जिलाधिकारी माघ मेला के आयोजन के दृष्टिगत होटल एवं रेस्टोरेन्ट व्यवसायिओ एवं एसोसिएशन के प्रतिनिधियो के साथ की बैठक
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होटल एवं रेस्टोरेन्ट व्यवसायी तय रेट के अनुसार श्रद्धालुओ को सुविधाओं को उपलब्ध कराया जाना करे सुनिश्चित
संजय द्विवेदी प्रयागराज।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में जनपद के होटल एवं रेस्टोरेन्ट व्यवसायिओ एवं एसोसिएशन के प्रतिनिधियो के साथ बैठक आयोजित की गयी।बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि प्रयागराज धार्मिक नगरी एवं तीर्थों का राजा है।यहां सभी तीर्थयात्री श्रद्धाभाव के साथ आते है और आप लोगो के द्वारा विगत कुम्भ में श्रद्धाभाव से लोगो के ठहरने खाने-पीने की व्यवस्था की गयी थी फिर भी कहीं-कही से ओवररेट एवं अन्य प्रकार की शिकायतें प्राप्त हुई थी।गंगा-यमुना सरस्वती के तट पर आयोजित होने जा रहे माघ मेला-2026 में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओ और आगंतुकों को आध्यात्मिक अनुभूति के साथ वह यहां की यादगार अनुभव लेकर जाये यह हम सभी लोगो का मुख्य उद्देश्य है।इसलिए जो भी श्रद्धालु आये वह अनुचित व्यवहार ओवर रेट अथवा अन्य कारणों से अपने आपको ठगा महसूस न करे।इसलिए सर्वसम्मति से रेट तय कर अपने-अपने व्यवसायिक संस्थान में रेट लिस्ट को चस्पा कर दें तथा उसी रेट पर सुविधाओं को उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करे।जिलाधिकारी ने खाद्यय सुरक्षा अधिकारी से सभी ढाबो पर खाने की गुणवत्ता स्वच्छता सुनिश्चित करने के साथ उचित मूल्य पर बिक्री सुनिश्चित कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है।उन्होंने सभी होटल व्यवसायिओ से कहा कि किसी भी प्रकार की होटल बुकिंग से सम्बंधित ऑनलाइन फ्राड की जानकारी हो तो उससे तुरंत अवगत कराये। उन्होंने कहा कि रेट को उचित रखा जाये और खाद्यय सामाग्री की गुणवत्ता और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखे।सभी लोग अपने स्तर से अपने-अपने किचन की जांच करा ले कि कोई भी एक्सपायरी खाद्यय सामग्री का प्रयोग न हो।
जिलाधिकारी ने कहा कि होम स्टे के इच्छुक लोग पर्यटन विभाग से सम्पर्क कर अपना रजिस्टेशन करा ले।उन्होंने पर्यटन विभाग के अधिकारियो को अनरजिस्टर्ड होमस्टे की जांच कराये जाने एवं मानक का पालन करने वाले होमस्टे का पंजीकरण कराये जाने के लिए कहा है।उन्होंने कहा कि व्यापार के साथ-साथ सेवाभाव के साथ काम करना है।उन्होने बैठक में उपस्थित सभी लोगो से कहा कि आप सभी प्रबुद्धवर्ग के लोग है और आपके बीच कोई ऐसा कार्य न हो जिससे कोई भी श्रद्धालु यहां से खराब अनुभव लेकर जाये।उन्होंने कहा कि आने वाले श्रद्धालुओ को किसी भी प्रकार से यह महसूस न हो कि उनकी मजबूरी का फायदा लिया जा रहा है इसलिए होटलो में रूम खान-पाने की चीजों का उचित एवं निर्धारित रेट ही श्रद्धालुओ से लिया जाये। उन्होंने होटल एवं रेस्टोरेंट व्यवसायिओ से उनके-उनके सुझाव भी प्राप्त किए तथा शहर की यातायात एवं जाम की समस्या पर भी चर्चा की गयी।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नगर सत्यम मिश्र खाद्यय सुरक्षा अधिकारी सहित जनपद के होटल एवं रेस्टोरेन्ट के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।









लखनऊ । राजधानी के पीजीआई इलाके में गुरुवार शाम जो मंजर दिखा, उसने हर किसी को सन्न कर दिया। बरौली फ्लाईओवर के किनारे 9वीं कक्षा की छात्रा मानसी खून से लथपथ बेसुध हालत में पड़ी मिली, सिर और गले पर गंभीर चोट के निशान थे। कुछ ही दूरी पर उसकी सहेली और एक दोस्त भी घायल मिले, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह सिर्फ एक सड़क हादसा था या फिर हत्या को हादसे का रूप देने की खौफनाक कोशिश?

