दिल्ली की फ्लाइट कैंसल कर घूम आईए लंदन, आसमान छू रहा घरेलू हवाई किराया

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इंडिगो ने देशभर के हवाई यात्रियों के लिए बड़ा संकट खड़ा कर दिया है। 2 दिसंबर से अब तक एयरलाइन की 2000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हो चुकी है। जिसके चलते 2 लाख से ज्‍यादा यात्री परेशान हुए हैं। यात्रियों के सामने सबसे बड़ी दिक्‍कत ये है कि उन्‍हें दूसरी फ्लाइट नहीं मिल पा रही है और जो फ्लाइट्स मिल रही हैं, उनका किराया आसमान छू रहा है। जबकि विदेश जाना अचानक बेहद सस्ता हो गया है।

आज सुबह 10 बजे तक 109 फ्लाइट कैंसल

पिछले चार दिनों से जारी इंडिगो एयरलाइंस के ऑपरेशनल संकट के बीच शनिवार सुबह 10 बजे तक 109 फ्लाइट कैंसल हो चुकी हैं। कई एयरपोर्ट पर हालात इतने खराब हैं कि पैसेंजर्स की आंखों में आंसू, चेहरों पर निराशा और एयरलाइन स्टाफ के साथ बहस के दृश्य बार-बार सामने आ रहे हैं। वहीं, एयरलाइन के ओपन-अपॉलजी देने और ऑपरेशन को स्थिर करने के दावे भी ग्राउंड रियलिटी में फीके पड़ते दिख रहे हैं।

हैरान कर देगा घरेलू हवाई किराया

इंडिगो की फ्लाइट्स के यात्री भारी देरी और कैंसिलेशन का सामना कर रहे हैं। इस बीच सबसे ज्यादा हैरान करने वाला मामला अचानक किराए में बेतहाशा बढ़ोतरी है। आज दिल्ली से मुंबई जानेवाले यात्रियो के लिए सफर काफी महंगा हो गया है। फ्लाइट किराया अचानक इतना बढ़ गया की लोग हैरान रह गए। 4 दिसंबर को मेक माई ट्रिप पर दिल्ली से मुम्बई का मिनिमम किराया 21,159 रुपये दिखा, जबकि कुछ फ्लाइट के दाम 38,676 रुपये तक पहुंच गए। 5 दिसंबर के लिए भी किराये कम नहीं हैं। कल की न्यूनतम कीमत 17,788 रुपये और अधिकतम करीब 31,000 रुपये है। इन अचानक बढ़े दामो की सबसे बड़ी वजह इंडिगो की बड़ी उथल-पुथल मानी जा रही है।

घरेलू किराया में बेतहाशा बढ़ोतरी

दिल्ली-गोवाः 50 से 61 हजार रुपये

दिल्ली-उदयपुरः 81 हजार रुपये

दिल्ली-बेंगलुरुः 61 हजार रुपये

दिल्ली-चेन्नईः 41 हजार रुपये

दिल्ली-मुंबईः 35 से 69 हजार रुपये

अंतरराष्ट्रीय उड़ानें सस्ती

दिल्ली-अबु धाबीः 31 हजार से 69 हजार रुपये

दिल्ली-पारोः 42 हजार रुपये

दिल्ली-लंदनः 25 से 40 हजार रुपये

दिल्ली-सिंगापुरः 53 से 64 हजार रुपये

दिल्ली-बालीः 31 हजार रुपये

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा- झारखंड की मिट्टी आदिवासी अस्मिता की प्रतीक; संस्कृति, शिक्षा और प्रकृति की रक्षा के लिए सरकार प्रतिबद्ध

कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय परिसर में आज देश के विभिन्न राज्यों से आए आदिवासी प्रतिनिधियों का मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने हार्दिक स्वागत किया। इस अवसर पर देशभर के प्रतिनिधियों ने एकजुट होकर अपने हक-अधिकारों के लिए संघर्ष करने और श्री सोरेन से देश भर के आदिवासी संघर्षों को नेतृत्व प्रदान करने का आह्वान किया।

झारखंड की विरासत और अस्मिता

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने अपने संबोधन में झारखंड की धरती की विरासत को रेखांकित किया।

वीरों की विरासत: उन्होंने कहा, "झारखंड की धरती हमेशा से वीरता, स्वाभिमान और संघर्ष की प्रतीक रही है। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा से लेकर दिशोम गुरु शिबू सोरेन जैसे अनेक वीर-वीरांगनाओं के त्याग और संघर्ष ने आदिवासी अस्मिता को नई दिशा दी है।"

अस्मिता की शक्ति: उन्होंने जोर दिया कि वीरों की विरासत, स्वाभिमान की प्रतीक — झारखंड की मिट्टी में ही आदिवासी अस्मिता की शक्ति बसती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज ने मानव सभ्यता के निर्माण एवं संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और अब एकता व जागरूकता की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है।

सरकार की अटूट प्रतिबद्धता

मुख्यमंत्री सोरेन ने आदिवासी समाज के हित में झारखंड सरकार की प्राथमिकताओं को गिनाया:

संस्कृति और शिक्षा: उन्होंने कहा कि सरकार संस्कृति की रक्षा, शिक्षा की प्रगति और प्रकृति के संतुलन के लिए अटूट रूप से प्रतिबद्ध है।

विदेश में उच्च शिक्षा: उन्होंने बताया कि झारखंड आज देश का पहला राज्य है, जहाँ आदिवासी समाज के विद्यार्थी सरकारी खर्च पर विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जिससे समाज में एक नई रोशनी जगी है।

प्रकृति का उपासक: मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति का उपासक है और पर्यावरण संरक्षण उसकी जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने प्रकृति से संतुलन बनाए रखने को सामूहिक जिम्मेदारी बताया।

एकजुटता और भविष्य की रणनीति

मुख्यमंत्री ने आदिवासी समाज के सर्वांगीण सशक्तीकरण के लिए दो मुख्य मंत्र दिए: एकजुटता और आत्मनिर्भरता।

सक्रिय भूमिका: उन्होंने प्रतिनिधियों की वर्षों की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में वह स्वयं भी देश के विभिन्न हिस्सों में व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।

राष्ट्रीय एजेंडा: उन्होंने कहा, "हमें एकजुट होकर ऐसा संघर्ष करना होगा, जिससे हमारी समस्याएं केवल आवाज बनकर न रह जाएं, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति के एजेंडे का हिस्सा बन सकें।" उन्होंने कहा कि आदिवासी एक बिखरे लोग नहीं, बल्कि एक राष्ट्र-समुदाय हैं।

प्रतिनिधियों का सहयोग

गुजरात, महाराष्ट्र, असम, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और मणिपुर सहित देश के विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने झारखंड सरकार के प्रयासों की सराहना की और राज्य सरकार के साथ सतत सहयोग का आश्वासन दिया। प्रतिनिधियों ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन के त्याग, संघर्ष और योगदान को भी नमन किया।

इस अवसर पर मंत्री श्री दीपक बिरुआ, मंत्री श्री चमरा लिंडा, विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन एवं श्री अशोक चौधरी समेत सैकड़ों की संख्या में आदिवासी प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

व्हाट्सएप से नहीं चलेगा संगठन': जेपी नड्डा ने झारखंड BJP को दिया 25-30 दिन प्रवास का निर्देश

देवघर बैठक में संगठनात्मक मजबूती पर जोर; कहा- आदिवासी समाज से संवाद बढ़ाएँ और SIR से फर्जी वोटरों को बाहर करें

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को देवघर सर्किट हाउस में प्रदेश पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण संगठनात्मक बैठक की। विधानसभा चुनाव के बाद झारखंड में संगठन को नए सिरे से मजबूत करने के लिए नड्डा ने कई अहम और कड़े निर्देश दिए।

