हर्षोल्लास से गोवर्धन पूजा व भैया दूज का पर्व हुआ सम्पन्न

गोला बाजार, गोरखपुर। भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के निमित्त गोवर्धन पूजा या अन्नकूट महोत्सव का पर्व बुधवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

कार्तिक शुक्ल पक्ष के द्वितीया को गोवर्धन पूजा भैया दूज पर्व पर बहनों ने गोवर्धन की पूजा कर अपने भाइयों के दीघार्यु होने की कामना किया।बताते चले कि क्षेत्र के नगर सहित ग्रामीण इलाकों में गांव की युवतियों ने गाय के गोबर से भगवान गोवर्धन का चित्र बनाकर मंगल गीत गाते हुए पहले अपने भाइयों को श्राप दिया तत्पश्चात उनके जीवन की मंगल कामना किया।

मान्यता है कि द्वापर युग में ब्रज में अन्नकूट के दिन भगवान इन्द्र की पूजा होती थी परन्तु कृष्ण ने लोगों से गोवर्धन की पूजा करने की सलाह दी लोगों ने उनकी बात मानकर भगवान गोवर्धन की पूजा शुरू कर दिया।जिससे क्रुद्ध होकर इन्द्र ने मुसलाधार बारिश शुरू कर दिया।यह लीला देख भगवान कृष्ण गोवर्धन पर्वत को अपनी अंगुली पर उठाकर सभी ब्रजवासियों एवं जीव जंतुओं की रक्षा की। तभी से भगवान गोवर्धन की पूजा का शुरूआत हुआ।

गोवर्धन पूजा अन्नकूट पर गौ माता के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर जल रोली फूलमाली तेल घास-फूस के ऊपर दीपक जलाकर पूजा पाठ किया और मूसल से कूदकर भगवान गोवर्धन की स्मरण किया गया और गोवर्धन पूजा के बाद घर में बने विभिन्न प्रकार के व्यंजनों को भगवान का भोग लगाया गया।भैया दुज पर्व पर बहनों ने अपने भाइयों की मंगलमय जीवन की सुख शांति की कामना के लिए व्रत रख कर पूजा पाठ किया।

उपनगर गोला बेवरी मन्नीपुर रामामऊ बनकटा भड़सड़ा बाँहपुर भर्रोह तुर्कवलिया मेहड़ा गोपालपुर बिसरा रानीपुर ककरही डाड़ी जानीपुर आदि क्षेत्रों में हर्षोल्लास के साथ शांतिपूर्ण तरीके से गोवर्धन पुजा व भैया दुज पर्व को मनाया गया।

*विद्युत बिल भुगतान के बाद भी विद्युत कर्मियों द्वारा काट दी गयी लाइन, उपभोक्ता अंधेरे में रहने को मजबूर*

गोला बाजार, गोरखपुर। गोला तहसील मुख्यालय पर स्थित विद्युत उप केंद्र गोला के जबाबदार अधिकारी शासन के आदेशों को मानने को तैयार नही है। बकाए दार विद्युत उपभोक्ताओं के लाइन को काट दिया जा रहा है जबकि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी बकायेदार की लाइन न काटा जाय। इतना ही नही जो बिद्युत उपभोक्ता अपना नियमित बिद्युत बिल का भुगतान कर रहे है उनका भी विद्युत कर्मियों द्वारा लाइन काट दी जा रही है जिससे उपभोक्तओं में काफी इस व्यवस्था से आक्रोश वयाप्त है।

प्राप्त विवरण के अनुसार नगर पंचायत गोला वार्ड नम्बर दो रानीपुर निवासी नेहा देवी पत्नी मधुबन गुप्ता के नाम से विद्युत कनेक्शन लिया गया है ।जिसका बिद्युत बिल नियमित जमा होता रहता है। पिछला विद्युत बिल 6 नवम्बर को 1090 रुपये भुगतान किया गया है ।जिसकी रसीद उपभोक्ता के पास मौजूद है। विद्युत उप केंद्र गोला के कर्मियों ने उनका लाइन काट दिया ।जिससे पूरा परिवार विद्युत बिल भुगतान करने के बाद भी अंधेरे में रहने को मजबूर हो चला है। शासन का एक स्पष्ट आदेश जारी हुआ मि किसी भी उपभोक्ता का बिद्युत कनेक्शन विद्युत बिल बकाया होने पर भी काटा नही जायेगा। लेकिन बिभाग ने विद्युत बिल जमा करने वाले उपभोक्ता का भी लाइन काट कर एक नाजिर पैदा कर दिया। जो शासन के आदेश को सीधे ठेंगा दिखाते नजर आ रहा है।

