*मौसम बदलने से अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मौसम में बदलाव का असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। सर्दी - जुकाम और वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। बृहस्पतिवार को 1123 मरीजों की ओपीडी रही, जो अन्य दिनों की अपेक्षा डेढ़ गुना से अधिक रही। गंभीर बीमारी की जानकारी के लिए ढाई हजार मरीजों ने लैब की जांच कराई। उसम और गर्मी के बीच बारिश होने से मौसम बदल गया है। जिससे मौसमी बीमारियों ने पांव पसार लिया है।

महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में अमूमन 800 से 900 मरीजों की ओपीडी होती है। लेकिन बृहस्पतिवार को 1123 मरीजों की रिकार्ड ओपीडी हुई। चिकित्सों ने जांच पड़ताल कर मरीजों का दवा उपहिमालयी कराई। साथ ही मरीजों को सतर्क रहने की सलाह दी थी। जरा सी लापरवाही बरतने पर लोग मौसमी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। मौसमी बीमारी के साथ ही चिकित्सालय में दाद ,खाज के मरीज में पहुंच रहें हैं। लेकिन त्वचा रोग विशेषज्ञ न होने के कारण मरीजों का परेशानी होती है।

डॉ आशुतोष सिंह ने बताया कि मौसम में अचानक से बदालव हुआ है। बारिश के दिनों में सर्दी जुखाम सहित वायरल बुखार की समस्या आम हो जाती है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि चिकित्सकीय परामर्श पर दवाएं लें।

*जर्जर भवन होने से हो रही दिक्कत*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। तीन दशक बाद भी अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को एक स्थाई दफ्तर नहीं मिल सका है। तब से अब तक उक्त विभाग गांधी आश्रम गली ज्ञानपुर में एक किराये के भवन में संचालित होता आ रहा है। भवन की स्थिति यह है कि कर्मचारियों के साथ ही छात्र, अभिभावक शिक्षक संस्थान संचालन भी पहुंचने से कतराते हैं।

कारण भी है किराये वाले भवन को देखते ही इस बात का अंदाजा जन- जन को लगता रहता है कि किसी दिन या तो भवन गिरेगा या फिर कोई उपकरण किसी के ऊपर आकार जख्म देने में नहीं कर सकता। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेशचंद्र ने कहा कि स्थाई दफ्तर की मांग क‌ई बार हो चुकी है।

*सब्जी का गिरा भाव दलहन ने बढ़ाईं चिंता*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में सब्जी दाम में गिरावट ने जहां राहत दी वहीं दलहन के दामों में तेजी आई है। दलहन के दामों में 20 रुपए से लेकर 50 रुपए तक की तेजी आई है। वहीं सब्जी के दामों में प्रति किलो दस रुपए गिरावट है। 800 रुपए किलो बिकने वाला मसाला के दाम 1300 रुपए किलो बिक रहा है। दलहन में सबसे महंगा काबूल चना हैं,जो पहले 100 रुपए से बढ़कर 160 रुपए किलो बिक रहा है।

दलहन व्यापारी गोविंद मौर्य प्रदीप गुप्ता ने बताया कि बड़े व्यापारी ही दाल महंगी दे रहे हैं। मसूर की दाल पहले 80 रुपए किलो थी, अब 95 रुपए किलो बिक रही हैं। मटर की दाल 60 रुपए से 80 रुपए बिक रही हैं। चना की दाल में दस रुपए महंगा हुआ है। जो 80 रुपए में बिक रहा है।

*डेढ़ करोड़ से बनेगा आईपीएचसी लैब*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सबकुछ ठीक रहा तो सरपतहां के 100 शैय्या अस्पताल में डेढ़ करोड़ की लागत से इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब (आईपीएचसी) की स्थापना होगी। ढाई हजार वर्ग मीटर में लैब भवन अस्पताल के मुख्य गेट के बगल में बनाया जाएगा। इसके बन जाने से एक ही छत के नीचे सारी जांचे हो सकंगी। कार्यदायी संस्था ने भवन निर्माण के लिए मंगलवार को मिट्टी नमूने जांच के लिए बीएचयू भेजा है।