संगठन की मजबूती के लिए कड़े निर्देश

नड्डा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पार्टी का संगठनात्मक ढांचा सिर्फ व्हाट्सएप और फोन से नहीं चल सकता। उन्होंने पदाधिकारियों, सांसदों और विधायकों को निम्नलिखित कार्ययोजना पर काम करने को कहा:

प्रवास अनिवार्य: सबको साल में कम से कम 25 से 30 दिन अपने क्षेत्र में प्रवास करना होगा।

रणनीति निर्माण: प्रवास के दौरान स्थानीय राजनीतिक समीकरण, वातावरण और संभावनाओं का आकलन कर एक से पांच साल तक की रणनीति बनानी होगी।

आपसी समन्वय: उन्होंने कहा कि संगठन में आपसी समन्वय जरूरी है और जहाँ भी गैप है, उसे भरना होगा। "संगठन किसी की मर्जी से नहीं, बल्कि सिस्टम से चलता है। सिस्टम तोड़ने वालों पर कार्रवाई तय है।"

आदिवासी संवाद और युवा जुड़ाव पर जोर

नड्डा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रवास के दौरान पार्टी को सभी वर्गों से संवाद बढ़ाना होगा, विशेषकर आदिवासी समुदाय से।

आदिवासी संवाद: समाज के प्रतिनिधि लोगों से बेहतर संबंध स्थापित करते हुए आदिवासी समुदाय के नेतृत्वकर्ताओं और उनके समाज से मिलकर उनकी समस्याएं जाननी होंगी।

युवा शक्ति: संगठन में नई ऊर्जा भरने के लिए 25 से 35 वर्ष आयुवर्ग के अधिक युवाओं को जोड़ना अनिवार्य है।

सरकार की विफलताओं को करें उजागर

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को राज्य सरकार को घेरने की रणनीति भी समझाई:

सीधा कनेक्ट: प्रवास के दौरान स्थानीय लोगों से राज्य सरकार की विफलताओं पर बात करें। चौक-चौराहा, चाय दुकानों और टोले-मोहल्ले में लोगों से सीधे कनेक्ट होने की आदत डालें।

मीडिया का उपयोग: मीडिया के माध्यम से भी वर्तमान राज्य सरकार की नाकामियों को लगातार उजागर करें।

उपलब्धियां बनाम विफलताएं: लोगों तक भाजपा की पिछली सरकार की उपलब्धियां और वर्तमान सरकार की विफलताएं पहुंचाई जाएं। साथ ही, उन योजनाओं के बारे में भी बताया जाए जिन्हें वर्तमान सरकार ने बाधित किया है।

SIR और घुसपैठ का मुद्दा

नड्डा ने एसआइआर (SIR) मुद्दे पर बात करते हुए गंभीर आरोप लगाए:

जनसांख्यिकीय परिवर्तन: उन्होंने कहा कि झारखंड के संताल परगना और कोल्हान में बड़े पैमाने पर बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) में बदलाव हुआ है।

फर्जी वोटर: नड्डा ने कहा कि झारखंड में भी एसआइआर शुरू होने वाला है, जो एक तरह से वोटर लिस्ट का शुद्धिकरण है। इसके माध्यम से फर्जी वोटर बाहर होंगे और पारदर्शिता के साथ चुनाव होगा।

बूथ स्तर पर तैयारी: उन्होंने निर्देश दिया कि संताल परगना और कोल्हान के इलाके में भाजपा अपने बूथ अध्यक्षों को मजबूत करते हुए वैसे इलाकों को चिह्नित करें, जहाँ बांग्लादेशी घुसपैठियों का प्रवेश हुआ है।

बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष आदित्य प्रसाद साहू, पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।

हापुड़ के सिंभावली क्षेत्र में पत्रकार के घर चोरी का मामला, मेरठ एडीजी ने जांच के दिए आदेश

बहसुमा/मेरठ।हापुड़ के थाना सिंभावली क्षेत्र के खोडलीय गांव में पत्रकार विकास के घर हुई चोरी के मामले को लेकर पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल मेरठ पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल ने मेरठ के एडीजी भानु भास्कर को मामले की पूरी जानकारी दी। मामले की गंभीरता को समझते हुए एडीजी भानु भास्कर ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल जांच तेज करने के आदेश दिए।जानकारी के अनुसार, विकास पुत्र धर्मपाल का परिवार पिछले माह 4 तारीख को गंगा का मेला देखने गया था। घर में कोई भी मौजूद नहीं था। इसी दौरान अज्ञात चोरों ने रात के अंधेरे का फायदा उठाकर विकास के साथ-साथ एक अन्य घर का ताला तोड़कर बड़ी चोरी की घटना को अंजाम दिया। चोरों ने लाखों रुपए और कीमती गहने चोरी कर लिए। स्थानीय पुलिस को इसकी शिकायत कर दी गई थी, लेकिन अब तक एक महीने गुजर जाने के बाद भी चोरी के मामले का खुलासा नहीं हो पाया है।चोरी की घटना का खुलासा न होने से आक्रोशित पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल ने मेरठ जोन एसपी को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में चोरी की घटना को जल्द से जल्द उजागर करने की मांग की गई। इस दौरान रोहित दिलावर, संपादक मोनू कुमार, उप संपादक करण कुमार, जिला ब्यूरो चीफ हापुड़ परविंदर जैन, मनोज खगवाल, देवेंद्र, विकास कुमार सहित दर्जनों पत्रकार मौजूद थे।पत्रकारों ने कहा कि कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए इस मामले की कठोर जांच होनी चाहिए ताकि अपराधियों को पकड़ कर प्रभावित परिवार को न्याय मिल सके। साथ ही क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को भी सुदृढ़ करने की जरुरत बताई गई है।

“पूजा-पाठ के बहाने मौत, 11 घंटे तक तख्त के नीचे छिपा ‘पुजारी-कातिल’, बुजुर्ग नीलिमा की सांसें छीनकर जेवर लूटे

लखनऊ । राजधानी में ऐसा दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है जिसने पड़ोस, पुजारी और भरोसे — तीनों पर ही सवाल खड़े कर दिए। 74 वर्षीय नीलिमा श्रीवास्तव की हत्या उसी व्यक्ति ने की… जिस पर वो आंख बंद कर भरोसा करती थीं।और इस हत्या का सच इतना रोंगटे खड़े करने वाला है कि पुलिस भी दंग रह गई।

पूजा-पाठ करने वाला शख्स निकला बेरहम हत्यारा

इटौंजा का 50 वर्षीय जितेंद्र मिश्रा, जो खुद को ‘पूजा-पाठ’ करने वाला बताता था, नीलिमा के घर के ठीक सामने रहता था।उसी की सलाह पर घरों में पूजा-पाठ करने वाला जितेंद्र नीलिमा की दिनचर्या, रहन-सहन और घर की हर जानकारी रखता था।लेकिन अंदर ही अंदर लालच का बुखार उसे कातिल बना चुका था।

तख्त के नीचे 11 घंटे… मौत की घात पर बैठा ‘पुजारी’

2 दिसंबर की दोपहर— जब नीलिमा घर से बाहर गई थीं,जितेंद्र चोरी-छिपे घर में घुसा और सीधे तख्त के नीचे जाकर 11 घंटे तक दुबका बैठा रहा।सोचिए… घर में एक बुजुर्ग महिला आराम से घूमकर आई, टीवी देखा, चाय पी…और ठीक उनके नीचे एक कातिल चुपचाप सांस रोके बैठा हुआ था।

