बद्रीनाथ धाम के कपाट कल होंगे बंद, आज लक्ष्मी मंदिर में होगा कढ़ाई भोग के बाद होगा पंच पूजा का अनुष्ठान, खड्ग पुस्तक गर्भ गृह में रखी गई

 

बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत चल रही पंच पूजाओं के तीसरे दिन बृहस्पतिवार को खडक पुस्तक की पूजा की गई। इसके बाद धाम में छह माह के लिए वेद ऋचाओं का वाचन बंद कर दिया गया और खडग पुस्तक गर्भगृह में रखी गईं।

शुक्रवार को लक्ष्मी मंदिर में कढ़ाई भोग के बाद बदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर को अपराह्न 3 बजकर 33 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे। कपाट बंद होने की प्रक्रिया 14 नवंबर से पंच पूजाओं के साथ शुरू हुई। पहले दिन गणेश मंदिर और दूसरे दिन आदिकेदारेश्वर मंदिर व शंकराचार्य मंदिर के कपाट बंद हुए। वहीं तीसरे दिन बृहस्पतिवार को विधि-विधान के साथ खडग पुस्तक पूजन किया गया और वेद ऋचाओं का पाठ बंद हो गया।

शुक्रवार को लक्ष्मी जी की पूजा होगी और कढ़ाई भोग लगाया जाएगा। 18 नवंबर को रावल स्त्री वेष धारण कर लक्ष्मी माता की प्रतिमा को भगवान बदरीनाथ के सानिध्य में रखेंगे। इसके बाद अपराह्न 3 बजकर 33 मिनट पर विधि-विधान के साथ मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।

बुधवार को आदिकेदारेश्वर मंदिर में रावल (मुख्य पुजारी) ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने आदि केदारेश्वर शिवलिंग को पके चावलों से ढककर समाधि पूजा की। धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल तथा वेदपाठी रविंद्र भट्ट ने समाधि पूजा में सहयोग किया। उसके बाद आदिकेदारेश्वर शिवलिंग को समाधि रूप देकर भस्म एवं फूलों से ढका गया।

18 लाख के पार हुई बदरीनाथ में यात्रियों की संख्या

अधिक से अधिक यात्री बदरीनाथ धाम के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। इस साल अभी तक धाम में पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या 18 लाख के पार हो चुकी है, जो अभी तक का रिकाॅर्ड है। बदरीनाथ धाम में इस साल मंगलवार तक 18 लाख 10 हजार तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं। धाम की यात्रा अंतिम चरण में है जिससे यात्री बड़ी संख्या में धाम पहुंच रहे हैं। मंगलवार को 10 हजार से अधिक और बुधवार को भी करीब 10 हजार यात्री धाम पहुंचे हैं। वहीं पिछले साल पूरे सीजन 17 लाख 60 हजार 646 यात्रियों ने दर्शन किए थे।

बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत बुधवार को समाधि पूजा के बाद आदिकेदारेश्वर मंदिर के कपाट विधि-विधान से बंद कर दिए गए हैं। बृहस्पतिवार को खड़क पुस्तक बंद करने के साथ ही धाम में छह माह से चल रहे वेद ऋचाओं का वाचन भी बंद हो जाएगा। तीन दिनों तक धाम में गुप्त मंत्रों से पूजाएं होंगी और 18 नवंबर को धाम के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।

बुधवार को आदिकेदारेश्वर मंदिर में रावल (मुख्य पुजारी) ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने आदि केदारेश्वर शिवलिंग को पके चावलों से ढककर समाधि पूजा की। धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल तथा वेदपाठी रविंद्र भट्ट ने समाधि पूजा में सहयोग किया। उसके बाद आदिकेदारेश्वर शिवलिंग को समाधि रूप देकर भस्म एवं फूलों से ढका गया।

