*महिला से चैन छीनकर भागने वाला गिरफ्तार,आशियाना पुलिस ने दो शातिर स्नैचर को दबोचा*

लखनऊ । थाना आशियाना पुलिस टीम द्वारा दो शातिर स्नैचर व अभियुक्त गिरफ्तार करने के साथ-साथ नकद 5,560 रुपये बरामद किया है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि नौ जून को रमावाई मैदान पार्किंग गेट के पास से अज्ञात अभियुक्तगणो द्वारा एक व्यक्ति से बैग में रखे पैसे को छीनकर भाग गया। इसी दिन ही विश्वकर्मा मंदिर के पास सेक्टर एम आशियाना पर एक महिला से अज्ञात अभियुक्तों द्वारा उसके गले की चैन छीनकर भाग गए थे। दोनों मामलों को गंभीरता पूर्वक से लेते हुए ाातिर स्नैचरों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया गया था।

शनिवार को गठित टीम ने स्नैचर अभियुक्त सिकन्दर पुत्र महगू निवासी ग्राम गांधीनगर माती थाना बिजनौर जनपद लखनऊ उम्र करीब 29 वर्ष, किशन पुत्र लालजी नाथ निवासी ग्राम गांधीनगर माती थाना बिजनौर जनपद लखनऊ उम्र 18 वर्ष को औरंगाबाद अण्डरपास थाना आशियाना गिरफ्तार किया गया। स्नैचर ने पूछताछ पर बताया कि एक महिला जो स्कूटी से जा रही थी के गले से चेन मैने खीचा था जो टूट गया था जिसका कुछ हिस्सा मेरे हाथ में आया और हिस्सा टूट कर रास्ते मे ही कहीं गिर गया था जिसमें से कुछ पैसे खर्च हो गये 1410 रुपये शेष बचे है। जिसे आपको दे रहा हूं व एक अन्य व्यक्ति का भी बैग छीनकर भाग गये थे जिसमें नगदी मिले थे। जिसे हम दोनों ने आपस में आधा आधा बांट लिया था बैग में कुछ कागजात व एक मोबाइल था जिसे पकड़े जाने के डर से भागते समय रास्ते में फेंक दिया था।

सिकन्दर ने बताया कि मेरे पास से जो 2,000 रुपये मिले है वह उस व्यक्ति से छीने गये बैग से मिले पैसो में मेरे हिस्से में आये पैसो में से शेष बचा है तथा किशन द्वारा बताया गया कि मेरे पास से मिले 2,150 रुपये उस व्यक्ति से छीने गये बैग से मिले पैसो में मेरे हिस्से में आये पैसो में से शेष बचा है जिनके कब्जे से कुल 5,560 रुपये बरामद किये गये। अभियुक्तगण के विरुद्ध विधिक कार्रवाई कर न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।

*जूते की दुकान नहीं चली तो करने लगा बाइक चोरी, गिरफ्तार*

लखनऊ । थाना मड़ियांव पुलिस टीम द्वारा एक शातिर वाहन चोर गिरफ्तार किया गया है। साथ ही उसके पास से चोरी की एक मोटरसाइकिल भी बरामद किया है। पूछताछ में पता चला कि अभियुक्त की जूते की दुकान थी। दुकान से फायदा न होने के कारण बाइक चोरी करनी शुरू कर दी।

डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि शनिवार को थाना मड़ियांव पुलिस टीम सीतापुर रोड पर बंद पड़े पेट्रोल पंप के पास संदिग्ध व्यक्ति व वाहन चेकिंग कर रही थी कि एक व्यक्ति शंकरपुर ढाल की तरफ से आता हुआ दिखाई दिया जो पुलिस टीम को देखकर रुक गया और पीछे मुड़कर भागने का प्रयास किया कि शक होने पर पुलिस टीम द्वारा उक्त व्यक्ति को घेर कर पकड़ लिया गया। भागने का कारण पूछा तो बताया कि साहब मेरे पास गाड़ी का कोई कागज नहीं है इसीलिए भाग रहा था।

जब कड़ाई से पूछा गया कि मोटर साइकिल किसकी हैं, तो बताया कि साहब यह मोटर साइकिल मैंने करीब 6-7 दिन पहले लोहिया अस्पताल, सुशांत गोल्फ सिटी की पार्किंग से चोरी की थी। नाम पता पूछा गया तो अपना नाम आयुष प्रताप सिंह पुत्र पुरुषोत्तम सिंह निवासी ग्राम रसूलपुर थाना गोसाईगंज लखनऊ हालपता अलकनंदा अपार्टमेंट के पीछे बसेरा कलोनी से इ11/107 थाना सुशान्त गोल्फ सिटी लखनऊ उम्र करीब 24 वर्ष बताया। बरामद मोटर साइकिल के पीछे नम्बर प्लेट पर मिट्टी लगी होने के कारण बाइक का नम्बर स्पष्ट नहीं दिख रहा था। वाहन चोर से पूछताछ करने के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

