शाहजहांपुर के गर्रा नदी के पुल के नीचे गिरी ट्रैक्टर-ट्राली, 13 लोगों की मौत


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में शनिवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी। शाहजहांपुर के गर्रा नदी के पुल से नीचे ट्रैक्टर-ट्राली गिर गई। जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई है। साथ ही एक दर्जन लोगों के घायल होने की सूचना है। बचाव कार्य अभी जारी है। शाहजहांपुर में हुए इस हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जाहिर किया है।

सभी श्रद्धालु गर्रा नदी में जल भरने आये थे। यह हादसा थाना तिलहर क्षेत्र के बिरसिंगपुर गांव के पास का बताया जा रहा है। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई, जिसके बाद प्रशासनिक अफसर भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य शुरू कर दिया है।

जानकारी के मुताबिक ददरौल के सुनौरा गांव में आकाश तिवारी के यहां कथा का आयोजन हो रहा है। गांव के कई लोग शनिवार की सुबह ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर तिलहर क्षेत्र में निगोही मार्ग पर बिरसिंहपुर गांव के पास गर्रा नदी से जल लेने आए थे। ट्रॉली में महिलाओं और बच्चों समेत करीब 40 लोग सवार थे। हादसे में 13 लोगों को मौत हो गई है।

जल भरने से पहले चालक ट्रैक्टर-ट्रॉली गर्रा नदी के पुल पर मोड़ रहा था। बैक करते वक्त ट्रॉली पुल से नीचे उतर गई। इसी दौरान ट्रॉली ट्रैक्टर समेत पुल से नीचे जा गिरी। घटना के वक्त ट्रॉली में महिलाएं, बच्चे समेत कई लोग सवार थे। हादसा होते ही चीख-पुकार मच गई।

आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। लोगों ने पुलिस को सूचना देने के साथ ट्रॉली को सीधा किया। ट्रॉली के नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला और अस्पताल भिजवाया। बताया जा रहा है कि 13 लोगों की मौत हो गई है। कई लोग घायल हैं। इन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।

*साइबर क्राइम विभाग को जल्द मिलेगा अपना प्रशासनिक भवन*


लखनऊ। अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही योगी सरकार अब जल्द ही साइबर क्राइम के मामलों में भी प्रभावी कार्यवाही में सक्षम हो सकेगी।

दरअसल, हाल में ही सीएम योगी ने यूपी पुलिस की साइबर विंग की समीक्षा बैठक में शासन को विंग के खाली पदों को भरने और उन्हे जरूरत के अनुसार अन्य आवश्यक चीजें उपलब्ध कराने के लिए खाका तैयार करने को कहा है। साथ ही उन्होंने साइबर क्राइम विभाग को जल्द ही उनका अपना प्रशासनिक भवन भी उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।

विभाग इसके लिए ब्लू प्रिंट तैयार करवा रहा है। उच्च अधिकारियों का मानना है कि अपना प्रशासनिक भवन होने के बाद साइबर क्राइम से जुड़े मामलों और उनकी जांच की कार्यवाही पर बेहतर ढंग से निगरानी की जा सकेगी। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी के नेतृत्व में पिछले 6 वर्षों में प्रदेश में अपराध की घटनाओं में काफी कमी आयी है। वहीं योगी सरकार ने अपराध को कम करने के लिए यूपी पुलिस को हर संभव संसाधन, मैनपॉवर उपलब्ध कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।

इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समय-समय पर गृह विभाग और यूपी पुलिस की विभिन्न विंग्स की समीक्षा बैठक की।

साइबर क्राइम विंग की हर जरूरत को किया जाएगा पूरा: सीएम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को साइबर विंग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि जनपद स्तर पर साइबर सेल की स्थापना के बाद साइबर अपराधों में पिछले तीन साल में काफी कमी आई है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में साइबर अपराध के 11770 मामले दर्ज किए गए थे वहीं वर्ष 2022 में करीब सात हजार मामले दर्ज किए गए।

