा के उद्घाटन के दौरान बोल रही थीं।

इस दौरान ममता ने भाजपा पर पूरे देश को भगवा रंग में रंगने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी भारतीय क्रिकेट में भी भगवा रंग लेकर आई है। सीएम बनर्जी ने कहा कि, 'हमारे लड़के अब भगवा रंग की जर्सी में अभ्यास करते हैं। खिलाड़ियों में अपनी नीली पोशाक पहनने के लिए होड़ मची रही। मेट्रो स्टेशनों को भगवा रंग से रंग दिया गया है। यह अस्वीकार्य है।' बता दें कि टीम इंडिया की मैच नीली जर्सी में ही खेलती है और नारंगी जर्सी में अभ्यास करती है। लेकिन, शायद ममता बनर्जी इसमें कन्फ्यूज़ हो गईं। 

ममता बनर्जी ने कहा कि, ''मैं काम करती हूं, वे विज्ञापन करते हैं। मेरे पिता और मां के निधन के बाद कुछ लोगों ने मुझसे संपर्क किया। वे कुछ संस्थानों का नाम मेरे दिवंगत माता-पिता के नाम पर रखना चाहते थे। मैंने मना कर दिया। मैंने उनसे कहा कि उन्होंने ऐसा कभी नहीं चाहा होगा।' बंगाल की सीएम ने कहा कि, 'मैं इस तरह से कुछ भी कभी नहीं देखा है। क्या आपने कोलकाता में बन रहे मेट्रो स्टेशनों को देखा है।'' ममता बनर्जी ने कहा कि, 'सभी भगवा रंग में रंगे हुए हैं। मैंने मायावती को अपनी मूर्तियाँ स्थापित करते देखा है। अब नमस्ते के नाम पर हर जगह यही होने लगा है. ऐसा नहीं चल सकता।'

वहीं, भाजपा ने ममता बनर्जी द्वारा जारी बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और उन्हें 'प्रतिशोधी दृष्टिकोण का प्रतिबिंब' करार दिया। पश्चिम बंगाल भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि, ''कुछ दिनों के बाद, वह सवाल कर सकती हैं कि हमारे राष्ट्रीय ध्वज में भगवा रंग क्यों है। हम ऐसे बयानों पर प्रतिक्रिया देना भी उचित नहीं समझते हैं।'' बता दें कि, भारतीय क्रिकेट टीम 19 नवंबर को अहमदाबाद में विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने के लिए तैयार है, जिसने टूर्नामेंट में अब तक 10 में से 10 जीत का शानदार रिकॉर्ड कायम रखा है।

मुस्लिम फकीर ने कांग्रेस प्रत्याशी को चप्पलों से पीटा! चुनाव में जीत का आशीर्वाद लेने पहुंचे थे,

मध्य प्रदेश में 17 नवंबर यानी आज विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू हुआ। 15 नवंबर को प्रदेश में चुनाव प्रचार का शोर थम गया। पिछले एक महीने से राज्य में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच राजनीतिक घमासान जारी रहा। इस के चलते सूबे में कई सारी रैलियां और जनसभाएं हुईं। वही चुनाव में फतह हासिल करने के लिए प्रत्याशी हर तरीके के उपाय अपना रहे हैं। राजनीतिक दल एक ओर लोक लुभावन ऐलानों से मतदाताओं को लुभाने के प्रयास में लगे हैं तो वहीं उम्मीदवार भी अपने व्यक्तिगत स्तर पर जीत की जुगत में लगे हैं। वही इस बीच रतलाम सीट से कांग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा का एक अनोखा वीडियो देखने को मिला। इसमें सकलेचा चप्पलों से पिटते दिखाई दिए।

दरअसल, व्यापमं घोटाले के व्हिसलब्लोअर तथा पूर्व विधायक पारस सकलेचा रतलाम सिटी विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। चुनावी माहौल के बीच सकलेचा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक वृद्ध कांग्रेस उम्मीदवार को चप्पल से पीट रहा है। यही नहीं, सकलेचा भी प्रेम से पिटते दिखाई दे रहे हैं। हर कोई इस वीडियो को देख अवाक रह गया। लेकिन हकीकत कुछ और ही निकली।

दरअसल ये दुआ मिल रहा है! यह चुनाव जीतने के लिए किया जा रहा है! MP के रतलाम से कांग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा फकीर से पिटकर दुआ ले रहे है!