रात 11 बजे , अलमारी खुली, नींद टूटी और मौत सामने खड़ी थी

जब नीलिमा रात 11 बजे सो रही थीं, तभी जितेंद्र अलमारी खंगालने लगा।खटपट से उनकी नींद खुली…और सामने वही शख्स खड़ा था, जिस पर वह ईश्वर का आदमी समझकर भरोसा करती थीं।नीलिमा ने विरोध किया  बस यही विरोध उनकी जान ले गया।जितेंद्र ने बेरहमी से उनका गला दबा दिया।कुछ मिनटों में नीलिमा की आवाज हमेशा के लिए खामोश हो गई।

सोना-चांदी लूटकर बोरे में भर ले गया हत्यारा

हत्या के बाद जितेंद्र ने अलमारी में रखे—सोने के कंगन,सिक्के,आर्टिफिशियल ज्वेलरी व नकदी सब एक प्लास्टिक के बोरे में भरा और भाग निकला। सीतापुर रोड पर अजीजनगर चौकी तक 1.5 किमी पैदल चला, फिर हाफ-डाले से गांव भाग गया।

साजिश इसके पीछे थी, मजिस्ट्रेट के नौकर दीपक और सुशील की

जानकीपुरम पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ—जितेंद्र अकेला नहीं था!लूट की पूरी साजिश बुजुर्ग महिला को जानने वाले दीपक व सुशील ने रची थी।दोनों मजिस्ट्रेट संजय सिंह के सर्वेंट क्वार्टर में रहते हैं और नीलिमा के घर कई बार जा चुके थे। नीलिमा ने कुछ दिन पहले आलमारी का लॉकर खुलवाने के लिए दीपक को बुलाया था…और तभी दोनों ने लॉकर में सोना-चांदी देखकर कातिल योजना बना डाली।

सीसीटीवी की बारीक जांच ने खोल दी पुजारी की पोल

250 से अधिक कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने शुक्रवार को तीनों को सलीम तिराहे के पास पकड़ लिया।हैरानी की बात — हत्या के अगले दिन भी पुजारी जितेंद्र मजिस्ट्रेट के घर पूजा करने पहुंच गया!जितेंद्र ने कत्ल को इतना सामान्य दिखाया कि अगले दिन वह ऐसे काम पर पहुंचा जैसे कुछ हुआ ही नहीं।

बढ़ाई जाएगी धारा – कातिल को आजीवन कारावास तक की सजा संभव

एसीपी अरीब खान के अनुसार, इस मामले में 331(8) BNS की धारा बढ़ाई जा रही है। इसके तहत:रात में घर में घुसकर हत्या या गंभीर चोट पहुंचाना। इस पर आजीवन कारावास या 10 साल की कठोर सजा तय है।

सनसनीखेज स्टोरी का सार

पूजा-पाठ करने वाले पुजारी जितेंद्र ने 74 वर्षीय नीलिमा की हत्या महज लालच में की।
11 घंटे तक तख्त के नीचे छिपकर बैठा रहा, रात को अलमारी तोड़ी, विरोध करने पर गला दबा दिया।
साजिश उसके साथ काम करने वाले दीपक और सुशील ने रची थी।
तीनों गिरफ्तार, लूट का सामान बरामद।
लखनऊ एयरपोर्ट पर उड़ानें रद्द, हजारों यात्रियों को परेशानी
लखनऊ ।राजधानी स्थित चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार का दिन यात्रियों के लिए बेहद मुश्किल भरा रहा। हवाईअड्डे से संचालित होने वाली लगभग 30 प्रतिशत उड़ानें अचानक रद्द कर दी गईं। लखनऊ आने और यहां से जाने वाली कुल 42 उड़ानें निरस्त कर दी गईं, जिनमें दिल्ली, मुंबई, बंगलूरू, हैदराबाद, अहमदाबाद, पटना और कोलकाता समेत कई बड़े शहरों की फ्लाइट शामिल थीं।

करीब दस हजार यात्रियों को परेशानी का करना पड़ा रहा सामना

फ्लाइटें निरस्त होने की वजह से एयरपोर्ट पर करीब 10 हजार यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इनमें वह 2400 यात्री भी शामिल रहे जिनकी उड़ानें निर्धारित थीं। कई यात्रियों को 5 से 20 घंटे तक इंतजार कराने के बाद उड़ान रद्द होने की सूचना दी गई, जिससे आक्रोशित यात्रियों ने एयरपोर्ट पर हंगामा भी किया। भीड़ बढ़ने से अफरातफरी जैसे हालात बन गए।

सूचना देने में लापरवाही का आरोप

यात्रियों का कहना है कि एयरलाइन की वेबसाइट और एप पर उड़ानें सामान्य दिख रही थीं। कई यात्रियों ने ऑनलाइन चेक-इन भी कर लिया था, लेकिन एयरपोर्ट आकर डिस्प्ले बोर्ड पर पता चला कि उनकी उड़ान रद्द है। यात्रियों का आरोप है कि एयरलाइन के कर्मचारियों ने समय रहते कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी। रिफंड और अगली यात्रा की जानकारी के लिए भी उन्हें सही जवाब नहीं मिल सका।

किराए में भारी बढ़ोतरी

सीधी उड़ानों के न मिलने और सीमित विकल्पों के कारण विमान किराए में भी भारी इजाफा हो गया।
लखनऊ–मुंबई का किराया ₹5,000 → बढ़कर ₹48,000
लखनऊ–हैदराबाद का किराया ₹42,665
बंगलूरू का किराया ₹68,790
लखनऊ–दिल्ली का किराया ₹4,000 → बढ़कर ₹14,000-17,000
यात्रियों का कहना है कि या तो उड़ानें मिल नहीं रही हैं और जो मिल रही हैं, उनके दाम आसमान छू रहे हैं।

लोगों की मजबूरियां बढ़ीं
अचानक फ्लाइट निरस्त होने से यात्रियों को अपनी यात्रा योजनाएं बदलनी पड़ीं। कई लोग सड़क या अन्य माध्यमों से अपने गंतव्य तक जाने को मजबूर हुए। शुक्रवार को ही 1,290 से अधिक यात्रियों ने टिकट निरस्त कर अन्य विकल्प चुने।प्रतापगढ़ निवासी एक परिवार को तंजानिया जाना था, उन्होंने नई टिकट पर लाखों रुपये खर्च किए, लेकिन लखनऊ–मुंबई उड़ान भी रद्द होने से वे हवाईअड्डे पर ही फंसे रहे। वहीं पुणे निवासी एक परिवार ने अतिरिक्त 50 हजार रुपये खर्च कर सड़क मार्ग से लौटने का फैसला किया।

स्थिति दोपहर बाद और बिगड़ी

दोपहर करीब 2 बजे इंडिगो काउंटर पर यात्रियों और कर्मचारियों में झड़प हो गई। यात्रियों ने एयरलाइन पर मनमानी और जानकारी छुपाने के आरोप लगाए। सुरक्षा कर्मियों को स्थिति संभालनी पड़ी।

फिलहाल यात्रियों में नाराजगी और अनिश्चितता

फ्लाइट रद्द होने के पीछे की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है। यात्रियों ने एयरपोर्ट प्रबंधन और एयरलाइंस से समय पर सूचना देने और उचित व्यवस्था करने की मांग की है।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत 415 जोड़ो का हुआ विवाह

देवरिया M N पाण्डेय 05 दिसंबर।समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित "मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना" के अन्तर्गत जनपद-देवरिया में दिनांक 05.12.2025 को राजकीय आई०टी०आई०, देवरिया के प्रांगण में जोड़ों का विवाह कराया गया, जिसमें 387 हिन्दू एवं 28 मुस्लिम का विवाह सम्पन्न हुआ है।

