प्रदेश के प्रत्येक जिले में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बस स्टैंड स्थापित किया जाएगा

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की ओर से प्रदेश के प्रत्येक जिले में पब्लिक प्राइवेट पार्टटनरशिप (पीपीपी मोड) पर एक बस पोर्ट (अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बस स्टैंड) स्थापित किया जाएगा। निगम ने 16 जिलों में 18 बस स्टैंड के लिए लिए कैबिनेट प्रस्ताव तैयार कर लिया है। वहीं शेष जिलों में बस पोर्ट बनाने के लिए सलाहकार संस्था चयन की कार्यवाही शुरू हो गई है।

प्रदेश सरकार ने पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट पर प्रयागराज, कौशांबी, लखनऊ के गोमतीनगर, गाजियाबाद बस स्टैंड को बस पोर्ट के लिए चयन किया था। इसके लिए फर्म का चयन लगभग हो गया है। चयनित फर्म ने बस स्टैंड के प्लान का प्रस्तुतीकरण भी कर दिया है। परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह कहना है कि प्रदेश के हर जिले में एक बस पोर्ट विकसित किया जाएगा। आगामी चार वर्ष में प्रदेश का एक भी जिला ऐसा नहीं होगा जहां बस पोर्ट न हो।

उन्होंने बताया कि करीब 50 से अधिक जिलों में बस पोर्ट के लिए सलाहकार संस्था का चयन किया जा रहा है। प्रत्येक जिले में बस पोर्ट के लिए मौजूदा समय में उपलब्ध जमीन और शहर की आवश्यकता के अनुसार प्रस्तावित नई जगह पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। रिपोर्ट मिलने पर वहां भी पीपीपी मोड पर बस पोर्ट विकसित किया जाएगा।

यूपीएसआरटीसी ने गाजियाबाद के साहिबाबाद, आगरा के ट्रांसपोर्ट नगर और ईदगाह, मथुरा के पुराना बस स्टैंड, कानपुर के कानपुर सेंट्रल (झकरकटी), वाराणसी के कैंट, प्रयागराज के जीरो रोड और लखनऊ के अमौसी बस स्टैंड के लिए कैबिनेट प्रस्ताव तैयार किया है।

लखनऊ के चारबाग, मेरठ के सोहराबगेट, अलीगढ़ के रसूलाबाद, गोरखपुर के गोरखपुर, अयोध्या के अयोध्याधाम, बरेली के सैटेलाइट, रायबरेली और मिजार्पुर में बस पोर्ट के लिए भी प्रस्ताव तैयार किया है। बुलंदशहर के बुलंदशहर और मेरठ के गढ़मुक्तेश्वर नया बस स्टैंड बनाने के लिए भी प्रस्ताव तैयार किया है।

826 डीजल और 125 इलेक्ट्रिक बसें खरीदेगा निगम

योगी कैबिनेट ने हालही में यूपीएसआरटीसी में 1000 नई बसें खरीदने के लिए 400 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। निगम के एमडी मासूल अली सरवर ने बताया कि 826 डीजल बसें खरीदी जाएंगी। वहीं 125 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी।

एमडी ने बताया कि निगम फिलहाल नई वोल्वो बसें नहीं खरीदेगा। लेकिन कोई निजी आॅपरेटर रोडवेज के साथ मिलकर वोल्वो बसें संचालित करने का प्रस्ताव देंगे तो वोल्वो बसें संचालित की जा सकती है। निगम के पास वर्तमान में करीब 34 वोल्वो बसें हैं।

किसान की बेटी पारुल चौधरी ने चीन में रच दिया इतिहास, भारत की झोली में एक और स्वर्ण पदक आया

लखनऊ । किसान की बेटी पारुल चौधरी ने मंगलवार को चीन में इतिहास रच दिया। भारत की झोली में एक और स्वर्ण पदक आया तो पूरे देशवासियों के चेहरों पर खुशी छा गई। उधर, देश के लोगों ने सोशल मीडिया पर पारुल चौधरी को बधाई देते हुए खुशी जाहिर की।

चीन के हांगझाऊ में आयोजित एशियन गेम्स के ट्रेक एंड फील्ड इवेंट में मेरठ की एथलीट बेटी पारुल चौधरी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सोने पर कब्जा किया है। मंगलवार को पारुल ने पांच हजार मीटर स्टीपल चेज स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इससे पहले सोमवार को पारुल ने 3000 मीटर में रजत पदक जीता था।

