बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
एसटीएफ के हत्थे चढ़ा माफिया अशरफ का खास, 50 हजार का इनामी अफसार दिल्ली से गिरफ्तार
लखनऊ। पुलिस अभिरक्षा में मारे गए माफिया अशरफ के निर्देश पर संगीन वारदातों को अंजाम देने वाले 50,000 के इनामी अपराधी अफसार अहमद को यूपी एसटीएफ ने दिल्ली के साउथ ईस्ट इलाके से गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी उपनिरीक्षक जय प्रकाश राय की टीम ने की।

कैसे पहुंची एसटीएफ अफसार तक?

एसटीएफ के अपर पुलिस उपाधीक्षक शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि इनामी बदमाश अफसार अहमद, प्रयागराज के पूरा मुफ्ती क्षेत्र के सल्लाहपुर का रहने वाला है और कई दिनों से दिल्ली में छिपकर रह रहा था।सूत्रों से लगातार सूचना मिल रही थी कि अशरफ का यह खास गुर्गा दिल्ली में सक्रिय है। इसके बाद उपनिरीक्षक जय प्रकाश राय की टीम को इसके पीछा करने की जिम्मेदारी दी गई। बुधवार को मुखबिर की पुष्टि के बाद इसे दबोच लिया गया।

अफसार का आपराधिक जाल

पूछताछ में अफसार ने खुलासा किया कि वह जेल में बंद माफिया अशरफ से बरेली जिला कारागार में मिलता था। वह अपनी ही आईडी से अपने साथियों अजहर, लल्ला गद्दी, गुड्डू, मुस्लिम, साबिर और अरमान को भी अशरफ से मुलाकात करवाता था।अफसार ने यह भी स्वीकार किया कि वह अशरफ के इशारों पर रंगदारी, लूट, अपहरण और हत्या जैसी संगीन वारदातों को अंजाम देता था।
एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई: 50 हजार की इनामी महिला तस्कर नसरीन बानो उर्फ ‘बादाम’ गिरफ्तार
लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने मादक पदार्थ की तस्करी पर कड़ा प्रहार करते हुए 50 हजार रुपए की इनामी महिला तस्कर नसरीन बानो उर्फ बादाम को ठाकुरगंज के फरीदपुर से गिरफ्तार कर लिया है। नसरीन कई महीनों से फरार चल रही थी और ब्राउन शुगर सप्लाई करने वाले नेटवर्क की सरगना बताई जा रही है।इससे पहले इसी गिरोह से जुड़े एक तस्कर को बहराइच से पकड़ा गया था। एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के निर्देशन में उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी की टीम ने बुधवार को मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की।

गिरफ्तार महिला तस्कर का गैंग और नेटवर्क

उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी के अनुसार नसरीन बानो उर्फ बादाम, लखनऊ के खदरा (मदयेगंज थाना) क्षेत्र की रहने वाली है। पूछताछ में उसने बताया कि वह पिछले छह सालों से ब्राउन शुगर के इस काले धंधे में लिप्त है।नसरीन ने खुलासा किया कि उसका एक संगठित गिरोह है जो मणिपुर से कच्चा माल मंगवाकर उससे ब्राउन शुगर तैयार करता था और फिर उसे बहराइच सहित विभिन्न जिलों में सप्लाई करवाया जाता था।
17 अक्टूबर 2025 को इसी गिरोह के एक सदस्य को बहराइच के कोतवाली देहात क्षेत्र से पकड़ा गया था। वहीं गैंग लीडर नसरीन फरार हो गई थी, जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने 50,000 का इनाम घोषित किया था।

महिलाओं के भरोसे मादक पदार्थ की तस्करी

नसरीन ने स्वीकार किया कि मादक पदार्थ के इस गोरखधंधे में महिलाओं की भूमिका लगातार बढ़ती जा रही है। तस्करों ने पुलिस की निगरानी से बचने के लिए सप्लाई चैन की जिम्मेदारी महिलाओं पर डाल दी है।
पहले नसरीन बड़े तस्करों के इशारे पर काम करती थी, लेकिन कुछ समय बाद वह पूरे गैंग की लीडर बन गई और नेटवर्क संचालित करने लगी।
बिजली बिल राहत योजना पर अध्यक्ष का सख़्त रुख, धीमी प्रगति पर अधिकारियों की क्लास,3.62 लाख उपभोक्ताओं ने कराया पंजीकरण, 283 करोड़ की वसूली
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में संचालित बिजली बिल राहत योजना को अधिक प्रभावी बनाने और उपभोक्ताओं तक तेजी से पहुंचाने के लिए यूपी पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने बुधवार को विद्युत वितरण निगमों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों की जमकर क्लास ली। उन्होंने साफ कहा कि नेवर-पेड, लॉन्ग अनपेड और चोरी के मामलों में प्रगति संतोषजनक नहीं है, ऐसे में जो अधिकारी अच्छा काम नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

खराब प्रदर्शन पर कार्रवाई, चेतावनी, निलंबन और तबादला

बैठक में अध्यक्ष ने पांच मुख्य अभियंताओं  कानपुर, बांदा, सीतापुर, गोरखपुर और झांसी के खराब प्रदर्शन पर चेतावनी जारी की। जबकि मिर्जापुर के मुख्य अभियंता का स्थानांतरण करने के निर्देश दिए गए।
इसी तरह सहायक अभियंता कासगंज सुशील कुमार को एडवर्स एंट्री और आशुतोष कुमार (मिर्जापुर) को निलंबित करने का निर्देश दिया गया।अध्यक्ष ने कहा कि उपभोक्ता हितों से जुड़ी इस महत्वपूर्ण योजना में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

योजना में अब तक 3.62 लाख उपभोक्ता जुड़े, 283 करोड़ की वसूली

बिजली बिल राहत योजना में उपभोक्ताओं की बढ़ती दिलचस्पी का हवाला देते हुए अध्यक्ष ने बताया कि अब तक 3,62,854 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है, जिससे 282.91 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है।
बिजली चोरी के मामलों में राहत पाने के लिए 4,911 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है।उन्होंने कहा कि “हर बकायेदार उपभोक्ता तक पहुंचें, उसे फोन करें, व्यक्तिगत रूप से वार्ता करें और योजना का लाभ समझाएं।”

