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स्वर्णमढ़ित 'बग्गी' का पुनरुद्धार: राष्ट्रपति मुर्मू और इंडोनेशियाई अतिथि को कर्तव्य पथ पर लाने में हुआ उपयोग

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उनके इंडोनेशियाई समकक्ष प्रबोवो सुबियांटो, गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि, को रविवार को पारंपरिक घोड़े से खींची जाने वाली ‘बग्गी’ में सवार होकर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर लाया गया। 1984 में बंद की गई यह बग्गी पिछले साल वापस लौटी। इसने राष्ट्रपति मुर्मू और उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रों, जो पिछले साल मुख्य अतिथि थे, को कर्तव्य पथ पर पहुंचाया।

परंपरा

सोने की परत चढ़ी, घोड़े से खींची जाने वाली यह बग्गी एक काले रंग की गाड़ी है, जिस पर सोने से राष्ट्रीय प्रतीक (चार शेर) उकेरे गए हैं। भारतीय और ऑस्ट्रियाई घोड़ों की मिश्रित नस्ल द्वारा खींची जाने वाली इस गाड़ी में सोने की परत चढ़ी रिम भी है। राष्ट्रपति, जो भारत के राष्ट्राध्यक्ष हैं, और मुख्य अतिथि को ले जाने वाली बग्गी को ‘राष्ट्रपति के अंगरक्षक’ या राष्ट्रपति के अंगरक्षक, भारतीय सेना की सबसे वरिष्ठ रेजिमेंट द्वारा अनुरक्षित किया जाता है।

बग्गी को क्यों बंद कर दिया गया था ?

ज्ञानी जैल सिंह ने 1984 में राष्ट्रपति बग्गी का इस्तेमाल किया था। उस वर्ष अक्टूबर में, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों द्वारा हत्या कर दी गई थी। इसके कारण सुरक्षा कारणों से यह परंपरा बंद कर दी गई। इसके बाद राष्ट्रपति लिमोसिन में आने लगे, जब तक कि बग्गी को लगभग 40 साल बाद, जनवरी 2024 में वापस नहीं लाया गया।

2014 में, तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बग्गी का इस्तेमाल किया, लेकिन बीटिंग रिट्रीट समारोह के लिए, जो 29 जनवरी को आयोजित किया जाता है, और गणतंत्र दिवस समारोह का समापन होता है। प्रणब मुखर्जी के उत्तराधिकारी रामनाथ कोविंद ने 2017 में शपथ लेने के बाद राष्ट्रपति की गाड़ी से गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया।

गणतंत्र दिवस

26 जनवरी को, राष्ट्र 1950 में इस तिथि पर संविधान के लागू होने का स्मरण करता है, जिसने 15 अगस्त, 1947 को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता के लगभग तीन साल बाद भारत को एक लोकतांत्रिक गणराज्य बनाया। संविधान सभा द्वारा तैयार संविधान को 26 नवंबर, 1949 को अपनाया गया था। 26 जनवरी 1950 में इसे लागू किया गया, वही 1930 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा 'पूर्ण स्वराज' (पूर्ण स्वतंत्रता) की घोषणा के उपलक्ष्य में चुना गया था। दूसरी ओर, 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।

Netflix ने यूजर्स को एक बार फिर दिया झटका,कई देशों में सब्सक्रिप्शन कीमतें बढ़ाईं

डेस्क:–Netflix ने यूजर्स को एक बार फिर झटका दिया है। The Verge की रिपोर्ट के अनुसार, Netflix ने अमेरिका, कनाडा, पुर्तगाल और अर्जेंटीना में अधिकांश प्लान्स की सब्सक्रिप्शन कीमतों में बढ़ोतरी की है। रिपोर्ट में बताया गया है कि विज्ञापन-समर्थित प्लान की कीमत $6.99 प्रति माह से बढ़ाकर $7.99 प्रति माह कर दी गई है, जबकि स्टैंडर्ड विज्ञापन-मुक्त प्लान $15.49 प्रति माह से बढ़ाकर $17.99 प्रति माह कर दिया गया है। यह जानकारी Netflix की प्रवक्ता मोमो झोउ के हवाले से दी गई है।