पीएम मोदी ने डीपफेक को बताया बड़ा खतरा, अपने एक 'वीडियो' का जिक्र कर की खास अपील

#pm_modi_concern_on_deepfake

सोशल मीडिया पर डीपफेक को लेकर काफी चर्चा है। रश्मिका मंदाना बीते दिनों अपने डीप फेक वीडियो की वजह से खूब सुर्खियों में पर रहीं। इसके बाद भी कटरीना कैफ और काजोल भी इस तकनीक के गलत इस्तेमाल की शिकार हुईं हैं। जिसके बाद से सरकार भी डीपफेक को लेकर सतर्क है। सरकार की की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से डीपफेक से जुड़े फोटो और वीडियो को हटाने का निर्देश दिया है। सरकार के निर्देश के मुताबिक सभी प्लेटपऑर्म से 36 घंटों में डीपफेक से जुड़े फोटो और वीडियो को हटाने का निर्देश दिया गया है।इस बीच प्रधानमंत्री मोदी का डीपफेक को लेकर बयान सामने आया है।पीएम मोदी ने कहा है कि डीपफेक भारत के सामने मौजूद सबसे बड़े खतरों में से एक है और इससे समाज में अराजकता पैदा हो सकती है। उन्होंने मीडिया से लोगों को डीपफेक के जरिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दुरुपयोग के बारे में शिक्षित करने का भी आग्रह किया है।

दिल्ली स्थित बीजेपी हेडक्वॉर्टर में आयोजित दिवाली मिलन कार्यक्रम में पीएम मोदी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि जब डीपफेक जैसे मामलों में जब कृत्रिम बुद्धिमत्ता के दुरुपयोग की बात आती है तो जनता और मीडिया दोनों को बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। डीपफेक मौजूदा विधानसभा चुनावों में चुनावी लोकतंत्र की अखंडता के लिए बड़ी चुनौतियां पैदा कर रहे हैं। इस तरह के मामलों में नकली और असली वीडियो क्लिप के बीच अंतर करना मुश्किल हो गया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में उस गरबा वीडियो का भी जिक्र किया जिसमें महिलाओं के बीच पीएम मोदी को गरबा डांस करते हुए दिखाया गया था।पीएम ने कहा, 'मैंने अपना एक एक वीडियो देखा जिसमें मैं गरबा कर रहा हूं।यह बहुत वास्तविक लग रहा था जबकि मैंने बचपन से गरबा नहीं खेला है।बता दें कि बीते महीने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी का गरबा डांस बताकर एक वीडियो काफी वायरल हुआ था।इसमें प्रधानमंत्री जैसा दिख रहा एक व्यक्ति कुछ महिलाओं के साथ गरबा करता नजर आ रहा था।ऐसा कहा जा रहा था कि यह नवरात्र में गरबा खेलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वीडियो है।

बता दें कि हाल के दिनों में डीपफेक वीडियो के मामले बढ़े हैं। कुछ दिन पहले रश्मिका मंदाना का डीपफेक वीडियो वायरल हुआ था। इसी तरह सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर और शुभमन गिल की तस्वीर को morphe करके वायरल किया गया था। काजोल और कैटरीना कैफ को भी डीपफेक का शिकार होना पड़ा है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आने के बाद डीपफेक के मामले तेजी से बढ़े हैं।

नैनीताल: दर्दनाक हादसा, गहरी खाई में गिरा वाहन, सात लोगों की मौत की खबर,….रेस्क्यू जारी


उत्तराखंड में सड़क हादसे कम होने का नाम नहीं ले रहे ताजा मामला नैनीताल जनपद के ओखल कांडा ब्लॉक का है। जहां शुक्रवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया है। घटना में कई लोगों की मौत की खबर है। सूचना मिलने के बाद मौके पर प्रशासनिक अमला पहुंच गया है।

ओखलकांडा ब्लॉक में शुक्रवार की सुबह सुबह एक मैक्स अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी जिसमें 10 से अधिक लोग सवार थे । क्षेत्र पंचायत सदस्य पश्या अधौडा़ बंशीधर कुड़ाई ने बताया कि सुबह मैक्स कार अधौडा़ से हल्द्वानी को आ रही थी। मैक्स जिसमें सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। जिनको हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है।