जब इस प्रकरण पर जे ई विजय शंकर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बिजली बिल जमा नही होगा ।इसलिए लाइन काट दी गयी है ।जब उनको जमा की रसीद उनके वॉट्सएप पर भेज कर बताया गया कि बिल का भुगतान बीते 6 नवम्बर को हो गया है। तो उन्होंने कहा कि और लोंगो का बकाया होगा ।इस जवाब पर जब पूछा गया कि जिनका बकाया हो उनका अगर काटने का आदेश है तो काट दीजिये लेकिन जिनका बिल भुगतान हो चुका है उनका क्यो काट दिया गया ।तो उनके पास कोई जबाब नही रहा कहे कि दिखवाता हूँ।

इस प्रकरण को जब एस डी ओ गोला राजेश कुमार की सज्ञान में दिया गया तो उन्होंने कहा कि जे ई से कहिए। जब उनको बताया गया कि जे ई के सज्ञान में हैं।तो उन्होंने कहा कि हम देखते है। इस प्रकरण को जब एक्सईएन विद्युत सन्तोष कुमार को बताया गया तो उन्होंने सीधे एस डी ओ गोला से बात करने के लिए कहा।इस तरह जबाबदार अधिकारियों के बयान से विद्युत उपभोक्ता पूरी तरह क्षुब्ध है। उपभोक्ता का कहना है कि बिल जमा होने के बाद भी लाइन काट दी जा रही है। विद्युत विभाग की इस ब्यवस्था ने शासन व प्रशासन के समक्ष यक्ष प्रश्न खड़ा कर दिया है।

सुब्रत राय सहारा के निधन से गोरखपुर में भी शोक की लहर, इसी घर से 'सहारा' की शुरूआत कर बने 'बिजनेस टायकून

गोरखपुर: सहारा ग्रुप के प्रमुख सुब्रत राय सहारा का मुंबई में बीती रात निधन हो गया। उन्होंने 75 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली. उनके निधन से गोरखपुर में भी शोक की लहर है। क्योंकि उन्होंने गोरखपुर से ही सहारा चिट फंड कंपनी की शुरूआत की और उसे देश ही नहीं बल्कि दुनिया के शिखर पर पहुंचाकर पूरी दुनिया में मशहूर हो गए। गोरखपुर के इसी घर से 'सहारा' की शुरूआत कर वे 'बिजनेस टाइकून' बने।

गोरखपुर के तुर्कमानपुर बर्फखाना रोड का यही वह घर 'इंद्रावती निवास' है, जहां सुब्रत राय किराए के मकान में 250 रुपए मासिक किराए पर रहते रहे हैं. उनका जन्म बिहार के अररिया जिले में 10 जून 1948 को हुआ। उन्होंने गोरखपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पॉलिटेक्निक कॉलेज से डिप्लोमा किया। साल 1974 में उन्होंने इसी मकान में रहते हुए नमकीन के छोटे-छोटे पैकेट बनाकर व्यापारियों को जोड़ने का काम किया। शहर के छोटे-छोटे व्यापारियों से उनके अच्छे संबंध रहे हैं। उन्होंने उनको छोटी बचत के लिए प्रेरित किया और सहारा चिट फंड कंपनी की शुरूआत की। सहारा फाइनेंस की शुरूआत करने के साथ ही उन्होंने 'गोल्डन की योजना' की शुरूआत की।

