बम की धमकी के बाद मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को डायवर्ट किया गया, 2 दिनों में 12वीं घटना

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Indigo flight diverted to Ahemdabad (Bloomberg)

बम की धमकी मिलने के बाद मंगलवार रात को मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया, जिसे बाद में फर्जी पाया गया। करीब 200 यात्रियों और चालक दल को ले जा रहे इस विमान को सुरक्षित तरीके से उतार लिया गया और गहन जांच के बाद कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। पिछले दो दिनों में यह 12वीं ऐसी घटना है।

अधिकारियों के अनुसार, मुंबई से उड़ान भरने के तुरंत बाद एक अज्ञात व्यक्ति ने ट्वीट के जरिए धमकी दी थी। मुंबई एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने पायलटों को सतर्क किया, जिन्होंने उस समय निकटतम हवाई अड्डे अहमदाबाद हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करने का फैसला किया। विमान को अलग कर दिया गया और सुरक्षा एजेंसियों ने रात भर तलाशी ली, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। बुधवार को सुबह 8 बजे विमान ने दिल्ली के लिए अपनी यात्रा फिर से शुरू की।

इंडिगो ने कहा कि "सुरक्षा संबंधी चेतावनी" के कारण फ्लाइट 6E 651 को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया और मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन किया गया। एयरलाइन ने किसी भी असुविधा के लिए माफ़ी मांगी और ग्राहकों और चालक दल की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया।

फ़्लाइट में बम की धमकी

यह घटना, फ़्लाइट को निशाना बनाकर की जाने वाली फ़र्जी बम धमकियों की श्रृंखला में नवीनतम है। बुधवार को, नई दिल्ली से बेंगलुरु जाने वाली अकासा एयर की फ़्लाइट को बम की धमकी मिलने के बाद राजधानी वापस लौटना पड़ा। सोमवार को, मुंबई से तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को इसी तरह की धमकियाँ मिलीं, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें डायवर्ट करना पड़ा और देरी हुई। इन घटनाओं के मद्देनज़र, केंद्र सरकार ने देश भर के हवाई अड्डों से आने वाली उड़ानों में स्काई मार्शल की संख्या दोगुनी करने का फ़ैसला किया है।

गृह मंत्रालय (एमएचए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि बढ़ते ख़तरे के आकलन और ख़ुफ़िया एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद हाल ही में एयर मार्शल की संख्या दोगुनी करने का फ़ैसला लिया गया है। स्काई मार्शल सशस्त्र सादे कपड़ों में सुरक्षा अधिकारी होते हैं जो यात्री विमानों में यात्रा करते हैं। भारत में, स्काई मार्शल या फ़्लाइट मार्शल की शुरुआत 1999 में कंधार में एयर इंडिया आईसी 814 के अपहरण के बाद की गई थी ताकि भविष्य में अपहरण को रोका जा सके। स्काई मार्शल यात्री (वाणिज्यिक) विमानों में भरी हुई आग्नेयास्त्रों/हथियारों के साथ यात्रा करते हैं और विमान में अपहरण को रोकने के लिए कार्रवाई भी कर सकते हैं।

सरायकेला : रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का होगा विकास
सरायकेला : रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का होगा विकास, अमृत स्टेशन के रूप में किया जाएगा विस्तार महाराष्ट्र के किसानों को प्याज, अंगूर और अन्य कृषि उत्पादों को दूसरे राज्यों के बाजारों में पहुंचाना हुआ आसान महाराष्ट्र के रेलवे विकास बजट में 13 गुना वृद्धि,पिछले दस सालों में राज्य का आवंटन, 1,171 करोड़ से बढ़ाकर 15,940 करोड़ हुआ Posted On: 15 OCT 2024 1:35PM by PIB Delhi केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, और इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर तक 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम का आयोजन महाराष्ट्र के देवलाली रेलवे स्टेशन पर आयोजित किया गया तथा केंद्रीय रेल मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रेल भवन से जुड़े थे। रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने इस रेलगाड़ी का शुभारंभ करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य महाराष्ट्र के किसानों की उपज को तेजी से देश के अन्य राज्यों तक पहुंचाना है। यह ट्रेन नासिक, मनमाड़, जलगांव, भुसावल, इटारसी, जबलपुर, सतना, और दीनदयाल उपाध्याय सहित कई प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी, जिससे किसानों को अपनी उपज को सही समय पर और सही दाम पर बेचने का अवसर मिलेगा। किसान मात्र ₹4 प्रति किलो की दर से अपनी उपज को देवलाली और नासिक जैसे इलाकों से बिहार तक भेज सकेंगे। इस ट्रेन में छोटे और बड़े किसानों के लिए पार्सल वैन के साथ-साथ साधारण श्रेणी के कोच भी लगाए गए हैं, जिससे किसान और श्रमिक दोनों को सफर की सुविधा मिलेगी। देवलाली से दानापुर तक की 1,515 किमी लंबी दूरी पर भाड़ा प्रति किलोमीटर, प्रति किलोग्राम मात्र 28 पैसे से भी कम होगा, जिससे जल्दी खराब होने वाले उत्पादों का कम लागत पर परिवहन संभव होगा। यह गाड़ी न केवल किसानों को नए बाजार उपलब्ध कराएगी बल्कि श्रमिकों को भी सस्ती और सुविधाजनक यात्रा का साधन प्रदान करेगी, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा। श्री वैष्णव ने अपने संबोधन में कहा कि महाराष्ट्र के किसानों के लिए यह एक नई पहल है, जो उन्हें उनकी फसलों के लिए बाजार में सही कीमत प्राप्त करने में मदद करेगी। उन्होंने बताया कि यह ट्रेन किसानों के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की गई है, जिसके सफल होने पर आगे भी ऐसे और किसान हितैषी रेलगाड़ियों की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में रेलवे के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया गया है। 2014 से पहले, महाराष्ट्र को प्रतिवर्ष रेलवे विकास के लिए मात्र 1,171 करोड़ रुपये का आवंटन मिलता था, जबकि इस वर्ष यह बजट बढ़ाकर 15,940 करोड़ रुपये कर दिया गया है। वर्तमान में राज्य में 5,870 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाने के 41 प्रोजेक्ट्स स्वीकृत हैं, जिन पर कुल 81,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। इसके अलावा, महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का विकास अमृत स्टेशन के रूप में किया जा रहा है, और 318 फ्लाईओवर तथा रोड अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा, श्री वैष्णव ने महाराष्ट्र में रेलवे परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि मुंबई से विभिन्न स्टेशनों के लिए 11 वंदे भारत एक्सप्रेस स्वीकृत हैं, जिनमें से 6 ट्रेनें वर्तमान में चल रही हैं। उन्होंने बुलेट ट्रेन परियोजना पर भी जानकारी दी, जिसके अंतर्गत महाराष्ट्र, गुजरात, और केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली से गुजरने वाली इस परियोजना के लिए अब तक 350 किलोमीटर पियर फाउंडेशन, 316 किलोमीटर पियर निर्माण, और 221 किलोमीटर गर्डर कास्टिंग का कार्य पूरा हो चुका है। बुलेट ट्रेन परियोजना में समुद्र के नीचे 7 किलोमीटर की सुरंग भी शामिल है, जो भारतीय रेल के आधुनिक और प्रगतिशील दृष्टिकोण को दर्शाता है। श्री वैष्णव ने कहा कि महाराष्ट्र के मुंबई उपनगरीय नेटवर्क में कई परियोजनाएं तेजी से पूरी हो रही हैं, जिनसे मुंबई की कनेक्टिविटी में सुधार आएगा। साथ ही, विरार से दहानू रोड के बीच रेल लाइन का चौहरीकरण भी किया जा रहा है। मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्र के उपनगरीय क्षेत्र में नई लोकल सेवाओं के विस्तार से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं, और रोजगार के नए अवसर भी निर्मित हो रहे हैं। अंत में, रेल मंत्री ने इस अवसर पर महाराष्ट्र के किसानों और जनता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन महाराष्ट्र के किसानों की पुरानी मांग को पूरा करती है और इससे उनकी आय में वृद्धि होगी। यह विशेष किसान रेलगाड़ी न केवल किसानों के उत्पादों को समय पर बाजार में पहुंचाने में सहायक होगी बल्कि श्रमिकों और आम लोगों के लिए भी एक नया यात्रा विकल्प प्रदान करेगी। भारतीय रेल निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है और आने वाले समय में भी महाराष्ट्र और देश के अन्य हिस्सों में रेलवे की आधारभूत संरचना और सेवाओं को और सुदृढ़ करने के लिए कार्य करती रहेगी। इस कार्यक्रम में मुंबई से सेंट्रल रेलवे के रेल महाप्रबंधक श्री धर्मवीर मीणा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।
दिल्ली में सीएम आवास हुआ सील, आप बोली- आतिशी का सामान बाहर निकलवाया

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दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास को लेकर एक नया विवाद सामने आया है।पूर्व मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल 6 फ्लैग स्‍टाफ रोड स्थित सीएम आवास में रहते थे। सीएम पद से इस्‍तीफा देने के बाद उन्‍होंने आवास खाली कर दिया था। इसके बाद दिल्‍ली की नई मुख्‍यमंत्री आतिशी मर्लेना को इसमें शिफ्ट होना था। आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर का दावा है कि सीएम आतिशी को सीएम हाउस अलॉट नहीं किया जा रहा था। अब सिविल लाइंस स्थित सीएम हाउस को सील करने की खबर सामने आई है।

जिस दिन केजरीवाल ने मकान खाली किया था, मकान की चाबी सुनीता केजरीवाल ने एक कर्मचारी को दी थी। उसके बाद चाबी पीडब्ल्यूडी को मिलनी चाहिए थी, जो नहीं मिली। इससे पहले चाबी को लेकर विजिलेंस विभाग नोटिस जारी कर चुका है। इसी को लेकर विभाग ने नोटिस जारी किया है। अब इस मामले में आम आदमी पार्टी ने बड़ा दावा किया है। पार्टी का कहना है कि उपराज्यपाल ने सीएम हाउस से मुख्यमंत्री आतिशी का सारा सामान बाहर निकलवाया दिया है। सीएम आवास को पीडब्ल्यूडी ने लॉक कर दिया है।

