एस आई आर फार्म भरने पर तहसीलदार ने दिया जोर






बुढ़नपुर/भीलमपुर। प्राथमिक विद्यालय भीलमपुर में आज राजस्व विभाग और निर्वाचन प्रभाग की संयुक्त टीम ने एसआईआर (SIR) फार्म भरने की तैयारी युद्ध स्तर पर शुरू की। राजस्व निरीक्षक राजाराम हल्का, लेखपाल और बीएलओ की मौजूदगी में पूरे दिन फार्म भरने की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित किया गया।इस दौरान अधिकारियों ने कर्मचारियों को फार्म भरने की समयसीमा और निर्देशों से अवगत कराया। मौके पर मौजूद तहसीलदार शैलेश कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि एसआईआर फार्म समय से न भरने वाले कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सभी को निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। टीम ने मौके पर ही कई अभिलेखों का सत्यापन भी किया और आवश्यक सुधार के निर्देश दिए। अधिकारियों का कहना है कि समय से पूरा किया गया डेटा आगामी चुनावी प्रक्रियाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Sambhal में विश्व दिव्यांग दिवस पर भव्य रैली, 22 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा

संभल। संभल में विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय दिव्यांग महिला सशक्तिकरण विकास फाउंडेशन के तत्वाधान में बुधवार को एक विशाल रैली का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कासिम के नेतृत्व में निकली यह रैली नई तहसील परिसर से प्रारंभ हुई, जो चंदौसी चौराहा, यशोदा चौराहा और चौधरी सराय चौराहा होते हुए पुनः नई तहसील पर पहुंचकर संपन्न हुई। रैली में बड़ी संख्या में दिव्यांग पुरुष-महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और समाज में अपनी आवाज बुलंद की।

रैली के दौरान सभी दिव्यांगजन हाथों में तिरंगा थामे देशभक्ति का संदेश देते हुए आगे बढ़ते रहे। प्रतिभागियों का कहना था कि आज भी दिव्यांगजन कई बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं और सरकार को उनकी जरूरतों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इस मौके पर फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कासिम ने कहा कि दिव्यांगों को बराबरी का अधिकार और सुविधाएं दिलाने के लिए संगठन लगातार प्रयासरत है, लेकिन अभी भी कई महत्वपूर्ण मांगें अधूरी हैं।

फाउंडेशन की ओर से तैयार किए गए 22 सूत्रीय मांगपत्र को तहसील प्रशासन को सौंपा गया। इसमें दिव्यांग पेंशन में बढ़ोतरी, रोजगार और स्व-रोजगार के नए अवसर, शिक्षा में विशेष छूट, ट्राईसाइकिल और व्हीलचेयर जैसी सहायक उपकरणों की उपलब्धता, आवास योजनाओं में प्राथमिकता, चिकित्सा सुविधाओं में सुधार और दिव्यांग मैत्री वातावरण बनाने जैसी प्रमुख मांगें शामिल थीं। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि दिव्यांगजन समाज की धुरी हैं और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी स्तर पर ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। रैली शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुई। कार्यक्रम में फाउंडेशन के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सहयोग किया। रैली के माध्यम से दिव्यांगजनों ने स्पष्ट संदेश दिया कि वे अपने अधिकारों को लेकर जागरूक हैं और अपनी समस्याओं के समाधान होने तक अपनी आवाज उठाते रहेंगे।

“उड़ान हमारी” — विशेष बच्चों की कला-संभावनाओं और पारिवारिक जागरूकता की ओर एक नई शुरुआत

रायपुर- विश्व विकलांग दिवस (World Disability Day) के अवसर पर सृष्टि स्पेशल स्कूल, रोहिणीपुरम तालाब, रायपुर में सुरूज ट्रस्ट द्वारा विशेष बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण चित्रकला कार्यशाला “उड़ान हमारी” का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम न केवल बच्चों की कला प्रतिभा को उभारने, बल्कि उनके परिवारों को सशक्त और जागरूक बनाने का एक प्रयास है।

इस कार्यशाला में स्पर्श, जो स्वयं एक विशेष कलाकार हैं, उन्होंने अपने समान 30 बच्चों को रंगों की दुनिया से परिचित कराते हुए उनकी कल्पनाओं, भावनाओं और संवेदनाओं को पेपर पर उतारने के लिए प्रेरित किया। इस सत्र में बच्चों के साथ आए उनके परिवारों ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।

कार्यशाला की विशिष्टता परिवारों के लिए आयोजित काउंसलिंग सत्र रहा, जिसका संचालन श्रीमती संगीता धुरंधर और मिनेश साहू द्वारा किया गया। साथ ही सुरूज ट्रस्ट के सभी सदस्य बस्तर से शकील रिजवी, राहुल सिंधी, सुधीर आज़ाद तम्बोली, हिमानी वासनिक उपस्थित रहें।

काउंसलिंग के दौरान—

परिवारों ने बच्चों से जुड़ी अपनी जिज्ञासाओं और चिंताओं पर खुलकर सवाल पूछे।

विशेषज्ञों ने व्यवहार, शिक्षा, दिनचर्या, भावनात्मक संतुलन सहित सभी विषयों पर मार्गदर्शन दिया।

यह समझाया गया कि इन बच्चों की सबसे बड़ी असली हिम्मत उनका परिवार ही है, और परिवार यदि धैर्य, सहयोग और सकारात्मकता के साथ खड़ा रहे तो बच्चा सामान्य जीवन की ओर बढ़ सकता है।

समान अवसर ही स्वस्थ समाज का आधार — दीप्ति ओग्रे, अध्यक्ष, सुरूज ट्रस्ट

सुरूज ट्रस्ट की अध्यक्ष दीप्ति ओग्रे ने कहा: “एक अच्छे और स्वस्थ समाज का निर्माण तभी संभव है जब सभी को समान अवसर दिए जाएँ। मानसिक विकलांगता को लेकर हमारे समाज में अब भी जागरूकता की कमी है। अक्सर किसी बच्चे का IQ लेवल कम होने पर उसे तुरंत ‘पागल’ कह दिया जाता है, जबकि हर समस्या का समाधान हमारे आस-पास ही मौजूद होता है। यह चित्रकला कार्यशाला बच्चों की प्रतिभा को सामने लाने और काउंसलिंग सत्र परिवारों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई है।” उन्होंने यह भी कहा कि जिस दिन पूरी दुनिया विश्व विकलांग दिवस मना रही है, उसी दिन सुरूज ट्रस्ट ने इस विशेष दिन को “उड़ान हमारी” नाम देकर एक नई परंपरा की शुरुआत की है, जिसे हर वर्ष मनाने का संकल्प लिया गया।

आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष के जन्मदिन पर बोले जिला अध्यक्ष एससी एसटी एक्ट के लिए दे देंगे जान की कुर्बानी

आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष व सांसद चंद्रशेखर का 39वां जन्मदिन संभल में उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने नदीम कुरैशी के फार्म हाउस पर पहुंचकर धूमधाम से केक काटा और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। कार्यकर्ताओं ने कहा कि चंद्रशेखर युवाओं की उम्मीद हैं और उनके नेतृत्व में पार्टी लगातार मजबूत हो रही है। इसी संकल्प के साथ कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर पार्टी के संगठन को मजबूत करने का निर्णय लिया।