जिले की संभावित 20 लाख की आबादी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए हर साल नई-नई योजनाएं धरातल पर उतारी जा रही हैं। दो राजकीय, छह सीएचसी और 17 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लोगों को उपचार किया जाता है। करीब डेढ़ दशक पूर्व 18 करोड़ की लागत से सरपतहां में 100 शय्या अस्पताल का निर्माण शुरू किया गया। 70 से 80 फीसदी अस्पताल पूर्ण हो चुका है। ओपीडी सहित अन्य सुविधाएं शुरू हो चुकी हैं। अब 100 शय्या अस्पताल में लैब स्थापित करने का प्रयास शुरू हो गया है। यूपी प्रोजेक्ट कार्पोंरेशन लिमिटिड संस्था के कर्मचारियों ने मंगलवार को सौ शय्या अस्पताल परिसर के मुख्य गेट के बगल से लैब भवन के निर्माण कार्य के लिए मिट्टी लेकर जांच के लिए बीएचयू भेजा है।

लैब तैयार होने के बाद मरीजों को एक ही छत के नीचे सभी जांच की सुविधाएं मिलेगी।स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 2024 से पहले भवन तैयार करने का लक्ष्य तय किया गया है। बताते चलें कि पिछले दिनों राज्य स्तरीय टीम लैब बनाने के लिए महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय ज्ञानपुर और महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय भदोही का निरीक्षण कर सर्वे किया। लेकिन वहां पर जमीन उपलब्ध न होने के कारण सर्वे टीम वापस जा रही थी। उसके बाद सीएमओ ने तत्काल सर्वे टीम को सौ शय्या अस्पताल में जगह दिखाई। जिस पर सर्वे टीम ने मुहर लगा दी।

इसके बाद कार्यदायी संस्था को भवन निर्माण को लेकर प्रपोजल मांगा गया है। संस्था ने सौ शय्या अस्पताल से मिट्टी लेकर जांच के लिए बीएचयू भेजा है। यहां एक भी लैब नहीं है। खून, एक्सरे आदि की जांच जिला अस्पताल ज्ञानपुर में होती है, लेकिन अन्य जांच के लिए निजी लैब पर मरीजों को जाना पड़ता है। जिससे उनको अधिक धन खर्च करना पड़ता है।कैैंसर से लेकर गंभीर बीमारियों की होगी जांच

सीएमओ डाॅ. एसके चक ने बताया कि इंटीग्रटेड पब्लिक हेल्थ लैब में गंभीर बीमारियों का जांच होगी। इसके लिए मरीजों को अन्य जनपदों का रुख करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस लैब में संक्रमित बीमारी सहित टीबी, डेंगू, एड्स, चिकनगुलिया, मलेरिया, कालाजार, डायरिया, कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, गुर्दा, मोतियाबिंद आदि सहित तीन दर्जन से अधिक जांचे होंगी।

इंटीग्रटेड पब्लिक हेल्थ लैब में सभी प्रकार की जांचे एक ही छत के नीचे होगी। लैब बनवाने के लिए सौ शय्या अस्पताल में ढाई हजार वर्ग मीटर में जमीन उपलब्ध करा दी गई है।

*11 करोड़ के अतिरिक्त बजट से बदले जाएंगे बिजली के जर्जर उपकरण *

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में दो वितरण खंड सहित 29 उपकेंद्रों से तीन लाख उपभोक्ता जुड़े हैं। एक से दो दशक पूर्व के लगे उपकरण एवं तार जर्जर हो चुके हैं। चार महीने पूर्व रिवैंप योजना के तहत तारों और जर्जर उपकरण को बदलने के लिए जिले को 100 करोड़ स्वीकृत हुआ। अलग-अलग उपकेंद्रो से जुड़े तारों को बदला जा रहा है। बिजली विभाग की मांग पर शासन से 11 करोड़ और सात दिन पूर्व स्वीकृत हुआ।

अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार ने बताया कि सौ करोड़ आरडीएसएस-रिवैंप योजना से प्रथम चरण में जर्जर तार-खंभों को बदलने का कार्य शुरू कर दिया गया है। अतिरिक्त 11 करोड़ का बजट स्वीकृत होने पर एचटी-एलटी जर्जर तार समेत लघु मध्यम वर्गीय ट्रांसफार्मरों की क्षमता में वृद्धि हो जाएगी और कार्य करने में अक्षम एबीसी कंडक्टर नए लग जाएंगे।