अगर बात वर्ष 2023 की करें तो मार्च तक सिर्फ पंद्रह सौ ही मामले दर्ज हुए हैं। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जीरो टॉलरेंस नीति के तहत साइबर अपराध पर शत प्रतिशत लगाम लगाने के लिए विभाग को जिन संसाधनों की आवश्यकता है उनका खाका तैयार करें, जिससे कार्रवाई को और तेज किया जा सके। ऐसे में अधिकारियों ने बताया कि साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए विभाग के अपने प्रशासनिक भवन की नितांत आश्वयकता है। साथ ही रिक्त पदों को भरने, वाहन, साइबर क्राइम से जुड़े अत्याधुनिक उपकरण, मुख्यालय स्तर पर एडवांस साइबर फारेंसिक लैब, परिक्षेत्रीय साइबर क्राइम थानों पर बेसिक साइबर फॉरेंसिक लैब, प्रत्येक जनपद में साइबर क्राइम थानों की स्थापना की जरूरत है।

इस पर सीएम योगी ने अधिकारियों को सभी का ब्योरा तैयार कर शासन को सौंपने का निर्देश दिया है। उन्होंने विभाग को आश्वस्त किया कि जल्द ही उनकी सारी जरूरतों को पूरा किया जाएगा।

साइबर क्राइम विंग में 373 पद हैं खाली

समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने सीएम योगी को बताया कि वर्तमान में विंग में करीब 373 पद खाली हैं, जो अपर पुलिस अधीक्षक से लेकर कंप्यूटर ऑपरेटर तक के हैं। बैठक में बताया गया कि विभाग में 3 पद अपर पुलिस अधीक्षक, 7 पद पुलिस उपाधीक्षक, 75 पद निरीक्षक, 75 पद उपनिरीक्षक, 23 पद मुख्य आरक्षी, 128 पद आरक्षी, 23 पद आरक्षी चालक, 7 फालोवर और 32 पद कंप्यूटर ऑपरेटर के खाली हैं।

इस पर सीएम योगी ने अधिकारियों को सभी पदों का खाका तैयार कर शासन को जल्द से जल्द सौंपने को कहा है ताकि इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा सके।

संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की मनाई गई जयंती


लखनऊ। शुक्रवार को संविधान के शिल्पकार, ज्ञान के प्रतीक भारत रत्न, बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी का 132 वां"अवतरण दिवस" समारोह मड़ियाहूं थाना क्षेत्र स्थित आई आई एम रोड के निकट एल्डिको सिटी के क्लब में बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया। जिसमें कॉलोनी के समस्त निवासी गणो ने प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम का संचालन पूनम सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ भगवान "गौतम बुद्ध" के चित्र पर पुष्प मालाओं से करते हुए बाबासाहेब को माल्यार्पण किया गया एवं समस्त सम्मानित नागरिकों द्वारा बाबा साहब अंबेडकर एवं भगवान बुद्ध को पुष्प अर्पित करके श्रद्धा व्यक्त की गई। इसके पश्चात नीलम सिंह द्वारा बाबा साहब के लिए आरती गीत प्रस्तुत किया गया।

आरती गीत के बाद बाबा साहब के लिए विशालकाय "केक" नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा काटा गया एवं केक कटने के तुरंत बाद बाबा साहब द्वारा संविधान में दिए गए उद्देशिका को आत्मसात करते हुए दोहराया गया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम जो बच्चों द्वारा तैयार किए गए थे प्रस्तुत किए गये। कार्यक्रम में सुरेश चंद्र रावत एवं वीके सिंह ने बाबा साहब के लिए अपने उद्गार व्यक्त किए गए।

