*भदोही जिले के पांच निकायों में 46 लाख की धाधंली*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले के नगर निकायों व विकास प्राधिकरण में सरकारी पैसे की जमकर घपले बाजी की गई है। सीएजी की रिपोर्ट में जिले की एक नगर पालिका और चार नगर पंचायतों में सरकारी पैसे के दुरुपयोग का मामला सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक पांचों निकायों में कुल 46 लाख 83 हजार 264 रुपये की घपलेबाजी की गई है। जिसमें सबसे अधिक घोसिया नगर पंचायत में 21 लाख रुपये के गोलमाल हुआ है।
इसके अलावा भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) में भी 6 लाख 15 हजार 474 रुपये की गड़बड़ी मिली है।नगरों में विकास के लिए सरकार हर साल अलग-अलग मदों से करोड़ों रुपये भेजती है। जिससे पेयजल, बिजली, नाली, इंटरलाकिंग सहित अन्य जरूरी विकास कार्य कराए जाते हैं। सीएजी की रिपोर्ट में निकायों के साथ विकास प्राधिकरणों में अनिमितता, पैसे के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार को उजागर किया गया है। सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017-18 में गोपीगंज नगर पालिका में चपरासी तौकीर अली को समय से पहले वेतन वृद्धि कर दिया गया। जिससे 39 हजार 128 रूपये का अपव्यय हुआ।
इसी तरह ज्ञानपुर नगर पंचायत में स्वागत द्वार के निर्माण में बिना सक्षम अधिकारी की स्वीकृति के कार्य की मात्रा को बढ़ाकर ठेकेदार को लाभ पहुंचाया गया। जिसमें चार लाख 23 हजार का अनियमित भुगतान का मामला प्रकाश में आया है।वहीं घोसिया नगर पंचायत में भी जमकर मानकों की अनदेखी हुई है। जिसमें बिना किसी शासनादेश के नगर के कई स्थानों पर ब्रेकर बनाकर नौ लाख 63 हजार का अनियमित भुगतान हुआ। इसके अलावा नगर में निर्माण कार्य में बिना सक्षम अधिकारी के स्वीकृति के आगणन की मात्रा से अधिक चार लाख 18 हजार खर्च किया गया। इसी तरह नगर में ही बोर्ड की स्वीकृति के बिना ही छह लाख 91 हजार रूपये का नियम विरूद्ध भुगतान किया गया। घोसिया नगर पंचायत में करीब 21 लाख का घपला किया गया।
सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक खमरिया में भी विभिन्न निर्माण कार्य में बिना सक्षम अधिकारी की पूर्व स्वीकृति के विभिन्न मदों से 15 लाख 67 हजार का भुगतान हुआ, पूरी तरह से अनियमित एवं अमान्य है। सुरियावां नगर पंचायत में बिना आवश्यकता के विद्युत पोलों के लिए एलईडी लाइट क्रय किया गया। सीएजी के रिपोर्ट में पांच लाख 81 हजार का अधिक भुगतान दिखाया गया है। इस तरह पांच निकायों में कुल 46 लाख 83 हजार 264 रुपये की अनियमितता सामने आई है।
बीडा में भी लाखों का सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) में भी लाखों का गोलमाल किया गया है। जिसमें 2016-17 में भवन की बिक्री के लिए कार्रवाई न किए जाने के कारण 2 लाख 30 हजार रुपये की आर्थिक क्षति हुई। इसी तरह बिना विचलन स्वीकृति कराए ही कार्य की मात्रा बढ़ाकर ठेकेदार को तीन लाख 85 हजार रुपये का अधिक भुगतान कर दिया गया। इस तरह सीएजी के रिपोर्ट के मुताबिक बीडा में 6 लाख 15 हजार 474 रुपये का गोलमाल हुआ है।
क्या है सीएजी
नियंत्रक और महालेखापरीक्षक (सीएजी) संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, जो भारत सरकार तथा सभी प्रादेशिक सरकारों के सभी तरह के लेखों का ऑडिट करता है। जिसमें पब्लिक सेक्टर की कंपनी भी दायरे में आती है। यह संस्था पूर्णतया स्वतंत्र रूप से काम करती है। इसमें सरकार का भी किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं होता।
Aug 11 2023, 15:37