अधिवक्ता संघ के सदस्य विकाश चंद्र झा के निधन पर शोक सभा का आयोजन
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमारतेनुघाट व्यवहार न्यायालय परिसर तथा अधिवक्ता संघ भवन में संघ के सदस्य विकाश चंद्र झा के निधन पर मंगलवार 24 सितंबर को शोक सभा का आयोजन किया गया। व्यवहार न्यायालय परिसर में आयोजित शोक सभा में जिला जज प्रथम अनिल कुमार, न्यायायिक पदाधिकारी, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष, महासचिव सहित अधिवक्तागण शामिल थे। व्यवहार न्यायालय परिसर में जिला जज प्रथम अनिल कुमार ने शोक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिवंगत विकाश चंद्र झा वर्ष 1999 से तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में वकालत शुरू की। वे लगभग 55 वर्ष की आयु के थे। उनके निधन से सभी मर्माहत है। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। इससे पूर्व अधिवक्ता संघ भवन में संघ के अध्यक्ष कामेश्वर मिश्र की अध्यक्षता में शोक सभा की गई। शोक सभा को संबोधित करते हुए श्री मिश्र ने कहा कि दिवंगत सिंह बहुत ही मिलनसार व्यक्तित्व के थे। वे सभी से सुख दु:ख में मिलते रहते थे। पिछले कुछ दिनों से वे बीमार थे। उनका इलाज दिल्ली में चल रहा था। वे अपने पीछे अपनी पत्नी, एक पुत्र, एक पुत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। इस अवसर पर संघ के महासचिव वकील प्रसाद महतो ने बताया कि संघ के सदस्य विकाश चंद्र झा के निधन पर मंगलवार को संघ के सदस्य ने अपने आप को न्यायिक कार्यों से अलग रखा है। पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। जिनका इलाज दिल्ली में चल रहा था । इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। श्री महतो ने बताया कि दिवंगत विकाश चंद्र झा के परिवार को संघ द्वारा मिलने वाली आर्थिक मदद की जाएगी। शोक सभा में तेनुघाट व्यवहार न्यायालय के जिला जज प्रथम अनिल कुमार, कुटुंब न्यायालय प्रेम नाथ पांडेय, जिला जज द्वितीय सूर्य मणि त्रिपाठी, एसीजेएम मनोज कुमार प्रजापति, एसडीजेएम रश्मि अग्रवाल, सब जज द्वितीय राजीव रंजन कुमार, मुंसिफ शिवराज मिश्रा, अधिवक्ता सुरेश प्रसाद बरनवाल, इरफान अंसारी, वकील महतो, डी. एन. तिवारी, बीरेंद्र प्रसाद, अर्जुन सिंह, तपन कुमार डे, मो मोबिन, कल्याणी, वकील महतो, रीतेश कुमार जायसवाल, प्रमोद कुमार सिंह, अनील कुमार प्रजापति, पुनीत लाल प्रजापति, अव्यय, छत्रु महतो, गजाधर महतो, बिरेंद्र प्रसाद, रविंद्र नाथ बोस, पी. सी. दास, मनबोध कुमार दे, तेजू करमाली, मोजीबुल हक, महेश ठाकुर, चेतन आनंद प्रसाद, पुनीत लाल प्रजापति, दिनेश करमाली, संतोष कुमार, योगेश नंदन प्रसाद, अभिषेक मिश्र, जगदीश मिस्त्री, विनोद कुमार गुप्ता, सुजीत कुमार जयसवाल, प्रताप कुमार, पंकज कुमार झा, टी. एन. महतो, अमरेन्द्र कुमार सिंह, चंद्र शेखर प्रसाद सिंह, शिव कुमार प्रसाद वर्मा, बिरेंद्र सहगल, निरंजन महतो, नरेश चंद्र ठाकुर सहित संघ के तमाम अधिवक्तागण मौजूद थे। शोक सभा में शामिल सभी गणमान्य जनों ने दो मिनट का मौन रख कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की।





तेनुघाट व्यवहार न्यायालय परिसर तथा अधिवक्ता संघ भवन में संघ के सदस्य विकाश चंद्र झा के निधन पर मंगलवार 24 सितंबर को शोक सभा का आयोजन किया गया। व्यवहार न्यायालय परिसर में आयोजित शोक सभा में जिला जज प्रथम अनिल कुमार, न्यायायिक पदाधिकारी, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष, महासचिव सहित अधिवक्तागण शामिल थे। व्यवहार न्यायालय परिसर में जिला जज प्रथम अनिल कुमार ने शोक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिवंगत विकाश चंद्र झा वर्ष 1999 से तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में वकालत शुरू की। वे लगभग 55 वर्ष की आयु के थे। उनके निधन से सभी मर्माहत है। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। इससे पूर्व अधिवक्ता संघ भवन में संघ के अध्यक्ष कामेश्वर मिश्र की अध्यक्षता में शोक सभा की गई। शोक सभा को संबोधित करते हुए श्री मिश्र ने कहा कि दिवंगत सिंह बहुत ही मिलनसार व्यक्तित्व के थे। वे सभी से सुख दु:ख में मिलते रहते थे। पिछले कुछ दिनों से वे बीमार थे। उनका इलाज दिल्ली में चल रहा था। वे अपने पीछे अपनी पत्नी, एक पुत्र, एक पुत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। इस अवसर पर संघ के महासचिव वकील प्रसाद महतो ने बताया कि संघ के सदस्य विकाश चंद्र झा के निधन पर मंगलवार को संघ के सदस्य ने अपने आप को न्यायिक कार्यों से अलग रखा है। पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। जिनका इलाज दिल्ली में चल रहा था । इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। श्री महतो ने बताया कि दिवंगत विकाश चंद्र झा के परिवार को संघ द्वारा मिलने वाली आर्थिक मदद की जाएगी। शोक सभा में तेनुघाट व्यवहार न्यायालय के जिला जज प्रथम अनिल कुमार, कुटुंब न्यायालय प्रेम नाथ पांडेय, जिला जज द्वितीय सूर्य मणि त्रिपाठी, एसीजेएम मनोज कुमार प्रजापति, एसडीजेएम रश्मि अग्रवाल, सब जज द्वितीय राजीव रंजन कुमार, मुंसिफ शिवराज मिश्रा, अधिवक्ता सुरेश प्रसाद बरनवाल, इरफान अंसारी, वकील महतो, डी. एन. तिवारी, बीरेंद्र प्रसाद, अर्जुन सिंह, तपन कुमार डे, मो मोबिन, कल्याणी, वकील महतो, रीतेश कुमार जायसवाल, प्रमोद कुमार सिंह, अनील कुमार प्रजापति, पुनीत लाल प्रजापति, अव्यय, छत्रु महतो, गजाधर महतो, बिरेंद्र प्रसाद, रविंद्र नाथ बोस, पी. सी. दास, मनबोध कुमार दे, तेजू करमाली, मोजीबुल हक, महेश ठाकुर, चेतन आनंद प्रसाद, पुनीत लाल प्रजापति, दिनेश करमाली, संतोष कुमार, योगेश नंदन प्रसाद, अभिषेक मिश्र, जगदीश मिस्त्री, विनोद कुमार गुप्ता, सुजीत कुमार जयसवाल, प्रताप कुमार, पंकज कुमार झा, टी. एन. महतो, अमरेन्द्र कुमार सिंह, चंद्र शेखर प्रसाद सिंह, शिव कुमार प्रसाद वर्मा, बिरेंद्र सहगल, निरंजन महतो, नरेश चंद्र ठाकुर सहित संघ के तमाम अधिवक्तागण मौजूद थे। शोक सभा में शामिल सभी गणमान्य जनों ने दो मिनट का मौन रख कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की।

तेनुघाट स्थित कार्यालय में 24 सितम्बर को विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमे पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार एवं कार्यपालक दंडाधिकारी प्रवीन कुमार ने नव पदस्थापित अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार मछुआ को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया । वहीं मुकेश कुमार मछुआ ने भी अशोक कुमार को पुष्प गुच्छ दे कर सम्मान किया। विदाई सह सम्मान समारोह के अवसर पर अनुमंडल कार्यालय के प्रधान सहायक , नाजिर नियाज़ अहमद सहित सभी कर्मचारियों ने पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी को पुष्प माला पहनकर सम्मानित कर भावभीनी विदाई दी। इस अवसर पर पदभार ग्रहण करते नव पदस्थापित अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार मछुआ ने सर्व प्रथम अनुमंडल के सभी जनता को शुभकामनाएं दी। साथ हीं उन्होंने कहा कि विधि बायवस्थ कायम रखना पहली प्राथमिकता है तथा आगामी विधानसभा सभा चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण उपायुक्त बोकारो के दिशा निर्देश में पहली प्राथमिकता है। इसके साथ ही क्षेत्र में प्रबुद्ध नागरिक, बुद्धिजीवी तथा गणमान्य जनों के साथ समन्वय स्थापित कर क्षेत्र में शांति व्यवस्था बना रहे तथा हमारे तक पहुंचने वाला हर नागरिक की