*आला हज़रत का 105वां उर्स-ए-पाक अकीदत के साथ मनाया गया*

गोरखपुर। मंगलवार को शहर में आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खां अलैहिर्रहमां का 105वां उर्स-ए-पाक अकीदत व मोहब्बत के साथ मनाया गया।

हर तरफ एक ही नारा गूंजा इश्क मोहब्बत-इश्क मोहब्बत, आला हज़रत-आला हज़रत। मस्जिद, मदरसा, घर व सोशल मीडिया पर आला हज़रत को शिद्दत से याद किया गया। उलमा किराम ने तकरीर में आला हज़रत की ज़िन्दगी के हर पहलू पर रोशनी डाली।

इमामबाड़ा इस्टेट पूरब फाटक मियां बाज़ार, नूरी मस्जिद तुर्कमानपुर, मरकजी मदीना जामा मस्जिद रेती, सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफरा, सुप्पन खां की मस्जिद खूनीपुर, जामा मस्जिद रसूलपुर, अंधियारी बाग स्थित मदरसतुल मदीना, मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया इमामबाड़ा दीवान बाजार, जामियातुल मदीना फैजाने सूफी निजामुद्दीन तकिया कवलदह, मदरसा तजवीदुल कुरआन लिल बनात अलहदादपुर, चिश्तिया मस्जिद बक्शीपुर आदि में उर्स-ए-आला हज़रत के मौके पर महफिल सजी। क़ुरआन ख्वानी, फातिहा ख़्वानी व दुआ ख़्वानी की गई। नात व मनकबत पेश हुई। कुल शरीफ की रस्म हुई। अकीदतमंदों में लंगर बांटा गया।

इमामबाड़ा इस्टेट पूरब फाटक मियां बाजार पर भव्य जलसा हुआ। नात व मनकबत हाफिज आरिफ रजा व रिजाउल मुस्तफा मदनी ने पेश की। संबोधित करते हुए हाजी आजम अत्तारी व मौलाना कादरी अलीमी ने कहा कि ने पूरी दुनिया में आला हज़रत की ज़िन्दगी व फतावों पर रिसर्च किया जा रहा है।

आज पूरी दुनिया में उर्स-ए-आला हज़रत मनाया जा रहा है। जो इस बात का सबूत है कि आज दुनिया के हर कोने में आला हज़रत के चाहने वाले मौजूद हैं। आला हज़रत का “फतावा रज़विया” इस्लामी कानून (फिक्ह हनफ़ी) का इंसाइक्लोपीडिया है। अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्क में अमनो अमान की दुआ मांगी गई।

नूरी मस्जिद तुर्कमानपुर में महफिल हुई।

मौलाना असलम रज़वी व मौलाना मकसूद आलम मिस्बाही ने कहा कि आला हज़रत पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर जानो दिल से फ़िदा व क़ुर्बान थे। तकरीर के बाद कुल शरीफ की रस्म अदा की गई। अंत में सलातो सलाम पढ़कर दुआ मांगी गई। अकीदतमंदों में लंगर बांटा गया।

महफिल में शाबान अहमद, अलाउद्दीन निज़ामी, अशरफ़ निज़ामी, मनोव्वर अहमद, हाजी जलालुद्दीन कादरी, आकिब अंसारी, कारी अंसारुल हक, कारी मो. मोहसिन रजा, मौलाना मकबूल आदि मौजूद रहे।

मदरसा तजवीदुल कुरआन लिल बनात अलहदादपुर में उर्स-ए-आला हज़रत मनाया गया। महफिल सजी।

जिसमें आलिमा महजबीन सुल्तानी ने कहा कि आला हज़रत ने 13 साल की उम्र से ही फतवा लिखना और लोगों को दीन-ए-इस्लाम का सही पैग़ाम पहुंचाना शुरू कर दिया। पूरी उम्र दीन की खिदमत में गुजारी।

आला हज़रत द्वारा किया गया क़ुरआन पाक का उर्दू में तर्जुमा ‘कंजुल ईमान’ व ‘फतावा रज़विया’ बेमिसाल है। महफ़िल में अफजल रजा गुलाम यजदानी, सना परवीन, अलशिफा कादरी, इल्मा कादरी, फरहीन फातिमा, नौशीन फातिमा आदि मौजूद रहीं।

सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफरा बाजार में हाफिज रहमत अली निजामी ने कहा कि आला हज़रत 14वीं व 15वीं सदी हिजरी के अज़ीम मुजद्दिद हैं।

जिन्हें उस समय के प्रसिद्ध अरब व अज़म के विद्वानों ने यह उपाधि दी। आला हज़रत ने हिंद उपमहाद्वीप के मुसलमानों के दिलों में अल्लाह और पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के प्रति प्रेम भर कर पैग़ंबरे इस्लाम की सुन्नतों को ज़िन्दा किया। आप सच्चे समाज सुधारक थे। आप मुल्क से बहुत मोहब्बत करते थे।

मरकजी मदीना जामा मस्जिद रेती चौक में मुफ्ती मेराज अहमद कादरी ने कहा कि आला हज़रत को अल्लाह व पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से सच्ची मोहब्बत और गहरा इश्क था। जिसको आपने ‘हदाइके बख्शिश’ में नातो मनकब के जरिए बयान किया है।

*तीन दिवसीय जश्न-ए-उर्दू कार्यक्रम का समापन*

गोरखपुर- साजिद अली मेमोरियल कमेटी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय जश्न-ए-उर्दू कार्यक्रम के अंतिम दिन एमएसआई इंटर कॉलेज बक्शीपुर के सभागार में कथा लेखन प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं एवं अफसाना निगारों को पुरस्कृत किया गया। इस दौरान उर्दू की तरक्की के लिए संवाद भी हुआ।

मुख्य अतिथि गोविवि के विधि विभाग के अध्यक्ष प्रो. नसीम अहमद ने कहा कि उर्दू हिंदुस्तान की खूबसूरत जबान व विरासत है। उर्दू हमें प्यार, मोहब्बत व अमन का पैगाम देती है। भारतीय सभ्यता, अस्मिता और संस्कृति में उर्दू भाषा की अहम भूमिका है। यह कहना गलत नहीं होगा कि युवा पीढ़ी में उर्दू की दीवानगी सर चढ़कर बोल रही है।

अध्यक्षता करते हुए शायर महेश अश्क ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में उर्दू कविता और साहित्य ने आजादी के सही मायने समझाने का काम किया और अंग्रेजों के अत्याचारों से अवगत कराने के साथ ही उनके नये षड्यंत्रों का पर्दाफाश किया। आज के वातावरण में भी ऐसी ही रचनाओं की आवश्यकता है, ताकि नई पीढ़ी के युवाओं को प्रेरणा मिले और उनमें देशभक्ति की भावना पैदा हो। स्वतंत्रता आंदोलन के समय भारतीयों को एक सूत्र में बांधने वाली भाषाओं में उर्दू सबसे ऊपर है।

मो. कामिल खां ने कहा कि उर्दू जबान में कौमी एकता की झलक दिखाई देती है और इसकी खास बात है कि हर कोई इसे बहुत जल्द अपना लेता है। हिंदी और उर्दू में बहुत समानताएं हैं। कमेटी के सचिव महबूब सईद हारिस ने उर्दू की तरक्की की तरक्की के लिए जरूरी है कि इस जबान को आम लोगों तक पहुंचाया जाए। उर्दू पढ़े-लिखे आदमी को भी उतना प्रभावित करती है, जितना किसी अनपढ़ आदमी को।

इस मौके पर काजी तवस्सुल हुसैन, मो हाशिर अली, मिर्जा रफीउल्लाह बेग, असीम वारसी, शमसुल इस्लाम, आसिफ सईद, मो. फर्रुख जमाल, मोहम्मद शरीक अली, तरन्नुम हसन, डॉ. तारिक सईद, डॉ. ओबैदुल्लाह चौधरी, हाफिज रफीउल्लाह, अनवर जिया, हसन जमाल बबुआ भाई, मोहम्मद रिजवान, मोहम्मद आजम, जमीर अहमद पयाम समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

