सरायकेला :कुंआ धंसने से दब कर 6 लोगों की मौत, कल शाम से आज दिन के पौने 12 तक चले रेस्क्यु ऑपरेशन में सभी छह शव को निकाल लिया गया।


बुंडू: रांची जिले के सिल्ली प्रखण्ड अंतर्गत मुरी थाना क्षेत्र में जंगल के बीच बसे पिसका गांव में कल शाम एक हृदय विदारक घटना घटी। एक बैल कुंआ में गिर गया था जिसे गांव के लोग रस्सी के सहारे निकालने का प्रयास कर रहे थे कि अचानक कुंआ भरभरा कर धंस गया जिससे बैल सहित 7 लोग कुंआ में गिर गये और मिट्टी से दब गए। जिसमें एक व्यक्ति को सकुशल निकाला गया। 

पूरी रात एनडीआरएफ की टीम दबे लोगों को निकालने में जुटी रही फिर आज भी सुबह से ही कड़ी मशक्कत के बाद एक एक दबे व्यक्ति के शव को काफी मुश्किल से पौने 12 बजे दिन तक निकाल लिया गया। एनडीआरएफ की टीम द्वारा लगातार 40 फीट गहरे कुँए में दबे सभी छह शव निकाल लिए गए हैं। परिजनों का रो -रो कर बुरा हाल है पूरा गांव मृतकों के कारण सदमे में डूब गया है। 

स्थानीय विधायक सुदेश महतो ने कहा कि रेस्क्यू ऑपेरशन किया गया सभी छह शव निकाल लिए गए लेकिन सफलता तब होती जब सबकी जान बचायी जाती। परिवार के लोग और हम सभी दुखी हैं। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन इस तरीके से नहीं किया जाता है एक पदाधिकारी को जिम्मेवारी दी जाती है और कई विभाग के लोग मिलकर अभियान चलाते हैं लेकिन यहां इस तरह की चीजें देखने को नहीं मिली। जिला स्तरीय पदाधिकारी कोई नहीं पहुँचा। 

आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने राज्य सरकार से मांग की है कि परिजनों को 5 लाख मुआवजा के तौर बपर दिया जाए और जिन्होंने परिजन खोया है उनके परिवार के योग्य सदस्यों को सरकारी नौकरी दी जाए। 

हृदय विदारक घटना स्थल पर रांची सांसद संजय सेठ, स्थानीय विधायक सह आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, सिल्ली के बीडीओ सीओ और बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण जुटे थे।

सरायकेला :रेडियल गेट खोलने से जमशेदपुर खतरे में, डेम में लगाया गया 144 धारा, आम नागरिक के प्रवेश पर रोक

सरायकेला : जिला बहुउद्देशीय परियोजना के तहत बनाए गए । चांडिल डेम जो 22 हजार हैक्टर जमीन में फैले हुए यह जलाशय में केबल मात्र मछली उत्पादन और नौका बिहार होते है।जिसके लिए पश्चिम बंगाल ,उड़ीसा, बिहार ,छत्तीसगढ़ आदि राज्य से पर्यटक पहुंचते है ।ओर नौका बिहार में बोटिंग करते हे।जिसके लिए चांडिल बांध विस्थापित मत्स्यजीवी स्वभावलम्बी, सहकारी समिति द्वारा मछली और नौका बिहार का संचालन किया जाता है। 

 एक महीना से चांडिल प्रशासक द्वारा डैम परिसर में 144 धारा लागू किया गया जिसे आम नागरिक के अंदर प्रवेश से वंचित कर दिया गया। 

चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के एक मात्र डेम जिसके देख- रेख में प्रति बर्ष करोड़ों रुपये खर्च किया जाता है। लेकिन आज तक विस्थापित हुए परिवार को सरकार द्वारा पुनर्वास नीति के तहत 2023 बर्ष तक मुआवजा राशि नही दिया गया । 

जिसके विरोध में कोई समिति के लोग हक अधिकार के लिए आंदोलोंन पर लगे हुए और प्रदर्शन करते देखा गया। 