Netflix के प्रीमियम प्लान की कीमत भी $22.99 प्रति माह से बढ़ाकर $24.99 प्रति माह कर दी गई है। ये नई कीमतें ग्राहकों के अगले बिलिंग चक्र से लागू होंगी। कंपनी ने निवेशकों को लिखे पत्र में कहा, "जैसे-जैसे हम प्रोग्रामिंग में निवेश करते हैं और अपने सदस्यों को अधिक मूल्य प्रदान करते हैं, हम समय-समय पर अपने सदस्यों से थोड़ा अधिक भुगतान करने का अनुरोध करेंगे ताकि Netflix को और बेहतर बनाने के लिए दोबारा निवेश किया जा सके।"

Netflix ने पिछली बार अक्टूबर 2023 में सब्सक्रिप्शन कीमतें बढ़ाई थीं। इस बार पहली बार कंपनी ने 2022 में लॉन्च किए गए अपने विज्ञापन-समर्थित प्लान की कीमत में वृद्धि की है। कीमत बढ़ने के बावजूद, प्लेटफॉर्म ने पिछले कुछ महीनों में 1.9 करोड़ नए ग्राहक जोड़े हैं, जिससे कुल ग्राहक संख्या 30 करोड़ हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, Netflix का परिचालन लाभ पहली बार $10 बिलियन को पार कर गया है। इसके अलावा, Netflix ने एक नया "Extra Member with Ads" प्लान लॉन्च करने की भी घोषणा की है। इस प्लान के तहत विज्ञापन-समर्थित प्लान का उपयोग करने वाले ग्राहक अपने घर के बाहर किसी अन्य सदस्य को अपनी सब्सक्रिप्शन में जोड़ सकते हैं। हालांकि भारत में अभी तक प्लान की कीमतें बढ़ाने की जानकारी नहीं दी गई है।

अमेरिका, ट्रंप और मोदी के नेतृत्व में क्वाड: ताइवान के संदर्भ में एक नई चुनौती

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2027 में चीन के द्वारा ताइवान पर कब्जा करने की योजना और इसके परिणामस्वरूप अमेरिका को जो सैन्य और कूटनीतिक चुनौती मिल सकती है, वह वैश्विक राजनीति और सैन्य रणनीति में एक अहम मोड़ को दर्शाता है। यह समय अमेरिका, भारत, जापान, और ऑस्ट्रेलिया के सहयोगी गुट, अर्थात् क्वाड (क्वाड्रिलैट्रल सिक्योरिटी डायलॉग), के लिए एक चुनौतीपूर्ण दौर हो सकता है। क्या ट्रंप और पीएम मोदी के नेतृत्व में क्वाड खड़ा होगा और क्या यह चीन के बढ़ते प्रभाव के खिलाफ एक मजबूत रक्षा ढांचा बना सकेगा? यह सवाल हमारे समक्ष एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और सैन्य मुद्दे के रूप में उभरता है। 

इस लेख में हम इस जटिल परिस्थिति का विश्लेषण करेंगे, जिसमें चीन की बढ़ती नौसैनिक शक्ति, ताइवान संकट, और क्वाड देशों के बीच समन्वय की आवश्यकता को शामिल करेंगे।

1. क्वाड की भूमिका और महत्व

क्वाड, जिसे क्वाड्रिलैट्रल सिक्योरिटी डायलॉग भी कहा जाता है, अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया का एक अनौपचारिक गुट है, जो इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपनी सामरिक और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए काम कर रहा है। इसका उद्देश्य क्षेत्र में सुरक्षा, नेविगेशन स्वतंत्रता, और कानून-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बढ़ावा देना है। जब अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने 2025 के प्रारंभ में क्वाड देशों के साथ पहली बहुपक्षीय बैठक की, तो यह बैठक एक नई दिशा को दर्शाती है। भारत के विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग, और जापानी विदेश मंत्री ताकेशी इवाया के साथ यह बैठक न केवल एक कूटनीतिक कदम था, बल्कि एक संकेत भी था कि अमेरिका और इसके सहयोगी राष्ट्र चीन के खिलाफ एकजुट होने के लिए तैयार हैं। 

