*हरिहरनाथ मंदिर पर शतचंडी महायज्ञ 21 से*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।नगर के हरिहरनाथ ज्ञानपुर में सोमवार को ज्ञानपुर विकास मंच की बैठक हुई। इसमें 21 अगस्त से शुरू होने वाले शतचंडी महायज्ञ की तैयारी पर चर्चा की गई।

अध्यक्ष ब्रह्मजीत शुक्ला ने कि कल शाम को छह बजे की बैठक में यज्ञ को सफल बनाने के लिए सभी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। यज्ञाचार्य पंडित संतोष महराज जी ने बताया कि 21 अगस्त को सुबह सात बजे कलश यात्रा संग यज्ञ की शुरुआत होगी।

उसके बाद 30 अगस्त तक हर रोज सुबह साढ़े सात बजे से शाम चार बजे तक पूजन किया। दोपहर 12 बजे और शाम को छह बजे आरती होगी। 27 अगस्त को सार्वजनिक रुद्राभिषेक होगा। 29 अगस्त को पूर्णाहूति और 30 का को भंडारा होगा।

*एक करोड़ से बनेंगे 13 नए आंगनबाड़ी केंद्र के भवन*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। बाल विकास पुष्टाहार विभाग की ओर से संचालित जिले के 13 आंगनबाड़ी केंद्रों को जल्द अपना भवन मिलने की उम्मीद है। करीब एक करोड़ रुपये की लागत से इन भवनों का निर्माण कराया जाएगा। विभाग की तरफ से प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने पर निर्माण शुरू कराया जाएगा।

एक भवन पर करीब सात से आठ लाख खर्च होंगे।छह वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों व महिलाओं को बाल विकास पुष्टाहार विभाग की योजनाओं का लाभ देने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन होता है।

प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर एक कार्यकर्ता और एक सहायिका की तैनाती है। इनकी जिम्मेदारी है कि वह अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण कर छह वर्ष तक के बच्चों का स्वा परीक्षण करें और आवश्यकतानुसार उन्हें शासन से मिलने वाली खाद्य सामग्री का लाभ प्रदान करें।

इसके अलावा गर्भवती व धात्री महिलाओं की भी सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करें। तीन वर्ष से छह साल तक के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर निशुल्क शिक्षा देने का भी प्रावधान है।

जिले में 1496 आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं तैनात हैं। इस बीच कई साल बीत जाने के बाद भी इन केंद्रों को अपना भवन नसीब नहीं हो सका है। 747 आंगनबाड़ी केंद्र प्राथमिक विद्यालयों के भवनों और 174 पंचायत भवन में चल रहे हैं। इसके अलावा 450 आंगनबाड़ी केंद्र खुद के भवन में और 150 किराये के कमरे में संचालित हो रहे है।

वित्तीय वर्ष 2023-24 में पंचायत भवन और किराये के भवन में चलने वाले 13 केंद्रो को अपना खुद का भवन देने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। जिस पर करीब एक करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें पांच लाख मनरेगा, एक लाख पंचायत निधि और दो लाख रुपये बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग खर्च करेगा।

यहां होगा आंगनबाड़ी केंद्रो का निर्माण

डीघ ब्लॉक के तुलसीकला, इटहरा द्वितीय, नवधन द्वितीय, नचधन चतुर्थ, सुरियावां के डंगर प्रथम, कस्तूरीपुर द्वितीय, बढि़यानी, कीर्तिपुर, ज्ञानपुर के दशरथपुर द्वितीय, अकोढ़ा प्रथम, अकोढ़ा द्वितीय, भदोही के डोमनपुर, अभोली के दानूपुर पश्चिम पट्टी द्वितीय शामिल हैं।

*सांप, बंदर का दिखाया खेल तो जाना पड़ सकता है जेल*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। ग्रामीण इलाकों में अक्सर सांप और बंदरों के खेलों को दिखाकर लोगों का मनोरंजन किया जाता है। सपेरे और मदारी इससे अपनी आजीविका चलाते हैं, लेकिन अब वे अगर ऐसा करते हैं तो उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है। वन विभाग ऐसे व्यक्तियों को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत दोषी पाते हुए जेल भी भेज सकता है। इसके अलावा उनपर जुर्माना भी लगाया जाएगा।

वन विभाग वन संपदा की रक्षा किए जाने के साथ ही वन्य जीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी कार्य करता है। इसके लिए समय-समय पर अभियान भी चलाया जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में अक्सर सपेरे और मदारी लोगों को बंदर-बंदरिया सहित अन्य खेल दिखाते हैं। गांव के लोग इन खेलों को खुब पसंद करते हैं। इस दौरान मदारी और सपेरे खुब तालियां बटोरने के साथ-साथ लोगों से पैसे भी वसूलते हैं।