अपराहन 12:15pm से एल्डिको सिटी कॉलोनी के मुख्य द्वार पर भंडारे का आयोजन भी किया गया। जिसमें लगभग 3000 से ऊपर व्यक्तियों ने बाबा साहब अंबेडकर जी के " अवतरण दिवस का प्रसाद ग्रहण किया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से सुरेंद्र वर्मा, रामप्रवेश सरोज, डॉ अवधेश मौर्य, डॉ ज्ञानेंद्र, रमा चक्रवर्ती, श्याम सुंदर, अनिल राठौड़, जयप्रकाश, अवधेश जयंत, कमलेश कमल, पूनम सिंह, नीलम सिंह, आरएन वर्मा, सीएल राजन तथा राम कुमार आदि सम्मानित जनो का सराहनीय सहयोग रहा।

*डा अम्बेडकर का संघर्ष हर पीढ़ी के लिए मिशाल: केशव प्रसाद मौर्य*


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने महान विधि वेत्ता एवं सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाने वाले, संविधान शिल्पी भारत रत्न ,बाबा साहब डा भीमराव आंबेडकर की जयंती पर उन्हें विनम्र व आत्मिक श्रद्धांजलि अर्पित की है।

श्री मौर्य ने शुक्रवार को अपने कैम्प कार्यालय 7-कालिदास मार्ग पर डा भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए।

भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को उनकी जयंती पर नमन करते हुए कहा कि समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए किया गया उनका संघर्ष हर पीढ़ी के लिए एक मिसाल बना रहेगा।

कहा कि भारतीय संविधान के प्रमुख शिल्पी, बाबासाहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर ने समतामूलक, न्यायपूर्ण समाज बनाने के लिए आजीवन संघर्ष किया। आज हम उनके जीवन तथा विचारों से शिक्षा ग्रहण करके उनके आदर्शों को अपने आचरण में ढालने का संकल्प लें।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के सपनों को भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार की दोनों सरकारें मिलकर ‘सबका साथ, -,सबका विकास‘- सबका विश्वास के मूल मंत्र के साथ लेकर साकार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब का कहना है कि एक रोटी कम खाना, शिक्षित जरूर बनों। उन्होंने कहा कि भारत सरकार व प्रदेश सरकार, दोनों सरकारों द्वारा समाज के सभी वर्गों के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिसके द्वारा सभी गरीबों के हित के कार्य हो रहे हैं तथा चहुंमुखी विकास हो रहा है।

उन्होंने कहा कि हम सभी को बाबा साहब के विचारों व आदर्शों का न केवल अनुकरण करना चाहिए, बल्कि आत्मसात भी करना चाहिए।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट: असद दो, गुलाम एक गोली में हो गया ढेर


लखनऊ । झांसी एनकाउंटर में मारे गए माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का 3 डॉक्टरों के पैनल ने गुरुवार देर रात 2 बजे तक पोस्टमॉर्टम किया। रिपोर्ट के अनुसार, माफिया के बेटे असद को दो गोलियां लगीं, जबकि शूटर गुलाम एक ही गोली में ढेर हो गया।वहीं असद को दो गोलियां लगी हैं। एक गोली पीछे से पीठ में लगकर दिल और सीने को चीरते हुए बाहर निकल गई। जबकि दूसरी गोली सीने में लगी और गले में जाकर फंस गई।

पूरे पोस्टमार्टम की कराई गई वीडियोग्राफी

डॉक्टरों की टीम ने शरीर के भीतर से गोली को बरामद किया है। वहीं, शूटर गुलाम को सिर्फ एक गोली लगी, जो पीठ में लगकर दिल व सीने को चीरते हुए बाहर निकल गई। गोली से ही दोनों की मौत हुई है।डॉ. शैलेश गुप्ता, डॉ. नीरज सिंह और डॉ. राहुल पाराशर के पैनल ने रात करीब 9 बजे पोस्टमार्टम शुरू किया। दाेनों शवों के पोस्टमार्टम करने में करीब 5 घंटे का वक्त लगा। इस दौरान पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है।