हमेशा पहली बार—100% ब्याज माफी और मूलधन में भारी छूट

अध्यक्ष ने बताया कि इस योजना में उपभोक्ताओं को पहली बार 100 प्रतिशत ब्याज माफी के साथ मूलधन में 25% तक की छूट दी जा रही है।
जल्दी पंजीकरण कराने और बकाया जमा करने वालों को अतिरिक्त लाभ भी मिलेगा।
यह योजना बिजली चोरी के मामलों में भी राहत प्रदान कर रही है—मुकदमे, एफआईआर समेत कानूनी प्रक्रियाओं से निजात मिलेगी।

व्यापक प्रचार-प्रसार का आदेश

उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिला प्रशासन के साथ समन्वय कर योजना को हर उपभोक्ता तक पहुंचाएं। मीटर रीडरों, फीडर मैनेजरों और फिनटेक एजेंसियों को मिशन मोड में लगाया जाए। पंपलेट, समाचार पत्र, सोशल मीडिया, कॉलर ट्यून, व्हाट्सऐप मैसेज और मुनादी के जरिए अधिकतम जागरूकता सुनिश्चित की जाए

ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता पर कड़ा निर्देश, “लापरवाही नहीं चलेगी”

डॉ. गोयल ने ट्रांसफार्मर डैमेज पर भी नाराजगी जताई।उन्होंने कहा जहां ट्रांसफार्मर डैमेज कम नहीं हुआ है, वहां तात्कालिक सख्त कार्रवाई की जाए। अभी तक जिम्मेदारी तय क्यों नहीं की गई? लापरवाही बिल्कुल सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने आदेश दिया कि रोजाना प्रगति की समीक्षा अवर अभियंता स्तर तक की जाए।

अच्छे काम पर प्रोत्साहन

अध्यक्ष ने बताया कि योजना में बेहतर प्रदर्शन करने वाले कार्मिकों और कलेक्शन एजेंसियों के लिए विशेष प्रोत्साहन योजना लागू की गई है।योजना की समाप्ति पर 10 अधिशासी अभियंताओं, 20 उपखंड अधिकारियों, 30 अवर अभियंताओं को प्रशस्ति-पत्र और प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

विद्युत व्यवस्था में सुधार, शिकायतें कम होने का दावा

बैठक में अर्बन रिस्ट्रक्चरिंग से जुड़े बिंदुओं पर भी चर्चा हुई। मध्यांचल और पश्चिमांचल के अभियंताओं ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था पहले से बेहतर हुई है, उपभोक्ताओं की शिकायतें कम हुई हैं और समस्याओं का निस्तारण भी शीघ्रता से किया जा रहा है।
चुनाव आयोग की बड़ी बैठक आज, कुछ राज्यों में बढ़ सकती है एसआईआर की समयसीमा

#sirdeadlinemaybeextendedinsome_states

देशभर के 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर का आज आखिरी दिन है। ड्राफ्ट मतदाता सूची 16 दिसंबर को प्रकाशित होगी। अंतिम वोटर लिस्ट 14 फरवरी को जारी किया जाएगा। वहीं, इस बीच आज चुनाव आयोग ने एक अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में एसआईआर की तारीख बढ़ाने को लेकर फैसला किया जा सकता है।

केरल को छोड़कर देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे वोटर लिस्ट के एसआईआर के फॉर्म जमा करने की आज आखिरी तारीख है। चुनाव आयोग के अधिकारी गुरुवार को फॉर्म डिजिटाइजेशन और जमा करने की प्रोग्रेस का रिव्यू करेंगे। इस मीटिंग के दौरान उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के लिए एसआईआर की डेडलाइन बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल भी उन राज्यों में शामिल है जहां डेडलाइन बढ़ाई जा सकती है।

यूपी में एसआईआर के लिए विस्तार की मांग

दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बुधवार को कहा कि राज्य ने भारतीय निर्वाचन आयोग से एसआईआर को पूरा करने के लिए दो और सप्ताह का समय देने का अनुरोध किया है। एक प्रेस बयान में, नवदीप रिणवा ने कहा कि यह विस्तार इसलिए मांगा गया था ताकि जिला चुनाव अधिकारी मृत मतदाताओं, अन्य स्थानों पर स्थानांतरित हो चुके मतदाताओं और लापता मतदाताओं की प्रविष्टियों का पुनः सत्यापन कर सकें। उनके अनुसार, अब तक 99.24 प्रतिशत जनगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण हो चुका है। राज्य भर में 4 नवंबर से एसआईआर अभ्यास चल रहा है।

बंगाल में संशोधित वोटर लिस्ट प्रकाशन की अंतिम तिथि बढ़ी

इधर, चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में चल रहे एसआईआर की समयसीमा में संशोधन किया है और अंतिम प्रकाशन की तिथि को पहले की निर्धारित तिथि से बदलकर 14 फरवरी, 2026 कर दिया है। बुधवार को जारी एक आधिकारिक आदेश में, चुनाव आयोग ने कहा कि बड़े पैमाने पर जनगणना कार्य और राज्य भर में मतदान केंद्रों के उचित सत्यापन और युक्तिकरण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए विस्तार प्रदान किया गया है।

क्या है एसआईआर?