*लखीमपुर खीरी में शानू और विजय तिवारी सोनभद्र में जिला प्रभारी बने*


लखनऊ । सवर्ण आर्मी के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक प्रदेश कार्यालय नेहरू एनक्लेव गोमती नगर में हुई । सवर्ण आर्मी का विस्तार करते हुए लखीमपुरखीरी का जिला अध्यक्ष (यूथ) शानू अवस्थी को बनाया गया। विजय तिवारी को जिला प्रभारी सोनभद्र मनोज कुमार दुबे को तहसील दुद्धी जनपद सोनभद्र का अध्यक्ष बनाया गया। अनमोल मिश्रा को जनपद अमेठी के तहसील तिलोई का तहसील अध्यक्ष दीपक कुमार मिश्रा को जौनपुर जिले की तहसील मुगराबादशाह पुर का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।

शिवम् पाठक को जिला प्रभारी मीडिया नियुक्ति किया गया। सवर्ण आर्मी के प्रदेश महासचिव सूरज प्रसाद चौबे ने बताया कि सर्वेश पाण्डेय 25 साल का युवा अकेले ही संसाधनों का अभाव होते हुए भी अपन संघर्ष से करोड़ों सवर्ण को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है कि अब सवर्ण को देखें अभि तक सरकार कभी भी सवर्ण जातियों के बारे में नहीं सोचती थीं की इस वर्ग में भी गरीब होते हैं।

सभी सोचते थे कि सवर्ण अन्य वर्ग का शोषण किया है। एक काल्पनिक चरित्र निर्माण सवर्ण का किया जाता रहा है। उन तामाम सरकारी योजना से वंचित रखा गया जो जाति आधारित है दूसरे दर्जे का नागरिक बना दिया गया। इस तरह का कानून बना दिया गया की बिना जॉच के जेल जानें लगे कोई अपराध नहीं किया लेकिन सवर्ण है तो भोगना पड़ेगा ।ओछी राजनीति के लिए सवर्ण समाज को तरह तरह की भाषा बोला रामायण जो मेरे आस्था है उसकी प्रति जलाई गई देवी देवता धार्मिक भावनाओं को आहत किया गया आज समय की माग है की समाज संगठित होकर अपनी खोई प्रतिष्ठा वापस लाए।

*लेखपाल से प्रताड़ित फरियादी ने शासन प्रशासन से न्याय की गुहार*

लखनऊ। सरोजनीनगर तहसील क्षेत्र में नगर निगम टीम अवैध कब्जा हटवाने के दौरान मारपीट के मामले में बिजनौर थाने में नगर निगम लेखपाल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया ।सरोजनीनगर तहसील क्षेत्र के बिजनौर थाना क्षेत्र के खसरा 1376 स रकबा 0.0443 हे. जो राजस्व अभिलेखों में उसर दर्ज हैं। उक्त गाटा संख्या 1376स को सन् 2005 में रज्जन लाल पुत्र स्व. जय राम निवासी बिजनौर तहसील सरोजनीनगर को पट्टा हुआ था। रज्जन लाल ने बताया कि गाटा संख्या 1376 पर पिछले 20 वर्षों से हमारा घर बना हुआ है और 25/05/2005को सक्षम न्यायालय द्वारा पट्टा हुआ था। उसके बाद भी नगर निगम लेखपाल टीम के साथ बिना नोटिस दिए जेसीबी से मकान गिरा दिया।