रात में झांसी पहुंच गए अशद के परिजन

देर रात तक न तो असद के परिजन झांसी पहुंचे और न ही गुलाम का परिवार लाश लेने के लिए आया। पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव पोस्टमार्टम हाउस में रखवाए गए हैं। आसपास भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है। बाहर पुलिस का पहरा लगाया गया है।असद और गुर्गे गुलाम के शवों का अंतिम संस्कार दोपहर बाद प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में किया जाएगा। इसकी तैयारियां पूरी की जा रही हैं और कब्र खोदने का काम सुबह से ही चल रहा है। कसारी मसारी कब्रिस्तान अतीक अहमद के घर के कुछ ही दूर पर स्थित है।

गुलाम का शव लेने को तैयार नहीं परिवार

गुलाम की मुठभेड़ में मौत के बाद उसके भाई राहिल हसन ने कहा कि वह गुलाम हसन का शव नहीं लेंगे। वह आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति था। उसने हमारे परिवार की छवि को मिट्टी में मिलाने का कार्य किया है। इसलिए हम उसके शव को नहीं लेंगे।

बसपा प्रमुख मायावती ने डा. भीमराव अंबेडकर को दी श्रद्धांजलि


लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने लखनऊ में डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती समारोह में डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, "बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर ने मानवतावादी और कल्याणकारी संविधान देकर आधुनिक भारत की मजबूत नींव रखी। आज उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उनका जीवन संघर्ष करोड़ों गरीबों, मजदूरों, वंचितों व अन्य मेहनतकशों के लिए आज भी उम्मीद की किरण हैं।

उन्होंने कहा, उनसे प्रेरणा लेकर उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के रुके कारवां को आगे बढ़ाने तथा जाति के आधार पर तोड़े गए लोगों को जोड़ने के लिए आज ही के दिन 14 अप्रैल सन 1984 को बहुजन समाज पार्टी की देश में स्थापना की गई, जो खासकर यूपी में सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति की मिसाल बना।

बाबा साहेब ने वंचितों को अपनी आवाज की धार दी : सीएम योगी


लखनऊ । बाबा साहेब ने दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित विश्विविद्यालय से उच्च शिक्षा की डिग्री हासिल की। इसके बावजूद उन्हें उन विकृतियों और सामाजिक कुरीतियों का सामना करना पड़ा, जो भारतीय समाज को सदैव कमजोर करती रही। मगर उनकी परवाह ना करते हुए वंचितों की आवाज बनकर तथा उन्हें अपनी आवाज की धार देकर उनकी लड़ाई को लड़ने का कार्य किया।

बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए योगी श्रद्धांजलि अर्पित की

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को भारत रत्न बोधिसत्व बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर अंबेडकर महासभा की ओर से आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही। इससे पूर्व उन्होंने हजरतगंज स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें प्रदेश सरकार की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

बाबा साहेब का सपना आज धरातल पर साकार होता दिख रहा है

योगी ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ना केवल भारत बल्कि दुनिया के सभी दमित, शोषित और वंचितों की आवाज हैं। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए दुनिया का सबसे बड़ा संविधान बनाकर उन्होंने एक नये युग का सूत्रपात किया। दुनिया में किसी भी पीड़ित को आवाज देनी हो बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर हमेशा प्रकाश पुंज के रूप में उदाहरण होते हैं। वंचितों का उत्थान अब केवल नारा नहीं है, बाबा साहेब का सपना आज धरातल पर साकार होता दिख रहा है।

पूरा देश सदैव कृतज्ञ भाव से उन्हें नमन करता है: योगी

अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि उसी का प्रभाव है कि पूरा देश सदैव कृतज्ञ भाव से उन्हें नमन करता है। बाबा साहेब के नाम पर इस देश में राजनीति तो बहुत से लोगों ने की, मगर उनके सपनों को साकार करने का कार्य केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। उनसे जुड़े स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित करने का कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। चाहे महू हो, दिल्ली, मुम्बई, इंग्लैंड का वह भवन जहां रहकर उन्होंने उच्च शिक्षा हासिल की या नागपुर की दीक्षा भूमि, इन सभी स्थलों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित करने का कार्य किया गया।