गोरखपुर सिविल कोर्ट के अधिवक्ता शक्ति प्रकाश श्रीवास्तव बताते हैं कि वे उनके मकान में ही किराए पर रहते रहे हैं. उनका बचपन सुब्रत राय की गोद में बीता है। जब वे लैंब्रेटा स्कूटर से चलते थे तो इसी स्कूटर पर वे लोग उनके साथ घूमते रहे हैं. आज वह स्कूटर लखनऊ में सहारा आॅफिस में उनकी स्मृतियों को संजोए हुए हैं। वे बताते हैं कि उनके पिता अधिवक्ता सूरज कुमार श्रीवास्तव सहारा के फाउंडर मेंबर रहे हैं। वे सहारा के लीगल एडवाइजर भी रहे. उनके निधन के तीन माह के बाद सुब्रत राय गोरखपुर उनके आवास पर सांत्वना व्यक्त करने आए। पिता की तरह वह भी शहर के लीगल एडवाइजर हैं. उनका निधन उनके और उनके परिवार की निजी क्षति है।

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष और पूर्व मेयर अंजू चौधरी ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए बताया कि सुब्रत राय उन्हें भाभी कहकर बुलाते रहे हैं और उनके देवर के साथ क्रिकेट खेलने जाते रहे हैं। उन्होंने छोटे-छोटे नमकीन के पैकेट और बिस्किट के पैकेट बनाकर दुकानों में सप्लाई करने का काम शुरू किया। छोटे बचतकतार्ओं के बल पर उन्होंने गोरखपुर जैसे शहर से देश-दुनिया में गोरखपुर का नाम रोशन किया. हर आयोजन में सुब्रत राय ने उन्हें आमंत्रित किया। गोरखपुर में जब श्रीमती अंजू चौधरी ने फैशन शो कराया तो सहारा ने उसे स्पॉन्सर किया. फिल्म और खेल जगत की बड़ी हस्तियों ने उसमें भाग भी लिया. उर्मिला मातोंडकर, डायना हेडेन और कपिल देव जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर के सितारों को लेकर वे उनके घर आए. उनके निधन से भी काफी दु:खी हैं।

गोरखपुर के एसएस एकेडमी स्कूल के डायरेक्टर कनक हरि अग्रवाल उनकी सादगी को याद करते हैं. वे बताते हैं की पहली बार जब उनके सम्मान के लिए गोरखपुर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया तो वह इसके लिए तैयार नहीं थे। लेकिन गोरखपुर के लोगों का सम्मान रखते हुए गोरखपुर आए और तभी से उनका सुब्रत राय से काफी जुड़ाव रहा है। गोरखपुर से शहर को उन्होंने पूरे देश और दुनिया में पहचान दिलाई. आज उनका निधन गोरखपुर ही नहीं पूरे देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है।

फर्श से अर्श तक पहुंचने वाले सुब्रत राय ने अपनी कड़ी मेहनत और सकारात्मक सोच से सहारा इंडिया को शिखर तक पहुंचाया. गोरखपुर की सड़कों से आसमान की बुलंदियों तक पहुंचे सुब्रत राय ने फाइनेंस से लेकर हाउसिंग और अन्य क्षेत्रों में भी हाथ आजमाया. छोटे बचतकतार्ओं को प्रेरित कर बिजनेस टायकून बन गए।

अनियंत्रित टेम्पो पोल से टकराई, एक की हुई मौत

गोलाबाजार गोरखपुर। गोला थाना क्षेत्र के गोला कौड़ीराम सड़क मार्ग पर स्थित गोविंदपुर के पास अनियंत्रित सवारी टैम्पो विधुत पोल से बुधवार की अपरान्ह टकरा गई। टेम्पो की गति तेज होने के कारण टेम्पो में सवार व्यक्ति की मौत घटनास्थल पर हो गयी।

घायल को इलाज के लिए सी एच सी गोला पर पहुचाया गया। जहां डॉक्टर ने घायल को मृत्यु घोषित कर दिया। मौके पर पहुची पुलिस ने शव को।पी एम के लिए भेज दिया।

प्राप्त विवरण के अनुसार गोला कौड़ीराम सड़क मार्ग पर बुधवार को अपरान्ह कौड़ीराम की तरफ से तीव्र गति से आ रही सवारी टेम्पो ने गोविंदपुर के पास सड़क पर स्थित विद्युत पोल से टकरा गई। टेम्पो में सवार बड़हलगंज थाना क्षेत्र के मदरहा गांव निवासी 51 बर्षीय लालबहादुर की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी।

