बाजार शुल्क वृद्धि के खिलाफ व्यापारियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू
पहले दिन हुआ लगभग एक करोड़ का कारोबार प्रभावित, फल मंडी में खुली रही दुकानें
धनबाद। राज्य सरकार द्वारा बाजार शुल्क लागू करने की खिलाफ प्रदेश के थोक व खुदरा व्यपारियों ने अपनी दुकानों को बंद कर बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। और जिले के विभिन्न क्षेत्रों में घूम घूम कर अन्य व्यपारियों से समर्थन करने की अपील कर रहे हैं। व्यवसायियों की मानें तो बाजार शुल्क लागू होने से महंगाई में और इजाफा होगा। आम लोगों को 2 जून की रोटी भी जुटाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
वहीं पड़ोसी राज्यों में आम लोगों को राहत दिलाने के लिए बाजार शुल्क हटा दिया गया है। मगर झारखंड सरकार बाजार शुल्क लागू करने के लिए जोर दे रही है। यदि राज्य में बाजार शुल्क लागू होता है तो इसका सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ेगा। व्यापारियों ने कहा कि राज्य सरकार यदि बाजार शुल्क लागू करती है तो धनबाद का थोक कारोबार पड़ोसी राज्य बंगाल में चला जाएगा।
जिसकी पूरी जिम्मेवारी राज्य सरकार व कृषि मंत्री की होगी। खाद्यान्न संघ के सहसचिव विकास कंधवे ने कहा की बाजार शुल्क के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। जब तक राज्य सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेती तब तक थोक व खुदरा दुकानदार अपनी दुकानें बंद रखेंगे।
हड़ताल के पहले दिन एक करोड़ का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान
धनबाद जिले के सबसे बड़ी मंडी कृषि बाजार में हड़ताल के पहले दि बुधवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल को पूरी तरह सफल रहा। पुरे बाजार परिसर में दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। दुकानें बंद रहने की वजह से इन दुकानदारों पर निर्भर दैनिक मजदूर इधर उधर टहलते रहे।
वहीं यहां के व्यवसायियों की माने तो कृषि बाजार प्रांगण में एक दिन में लगभग एक करोड़ का कारोबार होता है जबकि बुधवार को बंदी की वजह से एक करोड़ का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है।
बाजार समिति के फल मंडी पर बंदी का नहीं पड़ा प्रभाव, खुली रही फल की दुकानें
कृषि उत्पादन बाजार समिति के फल मंडी में बंदी का असर देखने को नहीं मिला है। रोजाना की तरह बुधवार को भी कारोबार पुरे दिन सुचारु रुप से चलता रहा। फल मंडी के व्यापारियों ने बताया कि कच्चा माल होने की वजह से इसे बंद नहीं किया जा सका है। आने वाले दिनों में फल मंडी के लोग भी बाजार शुल्क के खिलाफ अपनी दुकान बंद करेंगे। फल मंडी के थोक व्यापारियों ने कहा कि किसान को नुकसान ना हो इस वजह से जो फलों की गाड़ी रास्ते में चली हुई है उसे ही बेचा जाएगा। फिलहाल फलों का आर्डर देना बंद कर दिया गया है। वहीं फल मंडी चालू रहने से इसका सीधा प्रभाव आने वाले त्योहार महाशिवरात्रि पर देखने को मिलेगा। अगर एक दो दिन फल मंडी में यही स्थिति रही तो महाशिवरात्रि के दौरान जिले में फल की कमी नहीं होगी। अगर फल मंडी भी बुधवार से बंद हो जाता तो इसका सीधा प्रभाव महाशिवरात्रि के त्योहार पर पड़ता और इसकी वजह से श्रद्धालु को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता था।
Feb 15 2023, 20:10