*गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रहे हिंद फाउंडेशन*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। हिंद फाउंडेशन तनु और हरिकिशन की एक पहल है जो मुख्य रूप से झुग्गी-झोपड़ी के वंचित बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करता है।यात्रा तब शुरू हुई जब तनु ने कुछ बच्चों को एक हाथ में किताबें लिए हुए और सड़कों पर पेंसिल के लिए मदद मांगते हुए देखा।हिंद फाउंडेशन एक स्वतंत्र, गैर-लाभकारी संगठन है जो वंचित छात्रों को मुफ्त शिक्षा आदि प्रदान करने के लिए काम करता है।

निःसंदेह हम जानते हैं कि शिक्षा गरीबी से लड़ने का एकमात्र साधन है और यही हमें इस निष्कर्ष पर पहुंचाती है कि हम केवल शिक्षा के माध्यम से ही समाज में शांति और समृद्धि फैला सकते हैं।शुरुआत में 2019 में 3 बच्चों के साथ शुरुआत की गई और अब 2023 में 109 बच्चों को सशक्त बनाया जा रहा है।

जिले का हिंद फाउंडेशन गरीब बच्चों के लिए उम्मीद की किरण के रूप में उभरा है. यह एनजीओ 32 से अधिक गरीब, मुसहर मजदूर, सफाईकर्मी और रिक्शा ठेला चलाने वाले बेसहारा बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रहा है।गरीब बच्चों को मुफ्त में पढ़ाने वाले हरिकिशन शुक्ला का कहना है कि मनुष्य की मानसिक शक्ति के विस्तार लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। पुरुष हो या महिला, किसी को भी शिक्षा से वंचित करना, उसकी मानसिक क्षमता को विकसित होने से रोकना है।. हालांकि आज भी देखा जाता है, कि गरीबी के कारण कुछ बच्चे शिक्षा ग्रहण कर पाने में असमर्थ हैं.

ऐसे ही बच्चों की शिक्षा का हम सब ने बीड़ा उठाया है हिंद फाउंडेशन के लोग प्रतिदिन 3.30 बजे से शाम,5:00 बजे तक हरिहरनाथ मंदिर के सामने गांधी पार्क में तनू पांडेय और आकाश मिश्र कई बच्चों को मुफ्त में शिक्षित करने का काम कर रहे हैं। हिंद फाउंडेशन संस्था के लोगों ने बताया कि वे गरीब, असहाय लोगों के बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं. उनकी एनजीओ पहली कक्षा से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों पढ़ाने का काम कर रहे है. उनका कहना है कि शिक्षा सभी का अधिकार है और इसी से लोगों की प्रगति हो सकती है.

उनकी कोशिश है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।उन्होंने कहा कि शिक्षा के माध्यम से अर्जित किए गए ज्ञान, कौशल और जीवन के मूल्यों के बल पर लोग समाज में परिवर्तन ला सकते हैं. इससे आने वाली पीढ़ियों का पथ प्रदर्शन प्रभावशाली ढंग से किया जा सकता है. बच्चे किसी भी राष्ट्र की आधारशिला होते हैं. अगर वे शिक्षित रहेंगे तो बेहतर राष्ट्र का निर्माण करने में अपना योगदान देंगे. और तो और वे समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम होंगे.