इससे उनकी आजीविका चलती है। हालांकि अब वे ऐसा नहीं कर पाएंगे। वन्य जीवों को पकड़कर लोगों का मनोरंजन करना अब सपेरों और मदारियों को भारी पड़ सकता है। वन विभाग की माने तो इसके लिए उनके पास कोई लाइसेंस नहीं होता। ऐसे में वे वन्य जीव संरक्षण अधिनियम का उल्लंघन करते हैं। इसलिए अगर अब जिले में कहीं भी इस तरह की गतिविधियां होती पायी जाती हैं तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के उल्लंघन के आरोप में उन्हें जेल भेजने के साथ ही उन पर जुर्माना भी लगाया जाएगा। डीएफओ नीरज आर्या ने बताया कि अपने स्वार्थ के लिए वन्य जीव बंदर, भालू, सर्प को पकड़कर लोगों का मनोरंजन करना पूरी तरह से गलत है। अगर इस तरह कोई भी व्यक्ति कुछ करता पाया जाता है तो उसको जेल भेजने के साथ ही जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा वन्य जीवों को सारनाथ स्थित चिड़िया घर में सुरक्षित पहुंचाया जाएगा।

*टमाटर के गिरे भाव, हरी सब्जियां छू रही आसमान*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। टमाटर की बढ़ती कीमतों से आम जनता को फिलहाल राहत मिली है, लेकिन हरी सब्जियों पर महंगाई का असर बरकरार है। कुछ दिन पहले 200 से 250 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर का भाव गिरकर 100 रुपये किलो हो गया है।

वहीं बैगन, लौकी, पालक, भिंडी, मूली जैसी हरी सब्जियों के दाम 40 रुपये किलो है। इससे आम आदमी का बजट बिगड़ गया है।महंगाई से त्रस्त जनता को फिलहाल राहत मिलती नहीं दिख रही है। टमाटर के दामों में गिरावट जरूरी आई है, लेकिन हरी सब्जियां अब भी लोगों को रुला रही है। शनिवार को ज्ञानपुर बाजार में 100 रुपये प्रति किलो टमाटर बिके।

सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि टमाटर के बढ़ते दामों के कारण लोग टमाटर लेना बंद कर दिए थे। एक से डेढ़ सप्ताह पहले तक 200 से 250 रुपये किलो तक टमाटर बिक रहे थे। इससे लोग टमाटर की जगह नींबू खरीद कर ले जा रहे थे। वहीं अब टमाटर का रेट गिरकर 100 रुपये प्रति किलो हो गया है। दूसरी तरफ हरी सब्जियों के रेट में अभी कोई गिरावट नहीं देखी जा रही है। ज्ञानपुर सब्जी विक्रेता आलम ने बताया कि बारिश कम होने के कारण अभी हरी सब्जियों के भाव नहीं गिरे हैं। बाजार में बैंगन व परवल जहां 60 रुपये किलो बिक रहे हैं।

वहीं लौकी, कोहड़ा, पालक, भिंडी, खीरा, नेनुआ जैसी सब्जियां 40 रुपये किलो बिक रही हैं। इसी तरह मिर्च व करैला 80 रुपये और अदरक 200 रुपये किलो बिक रहे हैं। कुल मिलाकर टमाटर के भाव ने लोगों को जरूर राहत दिए हैं, लेकिन हरी सब्जियां अभी भी रुला रही हैं।

*राष्ट्रीय पर्व पर वृहद वृक्षारोपणः भदोही में स्वतंत्रता दिवस पर लगेंगे तीन लाख पौधे*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस पर जिले में करीब तीन लाख पौधारोपण होगा। वन विभाग समेत अन्य विभागों में पौधारोपण की तैयारी शुरू हो गई है। निर्धारित स्थानों पर गड्ढा खोदने के साथ पौधा भेजा जा रहा है। वृहद पौधारोपण के तहत 22 जुलाई को ही करीब 11 लाख से ज्यादा पौधा रोपित हो गया था।

प्रभागीय वनाधिकारी नीरज आर्या ने बताया कि राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस पर करीब तीन लाख पौधा रोपित करने का लक्ष्य निर्धारित है। इस वर्ष 13 लाख 19760 पौधा रोपित करने का लक्ष्य निर्धारित हुआ था। इसमें वृहद पौधारोपण के तहत 11 लाख से ज्यादा पौधा लग चुके थे। अब 15 अगस्त को तीन लाख पौधा लगाने की तैयारी युद्ध स्तर से चल रही है। बताया कि इस वर्ष जिले को 13 लाख 19760 पौधारोपण का लक्ष्य मिला है। साढ़े तीन लाख पौधे वन विभाग द्वारा रोपित होगा।

