*राधेलाल स्वीट्स के ड्राइवर पर 4.63 लाख के गबन का मुकदमा दर्ज ,गोमती नगर ब्रांच में पैसा जमा करने के लिए भेजा था*

लखनऊ । राजधानी के मशहूर राधेलाल स्वीट्स में तैनात ड्राइवर ने चार लाख 63 हजार रुपये का गबन कर लिया है। ड्राइबर को गोमती नगर ब्रांच से सप्रू मार्ग स्थित शोरूम में पैसा देने के लिए भेजा था। इस मामले में स्वीट हाउस के एरिया मैनेजर की तरफ से गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। चूंकि पैसा कैसे गायब हो गया इसके बारे में कुछ बता नहीं पाया। साथ ही पैसा को हजम करने के लिए नई कहानी रची कि जब पैसा देने जा रहा था तब उसका एक्सीडेंट हो गया था लेकिन जब राधेला स्वीट्स के एरिया मैनेजर ने इसकी जांच की मामला कुछ और निकला। ऐसे में मामले को संदिग्ध मानते हुए पुलिस को तहरीर दी जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

वादी गोपाल कृष्ण मेहरोत्रा पुत्र स्व. प्रेम प्रकाश मेहरोत्रा निवासी निवासी राधेलाल परम्परा स्वीट्स कमता ने थाना चिनहट पर सूचना दिया कि वादी राधेलाल परम्परा स्वीट्स में एरिया सेल्स मैनेजर है। 16 अक्टूबर को समय करीब 12.03 बजे दोपहर को राधेलाल परम्परा स्वीट्स कमता चौराहे से डिलीवरी वैन के ड्राइवर हरिओम पुत्र लालजी के द्वारा तीन दिन की बैंकिग रुपए 4.63.965 रुपये दी गयी कि इसको सप्रमार्ग ब्रान्च में जाकर दे दें । ताकि वहां बैंक में जमा हो जाये, लेकिन जब हरिओम उपरोक्त दोपहर एक बजे तक सप्रमार्ग नहीं पहुंचा तो वादी ने हरिओम के मोबाइल नंबर पर फोन किया तो किसी दूसरे आदमी ने उठाया और उसने कहा कि हरिओम का एक्सीडेंट हो गया है।

इस पर वादी ने गोमतीनगर आउटलेट पर फोन करके वहां के मैनेजर को जानकारी दी और वहां के मैनेजर मौके पर पहुंचे वहां से वह लोहिया हॉस्पिटल भी गये। लेकिन वहां पर डाक्टर ने कहा कि हरिओम उपरोक्त का कुछ नहीं हुआ है इनको यहां से ले जाइये। इसके बाद मैनेजर हरिओम को लेकर एक्सीडेंट वाली जगह पर गये। किन्तु वहां पहुंचने पर गाड़ी में कोई भी पैसा नहीं मिला, तब मैनेजर ने हरिओम से पूछा कि बैंकिग का पैसा कहा है तो वो इसका सही उत्तर नहीं दे पाया। तब हरिओम उपरोक्त को मालिक के घर महानगर ले गये वहां पर उसने पूछताछ करने पर भी हरिओम ने बताया कि पैसे उसने नहीं लिये हैं, पर वह धीरे धीरे करके पैसे चुका देगा। वादी को हरिओम की बात पर विश्वास नहीं है। इस सूचना पर थाना गोमतीनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

प्रभारी निरीक्षक दीपक कुमार पाण्डेय ने बताया कि तहरीर मिलने पर ड्राइवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पूछताछ में पता चला कि ड्राइबर पैसा लेकर निकला था, जो गोमनगर के आउटलेट पर डिवाइडर से टकरा गया गिरकर बेहोश हो गया था। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों से पूछताछ में पता चला कि उसे कोई चोट नहीं लगी है। ऐसे में पैसा कैसे गायब हो गया है यह जांच का विषय है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