*3.25 करोड़ से विकसित होंगे 53 खेल मैदान*


3.25 करोड़ से विकसित होंगे 53 खेल मैदान

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। जिले की 53 ग्राम पंचायतों में खेल मैदान विकसित होने का रास्ता साफ हो गया है। जमीन मिलने पर सवा तीन करोड़ की कार्ययोजना स्वीकृत हो गई है। इससे वित्तीय वर्ष 2023-24 में यह पूर्ण हो जाएंगे। राजस्व विभाग ने 214 गांव में जमीन होने की रिपोर्ट दी है, लेकिन अधिकतर गांव में जरूरत के हिसाब से जमीन नहीं मिली है। कार्ययोजना स्वीकृत होने पर संबंधित ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य शुरू हो गए हैं।खेलों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र तथा राज्य सरकारों की तरफ से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। खेल का मैदान बन जाने से युवा सेना, अर्द्धसैनिक बल, पुलिस, सीआरपीएफ इत्यादि में भर्ती की तैयारी अपने गांव में ही कर सकेंगे। युवाओं को अब अपने गांव से बाहर निकलकर और जान जोखिम में डालकर सड़कों पर नहीं दौड़ना पड़ेगा। खेल मैदान बन जाने से गांव की युवा प्रतिभाओं को निखरने का मौका मिलेगा। अधिकांश गांवों में खेल मैदान नहीं हैं। ऐसे में ग्रामीण परिवेश के खिलाड़ियों की प्रतिभा निखर नहीं पाती। इसके मद्देनजर ग्रामीण क्षेत्रों में खेलकूद की योजना को प्रोत्साहन देने के लिए गांवों में खेल का मैदान बनाए जाने की पहल चल रही है। राज्य वित्त व मनरेगा इस पर 10 से 15 लाख रुपये तक खर्च करेगा। खेल मैदान संग जिम आदि भी तैयार होंगे। 2021 में छह और 2022 में 13 खेल मैदान बनाए गए, लेकिन जमीन नहीं मिलने से अन्य गांवों का काम ठंडे बस्ते में चला गया था। डीएम गौरांग राठी की सख्ती के बाद राजस्व विभाग को जमीन मिली। 214 गांव में 53 ग्राम पंचायतों में जमीन विकसित करने लायक मिली है। इस पर सवा तीन करोड़ रुपये की कार्ययोजना स्वीकृत की गई।भदोही ब्लॉक के मानिकपट्टी, रयां, हरिचंदनपुर, जदूपुर, घसकरी, चांदी गहना, नरपतपुर, अमवां खुर्द, संवरपुर, मर्चवार तो औराई में सम्हईभटानी, समधाखास, बेजवां, भैसहटा, मगैनी, अलुआ, सिकंदरा, लालानगर, कटेबना, डीघ के सागररायपुर, इनारगांव, कुलमनपुर, जंगलपुर, कलनुआ, दरवांसी, कूड़ीखुर्द, अमिलौर, सुधवैं, कालिकानगर में विकसित होंगे खेल मैदान। इसी तरह ज्ञानपुर में जोरईं, बैदाखास, कारीगांव, पाली, नथईपुर, गणेशरायपुर, चकसहाब, गजधरा, सारीपुर तो अभोली में अमिलहरा, आनंदडीह, भानीपुर, हरदुआं, सुरियावां में पूरे खुशियाल, तुलापुर, कड़ोर, कस्तूरीपुर, लालीपुर, हरिहरपुर, पूरे मनोहर आदि गावों में खेल मैदान बनेंगे।

बारिश ने छीना आशियाना


बारिश के कारण जिले में कई जगहों पर कच्चे मकानों के गिरने के मामले सामने आए हैं। डीघ ब्लॉक के तुलसीकला निवासी सत्यवती देवी का खपरैल युक्त मकान सोमवार की रात बारिश के कारण भरभरा कर गिर गया। इससे उनकी पूरी गृहस्थी तहस - नहस हो गई। इसी तरह दरवांसी गांव निवासी बुल्लु गोड़ का कच्चा मकान बारिश के कारण धराशाई हो गया। तेज बारिश के बीच गिरे मकान में दबने से बुल्ले सहित उनकी पत्नी,व बच्चे बाल - बाल बच गए, लेकिन घर के मलबे में अनाज, बिस्तर, चारपाई,पशु,चारा, बक्से आदि दबकर खराब हो ग‌ए। दोनों पीड़ितों ने परिजनों से क्षतिपूर्ति की मांग की है।

*विपरित परिस्थतियों में लें हेल्पलाइन नंबरों की मदद*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- पुलिस विभाग की ओर से महिलाओं व युवतियाें को निर्भिक व सुरक्षित करने के लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को एंटी रोमियों व शक्ति दीदी की टीम ने जिले में सार्वजनिक स्थानों व स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाकर उन्हें हेल्पलाइन नंबरों व पुलिस की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी।

