सरायकेला :रेडियल गेट खोलने से जमशेदपुर खतरे में, डेम में लगाया गया 144 धारा, आम नागरिक के प्रवेश पर रोक
सरायकेला : जिला बहुउद्देशीय परियोजना के तहत बनाए गए । चांडिल डेम जो 22 हजार हैक्टर जमीन में फैले हुए यह जलाशय में केबल मात्र मछली उत्पादन और नौका बिहार होते है।जिसके लिए पश्चिम बंगाल ,उड़ीसा, बिहार ,छत्तीसगढ़ आदि राज्य से पर्यटक पहुंचते है ।ओर नौका बिहार में बोटिंग करते हे।जिसके लिए चांडिल बांध विस्थापित मत्स्यजीवी स्वभावलम्बी, सहकारी समिति द्वारा मछली और नौका बिहार का संचालन किया जाता है।
एक महीना से चांडिल प्रशासक द्वारा डैम परिसर में 144 धारा लागू किया गया जिसे आम नागरिक के अंदर प्रवेश से वंचित कर दिया गया।
चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के एक मात्र डेम जिसके देख- रेख में प्रति बर्ष करोड़ों रुपये खर्च किया जाता है। लेकिन आज तक विस्थापित हुए परिवार को सरकार द्वारा पुनर्वास नीति के तहत 2023 बर्ष तक मुआवजा राशि नही दिया गया ।
जिसके विरोध में कोई समिति के लोग हक अधिकार के लिए आंदोलोंन पर लगे हुए और प्रदर्शन करते देखा गया।
यहां बाढ़ से डूबने वाले क्षेत्र में 116 गांव 84 मौजा के लोगो दर दर भटक रहा हैं । 181.22 सेमी के लेवल के ऊपर जल भण्डारण होने पर कई गांव डूब जायेगा और जलमग्न प्रतिवर्ष होता है। जिससे जन जीवन प्रभावित होते हैं । चांडिल बांध के डेम प्रशासक डिविजन 2 के तहत आज तीन रेडियल गेट को एक एक मीटर तीन गेट खोला गया । रेडियल।गेट खोले जाने से खरखाई ओर सुवर्ण रेखा नदी में पानी उफान उठ रहा है जिसे कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम जिला के जमशेदपुर ,आतित्यपुर ,कपाली के साथ पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर आदि जगह प्रभावित होगा
,जिस तरह लगातार ऊपरी क्षेत्र में बारिश हो रहा हे जिसके कारण चांडिल डेम जलश्य में जलस्तर बड़ रहा हे। जिसे देखते हुए चांडिल प्रशासक द्वारा चांडिल डेम से प्रतिदिन एक एक रेडियल खोल कर पानी की भंडारण 181.22 रखने की कोशिश में हे जिसे चांडिल डेम के किनारे बसे विस्तापितो कोई समस्या उत्पन न हो ।
Aug 18 2023, 17:23