यह चुनाव आयोग की एक प्रक्रिया है। इसमें वोटर लिस्ट अपडेट की जाती है। इसमें 18 साल से ज्यादा के नए वोटर्स को जोड़ा जाता है। ऐसे लोग जिनकी मौत हो चुकी है। जो शिफ्ट हो चुके हैं उनके नाम हटाए जाते हैं। वोटर लिस्ट में नाम, पते में हुई गलतियों को भी ठीक किया जाता है। बीएलओ घर-घर जाकर खुद फॉर्म भरवाते हैं। पहले फेज का एसआईआर बिहार में हुआ।

अमिताभ बच्चन ने की डॉ अनील मुरारका के समाज कल्याण के सेवा कार्य की सराहना
मुंबई। बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन ने देश के सुप्रसिद्ध समाजसेवी डॉ अनील काशी मुरारका के समाज कल्याण की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए उन्हें समाज का हीरो बताया तथा लोगों को उनके कार्यों से प्रेरणा लेने की अपील की , आदित्य बिड़ला ग्रुप ने , A Force for Good Heros मंच बनाया है, जिसमें वे देश के सुप्रसिद्ध समाजसेवियों को आमंत्रित करते हैं। डॉ मुरारका के प्रेरणादायक समाज कल्याण कार्यों को देखते हुए उन्होंने कि बी सी के मंच पर आमंत्रित किया। अमिताभ बच्चन ने न सिर्फ उनके समाज कल्याण कार्यों की सराहना की, अपितु इसे समाज के लिए प्रेरणादायक पहल बताया। अमिताभ बच्चन द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में डॉक्टर मुरारका ने कहा कि उन्हें यह प्रेरणा अपनी मां मीना देवी से मिली। मां द्वारा दिए गए टिफिन को लेकर करीब तेहर साल पहले जब वह अपने कार्यालय जा रहे थे, तो रास्ते में सिग्नल के पास उन्होंने उदास खड़ी एक महिला और उसके बच्चे को देखा। उन्हें लगा कि टिफिन की आवश्यकता उनसे कहीं ज्यादा उन लोगों को है। उन्होंने अपना टिफिन उनके हवाले कर दिया। शाम को घर लौटने पर जब उन्होंने अपनी मां को घटना की जानकारी दी तो उनकी मां ने दूसरे दिन से उनके टिफिन के अलावा 10/ 12 टिफिन और देने लगी। यहीं से शुरू हुई उनकी जरूरतमंदों के प्रति समर्पण की कहानी। आज वे करीब 4000 जरूरतमंद लोगों तक निशुल्क टिफिन पहुंचाने का प्रतिदिन काम कर रहे हैं। डॉ मुरारका के अनुसार मां का प्यार केवल स्नेह नहीं, बल्कि दूसरों के लिए सेवा का मार्गदर्शन भी है। उनकी बातें सुनकर महानायक भी कुछ क्षण के लिए भावुक दिखाई दिए। उसके बाद उन्होंने तालियां बजानी शुरू की, जो दर्शक दीर्घा में देर तक बजती रही।
प्रदेशभर में ‘बिजली बिल राहत योजना’ की गूंज, लाखों उपभोक्ता हो रहे लाभान्वित: एके शर्मा

लखनऊ । ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा प्रदेश में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर निरंतर सक्रिय हैं। वे लगातार विभिन्न जनपदों का दौरा कर ‘बिजली बिल समाधान/राहत योजना’ के अंतर्गत आयोजित शिविरों में पहुँचकर लोगों को योजना का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं तथा आम नागरिकों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कर रहे हैं।उत्तर प्रदेश में विद्युत उपभोक्ताओं के हित में लागू की गई यह योजना अत्यंत सफल सिद्ध हो रही है।

अब तक कई लाख उपभोक्ता इसका लाभ उठा चुके

अब तक कई लाख उपभोक्ता इसका लाभ उठा चुके हैं, जिससे वर्षों से लंबित पुराने विद्युत बिल मामलों का समाधान संभव हो पाया है।इसी क्रम में मऊ जनपद के सुदूर क्षेत्र फतेहपुर मंडाव एवं परशुरामपुर गांव में आयोजित शिविरों का निरीक्षण किया गया। इसके उपरांत मधुबन क्षेत्र स्थित सिपाह इब्राहिमाबाद एवं 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र मधुबन रौजा, साथ ही 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र बड़गांव एवं टड़ियाव, मऊ में लगे ‘बिजली बिल राहत योजना’ के शिविरों का भी निरीक्षण किया गया।

योजना के प्रथम चरण में  25 प्रतिशत की विशेष छूट प्रदान की जा रही

सभी स्थानों पर उपभोक्ताओं में भारी उत्साह देखने को मिला तथा प्रत्येक शिविर में बड़ी संख्या में लोग पंजीकरण कराते हुए नजर आए।यह योजना उपभोक्ताओं के लिए अत्यंत आकर्षक है। योजना के प्रथम चरण में मूलधन पर 25 प्रतिशत की विशेष छूट प्रदान की जा रही है। उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे इस योजना का लाभ पहले चरण में ही अवश्य उठाएँ।योजना में पंजीकरण हेतु उपभोक्ता विभाग के किसी भी बिलिंग काउंटर, संबंधित एसडीओ अथवा एक्सईएन कार्यालय में जाकर अथवा uppcl.org वेबसाइट के माध्यम से अपना पंजीकरण करा सकते हैं।