“बीजेपी के बड़े नेता को आवास आवंटित करने की तैयारी”

मुख्यमंत्री आवास को सील किए जाने पर सीएमओ की ओर से बयान सामने आया है। सीएमओ की ओर से जानकारी दी गई है कि देश के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री आवास खाली कराया गया है। सीएमओ की ओर से कहा गया है कि भाजपा के इशारे पर एलजी ने जबरन सीएम आतिशी का सामान सीएम आवास से निकाला है। एलजी की तरफ से भाजपा के किसी बड़े नेता को सीएम आवास आवंटित करने की तैयारी चल रही है। 27 साल से दिल्ली में वनवास काट रही भाजपा अब सीएम आवास कब्जा करना चाहती है।

सात अक्तूबर को सीएम आतिशी हुईं थी शिफ्ट

इससे पहले सात अक्तूबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सिविल लाइंस स्थिति फ्लैग स्टाफ रोड पर बंगला नंबर छह में शिफ्ट हो गई थीं। मुख्यमंत्री आवास पर आने के बाद सोमवार को उन्होंने स्थानीय कर्मचारियों के साथ बैठक भी की थी। साथ ही विभिन्न विषयों पर चर्चा की। अब उनका सामान बाहर निकाल दिया गया है।

आतिशी को सीएम आवास अलॉट नहीं किया गया-संजय सिंह

पीडब्ल्यूडी की कार्रवाई से पहले आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर और राज्‍यसभा सदस्‍य संजय सिंह ने गंभीर आरोप लगाया था। उन्‍होंने दावा किया था कि मुख्‍यमंत्री आतिशी मर्लेना को सीएम आवास अलॉट नहीं किया गया है। साथ ही उन्‍होंने कहा था कि सीएम आवास से कैंप ऑफिस के स्‍टाफ को भी हटा दिया गया है। दूसरी तरफ, आप ने दावा किया कि सीएम आवास से मुख्‍यमंत्री आतिशी मर्लेना के सामान को बाहर निकलवा दिया गया।

दिल्ली की सीएम आतिशी और अरविंद केजरीवाल को मानहानि मामले में सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत

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Delhi's CM and Ex CM

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ चल रहे मानहानि मामले में आपराधिक कार्यवाही पर रोक लगा दी। 2 सितंबर को अपने आदेश में, हाईकोर्ट ने 2018 की टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ दर्ज मानहानि मामले में केजरीवाल और आतिशी के खिलाफ कार्यवाही पर रोक। आप नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा दिल्ली की मतदाता सूची से नाम हटाने का आरोप लगाया था। 

केजरीवाल और आतिशी द्वारा दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया और इस बात पर विचार करने पर सहमति जताई कि क्या मानहानि कानून राजनीतिक विमर्श के दौरान दिए गए भाषणों पर अंकुश लगा सकता है, जबकि संविधान अनुच्छेद 19(1)(ए) के तहत भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गारंटी देता है।

इसके अलावा, कोर्ट ने केजरीवाल और आतिशी द्वारा दायर याचिका पर दिल्ली सरकार और भाजपा नेता राजीव बब्बर को नोटिस जारी किया, जिसमें उनके खिलाफ मामला रद्द करने से इनकार करने वाले हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी गई थी। न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय और न्यायमूर्ति एसवीएन भट्टी की पीठ ने सोमवार को निचली अदालत में कार्यवाही पर रोक लगा दी।

आतिशी और केजरीवाल की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि मानहानि का मामला बब्बर ने भाजपा दिल्ली के अधिकृत प्रतिनिधि के रूप में दायर किया है। उन्होंने कहा, "भाजपा ने न तो केंद्र और न ही दिल्ली ने कोई शिकायत दर्ज कराई है। बब्बर वह व्यक्ति नहीं है, जिसकी मैंने कथित तौर पर मानहानि की है।" 

आतिशी और केजरीवाल ने 2 सितंबर के दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें मतदाता सूची से नाम हटाने के कथित मामले पर टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ मामला रद्द करने से इनकार करते हुए कहा गया था कि आरोपों से प्रथम दृष्टया भाजपा की प्रतिष्ठा कम हुई है।उच्च न्यायालय ने कहा था कि आरोप प्रथम दृष्टया भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बदनाम करने और अनुचित राजनीतिक लाभ हासिल करने के इरादे से लगाए गए थे।

आतिशी और केजरीवाल के अलावा मामले में नामित अन्य आप नेता पूर्व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार गुप्ता और पार्टी नेता मनोज कुमार हैं। आप नेताओं के खिलाफ मामला बब्बर ने दायर किया था, जिन्होंने आरोप लगाया था कि पार्टी ने 2018 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी, जहां उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा के आदेश पर भारत के चुनाव आयोग ने दिल्ली की मतदाता सूची से बनिया, पूर्वांचली और मुस्लिम समुदाय के लगभग 30 लाख मतदाताओं के नाम हटा दिए।

दिल्ली के मशहूर पराठे जो बनते हैं शुद्ध देसी घी में रणवीर कपूर भी है इस दुकान के पराठे के दीवाने


दिल्ली का नाम लेते ही कई ऐतिहासिक स्थलों के साथ-साथ वहां का शानदार स्ट्रीट फूड भी याद आता है। खासकर पुरानी दिल्ली के पराठे, जो न केवल स्थानीय लोगों बल्कि देश-विदेश से आए पर्यटकों के बीच भी काफी मशहूर हैं। दिल्ली के पराठे शुद्ध देसी घी में बनाए जाते हैं, जो उन्हें एक अनोखा स्वाद और सुगंध देते हैं। 

दिल्ली में ऐसी कई दुकान हैं, जहां पर बड़े-बड़े राजनेता और सेलिब्रिटीज अक्सर कुछ ना कुछ खाने के लिए आते रहते हैं. लेकिन, पुरानी दिल्ली (Old Delhi) की पराठे वाली गली (Paranthe Wali Gali) में एक ऐसी दुकान है, जिसे राजनेताओं और सेलिब्रिटी के खाने का अड्डा माना जाता है. आइए इस दुकान के बारे में जानते हैं.

दरअसल, इस दुकान का नाम पंडित कन्हैया लाल दुर्गा प्रसाद दीक्षित पराठे वाले हैं. इसके मालिक गौरव तिवारी ने बताया कि वह अपने परिवार की पांचवीं पीढ़ी हैं, जो इस दुकान को चला रहे हैं. 

उन्होंने आगे कहा कि इस दुकान पर बाबू जगजीवन राम जी, रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor), इम्तियाज अली, अक्षय कुमार और ऐसे ही कई बड़े राजनेता और सेलिब्रिटीज आ चुके हैं।

रणबीर भी खा चुके हैं यहां के पराठे

गौरव ने आगे बताया कि इस दुकान पर जब इम्तियाज अली और रणबीर कपूर पराठे खाने आए थे. तब रणबीर ने पराठे खाकर कहा था कि मजा आ गया. उन्होंने कहा कि इस दुकान पर पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी, कपिल देव और जडेजा तक पराठे खाने आ चुके हैं.

मिलते हैं इतने प्रकार के पराठे

इस दुकान पर 30 प्रकार के पराठे बनाए जाते हैं, जिसमें आलू पराठा, गोभी पराठा, प्याज पराठा, मूली पराठा, मटर पराठा, पनीर पराठा और अन्य तरह के पराठे खाने के लिए मिल जाएंगे. 

दुकान की सबसे खास बात यह है कि यह सारे पराठे देसी घी में बनाए जाते है. इसके साथ पुदीना और कई तरह की चटनी भी मिलती है. यहां पर पराठे कीमत 90 रुपये से लेकर 150 रुपये तक है.

पराठे खाने हैं तो ऐसे पहुंचे

अगर आप भी पराठा खाने के शौकीन हैं, तो येलो मेट्रो लाइन से चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन पहुंच जाइए. गेट नंबर-1 से बाहर निकलकर किसी भी रिक्शा से पराठे वाली गली में आसानी से पहुंच सकते हैं. पराठे वाली गली में थोड़ा अंदर जाते ही यह दुकान मिल जाएगी. यह दुकान हफ्ते में सातों दिन खुली रहती है. यहां पर सुबह 07:30 बजे से लेकर रात 10:30 बजे तक कभी भी आ सकते हैं।

నేడు 54వ జీఎస్టీ కౌన్సిల్ సమావేశం.. బీమాతోపాటు కీలక అంశాలపై నిర్ణయం

నేడు 54వ జీఎస్టీ కౌన్సిల్ సమావేశం(54th GST Council meeting) ఢిల్లీలో(delhi) జరగనుంది. ఈ సమయంలో బీమా ప్రీమియం, ఆన్‌లైన్ గేమింగ్ సహా పలు పన్నుల విషయంలో నిర్ణయం తీసుకోనున్నారు. ఆరోగ్య బీమా ప్రీమియంలపై విధించే జీఎస్టీ, రాబడి ప్రభావంపై ఫిట్‌మెంట్ కమిటీ నివేదిక సమర్పించనుందని ఆయా వర్గాలు చెబుతున్నాయి. ఈ కమిటీలో కేంద్ర, రాష్ట్ర పన్నుల అధికారులు ఉంటారు. మండలిలో రాష్ట్రాల ఆర్థిక మంత్రులు కూడా పాల్గొంటారు. కేంద్ర ఆర్థిక మంత్రి నిర్మల సీతారామన్(nirmala sitharaman) అధ్యక్షతన జరగనున్న ఈ సమావేశానికి తెలంగాణ నుంచి ఉపముఖ్యమంత్రి, ఆర్థిక శాఖ మంత్రి భట్టి విక్రమార్క హాజరుకానున్నారు. మరోవైపు ఏపీ నుంచి ఆర్థిక మంత్రి పయ్యావుల కేశవ్, ఇతర అధికారులు పాల్గొననున్నారు.

