सीबीआई ने शुरू की बालासोर ट्रेन हादसे की जांच, अफसरों की टीम ने घटनास्थल का लिया जायजा
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सीबीआई ने ओडिशा के बालासोर ट्रेन हादसे की जांच शुरू कर दी है। सोमवार शाम सीबीआई की टीम बालासोर रेल हादसे की जांच के लिए एक्सीडेंट साइट पर पहुंची और मौके का मुआयना किया। सीबीआई की 10 सदस्यीय टीम ने घटनास्थल का दौरा कर दुर्घटना की जांच शुरू की। सीबीआई की टीम अब हादसे की वजहों की तलाश में जुट गई है। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने एक्सीडेंट वाली जगह से अहम सबूत जुटाए हैं। रेलवे बोर्ड ने रविवार को इस दर्दनाक ट्रेन हादसे की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी।
अज्ञात के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज
घटना के बाद 3 जून को रेलवे पुलिस ने भारतीय दंड संहिता और रेलवे अधिनियम की कई धाराओं में केस दर्ज किया है। बालासोर रेलवे पुलिस की इस एफआईआर में अज्ञात के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने के साथ-साथ रेलवे एक्ट और आईपीसी की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इसी एफआईआर को आधार बनाकर सीबीआई इस मामले की जांच करेगी। बालासोर ट्रेन दुर्घटना में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ रेलवे अधिनियम की धारा 153, 154 और 175 के तहत कटक में सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई। बालासोर जीआरपीएस के एसआई पापु कुमार नाइक की शिकायत के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई।
200 लोगों का ओडिशा के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज जारी
इधर, हादसे में घायल हुए करीब 1100 यात्रियों में से 900 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। करीब 200 लोगों का ओडिशा के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं, घटना में जान गंवाने वाले 278 लोगों में से 177 शवों की पहचान कर ली गई है जबकि 101 शवों की पहचान करनी बाकी है. इन शवों को भुवनेश्वर समेत अलग-अलग के मोर्चरी में रखा गया।
केवल भुवनेश्वर में 80 शवों की पहचान
केवल भुवनेश्वर की बात करें तो यहां पर कुल 193 शवों को रखा गया था। इसमें से 80 शवों की पहचान कर ली गई है। भुवनेश्वर नगर निगम के कमिश्नर विजय अमृत कुलंगे ने कहा है कि 55 शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। बीएमसी की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर 1929 पर अब तक 200 से ज्यादा फोन आ चुके हैं। शवों की पहचान कर उन्हें परिजनों को सौंपा जा रहा है।
बालासोर रूट पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू
वहीं, बालासोर रूट पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई है। हालांकि, अभी ट्रेनों की स्पीड कम है। हादसे के बाद करीब 51 घंटे के भीतर रविवार रात से ही रूट पर ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो गया है। अप और डाउन दोनों लाइन को ठीक कर लिया गया है। खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव तीन दिन तक घटनास्थल पर मौजूद रहे और राहत व बचाव कार्य पर बारीकी से नजर रख रहे थे।
Jun 06 2023, 10:46