नार्को कोऑर्डिनेशन सेंटर की ज़िला स्तरीय समिति की बैठक सम्पन्न*
नशे के अवैध कारोबार के नेटवर्क को ध्वस्त करने,नशे की लत के दुष्प्रभाव के लेकर जागरूकता लाने पर हुई चर्चा
हज़ारीबाग: उपायुक्त के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोथे की अध्यक्षता में नार्काे कोऑर्डिनेशन सेंटर,हजारीबाग की ज़िला स्तरीय कमिटी की बैठक शनिवार को समाहरणालय सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में मादक पदार्थों की तस्करी एवं खेती की रोकथाम तथा विभिन्न स्तर पर समन्वय एवं सहयोग स्थापित करने के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।
मौके पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिले में मादक पदार्थों की तस्करी एवं खेती की रोकथाम के उद्देश्य से चार स्तरीय नार्कों कॉर्डिनेशन सेंटर मेकानिज्म का गठन किया गया है। सभी संबंधितों को पुरी मुस्तैदी एवं समन्वय के साथ काम करना होगा। उन्होंने समय पर सूचनाओं का आदान-प्रदान कर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
उन्होंने खासकर शिक्षण संस्थानों, मार्केट कॉम्प्लेक्स, बस स्टैंड आदि जगहों पर पुलिस थानों को विशेष नज़र रखने एवं संलिप्त लोगों के विरूद्ध औचक छापेमारी करने का निर्देश दिया।
निगरानी एवं सूचना तन्त्र को मजबूत कर प्रभावी तरीके से कारवाई करने का निर्देश थाना प्रभारियों को दिया। उन्होंने कहा नशा के कारोबार शहर में तेजी से पांव पसार रहा है। मामला बहुत संवेदनशील है, युवा पीढ़ी को नशे की चपेट में आते जा रहे हैं।
पुलिस इस मामले को संवेदनशीलता एवं संजीदगी से निपटे। शहर में होने वाली छोटी-मोटी वारदातों के पीछे नशेड़ियों का बहुत बड़ा हाथ होता है। शहरी क्षेत्र के थाना प्रभारी इस पर विशेष निगरानी रखें एवं कारवाई सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा उन्होंने कहा नशे के उत्पादक क्षेत्र खासकर चौपारण, बरही, केरेडारी सहित एवं जंगल के क्षेत्र में विशेष निगरानी कर पैदावार के प्रारंभिक चरणों में ही रोकथाम के लिए संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी, अंचल अधिकारी, अंचल निरीक्षक, वन विभाग के कर्मी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ आपसी समन्वय बनाकर प्रभावी तरीके से नियंत्रण के लिए कार्य करने की आवश्यकता होगी। उन्होंने क्षेत्रीय स्तर के कर्मियों की भूमिका सुनिश्चित करने तथा उक्त अधिनियम के बाबत स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों एवं आमजनों को जागरूक करने का निर्देश अंचलाधिकारी एवं प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को दिया। साथ ही कहा प्राथमिक स्तर पर ही इसके रोकथाम एवं इसमें संलिप्त गिरोहों पर कार्रवाई करना आवश्यक है। साथ साथ समाज को भी जागरूक करना जरूरी है ताकि इसके दुष्प्रभाव को खत्म किया जा सके।
इस बाबत उन्होंने कहा कि सूचना तंत्र को मजबूत करने के साथ साथ तस्करी पर लगाम लगाने की कारवाई करना, जिला के चिन्हित प्रखंड ख़ासकर चौपारण के सुदूरवर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ाना होगा, बताया गया कि चौपारण क्षेत्र जहां मादक पदार्थों की खेती होती है सुदूरवर्ती होने के साथ-साथ बिहार की सीमा से लगा भी हुआ वहां विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई करें।
मौके पर निर्देश दिया गया कि मुखिया एवं थाना प्रभारियों उक्त आश्य का शपथ पत्र देना होगा कि मादक पदार्थों का उपज उनके क्षेत्र में नहीं होता है। साथ ही अन्तर्राजीय गिरोह पर निगरारी के लिए पड़ोसी राज्य के पुलिस से समन्वय करने का निर्देश दिया गया। वहीं मादक पदार्थ, सेवन के दुष्प्रभाव एवं अधिनियम की धाराओं संबंधी जनजागरूकता हेतु स्कूल कॉलेजों मंे कार्यक्रम करने, सोशल मीडिया, बैनर एवं परंपरागत मीडिया के माध्यम से जागरूकता प्रचार-प्रसार करने को कहा। वहीं सीविल सर्जन एवं समाज कल्याण अधिकारी को नशा मुक्ति केन्द्र में सभी आवश्ययक सुविधाएं सुनिश्चित करने एवं गतीशील रखने का निर्देश दिया गया। साथ ही समाज कल्याण विभाग के माध्यम से एनजीओ द्वारा संचालित केन्द्र में उपलब्ध सुविधाओं, संचालन आदि को चाक चौबंद रखने, मॉनिटरिंग एवं निगरानी का निर्देश जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को दिया। मौके पर जिला औषधी निरीक्षक को प्रतिबंधित दवाओं के विक्रय पर रोकथाम हेतु मेडिकल स्टोरों में नियमित निरीक्षण करने का निर्देश दिया। साथ ही कृत कार्रवाई से समित को ससमय अवगत कराने का निर्देश दिया गया।
बैठक में एसपी के अलावा वन प्रमण्डल पदाधिकारी, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर एवं बरही, सीविल सर्जन सहित कमिटी के अन्य सदस्य एवं अंचलाधिकारी, थाना प्रभारी मौजूद थे।
Oct 14 2023, 18:04