*मच्छरों के बढ़ रहा प्रकोप नहीं होता छिड़काव*


खजनी।।बीते दिनों हुई बारिश के बाद ब्लाक क्षेत्र के गांवों और कस्बों में मच्छरों का प्रकोप बहुत अधिक बढ़ गया है। दिन हो या रात कई तरह के संक्रामक संचारी रोगों के वाहक मच्छरों के काटने से लोग बीमार भी हो रहें हैं। मच्छरों से बचने की सलाह भी दी जाती है। किंतु मच्छर रोधी दवाओं के छिड़काव की कोई व्यवस्था नहीं है। ब्लॉक में वर्षों पहले छिड़काव के लिए आई सभी फागिंग मशीनें ख़राब हो चुकी हैं। लिहाजा छिड़काव के लिए मशीनें उपलब्ध नहीं हैं।

मिली जानकारी के अनुसार गांवों में छिड़काव के लिए ग्रामप्रधानों को निर्देश दिए जाते हैं और उन्हें अपने गांवों में छिड़काव के लिए नई फागिंग मशीनें खरीदने के लिए भी कहा जाता है किंतु इसके लिए किसी भी प्रकार के बजट अथवा योजना की जानकारी उन्हें नहीं दी गई है। मनरेगा में चल रहे ग्राम विकास के कार्यों के सहारे गांवों में काम कराने वाले ग्रामप्रधान मशीनें खरीदने के लिए कोई व्यवस्था नहीं बना पा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग भी इस मामले में उदासीन बना हुआ है।

पंचायत राज विभाग के सफाईकर्मियों के द्वारा भी गांवों कस्बों में सफाई और फागिंग नहीं की जाती है। ऐसे में विगत 2 वर्षों से ब्लाक के 85 ग्रामसभाओं में कहीं भी मच्छरों से बचाव के लिए छिड़काव नहीं कराया गया है। मच्छरों के बेतहाशा प्रकोप और संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका में गांवों के लोग लंबे समय से छिडकाव की मांग करते आ रहे हैं। खजनी कस्बे समेत रूद्रपुर, खुटभार,खुटहनां,विनायका,छताईं, कटकाँ,मंझरियां, शहीदाबाद,कुँई कोल,मझगांवा,चरनाद आदि गांवो के लोगों ने बताया शाम ढलते ही कानों के पास सिर्फ़ मच्छरों का शोर सुनाई देता है। दिन में भी कहीं इत्मिनान से बैठना कठिन हो जाता है। बिना क्वाॅयल जलाए भोजन करना और बिना मच्छरदानी के सो पाना कठिन हो गया है। बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है।

इस संदर्भ में बीडीओ खजनी रमेश कुमार शुक्ला ने बताया कि मीटिंग में सभी ग्रामप्रधानों को अपने गांव के लिए फागिंग मशीन ख़रीदने का निर्देश दिया गया था। पुनः एक बार उन्हें निर्देशित किया जाएगा।

*ब्लॉक प्रमुख ने बैठक में सामूहिक धन्यवाद ज्ञापित किया,भारत माता के जयकारों से गूंजा परिसर*

ख़ज़नी।।पूरी दुनियां में भारत के बढ़ते प्रभुत्व जी-20 की अब तक की सर्वश्रेष्ठ एवं सफल मेजबानी भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1 के सफल प्रक्षेपण के लिए ब्लाक प्रमुख अंशु सिंह ने आज क्षेत्र पंचायत सदस्यों एवं ग्रामप्रधानों के साथ बैठक के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं देश के वैज्ञानिकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के प्रोत्साहन से आज हमारे वैज्ञानिकों ने विश्व फ़लक पर भारत को शीर्ष स्थान दिलाया। जी-20 शिखर सम्मेलन में भारत ने दुनियां भर के देशों के साथ मिलकर विश्व मानव कल्याण के लिए वसुधैव कुटुंबकम् के रूप में वन अर्थ वन फैमिली और वन फ्यूचर पर आम सहमति हासिल की है। भारत निरंतर विश्व गुरू बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने देश के वैज्ञानिकों,केंद्र सरकार और पीए मोदी तथा पूरी टीम के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया जिसका सभी उपस्थित जनों ने तालियां बजाकर स्वागत किया और भारत माता की जय के नारे लगाए।