जन्मदिन समारोह के दौरान पार्टी जिला अध्यक्ष शहजाद ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आरक्षण और एससी-एसटी एक्ट कमजोर करने की साजिश चल रही है, लेकिन आजाद समाज पार्टी इसका कड़ा विरोध करेगी। उन्होंने ऐलान किया कि आरक्षण एवं एससी-एसटी एक्ट को खत्म करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष छेड़ा जाएगा। शहजाद ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इन संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए कार्यकर्ता जान की कुर्बानी देने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर का नेतृत्व दलित, वंचित और शोषित समाज के हक की लड़ाई लड़ने के लिए समर्पित है। इसी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए पार्टी कार्यकर्ता बूथ स्तर तक संगठन विस्तार करेंगे। इधर सम्भल स्थित आजाद समाज पार्टी कार्यालय पर भी कार्यकर्ताओं ने अलग से जन्मदिन कार्यक्रम आयोजित किया। यहां कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर की फोटो रखकर केक काटा और उनके लंबे राजनीतिक जीवन की कामना की। पूरे दिन पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं का आना-जाना लगा रहा। जन्मदिन के मौके पर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला, वहीं नेताओं का कहना है कि चंद्रशेखर का बढ़ता कद व संघर्षशील छवि पार्टी को नई दिशा देने का काम कर रही है।

सपा समीक्षा बैठक में विधायक कमाल अख़्तर का भाजपा पर बड़ा हमला, एसआईआर, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप पर साधा निशाना

सम्भल में बुधवार को आयोजित समाजवादी पार्टी की समीक्षा बैठक में कांठ विधायक कमाल अख़्तर ने भाजपा सरकार और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर तीखे सवाल खड़े किए। बैठक में उन्होंने चल रहे एसआईआर अभियान, दिल्ली एमसीडी उपचुनाव, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप के मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।

विधायक ने कहा कि यूपी में एसआईआर का पहला बड़ा अभियान चल रहा है, लेकिन सम्भल की चार विधानसभा क्षेत्रों में इसके क्रियान्वयन को लेकर कई गंभीर समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पर्याप्त प्रशिक्षण के उन कर्मचारियों से फीडिंग कराई जा रही है जिन्होंने कभी लैपटॉप तक नहीं देखा। दस्तावेज़ सत्यापन के लिए लोगों को मात्र 15 दिन का समय देना बेहद अनुचित है, जबकि एक प्रमाण पत्र बनाने में पटवारी महीनों लगाता है।

दिल्ली एमसीडी उपचुनाव में भाजपा को लगी चोट पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यदि चुनाव बैलट पेपर से हों तो भाजपा को और बड़ा नुकसान होगा।

उन्होंने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि 16 करोड़ मतदाताओं वाले यूपी में चुनाव आठ चरणों में इसीलिए कराए जाते हैं कि मशीनरी और कर्मचारियों की कमी का बहाना बनाया जाता है, जबकि डेढ़ साल पहले से ही एसआईआर जैसे भारी-भरकम काम शुरू कर दिए जाते हैं।

वन नेशन वन इलेक्शन को भी उन्होंने ‘दोहरे मापदंड’ बताया। कमाल अख़्तर ने कहा कि यदि सरकार एक देश—एक चुनाव चाहती है तो फिर एक वोटर लिस्ट क्यों नहीं? एसआईआर के बाद जब मतदाता सूची एकदम क्लियर बता रहे हैं, तो प्रधानी, जिला पंचायत, बीडीसी और विधानसभा–सांसद के चुनाव अलग सूचियों से क्यों कराए जाते हैं?

संसद में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विपक्ष पर ड्रामा करने के बयान पर विधायक ने कहा कि असल में जनता जानती है कि ड्रामा कौन कर रहा है। विपक्ष एसआईआर, बेरोजगारी, शिक्षा और बीएलओ की मौत पर बहस चाहता है। यह कोई ड्रामा नहीं है।

संचार साथी ऐप पर उन्होंने कहा कि यह लोगों की निजी जिंदगी में दखल देता है। हर आदमी अपने घर में दरवाजा इसलिए लगाता है कि उसकी प्राइवेसी बनी रहे। सरकार इस ऐप के जरिए हर नागरिक की सूचना अपने पास रखना चाहती है, जो बिल्कुल गलत है।

मौलाना तौकीर रजा के करीबियों पर बुलडोज़र एक्शन को लेकर उन्होंने प्रतिक्रिया दी—सरकार है, कैमरा उधर घुमा दे तो बुलडोज़र किसी पर भी चल सकता है।

सपा समीक्षा बैठक चुनावी तेवरों और सरकारी नीतियों पर सख्त सवालों के साथ संपन्न रही।

दिव्यांग बच्चों का मुख्य विकास अधिकारी ने उत्साहवर्धन किया

फर्रुखाबाद l ब्रह्मदत्त स्टेडियम में जिला स्तरीय "विश्व दिव्यागता दिवस" कार्यक्रम का आयोजन बसिक शिक्षा विभाग के समेकित शिक्षा अन्तर्गत किया गया l कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य विकास अधि‌कारी विनोद कुमार गौड़ ने उपस्थित होकर दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित किया और कहा कि यह दिन आप के लिए याद‌गार रहेगा l क्योंकि स्वछत में ही स्वस्थ मन रहना है कार्यक्रम के आयोजक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विश्वनाथ प्रताप सिंह ने कहा कि मैं जनपद में नया हूँ यदि कोई बच्चों के लिए कार्यक्रम होगा उसमें मैं पूरा सह‌योग करुगा l हमेशा मेरी इच्छा यही रहेगी कि दिख्यांग बच्चे भी समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सकें ।

इस दौरान राज कुमार यादव ने कहा कि बच्चों हित में बजट कभी भी आड़े नहीं आने दिया जाएगा l विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों में कमालगंज ब्लाक के छात्र जगमोहन ने दोनो हाँथ न होने पर भी अपने पैर से सुलेख लिखकर उपस्थित जन समुदाय को हतप्रभ कर दिया l यह छात्र शिक्षक अखिलेश कुमार वाजपेई की यूनिट का है l शिक्षक राज‌कुमार ने बच्चों को प्रतिभाग कराया l

इसी प्रकार शमसाबाद से वीरेन्द्र यादव व राजेपुर से श्रीकांत मिश्र व अनुज और बढपुर से अजय कुशवाहा, सरिता मिश्र, रुचि राठौर, अमित, ज्ञान सिंह, रामवीर, अवधेश, जानकी प्रसाद, जयप्रकाश, अतुल कार्यक्रम आयोजन में प्रभारी जिला समन्वयक जितेन्द्र सिंह व शिक्षक रोहित ने अपना पूर्ण सहयोग किया lकार्यक्रम संचालन अनुपम शुक्ल, आकाश रवि गोस्वामी ने संयुक्त रूप से किया l विकास खण्ड राजेपुर के राजीव श्रीवास्तव ने राजेपुर से प्रदर्शन हेतु बच्चों को प्रतिभाग हेतु शिक्षक कार्यक्रम के समापन तक उपस्थित रहे। इस दौरान 28 वीं जनपद स्तरीय बाल क्रीडा प्रतियोगिता 2025 में जनपद भर के जिला कीडा प्रभारी संजीव कटियार ने नेतृत्व करते हुए कई प्रतियोगिता सम्पन्न करायी है। अतुलकटियार, अरुण यादव, कुलदीप भारत, संजीव घादव, आलोक , मनीष कुमार सुभाष यादव ने सहयोग किया इस आयोजन में जनपद भर के संगठन के जिलाध्यक्ष पीयूष कटियार प्राथमिक शिक्षक संघ से भूपेश पाठक, अवनीश चौहान, रा संघ से संजय तिवारी आप अरेवा जिलाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह, जू' हा शिसंक जिलाध्यक्ष अभिनय मिश्र व बीरेन्द्र तिवारी, प्रवेश कटियार, मजहर मोहम्मद खान उपस्थित रहकर अपना सहयोग दिया।

