*72 ईंट भट्ठा संचालकों के खिलाफ आरसी जारी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। 80 लाख विनियमन शुल्क जमा करने पर जिले के 72 ईंट भट्ठा संचालकों पर शिकंजा कसा गया है। नोटिस भेजने के बाद भी राजस्व न जमा करने पर डीएम गौरांग राठी के निर्देश पर सभी के खिलाफ शुक्रवार को आरसी जारी की गई। एक सप्ताह में रायल्टी (विनियमन शुल्क) न जमा करने पर विधिक कार्रवाई की चेतावनी दी गई।जिले में वैसे तो 100 से अधिक ईंट भट्ठा संचालित हैं।

कुछ संचालक समय से जरूरी भुगतान को कर देते हैं, लेकिन कई लापरवाही बरतते हैं। मनमानी तरीके से बगैर प्रदूषण प्रमाण पत्र लिए संचालित किए जा रहे तमाम ईंट भट्ठे पर्यावरण में जहर तो घोल ही रहे हैं। संचालक राजस्व को भी चपत लगाने में पीछे नहीं हट रहे हैं। बेधड़क मिट्टी का खनन कर ईंट बनाने का व्यवसाय किया जा रहा है, लेकिन रायल्टी जमा करने में रूचि नहीं ली जा रही है। वर्ष 2020-21 में 80 लाख रुपये की रायल्टी की अदायगी न करने पर सख्त महकमे ने 72 ईंट भट्ठा संचालकों को आरसी जारी कर दी है।

जिलाधिकारी गौरांग राठी के निर्देश पर खनन निरीक्षक ने ईट भट्ठे स्वामियों को निर्देशित किया कि जल्द रायल्टी जमा कर दें अन्यथा विधिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि भट्ठा संचालकों से बकाया की धनराशि में 18 प्रतिशत वार्षिक ब्याज सहित भू-राजस्व के रूप में वसूली किया जाएगा। बताते चलें कि खेतों से मिट्टी खोदने के लिए खनन विभाग के अधिनियम के तहत 20 शर्तें तय की गई हैं। इसमें ईंट भट्ठा संचालन के लिए मिट्टी खोदाई के उपरांत दूसरे स्थान पर ले जाने का नियम है, जबकि धरातल पर यह है कि खोदाई कर उसी स्थान पर पथाई भी किया जाता है।

इसके अलावा किसी भी दशा में एक मीटर से ज्यादा गहराई तक खोदाई नहीं किया जाएगा। जिस खेत से मिट्टी उठा रहे हैं। उस खेत के चारों ओर मेड़ों के सहारे ऊपर की तरफ आधा मीटर तक तलहटी में एक मीटर मिट्टी छोड़नी होगी और मिट्टी निकालते समय खेत की ऊपरी सतह की उपजाऊ मिट्टी को पहले एक स्थान पर एकत्र करना चाहिए। इसके बाद मिट्टी काटने के बाद उसे खेत में फैलाना होगा। खोदाई के समय खेत के चारों ओर पर्दे लगाने होंगे, जिससे धूल आदि न उड़े।

*परिवार सर्वेक्षण की रफ्तार सुस्त, 31 फीसदी अब भी बाकी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में परिवार सर्वेक्षण की रफ्तार सुस्त हो चुकी है। करीब आठ महीने बाद भी 69 फीसदी परिवारों का सर्वेक्षण हो सका है। अब भी 31 फीसदी का सर्वेक्षण नहीं हो सका। इसे लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नाराजगी जताई है। उन्होंने सर्वेयर बने शिक्षकों को महीने भर के अंदर सर्वे का कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया।

2021 की जनगणना भले ही शुरू नहीं हो सकी, लेकिन प्रदेश सरकार शिक्षकों से कराए जा रहे परिवार सर्वेक्षण के जरिये प्रत्येक परिवार का डाटा जुटाना शुरू कर दिया है। सर्वे के जरिये प्रदेश में सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग की आबादी के साथ आर्थिक व शैक्षिक स्थिति का आकलन भी होगा। सर्वे के बाद अब तक विभिन्न योजनाओं से वंचित पात्र परिवारों को सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत उनका लाभ दिलाया जाएगा। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इसे सरकार का बड़ा कदम माना जा रहा है।