जब हम लोगो को पता चला तो पहुंचे कि लेखपाल व अन्य संबंधित अधिकारी द्वारा गाली गलौज व मारपीट करने लगे और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुऐ कहा की तुम लोगों पर फर्जी मुकदमें में जेल भेजवा देंगे‌। जब कि गाटा संख्या 1376 का मामला अपर आयुक्त प्रशासन न्यायालय में विचाराधीन है।जिसकी अग्रिम पेशी 05/07/2023 को हैं और सिविल जज द्वारा 22/04/2016को स्थगन आदेश पारित किया गया जो की आज भी गतिमान अवस्था में है।उसके बावजूद नगर निगम लेखपाल हमारे विपक्षी राम सहाय यादव, भरत यादव, दशरथ यादव व इन्द्र पाल यादव को रास्ता दिलाने के एवेज में कुछ आर्थिक लाभ लेने के लिए हमारा माकन गिरा दिया और नगर निगम लेखपाल/जोनल अधिकारी द्वारा शिव कांति पुत्री रज्जन लाल , मालती देवी पत्नी रज्जन लाल, किरन, पत्नी लखन, रचना पत्नी रविन्द्र व नीतू पुत्री मिठाई लाल के साथ गाली गलौज मारपीट व जाति सूचक गालियां भी दी हैं और हमे धमकी दी गई है कि मकान के आस पास दिखाई नहीं देना।

रज्जन ने शासन, प्राशासन से विशेष रूप से न्याय की गुहार लगाई हमे न्याय दिया जाए जब कि यही पास में करोड़ों रुपए की सरकारी जमीन डीलर बेच रहे हैं उस पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है सिर्फ हम गरीब लोगों पर अत्याचार किया जा रहा है।बिजनौर थाना प्रभारी अरविन्द कुमार राणा ने बताया कि लेखपाल द्वारा दी गई तहरीर पर सरकारी काम में बाधा पहुंचाने की धारा में मुकदमा दर्ज किए जा चुका है और दूसरे की तहरीर पर मामले की जॉच कर कार्यवाही की जाएगी।

*बिजली की आवाजाही से नाराज व्यापारियों ने किया पावर हाउस का घेराव*

लखनऊ- चिनहट क्षेत्र में लगातार बाधित विद्युत आपूर्ति से नाराज व्यापारियों ने शनिवार को शिवपुरी पावर हाउस का घेराव किया। विद्युत विभाग तथा कर्मचारियों के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान मौके पर पहुंचे अधिशासी अभियंता को व्यापारियों ने अपनी समस्याओं से रूबरू कराया। वहीं संगठन के अध्यक्ष नीरज गुप्ता ने एसडीओ को ज्ञापन सौंपा। जिसे दूसरे व्यापारी नेता ने नीरज गुप्ता द्वारा दिए गए ज्ञापन को फाड़ कर फूंक दिया। घंटों बातचीत के बाद अधिशासी अभियंता के आश्वासन पर व्यापारी माने।

जिसमें प्रमुख रुप से रविंद्र यादव व्यापार मंडल के अध्यक्ष तथा युवा व्यापारी नेता पुरुषोत्तम जालान महामंत्री शशि शुक्ला उपाध्यक्ष विनोद तिवारी विवेक चौधरी विपुल श्रीवास्तव लल्ला बाबा लाला फल वाले आनंद कुमार वर्मा उर्फ नंदू कृष्ण दत्त भट्ट विजय बजरंगी आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे। पुरुषोत्तम जालान तथा शशि प्रकाश शुक्ला ने सामूहिक रूप से व्यापारियों की बात एक्स ई एन के सामने रखी। कड़ी कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही व्यापारी पावर हाउस से हटे।

उधर व्यापारी नेता नीरज गुप्ता ने ज्ञापन पाए जाने को लेकर नाराजगी जताई और स्थानीय पार्षद अरुण राय के माध्यम से एसडीओ चिनहट से इस मामले में संज्ञान लेने की। मौके पर इंस्पेक्टर चिनहट आलोक राव के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद रहा।

*निर्माण कार्य निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ निर्धारित अवधि में कराना अनिवार्य, शिकायत मिलने पर दोषी कर्मियों के प्रति होगी सख्त कार्रवाईः


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपदों में तैनात पुलिस कर्मियों के लिये आवासीय भवनों एवं अनावसीय भवनों यथा हास्टल, बैरक, विवेचना कक्ष एवं पुलिस चौकी परामर्श केन्द्र के भवन आदि के निर्माण की स्वीकृति प्रदान करते हुए 9 जनपदों मुरादाबाद, बरेली, आगरा, बाराबंकी, गौतमबुद्धनगर, मिर्जापुर, अयोध्या एटा एवं लखनऊ के लिये कुल 21 करोड़ 86 लाख रूपये से अधिक की धनराशि की स्वीकृति प्रदान कर दी है।

प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस आधुनिकीकरण के तहत जनपद मुरादाबाद के थाना ठाकुरद्वारा में महिला पुलिस चौकी परामर्श केन्द्र के भवन निर्माण कराये जाने के लिए 78 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत की गयी है।