आरोग्यम अस्पताल की ओर से निःशुल्क हृदय जांच शिविर का आयोजन 5 दिसंबर को

हजारीबाग -जिले के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों में से एक आरोग्यम अस्पताल द्वारा आगामी 5 दिसंबर, शुक्रवार को निःशुल्क हृदय जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। आरोग्यम अस्पताल परिसर में आयोजित होने वाले इस शिविर में हृदय संबंधी सभी महत्वपूर्ण जांचें ईसीजी,ब्लड शुगर,बीपी एवं एवं पल्स की जांच पूर्णतः निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा शिविर में हृदय से संबंधित रोगों का इलाज निशुल्क किया जाएगा। शिविर का समय सुबह 10:30 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक निर्धारित है। शिविर का संचालन अनुभवी हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अमन सिन्हा और डॉ. रवि रंजन के मार्गदर्शन में किया जाएगा, जिससे मरीजों को सटीक जांच और उचित परामर्श प्राप्त हो सके। अस्पताल का उद्देश्य है कि हजारीबाग क्षेत्र के लोग समय रहते अपने हृदय स्वास्थ्य की जांच कर सकें और संभावित जोखिमों से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। अस्पताल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने कहा कि हृदय रोगों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में समय पर जांच और जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने 40 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों सहित सभी लोगों से इस शिविर का लाभ उठाने की अपील की। अस्पताल के प्रशासक जय सिंह ने बताया कि आरोग्यम अस्पताल लगातार जनहित से जुड़े स्वास्थ्य कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है। निःशुल्क हृदय जांच शिविर का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान करना और हृदय से संबंधित बीमारियों के प्रति जागरूक बनाना है। अस्पताल प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे स्वयं शिविर में शामिल हों और अपने परिजनों, पड़ोसियों व परिचितों को भी इस निःशुल्क जांच शिविर का लाभ उठाने हेतु प्रेरित करें, ताकि हजारीबाग जिले में स्वस्थ हृदय और स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके।

महीने भर में तीसरी बार धमकी स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम, जांच टीम पर उठ रहे सवालिया निशान।

मीरजापुर।ड्रमंडगंज क्षेत्र में बुधवार दोपहर स्वास्थ्य विभाग की टीम के आने की भनक लगते ही ड्रमंडगंज बाजार और रतेह चौराहा, गड़बड़ा पुल स्थित दर्जनों मेडिकल स्टोर और क्लीनिकों पर ताला लटका कर संचालक फरार हो गए। डिप्टी सीएमओ के नेतृत्व में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम के क्षेत्र में आने की भनक लगते ही मेडिकल स्टोर व क्लीनिक तथा पैथोलॉजी संचालकों में अफरातफरी मच गई। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से क्लीनिक और अस्पताल तथा पैथोलॉजी संचालित है लेकिन टीम वहां छापेमारी न कर मेडिकल स्टोरों की जांच कर रही है।टीम जांच के नाम पर दुकानदारों से सुनसान जगहों पर बुलाकर धन उगाही कर रही है। जबकि क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध क्लीनिक और अस्पतालों में झोलाछाप मरीजों का इलाज कर रहे हैं जहां सांठगांठ होने के चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम कोई छापामारी नही करती है।

क्षेत्रीय लोगों ने जांच टीम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए मामले की जांच हेतु जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट करवाया है। बीते सोमवार को भी स्वास्थ विभाग की टीम ने छापेमारी की थी और बगैर कार्यवाही के बैरंग लौट गई थी। ज्ञात हो कि एक माह में तीसरी बार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्षेत्र में छापेमारी की है और कोई कार्यवाही प्रकाश में नहीं आई है। इस संबंध में डिप्टी सीएमओ अवधेश सिंह से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा और सबसे मजे की बात यह है कि तब सीएमओ मिर्जापुर के सीयूजी नंबर पर तीन बार फोन किया गया उनका भी फोन नहीं रिसीव हो सका।

संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल में दो दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य मेला में 1323 जनों का हुआ मुफ्त इलाज

हजारीबाग रविन्द्र पथ बिजली ऑफिस के विपरीत स्थित संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल में दो दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य मेला के आयोजन दिन बुधवार को संपन्न हुआ। जिसमें पहला दिन 651 और दुसरा दिन 672 जरूरतमंदों का मुफ्त उपचार किया गया। स्वास्थ्य मेले में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा कुल 1323 जनों का मुफ्त जांच एवं इलाज किया गया। इसमें निः शुल्क सेवाओं में डॉक्टर परामर्श, बी.पी.जांच, कैंसर स्क्रीनिंग, मुफ्त दवा, दंत जांच, नेत्र जांच, शुगर एवं हीमोग्लोबिन जांच, न्यूरोलॉजिस्ट परामर्श, एक समय का भोजन एवं अल्ट्रासाउंड व अन्य जांच में भारी छूट दी गई। बड़ी संख्या में बच्चे, महिला एंव पुरूष जरूरतमंद पहुंचे एवं स्वास्थ्य मेला का भरपूर लाभ उठाया। 

मौके पर संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल के संचालक डाॅ प्रवीण श्रीनिवास ने संबोधित कर कहा कि यह स्वास्थ्य मेला समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि आर्थिक स्थिति के कारण कई लोग समय पर जांच और उपचार नहीं करा पाते, इसलिए मिशन होस्पिटल द्वारा इस तरह के शिविरों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने और उनकी स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने का प्रयास निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि इस स्वास्थ्य मेला का उद्देश्य ज़रूरतमंद लोगों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। साथ ही शहर एवं ग्रामीणों को विभिन्न बीमारियों के प्रति जागरूक करना भी इसका मुख्य लक्ष्य है। 

संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ जे.के. आर्य, डॉ ए एन सिंह, डॉ सचिन कुमार गुप्ता, डॉ मिताली सोरेन, डॉ पूजा बैरवा, डॉ शिखा खंडेलवाल, डॉ बीरेंद्र कुमार, डॉ राहुल रंजन, डॉ आदर्श खंडेलवाल, डॉ रंजीत कुमार एवं डॉ रिंकी यादव सहीत स्वास्थ्य कर्मियों ने अपना सरहानीय योगदान दिया।

2030 तक 1.06 लाख करोड़ होगा भारत का जियोस्पेशियल मार्केट: अमिताभ कांत

अमरेश द्विवेदी

नई दिल्ली। नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयाेजित तीन-दिवसीय (2-4 दिसंबर) जियोस्मार्ट वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस एंड एक्सपो 2025 की शुरुआत हुई, जिसमें भारत के भू-स्थानिक एवं अंतरिक्ष क्षेत्र में हुए तीव्र और परिवर्तनकारी बदलावों को रेखांकित किया गया। उद्घाटन वक्तव्य में कहा गया कि भारत की यह यात्रा “तेज़ गति से विकसित हुई है और इसने देश के विकास, संसाधन प्रबंधन और नीति-निर्माण के तरीकों को नए सिरे से परिभाषित किया है।