विभाग के मुताबिक जिले में दो लाख 79 हजार 970 परिवार का सर्वेक्षण का लक्ष्य था। इसमें अब तक 87 हजार 61 परिवारों का सर्वेक्षण नहीं हो सका है। सुरियावां की प्रगति सबसे ठीक है, जबकि भदोही में अभी 35 फीसदी कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि सर्वे ड्यूटी में लगे शिक्षकों को कार्य जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है।

सर्वे के लिए परिवार सर्वेक्षण का प्रारूप तैयार किया गया है। इसमें परिवार के मुखिया की जानकारी के तहत मुखिया का नाम, आयु, लिंग, वैवाहिक स्थिति, सामाजिक वर्ग (सामान्य, ओबीसी, एससी, एसटी), शैक्षिक योग्यता, व्यवस्या, परिवार की अनुमानित आय, मोबाइल नंबर, घर का स्वामित्व, बीपीएल या एपीएल, पूर्ण पता संकलित किया जा रहा है।

आर्थिक स्थिति का लगेगा पता

ज्ञानपुर। व्यवसाय में छात्र, स्वरोजगार, गृहणी, बेरोजगार, मजदूर, किसान, सरकारी कर्मचारी और प्राइवेट कर्मचारी का अलग-अलग डाटा जुटाया जा रहा है। साथ ही प्रदेश के लोगों की प्रत्येक परिवार की औसत आय, आवास की स्थिति का भी आकलन होगा। उधर, जानकारों का मानना है कि लोकसभा चुनाव से पहले सरकार के पास प्रत्येक घर का डाटा होगा।

*सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की एसडीएम करेंगे जांच*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। औराई तहसील क्षेत्र के जयरामपुर गांव में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण व पट्टे का मामला तूल पकड़ने लगा है। शिकायत के बाद डीएम गौरांग राठी ने एसडीएम औराई को जांच का आदेश दिया है। जांच कर 30 अगस्त तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।जयरामपुर गांव निवासी हरिगेन ने 21 अगस्त को जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया।

इसमें आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान और हल्का लेखपाल की मिलीभगत से सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण कराया जा रहा है। नियम के विरुद्ध पट्टा भी आवंटित किया जा रहा है। डीएम ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एसडीएम औराई को जांच के निर्देश दिए। उन्होंने मौके की फाेटोग्राफी कराकर रिपोर्ट 30 अगस्त तक देने के आदेश दिए।

बताते चलें कि औराई तहसील में पूर्व में भी मनमानी ढंग से पट्टा का आवंटन किया जा चुका है। जिसमें तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार तक पर मंडलायुक्त ने कार्रवाई की थी। 100 से अधिक पट्टे को भी निरस्त कर दिया गया था।

*शतचंडी महायज्ञ में भक्तों ने की पूजन व परिक्रमा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सिद्धपीठ बाबा हरिहरनाथ मंदिर परिसर में जन कल्याणार्थ चल रहे नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ में शनिवार को श्रद्धालुओं ने पूजन कर हवन कुंड की परिक्रमा की। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी थी।

ब्रह्मजीत शुक्ला ने बताया कि जन कल्याणार्थ शतचंडी महायज्ञ चल रहा है। महायज्ञ में शामिल होने मात्र से मावन का हर कष्ट दूर हो जाता है। सावन महीने में भगवान शंकर की विशेष कृपा भक्तों पर सदैव बनी रहती है। शनिवार की देर शाम घंटा - घड़ियाल व ढोल - मृदंग ध्वनि के बीच भक्तों ने भगवान शंकर की महाआरती की‌। महाआरती के बाद भक्तों में प्रसाद वितरित किया।