उन्होंने बताया कि इसी प्रकार जनपद बरेली के थाना आंवला में 40 क्षमता के हास्टल/बैरक एवं विवेचना कक्ष के निर्माण के लिए 1 करोड़ 6 लाख रूपये से अधिक की धनराशि धनराशि की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है।

संजय प्रसाद ने बताया कि जनपद आगरा के थाना एत्मादपुर के अन्तर्गत स्वीकृत नवीन पुलिस चौकी हाइवे के आवासीय भवनों के निर्माण हेतु 1 करोड़ 71 लाख रूपये से अधिक की धनराशि, जनपद बाराबंकी के थाना घुंघटेर में 40 क्षमता के हास्टल/बैरक एवं विवेचना कक्ष के निर्माण हेतु 1 करोड़ 7 लाख रूपये से अधिक की धनराशि, जनपद गौतमबुद्धनगर के थाना जेवर में 40 क्षमता के हास्टल/बैरक एवं विवेचना कक्ष के निर्माण हेतु 1 करोड़ 8 लाख रूपये से अधिक की धनराशि की स्वीकृति प्रदान की गयी है।

प्रमुख सचिव गृह ने यह जानकारी भी दी कि पुलिस कर्मियों की सुविधा को वरीयता देते हुए मुख्यमंत्री ने जनपद मिर्जापुर पुलिस लाइन में निर्माणाधीन 200 व्यक्तियों की क्षमता वाली बैरक के निर्माण कार्य के लिए 1 करोड़ 65 लाख रूपये से अधिक, जनपद अयोध्या में स्पेशल टास्क फोर्स के कार्यालय भवन निर्माण के 4 करोड़ 74 लाख रूपये से अधिक की धनराशि, जनपद एटा की पुलिस लाइन में श्रेणी-बी के 16 आवासों के निर्माण कार्य के लि 2 करोड़ 92 लाख रूपये से अधिक की धनराशि, जनपद गौतमबुद्धनगर के सेक्टर-5 हरौला, नोएडा मे थाना फेज-1 के आवासीय भवन के निर्माण कार्य हेतु 1 करोड़ 37 लाख रूपये से अधिक की धनराशि, लखनऊ में 35वी वाहिनी पीएसी में 150 खिलाड़ियों की क्षमता का एक मल्टीस्टोरी स्पोर्टस हॉस्टल के निर्माण कार्य हेतु 4 करोड़ 38 लाख रूपये से अधिक एवं जनपद बरेली के थाना देवरनिया में 40 क्षमता के हास्टल/बैरक एवं विवेचना कक्ष के निर्माण के लिए 1 करोड़ 6 लाख रूपये से अधिक की धनराशि की स्वीकृति प्रदान की गयी है।

श्री प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार स्वीकृत भवनों का निर्माण कार्य निर्धारित मानक एवं पूर्ण गुणवत्ता के साथ कराने के निर्देश दिये है उन्होंने यह निर्देश भी दिये है कि निर्माण कार्य निर्धारित समयावधि के अन्दर पूर्ण कराया जाय ताकि यथाशीघ्र निर्माण कार्य पूूर्ण हो जाने के फलस्वरूप निर्मित भवनो का बेहतर उपयोग हो सके। उन्होंने कड़े निर्देश दिये है कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता आदि की कमी पाये जाने पर संबंधित दोषी कर्मियों को बख्शा नही जायेगा।

*सभी जिला स्तरीय अधिकारीे नियमित रूप से बाल और महिला आश्रय गृहों का करें दौरा-श्रीमती बेबी रानी मौर्य*


लखनऊ। राज्य में बच्चों को हिंसा और दुर्व्यवहार से बचाने और महिलाओं के सशक्तिकरण के उद्देश्य से दो प्रमुख योजनाओं-मिशन वात्सल्य और मिशन शक्ति के प्रभावी रोलआउट पर तीन दिवसीय परामर्श-सह-कार्यशाला का आयोजन महिला कल्याण और बाल विकास विभाग द्वारा यूनिसेफ के साथ साझेदारी में 14 जून से 16 जून तक किया गया। जिसका शुभारम्भ प्रदेश के महिला कल्याण बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग मंत्री बेबी रानी मौर्य ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। कार्यशाला का उद्देश्य अधिकारियों को मिशन शक्ति और मिशन वात्सल्य के नए जारी दिशा-निर्देशों पर उन्मुख करना है एवं जनपद स्तर पर समन्वयन एवं अभिसरण व्यवस्था को सशक्त करना था।