वहीं,श्रम विभाग को 1900 पौधे लगाने का लक्ष्य, ऊर्जा विभाग को 2380, परिवहन विभाग को 1800 उद्यान विभाग को 66000, पुसिल विभाग को 6300, स्वास्थ्य विभाग को 45000, बीड़ा विभाग को 4000 जल निगम को सात हजार एवं बेसिक शिक्षा विभाग को तीन हजार पौधा लगाने का लक्ष्य मिला है। बताया गया कि स्वतंत्रता दिवस को पौधरोपण का लक्ष्य पूर्ण कर ली जाएगी।

*दुकानों पर खाद्य विभाग की टीम ने की छापेमारी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- दुकानों पर मिलावटी व दूषित खाद्य पदार्थ ब्रिकी करने वालों के खिलाफ खाद्य विभाग विभाग की सख्ती बढ़ गई है। डीएम गौरांग राठी के निर्देश पर सावन माह में त्यौहार को देखते हुए दुकानों पर छापेमारी शुरू कर दी गई है। टीम ने क‌ई दुकानों पर छापेमारी कर जांच को नमूना संकलित किया।

खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने गोपीगंज, ज्ञानपुर समेत कई बाजार में स्थित मिठाई, सब्जी व फल की दुकानों पर जांच की। मंडियों में बिक रहे सामानों की जांच की। सहायक आयुक्त खाद्य चंदन पांडेय ने बताया कि दुकानों पर मिलावटी व दूषित खाद्य सामग्रियों की बिक्री करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होना तय है। टीम में मानवेंद्र सिंह,ओम प्रकाश सिंह आदि शामिल थे।

*भदोही में टाइफाइड के मरीज बढ़े, ओपीडी के बाहर जमीन पर बैठकर चिकित्सकों का इंतजार दिखे लोग*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- मौसम की बेरुखी से संक्रामक बीमारी का खतरा बढ़ता जा रहा है। ओपीडी के बाहर उमड़ रही मरीजों की भीड़ से डाक्टर हलकान हो जा रहे हैं। शनिवार को जिला अस्पताल में इतना मरीज बढ़ ग‌ए कि ओपीडी के बाहर जमीन पर बैठकर चिकित्सकों का इंतजार करना पड़ा।

मौसम के दोहरे चरित्र से लोग संक्रामक बीमारी की चपेट में फंस जा रहे हैं। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय के सीएम‌एस डॉ राजेंद्र कुमार की मानें तो मौसम में बदलाव के साथ ही शरीर में संक्रामक रोग का खतरा बढ़ जाता है। टाइफाइड व मियादी बुखार के मरीज बढ़ते जा रहे है। साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया से फैलने वाला संक्रामक बीमारी है टाइफाइड।

शरीर में टाइफाइड बीमारी का लक्षण धीरे-धीरे उजागर होता है। आमतौर पर गर्मी व बारिश में बच्चे इस बीमारी की चपेट में फंसते हैं। जिस स्थान पर गंदगी होता है वहां संक्रामक बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही पानी दूषित होने से टाइफाइड का संक्रामक के बैक्टीरिया मानव शरीर की ब्लड वैसेल्स में काफी तेजी से फैलता है। वहीं किसी टाइफाइड संक्रमित का जूठा खाने वाले संक्रमित हो सकते हैं। यही कारण है कि शरीर काफी हद तक कमजोर हो जाता है।

*गैर इरादतन हत्या में तीन आरोपियों को 10 साल का सश्रम कारावास, 26 हजार का अर्थदंड*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- अपर सत्र न्यायाधीश असद अहमद हाशमी की अदालत ने गैर इरादतन हत्या के तीन दोषियों को 10-10 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई। कोर्ट ने सभी आरोपियों पर 26-26 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया। सुरियावां के भीखमापुर में एक दशक पूर्व हुई घटना में कोर्ट ने निर्णय सुनाया।

अभियोजन के मुताबिक वादी अमरजीत निवासी भीखमापुर थाना सुरियावां ने बताया कि 23 जून 2010 को उसकी जमीन पर कुछ लोग मड़हा आदि रख रहे थे। हम लोगों ने मड़हा रखने के लिए मना किया तो उसके घर आकर उसे, पिता राजनाथ, चाचा राजपति, भाई जिलाजीत, मां अमृता देवी, चाची राजकुमारी को लाठी डंडे से मारकर घायल कर दिया। उपचार के दौरान 24 जून को उसके भाई जिलाजीत की मौत हो गई। पुलिस ने मामले में मुन्नीलाल यादव, राजेंद्र यादव, राकेश कुमार यादव, नागेंद्र प्रसाद यादव के खिलाफ गैर इरादतन हत्या सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।