कार्यक्रम के पहले दिन (एलएंडटी, एचसीएल, इंडिगो, फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग्स), पूर्व जी20 शेरपा एवं नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि भारत का ₹50,000 करोड़ का भू-स्थानिक बाजार 2030 तक दोगुना होकर ₹1.06 लाख करोड़ तक पहुंचने की संभावना है, जबकि भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था 2033 तक 44 बिलियन डाॅलर तक पहुंचने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े भारत की महत्वाकांक्षाओं को और ऊंचा स्थापित करने का संकेत हैं। उन्होंने कहा कि हमने 2021 में भारी विरोध के बावजूद भू-स्थानिक सेक्टर को खोला। आज संभावनाएँ अपार हैं, लेकिन नवाचार की गति भारत के 30-ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य के अनुरूप होनी चाहिए। भू-स्थानिक तकनीकें आधारभूत हैं—बिना इनके ‘विकसित भारत’ संभव नहीं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि बंद या प्रतिबंधित डेटा नवाचार को धीमा करता है, और भारत को वैश्विक नेताओं—यूके, सिंगापुर और नॉर्डिक देशों—की तरह आगे बढ़ने के लिए ओपन, इंटरऑपरेबल और मशीन-रीडेबल डेटा अपनाना होगा।

उद्योग को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि अगले 12 महीनों में भारत का एक ऐसा वास्तविक शहर विकसित करें जो लाइव भू-स्थानिक और AI ऑपरेटिंग सिस्टम पर चले—कोई पायलट नहीं, कोई डेमो नहीं। एक वास्तविक शहर, वास्तविक सुधारों के साथ। ऐसा शहर वैश्विक मानक स्थापित कर सकता है। पंचायती राज मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने स्वामित्व कार्यक्रम की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए बताया कि कैसे सरल भू-स्थानिक उपकरणों ने ग्रामीण भारत में आर्थिक सशक्तिकरण को गति दी है।

उन्होंने बताया कि 3.5 लाख से अधिक गाँवों का सर्वेक्षण पूरा किया जा चुका है, 3 करोड़ से अधिक प्रॉपर्टी कार्ड जारी किए गए हैं और सत्यापित भू-स्थानिक मैप्स ने करोड़ों नागरिकों को विवाद समाधान, ऋण सुविधा और संपत्ति अधिकार प्रदान किए हैं। उन्होंने बताया कि यह केवल मैपिंग नहीं है—यह ग्रामीण भारत की आर्थिक और सामाजिक कहानी को नए सिरे से लिख रहा है।” भूमि संसाधन विभाग के सचिव मनोज जोशी ने भारत के लैंड स्टैक (Land Stack) की अवधारणा काे प्रस्तुत करते हुए कहा कि इसमें राष्ट्रीय बेस मैप, सत्यापित प्लॉट सीमाएँ और एकीकृत भू-खंड डेटा शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सटीक भूमि मानचित्र पारदर्शी शासन, प्रभावी योजना और नागरिक विश्वास की रीढ़ हैं।

भू-स्थानिक डेटा प्रमोशन एवं डेवलपमेंट समिति के अध्यक्ष श्रीकांत सत्री ने हाल ही में विमानन क्षेत्र में जीपीएस व्यवधान की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि विदेशी प्रणालियों पर निर्भरता जोखिमपूर्ण है। भू-स्थानिक केवल तकनीक नहीं है यह भारत की आर्थिक शक्ति और तकनीकी संप्रभुता की नींव है। उन्होंने ऑपरेशन द्रोणगिरि की सफलता साझा की, जिसमें बहु-एजेंसी समन्वय और भू-स्थानिक-स्पेस इंटेलिजेंस ने किसानों को वास्तविक लाभ प्रदान किए। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के सचिव डॉ. सौरभ गर्ग ने भू-स्थानिक डेटा के राष्ट्रीय सांख्यिकी ढाँचे से एकीकरण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इससे योजना, निगरानी और सेवा वितरण में सटीकता और प्रभावशीलता बढ़ेगी। एसरी इंडिया (Esri India) के प्रबंध निदेशक अगेन्द्र कुमार ने बताया कि पूरे देश में जीआईएस का उपयोग तेजी से बढ़ा है और आज एसरी इंडिया के प्लेटफॉर्म पर 800 से अधिक प्रामाणिक डेटासेट उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि भू-स्थानिक तकनीक अब राष्ट्रीय विकास का रणनीतिक साधन है—और भारत इसे नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार है। डिजिटल एवं आईटी, जीएमआर ग्रुप के समूह अध्यक्ष डॉ. राहुल शांडिल्य ने वेक्सेल (Vexcel) के साथ मिलकर राष्ट्रीय स्पैटियल डेटा बैंक बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उच्च-रिज़ॉल्यूशन एरियल डेटा से भू-खंड मैपिंग, अधोसंरचना निगरानी, शहरी लचीलापन, पर्यावरणीय अंतर्दृष्टियां सभी में क्रांतिकारी सुधार होंगे। सर्वे ऑफ इंडिया के अतिरिक्त सर्वेयर जनरल एसके सिन्हा ने वन नेशन-वन मैप की अवधारणा को रेखांकित करते हुए कहा कि विकेंद्रीकृत डेटा स्वामित्व और केन्द्रीय एकीकरण मिलकर एक सशक्त भू-स्थानिक ढाँचा तैयार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैप अब स्थिर दस्तावेज नहीं—वे गतिशील परिसंपत्तियाँ हैं जो सटीक शासन और राष्ट्रीय संप्रभुता को मजबूत करती हैं।

इस साल, जियोस्मार्ट इंडिया एक्सपो 2025 के लॉन्च के साथ अनुभव को और बेहतर बना रहे हैं, जो भारत के जियोस्पेशियल और स्पेस टेक्नोलॉजी के विकास को आगे बढ़ा रहा है, जो अब विजन, इनोवेशन और लीडरशिप के एक बड़े मेल में बदल रहा है। यह एडिशन एक आम इंडस्ट्री एक्सपो की सीमाओं को पार करके एक नेशनल मूवमेंट बन गया है। तीन बदलाव आने वाले दिनों में, यह इवेंट स्टेकहोल्डर्स के एक असाधारण क्रॉस-सेक्शन को इकट्ठा करेगा जिनमें केंद्रीय मंत्रालयों, रक्षा एजेंसियों और स्मार्ट सिटी अथॉरिटीज से लेकर ग्लोबल टेक्नोलॉजी फर्मों, घरेलू स्टार्टअप्स और एकेडमिक संस्थानों तक सभी भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के अगले युग की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक साथ आएंगे। बड़े एग्जिबिशन स्पेस, बेमिसाल नेटवर्किंग मौकों और नए भारत के लक्ष्यों को दिखाने वाले जबरदस्त शोकेस के साथ, जियोस्मार्ट इंडिया एक्सपो 2025 नए मापक, संप्रभुता और भविष्य की तैयारी का सबसे बड़ा सेलिब्रेशन है।