पंजीकरण कराकर पुराने बकाया विद्युत बिलों से राहत प्राप्त करें

इसके अतिरिक्त गाजीपुर जनपद के शेखपुर महाराजगंज में आयोजित शिविर में भी कल सायं 07:00 बजे के बाद तक सैकड़ों उपभोक्ता उपस्थित रहे और उन्होंने पंजीकरण कराकर पुराने विद्युत बिलों से राहत प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी की।सभी उपभोक्ताओं से पुनः आग्रह किया गया है कि वे इस जनकल्याणकारी योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएँ और समय रहते अपना पंजीकरण कराकर पुराने बकाया विद्युत बिलों से राहत प्राप्त करें।
जहानाबाद ग्रामीण बिहार में छात्र बने मानवाधिकार जागरूकता के अग्रदूत : शकील अहमद काकवी
कायनात इंटरनेशनल स्कूल में विश्व मानवाधिकार
दिवस कार्यक्रम सम्पन्न
जहानाबाद काको स्थित कायनात इंटरनेशनल स्कूल में विश्व मानवाधिकार दिवस जागरूकता कार्यक्रम 2025 का भव्य आयोजन किया गया। कायनात फाउंडेशन और जामिया कायनात द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (UDHR) के महत्व को पुनर्स्थापित करना और ग्रामीण क्षेत्रों में मानव गरिमा, न्याय एवं समानता के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।
डीडीसी डॉ. प्रीति ने किया उद्घाटन
कार्यक्रम का शुभारंभ उप विकास आयुक्त (डीडीसी) डॉ. प्रीति, आईएएस ने यूडीएचआर बैनर पर हस्ताक्षर कर किया। इसके बाद उन्होंने विद्यालय के वरिष्ठ छात्रों द्वारा तैयार किए गए यूडीएचआर के अनुच्छेद 1 से 30 पर आधारित प्रदर्शनी स्टॉलों का निरीक्षण किया।
जामिया कायनात के छात्रों द्वारा मानवाधिकार विषयक पोस्टर प्रदर्शनी भी आकर्षण का केंद्र रही। वहीं कैफ अशरफ द्वारा ग्रामीण शिविर का संचालन किया गया।
वैज्ञानिक प्रदर्शन और सामाजिक संदेशों की प्रस्तुति
स्कूल के छात्रों ने वैज्ञानिक मॉडलों के साथ-साथ ओल्ड एज होम, स्वच्छता की जिम्मेदारी, हील द वर्ल्ड और वी आर वन जैसे सामाजिक विषयों पर उत्कृष्ट स्किट प्रस्तुत कीं, जिन्हें उपस्थित अतिथियों ने सराहा।
ग्रामीण बच्चों में जागरूकता बढ़ाने की सराहनीय पहल : डॉ. प्रीति
अपने संबोधन में डॉ. प्रीति ने कहा कि कायनात इंटरनेशनल स्कूल ग्रामीण बच्चों में सामाजिक उत्तरदायित्व एवं मानवाधिकार जागरूकता विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के योगदान की भी सराहना की, जिसका नेतृत्व कमिश्नर हरी शंकर कर रहे हैं।
"ऐसे विद्यालय हर गांव में होने चाहिए" : इर्शादुल्लाह
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जनाब इर्शादुल्लाह ने कहा कि कायनात इंटरनेशनल स्कूल जैसी संस्थाएँ जमीनी स्तर पर मानवाधिकार शिक्षा को मजबूत कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के प्रत्येक गांव में ऐसे ही विद्यालयों की आवश्यकता है और बोर्ड की ओर से हरसंभव सहयोग दिया जाएगा।
“यह केवल स्कूल नहीं, बल्कि एक मिशन है” : शकील अहमद काकवी
अतिथियों का स्वागत करते हुए कायनात इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर शकील अहमद काकवी ने कहा—
“हम नई पीढ़ी को प्रारंभ से ही मानव के अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूक कर रहे हैं। यह स्कूल सिर्फ संस्था नहीं, बल्कि वैज्ञानिक सोच और न्यायप्रिय समाज बनाने का मिशन है।”
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र, अभिभावक, शिक्षक व समुदाय के प्रमुख लोग उपस्थित रहे। मानवाधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम ग्रामीण बिहार में जागरूकता का एक मजबूत संदेश बनकर उभरा।
बूढ़नपुर गन्ना क्रय केन्द्र पर किसानों ने किया जमकर प्रदर्शन
आजमगढ़: जिले के बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र स्थित गन्ना क्रय केंद्र बूढ़नपुर-A पर गन्ना लदी ट्रालियाँ खाली न होने से नाराज़ किसानों ने क्रय केंद्र पर जमकर प्रदर्शन किया।
किसान शैलेंद्र कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि किसान कई दिनों से परेशान हैं, लेकिन गन्ना लोडिंग की व्यवस्था सुधर नहीं रही है। उन्होंने कहा,
"हम लोग इतने परेशान हैं कि या तो यहीं अपना गन्ना पलटकर चले जाएँ, या ठेकेदार आए और हमें बताए कि उनके छह ट्रक, जो यहाँ अलॉट हुए हैं, वह कहाँ हैं—मिल में हैं, रास्ते में हैं या कहीं और? हमें तो ऐसा लग रहा है कि ठेकेदार कहीं से प्राइवेट गन्ना खरीदकर मिल में न भेज रहे हों। अगर कल तक व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो हम मेन हाईवे पर धरना देने को मजबूर होंगे।"
वहीं किसान जुगन कुमार सिंह ने बताया कि किसानों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।
उन्होंने कहा, कि ठेकेदार के पास फोन करें तो वह फोन नहीं उठ रहा है। कहते हैं दो दिन में व्यवस्था ठीक हो जाएगी, एक दिन में हो जाएगी, लेकिन पाँच दिन से हम लगातार ट्राली–ट्रैक्टर लेकर आ रहे हैं, फिर भी कोई सुधार नहीं है।"
किसानों के अनुसार, क्रय केंद्र पर करीब 80–85 ट्रालियाँ खड़ी हैं, लेकिन ठेकेदार प्रतिदिन केवल एक ट्राला की लोडिंग करवा रहा है। जबकि छह गाड़ियों का टेंडर है, रोजाना मुश्किल से दो गाड़ियों की ही लोडिंग हो पा रही है।
इस अव्यवस्था के कारण सभी किसान भाई भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
इस मौके पर नीरज यादव, संतोष सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे। गन्ना लदी खड़ी टालियां

