सरायकेला:प्रेस क्लब की एक बैठक सह अभिनंदन कार्यक्रम कांड्रा वन विभाग के गेस्ट हाउस में हुई,पंजीकरण को लेकर हुई चर्चा


सरायकेला :- प्रेस क्लब सरायकेला खरसावां की एक महत्वपूर्ण बैठक सह अभिनंदन कार्यक्रम कांड्रा वन विभाग के गेस्ट हाउस में अध्यक्ष भरत सिंह के अध्यक्षता में हुई। 

बैठक में मुख्य रूप से संगठन की पंजीकरण को लेकर अध्यक्ष भरत सिंह द्वारा सभी सदस्यों को कहा गया कि संगठन के पंजीकरण को लेकर कार्रवाई प्रारंभ की गई है। 

आवश्यक दस्तावेज विभाग को उपलब्ध करा दिया गया है ।जल्द ही संगठन अंडर सोसाइटी एक्ट के अधीन पंजीकृत हो जाएगा। बैठक में अध्यक्ष भरत सिंह को राष्ट्र स्तर पर दिल्ली में मिलने वाले सम्मान के लिए चयनित होने की सूचना पर सभी पत्रकारों ने उन्हें बधाई दी तथा खुशी जाहिर की।

बैठक में पिछले दिन संगठन के पत्रकार सचिन मिश्रा पर सीनी ओपी प्रभारी आलोक रंजन चौधरी द्वारा फोन पर अनाप-शनाप कहने की बात को सभी पत्रकारों ने निंदा जताया तथा इस मुद्दे को लेकर सभी पत्रकारों ने कोल्हन डीआईजी से मुलाकात करने का निर्णय लिया।

बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष बसंत कुमार साहू, संगठन सचिव लाल बहादुर शास्त्री एवं उपाध्यक्ष विजय कुमार साहू ने भी अपना विचार रखा। बैठक में संजय सिन्हा, सचिन मिश्रा ,अरविंद कुमार सिंह, प्रेम कुमार सिंह ,जितेंद्र कुमार शर्मा, विपिन मिश्रा, जितेंद्र मंडल ,राजीव भगत, गोलक बिहारी, पारसनाथ ठाकुर, उमाकांत प्रधान,आदि उपस्थित रहे।

पुरानी प्रथा को यादगार बनाते हुए नीमडीह प्रखंड के घुटियाडीह के ग्राम प्रधान दीपक महतो के बेटे ने की शादी

चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के नीमडीह प्रखंड के घुटियाडीह के ग्राम प्रधान दीपक महतो के बेटे जयंत अपनी शादी पर कुछ अलग करने की चाहत पाल रखा था जिसे उन्होंने पूरा किया।

 जयंत के पिता ने अपने एकमात्र बेटे की शादी नीमडीह प्रखंड के नीमडीह गांव के रहने वाले शंकर महतो की बेटी मोनिका के साथ तय कर दिया। विगत दिन शादी करने के लिए जयंत ने परंपरागत तरीका को अपनाया जहा। डौली पालकी ,घोड़ा गाड़ी ,हाथी के बाद दूल्हा गाड़ी के लिए बैलगाड़ी को चुना । 

आकर्षक रूप से सजे बैलगाड़ी में उन्होंने बारात निकाला और करीब चार किलोमीटर की दूरी तय कर दूल्हन के घर पहुंचे और कुड़माली रीति-रिवाज से शादी की।

और उन्होंने अपने पुराने परम्परा को जीवित रखने का संदेश दिया।

उन्होंने कहा पुराने जमाने में लोग बैलगाड़ी डौली पालकी से ही बारात जाते थे । उस जमाने में राजा-महाराजा पालकी ,हाथी ,घोड़ा , पर बारात जाते थे । 

वर्तमान समय में भी लोगों को ऐसा ही करना चाहिए इससे ना केवल प्रकृति का संरक्षण होगा बल्कि अपनी परंपरा बची रहेगी पेट्रोल-डीजल की बचत होगी और बेवजह की फिजूलखर्च बंद होंगे. कुछ दूर बारात निकालने के लिए लोग लाखों रुपये खर्च कर देते हैं ।