*किन्नर प्रियंका के ऊपर हुआ जानलेवा हमला,आक्रोश,आरोपियों की गिरफ्तारी ने होने पर किन्नर समाज मुख्यमंत्री आवास का करेगा घेराव*

लखनऊ । थाना निगोहा थानाक्षेत्र में 16 अक्टूबर को किन्नर प्रियंका सिंह रघुवंशी के ऊपर जानलेवा हमला किया गया। इस मामले में पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई। इसे लेकर किन्नर समाज में काफी आक्रोश व्याप्त है।

प्रेसवार्ता ने प्रियंका सिंह रघुवंशी ने कहा कि हमलावरों पर निगोहा थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है मौके पर जिन लोगों ने विवाद किया उनको पुलिस ने पड़कर थाने पर लेकर आई और किसी के माध्यम से रात्रि में छोड़ दिया गया उसी दिन। उन्होंने कहा कि एक तरफ योगी सरकार किन्नर समाज के लिए अनेक सुविधा लागू करती है। वहीं दूसरी तरफ राजधानी लखनऊ थाना निगोहा क्षेत्र में किन्नर पर जानलेवा हमला हुआ ।

प्रियंका सिंह रघुवंशी ने बताया कि प्लानिंग कर किन्नर ने हम पर हमला कर दिया हम गंभीर रूप से घायल हो गए हमारे साथी घायल हो गए हमारे सर में लगे 7 टांके दो दिन बाद मेडिकल कराया गया पुलिस ने दबंगो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई दबगो को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया । निगोहा पुलिस योगी सरकार के दिए गए निर्देश पर नहीं काम कर रही है । लखनऊ पुलिस एक तरफ योगी सरकार बड़े-बड़े दावे करती है किन्नर को हक दिलाने की वहीं दूसरी तरफ किन्नर पर अत्याचार हो रहा है। निगोहा पुलिस सुला समझौता का दबाव बनाते हैं पूरा मामला लखनऊ कमिश्नर के पास पहुंचता है तो एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई करने में जुटी है निगोहा पुलिस। उन्होंने बताया कि 16 अक्टूबर को उनके ऊपर दबंगों ने मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था ।

लोहे के राड डंडों से वार किया था। उन्होंने निगोहा थाने में एफआईआर दबंगो के खिलाफ दर्ज कराई। लखनऊ कमिश्नर व जॉइंट कमिश्नर ने प्रियंका सिंह रघुवंशी को आश्वासन देते हुए कहां है कि दबंगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी तरफ प्रियंका सिंह रघुवंशी ने बताया कि अभी तक दबंग के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है एफआईआर तो दर्ज कर लिया है गिरफ़्तारी नहीं की गई है खुलेआम दबंग घूम रहे हैं। प्रियंका सिंह रघुवंशी ने बताया हमको जान का खतरा है । हमारी जान अभी भी ले सकते हैं लखनऊ पुलिस को बड़ा कदम उठाकर दबंगो गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजना चाहिए।

*प्रधानमंत्री मोदी ने महिला आरक्षण विधेयक पास कराकर किया ऐतिहासिक कार्य, अब एक-तिहाई महिलाएं लोकसभा-विधानसभा में बैठेंगी : एके शर्मा*

लखनऊ।प्रधानमंत्री शनरेन्द्र मोदी ने देश के ऐसे पहले प्रधानमंत्री हुए हैं जिन्होंने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में देश की स्वच्छता, सफाई, शौचालय बनाने तथा महिलाओं की इज्जत एवं सम्मान की बात की। साथ ही उन्होंने नये संसद भवन में महिला आरक्षण विधेयक पास कराकर महिलाओं के हितों के लिए ऐतिहासिक कार्य किया है। अब देश की देश की महिलाएं एक-तिहाई आरक्षण का लाभ लेकर लोकसभा और विधान सभा में अपनी मौजूदगी दर्ज करायेंगी। जहां पर वे महिलाओं की समस्याओं और उनके कल्याण की बात करेंगी, इससे महिलाएं प्रोत्साहित होंगी और समाज की मुख्यधारा से जुड़कर देश के निर्माण में अपना योगदान दे सकेंगी।

नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा आ आजमगढ़ जनपद पहुंचकर रानी की सराय, ब्लॉक हेडक्वाटर पर बीजेपी द्वारा आयोजित नारी शक्ति वंदन में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग कर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब से मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बने है उन्होंने नारी शक्ति के सम्मान, गरिमा के साथ उनके विकास की चिन्ता की है। इससे उनका मनोबल बढ़ा और वे स्वयं आगे बढ़कर विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्व की भूमिका निभा रही हैं।

उन्होंने बताया कि मोदी जी प्रधानमंत्री बनते ही केन्द्रीय पुलिस बलों में महिला आरक्षण के संबंध में जानकारी लिया था और बाद में उन्होंने इन बलों में महिलाओं को आरक्षण दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति असीम श्रद्धा एवं स्नेह बीजेपी की कार्य संस्कृति है। मोदी जी के नेतृत्व में महिलाओं को पूरा हक एवं सम्मान पार्टी में मिला। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी जब मंत्री बनी तब उन्हें शपथ ग्रहण से पहले इस संबंध में जानकारी नहीं थी। आज महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़कर अपना योगदान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि मऊ की मुस्लिम वर्ग की बेटी ने अपने पति के साथ मिलकर चंद्रयान के लिए कैमरा बनाया है।

एके शर्मा ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि जिनके शासन में लाखों टन अनाज गोदामों, रेलवे, स्टेशनों में सड़ जाता था, उसी अनाज को मोदी जी गरीबों में बांट रहे और गरीबों की थाली तक पहुँचा रहे हैं। इसी प्रकार लकड़ी उपलों और अन्य सामग्री का प्रयोग खाना बनाने में करने से धुंआं के कारण महिलाओं में मृत्युदर ज्यादा थी। पहले बड़े लोगों के यहाँ गैस सिलेंडर देखने को मिलता था। मोदी जी के प्रयासों से अब गरीब की झोपड़ी में भी गैस सिलेंडर दिख रहा है।

इसी प्रकार गरीबों के यहाँ किसी के बीमार पड़ने पर सर्वाधिक महिलाएं परेशान होती थीं और इलाज के लिए वे अपने गहने, आभूषण तक बेच देती थीं, लेकिन मोदी जी ने गरीबों को इलाज के लिए पांच लाख रुपये का आयुष्मान कार्ड योजना का लाभ दिया। गाँव-गाँव, घर-घर शौचालय बनने से महिलाएं सबसे ज्यादा महफूज़ हैं। इसी प्रकार महिला आरक्षण विधेयक पास होने से समाज में गैर-बराबरी पसंद लोगों में हलचल होने लगी है और वे अपने नेता बने रहने के सर्वाधिकार के बारे में सोचने को मजबूर हो रहें है।

*छात्रसंघ चुनाव की बहाली को लेकर रालोद ने प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन*

लखनऊ।इलाहाबाद विश्वविद्यालय में बर्बरता पूर्वक छात्रों पर लाठीचार्ज करने एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र निखिल इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र हरेंद्र के फर्जी निलंबन एवं छात्रसंघ चुनाव की बहाली को लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय में धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया गया। जिसमे रालोद छात्रसभा के पदाधिकारी शामिल रहे

रालोद छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष अमन पांडेय ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरठ के चौधरी चरण सिंह विवि से लेकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय तक छात्र आंदोलनरत है विवि प्रशासन में सामंती लोग काबिज हो चुके है जोकि छात्र हितो का लगातार हनन कर रहे है जिसके खिलाफ आंदोलन तेज होगा।