पासी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए राम सागर रावत


लखनऊ। जानकीपुरम थाना क्षेत्र स्थित एसडी पब्लिक कॉलेज में पासी पार्टी की ओर से बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 132 जयंती धूमधाम से मनाई गई। जयंती के मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवशरण पासी ने पासी पार्टी का राम सागर रावत को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करते हुए उपस्थित कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं दी। 

अभी भी पासी समाज को सही माने में राजनीतिक अधिकार प्राप्त नहीं हुआ है:रावत 

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के संघर्षों से ही दलित वंचित समाज के लोगों को आज पढ़ने लिखने से लेकर नौकरियों में अधिकार मिला है, लेकिन अभी भी पासी समाज को सही माने में राजनीतिक अधिकार प्राप्त नहीं हुआ है। जिसकी वजह से पासी पार्टी का गठन किया गया है। पार्टी अपने समाज के साथ-साथ वंचित, गरीब, दलित व पिछड़े सभी वर्गों के लिए काम करेगी। जब तक समाज के लोगों को राजनीति में बराबर की हिस्सेदारी नहीं मिल जाती है। 

पार्टी को पूरे देश में बढ़ाने के लिए वह संघर्ष करेंगे

पार्टी लगातार संघर्ष करती रहेगी। पासी पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रामसागर रावत ने संकल्प लेते हुए कहा कि पार्टी को पूरे देश में बढ़ाने के लिए वह संघर्ष करेंगे और अपने समाज के लोगों को राजनीतिक हक दिलाने के लिए लगातार संघर्ष करेंगे बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर पार्टी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राज करण वर्मा, दिनेश चंद्र शर्मा, संचालक बंसीलाल रावत, सुनीता रावत , रेनू प्रकाश, माला रावत समेत सैकड़ों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और समाज के लोग मौजूद थे।

शिक्षा और भाईचारे की अलख जगाने वाले मौलाना सैयद राबे हसनी नदवी नहीं रहे


लखनऊ। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सैयद राबे हसनी नदवी का गुरुवार को निधन हो गया। वह कई दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्हें बीते शुक्रवार को इलाज के लिये रायबरेली से लखनऊ लाया गया था। उन्हें डाक्टरों की निगरानी में नदवा में रखा गया था। करीब 94 वर्षीय बुजुर्ग आलिम ए दीन मौलाना राबे की शाम करीब चार बजे सांसें थम गईं।इसकी जानकारी जैसे ही लोगों को लगी उनकी हुजूम पहुंचने लगा। लोगों ने छलकती आंखों से उन्हें पुरसा दिया।

सीने में जकड़न और निमोनिया की वजह से लखनऊ लाया गया था

जानकारी के लिए बता दें कि शिखा और भाईचारे की अलख जगाने वाले मौलाना सैयद राबे हसनी नदवी रमजान के महीने में उत्तर प्रदेश के रायबरेली स्थित अपने आवास पर ही रह कर इबादत करते थे। बीते सोमवार को उनको सीने जकड़न और निमोनिया की शिकायत के बाद बीते शुक्रवार को लखनऊ लाया गया। यहां पर नदवा स्थित मेहमानखाने में उन्हें चिकित्सकों की निगरानी रखा गया था। आज शाम को अचानक उनको सांस लेने में दिक्कत हुई और उनका इंतेकाल हो गया। उनके देहांत की खबर फैलते ही नदवा में लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई।