गन्ना क्रय केंद्र पर प्रदर्शन करते किसान
बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
बुढ़नपुर में गूँजी शौर्य गाथा—वीर शहीदों के बलिदान को नमन, राष्ट्रधर्म और एकता पर आचार्य शान्तनु जी का प्रखर वक्तव्य
आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर नगर पंचायत में देर शाम आयोजित “शौर्य गाथा कार्यक्रम” में देशभक्ति और राष्ट्रगौरव की अद्भुत छटा देखने को मिली। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुँचे आचार्य शान्तनु जी महाराज ने हजारों लोगों के बीच स्वतंत्रता संग्राम के वीर अमर शहीदों—भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, लाला लाजपत राय सहित अनेक क्रांतिकारियों के अतुलनीय बलिदान को याद किया। मंच से संबोधित करते हुए आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देश आज जिन महान ऊँचाइयों पर खड़ा है, उसकी नींव इन महापुरुषों के त्याग, तपस्या और बलिदान से मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास केवल पढ़ने की चीज नहीं, बल्कि आत्मा में बसाने योग्य प्रेरणा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और हिंदू संस्कृति पर विस्तृत चर्चाआचार्य जी ने हिंदू संस्कृति की रक्षा और राष्ट्रनिर्माण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ ने देशभर में समाज को संगठित करने और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास को कई बार गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसके कारण कई पीढ़ियाँ अपने वास्तविक गौरव से वंचित रह गईं।“देशहित सर्वोपरि”—आचार्य का संदेशअपने वक्तव्य में आचार्य शान्तनु जी महाराज ने कहा कि देशहित से बड़ा कोई धर्म नहीं। राष्ट्र के प्रति निष्ठा और स्वाभिमान ही प्रत्येक नागरिक की पहली जिम्मेदारी है। समाज और देश को कमजोर करने वाली प्रवृत्तियों से सतर्क रहने का संदेश देते हुए उन्होंने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता पर बल दिया। गणमान्यों की रही उपस्थिति, उमड़ा जनसैलाब कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद राजभर, अभिषेक सिंह, विक्रम बहादुर सिंह, जयनाथ सिंह, पशुपति नाथ सिंह, रुद्र प्रकाश शर्मा, महेश सिंह, रिशू सिंह सहित क्षेत्र के कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित रहे। नगर पंचायत परिसर जनसेवा, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक गौरव के नारे से देर रात तक गूँजता रहा। शौर्य गाथा कार्यक्रम ने बुढ़नपुर में न केवल स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया, बल्कि लोगों में राष्ट्र प्रेम, सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक एकता की नई अलख भी जगाई।
एसटीएफ के हत्थे चढ़ा माफिया अशरफ का खास, 50 हजार का इनामी अफसार दिल्ली से गिरफ्तार
लखनऊ। पुलिस अभिरक्षा में मारे गए माफिया अशरफ के निर्देश पर संगीन वारदातों को अंजाम देने वाले 50,000 के इनामी अपराधी अफसार अहमद को यूपी एसटीएफ ने दिल्ली के साउथ ईस्ट इलाके से गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी उपनिरीक्षक जय प्रकाश राय की टीम ने की।

कैसे पहुंची एसटीएफ अफसार तक?

एसटीएफ के अपर पुलिस उपाधीक्षक शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि इनामी बदमाश अफसार अहमद, प्रयागराज के पूरा मुफ्ती क्षेत्र के सल्लाहपुर का रहने वाला है और कई दिनों से दिल्ली में छिपकर रह रहा था।सूत्रों से लगातार सूचना मिल रही थी कि अशरफ का यह खास गुर्गा दिल्ली में सक्रिय है। इसके बाद उपनिरीक्षक जय प्रकाश राय की टीम को इसके पीछा करने की जिम्मेदारी दी गई। बुधवार को मुखबिर की पुष्टि के बाद इसे दबोच लिया गया।

अफसार का आपराधिक जाल

पूछताछ में अफसार ने खुलासा किया कि वह जेल में बंद माफिया अशरफ से बरेली जिला कारागार में मिलता था। वह अपनी ही आईडी से अपने साथियों अजहर, लल्ला गद्दी, गुड्डू, मुस्लिम, साबिर और अरमान को भी अशरफ से मुलाकात करवाता था।अफसार ने यह भी स्वीकार किया कि वह अशरफ के इशारों पर रंगदारी, लूट, अपहरण और हत्या जैसी संगीन वारदातों को अंजाम देता था।
एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई: 50 हजार की इनामी महिला तस्कर नसरीन बानो उर्फ ‘बादाम’ गिरफ्तार
लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने मादक पदार्थ की तस्करी पर कड़ा प्रहार करते हुए 50 हजार रुपए की इनामी महिला तस्कर नसरीन बानो उर्फ बादाम को ठाकुरगंज के फरीदपुर से गिरफ्तार कर लिया है। नसरीन कई महीनों से फरार चल रही थी और ब्राउन शुगर सप्लाई करने वाले नेटवर्क की सरगना बताई जा रही है।इससे पहले इसी गिरोह से जुड़े एक तस्कर को बहराइच से पकड़ा गया था। एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के निर्देशन में उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी की टीम ने बुधवार को मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की।

गिरफ्तार महिला तस्कर का गैंग और नेटवर्क

उपनिरीक्षक अमित कुमार तिवारी के अनुसार नसरीन बानो उर्फ बादाम, लखनऊ के खदरा (मदयेगंज थाना) क्षेत्र की रहने वाली है। पूछताछ में उसने बताया कि वह पिछले छह सालों से ब्राउन शुगर के इस काले धंधे में लिप्त है।नसरीन ने खुलासा किया कि उसका एक संगठित गिरोह है जो मणिपुर से कच्चा माल मंगवाकर उससे ब्राउन शुगर तैयार करता था और फिर उसे बहराइच सहित विभिन्न जिलों में सप्लाई करवाया जाता था।
17 अक्टूबर 2025 को इसी गिरोह के एक सदस्य को बहराइच के कोतवाली देहात क्षेत्र से पकड़ा गया था। वहीं गैंग लीडर नसरीन फरार हो गई थी, जिसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने 50,000 का इनाम घोषित किया था।

महिलाओं के भरोसे मादक पदार्थ की तस्करी

नसरीन ने स्वीकार किया कि मादक पदार्थ के इस गोरखधंधे में महिलाओं की भूमिका लगातार बढ़ती जा रही है। तस्करों ने पुलिस की निगरानी से बचने के लिए सप्लाई चैन की जिम्मेदारी महिलाओं पर डाल दी है।
पहले नसरीन बड़े तस्करों के इशारे पर काम करती थी, लेकिन कुछ समय बाद वह पूरे गैंग की लीडर बन गई और नेटवर्क संचालित करने लगी।
बिजली बिल राहत योजना पर अध्यक्ष का सख़्त रुख, धीमी प्रगति पर अधिकारियों की क्लास,3.62 लाख उपभोक्ताओं ने कराया पंजीकरण, 283 करोड़ की वसूली
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में संचालित बिजली बिल राहत योजना को अधिक प्रभावी बनाने और उपभोक्ताओं तक तेजी से पहुंचाने के लिए यूपी पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने बुधवार को विद्युत वितरण निगमों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों की जमकर क्लास ली। उन्होंने साफ कहा कि नेवर-पेड, लॉन्ग अनपेड और चोरी के मामलों में प्रगति संतोषजनक नहीं है, ऐसे में जो अधिकारी अच्छा काम नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