इस अवसर पर क्षेत्र पंचायत सदस्य अखिलेश पांडे,संजय सिंह,राम भुआल,पंकज,सूरज, इंद्रेश उर्फ बिट्टू, ऋषिकेश, राकेश,प्रियंका सिंह,पूनम सिंह,सत्येंद्र बहादुर सिंह,संतोष सिंह ,सुशील सिंह सहित भारी संख्या में क्षेत्र पंचायत सदस्य और ग्रामप्रधान उपस्थित रहे।
*गोरखपुर शहर में 12 सितंबर को मनाया जाएगा आला हज़रत का 105वां उर्स*

गोरखपुर- मंगलवार 12 सितंबर को शहर में आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खां अलैहिर्रहमां का 105वां उर्स-ए-पाक अकीदत व मोहब्बत के साथ मनाया जाएगा। इमामबाड़ा इस्टेट पूरब फाटक पर रात नौ बजे से जलसा होगा।

वहीं नूरी मस्जिद तुर्कमानपुर, सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफरा बाजार, सुप्पन खां की मस्जिद खूनीपुर, जामा मस्जिद रसूलपुर, अंधियारी बाग स्थित मदरसतुल मदीना, मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया इमामबाड़ा दीवान बाजार, जामियातुल मदीना फैजाने सूफी निजामुद्दीन तकिया कवलदह, मदरसा तजवीदुल कुरआन लिल बनात अलहदादपुर आदि में उर्स-ए-आला हज़रत के मौके पर उर्स की महफिल होगी। क़ुरआन ख्वानी, फातिहा ख़्वानी व दुआ ख़्वानी की जाएगी। तुर्कमानपुर नूरी मस्जिद के निकट लंगर बांटा जाएगा।

*आला हज़रत की याद में तकरीर,नात व मनकबत का हुआ मुकाबला*

गोरखपुर- चिंगी शहीद तुर्कमानपुर में सोमवार को आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खां अलैहिर्रहमां की याद में बच्चों के बीच तकरीर, नात व मनकबत का मुकाबला हुआ। जिसमें मकतब इस्लामियात की तीन शाखाओं के बच्चों ने हिस्सा लिया। हिंदी , उर्दू व अंग्रेजी में तकरीर शिफा खातून, खुशी नूर, फिजा खातून, हाफिज मोहम्मद सैफ अली, अली अकबर, मो. अरीश, अफीना, सफियान रजा ने पेश की। हम्द, नात व मनकबत सना खान, हसनैन, नूर फातिमा, उजैन, कुलसुम फातिमा ने पेश की। सवाल-जवाब यासीन व रेहान के बीच हुआ। बच्चों को मदीना जामा मस्जिद रेती चौक के इमाम मुफ्ती मेराज अहमद कादरी, नायब काजी मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी, हाफिज़ रहमत अली निजामी, अली गज़नफर शाह, हाफिज आमिर हुसैन निजामी, मोहम्मद आज़म ने पुरस्कृत किया।

मकतब के शिक्षक कारी मोहम्मद अनस रजवी ने कहा कि आला हज़रत 10 शव्वाल 1272 हिजरी यानी 14 जून 1856 को बरेली शहर में पैदा हुए। आप बहुत सारी खूबियों के मालिक थे। आप भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे मशहूर शख़्सियतों में से हैं। शायद ही कोई जगह ऐसी हो जहाँ मुसलमान आबाद हों और आपका जिक्र न हो। एक बात जो सिर्फ आपकी ही जात को हासिल है कि 200 साल में किसी भी आलिम-ए-दीन की हयात और ख़िदमात पर इतनी किताबें नहीं लिखी गई जितनी किताबें आपकी ज़िन्दगी पर लिखी गईं। जिनकी तादाद तक़रीबन 528 से ज्यादा है। जो अरबी, फ़ारसी, हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी, पंजाबी, पश्तो, बलूची, कन्नड़, तेलगू, सिंधी, बंगला आदि भाषाओं में है। दुनिया के कमोबेश 15 से ज्यादा विश्वविद्यालय जिनमें अमेरिका, मिस्र, सूडान, भारत, बांग्लादेश आदि शामिल हैं से आपकी जात पर पीएचडी और एमफिल की 35 से ज्यादा डिग्रीयां मुकम्मल हो चुकी हैं।