बस सुबह अधौडा़ से हल्द्वानी को आ रही थी और अनियंत्रित होकर 800 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में घायलों को एबुलेंस की मदद से हल्द्वानी हायर सेंटर रेफर किया गया। घायलों को स्थानीय लोग रेस्क्यू कर सड़क तक पहुंचा रहे हैं । वहीं पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा है और रेस्क्यू अभियान में जुटा हुआ है खबर की प्रतीक्षा है।

नैनीताल: दर्दनाक हादसा, गहरी खाई में गिरा वाहन, सात लोगों की मौत की खबर,रेस्क्यू जारी

उत्तराखंड में सड़क हादसे कम होने का नाम नहीं ले रहे ताजा मामला नैनीताल जनपद के ओखल कांडा ब्लॉक का है। जहां शुक्रवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया है। घटना में कई लोगों की मौत की खबर है। सूचना मिलने के बाद मौके पर प्रशासनिक अमला पहुंच गया है।

ओखलकांडा ब्लॉक में शुक्रवार की सुबह सुबह एक मैक्स अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी जिसमें 10 से अधिक लोग सवार थे । क्षेत्र पंचायत सदस्य पश्या अधौडा़ बंशीधर कुड़ाई ने बताया कि सुबह मैक्स कार अधौडा़ से हल्द्वानी को आ रही थी। मैक्स जिसमें सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। जिनको हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है।

बस सुबह अधौडा़ से हल्द्वानी को आ रही थी और अनियंत्रित होकर 800 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में घायलों को एबुलेंस की मदद से हल्द्वानी हायर सेंटर रेफर किया गया। घायलों को स्थानीय लोग रेस्क्यू कर सड़क तक पहुंचा रहे हैं । वहीं पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा है और रेस्क्यू अभियान में जुटा हुआ है खबर की प्रतीक्षा है।

बंगाल में मुस्लिम विधायक ने बढ़ाई TMC की टेंशन, नौशाद सिद्दीकी ने सीएम ममता के भतीजे अभिषेक को दिया चैलेंज

 बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद अभिषेक बनर्जी को आगामी लोकसभा चुनाव में एक चुनावी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। मुस्लिम बहुल इलाके से 2021 के विधानसभा चुनाव में विजयी हुए इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के सदस्य नौशाद सिद्दीकी ने डायमंड हार्बर संसदीय सीट के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की है। जिससे एक ऐसे मुकाबले के लिए मंच तैयार हो गया है, जो अभिषेक बनर्जी के गढ़ के लिए खतरा पैदा कर सकता है।

बता दें कि, दक्षिण 24 परगना जिले की भांगर सीट से 2021 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले नौशाद सिद्दीकी ने डायमंड हार्बर से लोकसभा सीट लड़ने के लिए चुना है। यह कदम उस क्षेत्र में अभिषेक बनर्जी के प्रभुत्व को चुनौती देता है, जो मुस्लिम-बहुल जनसांख्यिकी के लिए जाना जाता है।

तृणमूल कांग्रेस का ऐतिहासिक गढ़

डायमंड हार्बर तृणमूल कांग्रेस का गढ़ रहा है, अभिषेक बनर्जी 2014 से संसदीय सीट सफलतापूर्वक जीत रहे हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र में मुस्लिम आबादी काफी अधिक है, जो पारंपरिक रूप से तृणमूल कांग्रेस की समर्थक है। हालाँकि, राजनीतिक परिदृश्य पर नौशाद सिद्दीकी के उद्भव ने, खासकर 2021 के विधानसभा चुनावों में उनकी जीत के बाद, राजनीतिक परिदृश्य को बदल दिया है।

जबकि डायमंड हार्बर में 52 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता शामिल हैं, एक समूह जो पारंपरिक रूप से 2014 से अभिषेक बनर्जी का पक्ष लेता रहा है, इस जनसांख्यिकीय के बीच नौशाद सिद्दीकी का प्रभाव एक कठिन चुनौती है। पश्चिम बंगाल में मुस्लिम वोट बैंक पर टीएमसी के ऐतिहासिक एकाधिकार के बावजूद, 2021 के विधानसभा चुनावों सहित हाल के चुनावों में मतदाता गतिशीलता में बदलाव देखा गया, जो बदलते राजनीतिक परिदृश्य का संकेत देता है।