जनाजे की नमाज के बाद रायबरेली में किया जाएगा सुपुर्द ए खाक

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारिणी सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि रात नदवा में उनके जनाजे की नमाज अदा कराने के बाद सुबह आठ बजे उनके जनाजे की नमाज फिर से रायबरेली में होगी। इसके बाद सुबह उन्हें सुपुर्द ए खाक किया जाएगा। मौलाना राबे को पुरसा देने के लिये मौलाना खाालिद रशीद फरंगी महली, शिया धर्मगुरू मौलाना सैफ अब्बास नकवी, अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी, उर्दू अकादमी के चेयरमैन कैफुल वरा, मौलाना अब्दुल अली फारूकी, इंट्रीग्रल विश्वविद्यालय के कुलपति वसीम अख्तर के अलावा शहर के तमाम उलमा, सामाजिक कार्यकर्ता और उनके चााहने वालों ने नदवा पहुंच कर खिराजे अकीदत पेश की।

लखनऊ एनआईए कोर्ट ने आतंकी वलीउल्लाह को सुनाई उम्र कैद की सजा, 2006 में वाराणसी में बम धमाके की रचा था षडयंत्र


लखनऊ । आतंकी वलीउल्लाह को दो अलग-अलग आरोपों में लखनऊ एनआईए कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। साथ ही उस पर 10-10 हजार रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई है। 17 साल पहले वाराणसी में होली पर बम की साजिश रचने आरडीएक्स, डेटोनेटर एवं विदेशी पिस्टल के साथ वलीउल्लाह को गिरफ्तार किया गया था। एनआईए के विशेष न्यायाधीश विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने वलीउल्लाह को बुधवार को इस मामले में दोषी ठहराया था।

गाजियाबाद की कोर्ट पहले सुना चुकी है फांसी की सजा

आपको बता दें कि वलीउल्लाह को वाराणसी सीरियल ब्लास्ट मामले में पहले ही गाजियाबाद की कोर्ट फांसी की सजा सुना चुकी है। बृहस्पतिवार को अभियोजन की ओर से सरकारी वकील एमके सिंह ने वलीउल्लाह कड़ी सजा दिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि वलीउल्लाह बहुत ही खतरनाक आतंकी है, जिसके बांग्लादेशी आतंकियों और जैश ए मोहम्मद की शाखा हरकत उल जिहाद अल इस्लामी से भी संबंध है।

सीरियल बम विस्फोट मामले में 17 साल से है जेल में

सरकारी वकील ने कोर्ट में बताया कि वलीउल्लाह ने वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर, दशाश्वमेध घाट एवं वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन में सीरियल बम विस्फोट किया था। जिसमें 18 लोगो की मौत हो गई थी तथा 76 लोग घायल हुए थे। वहीं आरोपी की ओर से उसे कम से कम सजा दिये जाने की मांग करते हुए कहा गया कि उसकी उम्र काफी ज्यादा हो चुकी है और साथ ही वह इस मामले में 17 वर्षों से जेल में है।

प्रयागराज के फूलपुर का रहने वाला है वजीउल्लाह

वलीउल्लाह को पांच अप्रैल 2006 को वाराणसी के भेलूपुर के तत्कालीन क्षेत्राधिकारी पीएन त्रिपाठी ने लखनऊ के गोसाईंगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। जिस समय उसे गिरफ्तार किया गया था उस समय उसके पास से फैक्ट्री मेड पिस्टल, जिंदा कारतूस के अलावा डेढ़ किलो आरडीएक्स मिला था। जानकारी के लिए बता दें कि वलीउल्लाह प्रयागराज जिले के फूलपुर गांव का निवासी है। फूलपुर में वलीउल्लाह के भाईयों का परिवार आज भी रहता है। वह पांच भाइयों में सबसे छोटा है। देवबंद से पढ़ाई की और फिर मस्जिद में इमाम बना। वलीउल्लाह लकड़ी का कारोबार करता था। वाराणसी बम धमाकों में वलीउल्लाह की गिरफ्तारी के बाद पत्नी और बच्चे फूलपुर छोड़कर कहीं अज्ञात स्थान पर चले गए जो वापस लौटकर नहीं आए।