पारुल चौधरी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ के फाइनल में पहला स्थान हासिल कर एशियाई खेल 2023 में भारत को 14वां स्वर्ण पदक दिलाया। उन्होंने कल शाम महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज में रजत पदक जीता था, लेकिन इस बार अंतिम कुछ मीटर में उन्होंने तेजी ला दी और अपने प्रतिद्वंद्वी को आश्चर्यचकित करते हुए स्वर्ण पदक जीत लिया।

मेरठ में दौराला क्षेत्र के इकलौता गांव निवासी कृष्णपाल सिंह की बेटी पारुल चौधरी ने मंगलवार को दूसरे दिन लगातार पदक हासिल किया। पारुल द्वारा स्वर्ण पदक जीतने की खबर मेरठ पहुंची तो लोग खुशी से झूम उठे। उधर, गांव में पारुल चौधरी के घर पर परिजनों को बधाई देने वालों का तांता लग गया। बताया गया कि गांव में एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी मनाई है।

गांव में खेती करने वाले कृष्णपाल सिंह की बेटी पारुल चौधरी ने पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन किया है। छोटे से गांव से निकली बेटी की इस बड़ी उपलब्धि पर पूरा गांव और परिवार गर्व महसूस कर रहा है। पारुल चौधरी इससे पहले भी कई उपलब्धि हासिल कर चुकी हैं।

कृष्णपाल सिंह खेती करते हैं और उनके दो बेटे व दो बेटियां हैं। बड़ा बेटा राहुल दीवान टायर फैक्टरी में मैनेजर है, दूसरे नंबर की बेटी प्रीति सीआईएसएफ में स्पोर्ट्स कोटे से दरोगा है। तीसरे नंबर की पारुल चौधरी हैं। वह रेलवे में टीटीई हैं। चौथे नंबर का बेटा रोहित यूपी पुलिस में है। पारुल और प्रीति ने भराला गांव स्थित बीपी इंटर कॉलेज से कक्षा 10 व इंटर की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद मेरठ कॉलेज मेरठ से ग्रेजुएशन की। पटियाला पहुंचकर विवि टॉपर रही।

*यूपी-एनसीआर में भूकंप के झटके, लखनऊ में दो बार हिली धरती*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किये गये। लखनऊ में 10 सेकेंड में दो बार हिली धरती, तीव्रता 5.5 रही। इसके अलावा प्रदेश के मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर और शामली व सहारनपुर समेत आसपास के जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए।मेरठ देहात क्षेत्र में 2:55 पर दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का झटका महसूस होते ही लोग घरों के बाहर निकल आए।

दोपहर करीब 2:53 के आसपास भूकंप के झटकों से लखनऊ की धरती हिल गई। अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों को झटके ज्यादा तेज महसूस हुए। भूकंप का केंद्र नेपाल चीन सीमा के पास बताया जा रहा है। इसकी रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 5.5 मापी गई है।बिजनौर जनपद में 2.52 पर भूकंप के तेज झटके महसूसर किए गए। बताया गया कि नेपाल भूकंप का केंद्र रहा है। रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई है। यह सामान्य से ज्यादा है। सहारनपुर और शामली में भी तकरीबन 40 सेंकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए।

मेरठ से सटे हस्तिनापुर में भी 2:53 पर भूकंप के बड़े झटके लोगों ने महसूस किए, जिन्हें देखकर हड़कंप मच गया। कुछ लोग अपने घरों से बाहर की ओर निकल आए। हालांकि एक मिनट से भी कम देरी तक भूकंप रहा, लेकिन लोगों में दहशत फैल गई।मेरठ के होटल हारमनी में मेरठ सहोदय अवार्ड सेरेमनी संवाद चल रहा था। इसी दौरान भूकंप से बिल्डिंग हिल गई। कार्यक्रम में मौजदू लोग परेशान होकर इधर-उधर देखने लगे। इसी प्रकार से लखनऊ में दस सेकेंड के अंदर दो बार धरती हिलने पर लोग भयभीत हो उठे और घरों से बाहर निकल आये।

