पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह होरा नहीं लड़ेंगे निर्दलीय चुनाव, कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में करेंगे काम
रायपुर- पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह होरा ने पंडरी स्थित पगारिया काम्प्लेक्स में प्रेस वार्ता लेकर कहा कि पार्टी नेतृत्व की समझाइश पर उन्होंने धमतरी विधानससभा से चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि वे कांग्रेस प्रत्याशी ओंकार साहू को जिताने के लिए कार्य करेंगे, प्रदेश में कांग्रेस की सरकार 70 सीटों से ज्यादा पर अपनी सरकार बनाएगी।
पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह होरा धमतरी विधानसभा से टिकट नहीं मिलने से उनके कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी है, इसके बाद भी गुरुमुख सिंह होरा इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ओंकार साहू के समर्थन में कार्य कर रहे है। चुनाव के मद्देनजर गुरुमुख सिंह होरा ने पंडरी स्थित पगारिया काम्प्लेक्स में प्रेस वार्ता लेकर कहा कि धमतरी विधानसभा से उन्हें विधानसभा का टिकट नहीं दिया गया है, इससे उनके कार्यकर्ताओं में भी काफी नाराजगी है। लेकिन वे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा और डाक्टर चरण दास महंत समेत कांग्रेस नेताओं की समझाइश के बाद चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है, वे पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता है, वे कांग्रेस प्रत्याशी के लिए कार्य करेंगे। उन्होंने स्पष्ट रूप से यह भी कहा कि वे निर्दलीय चुनाव भी नहीं लड़ेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से आग्रह किया है कि कांग्रेस की जीत के लिए कार्य करें और धमतरी विधानसभा के प्रत्याशी को जीत दिलाए।
पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह होरा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ में दोबारा फिर से बनेगी, भूपेश सरकार के कार्यों को देखते हुए जनता प्रदेश में फिर से कांग्रेस पर विश्वास जताएगी। इस दौरान गुरुमुख सिंह होरा ने पत्रकारों से वर्तमान राजनीति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि राजनीति में जाति समीकरण भी देखना पड़ता है, इसके चलते उनका टिकट काटा गया। इसके बाद भी वे कांग्रेस प्रत्याशी के लिए कार्य करेंगे।
धमतरी विधानसभा के बारे में
तकरीबन 3 लाख 16 हजार जनसंख्या वाले इस विधानसभा क्षेत्र में 1 विकास खण्ड,1 नगर निगम और 1 नगर पंचायत,1 जनपद है. इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 143 गांव और 90 ग्राम पंचायत है. उत्तर में कुरुद और बालोद के साथ-साथ दक्षिण में दुर्ग विधानसभा पूर्व में नगरी और पश्चिम में गुण्डरदेही के साथ बालोद विधानसभा से घिरा हुआ है. महानदी इस विधानसभा की प्रमुख नदी है. इसके अलावा धमतरी रेलवे स्टेशन का अंतिम स्टेशन भी है. ये इलाका कृषि के साथ साथ एक बड़ा व्यापारिक केंद्र भी है। इस विधानसभा क्षेत्र में कई राजनीतिक दांव पेंच देखे जाते हैं। गुरुमुख सिंह होरा भी यहाँ से विधायक रहे है। इस बार के विधानसभा चुनाव में भी वह प्रत्याशी के रूप में कार्यकर्ताओं की पहली पसंद थे।
विधानसभा क्षेत्र में कुल 209652 मतदाता है जिसमें करीब 102768 पुरुष और 106884 महिला है. यानी महिला मतदाताओं की संख्या 4116 ज्यादा है. 2008 के परिसीमन के पहले भखारा क्षेत्र धमतरी विधानसभा में आता था. परिसीमन बाद में इस क्षेत्र के 45 गांव कुरुद विधानसभा में शामिल हो गए. इसके अलावा डुबान क्षेत्र के 65 गांवों को धमतरी विधानसभा में शामिल किया गया. इसमें 10 हजार से अधिक मतदाता डुबान क्षेत्र में रहते हैं. सभी गांव एक जैसे है इसलिए मतदाताओं का रूझान एकतरफा रहता है. इस कारण वोटरों के रुख पर कुछ कहा नहीं जा सकता. विधानसभा क्षेत्र साहू बाहुल्य है. यहां करीब 27 प्रतिशत साहू मतदाता हैं. 11-11 परसेंट सतनामी और आदिवासी भी परिणाम पलटने का माददा रखते है. हालांकि यहां कभी जातिवाद की लहर नही चली. इनके अलावा ढीमर 8 परसेंट, सिन्हा और यादव 7-7 परसेंट हैं।
जातिगत समीकरण
इस विधानसभा में तकरीबन 27 फीसदी साहू मतदाता, 11 फ़ीसदी सतनामी और 11 फीसदी आदिवासी वोटर हैं। वहीं ढीमर समाज आठ फीसदी है और सिन्हा-यादव समाज के सात-सात फ़ीसदी वोटर है।
Oct 30 2023, 19:24