इन फीडरों पर हो रही मात्र चार घंटे आपूर्ति

चौरी/सुरियावां। चौरी क्षेत्र के मानिकपुर, चौरी, मई, चौरी बाजार फीडर पर मात्र चार घंटे बिजली मिल रही है। उपभोक्ता प्रेमचंद गुप्ता, राजू सिंह, पवन कुमार, राजबीर सिंह, ओमप्रकाश यादव ने बताया कि उक्त फीडरों का संचालन चौरी उपकेंद्र से होता है। रोस्टर 24 घंटे के लिए निर्धारित है, लेकिन आपूर्ति कब होगी या नहीं कोई समय तय नहीं है। पर्याप्त आपूर्ति न मिलने से उपभोक्ता हवा, पानी, किसान सिंचाई, व्यापारी अपने व्यापार के लिए परेशान रहते हैं। इसी तरह वहिदानगर उपकेंद्र के अरता फीडर उपभोक्ता कमलेश, सुरेश, राहुल, नीला देवी ने बताया कि रात 11 बजे के बाद होने वाली कटौती सबसे अधिक परेशानी बढ़ा रही है।

इसी तरह सुरियावां नगर में बाईपास रोड, पेट्रोल पंप के पास खुले में रखे मध्यम वर्गीय ट्रांसफार्मर किसी समय अनहोनी को बढ़ावा दे सकते हैं। नगर निवासी मिथिलेश, सुरेंद्र, रामलोलारख, हरिओम ने बताया कि इस तरह से कई स्थानों पर भी ट्रांसफार्मर लगे हैं। बार-बार शिकायत होती है कि ऊंचा फाउंडेशन बनवाकर जर्जर हाईटेंशन बदलने से खतरा टलेगा, लेकिन कोई असर विभाग पर नहीं होता। अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार ने कहा कि गर्मी के कारण आपूर्ति खपत अधिक है। मेन आपूर्ति ही रोस्टर ट्रिपिंग होकर सवाल उठा रही है। दो-तीन दिन में समस्या दूर हो जाएगी।

जंगली लतर, हरे पेड़ों की टहनियां बढ़ा रहीं दुश्वारियां

ज्ञानपुर। ग्रामीण और शहरी उपभोक्ता विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में व्यवधान को मुख्य कारण जंगली लतर और हरे पेड़ों की टहनियाें को मान रहे हैं। उपभोक्ताओं ने स्पष्ट भी किया कि पुरानी लाइनें आबादी बढ़ने से पूर्व बनी हैं, लेकिन नई लाइनों का निर्माण करते समय विभागीय अधिकारियों की निगरानी को धता बताकर ठेकेदार मनमानी करते हैं। इससे तार और खंभे गलत स्थानों पर लग जाते हैं। अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। कुछ स्थानों पर गिरी टहनियों की छटाई कराकर बाधित आपूर्ति को चालू कराया गया है। जंगली लतर से प्रभावित उपकरणों को चिन्हित कर सफाई कराई जाएगी।

*धान में लगे सूड़ी कीट तो किसान न हों परेशान, इसका है बहुत बढ़िया समाधान, जानिए क्या*

नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। मानसूनी बारिश न होने से धान की फसल में अब तमाम प्रकार के कीट और रोग लगने भी शुरू हो गए हैं। वर्तमान में फसलों को सूड़ी नामक कीट नुकसान पहुंचा रहे हैं। इससे बचाव के लिए विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है।कृषि विशेषज्ञ रामेश्वर सिंह ने बताया कि जड़ की सूड़ी (रूट बीबिल) कीट फसलों को काफी नुकसान पहुंचाता है। यह चावल के आकार की होती है, जो पौधों के जड़ों में पाई जाती है। 

ये कीट जड़ों के तथा मुख्य तने के रसों को चूसकर पौधों को सूखा देती है, जिसके कारण पौधे मृतप्राय हो जाते हैं। उन्होंने उपचार के लिए कहा कि किसान कार्वोफ्यूरॉन-3जी को 18-20 किग्रा प्रति हेक्टेयर अथवा क्लोरोपायरीफॉस 2.500-3.000 लीटर प्रति हेक्टेयर एवं कारटॉप हाइड्रोक्लोराइड 4 प्रति0 दानेदार रसायन 17-18 किग्रा0 प्रति हेक्टेयर की दर से प्रयोग करें। 