भूकंप के दौरान क्या करें

भूकंप के दौरान जितना संभव हो उतना सुरक्षित रहें। इस बात के प्रति सतर्क रहें कि कौन-से भूकंप वास्तव में इसकी पूर्व-चेतावनी देने वाले भूकंप के झटके होते हैं और बाद में बड़ा भूकंप भी आ सकता है। धीरे-धीरे कुछ कदमों तक सीमित हलचल करें जिससे पास में किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंच सकें और भूकंप के झटकों के रुकने पर घर में तब तक रहें जब तक कि आपको यह सुनिष्चित हो जाएं कि बाहर निकलना सुरक्षित है।

यदि आप घर के अंदर हों तो जमीन पर झुक जाए

आप यदि घर के अंदर हों तो जमीन पर झुक जाए, किसी मजबूत मेज अथवा फर्नीचर के किसी हिस्से के नीचे षरण लें अथवा तब तक मजबूती से पकड़कर बैठे रहें जब तक कि भूकंप के झटके न रुक जाएं। यदि आपके पास कोई मेज या डेस्क न हो तो अपने चेहरे तथा सिर को अपने बाजुओं से ढक लें और बिल्डिंग के किसी कोने में झुक कर बैठ जाएं।किसी आंतरिक दरवाजे के लिन्टॅल (लेंटर), किसी कमरे के कोने में, किसी मेज अथवा यहां तक कि किसी पलंग के नीचे रुककर अपने आपको बचाएं।

षीषे, खिड़कियों, दरवाजों तथा दीवारों से दूर रहें अथवा ऐसी कोई चीज जो गिर सकती हो (जैसे लाइटिंग फिक्सचर्स या फर्नीचर), से दूर रहें।जितनी जल्दी संभव हो सुरक्षा के साथ गाड़ी रोकें तथा गाड़ी में रुके रहें। बिल्डिंग, पेड़ों, ओवरपास, बिजली/टेलीफोन आदि की तारों के पास अथवा नीचे रुकने से बचें।

सावधानी से भूकंप के रुकने के बाद आगे बढ़ें अथवा सड़कों, पुलों, रैम्प से बचें जो भूकंप द्वारा क्षतिग्रस्त हुए हो सकते हैं।

*यूपी-एनसीआर में भूकंप के झटके, लखनऊ में दो बार हिली धरती*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किये गये। लखनऊ में 10 सेकेंड में दो बार हिली धरती, तीव्रता 5.5 रही यूपी से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है। अभी-अभी यूपी में भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। ।

दोपहर करीब 2:53 के आसपास भूकंप के झटकों से लखनऊ की धरती हिल गई। अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों को झटके ज्यादा तेज महसूस हुए। भूकंप का केंद्र नेपाल चीन सीमा के पास बताया जा रहा है। इसकी रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 5.8 मापी गई है।

भूकंप के दौरान क्या करें

भूकंप के दौरान जितना संभव हो उतना सुरक्षित रहें। इस बात के प्रति सतर्क रहें कि कौन-से भूकंप वास्तव में इसकी पूर्व-चेतावनी देने वाले भूकंप के झटके होते हैं और बाद में बड़ा भूकंप भी आ सकता है। धीरे-धीरे कुछ कदमों तक सीमित हलचल करें जिससे पास में किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंच सकें और भूकंप के झटकों के रुकने पर घर में तब तक रहें जब तक कि आपको यह सुनिष्चित हो जाएं कि बाहर निकलना सुरक्षित है।

यदि आप घर के अंदर हों तो जमीन पर झुक जाए

आप यदि घर के अंदर हों तो जमीन पर झुक जाए, किसी मजबूत मेज अथवा फर्नीचर के किसी हिस्से के नीचे षरण लें अथवा तब तक मजबूती से पकड़कर बैठे रहें जब तक कि भूकंप के झटके न रुक जाएं। यदि आपके पास कोई मेज या डेस्क न हो तो अपने चेहरे तथा सिर को अपने बाजुओं से ढक लें और बिल्डिंग के किसी कोने में झुक कर बैठ जाएं।किसी आंतरिक दरवाजे के लिन्टॅल (लेंटर), किसी कमरे के कोने में, किसी मेज अथवा यहां तक कि किसी पलंग के नीचे रुककर अपने आपको बचाएं।