अभियान के दौरान भदोही से कांस्टेबल मिथिलेश यति व श्रुति मिश्रा ने महाराजा बलवंत सिंह चिकित्सालय, स्टेशन रोड व लिप्पन तिराहा के साथ अजिमुल्ला चौराहा पर महिलाओं व युवतियों को जागरूक किया। इसी तरह कोईरौना में शक्ति दीदी शिवकुमारी ने प्राथमिक विद्यालय चकिया में बच्चियों को जागरूक किया। बताया कि नारी सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन व महिला कल्याण को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है। बताया कि महिलाओं को सुरक्षित करने के लिए पुलिस विभाग की ओर तमाम हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए है। किसी भी विपरित परिस्थितियों पर फंसने पर महिलाएं या युवतियां हेल्प लाइन 1090, यूपी-112, हेल्पलाइन नम्बरों 1076 पर कॉल कर सकती है। पुलिस तत्काल उनकी मदद को पहुंचेगी। बताया कि एंटी रोमियाें टीम बाजार में घूम रहे शोहदों पर भी नजर रखती है, इसलिए किसी भी तरह की समस्या होने पर तत्काल पुलिस से मदद लें। अभियान के दौरान सबको जागरूकता पर्ची भी बांटी गई।

*100 शैया अस्पताल के टीबी यूनिट को बना दिया गोदाम*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- सरपतहां स्थित सौ शैया अस्पताल परिसर में स्थित टीबी यूनिट को स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने गोदाम बना दिया है। इससे अस्थायी तौर पर जिला अस्पताल ज्ञानपुर में मरीजों का उपचार किया जा रहा है। यही नहीं मरीजों को डिजिटल एक्स-रे के लिए सौ शैया अस्पताल जाना पड़ता है। ऐसे में मरीजों को अतिरिक्त भागदौड़ करनी होती है और पैसे भी ज्यादा खर्च होते हैं‌।

जिला मुख्यालय के समीप करीब 18 करोड़ की लागत से 100 शैया अस्पताल का निर्माण किया गया है। अब भी कई भवनों का निर्माण अधूरा है। यहां टीबी यूनिट सहित कई उपक्रम संचालित हैं, लेकिन कई अभी शुरू नहीं हो सके। परिसर में बने टीबी यूनिट में वर्ष 2015-16 से उपचार शुरू हुआ है। शुरुआत में दवाओं को ओपीडी के एक भवन में रखा जाता था, लेकिन बाद में टीबी यूनिट को ही गोदाम बना दिया गया। उसके बाद मरीजों को देखने के लिए जिला चिकित्सालय में चिकित्सक बैठने लगे। इससे डॉक्टर को दिखाने के बाद मरीज को एक्सरे कराने के लिए 100 शैया अस्पताल जाना पड़ता है। जिला चिकित्सालय से इसकी दूरी करीब सात किमी है।

सीएमओ डॉ. एसके चक ने बताया कि ज्ञानपुर से सटे बड़वापुर में ड्रग वेयरहाउस बन रहा है। उम्मीद है कि दिसंबर तक तैयार हो जाएगा। यहां की दवाई ड्रग वेयरहाउस में शिफ्ट कर दिया जाएगा। फिर टीबी अस्पताल का संचालन होगा। मरीजों को दिक्कत न हो इसलिए जिला अस्पताल में चिकित्सक बैठते हैं।

अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें

*भदोही में 7 अक्टूबर से लगेगा दूसरा इंडिया कार्पेट एक्सपो, कई देशों से पहुंचेगे कालीन आयातक, तैयारियां तेज*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- जिले में 7 अक्टूबर से होने वाले इंडिया कार्पेट एक्सपो को लेकर तैयारियां तेज हैं। निर्यातक इस एक्स्पो को लेकर काफी उत्साहित हैं। चार दिवसीय इंडिया कार्पेट एक्सपो में 400 से ज्यादा विदेशी आयातक शिरकत करेंगे। आयोजक संस्था कालीन निर्यातक संवर्धन परिषद की ओर से भी जरूरी व्यवस्थाओं को पूरा करने की कवायद तेजी से चल रही है। माना जा रहा है कि भदोही में होने वाले एक्सपो में कालीन उद्योग को बड़ा लाभ मिलेगा।

भदोही जनपद से कालीनें पूरे विश्व में एक्सपोर्ट की जाती हैं। निर्यात को बढ़ाने के लिए सालाना इंडिया कार्पेट एक्सपो का आयोजन होता है। पूर्व में यह एक्सपो अन्य महानगरों में होता था लेकिन पिछले वर्ष पहली बार भदोही के कार्पेट मार्ट में आयोजन किया गया था। पहले एक्सपो में कुल 228 कालीन निर्यातकों ने स्टाल लगाए थे जबकि 375 आयातक पहुंचे थे।