*राजधानी बसों का किराया 10 प्रतिशत होगा कम, वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक में लिया गया महत्वपूर्ण निर्णय*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के अध्यक्ष/प्रमुख सचिव वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता में आज परिवहन निगम के सभागार कक्ष में निदेशक मण्डल की 246वीं बैठक सम्पन्न हुई, जिस पर पूर्व से संचालित 168 राजधानी बसों का किराया 10 प्रतिशत कम करने, यातायात अधीक्षक एवं यातायात निरीक्षक को दो सेट वर्दी की धनराशि भी उपलब्ध कराने, निगम में नॉन टिकटिंग राजस्व में वृद्धि, निगम की अप्रयोज्य भूमि संसाधनों के मॉनीटाइजेशन/राजस्व प्राप्ति की सम्भावनाओं, ट्रांसपोर्ट प्लानिंग एवं आधुनिक इलेक्ट्रिक बसों हेतु नीति-निर्धारण एवं अन्य अनुशांगिक कार्यवाहियों हेतु परामर्शी आबद्ध किये जाने का प्रस्ताव पास किया गया।

चेयरमैन परिवहन निगम ने बताया कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में समूह क एवं ख श्रेणी के रिक्त पदों की भर्ती हेतु उ0प्र0 लोक सेवा आयोग प्रयागराज से कराये जाने के लिए प्रस्ताव शीघ्र भेजा जायेगा। इसके अलावा परिवहन निगम में कार्यरत संविदा एवं आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की भांति पारिवारिक यात्रा पास की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। दुर्घटनारहित संचालन करने वाले संविदा चालक व परिचालक के लिए सुरक्षित चालन प्रोत्साहन योजना के तहत प्रतिमाह दुर्घटना शून्य भत्ता सम्मिलित होगा। दुर्घटना घटित होने के उपरान्त चालक/ परिचालक को उत्तम/उत्कृष्ट प्रोत्साहन योजना से हटा दिया जायेगा ।

चेयरमैन श्री लू ने बताया कि 100 नई स्टैंडर्ड वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसों को क्रय कर बस बेड़े में सम्मिलित किया जायेगा तथा 250 नग स्टैंडर्ड वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसों को जीसीसी मॉडल पर अनुबन्ध पर लिया जायेगा। प्रत्येक क्षेत्र के अधिक ऑफ रोड वाले एक-एक डिपो में बसों का रख-रखाव आउटसोर्स एजेन्सी के माध्यम से की जायेगी। नवीन अनुबन्धित योजना के अंतर्गत निजी संचालक द्वारा परिचालक भी उपलब्ध कराया जायेगा।बैठक में प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर, अपर प्रबंध निदेशक अन्नपूर्णा गर्ग, विशेष सचिव केपी सिंह, देवाशीष दास गुप्ता ,निदेशक आईआईएम,सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

*राजभवन में नवरात्रि के चतुर्थ दिन भी गरबा कार्यक्रम आयोजित, आराधकों में गरबा कार्यक्रम का दिखा उत्साह*

लखनऊ। शारदीय नवरात्रि एवं गरबा महोत्सव के चतुर्थ दिवस पर आज राजभवन में राज्यपाल जी द्वारा माँ दुर्गा की पूजा अर्चना की गई। आज के कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी, राज्यमंत्री उच्च शिक्षा विभाग रजनी तिवारी, कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय आलोक कुमार राय व अन्य गणमान्य सम्मिलित हुए।

15 अक्टूबर से राजभवन में चल रहे नवरात्र महोत्सव के चतुर्थ दिवस पर आज आराधकों द्वारा गरबा नृत्य की उत्साहपूर्ण प्रस्तुति की गई। आराधकों द्वारा गुजरात के लोकगीत सनेडो पर भी नृत्य की प्रस्तुति हुई। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा इस अवसर पर आराधकों का उत्साहवर्धन किया गया। इस अवसर पर राजभवन के अधिकारीगण, कर्मचारीगण, अध्यासित, विश्वविद्यालय के अध्यापकगण, छात्र-छात्राएं व उम्मीद संस्था के बच्चे तथा अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

*दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में कोर्ट ने सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां, बेटे अब्दुल्ला आजम और पत्नी तंजीम फात्मा को सात साल की सुनाई सजा*

लखनऊ । समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने आजम खां, अब्दुल्ला आजम और पत्नी तंजीन फात्मा को सात साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट के आदेश पर तीनों को सीधे जेल भेजा जाएगा।

इससे पहले, बुधवार को ही कोर्ट ने मामले में तीनों को दोषी करार दिया था। सपा के पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम खां के दो जन्म प्रमाणपत्र मामले में दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने बुधवार को अपना फैसला सुनाया।

लघु उद्योग प्रकोष्ठ के तत्कालीन क्षेत्रीय संयोजक एवं भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने 2019 में गंज थाने में सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां के बेटे पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम के खिलाफ दो जन्म प्रमाणपत्र होने का मामला दर्ज कराया था, जिसमें सपा नेता आजम खां और उनकी पत्नी डॉ. तंजीन फात्मा को भी आरोपी बनाया गया था।

पुलिस ने विवेचना के बाद मामले में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी। तीनों ही लोग इस समय जमानत पर चल रहे हैं। मामला एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट ट्रायल कोर्ट में चल रहा है।

11 अक्तूबर को इस मुकदमे में अब्दुल्ला आजम के अधिवक्ताओं को बहस करनी थी, लेकिन उनके द्वारा कोर्ट में स्थगन प्रार्थना पत्र दिया गया था, जिस पर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए अब्दुल्ला को आदेश दिया था कि वह 16 अक्तूबर तक लिखित बहस दाखिल कर सकते हैं। इस फैसले के खिलाफ जिला जज की कोर्ट में रिवीजन दायर की गई थी, जिसे एमपी-एमएलए सेशन कोर्ट ने सुनवाई के बाद खारिज कर दिया था। मंगलवार को अब्दुल्ला आजम के अधिवक्ताओं ने लिखित बहस दाखिल की। इसके बाद कोर्ट में दोनों पक्षों की सुनवाई पूरी हो गई है। कोर्ट ने बुधवार को फैसला सुनाया।

*नौकरशाहों को पसंद आ रहे भ्रष्टाचारी अफसर!,चीनी मिल संघ और चीनी निगम में रिटायर अफसरों को सौंपें गए कमाऊ प्रभार*

आर के यादव

लखनऊ। योगी सरकार की नौकरशाही को घोटालेबाज के दोषी और दागदार अफसर रास आ रहे है। यह बात सुनने में भले ही अटपटी लगे लेकिन सच है। चीनी मिल संघ और चीनी निगम में घोटाले के दोषी अफसरों को रिटायरमेंट के बाद अस्थाई नियुक्ति देकर कमाऊ सीटों पर लगा दिया गया है। चीनी निगम के एक अधिकारी को सेवानिवृत्त होने के एक दिन बाद ही अफसरों ने तीन माह के लिए अस्थाई नियुक्ति दे दी। यह मामला विभागीय अधिकारियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। चर्चा है कि चहेते अफसरों के लिए विभाग में नियम और कानून कोई मायने नहीं रहता है।

मिली जानकारी के मुताबिक चीनी निगम में बसपा सरकार में चीनी मिलों की बिक्री को लेकर सुर्खियों में रहे अधिकारी एसके मेहरा 30 सितंबर को सेवाविस्तार हो गए। सेवानिवृत्त होने के अगले दो दिन (रविवार व गांधी जयंती )का अवकाश था। अवकाश के अगले ही दिन तीन अक्टूबर को उन्होंने फिर से निगम में रहते हुए पुराने पदों पर काम शुरू कर दिया। सूत्रों का कहना है कि चीनी निगम में सेवानिवृत्त के पूर्व में जो प्रभार थे उन्हीं प्रभारों के साथ उन्हें विस्तार दिया गया है। वर्तमान समय में इस अधिकारी के पास महाप्रबंधक परियोजना, कार्मिक, वित्त के साथ कंपनी सचिव के अलावा जिन जगहों पर महाप्रबंधक नहीं है वह प्रभार भी इन्हीं के पास हैं।