विचेचना के दौरान आरोपी मुन्नीलाल की साल 2016 में मौत हो गई। पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में आरोपपत्र भेजा। जहां दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं ने अपने तर्क रखे। दोनों पक्षों के तर्क व बहस सुनने के बाद न्यायाधीश असद अहमद हाशमी ने राजेंद्र यादव, राकेश कुमार यादव और नागेंद्र यादव को मामले में दोषी माना और 10-10 साल सश्रम कारावास संग 10-10 हजार अर्थदंड की सजा सुनाई। अभियोजन पक्ष से शासकीय अधिवक्ता अनिल शुक्ल व विनय बिंद ने पैरवी की।

*गुप्त काशी के नाम से प्रसिद्ध है बेरासनाथ धाम*

काशी व प्रयागराज के बीच अवस्थित भदोही आध्यात्म के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जाता है। गोपीगंज क्षेत्र में कौलापुर गांव स्थित बेरासनाथ धाम को गुप्त काशी के नाम से जाना जाता है। यहां सावन माह के साथ ही पूरे साल भक्तों का रेला उमड़ता है। उत्तरवाहिनी गंगा तट पर स्थित इस मंदिर की महिमा निराली है। बेरासपुर गांव में स्थित यह प्राचीन शिव बाबा बेरासनाथ धाम से क्षेत्र में प्रसिद्ध है। मंदिर की स्थापना के बारे में ग्रामीण बताते हैं कि इस मंदिर का शिवलिंग भी सेमराधनाथ धाम की तरह एक कुएं में था।

मान्यता है कि एक बार व्यासजी इसी स्थान से जा जा रहे थे तो उनको यहां किसी दैवी शक्ति की मौजूदगी का अहसास हुआ। वह रुक ग‌ए और कुएं में शिवलिंग की पूजा करने लगे। उसके बाद ग्रामीणों ने भी पूजा - पाठ शुरू कर दिया। व्यासजी के क‌ई वर्ष तक यहां निवास करने के कारण इस स्थान का नाम व्यासपुर पड़ा। कालांतर में गांव का नाम बेरासपुर हो गया। व्यासजी के जाने के काफी वर्षों बाद ग्रामीणों ने कुएं में शिवलिंग को बाहर निकाल कर स्थापित करने की इच्छा जताई लेकिन ऐसा न हो सका। ग्रामीण ने कुएं को पाटकर शिवलिंग का पूजा - पाठ करना शुरू कर दिया। गंगा निवासी बाला प्रसाद पाल साहब जो रेलवे में कार्यरत थे, उन्होंने ने बाबा बेरासनाथ धाम मंदिर के जीणोद्धार का बीड़ा उठाया। उन्होंने इसे वर्ष 1938 में पूरा कराया

*भदोही में उज्ज्वला के 16,751 कनेक्शनधारकों की सब्सिडी रुकी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- शासन की ओर से जिले में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के 1,56,144 खातों में सब्सिडी भेजी गई है। वहीं शेष 16,751 कनेक्शनधारकों की सब्सिडी रुक गई है। इन कनेक्शनधारकों को खाते को आधार से लिंक कराने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी गौरांग राठी ने अभियान चलाकर 15 दिन के अंदर लाभार्थियों का आधार लिंक कराने का निर्देश दिया गया, जिससे कि उन्हें सब्सिडी का लाभ दिया जा सके।

शासन की ओर से उज्ज्वला के 1,72,895 लाभार्थियों को राहत दी गई है।समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों की रसाेई को धुंआ मुक्त करने के लिए ऑयल कंपनियों द्वारा वितरकों के माध्यम से सिलेंडर का वितरण किया जाता है। जिले में 1,72,895 प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के सापेक्ष 1,56,144 लाभार्थियों के खाते में सब्सिडी का भुगतान किया गया है। बताया कि 16,751 उपभोक्ताओं के खाते में बैंक कैश ट्रांसफर कंप्लाइंट के माध्यम से किया जा रहा है। बैंक खातों को आधार लिंक करा लिया जाए, ताकि केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाली सब्सिडी सीधे उपभोक्ताओं के खातों में जा सके।

इसके लिए उपभोक्ता का नाम, मोबाइल नंबर, जिस खाते में उपभोक्ता को सब्सिडी प्राप्त हो रही है, उस बैंक का नाम आइएफएससी कोड, एलपीजी वितरक का नाम आदि का विवरण उपलब्ध कराया जाए। कहा अभियान चलाकर 15 दिन के अंदर लाभार्थियों के खाते को आधार से लिंक कराया जाए। डीएम ने इसके लिए अलग-अलग अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।