गोला पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पी एम के लिए भेज दिया।

शिद्दत से की गया श्री चित्रगुप्तजी भगवान का श्रृंगार, हुई कलम दवात की भव्य पूजा

गोरखपुर। राष्ट्रीय सेवा परिषद, पूर्वांचल सांस्कृतिक प्रतिष्ठान, डॉ अशोक कुमार श्रीवास्तव फैंस क्लब व मां अकलेश सेवा शक्ति सदन परिवार के संयुक्त तत्वाधान में आज यहाॅं गोलघर स्थित एस0पी0पी0डी0 स्कुल परिसर स्थित सभागार में भारी संख्या में उपस्थित चित्रांश परिवारों ने भगवान श्री चित्रगुप्तजी महाराज की वैदिक रीति से पूजा-अर्चना की।

 इस अवसर पर कायस्थ समाज के लोगो ने श्री चित्रगुप्तजी महाराज का पूजन करने के पष्चात् ”सामूहिक कलम-दावात की विशेष पूजा भी की व तत्तपश्चात हवन , महाआरती ,प्रसाद वितरण व गरीब परिवारों को सहायता प्रदान किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम श्री चित्रगुप्तजी की प्रतिमा का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच षोडश पूजन किया गया। जिसमें प्रतिष्ठान एवं कायस्थ समाज भारी संख्या में परिवारों के साथ ने हिस्सा लिया।

 तत्पष्चात् प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजली अर्पित की गयी। पूजा-अर्चना के बाद सभागार में समस्त चित्राश परिवारों द्वारा सामूहिक रूप से कलम-दावात की पूजा की गयी। जिसके तहत सभी ने पहले से वितरित भगवान श्री चित्रगुप्तजी महाराज के चित्र से युक्त पृश्ठ पर विभिन्न देवी-देवताओं एवं श्री चित्रगुप्तजी के ही अनेक नामों को अंकित कर लिखित नमन किया।

 बाद में सभी ने लिखित पत्रों को भगवान श्री चित्रगुप्तजी की प्रतिमा के समक्ष अर्पित कर दिया। इसके बाद सामूहिक रूप से हवन और महाआरती का कार्यक्रम भक्तिपूर्ण वातावरण मे सम्पन्न हुआ। अन्त में सभी लोगों के बीच महाप्रसाद का वितरण हुआ। ” सामूहिक कलम-दवात पूजन, हवन , महाआरती व प्रसाद वितरन “ उपरान्त आस-पास के मन्दिर¨ के समीप कायस्थ रत्न लोकप्रिय राजनेता व समाजसेवी स्वर्गीय डॉक्टर अशोक कुमार श्रीवास्तव की स्मृति में असहायो मे फल व मिठाई आदि बाटी गई।

 श्री चित्रगुप्त जी का भजन श्री प्रसिद्ध गायक व कलाकार श्री ओम प्रकाश गुप्ता जी द्वारा गाया गया उनके गाने से सभी मंत्रमुग्ध हो गए।

इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए (प्रख्यात समाजसेवी ) श्री दुर्गा प्रसाद (बाबू जी) व इंजीनियर प्रदीप कुमार ( दूरसंचार एवं टेलीकॉम ट्रेनिंग स्कूल के प्रिंसिपल, पूर्वोत्तर रेलवे) व डॉ मनोज कुमार श्रीवास्तव विभागाध्यक्ष शिक्षाशास्त्र सेंट एंड्रयूज पीजी कॉलेजने कहा कि जहाॅं तक कायस्थ समाज की बात है, इस समाज ने आरंभ से ही अपनी क्षमता व प्रतिभा से पूरे राष्ट्र को सशक्त बनाने की कोशिश की है और कभी अपने लिए संघर्ष का रास्ता नहीं चुना बल्कि देश के विकास में अपना हर सम्भव योगदान करता रहा। मांगीरिश समूह के मुखिया इं. संजीत कुमार श्रीवास्तव व प्रसिद्ध रेलवे एक्टिविस्ट इंजीनियर रंजीत कुमार ने कहा कि सभी त्यौहार सभी के लिए विशेष महत्व रखता है लेकिन विभिन्नता में एकता के प्रतीक इस भारत देश में कोई पर्व किसी एक वर्ग के लिए ही नहीं सभी के लिए महत्वपूर्ण है। ऐसे में हमारा कर्तव्य है कि हम अपने धार्मिक दायित्वों का निर्वाह करते हुए अन्य धर्मों के पर्वों व त्योैहारों पर सद्भावपूर्ण वातावरण बनाने का प्रयास करें। कार्यक्रम का सफल आयोजन करते हुए समाजसेवी मंजीत कुमार (बाबु )व आभार इंजि. अनुभव ने सभी आगंतुओ का आभार व्यक्त किया l