नायब काजी ने कहा कि आला हज़रत ने 56 से ज्यादा विषयों पर 1000 से ज्यादा किताबें लिखीं। आपका इल्मी दबदबा इतना था कि उस वक़्त के क़ाज़ी-ए-मक्का, मुफ़्ती-ए-मक्का, इमाम-ए-हरम, मुफ़्ती-ए-मदीना, क़ाज़ी-ए-मदीना, उलमा-ए-सीरिया, इराक, मिस्र आपकी तारीफ़ करते थे। अल्लामा डॉ. इक़बाल ने आला हज़रत के बारे में कहा था कि आला हज़रत अपने वक़्त के इमाम अबू हनीफ़ा थे। अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्क में अमनो सलामती की दुआ मांगी गई। शीरीनी बांटी गई।

---------------

सिराजुद्दीन ने याद किया पूरा कुरआन-ए-पाक

गोरखपुर। मोहल्ला शहीद अब्दुल्लाह नगर के रहने वाले मो. मोईनुद्दीन के पुत्र सिराजुद्दीन ने पूरा कुरआन-ए-पाक याद कर लिया है। क़ुरआन-ए-पाक के सभी तीस पारों (अध्याय) को उच्चारण सहित पूरा कराने में उनके उस्ताद हाफिज रजी अहमद बरकाती का सहयोग रहा। खुशी के इस मौके पर बरकाती मकतब पुराना गोरखपुर गोरखनाथ में दुआ का कार्यक्रम हुआ। इसमें सिराजुद्दीन को परिजनों ने दुआओं से नवाजा। उनके पिता मोईनुद्दीन ने बताया कि यह उनके और खानदान व रिश्तेदारों के लिए खुशी का मौका है। हाफिज रजी ने कहा कि कुरआन की तालीम हर मुसलमान के लिए जरूरी है क्योंकि कुरआन एक किताब भी नहीं बल्कि दुनिया में ज़िंदगी गुजारने का तरीका है।

*अटल आवासीय विद्यालय के पहले सत्र का प्रवेश उत्सव से शुभारंभ, यूपी के निशुल्क सरकारी बोर्डिंग स्कूल में पढ़ेंगे श्रमिक पाल्यों व बेसहारा बच्चे*

गोरखपुर- शानदार माहौल और उत्कृष्ट कैम्पस देख उल्लसित बच्चों के चेहरों पर खुशी की चमक, पाल्यों को बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाने को लेकर अभिभावकों के माथे पर गर्व की दमक। प्रशासन के विभिन्न संवर्गों से जुड़े अधिकारियों की दैहिक भाषा संतोष से परिपूर्ण। समाज के सामर्थ्यवान लोगों की ही भांति श्रमिकों के पाल्यों को भी उत्कृष्ट शिक्षा उपलब्ध कराने को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'अटल संकल्प' में ये अलग-अलग तस्वीरें हकीकत का रंग भर रही थीं। अवसर था यूपी की निशुल्क 'सरकारी बोर्डिंग' यानी सहजनवा स्थित गोरखपुर मंडल के अटल आवासीय विद्यालय के प्रथम शैक्षणिक सत्र के प्रथम दिन का। यादगार इस दिन को प्रवेश उत्सव के रूप में मनाया गया।

अटल आवासीय विद्यालय श्रमिक पाल्यों और कोरोना से निराश्रित बच्चों का भविष्य संवारने के लिए योगी सरकार की खास पहल है। सोमवार को नव प्रवेशित बच्चों और उनके अभिभावकों के भावपूर्ण स्वागत के साथ विद्यालय का विधिवत शुभारंभ हो गया। परिसर में पहुंचे विद्यार्थी और उनके अभिभावक क्लास रूम, हॉस्टल रूम, मेस की व्यवस्थाओं को देख आश्चर्यचकित थे। उनके लिए अब तक इतनी शानदार व्यवस्था सिर्फ कल्पना की बात थी। बच्चे ये जानकर गदगद थे कि ये सभी इंतजाम उनके लिए किए गए हैं जबकि श्रमिक अभिभावक खुशी मिश्रित हैरत में कि चार गुनी कमाई करने पर भी बच्चों की पढ़ाई के लिए यह व्यवस्था नहीं कर पाते।

