*ज्ञानपुर नगर पंचायत के पालिका की बड़ी उम्मीद*
ज्ञानपुर नगर पंचायत के पालिका की बड़ी उम्मीद
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। नगर पंचायत ज्ञानपुर को नगर पालिका परिषद बनाने की उम्मीद बढ़ने लगी है। चेयरमैन घनश्याम दास गुप्ता एक सप्ताह पूर्व प्रमुख सचिव नगरीय निकाय से मिलकर पत्र सौंपा। जिस पर आश्वासन मिला कि लोग चुनाव के बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा। करीब डेढ़ दशक से मामला ठंडे बस्ते में है। 2019 में तत्कालीन जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने भी प्रस्ताव निदेशक को भेजा था, हालांकि उस पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका।
आजादी के बाद 1952 में नगर पंचायत ज्ञानपुर का सृजन हुआ। उस समय भदोही वाराणसी जिले का ही हिस्सा था। जनपद सृजन के बाद साल 2008 में नगर पंचायत को नगर पालिका बनाने के लिए अधिकारियों ने पहल शुरू की, हालांकि राजनीतिक हस्तक्षेप न होने से मामला आगे नहीं बढ़ सका। 2019 में तत्कालीन डीएम ने निदेशक को पत्र लिखकर बताया कि मुख्यालय की नगर पंचायत होने से इसे पालिका बनाना जरूरी है।
इसमें जिलाधिकारी, दीवानी न्यायालय, संभागीय परिवहन अधिकारी,वन अधिकारी, नवोदय विद्यालय और बीएसए दफ्तर को भी प्रस्ताव में शामिल किया जाए। स्थानीय प्रतिनिधियों ने इसे कभी भी मुद्दा नहीं बनाया। जिससे नगर पंचायत ज्ञानपुर को नगर पालिका का दर्जा मिल सका। नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ धनश्याम दास गुप्ता ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व वह प्रमुख सचिव नगर निकाय से मिलकर पालिका बनाने का प्रस्ताव को बढ़ाने की सहमति दी है।
इन गांवों को शामिल करने का है प्रस्ताव
प्रस्ताव में जोरई, लखनो,जोतरातदत्त,रघुपुर, काशीरामपुर, मिल्की, गोपीपुर देहात, चकटोडर देहाती ,जद्दपुर,गिरधरपुर, ज्ञानपुर देहाती,पूरेरजा, बालीपुर देहाती,ददरहआं, केशवपुर सरपतहां,भुड़की,भिदिउरा और कंसापुर को भी शामिल किया गया था।
अधिक बजट मिलने से तेजी से होगा विकास
नगर पंचायत ईओ राजेन्द्र दूबे ने बताया कि नगर पालिका बनाए जाने के लिए कम से कम 25 हजार आबादी होनी चाहिए। इसके अलावा पालिका बनने से सीमा विस्तार होने के साथ ही आबादी भी बढ़ जाएगी। आबादी और सीमा बढ़ने से नगर का बजट भी बढ़ेगा। जिससे विकास की गति तेज होगी।
Sep 14 2023, 14:05