षीषे, खिड़कियों, दरवाजों तथा दीवारों से दूर रहें अथवा ऐसी कोई चीज जो गिर सकती हो (जैसे लाइटिंग फिक्सचर्स या फर्नीचर), से दूर रहें।जितनी जल्दी संभव हो सुरक्षा के साथ गाड़ी रोकें तथा गाड़ी में रुके रहें। बिल्डिंग, पेड़ों, ओवरपास, बिजली/टेलीफोन आदि की तारों के पास अथवा नीचे रुकने से बचें।

सावधानी से भूकंप के रुकने के बाद आगे बढ़ें अथवा सड़कों, पुलों, रैम्प से बचें जो भूकंप द्वारा क्षतिग्रस्त हुए हो सकते हैं।

*देश के राजनेताओं में इंस्टाग्राम पर फॉलोअर्स की संख्या के लिहाज से मुख्यमंत्री सीएम योगी तीसरे स्थान पर*

लखनऊ । सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 7 मिलियन ( 70 लाख ) फॉलोअर्स हो गए है। देश के राजनेताओं में इंस्टाग्राम पर फॉलोअर्स की संख्या के लिहाज से मुख्यमंत्री तीसरे स्थान पर है।

इंस्टाग्राम पर मुख्यमंत्री योगी ने अब तक 3273 पोस्ट की हैं। वह खुद 12 लोगों को फॉलो करते हैं। इसी तरह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ट्वटिर पर 26.2 मिलियन करीब (दो करोड़ 62 लाख) फॉलोवर हैं। फेसबुक पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 7.6 मिलियन (करीब 76 लाख) लोग फॉलो करते हैं।

*देवरिया में हुए नरसंहार में घायल बच्चे का हाल जानने के लिए बीआरडी मेडिकल कालेज पहुंचे सीएम योगी*

लखनऊ । सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार सुबह बीआरडी मेडिकल कॉलेज में देवरिया में हुए नरसंहार में घायल बच्चे का हालचाल लिया। साथ ही, बच्चे के बेहतर उपचार के अधिकारियों को निर्देश दिए। सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार सुबह बीआरडी मेडिकल कॉलेज में देवरिया में हुए नरसंहार में घायल बच्चे का हालचाल लिया। साथ ही, बच्चे के बेहतर उपचार के अधिकारियों को निर्देश दिए।

रुद्रपुर कोतवाली के फतेहपुर के लेहड़ा टोला में हुई छह लोगाें की हत्या की जांच के लिए सोमवार की दोपहर में प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार हेलीकाप्टर से पुलिस लाइन पहुंचे। जहां से वह लेहड़ा टोला के लिए रवाना हो गए। घटनास्थल पर उन्होंने निरीक्षण किया। सत्यप्रकाश दुबे के घर के अंदर भी पहुंचकर उन्होंने निरीक्षण किया। जबकि पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या के मामले की जानकारी ली। उन्होंने घटना में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया और विवाद के भी जांच का निर्देश दिया।

*राष्ट्रीय पशु बाघ की हड्डियों का ढांचा की तस्करी करने वाला सरगना गिरफ्तार*

लखनऊ । यूपी एसटीएफ एवं वन विभाग के संयुक्त अभियान में वन्यजीवों की तस्करी करने वाले गैंग के सरगना को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुय। अभियुक्त का नाम अनिल कुमार पुत्र विजय कुमार निवासी ग्राम कोठिया थाना मझगयीं जनपद लखीमपुर खीरी है। विगत कुछ दिनों से राष्ट्रीय पशु बाघ के लिए सरंक्षित वन्य जीव अभ्यारणों से इन्हें मारकर इनकी खाल, हड्डी, नाखून इत्यादि की तस्करी करने वाले गैंगों के सदस्यों के जनपद लखीमपुर-खीरी व पीलीभीत के आस-पास सक्रिय होने की सूचना प्राप्त हो रही थी।

इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में एसटीएफ को मुखबिर द्वारा ज्ञात हुआ कि निघासन जनपद लखीमपुर खीरी के कुछ व्यक्ति एक टाइगर को मारकर उसकी खाल व नाखून बेच चुके हैं व अब उसकी हड्डियों को किसी नेपाली तस्कर को बेचने की फिराक में है। इस सूचना पर एसटीएफ की गठित टीम द्वारा इसी गैंग के दो सदस्यों को 30 सितंबर को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से राष्ट्रीय पशु बाघ (पैन्थेरा टिगरिस) की हड्डियों का ढांचा (स्कलटोन) की बरामदगी की गयी थी।