एस आई आर फार्म भरने पर तहसीलदार ने दिया जोर






बुढ़नपुर/भीलमपुर। प्राथमिक विद्यालय भीलमपुर में आज राजस्व विभाग और निर्वाचन प्रभाग की संयुक्त टीम ने एसआईआर (SIR) फार्म भरने की तैयारी युद्ध स्तर पर शुरू की। राजस्व निरीक्षक राजाराम हल्का, लेखपाल और बीएलओ की मौजूदगी में पूरे दिन फार्म भरने की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित किया गया।इस दौरान अधिकारियों ने कर्मचारियों को फार्म भरने की समयसीमा और निर्देशों से अवगत कराया। मौके पर मौजूद तहसीलदार शैलेश कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि एसआईआर फार्म समय से न भरने वाले कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने सभी को निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। टीम ने मौके पर ही कई अभिलेखों का सत्यापन भी किया और आवश्यक सुधार के निर्देश दिए। अधिकारियों का कहना है कि समय से पूरा किया गया डेटा आगामी चुनावी प्रक्रियाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Sambhal में विश्व दिव्यांग दिवस पर भव्य रैली, 22 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा

संभल। संभल में विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय दिव्यांग महिला सशक्तिकरण विकास फाउंडेशन के तत्वाधान में बुधवार को एक विशाल रैली का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कासिम के नेतृत्व में निकली यह रैली नई तहसील परिसर से प्रारंभ हुई, जो चंदौसी चौराहा, यशोदा चौराहा और चौधरी सराय चौराहा होते हुए पुनः नई तहसील पर पहुंचकर संपन्न हुई। रैली में बड़ी संख्या में दिव्यांग पुरुष-महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और समाज में अपनी आवाज बुलंद की।

रैली के दौरान सभी दिव्यांगजन हाथों में तिरंगा थामे देशभक्ति का संदेश देते हुए आगे बढ़ते रहे। प्रतिभागियों का कहना था कि आज भी दिव्यांगजन कई बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं और सरकार को उनकी जरूरतों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इस मौके पर फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कासिम ने कहा कि दिव्यांगों को बराबरी का अधिकार और सुविधाएं दिलाने के लिए संगठन लगातार प्रयासरत है, लेकिन अभी भी कई महत्वपूर्ण मांगें अधूरी हैं।

फाउंडेशन की ओर से तैयार किए गए 22 सूत्रीय मांगपत्र को तहसील प्रशासन को सौंपा गया। इसमें दिव्यांग पेंशन में बढ़ोतरी, रोजगार और स्व-रोजगार के नए अवसर, शिक्षा में विशेष छूट, ट्राईसाइकिल और व्हीलचेयर जैसी सहायक उपकरणों की उपलब्धता, आवास योजनाओं में प्राथमिकता, चिकित्सा सुविधाओं में सुधार और दिव्यांग मैत्री वातावरण बनाने जैसी प्रमुख मांगें शामिल थीं। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि दिव्यांगजन समाज की धुरी हैं और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी स्तर पर ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। रैली शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुई। कार्यक्रम में फाउंडेशन के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सहयोग किया। रैली के माध्यम से दिव्यांगजनों ने स्पष्ट संदेश दिया कि वे अपने अधिकारों को लेकर जागरूक हैं और अपनी समस्याओं के समाधान होने तक अपनी आवाज उठाते रहेंगे।

“उड़ान हमारी” — विशेष बच्चों की कला-संभावनाओं और पारिवारिक जागरूकता की ओर एक नई शुरुआत

रायपुर- विश्व विकलांग दिवस (World Disability Day) के अवसर पर सृष्टि स्पेशल स्कूल, रोहिणीपुरम तालाब, रायपुर में सुरूज ट्रस्ट द्वारा विशेष बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण चित्रकला कार्यशाला “उड़ान हमारी” का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम न केवल बच्चों की कला प्रतिभा को उभारने, बल्कि उनके परिवारों को सशक्त और जागरूक बनाने का एक प्रयास है।

इस कार्यशाला में स्पर्श, जो स्वयं एक विशेष कलाकार हैं, उन्होंने अपने समान 30 बच्चों को रंगों की दुनिया से परिचित कराते हुए उनकी कल्पनाओं, भावनाओं और संवेदनाओं को पेपर पर उतारने के लिए प्रेरित किया। इस सत्र में बच्चों के साथ आए उनके परिवारों ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।

कार्यशाला की विशिष्टता परिवारों के लिए आयोजित काउंसलिंग सत्र रहा, जिसका संचालन श्रीमती संगीता धुरंधर और मिनेश साहू द्वारा किया गया। साथ ही सुरूज ट्रस्ट के सभी सदस्य बस्तर से शकील रिजवी, राहुल सिंधी, सुधीर आज़ाद तम्बोली, हिमानी वासनिक उपस्थित रहें।

काउंसलिंग के दौरान—

परिवारों ने बच्चों से जुड़ी अपनी जिज्ञासाओं और चिंताओं पर खुलकर सवाल पूछे।

विशेषज्ञों ने व्यवहार, शिक्षा, दिनचर्या, भावनात्मक संतुलन सहित सभी विषयों पर मार्गदर्शन दिया।

यह समझाया गया कि इन बच्चों की सबसे बड़ी असली हिम्मत उनका परिवार ही है, और परिवार यदि धैर्य, सहयोग और सकारात्मकता के साथ खड़ा रहे तो बच्चा सामान्य जीवन की ओर बढ़ सकता है।

समान अवसर ही स्वस्थ समाज का आधार — दीप्ति ओग्रे, अध्यक्ष, सुरूज ट्रस्ट

सुरूज ट्रस्ट की अध्यक्ष दीप्ति ओग्रे ने कहा: “एक अच्छे और स्वस्थ समाज का निर्माण तभी संभव है जब सभी को समान अवसर दिए जाएँ। मानसिक विकलांगता को लेकर हमारे समाज में अब भी जागरूकता की कमी है। अक्सर किसी बच्चे का IQ लेवल कम होने पर उसे तुरंत ‘पागल’ कह दिया जाता है, जबकि हर समस्या का समाधान हमारे आस-पास ही मौजूद होता है। यह चित्रकला कार्यशाला बच्चों की प्रतिभा को सामने लाने और काउंसलिंग सत्र परिवारों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई है।” उन्होंने यह भी कहा कि जिस दिन पूरी दुनिया विश्व विकलांग दिवस मना रही है, उसी दिन सुरूज ट्रस्ट ने इस विशेष दिन को “उड़ान हमारी” नाम देकर एक नई परंपरा की शुरुआत की है, जिसे हर वर्ष मनाने का संकल्प लिया गया।

आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष के जन्मदिन पर बोले जिला अध्यक्ष एससी एसटी एक्ट के लिए दे देंगे जान की कुर्बानी

आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष व सांसद चंद्रशेखर का 39वां जन्मदिन संभल में उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने नदीम कुरैशी के फार्म हाउस पर पहुंचकर धूमधाम से केक काटा और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। कार्यकर्ताओं ने कहा कि चंद्रशेखर युवाओं की उम्मीद हैं और उनके नेतृत्व में पार्टी लगातार मजबूत हो रही है। इसी संकल्प के साथ कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर पार्टी के संगठन को मजबूत करने का निर्णय लिया।