2. चीन की बढ़ती सैन्य शक्ति और ताइवान संकट

चीन ने पिछले एक दशक में अपनी सैन्य शक्ति में भारी वृद्धि की है। विशेष रूप से, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की नौसेना आज दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना बन चुकी है, जिसमें लगभग 500 युद्धपोत हैं। यह चीन की सैन्य रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपनी समुद्री शक्ति को बढ़ाना है। इसके अलावा, चीनी रक्षा बजट का अधिकांश हिस्सा पीएलए नौसेना को सौंपा गया है, जो इस क्षेत्र में बढ़ते तनाव को दर्शाता है। 

 3. भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव

भारत और चीन के बीच संबंधों में हाल के वर्षों में तनाव बढ़ा है, विशेष रूप से 2020 में पूर्वी लद्दाख में हुई सैन्य झड़पों के बाद। हालांकि मोदी सरकार द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की कोशिश कर रही है, लेकिन चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियाँ, खासकर हिंद महासागर क्षेत्र में, भारत के लिए चिंता का विषय हैं। चीन ने हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ाते हुए महत्वपूर्ण बंदरगाहों पर अपना प्रभुत्व स्थापित कर लिया है, जिससे भारत को अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता महसूस हो रही है। यही कारण है कि भारत ने क्वाड में अपनी सक्रिय भागीदारी बढ़ाई है, ताकि चीन के प्रभाव को सीमित किया जा सके और क्षेत्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। 

4. भारत की रणनीतिक स्वायत्तता और क्वाड में भागीदारी

भारत की रणनीतिक स्वायत्तता पर बहस हमेशा से चली आ रही है। एक ओर जहां कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को अमेरिका और चीन के बीच संघर्ष में नहीं फंसना चाहिए और उसे अपनी स्वतंत्र रणनीतिक नीति पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, वहीं दूसरी ओर दक्षिणपंथी विचारक यह मानते हैं कि भारत को अमेरिका के साथ मिलकर चीन के बढ़ते सैन्य खतरे का मुकाबला करना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोण थोड़ा अलग है। वे अमेरिका और चीन दोनों के साथ संतुलित संबंध बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि भारत के राष्ट्रीय हित सुरक्षित रह सकें। मोदी सरकार ने “आत्मनिर्भर भारत” के तहत घरेलू सैन्य-औद्योगिक आधार को मजबूत करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। 

5. चीन के खिलाफ सामरिक तैयारियाँ और क्वाड का भविष्य

भारत की सामरिक तैयारियाँ और क्वाड के भीतर सहयोगी देशों की भूमिका इस समय अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। भारत को अपनी सैन्य शक्ति को और अधिक सशक्त बनाने की आवश्यकता है, ताकि वह चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला कर सके। इसके लिए, क्वाड के देशों को एकजुट होकर सामरिक ढांचा तैयार करना होगा, जिससे चीन की सैन्य चुनौती का प्रभावी तरीके से सामना किया जा सके। क्वाड देशों के बीच रक्षा, प्रौद्योगिकी, और संचार क्षेत्र में सहयोग को और अधिक गहरा किया जाना चाहिए। खासकर, भारत को अमेरिका से नवीनतम तकनीकी सहायता और रक्षा उपकरणों की आवश्यकता है, ताकि वह अपनी रक्षा तैयारियों को और मजबूत कर सके। 

6. भारत और अमेरिका के बीच बढ़ता सहयोग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में भारत और अमेरिका के बीच रक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ा है। 2025 के शुरुआती महीनों में, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने संकेत दिया कि ट्रंप प्रशासन भारत के साथ अपनी रक्षा साझेदारी को और मजबूत करेगा, खासकर जब भारत अपनी घरेलू सैन्य-औद्योगिक क्षमता को विकसित करने की दिशा में कदम उठा रहा है। भारत के लिए यह समय की मांग है कि वह अपने घरेलू विनिर्माण क्षेत्र को सशक्त बनाए और विदेशी तकनीक पर अपनी निर्भरता कम करे। जैसे-जैसे भारत के सैन्य और औद्योगिक आधार का विस्तार होता है, वैसे-वैसे वह चीन की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हो सकता है। 

