*कर्जदार 998 किसानों पर शिकंजा, भेजी नोटिस*
भदोही।खेती और कृषि उपकरण खरीद करने के लिए सहकारी बैंकों से ऋण लेने वाले 998 किसानों पर सहकारिता विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सहकारी समितियों के उप निबंधक राघवेंद्र शुक्ला ने 998 किसानों को नोटिस भेजकर पखवारे भर में बकाया जमा करने का निर्देश दिया है। पांच बड़े बकाएदारों की संपति कुर्क भी कर दी गई हैं। अब उसे नीलाम करने की तैयारी है।किसानों को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाने के लिए सरकार कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। इसी में सहकारिता विभाग से खाद-बीज संग जरूरी उपकरण खरीदने के लिए भूमि विकास बैंक और सहकारी बैंकों से उन्हें कम ब्याज पर ऋण भी दिया जाता है। अल्पकालीन ऋण लेने वाले किसानों को फसल कट जाने के बाद धनराशि को जमा करना होता है।
इस ऋण पर सरकार की ओर से सब्सिडी भी दी जाती है। काफी किसान यह रकम जमा करते हैं, लेकिन नहीं जमा करने वाले किसानों की संख्या में भी अब इजाफा हो गया है। धीरे-धीरे छोटी रकम भी ब्याज लगने से बढ़ गई हैं। इससे किसान जमा करने से पीछे हट रहे हैं। सहकारिता विभाग के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो किसानों पर 12 करोड़ का बकाया था। इसके सापेक्ष एक जुलाई 2022 से अब तक 5.12 करोड़ रुपये की वसूली की गई। जबकि 4500 से अधिक किसानों पर 7.22 करोड़ रुपये अभी तक बकाया है।
कर्ज माफी की घोषणा का इंतजार करते हैं किसान
ज्ञानपुर। सरकार की ओर से कर्ज माफी की घोषणा का इंतजार करने के कारण किसान ऋण को जमा नहीं करना चाहते हैं। इंतजार करते-करते ऋण राशि और ब्याज बढ़कर अधिक हो जाता है। नियमानुसार एक किसान का एक ही बैंक से लिया गया ऋण माफ हो सकता है। यदि वह कई बैंक से कृषि ऋण लिया है तो ऋण माफ योजना का लाभ नहीं मिल पाता है। किसान इस व्यवस्था को अच्छी तरह से नहीं समझ पाते हैं।
Jun 23 2023, 13:34