खराब प्रदर्शन पर कार्रवाई, चेतावनी, निलंबन और तबादला

बैठक में अध्यक्ष ने पांच मुख्य अभियंताओं  कानपुर, बांदा, सीतापुर, गोरखपुर और झांसी के खराब प्रदर्शन पर चेतावनी जारी की। जबकि मिर्जापुर के मुख्य अभियंता का स्थानांतरण करने के निर्देश दिए गए।
इसी तरह सहायक अभियंता कासगंज सुशील कुमार को एडवर्स एंट्री और आशुतोष कुमार (मिर्जापुर) को निलंबित करने का निर्देश दिया गया।अध्यक्ष ने कहा कि उपभोक्ता हितों से जुड़ी इस महत्वपूर्ण योजना में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

योजना में अब तक 3.62 लाख उपभोक्ता जुड़े, 283 करोड़ की वसूली

बिजली बिल राहत योजना में उपभोक्ताओं की बढ़ती दिलचस्पी का हवाला देते हुए अध्यक्ष ने बताया कि अब तक 3,62,854 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है, जिससे 282.91 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है।
बिजली चोरी के मामलों में राहत पाने के लिए 4,911 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है।उन्होंने कहा कि “हर बकायेदार उपभोक्ता तक पहुंचें, उसे फोन करें, व्यक्तिगत रूप से वार्ता करें और योजना का लाभ समझाएं।”

हमेशा पहली बार—100% ब्याज माफी और मूलधन में भारी छूट

अध्यक्ष ने बताया कि इस योजना में उपभोक्ताओं को पहली बार 100 प्रतिशत ब्याज माफी के साथ मूलधन में 25% तक की छूट दी जा रही है।
जल्दी पंजीकरण कराने और बकाया जमा करने वालों को अतिरिक्त लाभ भी मिलेगा।
यह योजना बिजली चोरी के मामलों में भी राहत प्रदान कर रही है—मुकदमे, एफआईआर समेत कानूनी प्रक्रियाओं से निजात मिलेगी।

व्यापक प्रचार-प्रसार का आदेश

उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिला प्रशासन के साथ समन्वय कर योजना को हर उपभोक्ता तक पहुंचाएं। मीटर रीडरों, फीडर मैनेजरों और फिनटेक एजेंसियों को मिशन मोड में लगाया जाए। पंपलेट, समाचार पत्र, सोशल मीडिया, कॉलर ट्यून, व्हाट्सऐप मैसेज और मुनादी के जरिए अधिकतम जागरूकता सुनिश्चित की जाए

ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्तता पर कड़ा निर्देश, “लापरवाही नहीं चलेगी”

डॉ. गोयल ने ट्रांसफार्मर डैमेज पर भी नाराजगी जताई।उन्होंने कहा जहां ट्रांसफार्मर डैमेज कम नहीं हुआ है, वहां तात्कालिक सख्त कार्रवाई की जाए। अभी तक जिम्मेदारी तय क्यों नहीं की गई? लापरवाही बिल्कुल सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने आदेश दिया कि रोजाना प्रगति की समीक्षा अवर अभियंता स्तर तक की जाए।

अच्छे काम पर प्रोत्साहन

अध्यक्ष ने बताया कि योजना में बेहतर प्रदर्शन करने वाले कार्मिकों और कलेक्शन एजेंसियों के लिए विशेष प्रोत्साहन योजना लागू की गई है।योजना की समाप्ति पर 10 अधिशासी अभियंताओं, 20 उपखंड अधिकारियों, 30 अवर अभियंताओं को प्रशस्ति-पत्र और प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

विद्युत व्यवस्था में सुधार, शिकायतें कम होने का दावा

बैठक में अर्बन रिस्ट्रक्चरिंग से जुड़े बिंदुओं पर भी चर्चा हुई। मध्यांचल और पश्चिमांचल के अभियंताओं ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था पहले से बेहतर हुई है, उपभोक्ताओं की शिकायतें कम हुई हैं और समस्याओं का निस्तारण भी शीघ्रता से किया जा रहा है।
चुनाव आयोग की बड़ी बैठक आज, कुछ राज्यों में बढ़ सकती है एसआईआर की समयसीमा

#sirdeadlinemaybeextendedinsome_states

देशभर के 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर का आज आखिरी दिन है। ड्राफ्ट मतदाता सूची 16 दिसंबर को प्रकाशित होगी। अंतिम वोटर लिस्ट 14 फरवरी को जारी किया जाएगा। वहीं, इस बीच आज चुनाव आयोग ने एक अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में एसआईआर की तारीख बढ़ाने को लेकर फैसला किया जा सकता है।

केरल को छोड़कर देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे वोटर लिस्ट के एसआईआर के फॉर्म जमा करने की आज आखिरी तारीख है। चुनाव आयोग के अधिकारी गुरुवार को फॉर्म डिजिटाइजेशन और जमा करने की प्रोग्रेस का रिव्यू करेंगे। इस मीटिंग के दौरान उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों के लिए एसआईआर की डेडलाइन बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल भी उन राज्यों में शामिल है जहां डेडलाइन बढ़ाई जा सकती है।

यूपी में एसआईआर के लिए विस्तार की मांग

दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बुधवार को कहा कि राज्य ने भारतीय निर्वाचन आयोग से एसआईआर को पूरा करने के लिए दो और सप्ताह का समय देने का अनुरोध किया है। एक प्रेस बयान में, नवदीप रिणवा ने कहा कि यह विस्तार इसलिए मांगा गया था ताकि जिला चुनाव अधिकारी मृत मतदाताओं, अन्य स्थानों पर स्थानांतरित हो चुके मतदाताओं और लापता मतदाताओं की प्रविष्टियों का पुनः सत्यापन कर सकें। उनके अनुसार, अब तक 99.24 प्रतिशत जनगणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण हो चुका है। राज्य भर में 4 नवंबर से एसआईआर अभ्यास चल रहा है।

बंगाल में संशोधित वोटर लिस्ट प्रकाशन की अंतिम तिथि बढ़ी

इधर, चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में चल रहे एसआईआर की समयसीमा में संशोधन किया है और अंतिम प्रकाशन की तिथि को पहले की निर्धारित तिथि से बदलकर 14 फरवरी, 2026 कर दिया है। बुधवार को जारी एक आधिकारिक आदेश में, चुनाव आयोग ने कहा कि बड़े पैमाने पर जनगणना कार्य और राज्य भर में मतदान केंद्रों के उचित सत्यापन और युक्तिकरण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए विस्तार प्रदान किया गया है।

क्या है एसआईआर?