 वहीं आधुनिकता के दौर में लोग अपनी परंपरा को भुलते जा रहे हैं ।उन्होंने अपनी परंपरा का संरक्षण वाले कई स्लोगन लिखे पोस्टर दूल्हा बैलगाड़ी के चारों ओर चिपकाया ।कुछ इस तरह।रह जहां दुल्हा धोती कुर्ता पायजामा पहनते है।उसके कागज।दुल्हा।नए दौर।पर।रहा।गया।पुराना रीती रिवाज अपनाया परंतु परिधान नए युग का रहा।गया ।बदले सब कुछ पर नए रंग में स्की गया ।

सरायकेला: चांडिल प्रखंड के सिकली में सहचनी सिंह सरदार के जमीन पर बसे लोगों को उजाड़ने की कोशिश का ग्रामीण कर रहे विरोध

सरायकेला : चांडिल प्रखंड के सिकली में सहचनी सिंह सरदार की लगभग एक एकड़ जमीन पर वर्तमान में तीस चालीस परिवार रह रहे हैं। 

जिसका विरोध में कालो मुंडा दखल दिहानी का मामला कोर्ट से जीत कर चांडिल अंचल कार्यालय से दिलाने की मांग करते आ रहे हैं। 

जिसके समर्थन में झामुमो अल्पसंख्यक मोर्चा के उपाध्यक्ष मुरतेज अंसारी का समर्थन मिल रहा है । जिससे जमीन पर रह रहे लोग में स्थानीय ईचागढ़ विधायक सविता महतो व सरकार के प्रति आक्रोषित देखा गया ।अंचल कार्यालय चांडिल की ओर से दखल दिहानी के लिए सभी को नोटिस दिया गया। 

इसके विरोध में सहचनी सिंह सरदार एवं शिकली के ग्रामीणों ने उपायुक्त को लिखित आवेदन देकर दखल दिहानी पर तत्काल रोक लगाने का आग्रह किया। वही जमीन पर रह रहे सभी अल्पसंख्यक निवासी जेएमएम अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता के विरोध उग्र आंदोलन करने की बाते कही ।  

सिकली गांव के सभी वर्ग के लोगो में देखा गया।आक्रोस। लोगो ने कहा हम सभी अपने मातृ भूमि के के लिए जान भी देंगे ।आज वर्षो से इस आदिवासी जमीन पर रहने लगा ।जिसका मालिकाना हक सहचनी सिंह सरदार का है।जिसे आज तक उझाड़ने का कार्य नही किए ।

भू माफिया की मिली भगत से हम लोगो को उखाड़ने की काम किया जा रहा है। 

हमलोग जमीन मालिक सहचनी सिंह सरदार के आदेश से यहां बसे हुए हैं लेकिन झारखंड सरकार व स्थानीय जेएमएम नेता ही हमें वेघर करने में लगे हुए है। हम 40 परिवार कहा जायेंगें । हमारे आशियाना को उजारने की कोशिश करेंगे तो हम लोग घर छोड़कर जंगल कानून को अपने पीछे नहीं हटेंगे । आज तक हमारे साथ मानसिक और शारीरिक शोषण किया जा रहा है।

आने वाले समय में हम लोगो मजबूर होकर राज्य सभा पर धरना देने पर मजबूर होंगे ।आज तक कोई नेता हम लोगो का शुधी लेने नही पहुंचे ।चुनाव के समय बड़े बड़े वायदे करते देखे गए।उसके बाद आजतक कोई।नेता मंत्री हमारे दुख दर्द का जानकारी लेने नही पहुंचे ।

सरायकेला :आदित्यपुर टोल ब्रिज से युवक ने लगाई छलांग 1 घंटे बीत जाने के बावजूद पुलिस नहीं पहुंची मौके पर


सरायकेला : जिले के सबसे आबादी वाले थाना क्षेत्र आदित्यपुर स्थित एक युवक ने छलांग लगाकर जान दे दी है। बीते 1 घंटे से इसकी सूचना स्थानीय वार्ड पार्षद विक्रम किस्कू ने आदित्यपुर थाने को दी लेकिन अभी तक पुलिस बल मौके पर नहीं पहुंची है स्थानीय गोताखोरों के द्वारा पार्षद डूबे हुए व्यक्ति की खोज करना चाह रहे हैं लेकिन अभी तक युवक को खोज पाना संभव नहीं हो पाया है। 

स्थानीय लोगों का कहना है कि छलांग लगाने वाले युवक का नाम गौतम है और उसके पिता का नाम साइंटिस्ट है जो भाटिया बस्ती के रहने वाले हैं। घर में हुए कुछ विवाद के कारण युवक ने ऐसा कदम उठाया होगा, हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।