*चकवा महावीर मेला 29 अगस्त को*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कलेक्ट्रेट सभागार में एडीएम न्यायिक शिवनारायण सिंह ने प्रसिद्ध चकवा महावीर मेला को लेकर अधिकारियों संग बैठक ली। इसमें प्रसिद्ध चकवा मेले में बेहतर सुविधा मुहैया कराने को निर्देशित किए। परंपरागत ढंग से रक्षाबंधन त्यौहार व चकवा महावीर मेला संपन्न कराने का आह्वान किया।

बताया कि प्रसिद्ध मेले में सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। 29 अगस्त को चकवा महावीर मेले का आयोजन होगा। जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिया कि मेले में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं हो चाहिए।

*प्रदर्शनी लगाकर दी गई सरकारी योजनाओं की जानकारी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से प्रदेश सरकार की योजनाओं एवं उपलब्धियों से संबंधित तीन दिवसीय प्रदर्शनी भदोही जिले के ज्ञानपुर नगर स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में लगाई गई। शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी संग जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी ने प्रथम दिन इस प्रदर्शनी का उद्घाटन कर शुभारम्भ Also।

जिला सूचना अधिकारी पंकज कुमार ने मुख्य विकास अधिकारी यशवंत कुमार सिंह और जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी को प्रदर्शनी में केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा किये गए कल्याणकारी कार्य एवं संचालित योजनाओं , एक्सप्रेसवे, मुफ्त राशन, मुफ्त इलाज, युवाओ को नौकरी, मिशन रोजगार, सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास, महिला सशक्तिकरण, कृषि आदि से सम्बंधित प्रदर्शनी का अवलोकन कराया।

सीडीओ ने कहा कि सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार की उपलब्धियों की चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से सरकार की योजनाओं को आम नागरिकों के दिखाने के लिए व्यवस्था की गई है। यह तीन दिन तक चलेगी।

उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार के द्वारा अनेक कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। जिसका सीधा लाभ जन सामान्य को मिल रहा है। प्रदेश सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं व उपलब्धियों को प्रदर्शनी में अच्छे ढंग से दर्शाया गया है।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी यशवंत सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, जिला सूचना अधिकारी पंकज कुमार, मानवेन्द्र, गुलाब यादव, आकाश कुमार और स्थानीय गायक कलाकार रमेश भंवरा सहित नागरिकगण मौजूद रहे।

*रंगीन राखियों से सजी दुकानें*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।भाई - बहन के स्नेह प्रेम का पर्व रक्षाबंधन की तैयारी तेज हो गई है। बाजार में रंग - बिरंगी राखियां सजने लगी है। जिन बहन के भाई परदेश रहते हैं। वह रक्षा सूत्र खरीदकर डाक व कोरियर से भेज रहीं हैं। बहने भाई की कलाई में बांधने को आकर्षक राखियों की खरीदारी कर रहीं हैं। इस वर्ष बच्चों को के कार्टून व चांदी के राखी की जमकर खरीदारी हो रही है।

आभूषण व्यापारियों की माने तो पिछले वर्ष के अपेक्षा इस साल चांदी के राखी का आर्डर मिल रहा है। नगर समेत ग्रामीण अंचलों के बाजार ग्राहकों से गुलजार आ रहे हैं। त्यौहार को लेकर बाजार में खूब रौनक बढ़ गई है। सर्राफा की दुकानें पर बहनें चांदी की राखियां खरीदने को पहुंचती रही। चांदी की राखी चार सौ से 15 सौ से बीच लोग क्रय करते रहे।

आभूषण वीरेंद्र सेठ ने बताया कि राखी पर्व पर चांदी की राखियों की मांग बढ़ी है। बहनें भाईयों के लिएखरीदारी कर रहीं हैं। उधर ,रक्षा बंधन त्यौहार के मद्देनजर मिठाई विक्रेता भी तैयार भी तैयारी में जुट गए हैं। कारोबारी थोक में खोआ, पनीर व छेना की मिठाई कैसे तैयार करें यह योजना बनाने में लगे हैं।