इसी क्रम में मुखबिर द्वारा प्राप्त सटीक सूचना पर एसटीएफ एवं वन विभाग की संयुक्त टीम द्वारा दबिश देकर टाइगर पोचर गैंग के सरगना अनिल को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ पर बताया कि 30 सितंबर को बरामद किया गया राष्ट्रीय पशु बाघ (पैन्थेरा टिगरिस) की हड्डियों का ढांचा (स्कलटोन) की बिक्री नेपाल व चीन में होती है जहो इनकी हड्डियों का चूर्ण बनाकर इनसे विभिन्न प्रकार की शक्तिवर्धक औषधियों का निर्माण किया जाता है। बाघ के शिकार के सम्बन्ध में पूँछताछ पर बताया कि बाघ के शिकार का काम हमलोग पीढ़ियों से करते आ रहे हैं, हम लोग बाघ के आने-जाने के स्थानों की रेकी करते हैं फिर उन रास्तों पर लोहे का बना एक कुढ़ा लगा देते हैं जहाँ गुजरने पर बाघ का पांव उस कुठे में फंस जाता है और बाघ की वहीं तड़प-तड़प कर मृत्यु हो जाती है ।

इसके बाद हम लोग मौका देखकर उनकी खाल, मास हड्डी आदि को अलग-अलग कर छुपा देते हैं इसके उपरांत नेपाल व चीन के तस्करों से सम्बन्ध साधकर इनकी बिक्री कर पांच से 10 लाख रुपये कमा लेते हैं । तीस सितंबर को भी हम लोग बाघ की हड्डियों को बेचने जा रहे थे कि एसटीएफ टीम द्वारा मेरे साथियों को पकड़ लिए गया था। बरामद टाइगर की हड्डी उसी टाइगर की है जिसे हम लोगों ने कुछ महीनों पूर्व जंगल में लोहे का कुड़का लगाकर शिकार किया गया था। जिसकी खाल व नाखून हम लोग पहले ही नेपाल के तस्करों को बेच चुके हैं। गिरफ्तार अभियुक्त के विरुद्ध अग्रिम विधिक कार्रवाई प्रभागीय वन अधिकारी वन रेंज माला पीलीभीत के स्तर से सम्पादित की जायेगी।

*देवरिया नृशंस हत्या कांड के बाद एक बार फिर चर्चा में आया, साल 2006 में वर्चस्व की लड़ाई में यहां तड़तड़ाई थी गोलियां*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के देवरिया स्थित रुद्रपुर तहसील क्षेत्र का फतेहपुर गांव हत्या जैसी नृशंस वारदात को लेकर एक बार फिर चर्चा में है। इससे पहले वर्ष 2006 में वर्चस्व की लड़ाई में यहां गोलियां तड़तड़ाईं थीं। उस समय ग्राम प्रधान के बेटे और भलुअनी के तत्कालीन ब्लॉक प्रमुख के साले की हत्या कर दी गई थी। तब फतेहपुर प्राथमिक स्कूल पर एक अतिरिक्त कक्ष के उद्घाटन को लेकर ग्राम प्रधान और ब्लॉक प्रमुख के बीच खूनी संघर्ष शुरू हो गया था।

सोमवार को लेहड़ा टोले पर हुए नरसंहार की रोगंटे खड़े कर देने वाली घटना से फतेहपुर दोबारा दहल उठा। इस घटना में एक पक्ष के एक शख्स की हत्या के बाद उपजे आक्रोश में मृतक के परिवार के लोगों ने आरोपी परिवार के पांच लोगों की चुन-चुनकर हत्या कर दी।

फतेहपुर में खूनी संघर्ष की कहानी नई नहीं है। 17 साल पहले तबके ग्राम प्रधान मदन निषाद ने तत्कालीन विधायक को अतिरिक्त कक्ष का लोकार्पण के लिए आमंत्रित किया था। लोकार्पण के बाद कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तत्कालीन ब्लॉक प्रमुख से शिलापट पर नाम न खुदवाने को लेकर कहासुनी हो गई। विवाद इतना बढ़ा की दोनों तरफ से गोलियां चलने लगीं।

