सोन नद में नौ घाटों से हो रही बालू की निकासी, बरसात में बालू की सुगम उपलब्धता के लिए 38 स्थानों पर की जा रही डंपिंग
औरंगाबाद जिले में सोन नद के 11 घाटों से बालू की निकासी हो रही है। साथ ही बरसात में निकासी बंद होने पर बालू की सुगम उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए 38 स्थानों पर डंपिंग की स्वीकृति दी गई है।
इनमें 11 स्थानों पर बालू की डंपिंग का काम चल रहा है। इनमें शेखपुरा, मझियावां, बारुण, केशव घाट, गोठौली, डिहरा, तेजपुरा, दाउदनगर इमामबाड़ा, दाउदनगर-ए व बी एवं नान्हू बिगहा में बालू की डंपिंग हो रही है। जिला खनन पदाधिकारी विकास कुमार पासवान ने बताया कि कुछ माह पूर्व औरंगाबाद जिले में सोन नद के 44 घाटों से बालू के खनन के लिए निविदा की प्रक्रिया की गई थी।
इसके तहत 9 बालू घाटों की नीलामी हुई, जिनके लिए विभाग द्वारा माइनिंग प्लान स्वीकृत कर दिया गया। प्लान की स्वीकृति के बाद पर्यावरण क्लीयरेंस के लिए 8 घाटों का प्लान बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद को भेजा गया है। एक और घाट का प्लान भी शीघ्र ही पर्षद को भेज दिया गया है।
प्लान मिलने के बाद पर्षद ने जन सुनवाई की प्रकिया शुरू कर दी है। इसके तहत दाउदनगर के शमशेरनगर एवं बारूण के एक बालू घाट के लिए जन सुनवाई हो चुकी है और शेष प्रक्रिया में है। उन्होने कहा कि इस बार बरसात के दिनों में भी बालू की किल्लत नही होगी। इसी उदेश्य से बालू की डंपिंग कराई जा रही है, जहां से बरसात में भी निर्धारित सरकारी दर पर सुगमता से बालू उपलब्ध हो सकेगा।
May 14 2023, 18:46