ఆర్థిక మంత్రి నిర్మలా సీతారామన్(nirmala sitharaman) నేతృత్వంలోని జీఎస్‌టి కౌన్సిల్ ఆరోగ్య బీమాపై పన్నును ప్రస్తుత 18 శాతం నుంచి తగ్గించాలా లేదా సీనియర్ సిటిజన్‌ల వంటి కొన్ని వర్గాలకు మినహాయింపు ఇవ్వాలా అనే దానిపై నిర్ణయం తీసుకోనున్నారు. దీంతోపాటు జీవిత బీమా ప్రీమియంపై వస్తు సేవల పన్ను తగ్గింపుపై కూడా చర్చ జరిగే అవకాశం ఉంది. బీమా ప్రీమియంపై పన్ను అంశంపై ఇప్పటికే ప్రతిపక్షాలు పార్లమెంటులో లేవనెత్తారు. ఆరోగ్య, జీవిత బీమా ప్రీమియంలను జీఎస్టీ నుంచి తప్పించాలని విపక్ష సభ్యులు డిమాండ్ చేశాయి. దీంతోపాటు ఈ విషయంపై సీతారామన్‌కు రోడ్డు రవాణా, రహదారుల శాఖ మంత్రి నితిన్ గడ్కరీ కూడా లేఖ రాశారు.

ఆర్థిక మంత్రి నిర్మలా సీతారామన్ ఆర్థిక బిల్లుపై చర్చకు సమాధానమిస్తూ 75 శాతం జీఎస్‌టీ వసూళ్లు రాష్ట్రాలకు వెళ్తాయని, జీఎస్‌టీ కౌన్సిల్‌లో ప్రతిపాదన తీసుకురావాలని ప్రతిపక్ష సభ్యులు తమ రాష్ట్ర ఆర్థిక మంత్రులను కోరాలని అన్నారు. పశ్చిమ బెంగాల్ ఆర్థిక మంత్రి చంద్రిమా భట్టాచార్య గత నెలలో రేట్ల హేతుబద్ధీకరణపై మంత్రుల బృందం (GoM) సమావేశంలో ఈ అంశాన్ని లేవనెత్తారు. తదుపరి విశ్లేషణ కోసం ఈ అంశాన్ని ఫిట్‌మెంట్ కమిటీకి సిఫార్సు చేశారు.

మంత్రుల బృందం (GoM) ప్రస్తుత నాలుగు స్థాయి GST స్లాబ్‌లు 5, 12, 18, 28 శాతంలో ఏదైనా మార్పుపై భిన్నాభిప్రాయాలను వ్యక్తం చేసింది. వస్తువులు, సేవల రేట్లను హేతుబద్ధీకరించే అవకాశాన్ని పరిగణనలోకి తీసుకోవాలని గ్రూప్ ఫిట్‌మెంట్ కమిటీని కోరింది. మరోవైపు ఆన్‌లైన్ గేమింగ్‌కు సంబంధించి కేంద్ర, రాష్ట్ర పన్ను అధికారులు జీఎస్టీ కౌన్సిల్ ముందు స్టేటస్ రిపోర్టును అందజేస్తారు. నివేదికలో అక్టోబర్ 1, 2023కి ముందు, తర్వాత ఆన్‌లైన్ గేమింగ్ సెక్టార్ నుంచి GST రాబడి సేకరణ ఉంటుంది. ఆన్‌లైన్ గేమింగ్ ప్లాట్‌ఫారమ్‌లు, క్యాసినోలు అక్టోబర్ 1, 2023 నుంచి ఎంట్రీ లెవల్ మొత్తాలపై 28 శాతం GSTకి లోబడి ఉంది. అంతకుముందు అనేక ఆన్‌లైన్ గేమింగ్ కంపెనీలు 28 శాతం GST చెల్లించడం లేదు.

Curtain Raiser of MDJ “Couple No 1” Season 3 with a Grand Prize Trip to Vietnam
*Khabar kolkata:* Mahabir Danwar Jewellers is excited to announce the launch of their highly anticipated event, “Couple No 1 (Season 3),” designed to celebrate and rekindle the romance of married couples. The event aims to honor enduring love and the joy of partnership, extending an invitation to couples to showcase their unique and captivating couple photos.

The Curtain Raiser for this event, was held today at Mahabir Danwar Jewellers, Park Street outlet in Kolkata, was graced by a distinguished panel including Richa Sharma, Actress; Naina More, Celebrity Motivational Speaker; Vijay Soni, Director of Mahabir Danwar Jewellers; Sandeep Soni, Director of Mahabir Danwar Jewellers and Amit Soni, Director of Mahabir Danwar Jewellers. The finale will also be judged by Jyotee Khaitan, Fashion Designer.

Speaking to the media, Mr. Vijay Soni, Sandeep Soni & Amit Soni, Director of Mahabir Danwar Jewellers, said, “We are thrilled to revive the Jodi Number 1 contest with a fresh twist for married couples. This season, we are delighted to offer an unforgettable trip to Vietnam as our grand prize, highlighting our commitment to celebrating and rekindling love. We hope this contest will bring joy and create lasting memories for all participating couples. Additionally, every couple will enjoy a discount coupon and an exclusive visit to the MDJ Showroom, with a careful selection process ensuring that the most deserving couples are recognized.”

On this Occasion, Richa Sharma, Actress, said, “Marriage is a beautiful journey that deserves to be celebrated every day. In this season of love, we invite couples to participate in MDJ Couple No. 1 Season 3. The challenges of recent times have reinforced the importance of support and connection in relationships. Our goal is to honor this enduring partnership and offer couples a chance to enjoy unforgettable moments together. Celebrating and nurturing these bonds is key to a lasting and fulfilling marriage.”

On this Occasion, Jyotee Khaitan, Fashion Designer, said, “True love flourishes through both grand gestures and quiet moments of connection. In this season of love, we celebrate couples who have grown even closer through recent challenges. This contest is an opportunity to honor their journey and provide a platform for their enduring love to shine. It’s a chance for every couple to showcase their unique bond and create new memories together.”

Speaking to the media, Naina More, Celebrity Motivational Speaker, said, “Love is about creating beautiful moments that last a lifetime. This season, we are excited to offer couples the chance to shine through our contest. The past few years have deepened relationships, and now it's time to celebrate those bonds. We’re thrilled to help couples relive their special moments and make new memories that they will cherish forever.”

The “Couple No 1” contest invites married couples to submit their most captivating couple photos. A meticulous selection process will identify the most deserving couples, who will receive a discount coupon and a chance to visit the MDJ Showroom. The grand prize includes a trip to Vietnam.

The Grand Finale is scheduled to take place on November 10th at Fairfield by Marriott, Kolkata.

About Mahabir Danwar Jewellers : Mahabir Danwar Jewellers founded by Late Mahabir Prasad Soni in Kolkata in 1970, is today a professional and integrated business organization managed by his sons Binod, Kailash and Jiwan with grandsons Vijay, Arvind, Amit and Sandeep. It deals in wholesale and retail of Gold, Kundan, Jadau and Diamond Jewellery, supported by international certifications of scientifically tested purity and authenticity. Mahabir Danwar Jewellers has three retail outlets, one in Burrabazar – Kolkata, another at City Centre Mall, Salt Lake & a third at Pitam Pura, New Delhi. In an industry where market reputation is the key asset, the company has carved a niche for itself and has received continuous admiration and appreciation from its esteemed clients. Recognizing the constant endeavors as well as the product quality excellence, Mr. P.K. Kyndiah, Honorable Union Minister for Tribal Affairs on behalf of the Indian Achievers Forum and the All India Business & Community Foundation has awarded “Indian Achievers Award for Quality & Excellence 2008” to the company.
कौन हैं अभिनेता सिद्दीकी, जिन पर लगे दुष्कर्म के आरोप? जीतेंद्र संग कर चुके काम



डेस्क: मलयालम फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी हेमा कमेटी की रिपोर्ट बाहर आते ही कई दिग्गज कलाकारों और अभिनेताओं की लाइफ में बवाल मच गया है। इनमे से एक सिद्दीकी भी हैं। उन पर भी एक अभिनेत्री गंभीर आरोप लगाये।

हालांकि, इन आरोपों के बाद सिद्दीकी ने एएमएमए के सचिव पद से इस्तीफा देने के साथ अभिनेत्री के खिलाफ मानहानि की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी। इसके बाद अभिनेत्री ने सिद्दीकी के खिलाफ पुलिस शिकायत की, जिसके बाद तिरुवनंतपुरम के म्यूजियम पुलिस स्टेशन में एक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। सिद्दीकी मलयालम सिनेमा के दिग्गज अभिनेताओं में से एक हैं। वह पिछले चार दशक से सिनेमा में काम कर रहे हैं।


61 साल के सिद्दीकी ने छोटे-मोटे रोल के साथ 80 के दशक में करियर शुरू किया था। लगभग चार दशकों से सक्रिय सिद्दीकी ने 350 से ज्यादा फिल्में की हैं। सालों तक मेहनत करने के बाद 'इन हरिहर नगर' मूवी ने उनकी किस्मत के ताले खोल दिए थे। सिद्दीकी ने 'पवम पवम राजकुमारन', 'नंबर 20 मद्रास मेल', 'गॉडफादर', 'सुंदरी कक्का', 'गंधारी', 'जनम', 'एकलव्यन', 'कौशलम', 'लेलम', 'सुपरमैन', 'क्राइम फाइल', 'उस्ताद', 'सत्यमेव जयते', 'भवन', 'बिग ब्रदर', 'दृश्यम 2' जैसी फिल्मों में काम किया है।


मलयालम फिल्मों के अलावा सिद्दीकी ने हिंदी मूवीज में भी काम किया है। उन्होंने मलयालम फिल्म न्यू दिल्ली (New Delhi) की हिंदी रीमेक में भी काम किया है। इस फिल्म में जीतेंद्र लीड रोल में नजर आए थे। इसके अलावा तमिल और तेलुगु मूवीज में भी धमाल मचा चुके हैं। उन्होंने बड़ा दोस्त (2006) और नंदनम (2002) फिल्मों का निर्माण किया है।