यह चुनाव आयोग की एक प्रक्रिया है। इसमें वोटर लिस्ट अपडेट की जाती है। इसमें 18 साल से ज्यादा के नए वोटर्स को जोड़ा जाता है। ऐसे लोग जिनकी मौत हो चुकी है। जो शिफ्ट हो चुके हैं उनके नाम हटाए जाते हैं। वोटर लिस्ट में नाम, पते में हुई गलतियों को भी ठीक किया जाता है। बीएलओ घर-घर जाकर खुद फॉर्म भरवाते हैं। पहले फेज का एसआईआर बिहार में हुआ।

अमिताभ बच्चन ने की डॉ अनील मुरारका के समाज कल्याण के सेवा कार्य की सराहना
मुंबई। बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन ने देश के सुप्रसिद्ध समाजसेवी डॉ अनील काशी मुरारका के समाज कल्याण की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए उन्हें समाज का हीरो बताया तथा लोगों को उनके कार्यों से प्रेरणा लेने की अपील की , आदित्य बिड़ला ग्रुप ने , A Force for Good Heros मंच बनाया है, जिसमें वे देश के सुप्रसिद्ध समाजसेवियों को आमंत्रित करते हैं। डॉ मुरारका के प्रेरणादायक समाज कल्याण कार्यों को देखते हुए उन्होंने कि बी सी के मंच पर आमंत्रित किया। अमिताभ बच्चन ने न सिर्फ उनके समाज कल्याण कार्यों की सराहना की, अपितु इसे समाज के लिए प्रेरणादायक पहल बताया। अमिताभ बच्चन द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में डॉक्टर मुरारका ने कहा कि उन्हें यह प्रेरणा अपनी मां मीना देवी से मिली। मां द्वारा दिए गए टिफिन को लेकर करीब तेहर साल पहले जब वह अपने कार्यालय जा रहे थे, तो रास्ते में सिग्नल के पास उन्होंने उदास खड़ी एक महिला और उसके बच्चे को देखा। उन्हें लगा कि टिफिन की आवश्यकता उनसे कहीं ज्यादा उन लोगों को है। उन्होंने अपना टिफिन उनके हवाले कर दिया। शाम को घर लौटने पर जब उन्होंने अपनी मां को घटना की जानकारी दी तो उनकी मां ने दूसरे दिन से उनके टिफिन के अलावा 10/ 12 टिफिन और देने लगी। यहीं से शुरू हुई उनकी जरूरतमंदों के प्रति समर्पण की कहानी। आज वे करीब 4000 जरूरतमंद लोगों तक निशुल्क टिफिन पहुंचाने का प्रतिदिन काम कर रहे हैं। डॉ मुरारका के अनुसार मां का प्यार केवल स्नेह नहीं, बल्कि दूसरों के लिए सेवा का मार्गदर्शन भी है। उनकी बातें सुनकर महानायक भी कुछ क्षण के लिए भावुक दिखाई दिए। उसके बाद उन्होंने तालियां बजानी शुरू की, जो दर्शक दीर्घा में देर तक बजती रही।
प्रदेशभर में ‘बिजली बिल राहत योजना’ की गूंज, लाखों उपभोक्ता हो रहे लाभान्वित: एके शर्मा

लखनऊ । ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा प्रदेश में संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर निरंतर सक्रिय हैं। वे लगातार विभिन्न जनपदों का दौरा कर ‘बिजली बिल समाधान/राहत योजना’ के अंतर्गत आयोजित शिविरों में पहुँचकर लोगों को योजना का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं तथा आम नागरिकों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कर रहे हैं।उत्तर प्रदेश में विद्युत उपभोक्ताओं के हित में लागू की गई यह योजना अत्यंत सफल सिद्ध हो रही है।

अब तक कई लाख उपभोक्ता इसका लाभ उठा चुके

अब तक कई लाख उपभोक्ता इसका लाभ उठा चुके हैं, जिससे वर्षों से लंबित पुराने विद्युत बिल मामलों का समाधान संभव हो पाया है।इसी क्रम में मऊ जनपद के सुदूर क्षेत्र फतेहपुर मंडाव एवं परशुरामपुर गांव में आयोजित शिविरों का निरीक्षण किया गया। इसके उपरांत मधुबन क्षेत्र स्थित सिपाह इब्राहिमाबाद एवं 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र मधुबन रौजा, साथ ही 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र बड़गांव एवं टड़ियाव, मऊ में लगे ‘बिजली बिल राहत योजना’ के शिविरों का भी निरीक्षण किया गया।

योजना के प्रथम चरण में  25 प्रतिशत की विशेष छूट प्रदान की जा रही

सभी स्थानों पर उपभोक्ताओं में भारी उत्साह देखने को मिला तथा प्रत्येक शिविर में बड़ी संख्या में लोग पंजीकरण कराते हुए नजर आए।यह योजना उपभोक्ताओं के लिए अत्यंत आकर्षक है। योजना के प्रथम चरण में मूलधन पर 25 प्रतिशत की विशेष छूट प्रदान की जा रही है। उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे इस योजना का लाभ पहले चरण में ही अवश्य उठाएँ।योजना में पंजीकरण हेतु उपभोक्ता विभाग के किसी भी बिलिंग काउंटर, संबंधित एसडीओ अथवा एक्सईएन कार्यालय में जाकर अथवा uppcl.org वेबसाइट के माध्यम से अपना पंजीकरण करा सकते हैं।