यहां बाढ़ से डूबने वाले क्षेत्र में 116 गांव 84 मौजा के लोगो दर दर भटक रहा हैं । 181.22 सेमी के लेवल के ऊपर जल भण्डारण होने पर कई गांव डूब जायेगा और जलमग्न प्रतिवर्ष होता है। जिससे जन जीवन प्रभावित होते हैं । चांडिल बांध के डेम प्रशासक डिविजन 2 के तहत आज तीन रेडियल गेट को एक एक मीटर तीन गेट खोला गया । रेडियल।गेट खोले जाने से खरखाई ओर सुवर्ण रेखा नदी में पानी उफान उठ रहा है जिसे कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम जिला के जमशेदपुर ,आतित्यपुर ,कपाली के साथ पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर आदि जगह प्रभावित होगा 

,जिस तरह लगातार ऊपरी क्षेत्र में बारिश हो रहा हे जिसके कारण चांडिल डेम जलश्य में जलस्तर बड़ रहा हे। जिसे देखते हुए चांडिल प्रशासक द्वारा चांडिल डेम से प्रतिदिन एक एक रेडियल खोल कर पानी की भंडारण 181.22 रखने की कोशिश में हे जिसे चांडिल डेम के किनारे बसे विस्तापितो कोई समस्या उत्पन न हो ।

बज्रपात से एक किसान घायल, टीएमएच में भर्ती

सरायकेला : ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के किष्टोपुर में अपने खेत पर काम कर मबेसीयों को चराने के क्रम में झमाझम बारिश के साथ बज्रपात होने से करीब 55 वर्षीय किसान रामपद महतो गंभीर रूप से घायल हो गया है।

परिजनों ने तत्काल उसे बेहतर इलाज हेतु टाटा मैन अस्पताल जमशेदपुर ले गया, जहां उसका इलाज किया चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार राम पद महतो अपने खेत में हल जोतकर मबेसीयों को चरा रहे थे, तभी अचानक झमाझम बारिश के साथ गर्जन के साथ बज्र पात हुआ , जिससे वह गंभीर रूप से घायल होकर मुर्छित अवस्था में गीर गया।

सुचना मिलते ही परिजनों ने उसे तत्काल जमशेदपुर ले गया एवं टीएमएच में भर्ती कराया। बताया जा रहा है कि घायल का स्थिति गंभीर है।

टाटा कॉलेज के मैदान में शुक्रवार को रोजगार मेला का किया गया आयोजन,मुख्यमंन्त्री के हाथों वितरण होगा नियुक्ति पत्र

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत चाईबासा स्थित टाटा कॉलेज के मैदान में शुक्रवार को राज्य के मा.मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के अध्यक्षता में प्रमंडलीय रोजगार मेला(ऑफर लेटर वितरण) का आयोजन निर्धारित है।

इस दौरान मुख्यमंत्री के कर-कमलों द्वारा नियोजन अधिनियम 2021 एवं नियमावली 2022 के प्रभावी होने के उपरांत, सिंहभूम (कोल्हान) प्रमंडल अंतर्गत झारखंड राज्य के निजी क्षेत्रों में स्थानीय उम्मीदवारों का नियोजन तदर्थ बिरसा योजना अंतर्गत झारखंड कौशल विकास मिशन तहत संचालित विभिन्न कौशल विकास केद्रों से प्रशिक्षित, तकरीबन 9000 प्रशिक्षुओं के बीच ऑफर लेटर का वितरण किया जाएगा।

इस कार्यक्रम में राज्य के विभागीय सहित मा.मंत्री गण, सिंहभूम प्रमंडल के मा.सांसद गण, मा.विधायक गण सहित अन्य गणमान्य जन मौजूद रहेंगे।