7 अक्टूबर से होने वाले भदोही में दूसरा कार्पेट एक्सपो आयोजित किया जा रहा है। कार्पेट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के सदस्य असलम महबूब ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार पिछले वर्ष से भी ज्यादा आयातक एक्सपो में शिरकत करेंगे। उन्होंने कहा कि 245 निर्यातकों ने अपने स्टॉल की बुकिंग कराई है। अभी भी कई निर्यातक वेटिंग लिस्ट में हैं। आपको बता दें कि भदोही से बड़े पैमाने पर कार्पेट का एक्सपोर्ट होता है। ऐसे में भदोही में एक्सपो लगने की वजह से जो छोटे निर्यातक हैं उनको बड़ा लाभ मिलता है। माना जा रहा है कि करोड़ों के ऑर्डर एक्सपो में निर्यातकों को मिलेंगे।

*ट्रांसफार्मर से हादसे की आशंका*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पुलिस लाइन के पास खुले में रखा ट्रांसफार्मर किसी वक्त हादसे का कारण बन सकता है। नगर पंचायत ज्ञानपुर के आधा दर्जन स्थानों पर खुला ट्रांसफार्मर रखा गया है। बारिश के दिनों में आए दिन फाल्ट आ रहा है। कोई ट्रांसफार्मर की चपेट में आया तो हादसा होना तय है। बताया जाता है कि पुरानी कलेक्ट्रेट बालीपुर के पास खुले में रखे ट्रांसफार्मर में एक वर्ष पूर्व आग लग चुकी है।

*बक्से में आठ दिन पूर्व मिला था किशोरी का जला हुआ शव, मामले का खुलासा ना होने से लोगों में रोष*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- थाना क्षेत्र के लालानगर में राष्ट्रीय राजमार्ग के किराने एक खाली पड़े प्लांट में झाड़ - झंखाड़ के बीच बक्से में आठ दिन पूर्व किशोरी का जला हुआ शव मिला था। सात दिन गुजरने बाद भी मामले का खुलासा न होने से क्षेत्रीय जनता में नाराजगी बढ़ती जा रही है।

घटना के बारे में बताया जाता है बीते सप्ताह शनिवार की शाम लालानगर में एक बक्से में नाबालिग किशोरी का जला शव पड़ा था। घटना स्थल पर शव कब लाया गया कौन लाया होगा इस सब बातों पर जांच चल रही है। एक हफ्ते बाद भी मामले का खुलासा न होने से स्थानीय लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।

*मार्ग पर जमा दूषित पानी, आवागमन दुभर*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- नगर पंचायत ज्ञानपुर स्थित पुरानी तहसील के समीप मार्ग पर जमा दूषित पानी से नागरिकों का आवागमन करना दुभर हो गया है। पानी निकासी के लिए बना नाला कूड़ा-कचरा से पट गया है। ऐसे में गंदा पानी सड़क पर बह रहा है।

दूषित पानी में बाइक सवार गिरकर जख्मी हो रहे हैं। इंटरलाकिंग मार्ग से सटाकर पानी निकासी को नाला का निर्माण कराया गया है। नाला कूड़ा-कचरा से पट गया है। जिससे गंदा पानी सड़क पर बह रहा है। ऐसे में लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस हालात से परेशान लोगों ने पानी निकासी की उचित व्यवस्था कराने की मांग की है।

*दूषित पानी के दुर्गंध से जीना मुहाल*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- नगर पंचायत ज्ञानपुर के वार्ड नंबर 9 बालीपुर मुहल्ले में जमा दूषित पानी से जीना दुश्वार हो गया है। गंदा पानी से उठ रहा दुर्गंध लोगों का सांस लेना मुश्किल कर दिया है। गंदा पानी से मच्छरों का आतंक इतना बढ़ गया है कि शाम ढलते ही लोगों का बाहर बैठना तक दुभर हो जाता है।

बालीपुर स्थित क‌ई बीघा खेत में नाली का दूषित पानी जमा हो गया है। गंदा पानी एकत्रित होने से हवा चलते ही दुर्गंध उठने लगता है। बारिश होते ही पानी का स्तर बढ़ा तो विषाक्त जुंत घरों में दस्तक देने लगते हैं। गंदा पानी से मच्छरों का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि अंधेरा होते ही लोग अपना शरीर पीटने को विवश हो जाते हैं। मच्छर के डंक से लोगों को संक्रामक बीमारी की चिंता सताने लगी है। ऐसे में पानी निकासी की उचित व्यवस्था कराया जाना अत्यंत जरूरी हो गया है।