समस्याओं का समाधान करने का यथा संभव प्रयास करूंगा, ताकि बेरमो वासियों में विश्वास बना रहे। उन्होंने बताया कि वे पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार का मार्गदर्शन समय-समय पर लेते रहेंगे। कहा कि पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी ने पर्यटन के क्षेत्र में तेनुघाट में लकीर खींचा है, उसे मैं पूरा करने का प्रयास करूंगा। इस अवसर पर पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि बेरमो क्षेत्र काफी बड़ा है। यह अपने आप में एक जिला के समान है। यहां काम करने और सीखने के लिए बहुत कुछ है। कहा कि बेरमो के लोग काफी सहयोगी है। मेरा लगभग सात माह का कार्यकाल शांति प्रिय रहा। कार्यालय के कर्मचारी भी मिलनसार और सहयोगी है। इस अवसर पर तेनुघाट पंचायत मुखिया प्रतिनिधि संतोष श्रीवास्तव,जिला परिषद प्रतिनिधि नारायण प्रजापति सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण तेनुघाट डैम का जल स्तर में हो रही वृद्धि की वजह से डैम का आठ रेडियल फाटक खोला गया। सी डब्लू सी पूर्वानुमान के कारण पूर्व से ही छः रेडियल फाटक खुला हुआ था लेकिन तीन दिन में भारी बारिश होने के कारण विभाग ने दो रेडियल गेट और खोलने का निर्णय लिया और आज दो बजे दो रेडियल गेट खोल दिया गया। जिससे दामोदर नदी में उन्नीस हजार सात सौ क्यूसेक प्रति सेकंड पानी तेनुघाट डैम से छोड़ा जा रहा है। दामोदर नदी में पानी का स्तर बढ़ जाने के कारण लोगो को नदी किनारे जाने से अलर्ट जारी किया गया है। सहायक अभियंता बांध प्रमंडल तेनुघाट के अभिषेक कुमार पाल ने बताया कि लगातार इसी तरह बारिश होता रहा तो डैम का और भी रेडियल गेट खोला जा सकता है वहीं बताया की वर्तमान 848.10 फीट पानी डैम में स्टोरेज कर रखा जाना है जबकि 855 फीट से अधिक स्टोरेज करने की छमता डैम के पास है। वहीं पाल ने बताया की सी डब्लू सी के द्वारा पूर्वनुमान बताया गया है की आज सुबह से लेकर कल सुबह तक छियालिस हजार हेक्टेर प्रति मीटर के हिसाब से पानी डैम में आने की संभावना है। वहीं बताया की 2 अगस्त 2024 को तेनुघाट डैम का नौ फाटक खोला गया था उस समय डैम में पानी 862 फीट एका एक बढ़ गया था। वहीं पिछले साल सितम्बर माह 2023 में भी इतना ही पानी था।
माननीय सर्वोच्च न्यायलय, झारखंड उच्च न्यायालय एवं प्रधान जिला जज बोकारो अनिल मिश्रा के निर्देशानुसार तेनुघाट जेल में तेनुघाट व्यवहार न्यायालय के प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी राजेश रंजन कुमार की अगुवाई में जेल अदालत सह कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। प्रथम श्रेणी न्यायायिक दंडाधिकारी राजेश रंजन कुमार ने बंदियों को कानून की जानकारी देते हुए बताया कि अक्सर लोग आवेश में आकर या फिर नशे में अपराध करते हैं वह गलत है क्योंकि अपराध तो अपराध होता है। छोटे मोटे अपराधों में आप अपने दोष को स्वीकार कर जेल से बाहर निकल सकते हैं। अगर आपके खिलाफ थाना में मामला दर्ज किया जाता है और आपको थाना से नोटिस जारी किया जाता है तो आप थाना में जाकर अपनी बात रख सकते हैं। ताकि आपकी बातों को सुनकर मामला की जांच पड़ताल हो। बंदियों को मिलने वाली सारी सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। बताया कि जेल जेल नहीं यह सुधार गृह है, जहां से आप अपने गलतियों पर विचार कर उसे सुधार कर बाहर निकले। आगे बताया कि आपको किसी भी प्रकार की समस्या या तो जेल में हो या फिर अपने मुकदमे को लेकर हो तो आप बंदी आवेदन देकर न्यायालय में भेज सकते हैं। जिससे आपकी समस्या का समाधान हो सकता है। साथ ही दहेज अधिनियम, डायन अधिनियम सहित अन्य कई तरह की कानूनी जानकारियां दी।
Sep 24 2024, 18:37
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