उक्त वैवाहिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पंडित गिरीश चन्द्र तिवारी, अध्यक्ष जिला पंचायत, देवरिया, रामप्रकाश यादव प्रतिनिधि रमाशंकर विद्यार्थी-मा०सांसद, सलेमपुर, राजू मणि प्रतिनिधि एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह, तथा जिलाधिकारी दिव्या मित्तल, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी, परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण देवरिया, जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित रहें। उक्त कार्यक्रम में शहर के अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहें, जिन्होनें वैवाहिक जोड़ों को उनके सफल जीवन के लिये आर्शीवाद प्रदान किया।

उक्त योजना अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग एवं सामान्य वर्ग के गरीब व्यक्तियों, जिनकी वार्षिक आय रू० 03 लाख (रु० तीन लाख) हो, के पुत्रियों की शादी हेतु संचालित है। योजना के अन्तर्गत प्रत्येक जोड़ें पर रू0 100000 व्यय किया गया, जिसमें विवाहित कन्या के खातें में रू0 60000.00 अन्तरित किया जा रहा है, रू0 25000.00 की कन्या को गृहस्थी की सामग्री एवं वस्त्र-आभूषण आदि दिया गया तथा रू0 15000.00 भोजन, टेन्ट आदि पर व्यय किया गया।

ब्लाक कोयलसा में खेल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को किया गया पुरुस्कृत







बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र शिक्षा क्षेत्र कोयलसा के कीड़ा प्रतियोगिता उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को नगर पंचायत प्रतिनिधि गुड लक सिंह द्वारा चार सौ खिलाड़ियों को ट्रैकसूट वितरित किया गया। बता देते कि बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कोयलसा ब्लॉक के सभी विद्यालय की छात्रों हिस्सा लिया जिसमें पी टी की प्रतियोगिता में भटौली कोटवा जलालपुर की बालक वर्ग एवं बालिका वर्ग द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया । जिसमें दोनों टीमों को ट्रैकसूट वितरित किया गया। वहीं प्राथमिक विद्यालय मठ गोविंद में कबड्डी की टीम को ट्रैकसूट वितरित किया गया। उच्च प्राथमिक विद्यालय बालक वर्ग खो-खो में कोयलसा के छात्रों को पुरस्कृत किया गया। उच्च प्राथमिक विद्यालय रसूलपुर पासीपुर में बालिका वर्ग को पुरस्कृत किया गया उच्च प्राथमिक विद्यालय मदन पट्टी के छात्रों को प्रस्तुत किया गया वहीं प्राथमिक विद्यालय शेरवा की छात्रा रिया वर्मा द्वारा 100 मीटर 200 मीटर 400 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान हासिल किया गया छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए नगर पंचायत प्रतिनिधि द्वारा या घोषणा की गई थी मेरे द्वारा छात्रों को प्रोत्साहन के लिए ट्रैकसूट खेल के लिए सपोर्ट किट से लेकर छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण के लिए जिस भी क्षेत्र में किसी भी छात्र को धन के अभाव में उसकी प्रतिभा दब रही है तो मेरे द्वारा पैसे से लेकर अनेक तरह के सहयोग किए जाएंगे मेरे द्वारा घोषणा की गई थी खेल के ही क्षेत्र में रहे पढ़ाई में अगर कोई अव्वल है तो अब धन के अभाव में किसी भी छात्र को हायर एजुकेशन तक मेरे द्वारा सहायता राशि दी जाएगी जो भी खिलाड़ी हरियाणा राजस्थान जैसे स्टेडियम में प्रशिक्षण लेना चाहते हैं लेकिन पैसे के अभाव में बेहतर प्रशिक्षण नहीं ले पा रहा है तो अब उसे मायूस होने की जरूरत नहीं है मेरे द्वारा भरपूर सहयोग प्रदान किया जाएगा हम लोगों से अपील करते हैं कि जो भी इस तरह के मेधावी है उनका उत्साह वर्धन किया जाए साथ ही मेरे द्वारा उनको प्रोत्साहन राशि प्रदान कीजिए गई लगभग 400 बच्चों को ट्रैकसूट वितरित किया गया खेल प्रशिक्षक चंदन सिंह ने बताया कि नगर पंचायत अध्यक्ष के द्वारा जिस तरह से खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया गया है या बड़ी ही सराहनी पहल है इससे खिलाड़ियों की प्रतिस्पर्धा में विकास होगा अटेवा के प्रदेश मंत्री विजय प्रताप यादव ने कहा कि हमारे विकासखंड के खिलाड़ियों ने प्रदेश और मंडल में भी कीर्तिमान स्थापित किया है हम अपील करते हैं कि आगे भी हमारे छात्र और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे ए आर पी शैलेश कुमार सिंह ने बाल कीड़ा प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने वाले सभी खिलाड़ियों एवं आयोजित टीम का धन्यवाद ज्ञात किया और उन्होंने अपील की कि अगर इस तरह का सहयोग प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को मिलता रहा तो निश्चित रूप से ये छात्र अपनी क्षमता से अच्छा प्रदर्शन करेंगे इस मौके पर मनोज दुबे नीरज सिंह शपथ वर्मा राम अवध वर्मा नवमी यादव अनुज सुरजीत राधेश्याम संहिता अनेक लोक उपस्थित रहे
पुतिन के डिनर में राहुल–खड़गे को न्योता नहीं, शशि थरूर को बुलाया गया, जानें कांग्रेस ने क्या कहा?

#putindinnerinvitationcontroversyshashi_tharoor

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरा पूरा कर अपने देश वापस लौट गए हैं। दिल्ली दौरे के अंतिन दिन शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में रात्रिभोज का आयोजन किया गया। राष्ट्रपति के डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया। हालांकि, इस दौरान कांग्रेस सांसद शशि थरूर जरूर सत्ताधारी दल के नेताओं के साथ सहज भाव से मिलते जुलते देखे गए।

राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस डिनर में शशि थरूर अपने चिरपरिचित अंदाज में नजर आए। डिनर में थरूर काले रंग के बंद गले का कोट के साथ गले में मरून कलर का मफलर डाल कर पहुंचे थे। वीडियो में थरूर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बात करते नजर आ रहे हैं। इस दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनेवाल भी नजर आ रहे हैं। निर्मला सीतारमण से बातचीत के बाद थरूर केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनेवाल से हाथ मिलाकर आगे बढ़ जाते हैं।

कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना

राष्ट्रपति भवन आयोजित रात्रिभोज को लेकर कांग्रेस ने दावा किया है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को बुलावा नहीं आया। इस पर कांग्रेस ने सरकार पर फिर निशाना साधा है।

कांग्रेस में उठे सवाल

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि सरकार रोजाना प्रोटोकॉल तोड़ती है और लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास नहीं रखती। थरूर के न्योता स्वीकार करने पर रमेश ने कहा, अगर हमारे नेता को बुलाया नहीं गया और हमें बुलाया गया, तो हमें अपनी अंतरात्मा से सवाल करना चाहिए। किसे बुलाया है और किसे नहीं, इसमें राजनीति खेली गई है। इसे स्वीकार करना भी सवाल उठाता है।

*अनियंत्रित ट्रेलर ने टूरिस्ट बस को मारी टक्कर, दर्जनों लोग घायल और एक की मौत*
सुल्तानपुर भोर में अनियंत्रित ट्रेलर ने टूरिस्ट बस को मारी टक्कर। टक्कर के बाद पलट गए ट्रेलर और टूरिस्ट बस हादसे में एक महिला श्रद्धालु की मौत, दर्जन भर से ज्यादा घायल। इलाज के लिए सभी को भेजा गया अस्पताल। श्रद्धालुओं को अयोध्या दर्शन करवा प्रयागराज जा रही थी बस। महाराष्ट्र के रहने वाले बस सवार टूरिस्ट। कूरेभार थानाक्षेत्र के स्थानीय चौराहे की घटना।
दिल्ली की फ्लाइट कैंसल कर घूम आईए लंदन, आसमान छू रहा घरेलू हवाई किराया