 मौके पर युवक के परिजन पहुंच गए हैं युवक के परिजनों ने बताया गौतम सुबह से ही घर नहीं आया है आशंका लगाई जा रही है की छलांग लगाने वाला उनका ही पुत्र हो छलांग लगाने वाला व्यक्ति और उसका परिवार दिहाड़ी मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं

खरकाई नदी पर बने टोल ब्रिज का दूसरा मुहाना जमशेदपुर जिले के पुलिस अंतर्गत आता है

सरायकेला एवं जमशेदपुर जिले के बीच मौजूद ब्रिज के कारण पुलिस अभी तक असमंजस में है कि लाश किसके थाना क्षेत्र से जप्त होगा जिस कारण पुलिस अपनी कार्रवाई करने में फिसड्डी साबित हो रही है किसी प्रोफेशनल गोताखोर का भी उपयोग नहीं हो पा रहा है, जिससे 1 घंटे से छलांग लगाए हुए युवक की लाश नहीं मिल पा रही है। नदी का दो छोर अलग-अलग जिलों के अंतर्गत आने के कारण पुलिस कोई भी कार्रवाई करने से बचती हुई देखी जा रही है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस लाश के मिलने का इंतजार कर रही है जिससे स्पष्ट हो जाए कि किसके थाना क्षेत्र का है मामला पड़ेगा हालाकी छलांग लगाने वाले युवक को आदित्यपुर थाना क्षेत्र का माना जा रहा है।

सरायकेला:कोल्हान के झारखंड राज्य व उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के बॉर्डर स्थित बहरागोड़ा के समीप हाथियों का तांडव है जारी।


सरायकेला :- कोल्हान के झारखंड राज्य व उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के बॉर्डर स्थित बहरागोड़ा के समीप हाथियों का तांडव जारी है। सुबह-सुबह चाकुलिया में हाथी प्रवेश किया उसके बाद ग्रामीणों ने भगाने के लिए लाठी-डंडे का उपयोग करते हुए गांव से बाहर खदेड़ दिया इतना ही नहीं गांव के लोग हाथी का पूछ पकड़ दौराने लगे तभी हाथी उग्र हुआ और उसके बाद ग्रामीणों को खदेर भगाया।

यह सिलसिला यहीं नहीं थमा बहरागोड़ा में भी हाथी और उसका बच्चा गांव में प्रवेश किया तो गांव के लोग हाथी के बच्चे के साथ मस्ती करने लगे लेकिन यह मस्ती काफी महंगा पड़ा हाथी का बच्चा अपने झुंड से बिछड़ गया और उसके बाद परेशान करने वाले लोगों पर हमला बोल दिया।

गांव के बच्चे भागने लगे तभी अचानक 2 लोगो हाथी के चपेट में आ गए दोनों को पटक दिया। बुरी तरह मारकर घायल कर दिया है । फिलहाल गांव में दहशत व्याप्त है लेकिन जानवर के साथ मनुष्य जब जानवर जैसा व्यवहार करें तो यही हश्र होगा ।उसका जीता जागता नमूना यह हाथी के बच्चा के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों का यह तस्वीर है। 

वैसे 60 हाथियों का झुंड अब झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र बहरागोड़ा, चाकुलिया ,घाटशिला ,मुसाबनी और दलमा में पहुंच चुका है।

पश्चिमी सिंहभूम के तांतनगर ओपी क्षेत्र के जंगल से अज्ञात युवक का सिर, और हाथ-पैर कटा शव बरामद।


चाईबासा:- पश्चिमी सिंहभूम के तांतनगर ओपी क्षेत्र के जंगल से एक अज्ञात युवक का सिर, और हाथ-पैर कटा शव बरामद हुआ है। टांगर पोखरिया के रोमा पहाड़ी जंगल में शव प्लास्टिक में लपेट कर फेंक दिया गया था। 

युवक का सिर, दोनों हाथ व पैर कटे हुए हैं। पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है और पोस्टमार्टम के लिये एमजीएम जमशेदपुर भेज रही है। 

सिर और हाथ-पैर कटा शव बरामद होने से क्षेत्र के लोगों में सनसनी फैल गयी है। आशंका जताई जा रही है कि अपराधियों ने युवक की दूसरे जगह हत्या कर यहाँ जंगल में फेंक दिया है।

चाकुलिया के जंगल से निकले ट्रस्कर हाथियों के तांडव से चाकुलिया के आसपास लोगों में भय व्याप्त