श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग के तत्वाधान पर आयोजित प्रमंडल वार नियुक्ति वितरण समारोह के प्रथम चरण के तहत निर्धारित प्रथम प्रमंडलीय रोजगार मेला के तैयारी की समीक्षा के निमित्त आज सिंहभूम प्रमंडलीय आयुक्त मनोज कुमार, सिंहभूम पुलिस उपमहानिरीक्षक अजय लिंडा, पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल, पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर के द्वारा कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया गया। इस दौरान वरीय पदाधिकारियों द्वारा कार्यक्रम में भाग लेने हेतु आने वाले सभी आगंतुकों तथा ऑफर लेटर प्राप्त करने वाले सभी अभ्यर्थियों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था को सुनिश्चित करने, उन्हें अपनी निर्धारित स्थल तक पहुंचने में परेशानी ना हो, इसके लिए आवश्यक साइनेज अधिष्ठापन सुनिश्चित करने, कार्यक्रम स्थल तथा शहर में पार्किंग व्यवस्था तथा यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने सहित विभिन्न बिंदुओं पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।

कार्यक्रम में पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां जिले के सभी अभ्यर्थियों के आगमन में प्रयुक्त वाहनों के पार्किंग हेतु आईटीआई ग्राउंड-चाईबासा, सिकुरसाई मैदान व खुटकटी मैदान निर्धारित किए गए हैं। कार्यक्रम में तैनात पदाधिकारियों के वाहन हेतु पार्किंग की व्यवस्था समाहरणालय परिसर में की गई है। इसके अलावा कार्यक्रम में शामिल होने हेतु चाईबासा आने वाले मा.मंत्री गण का कारकेड सहित आमंत्रित जन व पत्रकार गण के वाहन पार्किंग की व्यवस्था टाटा कॉलेज मैदान में की गई है।

फदलोगोड़ा में युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, पुलिस कर रही जांच

सरायकेला : चांडिल थाना क्षेत्र के फदलोगोड़ा में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। मृतक का नाम सोनू सिंह बताया जा रहा है, जिसका शव पेड़ पर फंदे के सहारे झुलता हुआ बरामद किया गया है।

इसकी सूचना मिलने पर चांडिल थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सरायकेला भेज दिया। चांडिल थाना प्रभारी दिनेश ठाकुर ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद खुलासा हो पाएगा कि युवक की मृत्यु कैसे हुई है।

सरायकेला :बुंडू में मनसा पूजा पर उमड़े श्रद्धालुओं की भीड़, दिखाए पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के संपेरा ने कई करतब

सरायकेला : झारखंड राज्य के साथ पश्चिम बंगाल राज्य में बड़े धूमधाम से मां मनसा देवी का पूजा अर्चना किया हे।यह पूजा अर्चना आज से प्रारंभ होकर दो महीना शुभ दिन देखकर माता का पूजा होता है। माता के फलफूल के साथ बत्तक ,बखरा आदि वली दिया जाता हे।इस पर्व में सबसे ज्यादा बत्तख का बिक्री होता है।प्रत्येक घरों आज बारी उठाकर रात भर पूजा अर्चना होता है।

बूण्डु में इन दिनों मनसा पूजा की धूम है।मां मनसा देवी की पूजा में सांप को पूरे आस्था और विश्वास के साथ देवीतुल्य पूजा जाता है। इन दिनों पूरे पंचपरगनिया बूण्डु इलाके में जहरीले सांपों को पकड़ा जाता है और अपने पूरे शरीर मे जहरीले सांपों को भक्तगण लपेटते है। क्या महिला क्या बच्चियां क्या बड़े सांपो गले में डालकर सांपों का करतब भी दिखाते हैं। कई बार सांप लोगों को काटता भी है। लेकिन ऐसी मान्यता है कि मनसा पूजा के दरम्यान विशेष मन्त्र और खास तरह की सर्पदंश जड़ी-बूटी लोग धारण करते हैं। जिससे सांप के काटने से भी विष शरीर मे नही फैलता। यहां तक कि कुछ लोग सांप को बड़े प्यार से मुंह मे भी डालते नजर आते हैं।

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले सांपेरा बस्ती हे जहा के लोग बारों महीना नागों को पालकर रखते है।ओर मनसा पूजा में बुलाओ आने पर झांपन के माध्यम से सांपो का खेल दिखाने पहुंचते हैं।ओर सांपो का विष निकल कर अपना जीवन यापन करते हैं।