सिद्दीकी को नंदी अवॉर्ड्स और केरस स्टेट फिल्म अवॉर्ड समेत कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। उन्होंने बेस्ट एक्टर, सपोर्टिंग एक्टर, बेस्ट विलेन श्रेणियों में अवॉर्ड जीते।

एक्टिंग से पहले सिद्दीकी केरल राज्य विद्युत बोर्ड डिवीजन में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के रूप में काम करते थे। फिल्मी दुनिया में कई साल बिता चुके सिद्दीकी पिछले कुछ वक्त से एएमएमए के महासचिव थे। उनके दो बेटे थे। :छोटे बेटे शाहीन सिद्दीकी अभिनेता हैं, जबकि बड़े बेटे रशीन का इसी साल जून में निधन हो गया था। रशीन रेस्पिरेट्री डिसऑर्डर से जूझ रहे थे।
వీడియో కాన్ఫరెన్స్ ద్వారా విచారణకు హాజరుకానున్న కవిత

బీఆర్ఎస్ ఎమ్మెల్సీ కవిత ఢిల్లీ లిక్కర్ స్కాం కేసులో విచారణకు ఈరోజు వీడియో కాన్ఫరెన్స్ ద్వారా హాజరుకానున్నారు. ఈ కేసుకు సంబంధించి సీబీఐ దాఖలు చేసిన చార్జ్‌షీట్‌పై ట్రయల్లో భాగంగా నేడు విచారణ జరుగనుంది. ప్రస్తుతం వసంత్ విహార్‌లోని పార్టీ కార్యాలయంలో కవిత బసచేశారు. తనను కలవడానికి వచ్చే పార్టీ నేతలను కలిసి మధ్యాహ్నం హైదరాబాద్‌కు కవిత బయలుదేరనున్నారు.

బీఆర్ఎస్ ఎమ్మెల్సీ కవిత (BRS MLC Kavitha) ఢిల్లీ లిక్కర్ స్కాం కేసులో (Delhi Liquor Scam) విచారణకు ఈరోజు వీడియో కాన్ఫరెన్స్ ద్వారా హాజరుకానున్నారు. ఈ కేసుకు సంబంధించి సీబీఐ దాఖలు చేసిన చార్జ్‌షీట్‌పై ట్రయల్లో భాగంగా నేడు విచారణ జరుగనుంది. ప్రస్తుతం వసంత్ విహార్‌లోని పార్టీ కార్యాలయంలో కవిత బసచేశారు. తనను కలవడానికి వచ్చే పార్టీ నేతలను కలిసి మధ్యాహ్నం హైదరాబాద్‌కు కవిత బయలుదేరనున్నారు. మధ్యాహ్నం 2:45 గంటలకు ఢిల్లీ నుంచి హైదరాబాద్ పయనంకానున్నారు. సాయంత్రం 4:45 గంటలకు శంషాబాద్ ఎయిర్ పోర్ట్‌లో లాండ్ అవుతారు. ఈ సందర్భంగా కవితకు ఘనంగా స్వాగతం పలికేందుకు భారత జాగృతి ఏర్పాట్లు చేసింది. ఎయిర్ పోర్ట్ నుంచి నేరుగా తన నివాసానికి కవిత చేరుకోనున్నారు.

కాగా.. గత ఐదు నెలలకుపైగా తిహాడ్‌ జైలులో ఉన్న బీఆర్‌ఎస్‌ నాయకురాలు, ఎమ్మెల్సీ కవితకు ఎట్టకేలకు బెయిల్ మంజూరు అయ్యింది. ఢిల్లీ మద్యం పాలసీకి సంబంధించి నమోదైన మనీలాండరింగ్‌, అవినీతి కేసుల్లో ఆమెకు సుప్రీంకోర్టు మంగళవారం బెయిల్‌ మంజూరు చేసింది. విచారణ సందర్భంగా.. కేంద్ర దర్యాప్తు సంస్థలు సీబీఐ, ఈడీల తీరును అత్యున్నత న్యాయస్థానం తీవ్రంగా తప్పుబట్టింది. నిందితుల్లో ఇష్టానుసారంగా కొందరిని ఎంపిక చేసుకొని అప్రూవర్లుగా మార్చుకోవటం ఏమిటని ప్రశ్నించింది. అలాగే, మనీలాండరింగ్‌ నిరోధక చట్టంలోని సెక్షన్‌ 45(1) కింద మహిళలకు బెయిల్‌ మంజూరు చేసే నిబంధనను.. కవిత రాజకీయ నాయకురాలు అయినందున వర్తింపజేయలేమన్న ఢిల్లీ హైకోర్టు తీర్పును సుప్రీంకోర్టు తప్పుపట్టింది. ఏ స్థానంలో ఉన్నా మహిళ.. మహిళేనని పేర్కొంది. ఈ మేరకు, బెయిల్‌ ఇవ్వటానికి నిరాకరిస్తూ హైకోర్టు జూలై 1వ తేదీన ఇచ్చిన తీర్పును కొట్టివేసింది. హైకోర్టు తీర్పును సవాల్‌ చేస్తూ కవిత దాఖలు చేసిన పిటిషన్లను ఆమోదిస్తూ బెయిల్‌ మంజూరు చేసింది.

రెండు కేసుల్లోనూ రూ.10 లక్షల చొప్పున పూచీకత్తులు సమర్పించాలని, పాస్‌పోర్టును విచారణ కోర్టు న్యాయమూర్తి వద్ద డిపాజిట్‌ చేయాలని, సాక్షులను ప్రభావితం చేయడం కానీ బెదిరించడం కానీ చేయరాదని సుప్రీంకోర్టు స్పష్టం చేసింది. కోర్టు విచారణలకు క్రమం తప్పకుండా హాజరుకావాలని పేర్కొంది. సుప్రీంకోర్టు బెయిల్‌ మంజూరు చేసిన నేపథ్యంలో, స్థానిక ఢిల్లీ కోర్టు జైలు నుంచి కవిత విడుదలకు అనుమతిస్తూ రిలీజ్‌ వారెంట్లను జారీ చేసింది. దీంతో తిహాడ్‌ జైలు నుంచి కవిత విడుదలయ్యారు.

Defrauded Investors Urge Authorities to Act Against NSEL Brokers

Thousands of Investors Still Waiting for Justice Years After NSEL CrisisNew Delhi,

Thousands of investors who lost their hard-earned money due to the fallout of the National Spot Exchange Limited (NSEL) crisis are still waiting for justice and the return of their funds. Their prolonged wait is eroding trust in the system. The crisis, which began over a decade ago, involved brokers misleading investors with false promises of safe and assured returns, leaving them in financial turmoil. Despite clear court directives and the stringent provisions of the MPID Act, many brokers have yet to face the necessary legal action, and justice continues to be delayed. 

The National Spot Exchange Limited (NSEL) case stems from a payment default that occurred in 2013. The crisis was triggered when the Forward Markets Commission (FMC), the commodities market regulator, directed NSEL to halt the launch of new contracts, leading to the abrupt closure of the Exchange in July 2013. This event marked the beginning of a major financial crisis, leaving thousands of investors facing significant losses and sparking ongoing legal battles to recover the funds. 


The NSEL provided a platform for buyers and sellers to trade in commodities, involving clients, traders, and investors registered through their respective brokers. These brokers, in turn, were registered on the NSEL exchange. However, investigations have revealed that brokers exploited this system, engaging in fraudulent activities that defrauded thousands of investors.

The investigation uncovered several key findings that highlight the fraudulent activities of the brokers involved in the NSEL crisis. Brokers took Power of Attorney from their clients and executed trades on the NSEL on their behalf. They misrepresented NSEL contracts as fixed return products, luring traders into investments with promises of risk-free returns. Furthermore, brokers funded their clients beyond their repayment capacity and conducted trades without proper authority, sometimes using clients' names and PAN details for benami transactions. To conceal these illicit activities, brokers also engaged in rampant client code modifications.

Courts have ruled that brokers are to be considered as financial institutions under the Maharashtra Protection of Interest of Depositors (MPID) Act. The Court also upheld the attachment of assets, including bank accounts and properties, under this Act. This decision reinforces the legal framework aimed at protecting investors' interests and recovering their lost funds, providing renewed hope for justice to the thousands of affected investors. However, authorities have yet to take the necessary actions to implement this ruling effectively.

In March 2015, the Economic Offences Wing (EOW) of Mumbai Police arrested directors of three major brokerage firms. By December 2018, these brokers and their directors were charge-sheeted under various charges, including being declared Financial Establishments under the MPID Act. In December 2022, the EOW filed a final charge sheet against 16 additional brokers and their directors.

Despite these actions, significant delays in attaching the brokers' assets have frustrated investors. The MPID Act allows for the attachment of properties of entities declared as Financial Establishments to protect depositors' interests. However, the assets of brokers who accepted deposits from investors and failed to repay them remain largely unattached.

In May 2023, the MPID Court ordered the attachment of properties belonging to one prominent broker. However, authorities have only attached a fraction of the required assets. The High Court upheld the MPID Court's directive, emphasizing that inaction should not hinder the attachment process.

Investors, frustrated by the lack of progress, have taken legal action to expedite the attachment of assets. An application filed by an investor led to a court hearing where the Competent Authority confirmed that brokers had induced investors with false promises of guaranteed returns. The court ordered the attachment of properties, but significant progress is still lacking.

Public Outcry and Social Media Campaign:

The ongoing delays and perceived favoritism towards certain brokers have sparked a public outcry. A social media campaign under the hashtag has gained momentum, demanding swift justice and accountability. Prominent figures and social media influencers have joined the call for justice, amplifying the voices of affected investors.

Thousands of investors are still waiting for justice years after the NSEL crisis. They were promised safe returns by their brokers but are left empty-handed.  

The NSEL crisis has left a lasting impact on investor confidence and financial stability. As the call for justice grows louder, it is imperative for the concerned authorities to act promptly. Investors are demanding that the government attach the assets of all brokers involved, ensure accountability, and restore public faith in the financial system.