#indigoairlinefaresrise510timespassengersupset

इंडिगो ने देशभर के हवाई यात्रियों के लिए बड़ा संकट खड़ा कर दिया है। 2 दिसंबर से अब तक एयरलाइन की 2000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हो चुकी है। जिसके चलते 2 लाख से ज्‍यादा यात्री परेशान हुए हैं। यात्रियों के सामने सबसे बड़ी दिक्‍कत ये है कि उन्‍हें दूसरी फ्लाइट नहीं मिल पा रही है और जो फ्लाइट्स मिल रही हैं, उनका किराया आसमान छू रहा है। जबकि विदेश जाना अचानक बेहद सस्ता हो गया है।

आज सुबह 10 बजे तक 109 फ्लाइट कैंसल

पिछले चार दिनों से जारी इंडिगो एयरलाइंस के ऑपरेशनल संकट के बीच शनिवार सुबह 10 बजे तक 109 फ्लाइट कैंसल हो चुकी हैं। कई एयरपोर्ट पर हालात इतने खराब हैं कि पैसेंजर्स की आंखों में आंसू, चेहरों पर निराशा और एयरलाइन स्टाफ के साथ बहस के दृश्य बार-बार सामने आ रहे हैं। वहीं, एयरलाइन के ओपन-अपॉलजी देने और ऑपरेशन को स्थिर करने के दावे भी ग्राउंड रियलिटी में फीके पड़ते दिख रहे हैं।

हैरान कर देगा घरेलू हवाई किराया

इंडिगो की फ्लाइट्स के यात्री भारी देरी और कैंसिलेशन का सामना कर रहे हैं। इस बीच सबसे ज्यादा हैरान करने वाला मामला अचानक किराए में बेतहाशा बढ़ोतरी है। आज दिल्ली से मुंबई जानेवाले यात्रियो के लिए सफर काफी महंगा हो गया है। फ्लाइट किराया अचानक इतना बढ़ गया की लोग हैरान रह गए। 4 दिसंबर को मेक माई ट्रिप पर दिल्ली से मुम्बई का मिनिमम किराया 21,159 रुपये दिखा, जबकि कुछ फ्लाइट के दाम 38,676 रुपये तक पहुंच गए। 5 दिसंबर के लिए भी किराये कम नहीं हैं। कल की न्यूनतम कीमत 17,788 रुपये और अधिकतम करीब 31,000 रुपये है। इन अचानक बढ़े दामो की सबसे बड़ी वजह इंडिगो की बड़ी उथल-पुथल मानी जा रही है।

घरेलू किराया में बेतहाशा बढ़ोतरी

दिल्ली-गोवाः 50 से 61 हजार रुपये

दिल्ली-उदयपुरः 81 हजार रुपये

दिल्ली-बेंगलुरुः 61 हजार रुपये

दिल्ली-चेन्नईः 41 हजार रुपये

दिल्ली-मुंबईः 35 से 69 हजार रुपये

अंतरराष्ट्रीय उड़ानें सस्ती

दिल्ली-अबु धाबीः 31 हजार से 69 हजार रुपये

दिल्ली-पारोः 42 हजार रुपये

दिल्ली-लंदनः 25 से 40 हजार रुपये

दिल्ली-सिंगापुरः 53 से 64 हजार रुपये

दिल्ली-बालीः 31 हजार रुपये

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा- झारखंड की मिट्टी आदिवासी अस्मिता की प्रतीक; संस्कृति, शिक्षा और प्रकृति की रक्षा के लिए सरकार प्रतिबद्ध

कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय परिसर में आज देश के विभिन्न राज्यों से आए आदिवासी प्रतिनिधियों का मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने हार्दिक स्वागत किया। इस अवसर पर देशभर के प्रतिनिधियों ने एकजुट होकर अपने हक-अधिकारों के लिए संघर्ष करने और श्री सोरेन से देश भर के आदिवासी संघर्षों को नेतृत्व प्रदान करने का आह्वान किया।

झारखंड की विरासत और अस्मिता

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने अपने संबोधन में झारखंड की धरती की विरासत को रेखांकित किया।

वीरों की विरासत: उन्होंने कहा, "झारखंड की धरती हमेशा से वीरता, स्वाभिमान और संघर्ष की प्रतीक रही है। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा से लेकर दिशोम गुरु शिबू सोरेन जैसे अनेक वीर-वीरांगनाओं के त्याग और संघर्ष ने आदिवासी अस्मिता को नई दिशा दी है।"

अस्मिता की शक्ति: उन्होंने जोर दिया कि वीरों की विरासत, स्वाभिमान की प्रतीक — झारखंड की मिट्टी में ही आदिवासी अस्मिता की शक्ति बसती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज ने मानव सभ्यता के निर्माण एवं संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और अब एकता व जागरूकता की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है।

सरकार की अटूट प्रतिबद्धता

मुख्यमंत्री सोरेन ने आदिवासी समाज के हित में झारखंड सरकार की प्राथमिकताओं को गिनाया:

संस्कृति और शिक्षा: उन्होंने कहा कि सरकार संस्कृति की रक्षा, शिक्षा की प्रगति और प्रकृति के संतुलन के लिए अटूट रूप से प्रतिबद्ध है।

विदेश में उच्च शिक्षा: उन्होंने बताया कि झारखंड आज देश का पहला राज्य है, जहाँ आदिवासी समाज के विद्यार्थी सरकारी खर्च पर विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जिससे समाज में एक नई रोशनी जगी है।

प्रकृति का उपासक: मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति का उपासक है और पर्यावरण संरक्षण उसकी जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने प्रकृति से संतुलन बनाए रखने को सामूहिक जिम्मेदारी बताया।

एकजुटता और भविष्य की रणनीति

मुख्यमंत्री ने आदिवासी समाज के सर्वांगीण सशक्तीकरण के लिए दो मुख्य मंत्र दिए: एकजुटता और आत्मनिर्भरता।

सक्रिय भूमिका: उन्होंने प्रतिनिधियों की वर्षों की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में वह स्वयं भी देश के विभिन्न हिस्सों में व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।

राष्ट्रीय एजेंडा: उन्होंने कहा, "हमें एकजुट होकर ऐसा संघर्ष करना होगा, जिससे हमारी समस्याएं केवल आवाज बनकर न रह जाएं, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति के एजेंडे का हिस्सा बन सकें।" उन्होंने कहा कि आदिवासी एक बिखरे लोग नहीं, बल्कि एक राष्ट्र-समुदाय हैं।

प्रतिनिधियों का सहयोग

गुजरात, महाराष्ट्र, असम, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और मणिपुर सहित देश के विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने झारखंड सरकार के प्रयासों की सराहना की और राज्य सरकार के साथ सतत सहयोग का आश्वासन दिया। प्रतिनिधियों ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन के त्याग, संघर्ष और योगदान को भी नमन किया।

इस अवसर पर मंत्री श्री दीपक बिरुआ, मंत्री श्री चमरा लिंडा, विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन एवं श्री अशोक चौधरी समेत सैकड़ों की संख्या में आदिवासी प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

व्हाट्सएप से नहीं चलेगा संगठन': जेपी नड्डा ने झारखंड BJP को दिया 25-30 दिन प्रवास का निर्देश

देवघर बैठक में संगठनात्मक मजबूती पर जोर; कहा- आदिवासी समाज से संवाद बढ़ाएँ और SIR से फर्जी वोटरों को बाहर करें

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को देवघर सर्किट हाउस में प्रदेश पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण संगठनात्मक बैठक की। विधानसभा चुनाव के बाद झारखंड में संगठन को नए सिरे से मजबूत करने के लिए नड्डा ने कई अहम और कड़े निर्देश दिए।