ISF का प्रभाव और चुनावी इतिहास

इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) ने 2021 के विधानसभा चुनावों के दौरान वाम मोर्चा और कांग्रेस के साथ गठबंधन करके राजनीतिक क्षेत्र में अपनी शुरुआत की थी। भांगर में नौशाद सिद्दीकी की जीत 35 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्र में TMC के लिए एक महत्वपूर्ण झटके का संकेत है। जुलाई में पंचायत चुनावों सहित बाद के चुनावों में TMC के प्रभुत्व को चुनौती देते हुए ISF की उपस्थिति प्रभावशाली रही है।

अभिषेक बनर्जी, जिन्होंने 2014 में 70 हजार से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की और 2019 में 3.2 लाख वोटों की बढ़त के साथ सफलता दोहराई, अब एक नए चुनावी परिदृश्य का सामना कर रहे हैं। डायमंड हार्बर से नौशाद सिद्दीकी की उम्मीदवारी राजनीतिक कथा में जटिलता जोड़ती है, जो संभावित रूप से क्षेत्र में अभिषेक बनर्जी के निरंतर प्रभुत्व के लिए चुनौतियां पेश करती है।

नौशाद सिद्दीकी की पृष्ठभूमि

राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण परिवार से आने वाले, नौशाद सिद्दीकी के बड़े भाई ने हुगली जिले में फुरफुरा शरीफ मस्जिद की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जो मुसलमानों के लिए एक प्रमुख पूजा स्थल है। नौशाद सिद्दीकी के साथ ISF ने आगामी लोकसभा चुनावों में एक दिलचस्प मुकाबले के लिए मंच तैयार करते हुए, स्थापित राजनीतिक ताकतों को चुनौती देने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है।

छत्तीसगढ़ में वोटिंग के बीच IED धमाके, CRPF टीम पर नक्सलियों ने किया हमला

छत्तीसगढ़ में 70 सीटों के लिए चल रहे दूसरे और अंतिम चरण के मतदान की पृष्ठभूमि में, धमतरी में CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की टीम पर नक्सलियों के हमले से लोकतांत्रिक कवायद प्रभावित हुई है। हमलावरों ने CRPF और DRG (जिला रिजर्व गार्ड) दोनों टीमों को निशाना बनाया है, जो इलाके में सक्रिय रूप से गश्त कर रहे थे। नक्सलियों ने अपने हमले में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का इस्तेमाल किया।

इस हमले में मोटरसाइकिल पर सवार दो CRPF जवान IED के लगातार विस्फोटों के बीच बाल-बाल बचे। सुरक्षा बलों ने घटना पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए घटनास्थल पर दो IED की मौजूदगी की पुष्टि की है। विस्फोटक उपकरणों के सोचे-समझे उपयोग से पता चलता है कि मतदान दल की सुरक्षा के लिए नियुक्त सुरक्षाकर्मियों को नुकसान पहुँचाने के लिए 'नक्सली' जानबूझकर प्रयास कर रहे हैं। 

वोटिंग का नक्सली विरोध

बता दें कि, हमले से पहले, नक्सलियों ने मतदान के बहिष्कार की वकालत करने वाले बैनर और पोस्टर प्रदर्शित करके लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति अपना विरोध स्पष्ट रूप से व्यक्त किया था। प्रतिरोध का यह कृत्य अलग नहीं है, क्योंकि बस्तर में विभिन्न स्थानों पर चुनाव बहिष्कार का आह्वान करने वाले नक्सली बैनर और पर्चे के पिछले उदाहरण सामने आए हैं। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बढ़ते सुरक्षा खतरों को देखते हुए चुनाव आयोग ने कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए थे। हालाँकि, हालिया हमला नक्सली गतिविधियों के इतिहास वाले क्षेत्रों में चुनाव के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने में लगातार चुनौतियों की याद दिलाता है।