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बम की धमकी के बाद मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को डायवर्ट किया गया, 2 दिनों में 12वीं घटना

#bombthreatinindigomumbaitodelhiflightnow12inarow

Indigo flight diverted to Ahemdabad (Bloomberg)

बम की धमकी मिलने के बाद मंगलवार रात को मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया, जिसे बाद में फर्जी पाया गया। करीब 200 यात्रियों और चालक दल को ले जा रहे इस विमान को सुरक्षित तरीके से उतार लिया गया और गहन जांच के बाद कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। पिछले दो दिनों में यह 12वीं ऐसी घटना है।

अधिकारियों के अनुसार, मुंबई से उड़ान भरने के तुरंत बाद एक अज्ञात व्यक्ति ने ट्वीट के जरिए धमकी दी थी। मुंबई एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने पायलटों को सतर्क किया, जिन्होंने उस समय निकटतम हवाई अड्डे अहमदाबाद हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करने का फैसला किया। विमान को अलग कर दिया गया और सुरक्षा एजेंसियों ने रात भर तलाशी ली, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। बुधवार को सुबह 8 बजे विमान ने दिल्ली के लिए अपनी यात्रा फिर से शुरू की।

इंडिगो ने कहा कि "सुरक्षा संबंधी चेतावनी" के कारण फ्लाइट 6E 651 को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया और मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन किया गया। एयरलाइन ने किसी भी असुविधा के लिए माफ़ी मांगी और ग्राहकों और चालक दल की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया।

फ़्लाइट में बम की धमकी

यह घटना, फ़्लाइट को निशाना बनाकर की जाने वाली फ़र्जी बम धमकियों की श्रृंखला में नवीनतम है। बुधवार को, नई दिल्ली से बेंगलुरु जाने वाली अकासा एयर की फ़्लाइट को बम की धमकी मिलने के बाद राजधानी वापस लौटना पड़ा। सोमवार को, मुंबई से तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को इसी तरह की धमकियाँ मिलीं, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें डायवर्ट करना पड़ा और देरी हुई। इन घटनाओं के मद्देनज़र, केंद्र सरकार ने देश भर के हवाई अड्डों से आने वाली उड़ानों में स्काई मार्शल की संख्या दोगुनी करने का फ़ैसला किया है।

गृह मंत्रालय (एमएचए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि बढ़ते ख़तरे के आकलन और ख़ुफ़िया एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद हाल ही में एयर मार्शल की संख्या दोगुनी करने का फ़ैसला लिया गया है। स्काई मार्शल सशस्त्र सादे कपड़ों में सुरक्षा अधिकारी होते हैं जो यात्री विमानों में यात्रा करते हैं। भारत में, स्काई मार्शल या फ़्लाइट मार्शल की शुरुआत 1999 में कंधार में एयर इंडिया आईसी 814 के अपहरण के बाद की गई थी ताकि भविष्य में अपहरण को रोका जा सके। स्काई मार्शल यात्री (वाणिज्यिक) विमानों में भरी हुई आग्नेयास्त्रों/हथियारों के साथ यात्रा करते हैं और विमान में अपहरण को रोकने के लिए कार्रवाई भी कर सकते हैं।

सरायकेला : रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का होगा विकास
सरायकेला : रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का होगा विकास, अमृत स्टेशन के रूप में किया जाएगा विस्तार महाराष्ट्र के किसानों को प्याज, अंगूर और अन्य कृषि उत्पादों को दूसरे राज्यों के बाजारों में पहुंचाना हुआ आसान महाराष्ट्र के रेलवे विकास बजट में 13 गुना वृद्धि,पिछले दस सालों में राज्य का आवंटन, 1,171 करोड़ से बढ़ाकर 15,940 करोड़ हुआ Posted On: 15 OCT 2024 1:35PM by PIB Delhi केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, और इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर तक 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम का आयोजन महाराष्ट्र के देवलाली रेलवे स्टेशन पर आयोजित किया गया तथा केंद्रीय रेल मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रेल भवन से जुड़े थे। रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने इस रेलगाड़ी का शुभारंभ करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य महाराष्ट्र के किसानों की उपज को तेजी से देश के अन्य राज्यों तक पहुंचाना है। यह ट्रेन नासिक, मनमाड़, जलगांव, भुसावल, इटारसी, जबलपुर, सतना, और दीनदयाल उपाध्याय सहित कई प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी, जिससे किसानों को अपनी उपज को सही समय पर और सही दाम पर बेचने का अवसर मिलेगा। किसान मात्र ₹4 प्रति किलो की दर से अपनी उपज को देवलाली और नासिक जैसे इलाकों से बिहार तक भेज सकेंगे। इस ट्रेन में छोटे और बड़े किसानों के लिए पार्सल वैन के साथ-साथ साधारण श्रेणी के कोच भी लगाए गए हैं, जिससे किसान और श्रमिक दोनों को सफर की सुविधा मिलेगी। देवलाली से दानापुर तक की 1,515 किमी लंबी दूरी पर भाड़ा प्रति किलोमीटर, प्रति किलोग्राम मात्र 28 पैसे से भी कम होगा, जिससे जल्दी खराब होने वाले उत्पादों का कम लागत पर परिवहन संभव होगा। यह गाड़ी न केवल किसानों को नए बाजार उपलब्ध कराएगी बल्कि श्रमिकों को भी सस्ती और सुविधाजनक यात्रा का साधन प्रदान करेगी, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा। श्री वैष्णव ने अपने संबोधन में कहा कि महाराष्ट्र के किसानों के लिए यह एक नई पहल है, जो उन्हें उनकी फसलों के लिए बाजार में सही कीमत प्राप्त करने में मदद करेगी। उन्होंने बताया कि यह ट्रेन किसानों के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की गई है, जिसके सफल होने पर आगे भी ऐसे और किसान हितैषी रेलगाड़ियों की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में रेलवे के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया गया है। 2014 से पहले, महाराष्ट्र को प्रतिवर्ष रेलवे विकास के लिए मात्र 1,171 करोड़ रुपये का आवंटन मिलता था, जबकि इस वर्ष यह बजट बढ़ाकर 15,940 करोड़ रुपये कर दिया गया है। वर्तमान में राज्य में 5,870 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाने के 41 प्रोजेक्ट्स स्वीकृत हैं, जिन पर कुल 81,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। इसके अलावा, महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का विकास अमृत स्टेशन के रूप में किया जा रहा है, और 318 फ्लाईओवर तथा रोड अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा, श्री वैष्णव ने महाराष्ट्र में रेलवे परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि मुंबई से विभिन्न स्टेशनों के लिए 11 वंदे भारत एक्सप्रेस स्वीकृत हैं, जिनमें से 6 ट्रेनें वर्तमान में चल रही हैं। उन्होंने बुलेट ट्रेन परियोजना पर भी जानकारी दी, जिसके अंतर्गत महाराष्ट्र, गुजरात, और केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली से गुजरने वाली इस परियोजना के लिए अब तक 350 किलोमीटर पियर फाउंडेशन, 316 किलोमीटर पियर निर्माण, और 221 किलोमीटर गर्डर कास्टिंग का कार्य पूरा हो चुका है। बुलेट ट्रेन परियोजना में समुद्र के नीचे 7 किलोमीटर की सुरंग भी शामिल है, जो भारतीय रेल के आधुनिक और प्रगतिशील दृष्टिकोण को दर्शाता है। श्री वैष्णव ने कहा कि महाराष्ट्र के मुंबई उपनगरीय नेटवर्क में कई परियोजनाएं तेजी से पूरी हो रही हैं, जिनसे मुंबई की कनेक्टिविटी में सुधार आएगा। साथ ही, विरार से दहानू रोड के बीच रेल लाइन का चौहरीकरण भी किया जा रहा है। मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्र के उपनगरीय क्षेत्र में नई लोकल सेवाओं के विस्तार से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं, और रोजगार के नए अवसर भी निर्मित हो रहे हैं। अंत में, रेल मंत्री ने इस अवसर पर महाराष्ट्र के किसानों और जनता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन महाराष्ट्र के किसानों की पुरानी मांग को पूरा करती है और इससे उनकी आय में वृद्धि होगी। यह विशेष किसान रेलगाड़ी न केवल किसानों के उत्पादों को समय पर बाजार में पहुंचाने में सहायक होगी बल्कि श्रमिकों और आम लोगों के लिए भी एक नया यात्रा विकल्प प्रदान करेगी। भारतीय रेल निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है और आने वाले समय में भी महाराष्ट्र और देश के अन्य हिस्सों में रेलवे की आधारभूत संरचना और सेवाओं को और सुदृढ़ करने के लिए कार्य करती रहेगी। इस कार्यक्रम में मुंबई से सेंट्रल रेलवे के रेल महाप्रबंधक श्री धर्मवीर मीणा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।
दिल्ली में सीएम आवास हुआ सील, आप बोली- आतिशी का सामान बाहर निकलवाया

#delhichiefministerhousesealed

दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास को लेकर एक नया विवाद सामने आया है।पूर्व मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल 6 फ्लैग स्‍टाफ रोड स्थित सीएम आवास में रहते थे। सीएम पद से इस्‍तीफा देने के बाद उन्‍होंने आवास खाली कर दिया था। इसके बाद दिल्‍ली की नई मुख्‍यमंत्री आतिशी मर्लेना को इसमें शिफ्ट होना था। आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर का दावा है कि सीएम आतिशी को सीएम हाउस अलॉट नहीं किया जा रहा था। अब सिविल लाइंस स्थित सीएम हाउस को सील करने की खबर सामने आई है।

जिस दिन केजरीवाल ने मकान खाली किया था, मकान की चाबी सुनीता केजरीवाल ने एक कर्मचारी को दी थी। उसके बाद चाबी पीडब्ल्यूडी को मिलनी चाहिए थी, जो नहीं मिली। इससे पहले चाबी को लेकर विजिलेंस विभाग नोटिस जारी कर चुका है। इसी को लेकर विभाग ने नोटिस जारी किया है। अब इस मामले में आम आदमी पार्टी ने बड़ा दावा किया है। पार्टी का कहना है कि उपराज्यपाल ने सीएम हाउस से मुख्यमंत्री आतिशी का सारा सामान बाहर निकलवाया दिया है। सीएम आवास को पीडब्ल्यूडी ने लॉक कर दिया है।