उन्होंने तना भेदक कीट के संबंध में बताया है कि इस कीट की सूड़ियां ही हानिकारक होती हैं। पूर्ण विकसित सूड़ी हल्के पीले शरीर वाली तथा नारंगी पीले सिर वाली होती है। इसके आक्रमण के फलस्वरूप फसल की वानस्पतिक अवस्था में मृत गोभ तथा बाद में प्रकोप होने पर सफेद बाली बनती है। बताया कि पांच प्रतिशत मृत गोभ अथवा एक अंडे का झुंड वानस्पतिक अवस्था में तथा एक पतंगा/वर्ग मीटर बाल निकलने की व्यवस्था में दिखाई पड़ने पर कारटॉप हाइड्रोक्लोराइड चार प्रति हेक्टेयर में 17-18 किलो का छिड़काव करना चाहिए।

*जिले में आज शाम को पहली बार एक घंटे खुलेंगे स्कूल,चंद्रयान को लाइव व पीएम की बातों को सुनेंगे नौनिहाल*

भदोही। कालीन नगरी में पहली बार शाम को स्कूल खोले जाएंगे। संवा पांच बजे से लेकर सवा छह बजे तक जनपद के परिषदीय स्कूलों में गुरुजन मौजूद रहेंगे। इस दौरान नौनिहालों को चंद्रयान की सफलता के बारे में लाइव दिखाने के साथ ही पीएम बातों को भी सुनाया जाएगा।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेश नारायण सिंह ने बताया कि महानिदेशक स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश का पत्र मिलने के बाद तैयारियों को पूरा करा लिया गया है कहा कि आज सवा पांच बजे से लेकर सवा छह बजे तक स्कूल खुले रहेंगे।चंद्रयान-3 का चंद्रमा पर उतरना पूरे विश्व के लिए गौरव की बात है। ऐसे शिक्षा विभाग भला कैसे पीछे रह सकता है।

चंद्रयान की लैंडिंग व पीएम नरेंद्र मोदी का भाषण गुरुजन बच्चों को लाइव दिखाने का काम करेंगे। गुरुजनों को चेताया कि विद्यालय पर समय से पहले पहुंचने का काम करें। अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी बीईओ को निगरानी करने का आदेश दिया है। बता दें कि जनपद में 530 प्राथमिक विद्यालय तथा कक्षा छह से लेकर आठवीं तक के 146 विद्यालय है। इसके अलावा सवा दो सौ से अधिक कंपोजिट स्कूलों की संख्या है।

जहां पर लाखों की तादाद में बच्चे पढ़ते हैं। गुरुजनों विद्याथिर्यों के साथ ही चंद्रयान की लैंडिंग को लेकर पूरे जनपद के लोगों में उत्साह नजर आ रहा है। सरकार व विभाग के इस कदम को लोगों ने सराहा है।

*गणेश पूजनोत्सव की तैयारी में जुटे लोग*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में श्रीगणेश पूजनोत्सव की तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही है। कलाकार गणेश प्रतिमाओं को फिनिशिंग टच देने में जुटे हैं।

पूजा समितियों के पदाधिकारियों पंडालों का खाका तैयार कर उसे मूर्त रूप देने में लगे हैं। कालीन निर्माण में अलग पहचान रखने वाले जिले का दुर्गापूजा पंडाल के मामले में कोलकाता के बाद दूसरा नंबर है।

कुल साल से श्रीगणेश पूजनोत्सव के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ा है। जिले में 10 सितंबर से श्री गणेश पूजा की शुरुआत होगी। प्रतिमा विसर्जन 19 सितंबर को होगा। भदोही, सुरियावां, गोपीगंज पर प्रतिमाएं बनती है।

*56 घरों में मिले मच्छर के लार्वा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। बारिश के सीजन में मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप फैलने लगा है। मलेरिया से पीड़ित होकर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग में 56 घरों में मच्छरों का लार्वा मिला। जिसे नष्ट कराया गया।

आठ हाॅट स्पाट स्थानों दवाओं का छिड़काव कराने के साथ ही निगरानी बढ़ा दी गई है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान जुलाई में ही समाप्त हो गया। अगस्त में बारिश होने से लेकर नगरीय इलाकों में जगह-जगह जलभराव हो गया है। जिससे मच्छरजनित बीमारियों के फैलने की आशंका भी बढ़ गई है।

जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग न‌ए सिरे से गांव और नगर में सर्व करा रही है। मलेरिया विभाग के कर्मचारियों संग एएन‌एम और आशा की संयुक्त टीमें भी गांव में चिह्नित स्थानों पर पहुंचकर दवा का छिड़काव करा रही है। पिछले सप्ताह स्वास्थ्य विभाग को 56 घरों में मच्छरों के लार्वा मिले थे। जिसको दवा का छिड़काव कर नष्ट कराया गया।

न‌ई बाजार के लोहिया नगर, जेपी नगर और गांधी नगर, भदोही के मर्यादपट्टी , गोपीगंज के चुड़िहारी, ज्ञानपुर के पुरानी बाजार को हाॅट स्पाॅट चिन्हित किया गया है। यहा पर साल 2022 में दो से अधिक डेंगू मरीज मिले थे। जबकि जिले में कुल डेंगू के 101 मरीज मिले थे। जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे पाल ने बताया कि सितंबर - अक्टूबर महीने में मच्छरजनित बीमारियों के फैलने का खतरा अधिक बढ़ जाता है।

जिसको लेकर अभी से सर्व कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों की लापरवाही से मच्छरजनित बीमारियां फैलती है। घरों के आसपास जलजमाव न होने दें। उन्होंने कहा कि इस बार सभी को चेतावनी दी गई है।

*चकवा का सुप्रसिद्ध ऐतिहासिक बुढ़वा मंगल मेले की तैयारियां शुरू*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही । चकवा महावीर मंदिर समेत जिले के प्रमुख संकटमोचन मंदिरों में सावान के आखिरी मंगलवार (बुढ़वा मंगल) को आस्थावानों का सैलाब उमड़ेगा। ज्ञानपुर के समीप चकवा महावीर मंदिरर परिसर में आयोजित होने वाले पौराणिक मेले की तैयारी शुरू हो गई है। मेले का सही ढंग से संचालन हो सके इसके लिए सुरक्षा के बेहतर इंतजाम किए गए हैं।

बुढ़वा मंगल की तैयारियों को लेकर चकवा महावीर मंदिर परिसर दुकानों व मनोरंजन साधनों से गुलजार हो रहा है। चकवा महावीर मंदिर में मारुतिनंदन के दर्शन-पूजन के लिए हजारों की संख्या में भक्तों का जमावड़ा होगा। भक्तजन विधि-विधान से बजरंगबली का पूजन कर उन्हें हलवा, पूड़ी, चना व लड्डू का भोग लगाएंगे। मेले में जनपद समेत जौनपुर, मिर्जापुर व वाराणसी जिले से भक्तों का आगमन होता है। मेले में किसी स्तर से विघ्न ना उत्पन्न हो इसे देखते हुए प्रशानिक तैयारियां शुरू हो गई हैं। मेले पर ज्ञानपुर-लालानगर मार्ग पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।

सुरक्षा के मद्देनजर मेला मैदान में पर्याप्त मात्रा में पुलिस व महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती रहेगी। मेले का सही ढंग से संचालन हो सके इसके लिए बेहतर सुरक्षा के इंतजाम में प्रशासन जुट गया है। बुढ़वा मंगल मेले की तैयारियों को लेकर चकवा महावीर मंदिर परिसर व आसपास दुकानें व मनोरंजन के साधनों से गुलजार होना शुरू हो गया है । चकवा महावीर मंदिर में मारुति नंदन के दर्शन पूजन के लिए हजारों की संख्या में भक्तों का जमावड़ा होगा भक्तजन विधि विधान से बजरंग -बली का पूजन कर उन्हें हलवा पूड़ी , लड्डू का भोग लगाएंगे ।

मेरे में जनपद समेत जौनपुर, मिर्जापुर , वाराणसी जिले से भी भक्तों का आगमन होता है । सुरक्षा के मद्देनजर मेला मैदान में पर्याप्त मात्रा में पुलिस व महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती रहेगी। ऐतिहासिक चकवा महावीर मंदिर पर लगने वाले मेले पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है ।इसके लिए मेला समिति के लोग भी तैयारियों में जुटे हुए हैं । वहीं प्रशासन की ओर से भी तैयारियां शुरू है। दुकानदारों द्वारा दुकानों के जगह की घेराबंदी की जा रही है ,वही मेला क्षेत्र में झूला सर्कस आदि भी लगने शुरू हो गए हैं।