सूत्रों का कहना है कि बीते दिना एक व्यक्ति ने इस अधिकारी की शिकायत मुख्यमंत्री से की गई। मुख्यमंत्री से मिलकर की गई इस शिकायत पर प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने इसकी जांच शासन के दो अधिकारी को सौंपी। इसके साथ ही इसी मामले की जांच चीनी मिल संघ के प्रबंध निदेशक ने संघ की दो सदस्यीय कमेटी से कराई। चीनी मिल संघ कमेटी के अफसरों ने जांच में उन्हें क्लीन चिट दे दी, वहीं दूसरी ओर शासन स्तर से हुई जांच में शिकायत को सच पाया गया है। जंांच में दोषी पाए गए अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए आला अफसरों ने उन्हें सेवाविस्तार जरूर दे दिया।

इसी प्रकार चीनी मिल संघ से रिटायर हर्ष वर्धन कौशिक, मुख्य लेखाकार सतेंद्र कुमार, एलडब्लूओ पीके श्रीवास्तव को अस्थाई नियुक्ति पर काम कराया जा रहा है। तीन साल पहले सेवानिवृत्त हुए हर्षवर्घन कौशिक को चीनी शीरा बिक्री के साथ अन्य प्रभार दिए गए है। लीगल का प्रभार पीके श्रीवास्तव के पास है। इनके पास लॉ की डिग्री तक नहीं है। इसी प्रकार सतेंद्र सिंह के पास रिटायरमेंट के बाद से लगातार अकाउंट का प्रभार है। हकीकत यह हे कि चीनी निगम और चीनी मिल संघ में सेवानिवृत्त घोटालेबाज व दागदार अफसरों का दबदबा कायम है। इन रिटायर अफसरों को भी छह माह का विस्तार दे दिया गया। यह सभी कमाऊ सीटों पर जमें हुए है। इनमें कई तो ऐसे है जो जांच में दोषी पाए जाने के साथ दंडित तक किए जा चुके हैं।

रिटायरमेंट के एक दिन बाद ही मिला सेवाविस्तार

उत्तर प्रदेश चीनी निगम में महाप्रबंधक परियोजना, कार्मिक, वित्त के साथ कंपनी सचिव समेत अन्य प्रभार संभाल रहेे एसके मेहरा से जब इस संबंध में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि चीनी मिल बेचने के समय नाम सुर्खियों में आया था। इसकी सीबीआई जांच होने की जानकारी होने पर उन्होंने सहयोगियों को मिठाई तक खिलाई थी। मुख्यमंत्री से एक शिकायत होने व उसकी जांच में दोषी पाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायतें होती रहती है। इस बेलगाम अधिकारियों ने रिटायर होने के दो दिन बाद ही अस्थाई नियुक्ति देकर तीन माह का कार्यकाल बढ़ा दिया है।

अफसरों की चलती रहती हैं जांचे:एमडी

चीनी निगम ओर उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल संघ में सेवानिवृत्त हो चुके अधिकारियों को लंबे समय में दिए जा रहे सेवाविस्तार के संबंध में जब चीनी मिल संघ और चीनी निगम के प्रबंध निदेशक रमाकांत पांडे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अधिकारियों की कमी की वजह से इनको सेवाविस्तार दिया गया है। चीनी निगम और संघ में अधिकारी रिटायर होते जा रहेे है भर्ती हो नहीं रही है। काम चलाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। चीनी निगम और चीनी मिल संघ में दागी और घोटालेबाज अफसरों को सेवाविस्तार दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जांचें तो चलती ही रहती है।

*अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सदस्य 75 लाख की चरस के साथ गिरफ्तार*