जन्मदिन समारोह के दौरान पार्टी जिला अध्यक्ष शहजाद ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आरक्षण और एससी-एसटी एक्ट कमजोर करने की साजिश चल रही है, लेकिन आजाद समाज पार्टी इसका कड़ा विरोध करेगी। उन्होंने ऐलान किया कि आरक्षण एवं एससी-एसटी एक्ट को खत्म करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष छेड़ा जाएगा। शहजाद ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इन संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए कार्यकर्ता जान की कुर्बानी देने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर का नेतृत्व दलित, वंचित और शोषित समाज के हक की लड़ाई लड़ने के लिए समर्पित है। इसी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए पार्टी कार्यकर्ता बूथ स्तर तक संगठन विस्तार करेंगे। इधर सम्भल स्थित आजाद समाज पार्टी कार्यालय पर भी कार्यकर्ताओं ने अलग से जन्मदिन कार्यक्रम आयोजित किया। यहां कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर की फोटो रखकर केक काटा और उनके लंबे राजनीतिक जीवन की कामना की। पूरे दिन पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं का आना-जाना लगा रहा। जन्मदिन के मौके पर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला, वहीं नेताओं का कहना है कि चंद्रशेखर का बढ़ता कद व संघर्षशील छवि पार्टी को नई दिशा देने का काम कर रही है।

सपा समीक्षा बैठक में विधायक कमाल अख़्तर का भाजपा पर बड़ा हमला, एसआईआर, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप पर साधा निशाना

सम्भल में बुधवार को आयोजित समाजवादी पार्टी की समीक्षा बैठक में कांठ विधायक कमाल अख़्तर ने भाजपा सरकार और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर तीखे सवाल खड़े किए। बैठक में उन्होंने चल रहे एसआईआर अभियान, दिल्ली एमसीडी उपचुनाव, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप के मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।

विधायक ने कहा कि यूपी में एसआईआर का पहला बड़ा अभियान चल रहा है, लेकिन सम्भल की चार विधानसभा क्षेत्रों में इसके क्रियान्वयन को लेकर कई गंभीर समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पर्याप्त प्रशिक्षण के उन कर्मचारियों से फीडिंग कराई जा रही है जिन्होंने कभी लैपटॉप तक नहीं देखा। दस्तावेज़ सत्यापन के लिए लोगों को मात्र 15 दिन का समय देना बेहद अनुचित है, जबकि एक प्रमाण पत्र बनाने में पटवारी महीनों लगाता है।

दिल्ली एमसीडी उपचुनाव में भाजपा को लगी चोट पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यदि चुनाव बैलट पेपर से हों तो भाजपा को और बड़ा नुकसान होगा।

उन्होंने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि 16 करोड़ मतदाताओं वाले यूपी में चुनाव आठ चरणों में इसीलिए कराए जाते हैं कि मशीनरी और कर्मचारियों की कमी का बहाना बनाया जाता है, जबकि डेढ़ साल पहले से ही एसआईआर जैसे भारी-भरकम काम शुरू कर दिए जाते हैं।

वन नेशन वन इलेक्शन को भी उन्होंने ‘दोहरे मापदंड’ बताया। कमाल अख़्तर ने कहा कि यदि सरकार एक देश—एक चुनाव चाहती है तो फिर एक वोटर लिस्ट क्यों नहीं? एसआईआर के बाद जब मतदाता सूची एकदम क्लियर बता रहे हैं, तो प्रधानी, जिला पंचायत, बीडीसी और विधानसभा–सांसद के चुनाव अलग सूचियों से क्यों कराए जाते हैं?

संसद में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विपक्ष पर ड्रामा करने के बयान पर विधायक ने कहा कि असल में जनता जानती है कि ड्रामा कौन कर रहा है। विपक्ष एसआईआर, बेरोजगारी, शिक्षा और बीएलओ की मौत पर बहस चाहता है। यह कोई ड्रामा नहीं है।

संचार साथी ऐप पर उन्होंने कहा कि यह लोगों की निजी जिंदगी में दखल देता है। हर आदमी अपने घर में दरवाजा इसलिए लगाता है कि उसकी प्राइवेसी बनी रहे। सरकार इस ऐप के जरिए हर नागरिक की सूचना अपने पास रखना चाहती है, जो बिल्कुल गलत है।

मौलाना तौकीर रजा के करीबियों पर बुलडोज़र एक्शन को लेकर उन्होंने प्रतिक्रिया दी—सरकार है, कैमरा उधर घुमा दे तो बुलडोज़र किसी पर भी चल सकता है।

सपा समीक्षा बैठक चुनावी तेवरों और सरकारी नीतियों पर सख्त सवालों के साथ संपन्न रही।

दिव्यांग बच्चों का मुख्य विकास अधिकारी ने उत्साहवर्धन किया

फर्रुखाबाद l ब्रह्मदत्त स्टेडियम में जिला स्तरीय "विश्व दिव्यागता दिवस" कार्यक्रम का आयोजन बसिक शिक्षा विभाग के समेकित शिक्षा अन्तर्गत किया गया l कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य विकास अधि‌कारी विनोद कुमार गौड़ ने उपस्थित होकर दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित किया और कहा कि यह दिन आप के लिए याद‌गार रहेगा l क्योंकि स्वछत में ही स्वस्थ मन रहना है कार्यक्रम के आयोजक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विश्वनाथ प्रताप सिंह ने कहा कि मैं जनपद में नया हूँ यदि कोई बच्चों के लिए कार्यक्रम होगा उसमें मैं पूरा सह‌योग करुगा l हमेशा मेरी इच्छा यही रहेगी कि दिख्यांग बच्चे भी समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सकें ।

इस दौरान राज कुमार यादव ने कहा कि बच्चों हित में बजट कभी भी आड़े नहीं आने दिया जाएगा l विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों में कमालगंज ब्लाक के छात्र जगमोहन ने दोनो हाँथ न होने पर भी अपने पैर से सुलेख लिखकर उपस्थित जन समुदाय को हतप्रभ कर दिया l यह छात्र शिक्षक अखिलेश कुमार वाजपेई की यूनिट का है l शिक्षक राज‌कुमार ने बच्चों को प्रतिभाग कराया l

इसी प्रकार शमसाबाद से वीरेन्द्र यादव व राजेपुर से श्रीकांत मिश्र व अनुज और बढपुर से अजय कुशवाहा, सरिता मिश्र, रुचि राठौर, अमित, ज्ञान सिंह, रामवीर, अवधेश, जानकी प्रसाद, जयप्रकाश, अतुल कार्यक्रम आयोजन में प्रभारी जिला समन्वयक जितेन्द्र सिंह व शिक्षक रोहित ने अपना पूर्ण सहयोग किया lकार्यक्रम संचालन अनुपम शुक्ल, आकाश रवि गोस्वामी ने संयुक्त रूप से किया l विकास खण्ड राजेपुर के राजीव श्रीवास्तव ने राजेपुर से प्रदर्शन हेतु बच्चों को प्रतिभाग हेतु शिक्षक कार्यक्रम के समापन तक उपस्थित रहे। इस दौरान 28 वीं जनपद स्तरीय बाल क्रीडा प्रतियोगिता 2025 में जनपद भर के जिला कीडा प्रभारी संजीव कटियार ने नेतृत्व करते हुए कई प्रतियोगिता सम्पन्न करायी है। अतुलकटियार, अरुण यादव, कुलदीप भारत, संजीव घादव, आलोक , मनीष कुमार सुभाष यादव ने सहयोग किया इस आयोजन में जनपद भर के संगठन के जिलाध्यक्ष पीयूष कटियार प्राथमिक शिक्षक संघ से भूपेश पाठक, अवनीश चौहान, रा संघ से संजय तिवारी आप अरेवा जिलाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह, जू' हा शिसंक जिलाध्यक्ष अभिनय मिश्र व बीरेन्द्र तिवारी, प्रवेश कटियार, मजहर मोहम्मद खान उपस्थित रहकर अपना सहयोग दिया।