“बीजेपी के बड़े नेता को आवास आवंटित करने की तैयारी”

मुख्यमंत्री आवास को सील किए जाने पर सीएमओ की ओर से बयान सामने आया है। सीएमओ की ओर से जानकारी दी गई है कि देश के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री आवास खाली कराया गया है। सीएमओ की ओर से कहा गया है कि भाजपा के इशारे पर एलजी ने जबरन सीएम आतिशी का सामान सीएम आवास से निकाला है। एलजी की तरफ से भाजपा के किसी बड़े नेता को सीएम आवास आवंटित करने की तैयारी चल रही है। 27 साल से दिल्ली में वनवास काट रही भाजपा अब सीएम आवास कब्जा करना चाहती है।

सात अक्तूबर को सीएम आतिशी हुईं थी शिफ्ट

इससे पहले सात अक्तूबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सिविल लाइंस स्थिति फ्लैग स्टाफ रोड पर बंगला नंबर छह में शिफ्ट हो गई थीं। मुख्यमंत्री आवास पर आने के बाद सोमवार को उन्होंने स्थानीय कर्मचारियों के साथ बैठक भी की थी। साथ ही विभिन्न विषयों पर चर्चा की। अब उनका सामान बाहर निकाल दिया गया है।

आतिशी को सीएम आवास अलॉट नहीं किया गया-संजय सिंह

पीडब्ल्यूडी की कार्रवाई से पहले आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर और राज्‍यसभा सदस्‍य संजय सिंह ने गंभीर आरोप लगाया था। उन्‍होंने दावा किया था कि मुख्‍यमंत्री आतिशी मर्लेना को सीएम आवास अलॉट नहीं किया गया है। साथ ही उन्‍होंने कहा था कि सीएम आवास से कैंप ऑफिस के स्‍टाफ को भी हटा दिया गया है। दूसरी तरफ, आप ने दावा किया कि सीएम आवास से मुख्‍यमंत्री आतिशी मर्लेना के सामान को बाहर निकलवा दिया गया।

दिल्ली की सीएम आतिशी और अरविंद केजरीवाल को मानहानि मामले में सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत

#arvind_kejriwal_and_atishi_gets_a_relief_from_supreme_court_in_defamation_case

Delhi's CM and Ex CM

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ चल रहे मानहानि मामले में आपराधिक कार्यवाही पर रोक लगा दी। 2 सितंबर को अपने आदेश में, हाईकोर्ट ने 2018 की टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ दर्ज मानहानि मामले में केजरीवाल और आतिशी के खिलाफ कार्यवाही पर रोक। आप नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा दिल्ली की मतदाता सूची से नाम हटाने का आरोप लगाया था। 

केजरीवाल और आतिशी द्वारा दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया और इस बात पर विचार करने पर सहमति जताई कि क्या मानहानि कानून राजनीतिक विमर्श के दौरान दिए गए भाषणों पर अंकुश लगा सकता है, जबकि संविधान अनुच्छेद 19(1)(ए) के तहत भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गारंटी देता है।

इसके अलावा, कोर्ट ने केजरीवाल और आतिशी द्वारा दायर याचिका पर दिल्ली सरकार और भाजपा नेता राजीव बब्बर को नोटिस जारी किया, जिसमें उनके खिलाफ मामला रद्द करने से इनकार करने वाले हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी गई थी। न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय और न्यायमूर्ति एसवीएन भट्टी की पीठ ने सोमवार को निचली अदालत में कार्यवाही पर रोक लगा दी।

आतिशी और केजरीवाल की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि मानहानि का मामला बब्बर ने भाजपा दिल्ली के अधिकृत प्रतिनिधि के रूप में दायर किया है। उन्होंने कहा, "भाजपा ने न तो केंद्र और न ही दिल्ली ने कोई शिकायत दर्ज कराई है। बब्बर वह व्यक्ति नहीं है, जिसकी मैंने कथित तौर पर मानहानि की है।" 

आतिशी और केजरीवाल ने 2 सितंबर के दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें मतदाता सूची से नाम हटाने के कथित मामले पर टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ मामला रद्द करने से इनकार करते हुए कहा गया था कि आरोपों से प्रथम दृष्टया भाजपा की प्रतिष्ठा कम हुई है।उच्च न्यायालय ने कहा था कि आरोप प्रथम दृष्टया भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बदनाम करने और अनुचित राजनीतिक लाभ हासिल करने के इरादे से लगाए गए थे।

आतिशी और केजरीवाल के अलावा मामले में नामित अन्य आप नेता पूर्व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार गुप्ता और पार्टी नेता मनोज कुमार हैं। आप नेताओं के खिलाफ मामला बब्बर ने दायर किया था, जिन्होंने आरोप लगाया था कि पार्टी ने 2018 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी, जहां उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा के आदेश पर भारत के चुनाव आयोग ने दिल्ली की मतदाता सूची से बनिया, पूर्वांचली और मुस्लिम समुदाय के लगभग 30 लाख मतदाताओं के नाम हटा दिए।

दिल्ली के मशहूर पराठे जो बनते हैं शुद्ध देसी घी में रणवीर कपूर भी है इस दुकान के पराठे के दीवाने


दिल्ली का नाम लेते ही कई ऐतिहासिक स्थलों के साथ-साथ वहां का शानदार स्ट्रीट फूड भी याद आता है। खासकर पुरानी दिल्ली के पराठे, जो न केवल स्थानीय लोगों बल्कि देश-विदेश से आए पर्यटकों के बीच भी काफी मशहूर हैं। दिल्ली के पराठे शुद्ध देसी घी में बनाए जाते हैं, जो उन्हें एक अनोखा स्वाद और सुगंध देते हैं। 

दिल्ली में ऐसी कई दुकान हैं, जहां पर बड़े-बड़े राजनेता और सेलिब्रिटीज अक्सर कुछ ना कुछ खाने के लिए आते रहते हैं. लेकिन, पुरानी दिल्ली (Old Delhi) की पराठे वाली गली (Paranthe Wali Gali) में एक ऐसी दुकान है, जिसे राजनेताओं और सेलिब्रिटी के खाने का अड्डा माना जाता है. आइए इस दुकान के बारे में जानते हैं.

दरअसल, इस दुकान का नाम पंडित कन्हैया लाल दुर्गा प्रसाद दीक्षित पराठे वाले हैं. इसके मालिक गौरव तिवारी ने बताया कि वह अपने परिवार की पांचवीं पीढ़ी हैं, जो इस दुकान को चला रहे हैं. 

उन्होंने आगे कहा कि इस दुकान पर बाबू जगजीवन राम जी, रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor), इम्तियाज अली, अक्षय कुमार और ऐसे ही कई बड़े राजनेता और सेलिब्रिटीज आ चुके हैं।

रणबीर भी खा चुके हैं यहां के पराठे

गौरव ने आगे बताया कि इस दुकान पर जब इम्तियाज अली और रणबीर कपूर पराठे खाने आए थे. तब रणबीर ने पराठे खाकर कहा था कि मजा आ गया. उन्होंने कहा कि इस दुकान पर पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी, कपिल देव और जडेजा तक पराठे खाने आ चुके हैं.

मिलते हैं इतने प्रकार के पराठे

इस दुकान पर 30 प्रकार के पराठे बनाए जाते हैं, जिसमें आलू पराठा, गोभी पराठा, प्याज पराठा, मूली पराठा, मटर पराठा, पनीर पराठा और अन्य तरह के पराठे खाने के लिए मिल जाएंगे. 

दुकान की सबसे खास बात यह है कि यह सारे पराठे देसी घी में बनाए जाते है. इसके साथ पुदीना और कई तरह की चटनी भी मिलती है. यहां पर पराठे कीमत 90 रुपये से लेकर 150 रुपये तक है.

पराठे खाने हैं तो ऐसे पहुंचे

अगर आप भी पराठा खाने के शौकीन हैं, तो येलो मेट्रो लाइन से चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन पहुंच जाइए. गेट नंबर-1 से बाहर निकलकर किसी भी रिक्शा से पराठे वाली गली में आसानी से पहुंच सकते हैं. पराठे वाली गली में थोड़ा अंदर जाते ही यह दुकान मिल जाएगी. यह दुकान हफ्ते में सातों दिन खुली रहती है. यहां पर सुबह 07:30 बजे से लेकर रात 10:30 बजे तक कभी भी आ सकते हैं।

నేడు 54వ జీఎస్టీ కౌన్సిల్ సమావేశం.. బీమాతోపాటు కీలక అంశాలపై నిర్ణయం

నేడు 54వ జీఎస్టీ కౌన్సిల్ సమావేశం(54th GST Council meeting) ఢిల్లీలో(delhi) జరగనుంది. ఈ సమయంలో బీమా ప్రీమియం, ఆన్‌లైన్ గేమింగ్ సహా పలు పన్నుల విషయంలో నిర్ణయం తీసుకోనున్నారు. ఆరోగ్య బీమా ప్రీమియంలపై విధించే జీఎస్టీ, రాబడి ప్రభావంపై ఫిట్‌మెంట్ కమిటీ నివేదిక సమర్పించనుందని ఆయా వర్గాలు చెబుతున్నాయి. ఈ కమిటీలో కేంద్ర, రాష్ట్ర పన్నుల అధికారులు ఉంటారు. మండలిలో రాష్ట్రాల ఆర్థిక మంత్రులు కూడా పాల్గొంటారు. కేంద్ర ఆర్థిక మంత్రి నిర్మల సీతారామన్(nirmala sitharaman) అధ్యక్షతన జరగనున్న ఈ సమావేశానికి తెలంగాణ నుంచి ఉపముఖ్యమంత్రి, ఆర్థిక శాఖ మంత్రి భట్టి విక్రమార్క హాజరుకానున్నారు. మరోవైపు ఏపీ నుంచి ఆర్థిక మంత్రి పయ్యావుల కేశవ్, ఇతర అధికారులు పాల్గొననున్నారు.