7. इंडो-पैसिफिक में चीन के खिलाफ क्वाड का सामरिक महत्व

इंडो-पैसिफिक क्षेत्र वैश्विक व्यापार और समुद्री मार्गों का केंद्र है, जो खरबों डॉलर के व्यापार का स्रोत है। इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य उपस्थिति और आक्रामकता को देखते हुए, क्वाड को अपनी भूमिका को और मजबूत करना होगा। यह न केवल चीन के खिलाफ सामरिक संतुलन बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि वैश्विक समुद्री मार्गों पर नेविगेशन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए भी आवश्यक है। अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया का सामूहिक प्रयास क्षेत्र में चीनी विस्तार को रोकने में प्रभावी हो सकता है। 

2027 में चीन द्वारा ताइवान पर कब्ज़ा करने की संभावना, अमेरिका, भारत और अन्य क्वाड देशों के लिए एक गंभीर चुनौती पेश करती है। हालांकि, ट्रंप और मोदी के नेतृत्व में क्वाड देशों के बीच मजबूत साझेदारी और सहयोग इस चुनौती का सामना करने के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। चीन की बढ़ती सैन्य शक्ति के बीच, क्वाड को अपनी रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करना होगा, ताकि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखी जा सके। भारत को अपनी सामरिक तैयारियों को तेज़ी से बढ़ाना होगा और घरेलू सैन्य-औद्योगिक आधार को सशक्त बनाना होगा। इसके साथ ही, अमेरिका और अन्य क्वाड देशों के साथ मजबूत सहयोग इस क्षेत्र में सामरिक संतुलन को बनाए रखने के लिए आवश्यक होगा।

अमेरिकी नागरिकता पर ट्रंप के आदेश से घबराए लोग, वक्त से पहले बच्चों की डिलीवरी कराने की लगी होड़

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डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत एक के बाद एक कई कार्यकारी आदेशों को जारी करते हुए की। इन आदेशों में से एक गैर-अमेरिकी माता-पिता के बच्चों को जन्म के साथ अपने आप मिलने वाली अमेरिकी नागरिकता के प्रावधान को खत्म करना भी शामिल था। अभी तक अमेरिका के कानून के मुताबिक वहां जन्‍म लेने वाला हर शख्‍स अमेरिकी नागरिक होता था, यानी कि उसे जन्‍मजात अमेरिकी नागरिकता मिलती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। ट्रंप ने बर्थराइट सिटिजनशिप के अधिकार को बदलने के आदेश पर दस्तखत भी कर दिए हैं। ऐसे में जन्म से मिलने वाली नागरिकता की परिभाषा बदलने का वहां रह रहे भारतीयों समेत अन्य देशों के लोगों पर प्रभाव पड़ सकता है।

30 दिन बाद अमेरिका में जन्‍मे बच्‍चों की नागरिकता को लेकर नया नियम लागू हो जाएगा और अमेरिकी प्रशासन नई शर्तों के साथ ही ऐसे बच्‍चों को नागरिकता देगा। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप आदेश एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर करने के 30 दिन के बाद शुरू होगा, यानी जो बच्चे 20 फरवरी के बाद जन्म लेंगे उन्हें अमेरिका की जन्मजात नागरिकता नहीं मिलेगी। इसी के चलते कई परिवार चाहते हैं कि उनके बच्चे 20 फरवरी से पहले जन्म ले और बर्थराइट सिटिजनशिप हासिल करें। ऐसे में वहां बीते कुछ घंटों के भीतर सिजेरियन डिलीवरी की बाढ़ आ गई है। अस्पतालों के बाहर बच्चों की डिलीवरी कराने के लिए लंबी लाइन लग गई है।