आरोग्यम अस्पताल की ओर से निःशुल्क हृदय जांच शिविर का आयोजन 5 दिसंबर को

हजारीबाग -जिले के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों में से एक आरोग्यम अस्पताल द्वारा आगामी 5 दिसंबर, शुक्रवार को निःशुल्क हृदय जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। आरोग्यम अस्पताल परिसर में आयोजित होने वाले इस शिविर में हृदय संबंधी सभी महत्वपूर्ण जांचें ईसीजी,ब्लड शुगर,बीपी एवं एवं पल्स की जांच पूर्णतः निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा शिविर में हृदय से संबंधित रोगों का इलाज निशुल्क किया जाएगा। शिविर का समय सुबह 10:30 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक निर्धारित है। शिविर का संचालन अनुभवी हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अमन सिन्हा और डॉ. रवि रंजन के मार्गदर्शन में किया जाएगा, जिससे मरीजों को सटीक जांच और उचित परामर्श प्राप्त हो सके। अस्पताल का उद्देश्य है कि हजारीबाग क्षेत्र के लोग समय रहते अपने हृदय स्वास्थ्य की जांच कर सकें और संभावित जोखिमों से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। अस्पताल के निदेशक हर्ष अजमेरा ने कहा कि हृदय रोगों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में समय पर जांच और जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने 40 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों सहित सभी लोगों से इस शिविर का लाभ उठाने की अपील की। अस्पताल के प्रशासक जय सिंह ने बताया कि आरोग्यम अस्पताल लगातार जनहित से जुड़े स्वास्थ्य कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है। निःशुल्क हृदय जांच शिविर का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान करना और हृदय से संबंधित बीमारियों के प्रति जागरूक बनाना है। अस्पताल प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे स्वयं शिविर में शामिल हों और अपने परिजनों, पड़ोसियों व परिचितों को भी इस निःशुल्क जांच शिविर का लाभ उठाने हेतु प्रेरित करें, ताकि हजारीबाग जिले में स्वस्थ हृदय और स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके।

महीने भर में तीसरी बार धमकी स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम, जांच टीम पर उठ रहे सवालिया निशान।

मीरजापुर।ड्रमंडगंज क्षेत्र में बुधवार दोपहर स्वास्थ्य विभाग की टीम के आने की भनक लगते ही ड्रमंडगंज बाजार और रतेह चौराहा, गड़बड़ा पुल स्थित दर्जनों मेडिकल स्टोर और क्लीनिकों पर ताला लटका कर संचालक फरार हो गए। डिप्टी सीएमओ के नेतृत्व में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम के क्षेत्र में आने की भनक लगते ही मेडिकल स्टोर व क्लीनिक तथा पैथोलॉजी संचालकों में अफरातफरी मच गई। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से क्लीनिक और अस्पताल तथा पैथोलॉजी संचालित है लेकिन टीम वहां छापेमारी न कर मेडिकल स्टोरों की जांच कर रही है।टीम जांच के नाम पर दुकानदारों से सुनसान जगहों पर बुलाकर धन उगाही कर रही है। जबकि क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध क्लीनिक और अस्पतालों में झोलाछाप मरीजों का इलाज कर रहे हैं जहां सांठगांठ होने के चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम कोई छापामारी नही करती है।

क्षेत्रीय लोगों ने जांच टीम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए मामले की जांच हेतु जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट करवाया है। बीते सोमवार को भी स्वास्थ विभाग की टीम ने छापेमारी की थी और बगैर कार्यवाही के बैरंग लौट गई थी। ज्ञात हो कि एक माह में तीसरी बार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्षेत्र में छापेमारी की है और कोई कार्यवाही प्रकाश में नहीं आई है। इस संबंध में डिप्टी सीएमओ अवधेश सिंह से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा और सबसे मजे की बात यह है कि तब सीएमओ मिर्जापुर के सीयूजी नंबर पर तीन बार फोन किया गया उनका भी फोन नहीं रिसीव हो सका।

संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल में दो दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य मेला में 1323 जनों का हुआ मुफ्त इलाज

हजारीबाग रविन्द्र पथ बिजली ऑफिस के विपरीत स्थित संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल में दो दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य मेला के आयोजन दिन बुधवार को संपन्न हुआ। जिसमें पहला दिन 651 और दुसरा दिन 672 जरूरतमंदों का मुफ्त उपचार किया गया। स्वास्थ्य मेले में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा कुल 1323 जनों का मुफ्त जांच एवं इलाज किया गया। इसमें निः शुल्क सेवाओं में डॉक्टर परामर्श, बी.पी.जांच, कैंसर स्क्रीनिंग, मुफ्त दवा, दंत जांच, नेत्र जांच, शुगर एवं हीमोग्लोबिन जांच, न्यूरोलॉजिस्ट परामर्श, एक समय का भोजन एवं अल्ट्रासाउंड व अन्य जांच में भारी छूट दी गई। बड़ी संख्या में बच्चे, महिला एंव पुरूष जरूरतमंद पहुंचे एवं स्वास्थ्य मेला का भरपूर लाभ उठाया। 

मौके पर संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल के संचालक डाॅ प्रवीण श्रीनिवास ने संबोधित कर कहा कि यह स्वास्थ्य मेला समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि आर्थिक स्थिति के कारण कई लोग समय पर जांच और उपचार नहीं करा पाते, इसलिए मिशन होस्पिटल द्वारा इस तरह के शिविरों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने और उनकी स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने का प्रयास निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि इस स्वास्थ्य मेला का उद्देश्य ज़रूरतमंद लोगों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। साथ ही शहर एवं ग्रामीणों को विभिन्न बीमारियों के प्रति जागरूक करना भी इसका मुख्य लक्ष्य है। 

संत कोलम्बस मिशन होस्पिटल के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ जे.के. आर्य, डॉ ए एन सिंह, डॉ सचिन कुमार गुप्ता, डॉ मिताली सोरेन, डॉ पूजा बैरवा, डॉ शिखा खंडेलवाल, डॉ बीरेंद्र कुमार, डॉ राहुल रंजन, डॉ आदर्श खंडेलवाल, डॉ रंजीत कुमार एवं डॉ रिंकी यादव सहीत स्वास्थ्य कर्मियों ने अपना सरहानीय योगदान दिया।

2030 तक 1.06 लाख करोड़ होगा भारत का जियोस्पेशियल मार्केट: अमिताभ कांत

अमरेश द्विवेदी

नई दिल्ली। नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयाेजित तीन-दिवसीय (2-4 दिसंबर) जियोस्मार्ट वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस एंड एक्सपो 2025 की शुरुआत हुई, जिसमें भारत के भू-स्थानिक एवं अंतरिक्ष क्षेत्र में हुए तीव्र और परिवर्तनकारी बदलावों को रेखांकित किया गया। उद्घाटन वक्तव्य में कहा गया कि भारत की यह यात्रा “तेज़ गति से विकसित हुई है और इसने देश के विकास, संसाधन प्रबंधन और नीति-निर्माण के तरीकों को नए सिरे से परिभाषित किया है।