चुनौतियों के बीच छत्तीसगढ़ में मतदान

छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीटों में से दूसरे चरण के मतदान में 70 सीटों पर कब्जा होने के साथ, सुरक्षा परिदृश्य से उत्पन्न जटिलताओं के बावजूद लोकतांत्रिक प्रक्रिया जारी है। चूंकि मतदाता अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करते हैं, यह घटना राज्य में चुनाव कराने और सुरक्षा चिंताओं के प्रबंधन के बीच नाजुक संतुलन को रेखांकित करती है।

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का बड़ा बयान, बोले-ना कोई युद्ध भड़काया, ना एक इंच भी विदेशी जमीन पर कब्जा किया

#xi_jinping_says_china_has_not_occupied_a_single_inch_of_foreign_land

चीन जिसकी नजर हर वक्त अपने पड़ोसियों की जमीन पर होती है, उसने बड़ा दावा किया है। शी जिनपिंग जो इस वक्त अमेका के दौरे पर है, ने बड़ा सफेद झूठ बोला है। जिनपिंग ने दावा किया है कि चीन ने किसी भी देश की एक इंच जमीन पर कभी भी कब्जा नहीं किया और न ही कभी कोई युद्ध शुरू किया।बता दें, शी जिनपिंग फिलहाल एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन में शामिल होने अमेरिका की यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से भी मुलाकात की। गुरुवार को रात्रि भोज के दौरान शी जिनपिंग ने यह बयान दिया।

शी जिनपिंग ने दावा किया किया कि पीपुल्स रिपब्लिक की स्थापना के बाद से 70 वर्षों या उससे अधिक समय में चीन ने कोई संघर्ष या युद्ध नहीं भड़काया है और न ही किसी भी विदेशी जमीन पर कब्जा किया है। 

वहीं, बैठक के दौरान बाइडेन ने शिनजियांग, तिब्बत और हांगकांग सहित चीन के मानवाधिकारों के उल्लंघन पर चिंता जताई। व्हाइट हाउस की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति बाइडेन ने मानवाधिकारों की सार्वभौमिकता और सभी देशों की अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने की जिम्मेदारी को रेखांकित किया। उन्होंने शिनजियांग, तिब्बत और हांगकांग सहित पीआरसी मानवाधिकारों के हनन के बारे में चिंता जताई।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग ने करीब एक साल बाद बुधवार को मुलाकात की। एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं की यह मुलाकात सैन फ्रांसिस्को के फिलोली एस्टेट में हुई। दोनों नेताओं की यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जबकि, अमेरिका और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंध सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। विश्व में आर्थिक मंदी छाई हुई है, पश्चिम एशिया और यूरोप में युद्ध छिड़े हैं और ताइवान को लेकर तनाव की स्थिति बनी हुई है।

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में तीन आतंकी ढेर, सेना को जॉइंट ऑपरेशन में मिली बड़ी कामयाबी

दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ दूसरे दिन भी जारी है। इस दौरान सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराया गया है। मारे गए आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। 

कुलगाम के सामनू इलाके में गुरुवार (16 नवंबर) को मुठभेड़ की शुरुआत हुई थी। कश्मीर जोन पुलिस के अनुसार, कुलगाम जिले के डीएच पोरा इलाके के सामनू पॉकेट में गुरुवार दोपहर सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। 

अधिकारियों ने बताया कि इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी का संकेत मिलने पर सुरक्षा बलों ने नेहामा गांव में तलाशी अभियान शुरू किया।वहीं, सेना को आता हुआ देखकर आतंकियों के बीच खलबली मच गई। उन्होंने तुरंत सुरक्षा बलों की ओर गोलियां चलाना शुरू कर दिया। सेना ने भी तुरंत मोर्चा संभाला और मुठभेड़ की शुरुआत हो गई।

आतंकवादियों को भागने से रोकने के लिए इलाके में घेराबंदी तेज कर दी गई है। माना जा रहा है कि लश्कर-ए-तैयबा के दो स्थानीय और एक विदेशी आतंकी को घेर लिया गया है।हालांकि, अभी तक अधिकारियों की तरफ से इसकी पुष्टि या खंडन नहीं किया गया है  