अखबार की रिपोर्ट में न्यू जर्सी के एक मेटरनिटी क्लिनिक के हवाले से कहा गया है कि बीते कुछ समय से असामान्य रूप से ज्यादा प्रीटर्म डिलीवरी के लिए अनुरोध मिल रहे हैं। इनमें से ज्यादातर कॉल करने वाली या क्लिनिक में आने वाली महिलाएं भारतीय हैं, जो आठ या नौ महीने की गर्भवती हैं और 20 फरवरी से पहले सी-सेक्शन कराने की मांग कर रही हैं। इनमें कुछ महिलाओं का प्रेग्नेंसी पीरियड काफी कम है। अखबार ने एक डॉक्टर एसडी राम के हवाले से लिखा है कि एक महिला जो केवल सात महीने की गर्भवती थी। वह पति के साथ आई और प्रीटर्म डिलीवरी के लिए अनुरोध किया। उसकी डिलीवरी मार्च में ड्यू है।

टेक्सास में प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ एस जी मुक्कला ने बताया, पिछले 2 दिनों में मैंने ऐसे 15 से 20 कपल्‍स से इस संबंध में बात की है। साथ ही मैंने उन्‍हें यह बताने की कोशिश की कि भले ही सी-सेक्‍शन करना संभव है लेकिन समय से पहले बच्‍चे का जन्म मां और बच्चे दोनों के लिए बेहद रिस्‍की है। ऐसे प्री-मैच्‍योर बच्‍चे अविकसित फेफड़े, भोजन संबंधी समस्याएं, जन्म के समय कम वजन, तंत्रिका संबंधी जटिलताएं समेत कई शारीरिक समस्‍याओं का शिकार हो सकते हैं।

चूंकि एच1बी वीजा होल्‍डर्स में 70 फीसदी से ज्‍यादा भारतीय हैं और ट्रंप एच1बी वीजा को लेकर भी नियम सख्‍त करने जा रहे हैं, ऐसे में भारतीयों के पास भविष्‍य में अमेरिका में रहने के लिए बच्‍चा पैदा करने के सिवाय कोई और चारा ही नहीं बचा है। मां और बच्चे के लिए जोखिम के बावजूद, कई लोगों को लगता है कि स्थिरता पाने के लिए और अमेरिका में रहने के लिए उनके पास यही एक मौका है। खासकर ऐसे लोग जो लंबे समय से ग्रीन कार्ड पाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

डोनाल्ड ट्रंप ने देश में सत्ता संभालने के बाद 20 जनवरी को बर्थराइट पॉलिसी में बदलाव करने के आदेश पर हस्ताक्षर किए। जिसके तहत अब संविधान में 14वें संशोधन के तहत अमेरिका में पैदा हुए सभी बच्चे जन्मजात नागरिकता के हकदार नहीं है। बल्कि जन्मजात नागरिकता हासिल करने के लिए बच्चे की मां या पिता का अमेरिकी नागरिक होना जरूरी है।

आदेश कहता है इन परिस्थितियों में अमेरिकी नागरिकता नहीं मिलेगीः-

- अमेरिका में पैदा हुए बच्चे की मां यदि अवैध रूप से वहां रह रही हो।

- पिता अगर बच्चे के जन्म के समय अमेरिका का नागरिक या वैध स्थायी निवासी न हो।

- बच्चे के जन्म के समय मां अमेरिका की वैध, लेकिन अस्थायी निवासी हो।

-पिता, बच्चे के जन्म के समय अमेरिका के नागरिक या वैध स्थायी निवासी न हो।

हालांकि, ये आदेश जारी होने के अगले दिन डोनाल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान जब एच-1 बी वीज़ाधारकों के भविष्य से जुड़ा सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, मुझे ये पसंद है कि हमारे देश में प्रतिस्पर्धी लोग आएं। जहां तक एच-1बी वीजा की बात है, तो मैं इसको अच्छे से समझता हूं। मैंने इस प्रोग्राम का इस्तेमाल किया है। हमें चाहिए कि यहां अच्छा काम करने वाले लोग आएं। हमें जरूरत है कि हमारे देश में अच्छे लोग आएं और हम ये एच-1 बी प्रोग्राम के जरिए करते हैं।

अजय माकन का केजरीवाल पर जोरदार हमला, आप संयोजक को बताया “फर्जीवाल” और “एंटी नेशनल”