संगठन की मजबूती के लिए कड़े निर्देश

नड्डा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पार्टी का संगठनात्मक ढांचा सिर्फ व्हाट्सएप और फोन से नहीं चल सकता। उन्होंने पदाधिकारियों, सांसदों और विधायकों को निम्नलिखित कार्ययोजना पर काम करने को कहा:

प्रवास अनिवार्य: सबको साल में कम से कम 25 से 30 दिन अपने क्षेत्र में प्रवास करना होगा।

रणनीति निर्माण: प्रवास के दौरान स्थानीय राजनीतिक समीकरण, वातावरण और संभावनाओं का आकलन कर एक से पांच साल तक की रणनीति बनानी होगी।

आपसी समन्वय: उन्होंने कहा कि संगठन में आपसी समन्वय जरूरी है और जहाँ भी गैप है, उसे भरना होगा। "संगठन किसी की मर्जी से नहीं, बल्कि सिस्टम से चलता है। सिस्टम तोड़ने वालों पर कार्रवाई तय है।"

आदिवासी संवाद और युवा जुड़ाव पर जोर

नड्डा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रवास के दौरान पार्टी को सभी वर्गों से संवाद बढ़ाना होगा, विशेषकर आदिवासी समुदाय से।

आदिवासी संवाद: समाज के प्रतिनिधि लोगों से बेहतर संबंध स्थापित करते हुए आदिवासी समुदाय के नेतृत्वकर्ताओं और उनके समाज से मिलकर उनकी समस्याएं जाननी होंगी।

युवा शक्ति: संगठन में नई ऊर्जा भरने के लिए 25 से 35 वर्ष आयुवर्ग के अधिक युवाओं को जोड़ना अनिवार्य है।

सरकार की विफलताओं को करें उजागर

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को राज्य सरकार को घेरने की रणनीति भी समझाई:

सीधा कनेक्ट: प्रवास के दौरान स्थानीय लोगों से राज्य सरकार की विफलताओं पर बात करें। चौक-चौराहा, चाय दुकानों और टोले-मोहल्ले में लोगों से सीधे कनेक्ट होने की आदत डालें।

मीडिया का उपयोग: मीडिया के माध्यम से भी वर्तमान राज्य सरकार की नाकामियों को लगातार उजागर करें।

उपलब्धियां बनाम विफलताएं: लोगों तक भाजपा की पिछली सरकार की उपलब्धियां और वर्तमान सरकार की विफलताएं पहुंचाई जाएं। साथ ही, उन योजनाओं के बारे में भी बताया जाए जिन्हें वर्तमान सरकार ने बाधित किया है।

SIR और घुसपैठ का मुद्दा

नड्डा ने एसआइआर (SIR) मुद्दे पर बात करते हुए गंभीर आरोप लगाए:

जनसांख्यिकीय परिवर्तन: उन्होंने कहा कि झारखंड के संताल परगना और कोल्हान में बड़े पैमाने पर बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) में बदलाव हुआ है।

फर्जी वोटर: नड्डा ने कहा कि झारखंड में भी एसआइआर शुरू होने वाला है, जो एक तरह से वोटर लिस्ट का शुद्धिकरण है। इसके माध्यम से फर्जी वोटर बाहर होंगे और पारदर्शिता के साथ चुनाव होगा।

बूथ स्तर पर तैयारी: उन्होंने निर्देश दिया कि संताल परगना और कोल्हान के इलाके में भाजपा अपने बूथ अध्यक्षों को मजबूत करते हुए वैसे इलाकों को चिह्नित करें, जहाँ बांग्लादेशी घुसपैठियों का प्रवेश हुआ है।

बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष आदित्य प्रसाद साहू, पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।

हापुड़ के सिंभावली क्षेत्र में पत्रकार के घर चोरी का मामला, मेरठ एडीजी ने जांच के दिए आदेश

बहसुमा/मेरठ।हापुड़ के थाना सिंभावली क्षेत्र के खोडलीय गांव में पत्रकार विकास के घर हुई चोरी के मामले को लेकर पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल मेरठ पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल ने मेरठ के एडीजी भानु भास्कर को मामले की पूरी जानकारी दी। मामले की गंभीरता को समझते हुए एडीजी भानु भास्कर ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल जांच तेज करने के आदेश दिए।जानकारी के अनुसार, विकास पुत्र धर्मपाल का परिवार पिछले माह 4 तारीख को गंगा का मेला देखने गया था। घर में कोई भी मौजूद नहीं था। इसी दौरान अज्ञात चोरों ने रात के अंधेरे का फायदा उठाकर विकास के साथ-साथ एक अन्य घर का ताला तोड़कर बड़ी चोरी की घटना को अंजाम दिया। चोरों ने लाखों रुपए और कीमती गहने चोरी कर लिए। स्थानीय पुलिस को इसकी शिकायत कर दी गई थी, लेकिन अब तक एक महीने गुजर जाने के बाद भी चोरी के मामले का खुलासा नहीं हो पाया है।चोरी की घटना का खुलासा न होने से आक्रोशित पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल ने मेरठ जोन एसपी को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में चोरी की घटना को जल्द से जल्द उजागर करने की मांग की गई। इस दौरान रोहित दिलावर, संपादक मोनू कुमार, उप संपादक करण कुमार, जिला ब्यूरो चीफ हापुड़ परविंदर जैन, मनोज खगवाल, देवेंद्र, विकास कुमार सहित दर्जनों पत्रकार मौजूद थे।पत्रकारों ने कहा कि कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए इस मामले की कठोर जांच होनी चाहिए ताकि अपराधियों को पकड़ कर प्रभावित परिवार को न्याय मिल सके। साथ ही क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को भी सुदृढ़ करने की जरुरत बताई गई है।

“पूजा-पाठ के बहाने मौत, 11 घंटे तक तख्त के नीचे छिपा ‘पुजारी-कातिल’, बुजुर्ग नीलिमा की सांसें छीनकर जेवर लूटे

लखनऊ । राजधानी में ऐसा दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है जिसने पड़ोस, पुजारी और भरोसे — तीनों पर ही सवाल खड़े कर दिए। 74 वर्षीय नीलिमा श्रीवास्तव की हत्या उसी व्यक्ति ने की… जिस पर वो आंख बंद कर भरोसा करती थीं।और इस हत्या का सच इतना रोंगटे खड़े करने वाला है कि पुलिस भी दंग रह गई।

पूजा-पाठ करने वाला शख्स निकला बेरहम हत्यारा

इटौंजा का 50 वर्षीय जितेंद्र मिश्रा, जो खुद को ‘पूजा-पाठ’ करने वाला बताता था, नीलिमा के घर के ठीक सामने रहता था।उसी की सलाह पर घरों में पूजा-पाठ करने वाला जितेंद्र नीलिमा की दिनचर्या, रहन-सहन और घर की हर जानकारी रखता था।लेकिन अंदर ही अंदर लालच का बुखार उसे कातिल बना चुका था।

तख्त के नीचे 11 घंटे… मौत की घात पर बैठा ‘पुजारी’

2 दिसंबर की दोपहर— जब नीलिमा घर से बाहर गई थीं,जितेंद्र चोरी-छिपे घर में घुसा और सीधे तख्त के नीचे जाकर 11 घंटे तक दुबका बैठा रहा।सोचिए… घर में एक बुजुर्ग महिला आराम से घूमकर आई, टीवी देखा, चाय पी…और ठीक उनके नीचे एक कातिल चुपचाप सांस रोके बैठा हुआ था।