पंजीकरण कराकर पुराने बकाया विद्युत बिलों से राहत प्राप्त करें

इसके अतिरिक्त गाजीपुर जनपद के शेखपुर महाराजगंज में आयोजित शिविर में भी कल सायं 07:00 बजे के बाद तक सैकड़ों उपभोक्ता उपस्थित रहे और उन्होंने पंजीकरण कराकर पुराने विद्युत बिलों से राहत प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी की।सभी उपभोक्ताओं से पुनः आग्रह किया गया है कि वे इस जनकल्याणकारी योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएँ और समय रहते अपना पंजीकरण कराकर पुराने बकाया विद्युत बिलों से राहत प्राप्त करें।
जहानाबाद ग्रामीण बिहार में छात्र बने मानवाधिकार जागरूकता के अग्रदूत : शकील अहमद काकवी
कायनात इंटरनेशनल स्कूल में विश्व मानवाधिकार
दिवस कार्यक्रम सम्पन्न
जहानाबाद काको स्थित कायनात इंटरनेशनल स्कूल में विश्व मानवाधिकार दिवस जागरूकता कार्यक्रम 2025 का भव्य आयोजन किया गया। कायनात फाउंडेशन और जामिया कायनात द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (UDHR) के महत्व को पुनर्स्थापित करना और ग्रामीण क्षेत्रों में मानव गरिमा, न्याय एवं समानता के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।
डीडीसी डॉ. प्रीति ने किया उद्घाटन
कार्यक्रम का शुभारंभ उप विकास आयुक्त (डीडीसी) डॉ. प्रीति, आईएएस ने यूडीएचआर बैनर पर हस्ताक्षर कर किया। इसके बाद उन्होंने विद्यालय के वरिष्ठ छात्रों द्वारा तैयार किए गए यूडीएचआर के अनुच्छेद 1 से 30 पर आधारित प्रदर्शनी स्टॉलों का निरीक्षण किया।
जामिया कायनात के छात्रों द्वारा मानवाधिकार विषयक पोस्टर प्रदर्शनी भी आकर्षण का केंद्र रही। वहीं कैफ अशरफ द्वारा ग्रामीण शिविर का संचालन किया गया।
वैज्ञानिक प्रदर्शन और सामाजिक संदेशों की प्रस्तुति
स्कूल के छात्रों ने वैज्ञानिक मॉडलों के साथ-साथ ओल्ड एज होम, स्वच्छता की जिम्मेदारी, हील द वर्ल्ड और वी आर वन जैसे सामाजिक विषयों पर उत्कृष्ट स्किट प्रस्तुत कीं, जिन्हें उपस्थित अतिथियों ने सराहा।
ग्रामीण बच्चों में जागरूकता बढ़ाने की सराहनीय पहल : डॉ. प्रीति
अपने संबोधन में डॉ. प्रीति ने कहा कि कायनात इंटरनेशनल स्कूल ग्रामीण बच्चों में सामाजिक उत्तरदायित्व एवं मानवाधिकार जागरूकता विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के योगदान की भी सराहना की, जिसका नेतृत्व कमिश्नर हरी शंकर कर रहे हैं।
"ऐसे विद्यालय हर गांव में होने चाहिए" : इर्शादुल्लाह
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जनाब इर्शादुल्लाह ने कहा कि कायनात इंटरनेशनल स्कूल जैसी संस्थाएँ जमीनी स्तर पर मानवाधिकार शिक्षा को मजबूत कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के प्रत्येक गांव में ऐसे ही विद्यालयों की आवश्यकता है और बोर्ड की ओर से हरसंभव सहयोग दिया जाएगा।
“यह केवल स्कूल नहीं, बल्कि एक मिशन है” : शकील अहमद काकवी
अतिथियों का स्वागत करते हुए कायनात इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर शकील अहमद काकवी ने कहा—
“हम नई पीढ़ी को प्रारंभ से ही मानव के अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूक कर रहे हैं। यह स्कूल सिर्फ संस्था नहीं, बल्कि वैज्ञानिक सोच और न्यायप्रिय समाज बनाने का मिशन है।”
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र, अभिभावक, शिक्षक व समुदाय के प्रमुख लोग उपस्थित रहे। मानवाधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम ग्रामीण बिहार में जागरूकता का एक मजबूत संदेश बनकर उभरा।
बूढ़नपुर गन्ना क्रय केन्द्र पर किसानों ने किया जमकर प्रदर्शन
आजमगढ़: जिले के बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र स्थित गन्ना क्रय केंद्र बूढ़नपुर-A पर गन्ना लदी ट्रालियाँ खाली न होने से नाराज़ किसानों ने क्रय केंद्र पर जमकर प्रदर्शन किया।
किसान शैलेंद्र कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि किसान कई दिनों से परेशान हैं, लेकिन गन्ना लोडिंग की व्यवस्था सुधर नहीं रही है। उन्होंने कहा,
"हम लोग इतने परेशान हैं कि या तो यहीं अपना गन्ना पलटकर चले जाएँ, या ठेकेदार आए और हमें बताए कि उनके छह ट्रक, जो यहाँ अलॉट हुए हैं, वह कहाँ हैं—मिल में हैं, रास्ते में हैं या कहीं और? हमें तो ऐसा लग रहा है कि ठेकेदार कहीं से प्राइवेट गन्ना खरीदकर मिल में न भेज रहे हों। अगर कल तक व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो हम मेन हाईवे पर धरना देने को मजबूर होंगे।"
वहीं किसान जुगन कुमार सिंह ने बताया कि किसानों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।
उन्होंने कहा, कि ठेकेदार के पास फोन करें तो वह फोन नहीं उठ रहा है। कहते हैं दो दिन में व्यवस्था ठीक हो जाएगी, एक दिन में हो जाएगी, लेकिन पाँच दिन से हम लगातार ट्राली–ट्रैक्टर लेकर आ रहे हैं, फिर भी कोई सुधार नहीं है।"
किसानों के अनुसार, क्रय केंद्र पर करीब 80–85 ट्रालियाँ खड़ी हैं, लेकिन ठेकेदार प्रतिदिन केवल एक ट्राला की लोडिंग करवा रहा है। जबकि छह गाड़ियों का टेंडर है, रोजाना मुश्किल से दो गाड़ियों की ही लोडिंग हो पा रही है।
इस अव्यवस्था के कारण सभी किसान भाई भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
इस मौके पर नीरज यादव, संतोष सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे। गन्ना लदी खड़ी टालियां

गन्ना क्रय केंद्र पर प्रदर्शन करते किसान