*दूध-लावा के साथ पूजे गए नाग देवता,सातवां सोमवार व नागपंचमी साथ - साथ*
भदोही। नाग पंचमी पर सोमवार को दूध-लावा के साथ नाग देवता की विधिवत पूजा-अर्चना की गई। शिवालयों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।
हर-हर महादेव के जयघोष से वातावरण भक्तिमय हो उठा। पचइयां के मद्देनजर बाग-बगीचे झूले और मौसमी गीतों से गुलजार हो उठे। बाजार में भी रौनक बनी रही।
सावन के सोमवार और नागपंचमी का दुर्लभ संयोग होने के कारण मंदिरों और शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई थी। नगर स्थित बाबा हरिहरनाथ,बाबा बड़े शिव धाम, में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी रही। सावन के सोमवार को महादेव और नाग देवता की एक साथ पूजा हुई।
करीब दो दशक के बाद यह संयोग बना है ।सावन, सोमवार और नागपंचमी का अनोखा संयोग होने से कालीन नगरी के शिवालय और मंदिर महादेव के जयकारों से गूंज उठे।
नागदेवता को दूध और लावा का चढ़ावा चढ़ाया गया और सुख-समृद्धि की कामना की गई। बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं ने शिव मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। सेमराधनाथ धाम में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पूजन-अर्चन किया।
यहां पतित पावनी गंगा के घाट पर हजारों लोगों ने श्रद्धा की डुबकी भी लगाई। इनमें कांवरियों की तादाद भी अच्छी-खासी रही। शिवमंदिरों में जयकारों के साथ घंटे-घड़ियाल की ध्वनि दिनभर गूंजती रही। नाग देवता की आराधना के लिए धूप-दीप जलाए गए और विविध नैवेद्य चढ़ाए गए।
महिलाओं ने घर के दरवाजों पर नाग और नागिन की आकृतियां उकेरीं और जगह-जगह नाग देवता को भोग लगाने के लिए दूध-लावा रखने के बाद रसोईं में विविध पकवान बनाए गए। तमाम महिला श्रद्धालुओं का सोमवार और नागपंचमी दोनों व्रत एक साथ संपन्न हो गया।
पचइयां की परंपरा होने के नाते जिले के बाग-बगीचों में सावन का अल्हड़पन भी खूब दिखा। युवतियों और महिलाओं ने झूले का आनंद लिया और सावनी गीत गाए।
Aug 21 2023, 15:07