*बिहार - उत्तर प्रदेश का इंतजार और बढ़ा सकता है मानसून*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भारत के दक्षिणी द्वार पर मानसून का इंतजार अब खत्म होने वाला है। केरल में चार से सात जून के दौरान यह कभी भी दस्तक दे सकता है, लेकिन आगे बढ़ने के रास्ते में व्यवधान से इंकार नहीं किया जा सकता है। मौसम वैज्ञानिकों का अध्ययन बता रहा है कि अरब सागर में चक्रवात के आसार बन रहे हैं जिसके चपेट में मानसून आ सकता है और बदली हुई परिस्थिति में बिहार - उत्तर प्रदेश में इसके आने में सात से आठ दिन की देर हो सकती है।
सामान्य तौर मानसून बंगाल में प्रवेश की तिथि आठ जून है। बिहार में दस जून और अगले चार-पांच दिनों में उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर जाता है। मानसून जब केरल के तटीय भाग में प्रवेश के बाद अन्य राज्यों की ओर बढ़ रहा होगा। लगभग उसी दौरान अरब सागर में चक्रवात की स्थिति बन रही होगी। पांच से छह सून के बीच चक्रवात के बनने एवं आगे बढ़ने की आंशका व्यस्त की गई है, जो मानसून की दशा - दिशा को स्पष्ट तौर पर प्रभावित करेगा।
मौसम पर काम करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के प्रवक्ता महेश पलावत का मानना है कि अरब सागर में बनने वाले चक्रवात की दिशा आमतौर पर ओमान की तरफ होती है, लेकिन भारत भी इसके अछूता नहीं रह पाता है। इस चक्रवात के चलते भारतीय महाद्वीप की नमी युक्त हवाऐं रुक जाती है, जिससे मानसून में व्यवधान आता है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून को 22 से 26 मई तक अंडमान-निकोबार द्वीप समूह को पार कर बंगाल की खाड़ी में आगे बढ़ जाना चाहिए था, किंतु उस स्थिति में 31 मई को पहुंचा है।
Jun 03 2023, 12:34