कार्यक्रम के पहले दिन (एलएंडटी, एचसीएल, इंडिगो, फेयरफैक्स फाइनेंशियल होल्डिंग्स), पूर्व जी20 शेरपा एवं नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि भारत का ₹50,000 करोड़ का भू-स्थानिक बाजार 2030 तक दोगुना होकर ₹1.06 लाख करोड़ तक पहुंचने की संभावना है, जबकि भारत की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था 2033 तक 44 बिलियन डाॅलर तक पहुंचने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े भारत की महत्वाकांक्षाओं को और ऊंचा स्थापित करने का संकेत हैं। उन्होंने कहा कि हमने 2021 में भारी विरोध के बावजूद भू-स्थानिक सेक्टर को खोला। आज संभावनाएँ अपार हैं, लेकिन नवाचार की गति भारत के 30-ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य के अनुरूप होनी चाहिए। भू-स्थानिक तकनीकें आधारभूत हैं—बिना इनके ‘विकसित भारत’ संभव नहीं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि बंद या प्रतिबंधित डेटा नवाचार को धीमा करता है, और भारत को वैश्विक नेताओं—यूके, सिंगापुर और नॉर्डिक देशों—की तरह आगे बढ़ने के लिए ओपन, इंटरऑपरेबल और मशीन-रीडेबल डेटा अपनाना होगा।

उद्योग को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि अगले 12 महीनों में भारत का एक ऐसा वास्तविक शहर विकसित करें जो लाइव भू-स्थानिक और AI ऑपरेटिंग सिस्टम पर चले—कोई पायलट नहीं, कोई डेमो नहीं। एक वास्तविक शहर, वास्तविक सुधारों के साथ। ऐसा शहर वैश्विक मानक स्थापित कर सकता है। पंचायती राज मंत्रालय के सचिव विवेक भारद्वाज ने स्वामित्व कार्यक्रम की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए बताया कि कैसे सरल भू-स्थानिक उपकरणों ने ग्रामीण भारत में आर्थिक सशक्तिकरण को गति दी है।

उन्होंने बताया कि 3.5 लाख से अधिक गाँवों का सर्वेक्षण पूरा किया जा चुका है, 3 करोड़ से अधिक प्रॉपर्टी कार्ड जारी किए गए हैं और सत्यापित भू-स्थानिक मैप्स ने करोड़ों नागरिकों को विवाद समाधान, ऋण सुविधा और संपत्ति अधिकार प्रदान किए हैं। उन्होंने बताया कि यह केवल मैपिंग नहीं है—यह ग्रामीण भारत की आर्थिक और सामाजिक कहानी को नए सिरे से लिख रहा है।” भूमि संसाधन विभाग के सचिव मनोज जोशी ने भारत के लैंड स्टैक (Land Stack) की अवधारणा काे प्रस्तुत करते हुए कहा कि इसमें राष्ट्रीय बेस मैप, सत्यापित प्लॉट सीमाएँ और एकीकृत भू-खंड डेटा शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सटीक भूमि मानचित्र पारदर्शी शासन, प्रभावी योजना और नागरिक विश्वास की रीढ़ हैं।

भू-स्थानिक डेटा प्रमोशन एवं डेवलपमेंट समिति के अध्यक्ष श्रीकांत सत्री ने हाल ही में विमानन क्षेत्र में जीपीएस व्यवधान की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि विदेशी प्रणालियों पर निर्भरता जोखिमपूर्ण है। भू-स्थानिक केवल तकनीक नहीं है यह भारत की आर्थिक शक्ति और तकनीकी संप्रभुता की नींव है। उन्होंने ऑपरेशन द्रोणगिरि की सफलता साझा की, जिसमें बहु-एजेंसी समन्वय और भू-स्थानिक-स्पेस इंटेलिजेंस ने किसानों को वास्तविक लाभ प्रदान किए। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के सचिव डॉ. सौरभ गर्ग ने भू-स्थानिक डेटा के राष्ट्रीय सांख्यिकी ढाँचे से एकीकरण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इससे योजना, निगरानी और सेवा वितरण में सटीकता और प्रभावशीलता बढ़ेगी। एसरी इंडिया (Esri India) के प्रबंध निदेशक अगेन्द्र कुमार ने बताया कि पूरे देश में जीआईएस का उपयोग तेजी से बढ़ा है और आज एसरी इंडिया के प्लेटफॉर्म पर 800 से अधिक प्रामाणिक डेटासेट उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि भू-स्थानिक तकनीक अब राष्ट्रीय विकास का रणनीतिक साधन है—और भारत इसे नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार है। डिजिटल एवं आईटी, जीएमआर ग्रुप के समूह अध्यक्ष डॉ. राहुल शांडिल्य ने वेक्सेल (Vexcel) के साथ मिलकर राष्ट्रीय स्पैटियल डेटा बैंक बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उच्च-रिज़ॉल्यूशन एरियल डेटा से भू-खंड मैपिंग, अधोसंरचना निगरानी, शहरी लचीलापन, पर्यावरणीय अंतर्दृष्टियां सभी में क्रांतिकारी सुधार होंगे। सर्वे ऑफ इंडिया के अतिरिक्त सर्वेयर जनरल एसके सिन्हा ने वन नेशन-वन मैप की अवधारणा को रेखांकित करते हुए कहा कि विकेंद्रीकृत डेटा स्वामित्व और केन्द्रीय एकीकरण मिलकर एक सशक्त भू-स्थानिक ढाँचा तैयार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैप अब स्थिर दस्तावेज नहीं—वे गतिशील परिसंपत्तियाँ हैं जो सटीक शासन और राष्ट्रीय संप्रभुता को मजबूत करती हैं।

इस साल, जियोस्मार्ट इंडिया एक्सपो 2025 के लॉन्च के साथ अनुभव को और बेहतर बना रहे हैं, जो भारत के जियोस्पेशियल और स्पेस टेक्नोलॉजी के विकास को आगे बढ़ा रहा है, जो अब विजन, इनोवेशन और लीडरशिप के एक बड़े मेल में बदल रहा है। यह एडिशन एक आम इंडस्ट्री एक्सपो की सीमाओं को पार करके एक नेशनल मूवमेंट बन गया है। तीन बदलाव आने वाले दिनों में, यह इवेंट स्टेकहोल्डर्स के एक असाधारण क्रॉस-सेक्शन को इकट्ठा करेगा जिनमें केंद्रीय मंत्रालयों, रक्षा एजेंसियों और स्मार्ट सिटी अथॉरिटीज से लेकर ग्लोबल टेक्नोलॉजी फर्मों, घरेलू स्टार्टअप्स और एकेडमिक संस्थानों तक सभी भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के अगले युग की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक साथ आएंगे। बड़े एग्जिबिशन स्पेस, बेमिसाल नेटवर्किंग मौकों और नए भारत के लक्ष्यों को दिखाने वाले जबरदस्त शोकेस के साथ, जियोस्मार्ट इंडिया एक्सपो 2025 नए मापक, संप्रभुता और भविष्य की तैयारी का सबसे बड़ा सेलिब्रेशन है।