एक पक्ष से प्रमुख के साले टड़वा गांव के रहने वाले मांधाता सिंह और दूसरे पक्ष से ग्राम प्रधान के पुत्र रामप्रेवश निषाद गोली का शिकार हो गए। दोनों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना में दो महिलाओं की मांग का सिंदूर मिट गया था। 17 साल बाद सोमवार को हुई घटना ने उस समय के दृश्य को ताजा कर दिया।

*बिहार सरकार द्वारा जातीय जनगणना के आंकड़े जारी किए जाने के बाद यूपी में भी इस मुद्दे पर सियासत शुरू*

लखनऊ । बिहार सरकार द्वारा जातीय जनगणना के आंकड़े जारी किए जाने के बाद यूपी में भी इस मुद्दे पर सियासत शुरू हो गई है। विपक्ष ही नहीं बल्कि सत्ता पक्ष में शामिल भाजपा के सहयोगी दल भी जातीय जनगणना की मांग को फिर से उठाने लगे हैं। एनडीए के घटक दल अपना दल (एस) और सुभासपा ने भी जातीय जनगणना कराने की मांग उठाकर भाजपा पर दबाव बढ़ा दिया है। जबकि निषाद पार्टी ने जातीय जनगणना को भरमाने का प्रयास बताया है।

अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल का कहना है कि उनकी पार्टी हमेशा से जातीय जनगणना कराने की पक्षधर रही है और इस मुद्दे को सड़क से लेकर संसद तक भी उठाती रही है। रायबरेली में सोमवार को कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने जातीय जनगणना को समय की मांग बताया। वहीं, सुभासपा के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर का कहना है कि उनकी पार्टी का गठन ही इस मुद्दे की लड़ाई को लेकर हुआ है। पार्टी विधानसभा में इस मुद्दे को कई बार उठा चुकी है। हर वर्ग के हिस्सेदारी की लड़ाई सत्ता के भीतर और बाहर रहकर भी लड़ती रही है। सुभासपा रोहिणी आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की भी मांग कर चुकी है।

बिहार में जातीय जनगणना की रिपोर्ट आने के बाद उत्तर प्रदेश में जातीय जनगणना कराने के मुद्दे पर भाजपा ने चुप्पी साध ली है। अलबत्ता पार्टी ने बिहार में जातीय जनगणना की रिपोर्ट पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार और आरजेडी के अध्यक्ष लालू यादव पर पलटवार किया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने सोमवार को कहा कि बिहार सरकार ने किस नियम के आधार पर जातीय जनगणना कराई है। कहा कि कांग्रेस, सपा, आरजेडी परिवारवाद की राजनीति करते हैं। विपक्षी दलों के नेता जातीय जनगणना के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं। आरजेडी में लालू के बाद तेजस्वी और तेजप्रताप ही आगे रहेंगे, कांग्रेस में सोनिया गांधी के बाद राहुल गांधी ही सर्वोपरि रहेंगे, सपा मे भी मुलायम सिंह यादव के बाद अखिलेश यादव ही पार्टी की कमान संभाल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ये दल बताएं कि इनकी सरकारों के कार्यकाल में पिछड़ों और दलितों के उत्थान के लिए क्या किया गया। संगठन और सरकार में कितनी भागीदारी दी गई। अपना दल और निषाद पार्टी की ओर से जातीय जनगणना की मांग के सवाल पर चौधरी ने कहा कि वह हमारे सहयोगी दल हैं। उनका राजनीतिक एजेंडा अलग है, भाजपा का अलग है। मामले पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता आलोक अवस्थी ने कहा कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर मुख्यमंत्री विधानसभा में पहले ही कह चुके हैं कि जनगणना कराना केंद्र सरकार का अधिकार है। राज्य सरकार जनगणना नहीं करा सकती है।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अयज राय बोले- हर हाल में होनी चाहिए जातीय जनगणना

लखनऊ। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि जातीय जनगणना हर हाल में होनी चाहिए ताकि उसी हिसाब से आगे की रणनीति बनाई जा सके। लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके। कांग्रेस लगातार इसकी मांग कर रही है। पार्टी जातीय जनगणना कराने की मांग को लेकर सम्मेलन भी करा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में हुई जातीय जनगणना के आंकड़ें वहां वस्तुस्थिति से वाकिफ करा रहे हैं। उत्तर प्रदेश ही नहीं सभी राज्यों में यह गणना होनी चाहिए।