सरायकेला : कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत चाकुलिया के जंगल से निकले ट्रस्कर गजराज ,हाथियों  के तांडव से चाकुलिया के आसपास इलाकों में लोग भयभीत हैं। आए दिन चाकुलिया क्षेत्र के लोग काफी दहशत में है । लेकिन डर सिर्फ हाथियों के उग्र हो जाता तो जान माल का नुकसान पहुंचा सकता है। 

लेकिन हाथियों के साथ ग्रामीण जो बर्ताव कर रहा है, वह अपने आप में हाथियों को उग्र करने के लिए काफी है । एक तरफ लोग हाथियों के डर से लोग अपने अपने घरों को छोड़ दूसरे गांव में शरण लिए हुए हैं ।

 दूसरी तरफ ग्रामीण ट्रास्कर का पूछ पकड़ कर कुछ युवा हाथियों को परेशान कर रहा है । वैसे 60 हाथियों का झुंड झारखंड के सीमावर्ती इलाका चाकुलिया बहरागोड़ा मुसाबनी और घाटशिला में विचरण कर रहा है ।

अगर यह हाथी जिस गांव में प्रवेश कर जाए पूरे गांव को तहस-नहस कर दे। हालांकि इसकी सूचना वन विभाग को दे दी गई है ।उधर पिछले दिनों वन विभाग ने ग्रामीणों को हाथी को भगाने के लिए टॉर्च और पटाखा भी दिया था ।वैसे यह सब हाथी पश्चिम बंगाल मेदनीपुर जिला से झारखंड में प्रवेश किया है । 

ग्रामीणों का कहना है कि चांडिल दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी के हाथी को पानी और भोजन नहीं मिलता था जिसके कारण दांत वाला नर हाथी प्रत्येक वर्ष झारखंड के सीमावर्ती इलाका में आता है और तांडव करता है ।

अब तक तक दर्जनों लोगों की हाथी द्वारा मौत हो चुकी है और सैकड़ो घर को हाथी अपना निशाना बना चुका है ।लेकिन इस सब के बीच गांव के युवा हाथियों के साथ बर्ताव कर रहा है जो काफी खतरनाक है।गजराज का झुंड मनुष्य को देखते ही कापी आक्रोषित होता है।परंतु दलमा हाथी काफी शांत मिजाज के रहते हे। गर्मी के समय हाथी के शरीर गर्म रहते हे। जिसे वह पानी और चावदार पेड़ या घने जंगल में रहना प्रसंद करता है। 

दुर्भागयपूर्ण बाते हैं हाथियों की झुंड सेंचुरी छोड़ कर दूसरे जंगल में क्यों चले जाते हैं । सेंचुरी जंगल के तराई एवं बिचरन करने के जगह में अवैध रूप से जमीन कब्जा हो जाने से हाथियों की विचरण करने का क्षेत्रफल सिमट गया । और वन विभाग के पदाधिकारियों मौन बना लिया ।

सरायकेला : सुबीर दास ने नीमडीह थाना में अमरेश दास पर जानलेवा हमले का एक मामला किया दर्ज।

नीमडीह ,सरायकेला खरसावां जिला के नीमडीह थाना के अंतर्गत रधुनाथपुर गांव निवासी सुबीर दास पिता निमाई चंद्र दास ने अमरेश दास पर जानलेवा हमला का मामला नीमडीह थाना में लिखित शिकायत दी।सुबीर दास ने कहा अमरेश दास मुझ पर जानलेवा हमले के नियत से दुकान में आया और अमरेश दास ने दुकान के समान फेंकने और तलवार से जानलेवा वार किया ।

 अपने बाचव में मुझे हाथ और पैर में चोट लगी। उक्त मामला नीमडीह थाना में लिखित दर्ज किया गया। नीमडीह पुलिस ने अमरेश दास और खुन से लगे तलवार को जब्त किया। नीमडीह थाना के पुलिस ने खुन लगे तलवार और अमरेश दास को हिरासत में लिया। नीमडीह थानेदार तंज़िल खान ने कहा की जानलेवा हमले की मामला दर्ज हुई।

सहचनी सिंह सरदार की अनुमति से एक एकड़ जमीन पर वर्षों से रह रहे लोगों को उजाड़ने का किया जा रहा प्रयास