भायंदर। हिन्दी प्रचार एवं शोध संस्था मुंबई द्वारा न्यु सी ब्यु न्यु रविराज काम्प्लेक्स जेसल पार्क भाईंदर पूर्व में डॉ. सुधाकर मिश्र की अध्यक्षता में काव्य गोष्ठी का संयोजन किया गया। डॉ.मिश्र ने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि सभी लोगों ने शब्द सौंदर्य की दृष्टि से बेहतरीन रचना पढ़ी। "गीत मैंने लिखें मैं यशस्वी बना। गीत तुम पर लिखें तुम अमर हो गई।" मुख्य अतिथि मुरलीधर पाण्डेय ने गीत पढ़ा "यह मत सोचो, किसने क्या क्या बात कही" एवं बाल कविता "बचपन के दिन प्यारे प्यारे" डॉ.उमेशचन्द्र शुक्ल ने संचालन करते हुए कहा कि "यहां हर रोज परीक्षा है,हर लम्हा सबक, जिसने दिल से पढ़ा उसने ही अंजाम सहा।।" ग़ज़ल पढ़ा "खुला ये राज कि ये जिंदगी भी होती है"एवं "और चुप रहने को तैयार नहीं हैं ब्राह्मण।झूठ के आगे कभी लाचार नहीं हैं ब्राह्मण।" भोलानाथ तिवारी भारतांचली ने "अजब निराला देश बा,अजब निराला खेल, चालिस नंबर पास है अस्सी नंबर फेल" एवं "बेचकर सम्मान जिसको रहना आता नहीं" व्यंग्य रचना पढ़ी। कल्पेश यादव ने गीत "मोहब्बत छुपतीं नहीं छुपाने से" एवं "जब मैं बाज़ार में खरीदीं गई, तभी मेरे घर से ग़रीबी गई।" श्रीधर मिश्र आत्मिक ने आध्यात्मिक रचना "छोड़कर बाहर भीतर पाया तुम्हें।" संजय सिंह निर्जल ने "मौसम के बदलने का भी एक वक्त होता है" अमरनाथ द्विवेदी ने धारदार व्यंग्य रचना पढ़ी "एक चौराहे पर कुछ लोग कह रहे थे कैसी है व्यवस्था हस्ताक्षर के नाम पर अँगूठा लगाते हैं।" विजय नाथ मिश्र ने "चलीं है चुनावी लहर धीरे धीरे" एवं "गिरगिट तो बदनाम है केवल आदम रंग बदलता है।" व्यवस्था कि विसंगतियों पर करारा प्रहार करती है। विनोद मिश्र ने"तुम कितनी सुन्दर लगती हो" बेहद भावपूर्ण रचना पढ़ी। बीना त्रिपाठी ने "दिक्कतें आती है तो आने दें।" एवं "मुकद्दर भी रूठ सकता है।" बेहद भावपूर्ण खूबसूरत रचना का पाठ किया। डॉ. ओमप्रकाश तिवारी ने " दर्पण टूट गया" एवं "झंझावातों से ना डर तू, ये तेरे" ओजस्वी वाणी में काव्य पाठ किया।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम की तिथियों में संशोधन किया गया है। अर्हता तिथि 1 जनवरी 2026 के आधार पर मतदाता सूची के पुनरीक्षण हेतु नई समय-सारिणी जारी कर दी गई है। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि संशोधित कार्यक्रम के अनुसार अब मतदाता सूची का आलेख्य प्रकाशन 6 जनवरी 2026 को किया जाएगा। इसके साथ ही मतदाता सूची से संबंधित दावे और आपत्तियां दर्ज कराने की अवधि 6 जनवरी से 6 फरवरी 2026 तक निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि 6 जनवरी से 27 फरवरी 2026 तक नोटिस की प्रक्रिया, गणना प्रपत्रों पर निर्णय तथा प्राप्त दावे और आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। सभी प्रक्रियाएं पूर्ण होने के बाद उत्तर प्रदेश की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 6 मार्च 2026 को किया जाएगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदाताओं से अपील की है कि वे निर्धारित अवधि में अपनी प्रविष्टियों की जांच कर आवश्यक होने पर दावे एवं आपत्तियां अवश्य दर्ज कराएं, ताकि मतदाता सूची त्रुटिरहित बनाई जा सके।
5 min ago
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