ఆర్థిక మంత్రి నిర్మలా సీతారామన్(nirmala sitharaman) నేతృత్వంలోని జీఎస్‌టి కౌన్సిల్ ఆరోగ్య బీమాపై పన్నును ప్రస్తుత 18 శాతం నుంచి తగ్గించాలా లేదా సీనియర్ సిటిజన్‌ల వంటి కొన్ని వర్గాలకు మినహాయింపు ఇవ్వాలా అనే దానిపై నిర్ణయం తీసుకోనున్నారు. దీంతోపాటు జీవిత బీమా ప్రీమియంపై వస్తు సేవల పన్ను తగ్గింపుపై కూడా చర్చ జరిగే అవకాశం ఉంది. బీమా ప్రీమియంపై పన్ను అంశంపై ఇప్పటికే ప్రతిపక్షాలు పార్లమెంటులో లేవనెత్తారు. ఆరోగ్య, జీవిత బీమా ప్రీమియంలను జీఎస్టీ నుంచి తప్పించాలని విపక్ష సభ్యులు డిమాండ్ చేశాయి. దీంతోపాటు ఈ విషయంపై సీతారామన్‌కు రోడ్డు రవాణా, రహదారుల శాఖ మంత్రి నితిన్ గడ్కరీ కూడా లేఖ రాశారు.

ఆర్థిక మంత్రి నిర్మలా సీతారామన్ ఆర్థిక బిల్లుపై చర్చకు సమాధానమిస్తూ 75 శాతం జీఎస్‌టీ వసూళ్లు రాష్ట్రాలకు వెళ్తాయని, జీఎస్‌టీ కౌన్సిల్‌లో ప్రతిపాదన తీసుకురావాలని ప్రతిపక్ష సభ్యులు తమ రాష్ట్ర ఆర్థిక మంత్రులను కోరాలని అన్నారు. పశ్చిమ బెంగాల్ ఆర్థిక మంత్రి చంద్రిమా భట్టాచార్య గత నెలలో రేట్ల హేతుబద్ధీకరణపై మంత్రుల బృందం (GoM) సమావేశంలో ఈ అంశాన్ని లేవనెత్తారు. తదుపరి విశ్లేషణ కోసం ఈ అంశాన్ని ఫిట్‌మెంట్ కమిటీకి సిఫార్సు చేశారు.

మంత్రుల బృందం (GoM) ప్రస్తుత నాలుగు స్థాయి GST స్లాబ్‌లు 5, 12, 18, 28 శాతంలో ఏదైనా మార్పుపై భిన్నాభిప్రాయాలను వ్యక్తం చేసింది. వస్తువులు, సేవల రేట్లను హేతుబద్ధీకరించే అవకాశాన్ని పరిగణనలోకి తీసుకోవాలని గ్రూప్ ఫిట్‌మెంట్ కమిటీని కోరింది. మరోవైపు ఆన్‌లైన్ గేమింగ్‌కు సంబంధించి కేంద్ర, రాష్ట్ర పన్ను అధికారులు జీఎస్టీ కౌన్సిల్ ముందు స్టేటస్ రిపోర్టును అందజేస్తారు. నివేదికలో అక్టోబర్ 1, 2023కి ముందు, తర్వాత ఆన్‌లైన్ గేమింగ్ సెక్టార్ నుంచి GST రాబడి సేకరణ ఉంటుంది. ఆన్‌లైన్ గేమింగ్ ప్లాట్‌ఫారమ్‌లు, క్యాసినోలు అక్టోబర్ 1, 2023 నుంచి ఎంట్రీ లెవల్ మొత్తాలపై 28 శాతం GSTకి లోబడి ఉంది. అంతకుముందు అనేక ఆన్‌లైన్ గేమింగ్ కంపెనీలు 28 శాతం GST చెల్లించడం లేదు.

Curtain Raiser of MDJ “Couple No 1” Season 3 with a Grand Prize Trip to Vietnam
*Khabar kolkata:* Mahabir Danwar Jewellers is excited to announce the launch of their highly anticipated event, “Couple No 1 (Season 3),” designed to celebrate and rekindle the romance of married couples. The event aims to honor enduring love and the joy of partnership, extending an invitation to couples to showcase their unique and captivating couple photos.

The Curtain Raiser for this event, was held today at Mahabir Danwar Jewellers, Park Street outlet in Kolkata, was graced by a distinguished panel including Richa Sharma, Actress; Naina More, Celebrity Motivational Speaker; Vijay Soni, Director of Mahabir Danwar Jewellers; Sandeep Soni, Director of Mahabir Danwar Jewellers and Amit Soni, Director of Mahabir Danwar Jewellers. The finale will also be judged by Jyotee Khaitan, Fashion Designer.

Speaking to the media, Mr. Vijay Soni, Sandeep Soni & Amit Soni, Director of Mahabir Danwar Jewellers, said, “We are thrilled to revive the Jodi Number 1 contest with a fresh twist for married couples. This season, we are delighted to offer an unforgettable trip to Vietnam as our grand prize, highlighting our commitment to celebrating and rekindling love. We hope this contest will bring joy and create lasting memories for all participating couples. Additionally, every couple will enjoy a discount coupon and an exclusive visit to the MDJ Showroom, with a careful selection process ensuring that the most deserving couples are recognized.”

On this Occasion, Richa Sharma, Actress, said, “Marriage is a beautiful journey that deserves to be celebrated every day. In this season of love, we invite couples to participate in MDJ Couple No. 1 Season 3. The challenges of recent times have reinforced the importance of support and connection in relationships. Our goal is to honor this enduring partnership and offer couples a chance to enjoy unforgettable moments together. Celebrating and nurturing these bonds is key to a lasting and fulfilling marriage.”

On this Occasion, Jyotee Khaitan, Fashion Designer, said, “True love flourishes through both grand gestures and quiet moments of connection. In this season of love, we celebrate couples who have grown even closer through recent challenges. This contest is an opportunity to honor their journey and provide a platform for their enduring love to shine. It’s a chance for every couple to showcase their unique bond and create new memories together.”

Speaking to the media, Naina More, Celebrity Motivational Speaker, said, “Love is about creating beautiful moments that last a lifetime. This season, we are excited to offer couples the chance to shine through our contest. The past few years have deepened relationships, and now it's time to celebrate those bonds. We’re thrilled to help couples relive their special moments and make new memories that they will cherish forever.”

The “Couple No 1” contest invites married couples to submit their most captivating couple photos. A meticulous selection process will identify the most deserving couples, who will receive a discount coupon and a chance to visit the MDJ Showroom. The grand prize includes a trip to Vietnam.

The Grand Finale is scheduled to take place on November 10th at Fairfield by Marriott, Kolkata.

About Mahabir Danwar Jewellers : Mahabir Danwar Jewellers founded by Late Mahabir Prasad Soni in Kolkata in 1970, is today a professional and integrated business organization managed by his sons Binod, Kailash and Jiwan with grandsons Vijay, Arvind, Amit and Sandeep. It deals in wholesale and retail of Gold, Kundan, Jadau and Diamond Jewellery, supported by international certifications of scientifically tested purity and authenticity. Mahabir Danwar Jewellers has three retail outlets, one in Burrabazar – Kolkata, another at City Centre Mall, Salt Lake & a third at Pitam Pura, New Delhi. In an industry where market reputation is the key asset, the company has carved a niche for itself and has received continuous admiration and appreciation from its esteemed clients. Recognizing the constant endeavors as well as the product quality excellence, Mr. P.K. Kyndiah, Honorable Union Minister for Tribal Affairs on behalf of the Indian Achievers Forum and the All India Business & Community Foundation has awarded “Indian Achievers Award for Quality & Excellence 2008” to the company.
कौन हैं अभिनेता सिद्दीकी, जिन पर लगे दुष्कर्म के आरोप? जीतेंद्र संग कर चुके काम



डेस्क: मलयालम फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी हेमा कमेटी की रिपोर्ट बाहर आते ही कई दिग्गज कलाकारों और अभिनेताओं की लाइफ में बवाल मच गया है। इनमे से एक सिद्दीकी भी हैं। उन पर भी एक अभिनेत्री गंभीर आरोप लगाये।

हालांकि, इन आरोपों के बाद सिद्दीकी ने एएमएमए के सचिव पद से इस्तीफा देने के साथ अभिनेत्री के खिलाफ मानहानि की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी। इसके बाद अभिनेत्री ने सिद्दीकी के खिलाफ पुलिस शिकायत की, जिसके बाद तिरुवनंतपुरम के म्यूजियम पुलिस स्टेशन में एक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। सिद्दीकी मलयालम सिनेमा के दिग्गज अभिनेताओं में से एक हैं। वह पिछले चार दशक से सिनेमा में काम कर रहे हैं।


61 साल के सिद्दीकी ने छोटे-मोटे रोल के साथ 80 के दशक में करियर शुरू किया था। लगभग चार दशकों से सक्रिय सिद्दीकी ने 350 से ज्यादा फिल्में की हैं। सालों तक मेहनत करने के बाद 'इन हरिहर नगर' मूवी ने उनकी किस्मत के ताले खोल दिए थे। सिद्दीकी ने 'पवम पवम राजकुमारन', 'नंबर 20 मद्रास मेल', 'गॉडफादर', 'सुंदरी कक्का', 'गंधारी', 'जनम', 'एकलव्यन', 'कौशलम', 'लेलम', 'सुपरमैन', 'क्राइम फाइल', 'उस्ताद', 'सत्यमेव जयते', 'भवन', 'बिग ब्रदर', 'दृश्यम 2' जैसी फिल्मों में काम किया है।


मलयालम फिल्मों के अलावा सिद्दीकी ने हिंदी मूवीज में भी काम किया है। उन्होंने मलयालम फिल्म न्यू दिल्ली (New Delhi) की हिंदी रीमेक में भी काम किया है। इस फिल्म में जीतेंद्र लीड रोल में नजर आए थे। इसके अलावा तमिल और तेलुगु मूवीज में भी धमाल मचा चुके हैं। उन्होंने बड़ा दोस्त (2006) और नंदनम (2002) फिल्मों का निर्माण किया है।