फ़कीर कमाल रजा ने नए चप्पलों से मारकर दुआ दिया है!

बताया गया कि रतलाम में बाबा कमाल रजा नाम के एक फकीर बहुत प्रसिद्ध हैं। वह महू नीमच रोड पर ही घूमते रहते हैं। फकीर कमाल रजा अपने पास मुराद लेकर आने वाले लोगों को चप्पलों से पीटकर आशीर्वाद देते हैं। अपनी फरियाद लेकर फकीर के पास आने वाले तमाम लोग नई चप्पलें भी पिटने यानी आशीर्वाद के लिए लेकर आते हैं। कहा जाता है कि कमाल रजा के आशीर्वाद देने का यह तरीका फरियादियों को बहुत फलता है। इससे लोगों के जीवन में कामयाबी आती है तथा कष्ट दूर होते हैं। यही कारण है कि सड़क पर घूमने वाले फकीर को लोग ढूंढते रहते हैं तथा उनके मिलते ही चप्पलों से पिटने की ख्वाहिश जताते हैं।

आदित्य ठाकरे पर दर्ज, निर्माण कार्य पूरा हुए बिना ही कर दिया पुल का उद्घाटन

#mumbai_police_registers_case_against_uddhav_thackeray

आदित्य ठाकरे पर मुंबई के एक पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज किया गया है।उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे पर निर्माण से पहले ही एक प्रोजेक्ट का उद्घाटन करने के आरोप में केस दर्ज हुआ है। उद्धव ठाकरे गुट के नेता आदित्य ठाकरे, सुनील शिंदे और सचिन अहीर के खिलाफ मुंबई के एमएम जोशी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।

मुंबई के एनएम जोशी पुलिस स्टेशन में आदित्य के साथ-साथ उद्धव शिवसेना के नेता सुनील शिंदे और सचिन अहीर पर भी मामला दायर किया गया है। इन पर आईपीसी की धारा 143, 149, 326 और 447 के तहत केस दर्ज हुआ है। आरोप है कि इन लोगों ने बिना अनुमति के ही लोअर परेल में स्थित डेलिस्ले ब्रिज का उद्घाटन कर दिया। बीएमसी अफसरों ने इसकी शिकायत मुंबई पुलिस से की। इसमें कहा गया कि ब्रिज का निर्माण कार्य अभी अधूरा है, इसके बावजूद आदित्य ठाकरे और उनके साथियों ने 16 नवंबर को पुल का उद्घाटन कर दिया।

दरअसल ये ब्रिज लगभग तैयार है लेकिन उद्घाटन का एनओसी नहीं मिला है और उद्घाटन होना बाकी है। उद्धव गुट के नेताओं का कहना है की लोगों को दिक्कते हो रही इसलिए ब्रिज को लोगो के लिए खोल दिया गया। अब जबरन ब्रिज खोलने के मामले में आदित्य सहित अन्य नेताओं पर एफआईआर हुआ है।

मुंबई नगर निगम ने इस पुल का काम पूरा करने और डिलाइल रोड पर काम पूरा होने के बाद, आमतौर पर सात दिनों के बाद लेन शुरू करने की योजना बनाई थी। वहीं इस मामले में मुंबई नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस तरह से उद्घाटन करना गैरकानूनी है। नगर निगम के प्रस्तावित उद्घाटन से पहले ही आदित्य ठाकरे ने इस पुल का उद्घाटन कर इस पर यातायात शुरू कर दिया।