इस अवसर पर फिजीशियन मेजर डॉ अमित कुमार, सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ दुर्गेश, आनंद, श्रीवास्तव, होमियोेपैथ चिकित्सक डा0ओ0पी0श्रीवास्तव, मनीष चन्द,अजय श्ंकर, इं0 रवि प्रकाश, चिकित्सक दन्त डाॅ0 श्रीप्रकास श्रीवास्तव जी, चिकित्सक डाॅ0 , पी के श्रीवास्तव, एक्टर किरण डॉ. अर्चना, डॉ,विभा, निवेदिता स्मिता, मनीषा, प्रखर मंगरिस, मनित, डॉ प्रीतिका सौम्या ,अंशिका, शिवेश स्यागी, अनिल जी, शिवप्रकाश, पंकज वर्मा, राम नरेेश, इं0 संजय, वेद प्रकाश श्रीवास्त सहित भारी सख्ंया चिकित्सक,अधिवक्ता सहित सभी वर्ग के लोग उपस्थित रहे।

*इस माह 15 को अवकाश होने के चलते 16 नवम्बर को मनाया जायेगा एकीकृत निक्षय दिवस दिवस*

इस माह 15 को अवकाश होने के चलते 16 नवम्बर को मनाया जायेगा एकीकृत निक्षय दिवस दिवस

गोरखपुर, जनपद में हर माह की 15 तारीख को मनाया जाने वाला एकीकृत निक्षय दिवस टीबी मरीजों को खोजने में मददगार साबित हो रहा है । एक वर्ष में 486 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) के माध्यम से इस दिवस पर 152 टीबी मरीज खोजे गये हैं ।

 टीबी के संभावित लक्षणों वाले 3753 मरीजों में से 12 एचआईवी पाजिटिव मिले और 3995 मरीजों में से 238 में मधुमेह की समस्या पाई गई । जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ गणेश यादव का कहना है कि प्रत्येक माह की 15 तारीख को जिले के सभी एचडब्ल्यूसी पर यह दिवस मनाया जाता है । इस दिन अवकाश होने की स्थिति में अगले कार्यदिवस पर इसका आयोजन किया जाता है ।

चरगांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पर टीबी का इलाज करवा रहे 51 वर्षीय धर्मेश (काल्पनिक नाम) पेशे से पेंटिंग का काम करते हैं । निक्षय दिवस पर जांच में इसी साल उनमें टीबी की पुष्टि हुई । वह बताते हैं कि उन्हें इसी साल जून में लगातार खांसी आनी शुरू हुई। मेडिकल स्टोर से खांसी की दवा खरीद कर सेवन किया । इससे कोई लाभ नहीं हुआ । 

जुलाई के पहले सप्ताह में खांसी के साथ आए बलगम में खून भी दिखा । इससे काफी घबरा गये । दिक्कत को गांव की आशा कार्यकर्ता पुष्पा को बताया । आशा ने कहा कि दो सप्ताह से अधिक की खांसी, सीने में दर्द, बलगम में खून आना, कमजोरी, भूख न लगना आदि टीबी के लक्षण हैं और जांच नजदीकी एचडब्ल्यूसी पर हो जाती है। वह आशा कार्यकर्ता के साथ जुलाई में आयोजित निक्षय दिवस पर बालापार स्थित एचडब्ल्यूसी पर गये। वहां पर सीएचओ सीबा ने बलगम की जांच की और रिपोर्ट में टीबी की पुष्टि हुई । धर्मेश को चरगांवा पीएचसी रेफर कर दिया गया ।