सिद्दीकी को नंदी अवॉर्ड्स और केरस स्टेट फिल्म अवॉर्ड समेत कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। उन्होंने बेस्ट एक्टर, सपोर्टिंग एक्टर, बेस्ट विलेन श्रेणियों में अवॉर्ड जीते।

एक्टिंग से पहले सिद्दीकी केरल राज्य विद्युत बोर्ड डिवीजन में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के रूप में काम करते थे। फिल्मी दुनिया में कई साल बिता चुके सिद्दीकी पिछले कुछ वक्त से एएमएमए के महासचिव थे। उनके दो बेटे थे। :छोटे बेटे शाहीन सिद्दीकी अभिनेता हैं, जबकि बड़े बेटे रशीन का इसी साल जून में निधन हो गया था। रशीन रेस्पिरेट्री डिसऑर्डर से जूझ रहे थे।
వీడియో కాన్ఫరెన్స్ ద్వారా విచారణకు హాజరుకానున్న కవిత

బీఆర్ఎస్ ఎమ్మెల్సీ కవిత ఢిల్లీ లిక్కర్ స్కాం కేసులో విచారణకు ఈరోజు వీడియో కాన్ఫరెన్స్ ద్వారా హాజరుకానున్నారు. ఈ కేసుకు సంబంధించి సీబీఐ దాఖలు చేసిన చార్జ్‌షీట్‌పై ట్రయల్లో భాగంగా నేడు విచారణ జరుగనుంది. ప్రస్తుతం వసంత్ విహార్‌లోని పార్టీ కార్యాలయంలో కవిత బసచేశారు. తనను కలవడానికి వచ్చే పార్టీ నేతలను కలిసి మధ్యాహ్నం హైదరాబాద్‌కు కవిత బయలుదేరనున్నారు.

బీఆర్ఎస్ ఎమ్మెల్సీ కవిత (BRS MLC Kavitha) ఢిల్లీ లిక్కర్ స్కాం కేసులో (Delhi Liquor Scam) విచారణకు ఈరోజు వీడియో కాన్ఫరెన్స్ ద్వారా హాజరుకానున్నారు. ఈ కేసుకు సంబంధించి సీబీఐ దాఖలు చేసిన చార్జ్‌షీట్‌పై ట్రయల్లో భాగంగా నేడు విచారణ జరుగనుంది. ప్రస్తుతం వసంత్ విహార్‌లోని పార్టీ కార్యాలయంలో కవిత బసచేశారు. తనను కలవడానికి వచ్చే పార్టీ నేతలను కలిసి మధ్యాహ్నం హైదరాబాద్‌కు కవిత బయలుదేరనున్నారు. మధ్యాహ్నం 2:45 గంటలకు ఢిల్లీ నుంచి హైదరాబాద్ పయనంకానున్నారు. సాయంత్రం 4:45 గంటలకు శంషాబాద్ ఎయిర్ పోర్ట్‌లో లాండ్ అవుతారు. ఈ సందర్భంగా కవితకు ఘనంగా స్వాగతం పలికేందుకు భారత జాగృతి ఏర్పాట్లు చేసింది. ఎయిర్ పోర్ట్ నుంచి నేరుగా తన నివాసానికి కవిత చేరుకోనున్నారు.

కాగా.. గత ఐదు నెలలకుపైగా తిహాడ్‌ జైలులో ఉన్న బీఆర్‌ఎస్‌ నాయకురాలు, ఎమ్మెల్సీ కవితకు ఎట్టకేలకు బెయిల్ మంజూరు అయ్యింది. ఢిల్లీ మద్యం పాలసీకి సంబంధించి నమోదైన మనీలాండరింగ్‌, అవినీతి కేసుల్లో ఆమెకు సుప్రీంకోర్టు మంగళవారం బెయిల్‌ మంజూరు చేసింది. విచారణ సందర్భంగా.. కేంద్ర దర్యాప్తు సంస్థలు సీబీఐ, ఈడీల తీరును అత్యున్నత న్యాయస్థానం తీవ్రంగా తప్పుబట్టింది. నిందితుల్లో ఇష్టానుసారంగా కొందరిని ఎంపిక చేసుకొని అప్రూవర్లుగా మార్చుకోవటం ఏమిటని ప్రశ్నించింది. అలాగే, మనీలాండరింగ్‌ నిరోధక చట్టంలోని సెక్షన్‌ 45(1) కింద మహిళలకు బెయిల్‌ మంజూరు చేసే నిబంధనను.. కవిత రాజకీయ నాయకురాలు అయినందున వర్తింపజేయలేమన్న ఢిల్లీ హైకోర్టు తీర్పును సుప్రీంకోర్టు తప్పుపట్టింది. ఏ స్థానంలో ఉన్నా మహిళ.. మహిళేనని పేర్కొంది. ఈ మేరకు, బెయిల్‌ ఇవ్వటానికి నిరాకరిస్తూ హైకోర్టు జూలై 1వ తేదీన ఇచ్చిన తీర్పును కొట్టివేసింది. హైకోర్టు తీర్పును సవాల్‌ చేస్తూ కవిత దాఖలు చేసిన పిటిషన్లను ఆమోదిస్తూ బెయిల్‌ మంజూరు చేసింది.

రెండు కేసుల్లోనూ రూ.10 లక్షల చొప్పున పూచీకత్తులు సమర్పించాలని, పాస్‌పోర్టును విచారణ కోర్టు న్యాయమూర్తి వద్ద డిపాజిట్‌ చేయాలని, సాక్షులను ప్రభావితం చేయడం కానీ బెదిరించడం కానీ చేయరాదని సుప్రీంకోర్టు స్పష్టం చేసింది. కోర్టు విచారణలకు క్రమం తప్పకుండా హాజరుకావాలని పేర్కొంది. సుప్రీంకోర్టు బెయిల్‌ మంజూరు చేసిన నేపథ్యంలో, స్థానిక ఢిల్లీ కోర్టు జైలు నుంచి కవిత విడుదలకు అనుమతిస్తూ రిలీజ్‌ వారెంట్లను జారీ చేసింది. దీంతో తిహాడ్‌ జైలు నుంచి కవిత విడుదలయ్యారు.

Defrauded Investors Urge Authorities to Act Against NSEL Brokers

Thousands of Investors Still Waiting for Justice Years After NSEL CrisisNew Delhi,

Thousands of investors who lost their hard-earned money due to the fallout of the National Spot Exchange Limited (NSEL) crisis are still waiting for justice and the return of their funds. Their prolonged wait is eroding trust in the system. The crisis, which began over a decade ago, involved brokers misleading investors with false promises of safe and assured returns, leaving them in financial turmoil. Despite clear court directives and the stringent provisions of the MPID Act, many brokers have yet to face the necessary legal action, and justice continues to be delayed. 

The National Spot Exchange Limited (NSEL) case stems from a payment default that occurred in 2013. The crisis was triggered when the Forward Markets Commission (FMC), the commodities market regulator, directed NSEL to halt the launch of new contracts, leading to the abrupt closure of the Exchange in July 2013. This event marked the beginning of a major financial crisis, leaving thousands of investors facing significant losses and sparking ongoing legal battles to recover the funds. 


The NSEL provided a platform for buyers and sellers to trade in commodities, involving clients, traders, and investors registered through their respective brokers. These brokers, in turn, were registered on the NSEL exchange. However, investigations have revealed that brokers exploited this system, engaging in fraudulent activities that defrauded thousands of investors.

The investigation uncovered several key findings that highlight the fraudulent activities of the brokers involved in the NSEL crisis. Brokers took Power of Attorney from their clients and executed trades on the NSEL on their behalf. They misrepresented NSEL contracts as fixed return products, luring traders into investments with promises of risk-free returns. Furthermore, brokers funded their clients beyond their repayment capacity and conducted trades without proper authority, sometimes using clients' names and PAN details for benami transactions. To conceal these illicit activities, brokers also engaged in rampant client code modifications.

Courts have ruled that brokers are to be considered as financial institutions under the Maharashtra Protection of Interest of Depositors (MPID) Act. The Court also upheld the attachment of assets, including bank accounts and properties, under this Act. This decision reinforces the legal framework aimed at protecting investors' interests and recovering their lost funds, providing renewed hope for justice to the thousands of affected investors. However, authorities have yet to take the necessary actions to implement this ruling effectively.

In March 2015, the Economic Offences Wing (EOW) of Mumbai Police arrested directors of three major brokerage firms. By December 2018, these brokers and their directors were charge-sheeted under various charges, including being declared Financial Establishments under the MPID Act. In December 2022, the EOW filed a final charge sheet against 16 additional brokers and their directors.

Despite these actions, significant delays in attaching the brokers' assets have frustrated investors. The MPID Act allows for the attachment of properties of entities declared as Financial Establishments to protect depositors' interests. However, the assets of brokers who accepted deposits from investors and failed to repay them remain largely unattached.

In May 2023, the MPID Court ordered the attachment of properties belonging to one prominent broker. However, authorities have only attached a fraction of the required assets. The High Court upheld the MPID Court's directive, emphasizing that inaction should not hinder the attachment process.

Investors, frustrated by the lack of progress, have taken legal action to expedite the attachment of assets. An application filed by an investor led to a court hearing where the Competent Authority confirmed that brokers had induced investors with false promises of guaranteed returns. The court ordered the attachment of properties, but significant progress is still lacking.

Public Outcry and Social Media Campaign:

The ongoing delays and perceived favoritism towards certain brokers have sparked a public outcry. A social media campaign under the hashtag has gained momentum, demanding swift justice and accountability. Prominent figures and social media influencers have joined the call for justice, amplifying the voices of affected investors.

Thousands of investors are still waiting for justice years after the NSEL crisis. They were promised safe returns by their brokers but are left empty-handed.  

The NSEL crisis has left a lasting impact on investor confidence and financial stability. As the call for justice grows louder, it is imperative for the concerned authorities to act promptly. Investors are demanding that the government attach the assets of all brokers involved, ensure accountability, and restore public faith in the financial system.

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