सड़क ऐसी टूटी की रखवाले भी नहीं पूछते,राहगीर परेशान
अमेठी। सड़क ऐसी टूटी हुई है कि रखवाले भी नहीं पूछते है। मरम्मत कार्य की जिम्मेदारी है। लेकिन कर्तव्य और दयात्वि को छोड़कर निर्माण कार्य मे अभियन्ता व्यस्त है। विभागीय मेट और बेलदार की सेवानिवृत्त होने के चलते गैंग भी हैंग हो चली है। जो मेट और बेलदार है भी निर्माण से फुर्सत नही मिल रही।
अभियन्ताओं के साथ मेट और बेलदार बीसी और पीसी की निगरानी मे परेशान है। सड़क भी जो नयी बन रही है और पुनर्निर्माण हो रही है। वे भी बनने के बाद उधडना शुरु हो जाती है। पांच से सात वर्ष की समय सीमा पुनर्निर्माण की निर्धारित है। तब तक सड़क मार्ग पर बोल्डर उधड जाता है। तारकोल लेपित गिटटी का ठिकाना सड़क मार्ग की रूह बदल जाती है। सडक फर्राटेदार कभी रहती थी। लेकिन अब ग्रामीण सड़के भाजपा सरकार के कोडिंग नम्बर ना ऐलाट होने सड़क मार्ग जर्जर है ।
सड़क की पटरी क्षतिग्रस्त , झाडी उगी है। हल्की भी वारिस मे नाव-नवारिया ,ताल-तलिया बच्चे खेलते है। ग्रामीण सड़क अब गवाई लोगो के बिकास की पहेली बन गई ।लग्जरी कारे गांव की पगडण्डी पर धीमी गति से हिलोर लेती चलती है। सड़क मार्ग पर लग्जरी कारो मे गुजरे जमाने की गीत के गाने बजते है। कि "कौनी दिशा मे लेके चला रे बटोहिया " की गाने सुनने के बाद लोग "नदिया के पार "भोजपुरी फिल्म की याद आ जाती है।
लोक निर्माण विभाग प्रान्तीय खण्ड इकाई अमेठी की सैकड़ों ग्रामीण सड़को के कोडिंग नम्बर ऐलाट ना होने से भाजपा सरकार के झूठ का खेल अपने आप उजागर हो रहा है। सांसद अमेठी को फुर्सत नही है। कि जनता की सुविधा पर गौर करे। बिकास खण्ड संग्रामपुर की ग्राम पंचायत करनाईपुर मे बिगत माह विकास कार्य और समस्याओ की चौपाल लगी। सड़क मार्ग के किनारे बोल्डर पडे है। जर्जर सड़क मार्ग और बदहाल पटरी क्षतिग्रस्त है। अभियन्ताओ ने मुड़कर नही देखा । विधायक अमेठी और गौरीगंज को अभी तक ग्रामीण सड़क मार्ग के कोडिंग नम्बर ऐलाट ना होने से बेखबर है।
कब तक भाजपा और सपा का राजनीति खेल अमेठी मे चलेगा। लोग बरबस कह बैठते है कि कांग्रेस के गाँधी परिवार के रहते ऐसी बदहाल सड़क नहीं थी। अब ग्रामीण परेशान है। रखवाले चकाचक मस्ती मार रहे है। राज्यपाल उत्तर प्रदेश से रोशनी यादव,अमिता यादव,गायत्री पाल,पूजा पाल,कोमल पाल,आरती कनौजिया,पूर्व ब्लाक प्रमुख पुष्पा कश्यप,पूर्व जिला पंचायत सदस्य कलावती मौर्य,रीना जायसवाल,आदि नेताओ ने लोक निर्माण विभाग प्रान्तीय खण्ड इकाई अमेठी की ग्रामीण सड़को की हालत की जांच करवाने की मांग उठाई है।
शासन के सक्षम अधिकारी से जांच कराकर ग्रामीण सडको के कोडिंग नम्बर ऐलाट करवाने की मांग किया है।
लोक निर्माण विभाग प्रान्तीय खण्ड इकाई अमेठी अधिशाषी अभियन्ता शैलेन्द्र सिंह का कहना है कि ग्रामीण सड़क के कोडिंग नम्बर ऐलाट ना होने से ग्रामीण सड़को के मरम्मत कार्य और पुनर्निर्माण कार्य मे बाधा आ रही है। शासन को प्रशासन ने ग्रामीण सड़क की सूची कोडिंग नम्बर ऐलाट होने के भेजी गई। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई।
May 19 2023, 17:21