युवा पर्यटन क्लब के छात्र-छात्राओं ने गांवों में भ्रमण कर ग्रामवासियों को ग्रामीण पर्यटन की जरूरत के बारे में दी जानकारी
लखनऊ। ग्रामीण पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार और आमदनी की प्रचुर सम्भावनाओं को देखते हुए पर्यटन विभाग ग्रामीण पर्यटन पर विशेष जोर दे रहा है। इसके अन्तर्गत युवा टूरिज्म क्लब के सदस्यों को ग्रामीणों को आतिथ्य सत्कार के लिए जागरूक किया जा रहा है। ग्रामीण पर्यटन के अन्तर्गत 19 गांवों का चयन किया गया है।
इन गांवों में विभागीय टीम के साथ टूरिज्म क्लब के सदस्यों को गांवों में भेजकर गांवों के लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि ग्रामीण पर्यटन मौजूदा समय के लिए कितना उपयोगी है क्योंकि यह गांववासियों के लिए आजीविका का साधन कैसे बन सकता है और उन्हें इसके लिए क्या तैयारी करनी है।
यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि ग्रामवासियों को आतिथ्य सत्कार की जानकारी देने के लिए शुक्रवार को झांसी जनपद के बरूआ सागर तथा आगरा के होलीपुरा, बटेश्वर, शौर्यपुरा में विभागीय टीम तथा युवा पर्यटन क्लब के छात्र-छात्राओं का एक दल भ्रमण पर गया था। इस दल ने नजदीक से ग्रामीण जीवन से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों को देखा और ग्रामीण पर्यटन के बारे में ग्रामवासियों को जागरूक किया।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण पर्यटन में आजीविका की असीमित सम्भावनाओं को देखते हुए युवा पर्यटन क्लब के सदस्यों को गांवों का भ्रमण कराया जा रहा है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग का ग्रामीण पर्यटन पर काफी जोर है। रूरल टूरिज्म के तौर पर विकसित करने के लिए प्रदेश के 229 गांवों का चयन किया गया है। इन्हीं में से 19 गांव चिह्नित किए गए हैं जहां युवा टूरिज्म क्लब के सदस्य भ्रमण करेंगे। ये ग्रामीणों को जागरूक करने के साथकृसाथ ग्रामीण परिवेश, मिट्टी-पानी, खेती-किसानी, रहन-सहन, सामाजिक व्यवस्था, कला एवं साहित्य आदि को करीब से देखेंगे और समझेंगे कि यहां पर्यटन के अवसरों को कैसे बढ़ाया जा सकता है।
श्री सिंह ने बताया कि शुक्रवार को झांसी के बरुआ सागर में विभागीय टीम के साथ-साथ युवा पर्यटन क्लब के छात्र-छात्राएं पहुंचे। साथ में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के छात्र भी थे। गांवों में महिलाओं ने उनका गर्म जोशी से स्वागत किया और लोकगीत गाए। बच्चों ने कुम्हार परिवार के यहां मिट्टी के दीये बनाने की तरकीब देखी।
ऐतिहासिक और पौराणिक धरोहर एवं यहां स्थित मुख्य पर्यटन स्थान जराय का मठ, बरुआसागर किला, झरना, कंपनी बाग आदि स्थलों के भ्रमण किए और गांव में पारंपरिक विधि से तैयार भोजन का लुत्फ उठाया। इसी तरह आगरा के होलीपुरा में 38 हवेली, बटेश्वर में 40 मंदिरों और शौर्यपुरा में जैनमंदिर का भ्रमण खास रहा। यहां छात्रों ने इन हवेलियों और मंदिरों के इतिहास को भी जाना।
जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के पास ग्रामीण पर्यटन का महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बनने की क्षमता है। गांवों में भ्रमण कर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। उन्हें बताया जा रहा है कि किसी प्रकार पर्यटन का क्षेत्र उनके लिए एक महत्वपूर्ण आजीविका का साधन बन सकता है। साथ ही छात्रों को ग्रामीण पर्यटन की संभावनाओं से परिचित कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विगत साढ़े 6 वर्षों में उत्तर प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति एवं अवस्थापना सुविधाओं के विकास से भारी बदलाव आया है। देशी-विदेशी पर्यटकों का उत्तर प्रदेश पहली पसंद बनता जा रहा है। इसका मुख्य कारण कानून-व्यवस्था में बेहतर सुधार तथा किसी भी जनपद में कम समय में पहुंचने के लिए कनेक्टिविटी है। परम्परागत पर्यटन के साथ-साथ ग्रामीण पर्यटन को भविष्य के लिए एक नये क्षेत्र के रूप में आगे लाने का प्रयास किया जा रहा है।
Oct 27 2023, 19:00