रात 11 बजे , अलमारी खुली, नींद टूटी और मौत सामने खड़ी थी

जब नीलिमा रात 11 बजे सो रही थीं, तभी जितेंद्र अलमारी खंगालने लगा।खटपट से उनकी नींद खुली…और सामने वही शख्स खड़ा था, जिस पर वह ईश्वर का आदमी समझकर भरोसा करती थीं।नीलिमा ने विरोध किया  बस यही विरोध उनकी जान ले गया।जितेंद्र ने बेरहमी से उनका गला दबा दिया।कुछ मिनटों में नीलिमा की आवाज हमेशा के लिए खामोश हो गई।

सोना-चांदी लूटकर बोरे में भर ले गया हत्यारा

हत्या के बाद जितेंद्र ने अलमारी में रखे—सोने के कंगन,सिक्के,आर्टिफिशियल ज्वेलरी व नकदी सब एक प्लास्टिक के बोरे में भरा और भाग निकला। सीतापुर रोड पर अजीजनगर चौकी तक 1.5 किमी पैदल चला, फिर हाफ-डाले से गांव भाग गया।

साजिश इसके पीछे थी, मजिस्ट्रेट के नौकर दीपक और सुशील की

जानकीपुरम पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ—जितेंद्र अकेला नहीं था!लूट की पूरी साजिश बुजुर्ग महिला को जानने वाले दीपक व सुशील ने रची थी।दोनों मजिस्ट्रेट संजय सिंह के सर्वेंट क्वार्टर में रहते हैं और नीलिमा के घर कई बार जा चुके थे। नीलिमा ने कुछ दिन पहले आलमारी का लॉकर खुलवाने के लिए दीपक को बुलाया था…और तभी दोनों ने लॉकर में सोना-चांदी देखकर कातिल योजना बना डाली।

सीसीटीवी की बारीक जांच ने खोल दी पुजारी की पोल

250 से अधिक कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने शुक्रवार को तीनों को सलीम तिराहे के पास पकड़ लिया।हैरानी की बात — हत्या के अगले दिन भी पुजारी जितेंद्र मजिस्ट्रेट के घर पूजा करने पहुंच गया!जितेंद्र ने कत्ल को इतना सामान्य दिखाया कि अगले दिन वह ऐसे काम पर पहुंचा जैसे कुछ हुआ ही नहीं।

बढ़ाई जाएगी धारा – कातिल को आजीवन कारावास तक की सजा संभव

एसीपी अरीब खान के अनुसार, इस मामले में 331(8) BNS की धारा बढ़ाई जा रही है। इसके तहत:रात में घर में घुसकर हत्या या गंभीर चोट पहुंचाना। इस पर आजीवन कारावास या 10 साल की कठोर सजा तय है।

सनसनीखेज स्टोरी का सार

पूजा-पाठ करने वाले पुजारी जितेंद्र ने 74 वर्षीय नीलिमा की हत्या महज लालच में की।
11 घंटे तक तख्त के नीचे छिपकर बैठा रहा, रात को अलमारी तोड़ी, विरोध करने पर गला दबा दिया।
साजिश उसके साथ काम करने वाले दीपक और सुशील ने रची थी।
तीनों गिरफ्तार, लूट का सामान बरामद।
लखनऊ एयरपोर्ट पर उड़ानें रद्द, हजारों यात्रियों को परेशानी
लखनऊ ।राजधानी स्थित चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार का दिन यात्रियों के लिए बेहद मुश्किल भरा रहा। हवाईअड्डे से संचालित होने वाली लगभग 30 प्रतिशत उड़ानें अचानक रद्द कर दी गईं। लखनऊ आने और यहां से जाने वाली कुल 42 उड़ानें निरस्त कर दी गईं, जिनमें दिल्ली, मुंबई, बंगलूरू, हैदराबाद, अहमदाबाद, पटना और कोलकाता समेत कई बड़े शहरों की फ्लाइट शामिल थीं।

करीब दस हजार यात्रियों को परेशानी का करना पड़ा रहा सामना

फ्लाइटें निरस्त होने की वजह से एयरपोर्ट पर करीब 10 हजार यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इनमें वह 2400 यात्री भी शामिल रहे जिनकी उड़ानें निर्धारित थीं। कई यात्रियों को 5 से 20 घंटे तक इंतजार कराने के बाद उड़ान रद्द होने की सूचना दी गई, जिससे आक्रोशित यात्रियों ने एयरपोर्ट पर हंगामा भी किया। भीड़ बढ़ने से अफरातफरी जैसे हालात बन गए।

सूचना देने में लापरवाही का आरोप

यात्रियों का कहना है कि एयरलाइन की वेबसाइट और एप पर उड़ानें सामान्य दिख रही थीं। कई यात्रियों ने ऑनलाइन चेक-इन भी कर लिया था, लेकिन एयरपोर्ट आकर डिस्प्ले बोर्ड पर पता चला कि उनकी उड़ान रद्द है। यात्रियों का आरोप है कि एयरलाइन के कर्मचारियों ने समय रहते कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी। रिफंड और अगली यात्रा की जानकारी के लिए भी उन्हें सही जवाब नहीं मिल सका।

किराए में भारी बढ़ोतरी

सीधी उड़ानों के न मिलने और सीमित विकल्पों के कारण विमान किराए में भी भारी इजाफा हो गया।
लखनऊ–मुंबई का किराया ₹5,000 → बढ़कर ₹48,000
लखनऊ–हैदराबाद का किराया ₹42,665
बंगलूरू का किराया ₹68,790
लखनऊ–दिल्ली का किराया ₹4,000 → बढ़कर ₹14,000-17,000
यात्रियों का कहना है कि या तो उड़ानें मिल नहीं रही हैं और जो मिल रही हैं, उनके दाम आसमान छू रहे हैं।

लोगों की मजबूरियां बढ़ीं
अचानक फ्लाइट निरस्त होने से यात्रियों को अपनी यात्रा योजनाएं बदलनी पड़ीं। कई लोग सड़क या अन्य माध्यमों से अपने गंतव्य तक जाने को मजबूर हुए। शुक्रवार को ही 1,290 से अधिक यात्रियों ने टिकट निरस्त कर अन्य विकल्प चुने।प्रतापगढ़ निवासी एक परिवार को तंजानिया जाना था, उन्होंने नई टिकट पर लाखों रुपये खर्च किए, लेकिन लखनऊ–मुंबई उड़ान भी रद्द होने से वे हवाईअड्डे पर ही फंसे रहे। वहीं पुणे निवासी एक परिवार ने अतिरिक्त 50 हजार रुपये खर्च कर सड़क मार्ग से लौटने का फैसला किया।

स्थिति दोपहर बाद और बिगड़ी

दोपहर करीब 2 बजे इंडिगो काउंटर पर यात्रियों और कर्मचारियों में झड़प हो गई। यात्रियों ने एयरलाइन पर मनमानी और जानकारी छुपाने के आरोप लगाए। सुरक्षा कर्मियों को स्थिति संभालनी पड़ी।

फिलहाल यात्रियों में नाराजगी और अनिश्चितता

फ्लाइट रद्द होने के पीछे की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है। यात्रियों ने एयरपोर्ट प्रबंधन और एयरलाइंस से समय पर सूचना देने और उचित व्यवस्था करने की मांग की है।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत 415 जोड़ो का हुआ विवाह

देवरिया M N पाण्डेय 05 दिसंबर।समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित "मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना" के अन्तर्गत जनपद-देवरिया में दिनांक 05.12.2025 को राजकीय आई०टी०आई०, देवरिया के प्रांगण में जोड़ों का विवाह कराया गया, जिसमें 387 हिन्दू एवं 28 मुस्लिम का विवाह सम्पन्न हुआ है।