कार्यशाला में जिला परिवीक्षा अधिकारियों और उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारियों को बच्चों के खिलाफ हिंसा के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और सामुदायिक जुड़ाव के साथ-साथ लैंगिक समानता को बढ़ावा देने हेतु अभिमुखीकरण भी किया गया। कार्यशाला की शुरुआत राज्य के संदर्भ में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध, जन्म के समय लिंग अनुपात, बाल विवाह और अपराध नियंत्रण उपायों जैसे महिलाओं और बच्चों से संबंधित मुद्दों की उपलब्धियों और गुड प्रैक्टिसेज पर एक लघु फिल्म के साथ हुई।

उद्घाटन सत्र में महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य ने बाल संरक्षण की दिशा में ईमानदारी से काम करने का सुझाव दिया। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को नियमित रूप से बाल और महिला आश्रय गृहों का दौरा करने का भी सुझाव दिया ताकि वे महिलाओं और बच्चों की विभिन्न जरूरतों के बारे में अधिक जागरूक और सजग रहें। साथ ही उन्होंने विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रसंशा करते हुए बच्चों एवं महिलाओं की प्रति और अधिक लगन एवं कर्मठता के साथ काम करने का आव्हान किया।

महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की सचिव अनामिका सिंह ने कार्यशाला के दौरान राज्य में बच्चों और महिलाओं के कल्याण और संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विभागों के साथ समन्वय और सहयोग को और मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने अभिसरण गतिविधियों को सुव्यवस्थित करने के साथ-साथ जिला स्तर के अधिकारियों के प्रशिक्षण आवश्यकता मूल्यांकन के संचालन के लिए डीएम और संभागीय आयुक्तों को शामिल करने का भी सुझाव दिया। विभाग के लिए मनोबल बनाए रखने के लिए जिला स्तर पर गुड प्रैक्टिसेज का दस्तावेजीकरण करने का सुझाव दिया गया। उन्होंने पिछले वर्ष जिला परिवीक्षा अधिकारियों के काम की सराहना की और ‘शांति प्रार्थना’ नामक एक अनूठी गतिविधि के साथ अपना संबोधन समाप्त किया।

कार्यक्रम में प्रबंधक, यूनिसेफ, उत्तर प्रदेश अमित मेहरोत्रा ने उपस्थित लोगों को बताया कि शीघ्र ही राज्य के 18 संभागों को यूनिसेफ के बाल संरक्षण सलाहकारों द्वारा कवर किया जाएगा। राज्य के अधिकांश संभागों में शिक्षा और स्वास्थ्य सलाहकार पहले से ही काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभाग की गतिविधियों में सहायता के लिए स्वयंसेवकों का एक नेटवर्क विकसित करने की आवश्यकता है जैसा कि पोलियो उन्मूलन हेतु किया गया था. श्री मेहरोत्रा ने बाल सभाओं के गठन पर ज़ोर दिया जिससे की बच्चों से सम्बंधित मुद्दों को चिन्हित कर समाधान खोजें जा सके।

निदेशक, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार सरनीत कौर ब्रोका, ने कार्यशाला के दौरान जिला परिवीक्षा अधिकारियों को सुझाव दिया कि उन्हें बाल गृहों, बाल कल्याण समितियों (सीडब्ल्यूसी) और किशोर न्याय बोर्डों (जेजेबी) में बाल अनुकूल वातावरण बनाने की दिशा में काम करना चाहिए ताकि ये संस्थान बच्चों की विभिन्न जरूरतों के प्रति अधिक संवेदनशील हों पाएं।

उन्होंने यह भी सलाह दी कि अधिकारियों को स्थानीय संगठनों जैसे रेड क्रॉस सोसाइटी, रोटरी क्लब और अन्य सिविल सोसाइटी संगठनो के साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि उन्हें नियमित आधार पर बच्चों के पुनर्वास और प्रत्यावर्तन किया जा सके। उन्होंने जिला मजिस्ट्रेटों के माध्यम से बाल कल्याण समितियों (सीडब्ल्यूसी) की नियमित निगरानी और पर्यवेक्षण की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

कार्यशाला में मिशन वात्सल्य के प्रमुख प्रावधानों पर कार्यशाला में गहन रूप से चर्चा की गई। जिनमें, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, प्रायोजन, फोस्टर केयर और आफ्टर केयर कार्यक्रमों के तहत देखभाल और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों को 4000 रुपये का मासिक अनुदान है। बाल कल्याण समितियों (सीडब्ल्यूसी) के लिए विकसित एसओपी का मसौदा भी जिला परिवीक्षा अधिकारियों के साथ साझा किया गया ।