संवर जाएगा बच्चों का जीवन, धन्यवाद महाराज जी

अटल आवासीय विद्यालय में पहले दिन अपने पाल्यों को छोड़ने आए अभिभावक विद्यालय परिसर में प्रवेश करते ही अचंभित से थे। उनके लिए इस उत्कृष्ट व्यवस्था में बच्चों की पढ़ाई सपने जैसी थी जो योगी सरकार ने पूर्णतः निशुल्क उपलब्ध करा दी है। राजगीर का काम करने वाले औराही, खजनी निवासी जोखन अपनी बिटिया शिवानी को, धानी ब्लॉक (महराजगंज) के जुनरबी निवासी मजदूर विनोद चौरसिया बेटी वर्तिका को, नौसढ़ निवासी मजदूर विकास जायसवाल अपनी पुत्री गरिमा को, सहजनवा के महेता निवासी लौहर अपने पुत्र सत्यवान को विद्यालय छोड़ने आए थे। इन सबका मानना था कि अपनी वर्तमान कमाई को कई गुना बढ़ा लेने पर भी वह इस तरह के स्कूल में बच्चों को पढ़ा नहीं पाते। महाराज जी (इस क्षेत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लोग इसी संबोधन से बुलाते हैं) का धन्यवाद कि उन्होंने मजदूरों के बच्चों को भी कान्वेंट स्कूल जैसी सुविधा दी है, वह भी बिलकुल मुफ्त। इन अभिभावकों का कहना है कि पढ़ाई की चिंता दूर हो गई, अब बच्चों का भविष्य संवर जाएगा। इन्ही अभिभावकों में से एक थे भीटहां खजनी के बृजराज जो अपने नाती (बेटी के पुत्र) अंश को छोड़ने आए थे। अंश के पिता ध्रुव नारायण की कोरोना काल में मृत्यु हो गई थी। नाना बृजराज भावुक थे, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंश की पढ़ाई की सभी चिंता दूर कर दी है।

न तो ऐसा स्कूल देखे थे, न ऐसा हॉस्टल

कक्षा छह के नवप्रवेशित बच्चों गरिमा, शिवानी, वर्तिका, सत्यवान, अंश आदि तो स्कूल के क्लासरूम व हॉस्टल देखकर हतप्रभ थे। इन बच्चों ने कहा कि वे गांव के स्कूल में पढ़ते थे। न तो ऐसा स्कूल देखे थे और न ही हॉस्टल। इन बच्चों में कोई डॉक्टर बनना चाहता है तो कोई टीचर तो कोई पुलिस अफसर। पूछने पर इन्होंने कहा कि गरीब अभिभावक हॉस्टल में रखकर इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई नहीं करा पाते। मुख्यमंत्री जी ने सब कुछ मुफ्त में दे दिया है। हम मन से पढ़ेंगे और कुछ बनकर दिखाएंगे।

प्रवेश उत्सव में अफसरों ने बढ़ाया उत्साह

अटल आवासीय विद्यालय के प्रथम सत्र के प्रथम दिन आयोजित प्रवेश उत्सव में अफसरों ने विद्यार्थियों व अभिभावकों से संवाद कर उनका उत्साह बढ़ाया। प्रवेश उत्सव में अपर आयुक्त अजयकांत सैनी, मुख्य विकास अधिकारी संजय मीना, संयुक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा योगेंद्र नारायण सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ अमरकांत, उप श्रम आयुक्त अमित कुमार मिश्रा, सहायक श्रम आयुक्त स्कंद कुमार, मंडल के सभी जिलों के श्रम विभाग के अधिकारी आदि मौजूद रहे। अधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि उत्कृष्ट शिक्षा से कोई भी वर्ग वंचित न रहे। यह विद्यालय श्रमिकों के बच्चों के साथ बेसहारा बच्चों के लिए वरदान स्वरूप है।