नाग सांप को मनसा मां की सवारी माना जाता है इसलिए मनसा मां की प्रतिमा में नाग सांप भी बनाया जाता है। सर्पदेवी के पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह रहता है। लोग पूरे धूमधाम से जहरीले सांपों को पिटारे में लेकर नाचते गाते हैं। कई भक्तगण मनसा पूजा में अपने गालों में, पेट मे, छाती में तार के त्रिशूल को आर पार कर देते है। बातचीत करने पर कहते है कि मनसा मां की कृपा से त्रिशूल तार को शरीर मे आर-पार करने से किसी प्रकार की कोई क्षति नही होती है। न ही कोई भक्त ऐसा करने से बीमार होता है। जबकि अन्य दिनों में इस तरह करने से टेटनस हो जाता है। कई लोग मर जाते हैं। लेकिन मनसा पूजा के दौरान किसी को भी कोई शारीरिक क्षति नही पहुंचती है। मनसा पूजा की आस्था पूरे बूण्डु तमाड़ इलाके में देखी जाती है। मनसा पूजा में  निर्जला उपवास भी रखा जाता है।

भादो के महीने में आस पास के सभी जहरीले सांपों को मन्त्र के सहारे एकत्रित किया जाता है। फिर मनसा मां की खूबसूरत प्रतिमा बंगाल हो या आसपास के कारीगरों से बनवाई जाती है। मनसा मां की प्रतिमा में नाग सांप भी बनाया जाता है। मनसा पूजा करने वाले भक्त पूजा के दरम्यान दो दिनों का उपवास रखते है। पूरे आस्था और विश्वास के साथ मनसा मां की पूजा की जाती है। बड़े-छोटे, युवा वृद्ध सभी इस त्योहार में शरीक होते है। पकड़े गए सभी सांपों को पूजा के दूसरे दिन मेले के बाद जंगलों में मन्त्र के साथ छोड़ दिया जाता है। ऐसी मान्यता है कि मनसा पूजा से जहरीले सांप भी दोस्त बन जाते हैं और जहरीले सांप भी प्रसन्न होकर अपनी नृत्य कला से दर्शकों को मन मोह लेते हैं। पचपरगनिया इलाके में सांपों को पकडने और फिर जंगलों में छोड़ने का सिलसिला पुरातन काल से चला आ रहा है। गहमन, चिपी, नाग-नागिन और अजगर जैसे जहरीले सांपों से मित्रतापूर्ण व्यवहार करना पचपरगनिया की आस्था और संस्कृतिक विभिन्नता को दर्शाता है। 

सराईकेला: उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला झमाझम बारिश के बीच कुकड़ु प्रखंड कार्यालय पहुंचे, विकास योजनाओं का जायजा लिया।

सरायकेला : जिला के उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला गुरुवार को झमाझम बारिश के बीच कुकड़ु प्रखंड कार्यालय पहुंचे एवं विकास योजनाओं का जायजा लिया।

उन्होंने प्रखंड कार्यालय सभागार में बीडीओ राकेश गोप व प्रखंड कर्मियों, मनरेगा कर्मियों के साथ बैठक कर योजनाओं का समीक्षा किया। मनरेगा,15वीं वित्त आयोग, अपना मिट्टी अपना देश कार्यक्रम के तहत मिट्टी संग्रह सहित अन्य योजनाओं का जानकारी लिया।

उपायुक्त श्री शुक्ला बारिश में ही सुदुरवर्ती गांवों में जाकर योजनाओं का स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने मिट्टी संग्रह कार्यक्रम में शामिल होकर लोगों का उत्साह वर्धन किया। उन्होंने बीडीओ सहित अन्य प्रखंड कर्मियों को कई दिशा निर्देश भी दिया। उपायुक्त के पहुंचने से पदाधिकारी व प्रखंड व अंचल कर्मियों में हड़कंप मच गया।