यूनिसेफ के बाल संरक्षण विशेषज्ञ मंसूर कादरी ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की प्रमुख बाल संरक्षण योजना- मिशन वात्सल्य के बारे में राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य के बारे में प्रस्तुत किया। उन्होंने बच्चों के लिए परिवार आधारित वैकल्पिक देखभाल को बढ़ावा देने के साथ-साथ विभिन्न विभागों के साथ अभिसरण को मजबूत करने के लिए आगे के प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के साथ मजबूत संबंध विकसित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

महिला कल्याण विभाग के उप निदेशक आशुतोष सिंह ने मिशन शक्ति के विभिन्न घटकों जैसे कि महिला सशक्तिकरण के लिए जिला हब (डीएचईडब्ल्यू), वन स्टॉप सेंटर (ओएससी), शक्ति सदन और बीबीबीपी के बारे में प्रस्तुत किया। उन्होंने मिशन शक्ति के तहत संशोधित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (बीबीबीपी), डीएचईडब्ल्यू, एकएनडी ओएससी से संबंधित विभिन्न संशोधित रणनीतियों और हस्तक्षेपों के बारे में भी बताया।

बाल आशा ट्रस्ट, मुंबई के श्री सुनील अरोड़ा ने गोद लेने से संबंधित प्रक्रियाओं पर एक महत्वपूर्ण सत्र लिया। उन्होंने बच्चों को गोद लेने की प्रक्रियाओं से संबंधित विभिन्न प्रक्रियाओं को प्रस्तुत किया जैसे कि ऑनलाइन पोर्टल पर गोद लेने के अनुरोध को कैसे पंजीकृत किया जाए और गोद लेने की प्रक्रियाओं से संबंधित आवश्यक तथ्यों को साझा किया।

कार्यशाला में मानसिक स्वास्थ्य, कौशल विकास और बीसी सखी की भागीदारी, बाल अनुकूल गांव एवं ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) से संबंधित मामलों में पंचायती राज की भागीदारी, बच्चों और महिलाओं से संबंधित मुद्दों पर समन्वय और अभिसरण को मजबूत करने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास, कौशल विकास और पंचायती राज जैसे विभिन्न विभाग के अधिकारियों के साथ एक पैनल चर्चा आयोजित की गई।

प्रतिभागियों को हाल ही में संशोधित किशोर न्याय अधिनियम और पॉक्सो अधिनियम से संबंधित नए प्रावधानों पर प्रोफेसर पांडेय द्वारा जानकारी प्रदान की गई।

कार्यशाला के दौरान बाल विवाह संबंधी दंडात्मक प्रावधानों और जिला बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारियों की भूमिका पर भी चर्चा की गई।

सामाजिक व्यवहार परिवर्तन संचार और जेंडर से संबंधित चर्चा विषयों पर प्रतिभागियों के साथ महिलाओं और बच्चों से संबंधित योजनाओं पर सामुदायिक लामबंदी और जुड़ाव को मजबूत करने के लिए जेंडर एवं सोसिओ-इकोलॉजिकल मॉडल को कार्यशाला में प्रतिभागियों को बताया गया। अंत में प्रतिभागियों ने विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन से संबंधित अपनी चुनौतियों और सुझावों को साझा किया।

*किसान ने फांसी लगाकर दी जान,पत्नी ने लगाया गांव के दबंगो तथा सिपाहियों पर प्रताड़ित करने का आरोप*


लखनऊ। पुलिस अपराधी गठजोड़ में प्रताड़ना से क्षुब्ध रहीमाबाद थाने के गहदेव निवासी आशीष कुमार का फांसी लगाकर जान देने का मामला ठंडा नहीं हो पाया कि माल के गौरैया निवासी किसान बत्तीस वर्षीय धीरू सिंह ने शुक्रवार सुबह फांसी लगाकर जान दे दी। पत्नी कुमकुम ने सुबह छत से लटकता पति का शव देखा तो वह चीख कर गिर पडी और बेहोश हो गई। घर के अन्य लोगों ने शव को फंदे से उतारा।ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना किया।

पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मर्च्युरी भेज दिया।शव वापस आने पर परिजनों ने मृतक का अन्तिम संस्कार कर दिया।पत्नी कुमकुम तथा परिवारीजनों ने गांव के दो लोगों तथा सिपाहियों के विरुद्ध प्रताडित कर आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर देकर विधिक कार्यवाही की मांग की है।