कक्षा 6 से 12 तक की होगी पढ़ाई

विद्यालय के प्रधानाचार्य अजीत कुमा…

*वेतन कटौती व उत्पीड़न का विरोध कर रहे मजदूरों को मिला सपा जिला अध्यक्ष का साथ*

गोरखपुर- सहजनवा में दी महावीर जूट मिल मालिक द्वारा मजदूरों के वेतन कटौती एवम् उत्पीड़न के विरोध में आंदोलनरत मजदूर कर्मचारियों के समर्थन में सपा जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम सहित पार्टी नेताओं ने पहुचकर आंदोलन का समर्थन करते हुए मजदूर कर्मचारियों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

इस दौरान जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम पूर्व विधायक यशपाल रावत रामनाथ यादव दूधनाथ मौर्या राजेन्द्र यादव नीरज शाही दुर्गेश मास्टर कमांडो मनीष कुमार यादव राजन शाही संतोष यादव आदि मौजूद रहे

*बांसगांव के एक गांव से दो सगी बहनें घर से फरार एक बहन नाबालिग*

गोरखपुर । बांसगांव थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी दो सगी बहनें उम्र लगभग 16 वर्ष और 18 वर्ष की आज सबेरे लगभग 4 बजे अपने घर से फरार हो गई हैं। परिजनों ने दोनों लड़कियों का एक मुस्लिम युवक और एक पिछड़ी जाति के निषाद युवक से मोबाइल फोन पर लगातार बातचीत करते रहने और व्हाट्स एप पर मैसेज भेजने का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र में उनके मोबाइल नंबरों की जानकारी देकर अपहरण का संदेह जताया है।

बता दें कि अभी एक सप्ताह पहले कोलकाता रहने वाली दोनों बहनें कोलकाता से परिजनों के साथ अपने गांव आई थीं। बांसगांव पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।

*अपना दल एस अनुसूचित जाति जनजाति के प्रदेश कार्य समिति सदस्य बनाए गए नितिन सोनकर*

गोरखपुर। अपना दल एस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश के क्रम में गोरखपुर जनपद की मासिक बैठक जिला अध्यक्ष चौधरी उदयभान सिंह के नेतृत्व में पार्टी कार्यालय पर संपन्न हुई। बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी को मजबूती प्रदान करने के साथ ही अधिक से अधिक युवा कार्यकतार्ओं को पार्टी में शामिल करने व पार्टी की विचारधारा से जोड़ने सहित अन्य विषयों को लेकर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।

वही अपना दल एस में विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे नितिन सोनकर को अपना दल एस अनुसूचित जनजाति में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नामित किया गया। जिस पर पार्टी जिला अध्यक्ष की मौजूदगी में पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकतार्ओं ने नितिन सोनकर का फूल मालाओं के साथ भव्य रूप से सम्मान किया और पार्टी द्वारा दी गई जिम्मेदारियां व पार्टी की नीतियों को निरंतर आगे बढ़ाने की कामना करते हुए उनके उज्जवल भविष्य को लेकर बधाई दी।

वही नई जिम्मेदारी मिलने पर अपना दल एस अनुसूचित जनजाति के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नितिन सोनकर ने सभी पदाधिकारी एवं कार्यकतार्ओं का आभार व्यक्त करते हुए जन-जन के बीच पार्टी की नीतियों को पहुंचाने की बात कही और आगामी लोकसभा में पार्टी को और मजबूती प्रदान करने सहित अन्य विषयों को लेकर आस्वस्त किया।

इस मौके पर प्रमुख रूप से अपना दल एस के जिला अध्यक्ष चौधरी उदयभान सिंह, उपाध्यक्ष राहुल चौधरी, वरिष्ठ सदस्य रमेश सिंह सेटवार, सहजनवा विधानसभा अध्यक्ष कौशल तिवारी सहित बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी कार्यकर्ता मौजूद रहे।