#ajaymakentargetedtheaapchiefarvind_kejriwal

कांग्रेस दिल्ली में बड़े मुकाबले के लिए कमर कस चुकी है। कांग्रेस मान चुकी है कि गठबंधन धर्म को आगे बढ़ाने का कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस कई राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में कमजोर हो गई है या समाप्त हो गई है जब उसने अन्य खिलाड़ियों या क्षेत्रीय पार्टियों को अपने ऑप्शन के रूप में बढ़ने दिया। दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के विकल्प के रूप में आई और पैर पूरी तरह से जमा लिया। हालांकि, अब कांग्रेस की ओर से आप पर जोरदार हमले हो रहे हैं।अब कांग्रेस नेता अजय माकन ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल फर्जीवाल है और केजरीवाल एंटी नेशनल हैं।

बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर माकन ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। पत्रकारों से बात करते हुए अजय माकन ने कहा कि दिल्ली को लेकर जो कैग की रिपोर्ट आई है, उसमें एक रिपोर्ट काफी गंभीर है। यह रिपोर्ट इंगित करती है कि राष्ट्रीय राजधानी में 382 करोड़ रुपए का हेल्थ स्कैम हुआ है। कैग की रिपोर्ट बताती है कि तीन नए हॉस्पिटल बनकर तैयार हुए। जबकि ये तीनों ही शीला दीक्षित सरकार में बन गए थे, केवल उनकी समय सीमा आगे खिसक गई थी। अरविंद केजरीवाल ने इन हॉस्पिटल के लिए अलग से फंड लिए। माकन ने कहा कि केजरीवाल सरकार को बताना चाहिए आखिर यह भ्रष्टाचार कैसे हुआ?

अजय माकन ने आगे कहा कि इंदिरा गांधी अस्पताल, बुरारी अस्पताल और मौलाना आजाद दंत अस्पताल के निर्माण में भ्रष्टाचार किया गया है। इनमें सबसे ज्यादा 314 करोड़ रुपए इंदिरा गांधी अस्पताल के निर्माण में टेंडर से ज्यादा पैसे लगाए गए। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि आप सरकार ने 15 जगह भूमि ली थी नए अस्पताल बनाने के लिए, लेकिन नहीं बना पाए। केंद्र से मिले पैसे का भी 56 प्रतिशत यह सरकार खर्च ही नहीं कर पाई। 635 में से 360 करोड़ वापस करने पड़ गए। आम आदमी पार्टी सरकार ने 32 हजार बेड बनाने की घोषणा की थी मगर बने सिर्फ 1,235। देश की राजधानी में नौ अस्पताल ऐसे हैं जहां एक बेड पर दो-दो मरीज लिटाए जाते हैं। चार हॉस्पिटल सर्वे के लिए चुने गए, वहां ओटी तक का हाल बेहाल है।

विश्व स्तरीय स्वास्थ्य मॉडल की कलई खुली-माकन

अजय माकन ने आरोप लगाते हुए आगे कहा कि लोकनायक में सर्जरी के लिए 12 महीने की वेटिंग है। 50 से 74 प्रतिशत डॉक्टरों की कमी दो नए अस्पतालों में चल रही है। कैग ने केजरीवाल सरकार के तथाकथित विश्व स्तरीय स्वास्थ्य मॉडल की कलई खोलकर रख दी है, इसलिए ये लोग रिपोर्ट्स को टेबल नहीं कर रहे। माकन ने आगे कहा कि दिल्ली के 27 में से 14 अस्पतालों में ICU ही नहीं है। CAT एम्बुलेंस में आवश्यक उपकरण तक नहीं हैं। 49 मामलों में नहीं होने के कारण एम्बुलेंस भेजी ही नहीं जा सकी। जिस मुद्दे पर विधानसभा में डिबेट होनी चाहिए, लेकिन हमें यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ रही है।