मृतक धीरू सिंह की पत्नी कुमकुम सिंह के अनुसार उसके पति का शराब के नशे में गांव के नीरज कश्यप से गाली गलौज हुआ था।जिसकी रंजिश में एक सप्ताह पूर्व पिछले शनिवार को नीरज सिंह तथा उनके घर की महिलाओं और उनके दोस्त धांधू सिंह ने लाठी डंडों से लैस होकर दरवाजे पर आकर गालियां देना शुरू कर दिया था।उसके जेठ कल्लू सिंह ने जब गालियां देने से मना किया,तो सभी ने एक राय होकर हमला कर दिया।शोरगुल सुन कर जब वहअपने जेठ को बचाने लगीं।तब हमलावरों ने उन्हें तथा उनके मासूम बेटे अंशू को मारा पीटा और कान की बाली नोच लिया।साथ ही आम बेंचकर घर आये पन्द्रह हजार रुपये भी छीन कर भाग गए।जिसकी लिखित शिकायत जेठ कल्लू सिंह के साथ थाने जाकर उन्होंने उसी दिन किया था।बाद में थाने जाकर उक्त हमलावरों ने भी औरतों को आगे करते हुए मृतक के विरुद्ध एक शिकायत की थी।

आरोप है कि मृतक की पत्नी की शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।उल्टे बचाव की पेशबंदी में हमलावरों द्वारा की गई झूठी शिकायत पर संज्ञान लेकर

सिपाही मृतक के घर पर कई बार गए। बीते गुरुवार की रात तीन बार पुलिस मृतक को पूंछने उसके घर रात में गई। डर के मारे मृतक घर में ही छुपा रहा। मृतका की पत्नी तथा परिजनों का यह भी आरोप है कि पुलिस के चले जाने के बाद उक्त हमलावरों ने दरवाजे पर आकर मृतक को काफी मारा पीटा था।इसी क्षोभ तथा दहशत में मृतक ने सुबह फांसी लगा कर जान दे दी।

*लापरवाही: केविन फॉल्ट से ऐशबाग क्षेत्र में घंटों विद्युत आपूर्ति ठप , लोग बेहाल*

लखनऊ। ऐशबाग पावर हाउस से जुड़े क्षेत्रों मुख्य केबल फॉल्ट में पखराबी आ जाने की वजह से आज फिर इलाके में घंटों विद्युत आपूर्ति ठप रही। इस भीषण गर्मी में बिजली गायब रहने से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी । ऐशबाग चेत्र में गत 15 दिनों से लगातार विद्युत कटौती से क्षेत्रवासी बेहाल है। दिन में कई घंटे विद्युत आपूर्ति ठप रहने से नागरिकों में बड़ा आक्रोश है।

बिजली की खराब व्यवस्था से नाराज लोग कई बार ऐशबाग पावर हाउस के समक्ष प्रदर्शन कर चुके हैं। लेकिन अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेगी। ऐशबाग क्षेत्र में आज शुक्रवार को को दिन भर बिजली की आवाजाही का क्रम जारी रहा । ऐशबाग क्षेत्र में आज शाम 4 बजे से विद्युत आपूर्ति ठप चल रही थी। विद्युत ठप रहने से‌ इस भीषण गर्मी में नागरिकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।विशेष रुप से बीमार लोग, वृद्ध और बच्चों को बहुत परेशानी रहे।यह लोग बिजली के बिना बेहाल रहे ।

इस भीषण गर्मी में ऐशबाग क्षेत्र में भीषण गर्मी में रात और दोपहर में घंटों बिजली ढप रहने से लोगों को सोना हराम हो रहा है।

ऐशबाग सहित पुराने लखनऊ के दर्जनों मोहल्लों में विद्युत आपूर्ति अस्त-व्यस्त चल रही है। ऐशबाग क्षेत्र में लगातार चल रही विद्युत आपूर्ति में बाधा से लोगों में बहुत आक्रोश है। क्षेत्रवासी कई बार ऐशबाग पावर हाउस प्रदर्शन भी कर चुके हैं।

इस भीषण गर्मी में पुराने शहर के हजारों लोग परेशान हैं। खासतौर से बीमार, छोटे बच्चे, वृद्ध लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इस भीषण गर्मी में घंटों विद्युत आपूर्ति ठप रहने से क्षेत्रवासी बेहाल है।