लखनऊ । यूपी एसटीएफ को अर्न्तराज्यीय स्तर पर अवैध चरस की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को 15.200 किग्रा अवैध चरस जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 75 लाख रुपये के साथ कानपुर से गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। अभियुक्ताें का नाम विक्रान्त पटेल पुत्र सुदर्शन पटेल, निवासी ग्राम गम्हरिया, पोस्ट हरदिया, थाना रक्सौल,हरदिया पूर्वी चम्पारन, बिहार, अब्दुल कलाम हवारी पुत्र राजुल हवारी, निवासी गॉन्धी नगर रक्सौल पूर्वी चम्पारन, बिहार है।

एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से अवैध मादक पदार्थाे की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। जिसके क्रम में विशाल विक्रम सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक यूपी लखनऊ के पर्यवेक्षण में एसटीएफ फील्ड इकाई कानपुर द्वारा अभिसूचना संकलन की का कार्रवाई की जा रही थी।

अभिूसचना संकलन के दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि अवैध मादक पदार्थ (चरस) की तस्करी करने वाले गिरोह के कुछ सदस्य अवैध चरस की खेप लेकर कानपुर आने वाले है। इस सूचना पर उ.नि. षिवेंद्र सिंह सेगर व मु.आ. अब्दुल कादिर द्वारा थाना ग्वालटोली क्षेत्र कमिश्नरेट कानपुर नगर के भैरवघाट से दो व्यक्तियों को आवश्यक बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।

गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ पर बताया कि हम लोगो का अवैध मादक पदार्थ तस्करी करने का एक गिरोह है जिसका सरगना जयकिशन पाण्डेय व बबलू पहलवान निवासी रक्सौल पूर्वी चम्पारन बिहार है। इन्हीं लोगो द्वारा यह बताया गया था कि अवैध मादक पदार्थ (चरस) कानपुर पहुचाना है जिसके बदले में तुम लोगों को रू0 20 हजार दिया जायेगा। कानपुर पहुंचने पर पता चलेगा कि यह चरस किसे देना था। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना ग्वालटोली कमिश्नरेट कानपुर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

*एक बार फिर डॉ. सोनेलाल पटेल की माैत का उठा मुद्दा, सपा विधायक पल्लवी पटेल ने सीबीआई से जांच कराने की मांग*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से डॉ. सोने लाल पटेल की मौत का मुद्दा उठ गया है। अपना दल के संस्थापक डॉ. सोनेलाल पटेल के परिनिर्वाण दिवस पर अपना दल (कमेरावादी) ने मंगलवार को राजधानी समेत सभी जिलों में प्रदर्शन किया। पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल और सपा विधायक पल्लवी पटेल समेत अन्य पदाधिकारियों ने लखनऊ में हजरतगंज स्थित अंबेडकर प्रतिमा समक्ष प्रदर्शन कर डॉ. सोनेलाल की मौत की सीबीआई से जांच कराने की मांग की। वहीं कृष्णा पटेल ने साजिश के तहत उनकी हत्या कराने का आरोप लगाया। इस दौरान राष्ट्रपति के नाम भेजे गए ज्ञापन में कृष्णा पटेल को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की गई।

कृष्णा पटेल ने आरोप लगाया कि 1999 में तत्कालीन भाजपा सरकार की शह पर प्रयागराज के पीडी टंडन पार्क में जनसभा के दौरान पति पर प्राणघातक हमला कराया गया। 2009 में साजिश के तहत उनकी हत्या करा दी गई। सिराथू विधायक पल्लवी पटेल ने कहा कि सोनेलाल के नाम पर कुछ लोग खुद को उत्तराधिकारी बताकर सत्ता की मलाई काट रहे हैं, लेकिन उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में हुई हत्या की जांच कराने के लिए एक बार भी केंद्र को पत्र तक नहीं लिखा। प्रदर्शन के दौरान बाबा रामाधार पटेल, डा. सीएल पटेल, राम सिंह, राम गोपाल पटेल, ज्ञान प्रकाश वर्मा, अली राजा उर्फ राजा घोसी, हमदान अहमद मौजूद रहे।