इस में जेएमएम की नेता की भी है संलिप्ता जिसका हो रहा विरोध

सरायकेला : चांडिल प्रखंड के सिकली में सुमित्रा भूमिजाइन की लगभग एक एकड़ जमीन पर वर्तमान में तीस चालीस परिवार रह रहे हैं। जिसका विरोध में कालो मुंडा दखल दिहानी का मामला कोर्ट से जीत कर चांडिल अंचल कार्यालय से दिलाने की मांग करते आ रहे हैं।

जिसके समर्थन में झामुमो अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता मुरतेज अंसारी का समर्थन मिल रहा है जिससे जमीन पर रह रहे लोग नाराज दिख रहे है। अंचल कार्यालय चांडिल की ओर से दखल दिहानी के लिए सभी को नोटिस दिया गया।

इसके विरोध में सुमित्रा भूमिजाइन एवं अन्य उपायुक्त को लिखित आवेदन देकर दखल दिहानी पर तत्काल रोक लगाने का आग्रह किया। वही जमीन पर रह रहे सभी अल्पसंख्यक निवासी जेएमएम अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता से नाराज दिख रहे हैं। लोगो ने कहा हम सभी जेएमएम समर्थक हैं हमलोग जमीन मालिक सहचनि सिंह सरदार के आदेश से यहां बसे हुए हैं लेकिन जेएमएम नेता ही हमें वेघर करने में लगे हुए है।

सिविल कोर्ट सरायकेला के सभागार में राष्ट्रीय लोक अदालत का किया गया आयोजन

राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न मामलो के निष्पादन हेतु बनाए गए थे छः बेंच

सरायकेला : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण व झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में शनिवार को सरायकेला स्थित व्यवहार न्यायालय परिसर व चांडिल स्थित अनुमंडल व्यवहार न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में लोग सम्मिलित हुए। सरायकेला में कुल गठित छह पीठ व चांडिल में गठित दो पीठ में न्यायालय में लंबित करीब पांच सौ साठ (560) मामलों का निष्पादन किया गया।

प्री लिटिगेशन के करीब छह हज़ार चार सौ पैंतालीस (6445) मामले निष्पादित किए गए। राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन से करीब चार करोड़ सरकारी राजस्व की भी प्राप्ति हुई। निष्पादन होने योग्य मामलों में बैंक के मामले, एक्साइज एक्ट के मामले, बिजली विभाग के मामले तथा अपराधिक सुलहनीय तथा अन्य प्रकृति के मामले का निष्पादन किए गए।

ज़िले के एक लाख से अधिक लाभुकों को चिंहित कर करीब 24 करोड़ की परिसंपत्ति का वितरण किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय, जिला जज प्रथम, जिला जज द्वितीय, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी, चांडिल न्यायालय के जिला न्यायाधीश प्रथम, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, तथा अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा सचिव ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिवक्तागण के साथ व्यवहार न्यायालय के अन्य न्यायिक अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार ने इस अवसर पर सभी विभागों का आभार व्यक्त करते हुए बड़ी संख्या में लोगों से सम्मिलित होने की बात कही तथा लोक अदालत का लाभ उठाने की बात कही।

सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार कुमार क्रांति प्रसाद ने लोक अदालत की उपयोगिता के बारे में बताते हुए मामले को त्वरित निष्पादन होने की बात कही।

इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि अजय राष्ट्रीय लोक अदालत में कई वर्षों से पेंटिंग विभिन्न मामलों का निष्पादन होगा जिसका सीधे लाभ लोगो को मिल सकेगा। उन्होंने कहा की अगले राष्ट्रीय लोक अदालत कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के तहत अधिक लाभुकों को लाभान्वित किया जाएगा साथ ही शिकायत पेटी की व्यवस्था की जाएगी ताकि विभिन्न योजना से वंचित लाभुक अपनी शिकायत जिला विधिक सेवा प्राधिकार के समीप रख सके।

वहीं पुलिस अधीक्षक श्री आनंद प्रकाश ने कहा की राष्ट्रीय लोक अदालत जनता की अदालत है, कार्यक्रम में कई वर्षों से पेंडिंग मामलों का निष्पादन होगा जिससे लोगों को समय पर न्याय मिल सकेगा, उन्होंने कहा हमारे यहां डेमोक्रेटिक सिस्टम है मतलब हमारी सरकार के विभिन्न अंग चाहे वह न्यायपालिका हो या कार्यपालिका हो हम सभी एक ही लक्ष्य की आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति को न्याय मिले।