चरगांवा पीएचसी के सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर (एसटीएस) मनीष तिवारी बताते हैं कि धर्मेश की एक्स - रे जांच में भी टीबी की पुष्टि हुई । उनका बैंक खाता विवरण और पासबुक लिया गया और सीबीनॉट जांच भी कराई गई । जांच में सिर्फ ड्रग सेंसिटिव टीबी की पुष्टि हुई जिसका इलाज शुरू कर दिया गया । धर्मेश बताते हैं कि उनके घर में उनके दो बेटे हैं और दोनों प्राइवेट नौकरी करते हैं। एसटीएस की मदद से उन्हें निक्षय मित्र से जोड़ा गया और उन्हें हर माह पोषण पोटली मिलरही है । खाते में 500 रुपये प्रति माह आ रहे हैं जिससे वह दाल, गुड़, चना, दूध, पनीर आदि पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन कर रहे हैं । पूरे परिवार की टीबी जांच भी कराई गई और उन्हें बचाव की दवा दी जा रही है । अब वह धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं ।

71502 लोगों की ओपीडी हुई

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि दिसम्बर 2022 से लेकर अक्टूबर 2023 तक प्रत्येक माह के निक्षय दिवस में 71502 मरीज एचडब्ल्यूसी आए जिनमें से 6244 मरीज टीबी के लक्षणों वाले थे। इन्हीं मरीजों में से जांच के बाद टीबी, एचआईवी और मधुमेह के नये रोगी भी खोजे गये । प्रत्येक टीबी मरीज की एचआईवी और मधुमेह की जांच अनिवार्य तौर पर की जाती है । इसी प्रकार एचआईवी मरीज की टीबी जांच भी अनिवार्य तौर पर कराई जाती है । मधुमेह और एचआईवी के मरीजों में टीबी की आशंका ज्यादा होती है ।

इस माह 16 को मनेगा निक्षय दिवस

डॉ यादव ने बताया कि उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव, जिला कार्यक्रम समन्वयक धर्मवीर प्रताप सिंह और पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्र की जिला स्तरीय टीम की देखरेख में प्रत्येक माह निक्षय दिवस का आयोजन हो रहा है । इस माह 15 नवम्बर को अवकाश होने के कारण 16 नवम्बर को इसका आयोजन होगा ।

चित्रगुप्त जयंती पर भगवान चित्रगुप्त से पुरानी पेंशन बहाली हेतु किया प्रार्थना

गोरखपुर। चित्रगुप्त जयंती के पावन अवसर पर राज कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने भगवान चित्रगुप्त की पूजा अर्चना कर पुरानी पेंशन बहाली की कामना किया, उन्होंने कहा कि भगवान चित्रगुप्त ब्रम्हाजी के मानस पुत्र और प्राणी मात्र के कर्मों का लेखा जोखा रखते है,और पुरानी पेंशन का मामला भी लेखा जोखा से जुड़ा है इसलिए इनकी कृपा से पुरानी पेंशन अवश्य बहाल होगी।

उन्होंने कहा कि ब्रिटिश काल की गुलामी में भी कर्मचारियों को पेंशन दी जाती थी, राजाओं महाराजाओं ने भी अपने कर्मचारियों के लिए पेंशन की व्यवस्था कर रखा था, देश गुलामी के बाद जब आजाद हुआ देश की अर्थव्यवस्था खराब थी तब भी कर्मचारियों को पेंशन मिली, आज जब देश विश्व के पांचवी बड़ी इकोनॉमी बन चुका है तो तो हमारी सरकारें अपने कर्मचारियों को पेंशन क्यों नहीं दे रही यह समझ से परे हैं।

हम भगवान चित्रगुप्त से प्रार्थना करते हैं की वह सत्ता के शीर्ष में बैठे लोगों को स्दबुद्धि प्रदान करे जिससे पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल हो सके।

लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के लिए कलशयात्रा निकाली गई

सहजनवां, गोरखपुर। पाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत गोविन्दपुर में जन सहयोग से लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन किया गया है जिससे आज बुधवार को यज्ञ के शुभारंभ में कलश यात्रा निकाली गई ।

कलश यात्रा के गोविंदपुर से राप्ती नदी सिंस ई घाट से  जलभर भरकर यज्ञ स्थल तक लाया गया। जिसमे क्षेत्र भर के युवा वृद्ध जवान‌ महिलाए कुंवारी कन्याओं द्वारा कलश लेकर पैदल ही यज्ञ स्थल तक जल भरकर लाया गया ।

कलश यात्रा के दौरान हाथी घोड़ा भी शामिल रहे गाजे बाजे के साथ कलशयात्रा निकाली गई। सैकड़ों भक्त गण नाचते गाते हुए कलश यात्रा की शोभा बढ़ाते नजर आये। सारे भक्त गण पीले गणवेश में यात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे।

यह कलशयात्रा लक्ष्मी नारायण महायज्ञ की शुरुआत में  बृंदाबन से आये पं से कथाप्रवचनव अयोध्या  से आये कलाकारों द्वारा राम लीला मंचन किया जायेगा।

रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा बाल दिवस मानसिक मन्दित गृह एवं प्रशिक्षण केन्द्र में मनाया गया

गोरखपुर। इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी गोरखपुर द्वारा जिÞलाधिकारी/अध्यक्ष कृष्णा करुणेश के निर्देशन में आज बाल दिवस का कार्यक्रम मानसिक मन्दित आश्रय गृह सह प्रशिक्षण केन्द्र नार्मल कैम्पस में मनाया गया।

इस अवसर पर इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी के सभापति शिवेंद्र विक्रम सिंह, कोषाध्यक्ष विशाल जयसवाल, प्रबंध कार्यकारिणी डाक्टर भानु प्रताप सिंह, रक्तदान प्रभारी ज्ञानेन्द्र ओझा ने मन्दित बच्चों के रहन-सहन उनके रखरखाव एवं क्रियाशीलता के बारे में प्रधानाचार्य रविकान्त पांडेय से जानकारी प्राप्त किया।

इसी क्रम में एक बच्चा अपने द्वारा बनाया गया पेन कॉर्नर सभापति शिवेंद्र विक्रम सिंह को प्रदान किया जिससे रेडक्रॉस के पदाधिकारी, सदस्य गण आश्चर्यचकित हुवे।आज के अवसर पर इन मानसिक मन्दित बच्चों को फल एवं अन्य खाद्य सामग्री वितरित किया गया।

रेडक्रॉस सोसायटी के सभापति शिवेन्द्र विक्रम सिंह ने आवश्यकता महसूस करते हुवे इन मानसिक मन्दित बच्चों के लिए शीघ्र ही अन्य प्रकार के सहयोग की भी घोषणा किया।

आज बाल दिवस के इस कार्यक्रम में सभापति शिवेन्द्र विक्रम सिंह, विशाल जायसवाल, प्रबंधकार्यकारिणी सदस्य भानु प्रताप सिंह, रक्तदान प्रभारी ज्ञानेंद्र ओझा, राकेश सिंह, अनुपम सहाय, आदित्य निगम, पुष्पराज दूबे आदि अनेक गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहकर यथोचित सहयोग किए।

गोला पुलिस ने मार पीट के मामले में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर भेजा जेल

गोलाबाजार/ गोरखपुर। गोला थाना क्षेत्र के ग्राम दुरुई में बीते 11 नवम्बर को हुई मार पीट की घटना में मंगलवार को गोला पुलिस नामजद दो अभियुक्त दिनेश सिंह व गोलू पांडेय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

बताते चले कि दुरुई निवासी संगीता देवी के तहरीर पर गोला थाने में मुकदमा अपराध संख्या 575/2023 धारा 147 149 323 504 506 352 452 307 308 आई पी सी व 3 -2-5 एस सी एस टी एक्ट में अभियुक्तों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था।