कुलगाम के इस इलाके में गुरुवार रात तो शांति रही, मगर शुक्रवार सुबह से ही गोलियां चलने की आवाज आ रही है। सेना ने इस पूरे इलाके को घेर लिया और लोगों को यहां से दूर रहने को कहा गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकियों की तलाश में सेना के जवानों ने जंगल वाले क्षेत्रों में तलाशी अभियान शुरू की। सर्च टीम ने आतंकियों को पकड़ने के लिए चारो तरफ से इलाके को घेर लिया।जॉइंट ऑपरेशन में सेना के 34 राष्ट्रीय राइफल, 9 पैरा स्पेशल फोर्सेज, पुलिस और सीआरपीएफ की टीम शामिल है।

अब समय अा गया है की ...पढ़िए, इजरायल हमास के बीच जारी जंग के बीच पीएम मोदी ने दिया बड़ा बयान

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट (VOGSS) के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत इजरायली बलों और हमास आतंकवादियों के बीच चल रहे संघर्ष में नागरिकों की मौत की कड़ी निंदा करता है। पीएम मोदी ने कहा कि पश्चिमी एशिया की स्थिति से नई चुनौतियां उभर रही हैं।

उन्होंने कहा कि, 'हम सभी देख रहे हैं कि पश्चिम एशिया क्षेत्र की घटनाओं से नई चुनौतियाँ उभर रही हैं। भारत ने 7 अक्टूबर को इज़राइल में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की है। हमने संयम भी बरता है। हमने बातचीत और कूटनीति पर जोर दिया है।' पीएम मोदी ने शिखर सम्मेलन में कहा है कि, हम इजराइल और हमास के बीच संघर्ष में नागरिकों की मौत की भी कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात करने के बाद यह भी कहा कि भारत ने फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेजी है। बता दें कि, इजराइल लगातार आम नागरिकों से कुछ समय के लिए गाज़ा छोड़ने के लिए कह रहा है, ताकि वो हमास के आतंकियों को मारकर अपने नागरिकों को उनके चंगुल से छुड़ा सके, लेकिन आतंकी उन आम नागरिकों को मानव ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं और इजराइली हमले में नागरिक भी निशाना बन रहे हैं। 

प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि, "अब समय आ गया है, जब ग्लोबल साउथ के देशों को व्यापक वैश्विक भलाई के लिए एकजुट होना चाहिए।" इस अवसर पर,पीएम मोदी ने पांच C के ढांचे के तहत सहयोग का आह्वान किया - "परामर्श, संचार, सहयोग, रचनात्मकता, क्षमता निर्माण"।

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत का मानना है कि नई तकनीक से ग्लोबल नॉर्थ और ग्लोबल साउथ के बीच अंतर नहीं बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि, "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के समय में, यह महत्वपूर्ण है कि प्रौद्योगिकी का उपयोग जिम्मेदारी से किया जाए। इसे और बढ़ावा देने के लिए, अगले महीने, भारत आर्टिफिशियलआई ग्लोबल पार्टनरशिप शिखर सम्मेलन का आयोजन करेगा।" विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पहले कहा था कि शिखर सम्मेलन वर्चुअल मोड में आयोजित किया जाएगा और उद्घाटन सत्र का नेतृत्व मोदी करेंगे। बागची ने कहा कि इनमें से प्रत्येक सत्र के शुरुआती खंड को लाइव-स्ट्रीम किया जाएगा।

बता दें कि, विदेश मंत्रालय ने पहले कहा था कि अपने G20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने यह गारंटी देने का प्रयास किया है कि ग्लोबल साउथ के सामने आने वाले मुद्दों पर उतना ध्यान दिया जाए, जिसके वे हकदार हैं और दुनिया की सबसे जरूरी समस्याओं का जवाब विकसित करते समय उनके उद्देश्यों को ध्यान में रखा जाए। दूसरा VOGSS भारत की अध्यक्षता के दौरान विभिन्न G20 बैठकों में हासिल किए गए प्रमुख परिणामों को ग्लोबल साउथ के देशों के साथ साझा करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। वैश्विक विकास से उत्पन्न चुनौतियों पर भी चर्चा होने की संभावना है।