उक्त वैवाहिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पंडित गिरीश चन्द्र तिवारी, अध्यक्ष जिला पंचायत, देवरिया, रामप्रकाश यादव प्रतिनिधि रमाशंकर विद्यार्थी-मा०सांसद, सलेमपुर, राजू मणि प्रतिनिधि एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह, तथा जिलाधिकारी दिव्या मित्तल, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी, परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण देवरिया, जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित रहें। उक्त कार्यक्रम में शहर के अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहें, जिन्होनें वैवाहिक जोड़ों को उनके सफल जीवन के लिये आर्शीवाद प्रदान किया।

उक्त योजना अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग एवं सामान्य वर्ग के गरीब व्यक्तियों, जिनकी वार्षिक आय रू० 03 लाख (रु० तीन लाख) हो, के पुत्रियों की शादी हेतु संचालित है। योजना के अन्तर्गत प्रत्येक जोड़ें पर रू0 100000 व्यय किया गया, जिसमें विवाहित कन्या के खातें में रू0 60000.00 अन्तरित किया जा रहा है, रू0 25000.00 की कन्या को गृहस्थी की सामग्री एवं वस्त्र-आभूषण आदि दिया गया तथा रू0 15000.00 भोजन, टेन्ट आदि पर व्यय किया गया।

ब्लाक कोयलसा में खेल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को किया गया पुरुस्कृत







बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र शिक्षा क्षेत्र कोयलसा के कीड़ा प्रतियोगिता उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को नगर पंचायत प्रतिनिधि गुड लक सिंह द्वारा चार सौ खिलाड़ियों को ट्रैकसूट वितरित किया गया। बता देते कि बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कोयलसा ब्लॉक के सभी विद्यालय की छात्रों हिस्सा लिया जिसमें पी टी की प्रतियोगिता में भटौली कोटवा जलालपुर की बालक वर्ग एवं बालिका वर्ग द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया । जिसमें दोनों टीमों को ट्रैकसूट वितरित किया गया। वहीं प्राथमिक विद्यालय मठ गोविंद में कबड्डी की टीम को ट्रैकसूट वितरित किया गया। उच्च प्राथमिक विद्यालय बालक वर्ग खो-खो में कोयलसा के छात्रों को पुरस्कृत किया गया। उच्च प्राथमिक विद्यालय रसूलपुर पासीपुर में बालिका वर्ग को पुरस्कृत किया गया उच्च प्राथमिक विद्यालय मदन पट्टी के छात्रों को प्रस्तुत किया गया वहीं प्राथमिक विद्यालय शेरवा की छात्रा रिया वर्मा द्वारा 100 मीटर 200 मीटर 400 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान हासिल किया गया छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए नगर पंचायत प्रतिनिधि द्वारा या घोषणा की गई थी मेरे द्वारा छात्रों को प्रोत्साहन के लिए ट्रैकसूट खेल के लिए सपोर्ट किट से लेकर छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण के लिए जिस भी क्षेत्र में किसी भी छात्र को धन के अभाव में उसकी प्रतिभा दब रही है तो मेरे द्वारा पैसे से लेकर अनेक तरह के सहयोग किए जाएंगे मेरे द्वारा घोषणा की गई थी खेल के ही क्षेत्र में रहे पढ़ाई में अगर कोई अव्वल है तो अब धन के अभाव में किसी भी छात्र को हायर एजुकेशन तक मेरे द्वारा सहायता राशि दी जाएगी जो भी खिलाड़ी हरियाणा राजस्थान जैसे स्टेडियम में प्रशिक्षण लेना चाहते हैं लेकिन पैसे के अभाव में बेहतर प्रशिक्षण नहीं ले पा रहा है तो अब उसे मायूस होने की जरूरत नहीं है मेरे द्वारा भरपूर सहयोग प्रदान किया जाएगा हम लोगों से अपील करते हैं कि जो भी इस तरह के मेधावी है उनका उत्साह वर्धन किया जाए साथ ही मेरे द्वारा उनको प्रोत्साहन राशि प्रदान कीजिए गई लगभग 400 बच्चों को ट्रैकसूट वितरित किया गया खेल प्रशिक्षक चंदन सिंह ने बताया कि नगर पंचायत अध्यक्ष के द्वारा जिस तरह से खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया गया है या बड़ी ही सराहनी पहल है इससे खिलाड़ियों की प्रतिस्पर्धा में विकास होगा अटेवा के प्रदेश मंत्री विजय प्रताप यादव ने कहा कि हमारे विकासखंड के खिलाड़ियों ने प्रदेश और मंडल में भी कीर्तिमान स्थापित किया है हम अपील करते हैं कि आगे भी हमारे छात्र और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे ए आर पी शैलेश कुमार सिंह ने बाल कीड़ा प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने वाले सभी खिलाड़ियों एवं आयोजित टीम का धन्यवाद ज्ञात किया और उन्होंने अपील की कि अगर इस तरह का सहयोग प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को मिलता रहा तो निश्चित रूप से ये छात्र अपनी क्षमता से अच्छा प्रदर्शन करेंगे इस मौके पर मनोज दुबे नीरज सिंह शपथ वर्मा राम अवध वर्मा नवमी यादव अनुज सुरजीत राधेश्याम संहिता अनेक लोक उपस्थित रहे
पुतिन के डिनर में राहुल–खड़गे को न्योता नहीं, शशि थरूर को बुलाया गया, जानें कांग्रेस ने क्या कहा?

#putindinnerinvitationcontroversyshashi_tharoor

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरा पूरा कर अपने देश वापस लौट गए हैं। दिल्ली दौरे के अंतिन दिन शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में रात्रिभोज का आयोजन किया गया। राष्ट्रपति के डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया। हालांकि, इस दौरान कांग्रेस सांसद शशि थरूर जरूर सत्ताधारी दल के नेताओं के साथ सहज भाव से मिलते जुलते देखे गए।

राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस डिनर में शशि थरूर अपने चिरपरिचित अंदाज में नजर आए। डिनर में थरूर काले रंग के बंद गले का कोट के साथ गले में मरून कलर का मफलर डाल कर पहुंचे थे। वीडियो में थरूर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बात करते नजर आ रहे हैं। इस दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनेवाल भी नजर आ रहे हैं। निर्मला सीतारमण से बातचीत के बाद थरूर केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनेवाल से हाथ मिलाकर आगे बढ़ जाते हैं।

कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना

राष्ट्रपति भवन आयोजित रात्रिभोज को लेकर कांग्रेस ने दावा किया है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को बुलावा नहीं आया। इस पर कांग्रेस ने सरकार पर फिर निशाना साधा है।

कांग्रेस में उठे सवाल

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि सरकार रोजाना प्रोटोकॉल तोड़ती है और लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास नहीं रखती। थरूर के न्योता स्वीकार करने पर रमेश ने कहा, अगर हमारे नेता को बुलाया नहीं गया और हमें बुलाया गया, तो हमें अपनी अंतरात्मा से सवाल करना चाहिए। किसे बुलाया है और किसे नहीं, इसमें राजनीति खेली गई है। इसे स्वीकार करना भी सवाल उठाता है।

*अनियंत्रित ट्रेलर ने टूरिस्ट बस को मारी टक्कर, दर्जनों लोग घायल और एक की मौत*
सुल्तानपुर भोर में अनियंत्रित ट्रेलर ने टूरिस्ट बस को मारी टक्कर। टक्कर के बाद पलट गए ट्रेलर और टूरिस्ट बस हादसे में एक महिला श्रद्धालु की मौत, दर्जन भर से ज्यादा घायल। इलाज के लिए सभी को भेजा गया अस्पताल। श्रद्धालुओं को अयोध्या दर्शन करवा प्रयागराज जा रही थी बस। महाराष्ट्र के रहने वाले बस सवार टूरिस्ट। कूरेभार थानाक्षेत्र के स्थानीय चौराहे की घटना।