केजरीवाल से कैग रिपोर्ट्स के हर मुद्दे पर डिबेट के लिए तैयार-माकन

स्वास्थ्य के क्षेत्र में 8 हजार से ज्यादा रिक्तियां हैं, जिन्हें आप सरकार भर ही नहीं सकी। केजरीवाल जवाब दें कि क्या यही है दिल्ली का विश्वस्तरीय स्वास्थ्य मॉडल? ये केजरीवाल नहीं बल्कि फर्जीवाल हैं। जल्द ही मैं यह भी बताऊंगा कि केजरीवाल किस तरह से राष्ट्रद्रोही है। आप सरकार भ्रष्ट तो है ही, कार्य कुशल भी नहीं है। चोर की दाढ़ी में ही तिनका होता है, केजरीवाल की दाढ़ी में तिनका है तभी वो इसे टेबल नहीं होने दे रहे हैं। मैं केजरीवाल से कैग रिपोर्ट्स के हर मुद्दे पर डिबेट करने को तैयार हूं।

आप के पाप नाम से कैंपेन की शुरुआत

अजय माकन ने प्रेस वार्ता में कहा कि दिल्ली में एक पार्टी का गठन भ्रष्टाचार के खिलाफ हुआ था। उस वक्त एक नेता कैग की रिपोर्ट लाकर कांग्रेस के खिलाफ झंडा उठाते थे लेकिन अब वही कैग रिपोर्ट उनके भ्रष्टाचार के बारे में बता रही है। माकन ने कहा कि आप के पाप नाम से हम लगातार कैंपेन चला रहे हैं। अरविंद केजरीवाल की सरकार ने इन कैग रिपोर्ट्स को विधानसभा के पटल पर नहीं रखते हैं, जो उनकी मंशा को भी बता रही है।

*Samantha Ruth Prabhu unveils Chennai Super Champs jersey; Announces Partnership with Sathyabama University*

Sports

Khabar kolkata sports Desk: Chennai Super Champs owner and celebrated actor-entrepreneur Ms. Samantha Ruth Prabhu unveiled the team’s fiery yellow-and-red jersey at a vibrant event held at Sathyabama University in Chennai, yesterday.

The occasion also marked the announcement of Sathyabama University as the team’s principal partner ahead of the inaugural World Pickleball League (WPBL), bringing the spirit of Chennai to the global pickleball stage.

The jersey reflects the fiery passion for sports that defines Chennai, encapsulating the city’s energy and determination. Chennai Super Champs are set to debut this jersey on the court when the league kicks off on January 24, 2025.

Ms. Samantha Ruth Prabhu expressed, "Chennai has a vibe that’s unmatched—spirited, fiery, and always up for a challenge! That’s exactly what we wanted the Chennai Super Champs jersey to reflect. Pickleball is an exciting sport that brings people together for fun, competition, and fitness, and I couldn’t be more proud to see Chennai Super Champs take the lead. Launching this jersey with and at Sathyabama University is special because it adds another pioneering chapter to our visionary partnership, taking pickleball to the youth and growing the sport with their energy. Together, we’re taking Chennai’s passion for sports to a whole new level!”

Highlighting the partnership, Dr. Mariazeena Johnson, Chancellor of Sathyabama University, said: “We are delighted to partner with Chennai Super Champs, a team that embodies the dynamic spirit of Chennai. This partnership reflects our commitment towards fostering ambition and excellence among today’s youth. The Chennai Super Champs’ journey in the WPBL is a celebration of Chennai’s love for sports, and we wish them great success in their campaign.”

Mr. Joey Farias, Chennai Super Champs Head Coach said, “Chennai Super Champs is ready to represent the city with pride and determination. The support and enthusiasm from the city, and now from Sathyabama University, will undoubtedly fuel our players’ drive to excel. We’re excited to showcase the team’s talent and passion on the global stage.”

Ms. Samantha Ruth Prabhu was the first-ever franchise owner to invest in WPBL, taking her love for both the city and the sport to the next level. Chennai Super Champs aims to put the city on the global map of pickleball, a rapidly growing sport that celebrates inclusivity across age groups and genders.

*ON FAMILIAR TURF*

Sports

Khabar kolkata sports Desk: As the T20 fever in the city is soaring higher with the iconic Eden Gardens hosting the First T20I between India and England, CAB President Snehasish Ganguly took time out amidst all the buzz to revisit his cricketing skills, thus bringing back memories from the yesteryears.