उन्होंने बताया कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान आज कुकड़ु प्रखंड कार्यालय में प्रखंड कर्मियों के साथ बैठक कर योजनाओं का समीक्षा किया। उन्होंने कहा कि गांवों में जाकर योजनाओं का भी निरीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि आगे ओर कैसे बेहतर कार्य हो इसको लेकर भी बीडीओ व अन्य प्रखंड कर्मियों को दिशा निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना में मानव दिवस अधिक से अधिक सृजन हो । कम बेहत और गुणवत्ता पूर्ण हो। मजदूरों को मजदूरी मिले इसपर पर ध्यान देने का निर्देश दिया गया।

सरायकेला : चांडिल डैम का जलस्तर 181.20 मीटर पर पहुंचा, खोला गया दूसरा रेडियल गेट,जिसे जमशेदपुर व पश्चिम बंगाल को खतरा

सरायकेला : चांडिल बहुउद्देशीय परियोजना से बने चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ने लगा है। जलस्तर बढ़ता देख बहुउद्देशीय परियोजना डेम डिविजन 2 के प्रशासन ने डैम का दो रेडियल गेट 30 सेंटी मीटर और 20सेंटी मीटर करके खोल दिया है ।जिसे कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम जिले के साथ पश्चिम बंगाल को खतरा हो गया है ,बारिश से रेडियल गेट की पानी को खोल देने से क्षेत्र को जल मग्न होने का खतरा है।

गुरुवार सुबह चांडिल डैम का रेडियल गेट संख्या छह को 20 सेंटीमीटर खोला गाया । वर्तमान में चांडिल डैम का जलस्तर 181.20 मीटर दर्ज किया गया है। बरसात के मौसम में अचानक जलस्तर बढ़ न जाए इसके लिए चांडिल डैम का जलस्तर कम किया जा रहा है.

इसके पूर्व रविवार को डैम का जलस्तर 180.65 मीटर दर्ज किए जाने के बाद गेट संख्या 11 को 30 सेंटीमीटर तक खोल दिया गया था।

फिलहाल चांडिल डैम का दो रेडियाल गेट खुला है। परियोजना के प्रशासन की ओर से बताया गया कि सुरक्षा के लिए ऐहतियात के तौर पर एक रेडियल गेट को खोला गया है।

ताकि बारिश के बीच अचानक जलस्तर बढ़ने पर डूब क्षेत्र के किसी भी गांव में पानी ना प्रवेश कर न सेके।

प्रत्येक वर्ष डूब क्षेत्र के गावं होते हैं जलमग्न

बारिश के मौसम में चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ने के बाद प्रतिवर्ष डुब क्षेत्र के विस्थापित गांव जलमग्न हो जाते हैं । इससे विस्थापितों को काफी नुकसान होता है और इस दौरान उन्हें विकट स्थिति का सामना भी करना पड़ता है। बारिश होते ही विस्थापितों की दिल की धड़कन बढ़ जाती है ।

तेज बारिश होने पर डैम का जलस्तर तेजी से बढ़ता है, जिसके कारण डैम के किनारे पर बसे डूब क्षेत्र के गांवों में डैम का पानी घुस जाता है। विस्थापित बताते हैं कि विस्थापन के बाद परियोजना प्रशासन की ओर से उन्हें संपूर्ण मुआवजा और पुनर्वास की सुविधा नहीं मिला है। जिसके कारण सैकड़ों की संख्या में विस्थापित परिवार अब भी अपने पुराने गांव में ही रहते हैं।

वहीं, अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच ने इसे आंदोलन का परिणाम बताया है। मंच के अध्यक्ष राकेश महतो ने कहा कि दस सूत्री मांगों के समर्थन में मंच के बैनर तले विस्थापित 16 जून से अनिश्चितकाली धरना दे रहे है।

बैंक का कर्जा नहीं चुकाने पर आदित्यपुर जियाडा के सैकेंड फेज स्थित कंपनी इंडिका कंपोजिट को बैंक ने शील कर कब्जा में ले लिया

सरायकेला : बैंक का कर्जा नहीं चुकाने पर गुरुवार को आदित्यपुर जियाडा के सैकेंड फेज की कंपनी इंडिका कंपोजिट को शील कर बैंक ने कब्जा में ले लिया।