*हृदय और किडनी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल ज्ञानपुर में लीवर, किडनी, हृदय रोग समेत अन्य विशेषज्ञ रोगों के चिकित्सकों की कमी है। गंभीर मरीजों को वाराणसी अथवा दूसरे जनपद को रेफर कर दिया जाता है। इसके कारण कालीन नगरी में सरकार की मंशा फलीभूत नहीं हो पा रही है। आम आदमी को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का दावा केंद्र व प्रदेश सरकारों की ओर से किया जाता है, लेकिन धरातल पर ऐसा नहीं है लेकिन धरातल पर ऐसा नहीं है।

जनपद के सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ रोगों के चिकित्सकों की कमी है। भारी भरकम बजट के बाद भी दवाओं के नाम पर केवल झुनझुना थमा दिया जाता है। मारपीट गंभीर रोगों के मरीजों को अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सक अन्यत्र रेफर कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेते हैं। करें भी तो क्या,न सुविधाएं और न ही संबंधित बीमारी के एक्सपर्ट डॉक्टर सीएम‌एस डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि अस्पताल में प्रतिदिन न‌ए व पुराने मरीजों को मिलाकर करीब एक हजार को लोग उपचार को आते हैं।

32 चिकित्सकों की जरूरत है, लेकिन 18 ही चिकित्सकों की नियुक्ति की मांग को लेकर शासन को क‌ई बार पत्र लिखा जा चुका है। अभी तक इस दिशा में कोई सार्थक जबाव नहीं मिला है। दावा किया है कि मौजूदा संसाधनों से बेहतर उपचार मरीजों को दिया जाता है।

*सौ शैय्या अस्पताल का कार्य पूर्ण होने की उम्मीद*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिला मुख्यालय पर बने सौ शैय्या अस्पताल का अधूरा कार्य अब पूर्ण होने की उम्मीद जगने लगी है। शासन से अधूरा कार्य पूर्ण करने की दिशा में करीब तीन करोड़ 23 लाख का बजट स्वीकृत हुआ है।

सीएमओ डॉ संतोष कुमार चक ने बताया कि अधूरा काम पूरा करने के लिए कार्यदायी संस्था नामित हो गई है। अस्पताल में शीघ्र ही काम शुरू हो जाएगा। अस्पताल पूर्ण होने पर आम जनता को सभी सुविधाएं मुहैया होने लगेंगी। वर्ष 2008 में 14 करोड़ की लागत से सरपतहां में 100 शैय्या अस्पताल की आधारशिला रखी गई थी।

करीब डेढ़ दशक में लागत चार करोड़ बढ़कर 18 करोड़ पहुंच गई, लेकिन अस्पताल का काम पूरा नहीं हो सका। 2015 में निर्माणाधीन अस्पताल की जांच कराई थी।

*भुड़की के रास्ते पर पानी लगने से बढ़ी परेशानी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पटेल स्थित भुड़की मार्ग पर जमा दूषित पानी से क्षेत्रीय लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। गंदा पानी में आए दिन बाइक व साइकिल सवार गिरकर घायल हो जा रहे हैं।

पानी निकासी की उचित व्यवस्था न होने से राहगीरों को दिक्कत झेलना पड़ रहा है। भुड़की मार्ग पर आधे घंटे बारिश हुआ नहीं कि जलजमाव हो जाता है। गंदा पानी आठ से दस तक जमा रहता है। दिन में तो किसी तरह लोग आवामन कर लेते हैं। लेकिन रात्रि में इधर से गुजरना मुश्किल भरा हो जाता है।

भुड़की गांव में क‌ई स्थानों पर जलजमाव की समस्या बनी हुई है। पानी निकासी की उचित व्यवस्था कराने की मांग बार - बार की जा रही है लेकिन संज्ञान नहीं लिया जा रहा है।