इसके अलावा, शिखर सम्मेलन अधिक समावेशी, प्रतिनिधि और प्रगतिशील विश्व व्यवस्था की आम आकांक्षा की दिशा में उत्पन्न गति को बनाए रखने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। दूसरे VOGSS को 10 सत्रों में संरचित किया जाएगा। उद्घाटन और समापन सत्र राज्य प्रमुख/सरकारी स्तर पर होंगे और इसकी मेजबानी प्रधानमंत्री मोदी करेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि उद्घाटन नेताओं के सत्र का विषय "एक साथ, सभी के विकास के लिए, सभी के विश्वास के साथ" है और समापन नेताओं के सत्र का विषय "ग्लोबल साउथ: टुगेदर फॉर वन फ्यूचर" है।

वोटरों को लुभाने के लिए शराब और नोट बांटे जा रहे, मेरे पास Video..', वोटिंग के बीच शिवराज पर कमलनाथ का आरोप, सबूत होने का दावा

मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमल नाथ ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें विश्वास है कि सबसे पुरानी पार्टी राज्य को भाजपा से छीन लेगी। मध्य प्रदेश में चल रहे चुनावों में अपना वोट डालने से पहले पत्रकारों से बात करते हुए, कमलनाथ ने कहा कि, "मुझे सही विकल्प चुनने के लिए लोगों पर भरोसा है। मुझे जनता पर भरोसा है कि वह सच्चाई का साथ देगी।"

मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर कटाक्ष करते हुए कमलनाथ ने कहा कि, "मैं शिवराज सिंह चौहान नहीं हूं और इसलिए यह दावा नहीं करूंगा कि हम इतनी सीटें जीत रहे हैं। मैं इसका फैसला लोगों पर छोड़ दूंगा।" कांग्रेस के राज्य प्रमुख ने दावा किया कि, "भाजपा के पास कुछ और घंटों के लिए पुलिस, पैसा और प्रशासन है। कल, मुझे कई फोन कॉल आए और एक वीडियो क्लिप भी मिली, जिसमें मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब और पैसे बांटे जा रहे हैं।" मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान शुक्रवार सुबह 7 बजे शुरू हो गया। बालाघाट जिले की बैहर, लांजी और परसवाड़ा विधानसभा सीटों और मंडला और डिंडोरी जिलों के कुछ बूथों को छोड़कर, जहां दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा, मतदाता शाम 6 बजे तक मतदान कर सकते हैं। भाजपा उस राज्य में सत्ता बरकरार रखना चाहती है जहां उसने पिछले 20 वर्षों में से लगभग 18 वर्षों तक शासन किया है और कांग्रेस शिवराज सिंह चौहान सरकार को हटाने की इच्छुक है।

लगभग 42,000 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. मतदान के दौरान सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों की लगभग 700 कंपनियां और राज्य के दो लाख पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। यह चुनाव 2,500 से अधिक उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करेगा। लगभग 5.59 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं। इसमें 2.87 करोड़ पुरुष और 2.71 करोड़ महिला मतदाता शामिल हैं। 

अधिकारियों ने कहा कि 5,000 से अधिक बूथ महिलाओं द्वारा संचालित हैं और 183 मतदान केंद्र विकलांगों द्वारा संचालित हैं। लोकसभा चुनाव से लगभग छह महीने पहले आने वाले ये चुनाव विभिन्न कारणों से भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं। राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम समेत पांच राज्यों के लिए वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए मतदान रात 8 बजे शुरू हुआ और दोपहर 3 बजे तक चलेगा, जबकि बिंद्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के नौ मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा।

छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान के लिए 18,800 से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 70 सीटों पर कुल 958 उम्मीदवार मैदान में हैं।  मध्य प्रदेश में जहां एक ही चरण में मतदान हो रहा है, वहीं छत्तीसगढ़ में 20 सीटों के लिए पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को हुआ था।