राज्यसभा सदस्य संजय सिंह बोले- जातिगत जनगणना से ही मिलेगा योजनाओं का लाभ

आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि आरक्षण और सरकार की लाभकारी नीतियों का लाभ वांछित लोगों तक तभी पहुंचेगा, जब जातिगत जनगणना होगी। इसलिए हर राज्य में जातिगत जनगणना होनी चाहिए। मध्य प्रदेश के सियासी हालात पर उन्होंने कहा कि यह भाजपा का दुर्भाग्य है कि वहां उनके नेता दिन-रात प्रार्थना कर रहे है कि उनका टिकट कट जाए। यानि वह चुनाव लड़ने से बच रहे हैं क्योंकि उनको पता है कि भाजपा चुनाव हारने जा रही है।

*यूपी से पकड़े गए दो अातंकी, इनके निशाने पर थे देश के प्रमुख मंदिर अयोध्या और मुंबई के मरीन ड्राइव स्थित चाबड़ हाउस, एटीएस की टीम आज करेंगी पूछत

लखनऊ । दिल्ली की स्पेशल सेल ने आतंकियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जिसमें से दो आतंकी यूपी के लखनऊ और मुरादाबाद के हैं। तीनों आतंकियों ने पूछताछ में अहम खुलासे किए हैं। मुख्य आरोपी शाहनवाज के दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत की 18 जगहों पर रेकी करने की बात सामने आई है।इनके निशाने पर देश के प्रमुख मंदिर में अयोध्या और मुंबई के मरीन ड्राइव स्थित चाबड़ हाउस आदि जैसे स्थान थे। सुरक्षा एजेंसियां इन से जुड़े लोगों की जानकारी जुटा रही है। सूत्रों के मुताबिक यह लोग गुजरात में अक्षरधाम मंदिर पर आतंकी हमले के मास्टरमाइंड भगोड़े फरतुल्लाह गौरी और उसके दामाद शाहिद फैसल के संपर्क में थे।

स्पेशल सेल के विशेष आयुक्त एचजीएस धालीवाल के अनुसार, एनआईए ने तीन आतंकियों पर इनाम घोषित किया था। जिसमें झारखंड के हजारी बाग निवासी मुख्य शाहनवाज को दिल्ली के जैतपुर से गिरफ्तार किया गया। उसकी निशान देही पर लखनऊ के सआदतगंज से रिजवान और मुरादाबाद से अरशद को गिरफ्तार किया है।सूत्रों के मुताबिक आईएस के इस पुणे मॉड्यूल में आतंकियों की भर्ती से लेकर केमिकल बम तैयार और ब्लास्ट करने की ट्रेनिंग भी दी जा रही थी। यह लोग केमिकल बम बनाने से लेकर उनकी ट्रेनिंग भी ले रहे थे। इन लोगों ने पुणे में इसकी ट्रेनिंग भी ली। यह लोग पाकिस्तानी आतंकी संगठन से जुड़े थे। जिनसे ही निर्देश ले रहे थे।

पुलिस टीम को शाहनवाज के ठिकाने से पिस्टल, आईईडी बनाने का सामान, केमिकल बम बनाने का सामान और देश विरोधी गतिविधियों संबंधित सामग्री मिली है।दिल्ली पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि गिरफ्तार आतंकी शहनवाज ने खनन से, रिजवान ने कंप्यूटर साइंस और अरशद वारसी ने मैकेनिकल से बीटेक किया है। यह इंटरनेट से केमिकल बम बनाने की विधि सीखी थी। जिसने पाकिस्तान में बैठे लोगों ने मुहैया कराए थे। जिसमें देश विरोधी गतिविधियों से जुड़े दस्तावेज भी शामिल हैं।

यूपी एटीएस की टीम मंगलवार को दिल्ली जाकर लखनऊ और मुरादाबाद में पकड़े गए आतंकी गतिविधि से जुड़े दोनों लोगों से पूछताछ करेगी। एटीएस सूत्रों के मुताबिक दोनों यूपी में रहकर देश विरोधी गतिविधियां संचालित कर रहे थे जिसकी किसी को भनक तक नहीं थी।बताया जा रहा है सआदतगंज से गिरफ्तार रिजवान का जिस कैंपवेल रोड स्थित 99 नंबर प्लाट में रहने वाला बताया गया। वहां के आसपास के लोग भी इसकी जानकारी नहीं दे सके। स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है।