मिली जानकारी के मुताबिक भीषण गर्मी में विद्युत की भारी मांग की वजह और ट्रांसफार्मर में लोड बढ़ने और ऐशबाग पावर हाउस क्षेत्र में विद्युत सप्लाई के लिए लगे ट्रांसफार्मर एवं केबिल में बार-बार खराबी आ रही है । जिससे ऐशबाग, आईटी कॉलोनी, पुरानी लेबर कॉलोनी , एलडीए कॉलोनी, भदेवा, बिलोचपुरा, वॉटर वर्क्स रोड, मास्टर कन्हैयालाल रोड, संत सुदर्शन पूरी, रामनगर ऐशबाग, शास्त्री नगर , कुंडरी रकाबगज, तिलक नगर, रामनगर एलडीए कॉलोनी, मिल रोड, गुड्स शेड रोड, मालवीय नगर आसपास क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति घंटों ढप रहती है ।

विद्युत आपूर्ति में बाधा से लखनऊ के कई क्षेत्रों में पेयजल का भी गहरा संकट आज भी रहा। ट्रांसफार्मर का समुचित रखरखाव ना होने एवं पुराने विद्युत केबिलों पर अधिक भार होने के कारण ऐशबाग क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति की दशा बहुत खराब है। यहां आए दिन ट्रांसफॉर्मर, केबल जंपर, भूमिगत केबल में खराबी से आए दिन विद्युत आपूर्ति ठप रहती है। विशेष रुप से आईटी कॉलोनी, श्री राधा कृष्ण मंदिर ,पुरानी लेबर कॉलोनी , एलडीए कॉलोनी, तिलक नगर , ऐशबाग रामलीला , ईदगाह, ऐशबाग रोड क्षेत्र के नागरिक विद्युत आपूर्ति की बदहाल व्यवस्था से त्रस्त है।

नागरिकों ने बताया कि शिकायत और जानकारी के लिए ऐशबाग पावर हाउस का फोन मिलाने पर फोन सदैव व्यस्त मिलता है।

उधर ऐशबाग विद्युत प्रखंड के अधिशासी अभियंता धर्मवीर ने बताया कि मुख्य केबल में फॉल्ट और ब्रेकडाउन आ जाने से इलाके में विद्युत आपूर्ति ठप है। उन्होंने बताया कि मरम्मत का कार्य जारी है। जल्द विद्युत आपूर्ति बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।

*लो वोल्टेज बिजली को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल व्याप्त*


लखनऊ।काकोरी क्षेत्र के सराय अलीपुर गांव में ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल बना हुआ है।ग्रामीणों कहना है कि सराय अलीपुर गांव में कई साल से कम क्षमता का ट्रांसफर रखा हुवा है जिससे गांव में बिजली धीमी आती रही है।करीब एक साल पहले इसकी ग्रामीणों व प्रधान के द्वारा शिकायत लिखित में की गई थी।जिसमे काकोरी विधुत उपकेंद्र के जेई ने किसी तरह बैलेंसिंग करा दिया था जिससे लाइट सही आने लगी थी।परंतु एक साल बाद फिर से भीषण गर्मी का बढते प्रकोप को देखते हुए पुनः फिर से धीमी बिजली आने लगी है।

ग्रामीणों का आरोप है कि धीमी बिजली आने से रोज किसी ना किसी का पंखा कूलर या फ्रिज बल्ब आदि चीजों का नुकसान हो रहा है।शुक्रवार की सुबह गांव के,योगेश गुप्ता बोथ अध्यक्ष भाजपा,विकाश कुमार,मोहित कनोजिया,राम विलास कनोजिया,विमलेश कनोजिया,इमरान अंसारी,व अन्य गांव के लोगो ने काकोरी विद्युत उपकेंद्र पर पहोच कर किया प्रदर्शन।

कई घंटे के बाद विद्युत उपकेंद्र के अधिकारी को धीमी बिजली की समस्या को ले कर प्रधान के लैटर पर लिखत में अपनी समस्या को ज्ञापन के तौर पर सौपा। योगेश गुप्ता बूथ अध्यक्ष ने कहा यदि हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो हम अगली बार गांव के अधिक लोगों के साथ धरना प्रदर्शन करेंगे वह आला अधिकारियों को काकोरी विधुत उपकेंद्र कर्मचारियों व अधिकारियों की लिखित में शिकायत करेंगे जब इस संबंध में काकोरी विद्युत उपकेंद्र के एसडीओ,एतबार अहमद सिद्दीकी,से बात की उन्होंने बताया कि मामला जानकारी में है जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा।