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Oct 30 2023, 18:31

सरायकेला-झारखंड राज्य फसल राहत योजना अंतर्गत एक दिवसीय उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन


सरायकेला : जिला दंडाधिकार सह उपायुक्त श्री रविशंकर शुक्ला के अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभागार में झारखंड राज्य फसल राहत योजना अंतर्गत एकदिवसीय उन्मुखीकरण का कार्यशाला का आयोजन किया गया। 

उक्त कार्यशाला में झारखंड राज्य फसल राहत योजना खरीफ से जुड़ने हेतू पंजीकरण की प्रक्रिया, योजना के तहत मिलने वाले लाभ, भूमि जाँच की प्रक्रिया, योजना के लाभार्थियों की पात्रता समेत अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओ के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। दौरान बताया गया कि पंजीकरण के लिए लाभार्थी के आधार कार्ड मोबाइल संख्या एवं बैंक पासबुक के साथ रैयत किसान के भूमि संबंधित कागजात एवं भूमिहन किसान को बाटेदार की सहमति पत्र की आवश्यकता होगी।

 योजना अंतर्गत लाभ केवल प्राकृतिक आपदा से होने वाली फसल क्षति के मामले में देय होगा। योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को ऑनलाइन निबंध एवं प्रत्येक फसल मौसम (खरीफ फसल) में अलग-अलग करना होगा। योजना में भाग लेने के लिए किस को किसी प्रकार की कोई प्रीमियम देय नहीं होगा। प्राकृतिक आपदा में हुई फसल की क्षति आकलन एवं निर्धन क्रॉप कटिंग एक्सपेरिमेंट के आधार पर किया जाएगा। 

30% से 50% तक फसल क्षति होने पर आवेदक को प्रति एकड़ (अधिकतम 5 एकड़) ₹3000 तथा 50% से अधिक की क्षति पर प्रति एकड़ रु 4000 (अधिकतम 5 एकड़ तक) का लाभ मिलेगा।

बैठक को सम्बोधित करते हुए उपायुक्त नें कहा किसान के आय में वृद्धि हेतू सरकार द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, किसान मित्रो को नए तकनीको की जानकारी, तकिनीकी उपकरणो के उपयोग इत्यादि की जानकारी साझा कर उन्हें सशक्त बनाएं उन्हें विभिन्न कल्याणकरी योजनाओं के लाभ प्रदान करे। अलग-अलग किस्म की खेती करने वाले युवाओ को चिन्हित कर उन्हें विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान करे साथ ही मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के लाभुकों को लाभुक के अंशदान जमा करने हेतू प्रेरित कर अन्य योजनाओं का लाभ प्रदान करने तथा प्रधानमंत्री किसान योजना के लाभुकों के साथ समन्वय स्थापित कर शत प्रतिशत लाभुकों का ई-के.वाई.सी कराने का निदेश।

बैठक में उपायुक्त के साथ मुख्य रूप से अपर उपायुक्त श्री सुबोध कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी श्री शंकरचर्या सामद, जिला सहकारिता पदाधिकारी श्री अशोक तिवारी, जिला क़ृषि पदाधिकारी, DPM JSLPS, सभी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, प्रखंड क़ृषि पदाधिकारी, सभी ATM/BTM सभी कृषक मित्र एवं अन्य सम्बन्धित पदाधिकारी उपस्थित रहें।

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Oct 30 2023, 18:29

सरायकेला :आदित्यपुर में 84 वर्षीय वृद्ध को कलयुगी पुत्र कर रहे हैं प्रताड़ित, घर से भी किया बेदखल, प्रशासन से लगाई गुहार।


सरायकेला: जिले के आदित्यपुर के आरआईटी थाना क्षेत्र अंतर्गत ट्रांसपोर्ट कॉलोनी रोड नंबर 25 निवासी 84 वर्षीय वृद्ध सीताराम सिंह ने अपने तीन पुत्र और पोतो पर प्रताड़ित कर घर से निकाले जाने का आरोप लगाया है। 

84 वर्षीय वृद्ध सीताराम सिंह परिवहन विभाग में बतौर टिकट चेकर के तौर पर कार्य करते थे। सेवानिवृत होने के बाद अपने तीनों बेटों को घर बनाकर दिया, लेकिन अब उम्र के इस पड़ाव में उन्हें बेटों और पोतो के कोप का भजन बनना पड़ रहा है। 

बेटों से प्रताड़ित होकर 84 वर्षीय वृद्ध ने प्रशासन के समक्ष गुहार लगाई है। उन्होंने बताया कि उनका 3 पुत्र है, बड़ा बेटा अशोक सिंह दिव्यांग हैं जो पैतृक गांव बलिया उत्तर प्रदेश में रहते हैं। जबकि मंझला पुत्र विनोद सिंह और छोटा पुत्र संतोष कुमार सिंह ट्रांसपोर्ट कॉलोनी में ही रहते हैं। 

दोनों पुत्र अपने पिता को रखना नहीं चाहते हैं। वे छोटे पुत्र के यहां रह रहे थे, जो अब पिता को रखना नहीं चाहते हैं। 

छोटा पुत्र संतोष पर वृद्ध आरोप लगाते हैं कि वो उनके पत्नी का गहना जेवर और रिटायरमेंट का सारा पैसा रख लिए हैं। आवास बोर्ड का जो घर है वो भी पिता के नाम पर है लेकिन संतोष सिंह घर के कागजात भी अपने पास रख कर घर से बेदखल कर दिया है। इनके पेंशन का कागज और आधार कार्ड तक अपने पास रखे हुए हैं। ऐसे में दर दर की ठोकरें खा रहे।

वृद्ध सीताराम सिंह ने पूरे मामले के लिखित शिकायत सरायकेला उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक समेत एसडीओ से की है। लेकिन 3 महीने बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इनके समस्या पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है, वृद्ध ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारी हस्तक्षेप कर इन्हें घर समेत पेंशन संबंधित कागजात वापस दिलाए, जिससे इनका भरण -पोषण हो सके।

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Oct 30 2023, 14:41

सक्सेस स्टोरी: अहिल्या महतो नें तिल्ला आजीवका महिला ग्राम संगठन से जुड़कर आज चला रही है अपना दुकान,आत्मनिर्भर होकर जी रही है सम्मानजनक जिंदगी


 प्रखंड - नीमडीह

पंचायत /गांव - तिल्ला

समूह का नाम - सरस्वती आजीवका समूह

ग्राम संगठन का नाम - तिल्ला आजीवका महिला ग्राम संगठन

सदस्य का नाम - अहिल्या महतो, व्यापार - राशन दूकान

ऋण की राशि - 25,000

सफलता की कहानी अहिल्या की जुबानी.

 सरायकेला :समूह में जुड़ने से पहले की स्थिति-जब मैं समूह में नहीं जुड़ी थी तब घर में पति अकेले ही कमाते थे,और परिवार में कुल 5 सदस्य हैं जिस कारण बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च में दिक्कत आ रहा था,और मूलभूत जरूरत को भी पूरा नहीं कर पाते थे। 

फिर हमने घर पर ही देसी शराब बेचना शुरू कर दिया जिससे हमें कुछ आमदनी होने लगी।इसी तरह अपने परिवार का गुजर बसर कर रहे थे।

क्योंकि हम अपने घर पर ही शराब बेचते थे इसलिए वहां शराबियों का जमावड़ा रहता था और गाली-गलौज मारपीट होती थी।सभी गांव वाले हमें बुरा-भला कहते थे और गांव में भी हमें कोई सम्मान की दृष्टि से नहीं देखता था।हम जानते थे कि शराब का सेवन किसी भी दृष्टिकोण से लाभदायक नहीं होता इसका सेवन सिर्फ और सिर्फ अपने और दूसरों के घर को उजाड़ने के लिए सहायक होती है लेकिन मजबूरी में यह काम करना पड़ता था।

समूह से जुड़ने के बाद की स्थिति - मजबूर औरतें आर्थिक तंगी के कारण वह अपना घर चलाने के लिए मजबूर हरिया दारु का बेचने का कार्य करती थी।

 इस योजना के तहत ऐसी महिलाएं जो कार्य करती थी उन्हें चिन्हित कर महिलाओं को योजना के तहत सम्मानजनक आजीविका के लिए व्यवसाय के अन्य विकल्प प्रदान किए जाने लगे, अब राज्य के किसी भी महिला को हडीया-दारु बेचने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार आएगा वह निर्भर बन पाएंगे।

 एक सम्मान जनक आजीविका के लिए एक अच्छा अवसर था इसलिए मैंने शराब बेचने का कार्य छोड़नें का फैसला किया। अब नया व्यवसाय शुरू करने के लिए मुझे इस योजना के तहत समूह से ₹10000 का ऋण मिला कुछ पैसे अपने पास से लगाकर मैंने किराना की दुकान खोली कुछ हि दिनों में यह व्यवसाय तेजी से बढ़ने लगा आगे चलकर मैं समूह से ₹15000 और ऋण ले लिया इस प्रकार में कुल ₹25000 का ऋण लेकर अपने ही गांव में सम्मान की दृष्टि से देखी जाती हूं और मैं इस व्यवसाय से बहुत खुश हूं। 

मैं जेएसएलपीएस के सीसी, पीआर, बीपीएम अन्य सभी लोगों को धन्यवाद देती हूं,जिन्होंने योजना से जुड़ने के पश्चात आजीविका के लिए सम्मानजनक कार्य करने का अवसर दिया और अंत में मैं सभी हड्डियां दारू बेचने वाली दीदिओ से आग्रह करना चाहती हूं कि वह इस कार्य को छोड़कर आजीविका के लिए सम्मानजनक कार्य करें।

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Oct 30 2023, 11:57

चक्रधरपुर: रेल मंडल के बिसरा रेलवे स्टेशन में लोगों ने किया रेल चक्का जाम।

हावड़ा-मुम्बई मुख्य रेलमार्ग पर ट्रेनों का परिचालन घण्टों से है ठप।

चाइबासा : चक्रधरपुर रेल मंडल के बिसरा रेलवे स्टेशन में लोगों ने आज रेल चक्का जाम कर दिया है। बिसरा रेलवे स्टेशन में पहले की तरह एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव की माँग को लेकर

बिसरा पब्लिक एक्शन कमेटी के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोगों ने रेलवे ट्रैक पर उतरकर रेल चक्का जाम कर दिया है। 

लोग रेलवे ट्रैक पर उतरकर पहले की तरह एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव की माँग में नारेबाजी कर रहे हैं। रेल चक्का जाम से यहाँ हावड़ा-मुम्बई मुख्य रेलमार्ग पर ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह ठप हो गया है। इससे चक्रधरपुर रेल मंडल मुख्यालय द्वारा अबतक तीन पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जबकि तीन एक्सप्रेस ट्रेनों का रूट डायवर्ट कर दिया गया है।

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Oct 29 2023, 19:29

सरायकेला :आजसू नेता हरेलाल महतो ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का किया उद्घाटन

सरायकेला : नीमडीह प्रखंड क्षेत्र के जुगीलोंग-पुरियारा में कोजागारी लक्ष्मी पूजा के पावन अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो ने फीता काट कर किया। 

दर्शकों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि हरेलाल महतो ने कहा कि गीत संगीत का इतिहास काफी प्राचीन है। प्राचीन काल से ही मानव सभ्यता गीत, नृत्य और संगीत के माध्यम से मनोरंजन करते आ रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि आधुनिक लोकप्रिय नृत्य संगीत प्रारंभ में 19वीं सदी के उत्तरार्ध के पश्चिमी सामाजिक नृत्य संगीत से उभरा। 20वीं सदी की शुरुआत में नृत्य ने सार्वजनिक नृत्य हॉलों में भाग लेने वाले श्रमिक वर्ग के बीच लोकप्रियता हासिल की। 1920 के दशक के दौरान नृत्य संगीत अत्यधिक लोकप्रिय हो गया। 1930 के दशक में, जिसे स्विंग युग के रूप में जाना जाता है, स्विंग संगीत अमेरिका में लोकप्रिय नृत्य संगीत था। 

हरेलाल महतो ने कहा कि 1950 के दशक में रॉक एंड रोल लोकप्रिय नृत्य संगीत बन गया। 1960 के दशक के अंत में सोल और आर एंड बी संगीत का उदय हुआ। डोमिनिकन और क्यूबन न्यू यॉर्कर्स ने 1960 के दशक के अंत में लोकप्रिय साल्सा नृत्य बनाया, जो साल्सा की लैटिन संगीत शैली से उत्पन्न हुआ था। 1970 के दशक की शुरुआत में डिस्को के उदय के कारण नृत्य संगीत जनता के बीच लोकप्रिय हो गया।

 1970 के दशक के अंत तक इलेक्ट्रॉनिक नृत्य संगीत विकसित हुआ। इलेक्ट्रॉनिक्स का उपयोग करके बनाया गया यह संगीत, लोकप्रिय संगीत की एक शैली है जो आमतौर पर नाइट क्लब, रेडियो स्टेशनों, मंच और रेव में बजाया जाता है। इलेक्ट्रॉनिक नृत्य संगीत की कई उपशैलियाँ विकसित हुई हैं। 

हरेलाल महतो ने कहा कि झारखंड में अनेक प्रकार के लोकगीत एवं लोकनृत्य है। इस क्षेत्र में सभी भाषाओं की गीत नृत्य काफी लोकप्रिय है। इस दौरान काफी संख्या में दर्शक उपस्थित थे।

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Oct 29 2023, 19:25

चांडिल डैम के निर्माण से बिछड़े हुए विस्थापितो को मिलाने को लेकर चलाया जाएगा विस्थापित परिचय एवं संपर्क अभियान


सरायकेला : चालीस वर्ष पूर्व चांडिल डैम से विस्थापित हुए 84 मौजा 116 गांव के विस्थापित परिवार जो कभी एक साथ रहते थे और आज वे सभी बिछड़ गए हैं, सबका सबसे संपर्क टूट गया है इसी संपर्क को पुन स्थापित करने के लिए विस्थापित परिचय एवं संपर्क अभियान चलाया जाएगा .

उक्त बात की जानकारी रविवार को चांडिल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मुख्य अभियानकर्ता मधुसूदन वर्मा ने दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि चांडिल डैम से विस्थापित हुए 116 गांव के विस्थापित परिवार को मिलने के लिए एक पहल किया जा रहा है।

 जिससे पूर्वजों का आपस का प्रेम और विचार मिल सके। उन्होंने कहा चांडिल डैम से विस्थापित हुए सभी गांव के विस्थापितों को आपस में मिलने के लिए 7033094579 नो पर एक व्हाट्सएप ग्रुप चलाया जाएगा। 

उन्होंने डैम से विस्थापित हुए लोगों से अपील करते हुए कहा विस्थापित कहीं भी रहते हो वे अपना नाम, पिता का नाम, अपने दादाजी का नाम, अपना मोबाइल नंबर और जिस गांव से विस्थापित हुए हैं उस गांव का नाम लिखकर भेजें ताकि उस गांव से विस्थापित हुए अन्य विस्थापितों के साथ संपर्क स्थापित कर सके।

 मधुसूदन वर्मा ने कहा विस्थापितों के बीच परिचय एवं संपर्क स्थापित करने के लिए डैम से विस्थापित हुए लोगों के दो चक्का व चार चक्का वाहनों पर एक स्टीकर भी चिपकाए जाएगा। मौके पर विस्थापित पुलक मुखर्जी, सपन वर्मा, सूरज शेखर आदि उपस्थित थे।

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Oct 29 2023, 18:27

ईचागढ़: पिलिद में आ पहुंचा हाथियों की झुंड, लोगो में दहशत, घरों पर दस्तक देने का डर, जानमाल को खतरा


सरायकेला: चांडिल अनुमंडल क्षेत्र अब हाथियों की आतंक से ईचागढ़ विधान सभा वासियों में अब दहशत है।

एक समय था जब चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में हाथियों का गतिविधि बना रहता था ,जिससे आम नागरिको को शाम ढलते ही घर से निकलना मुश्किल हो गया था। 

अब इस क्षेत्र में हाथियों के झुंड से लोगो की रात की नीद उड़ गयी है। ग्रामीणों को यह डर बना हुआ है कि कही हाथी की झुंड मेरे आंगन में खड़े न हो जाए।

आज शाम को ईचागढ़ के पिलिद जंगल में हाथियों का झुंड पहुंच गए। पिलिद गांव के साथ दर्जनों गांव हाथी प्रभावित गांव है,जो दहशत में जीते हैं।

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Oct 29 2023, 17:41

सरायकेला : सार्वजनिन काली पूजा कमेटी फुटबॉल मैदान आदित्यपुर का आज हुआ भूमिपूजन

सरायकेला : सार्वजनिन काली पूजा कमेटी फुटबॉल मैदान आदित्यपुर का आज भूमिपूजन विधि विधान से हुआ।

 सन 1972 से मैदान का काली पूजा होने जा रहा हे। इसके संस्थापक स्वर्गीय बिशु घोष, हरे किष्टो घोष और सुशील मंडल थे । काली पूजा पंडाल का उद्घाटन 12 नवंबर की शाम 7 बजे मंत्री चम्पई सोरेन करेंगे।

नई कमेटी में अध्यक्ष पवित्र कुमार बर्मन उर्फ गोरा दा, कोषाध्यक्ष माणिक दास, महासचिव सुनील सिंह, संरक्षक सुशील मंडल, अंजन दास, रवि श्रीवास्तव, प्रसेनजीत घोष, आदि शामिल हैं । 

मौके पर नगर पर्षद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह, श्रीराम ठाकुर कल्याण घोष, भगलु सोरेन, शशांक कुमार गांगुली, देबू, देबू घोष, तरुण कुमार दास आदि मौजूद थे।

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Oct 29 2023, 17:10

सरायकेला : आसनबनी में आयोजित रक्तदान शिविर में 63 यूनिट रक्त संग्रह, ग्रामीणों ने स्वास्थ्य जांच का उठाया लाभ।

सरायकेला :- चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के आसनबनी पंचायत अंतर्गत टीसीआई क्षेत्र में सत्य नारायण सोशियो इकोनॉमिक एंड रिसर्च सेंटर के सौजन्य से रक्तदान सह स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर में क्षेत्र में युवाओं ने रक्तदान किया। 

मौके पर आजसू पार्टी के केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो शिविर में उपस्थित हुए और शिविर का उद्घाटन किया। इस दौरान हरेलाल महतो ने रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया। वहीं, शिविर आयोजित करने के लिए डॉक्टर एस एन मुर्मू को बधाई दी।

हरेलाल महतो ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रक्तदान करने वालों की संख्या बढ़ रही हैं जो कि बहुत ही अच्छी बात है। लोगों में रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। इससे जरूरतमंद मरीजों को उचित समय पर रक्त उपलब्ध हो रही हैं। 

हरेलाल महतो ने डॉक्टर एस एन मुर्मू के कार्यों की सराहना की और उन्हें शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को भी इस दिशा में पहल करना चाहिए,सरकार को ब्लड बैंक की संख्या बढ़ाने तथा उनके उचित देखभाल की जरूरत है। 

यहां रक्तदान शिविर में कुल 63 यूनिट रक्त संग्रह हुआ। रक्तदान करने वालों को ब्रम्हानंद ब्लड बैंक की ओर से प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं, शिविर में ग्रामीणों का निःशुल्क स्वास्थ्य जांच किया गया।

सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने अपना स्वास्थ्य जांच कराया, जिनमें से कई लोगों को आवश्यक दवा निःशुल्क उपलब्ध कराया गया। 

इस मौके पर डॉक्टर एस एन मुर्मू, दुर्योधन गोप, बासुदेव प्रमाणिक, शेखर गांगुली, सुरेश कुमार, अमित कुमार, प्रदीप गिरी, रवि कुमार सिंह, दिनेश महतो, गुरूपद सिंह, विक्की पटेल, उषा मुर्मू, ममता मुर्मू, कालीपद सिंह, खेतुराम सिंह, डॉक्टर संजीव कुमार, धनंजय दास, लिली मुर्मू, फुलमनी लोहार, सुमित्रा बोईपाई, कृष्णा उरांव, नूर जहाँ, कमलेश कुमार आदि मौजूद थे।

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Oct 29 2023, 16:47

सरायकेला : राजभवन के समक्ष 30 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर फिर से बैठेंगे चांडिल डैम के विस्थापित

सरायकेला : अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच के तत्वावधान में फिर से 10 सूत्री मांगपत्र के साथ सैंकड़ों विस्थापित जाकिर हुसैन पार्क में अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठेंगे । 

इसके लिए 17 अक्टूबर को 10 सूत्री मांग पत्र के साथ महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया। जिसका प्रतिलिपि अनुमंडल पदाधिकारी रांची व नगरनिगम आयुक्त रांची को भी दिया गया।

 मंच के अध्यक्ष राकेश रंजन महतो ने कहा कि मंच के बैनर तले चांडिल डैम के 84 मौजा 116 गांव के विस्थापित पिछले 16 जून 2023 से चांडिल डैम स्थित पुराना अधीक्षक कार्यालय परिसर में 122 दिनों से अधिक अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हैं। परंतु अभी तक विस्थापितों की मांगों को लेकर विभाग एवं सरकार द्वारा कोई सकारात्मक पहल नहीं किया गया है। 

इस विषय के संदर्भ में दिनांक 1 अक्टूबर 2023 को धरना स्थल चांडिल से 3 अक्टूबर 2023 राजभवन रांची तक शांतिपूर्ण एवं संवैधानिक तरीके से अधिकार पदयात्रा भी किया गया पर महामहिम से वार्ता नहीं हो सका और न ही वार्ता के लिए महामहिम के कार्यालय से अबतक कोई पहल किया गया। जबकि एक दिवसीय सत्याग्रह धरना-प्रदर्शन के दौरान महामहिम राज्यपाल के व्यक्तिगत सहकर्मी के द्वारा कहा गया कि चार दिन उपरांत ही सभी विस्थापितों की समस्याओं को सुनेंगे।

 परंतु आज 28 दिन बीत जाने के वावजूद भी हमें न ही कोई सूचना और न ही विस्थापित के हितों में सरकार की तरह से कोई ठोस कदम उठाया गया। इसलिए 30 अक्टूबर 2023 सोमवार को नामकुम रेलवे स्टेशन से जाकिर हुसैन पार्क राजभवन तक ध्वनियंत्र वाहन के साथ शांतिपूर्ण तरीके से अधिकार पदयात्रा करने के बाद राजभवन के समक्ष जाकिर हुसैन पार्क में 10 सूत्री मांगों को लेकर विस्थापितों द्वारा अनिश्चितकालीन आमरण अनशन करने का निर्णय लिया गया है।

मंच के अध्यक्ष ने 10 सूत्री मांगों को लेकर कहा कि पुनर्वास के लिए मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराया जाए एवं पुनर्वास स्थल पर बसाए गए सभी विस्थापितों को जमीन का पट्टा दिया जाए। चांडिल डैम द्वारा विस्थापन के बदले में मुआवजा, नौकरी, विकास पुस्तिका, पुनर्वास पैकेज तथा पुनर्वास स्थल पर आवंटित किया गया प्लॉटों का सीबीआई जांच हो। सभी विस्थापितों को खतियान के समतुल्य एक विशेष पहचान पत्र दिया जाए। चांडिल डैम के माध्यम से सृजित होने वाले हर योजना में रोजगार और लाभ का पहला अधिकार चांडिल डैम विस्थापितों को प्राप्त हो। चांडिल डैम विस्थापितों का संपूर्ण समस्या का समाधान होने तक डैम का जलस्तर 177 आरएल पर रखा जाए। 28 सितंबर 2022 को अनशन के दौरान चांडिल डैम कार्यालय परिसर के समक्ष ट्रैक्टर द्वारा कुचले जाने से घायल हुए व्यक्तियों को मुआवजा तथा सरकारी नौकरी दिया जाए। प्रत्येक विकास पुस्तिका में विस्तापित परिवार को सरकारी नौकरी दिया जाए अथवा प्रत्येक विस्थापित परिवार के लिए 60 लाख रुपये मुआवजा देने के आदेश के तर्ज पर चाण्डिल डैम विस्थापितों को आज के महंगाई अनुसार मुआवजा दिया जाए। फिर उसने कहा कि प्रावधानों के अनुसार प्रत्येक विस्थापित परिवार को 25 डिसमिल जमीन दिया जाना था, जो अब तक किसी को नहीं मिला, जिसे जल्द पूरा किया जाए । 

उन्होंने आगे कहा कि हमारी मांगों में यह भी शामिल है कि 18 वर्ष पूरा होने वाले सभी विस्थापितों के नाम विकास पुस्तिका निर्गत किया जाए। हमारी मांगों में विस्थापित एवं सरकार के बीच सांमजस्य स्थापित हेतु समन्वय समिति परियोजना का गठन किया जाए एवं उस समिति में अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच को भी रखा जाए।