बैंक अधिकारी तहसीलदार भारी पुलिस बल के साथ कार्रवाई के लिए पहुंचे। मामला बैंक ऑफ बरोडा साकची जमशेदपुर ब्रांच का है।

असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर शनि ने बताया कि बैंक से इंडिका कंपोजिट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ने 2 करोड़ 40 लाख का लोन लिया था।

अमानत के तौर पर इस इंडिका कंपोजिट कंपनी के 4-5 पार्टनर की प्रोपर्टी के कागजात रखे हुए थे और किसी कारण बस लोन की क़िस्त जमा नही होने इस बीच कई नोटिस दिए गए इसके बाद जिला कलेक्टर को संपत्ति कब्जे में लेने के लिए निवेदन किया गया और जाब्ता मुहैया कराने के लिए लिखा गया था।

गुरुवार को तय कार्यक्रमानुसार बैंक कब्जा लेने पहुंचा कार्रवाई के दौरान बैंक के मैनेजर शनि दास सहित ब्रांच अधिकारी तहसीलदार मनोज सिंह और स्थानीय थाना के वरीय अधिकारी समेत फोर्स मौजूद रहे। बैंक का कहना है कि पार्टी यदि पैसा चुका देती है तो अगर पैसा देती तो ये सब करना ही नही पड़ता ।

इधर कंपनी के प्रोपराइटर ने कहा कि बैंक ऑफ बरोदा के साकची जमशेदपुर ब्रांच के लोग आए हमारी कंपनी को शील करने के लिए जिसका कोई भी इनके पास नोटिस या कागजात नही हा कंपनी पर लोन है बैंक का लेकिन की इस कंपनी के 4-5 पार्टनर होने और कुछ अन्द्रोणी कलह क्लेश के कारण लोगो ने लोन नही दिया था जिसके चलते कंपनी का केश भी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा था जिसे हमने जीत लिया है और हमारे पास कोर्ट के आदेश भी जिसकी जानकारी जियाडा के निर्देशक औऱ जिले के उपायुक्त को भी दिया हुआ है फाइल बना कर इसके बाद भी इन लोगो ने कंपनी को शील कर रहे है और हम लोगो को बाहर निकाल रहे है।

वहीं दूसरी तरफ सरायकेला जिला के उपायुक्त के निर्देशअनुसार गम्हरिया प्रखंड के सीओ के निर्देश पर तहसीलदार मनोज सिंह ने स्थानीय थाना के फोर्स के साथ दल बल के साथ इंडिका कंपोजिट कंपनी को शील कराया है जिसमे कंपनी के मालिकों एवं अधिकारी के साथ बहस बाजी भी हुई है जिसमे तहसीलदार मनोज सिंह का कहना है कि हमे आदेश है इस लिए फोर्स के साथ आए ।

चाईबासा तांतनगर पुलिस ने अवैध बालू लदे ट्रैक्टर को किया जब्त

चाईबासा :तांतनगर ओपी प्रभारी के नेतृत्व में आज सुबह कोकचो से अवैध बालू लदे एक वगैर नम्बर वाली सोनालिका ट्रैक्टर को पुलिस ने किया जब्त।

जानकारी के अनुसार आज सुबह पुलिस गस्ती के दौरान कोकचो में बिना नम्बर वाली एक ट्रैक्टर बालू लेकर चाईबासा की ओर जा रहा था। पुलिस द्वारा रोकवाने पर ड्राइवर ट्रैक्टर छोड़ कर भाग गया। किसी तरह पुलिस ट्रैक्टर को थाना लेकर आयी। जानकारी के अनुसार ट्रैक्टर ताँतनगर निवासी गारदी बिरूली पिता स्व० मदन बिरूली का बताया जा रहा है। National Green Tribunal (NGT) लागू होने के बावजूद भी ताँतनगर क्षेत्र में कुछ बालू माफियाओं द्वारा अवैध बालू का कारोबार धड़ले से किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार इन कारोबारीयों को राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त है।

जिस के कारण इन अवैध कारोबारीयों का हौसला काफी उँचा है।