Before Bengal hosts Haryana in their sixth Ranji Trophy Elite Group C match at the Kalyani Stadium on Thursday, Mr Ganguly paid a visit to Kalyani during Bengal’s practice session.

With bat in hand, CAB President looked in absolute best, rewinding those days and memories and showing glimpse of the classy left-handed batsman he was.

Pic Courtesy by: CAB

*FC Goa defeated East Bengal FC by 1-0*

Sports

Khabar kolkata sports Desk: FC Goa defeated East Bengal FC by 1-0 at the Jawaharlal Nehru Stadium in Goa in the Indian Super League (ISL) 2024-25 yesterday. The Gaurs moved to the second spot in the points table with their eighth victory of the season, having 30 points to their name from 16 matches now. Brison Fernandes’ sixth goal of this ISL campaign proved enough for the home team to clinch the triumph, in a game where they took three shots on target, as opposed to the six of East Bengal FC.

Pic Courtesy by: ISL

विष्णुदेव साय कैबिनेट की बैठक खत्म, पढ़िये कैबिनेट के सभी बड़े फैसले
रायपुर- नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय चुनाव से पहले साय कैबिनेट की अंतिम बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
- कैबिनेट की बैठक में किसानों के हित में आज एक बड़ा निर्णय लिया गया। इस निर्णय के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुरूप इस साल भी समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले राज्य के लगभग 27 लाख किसानों को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा घोषित दर के अनुसार 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया जाएगा। इस साल किसानों से केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य 2300 रूपए प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीदी की जा रही है, जिसका भुगतान किसानों को किया जा रहा है तथा प्रति क्विंटल अंतर की राशि 800 रूपए छत्तीसगढ़ सरकार किसानों को आदान सहायता के रूप में एकमुश्त फरवरी 2025 में प्रदान करेगी।
- कैबिनेट ने खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में उपार्जित धान में से अतिशेष धान की नीलामी को ऑनलाईन प्लेटफार्म के माध्यम से निराकरण करने का निर्णय लिया है।
- छत्तीसगढ़ राज्य में एचव्ही-4 श्रेणी के विद्युत उपभोक्ता-मिनी स्टील प्लांट, स्टील उद्योग को जिनके कैप्टिव पावर प्लांट नहीं है या एक मेगा वॉट से कम है तथा उनका लोड 2.5 एमव्हीए से अधिक है को औद्योगिक एवं आर्थिक मंदी के कारण उन्हें प्रतिस्पर्धा में बनाए रखने तथा राहत देने के उद्देश्य से कैबिनेट द्वारा एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए विशेष राहत पैकेज अंतर्गत ऊर्जा प्रभार में 01 अक्टूबर 2024 से 31 मार्च 2025 तक अधिकतम एक रूपए प्रति यूनिट छूट देने का निर्णय लिया गया।
- कैबिनेट ने विधानसभा सत्र में किए गए घोषणा के अनुपालन में राज्य के कलाकारों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता राशि में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। अर्थाभावग्रस्त लेखकों और कलाकारों एवं उनके आश्रितों को वित्तीय सहायता देने के लिए संस्कृति विभाग द्वारा संचालित छत्तीसगढ़ कलाकार कोष नियम 1982 में संशोधन कर राज्य के कलाकारों को 25 हजार रूपए के स्थान पर अब अधिकतम 50 हजार रूपए की सहायता एवं मृत्यु होने पर 01 लाख रूपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान किए जाने का निर्णय लिया है।
- छत्तीसगढ़ राज्य के युवाओं को वित्तीय बाजारों, निवेश के साधनों एवं वित्तीय नियोजन के क्षेत्र में उपयुक्त कौशल तथा आवश्यक ज्ञान उपलब्ध कराने के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा छात्र स्किलिंग प्रोग्राम (एसएसपी) के तहत नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के साथ एमओयू करने का निर्णय लिया गया है। यह प्रशिक्षण हाई स्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूल तथा कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए संचालित किया जाएगा।
- वाणिज्यिक कर (आबकारी) विभाग में अपर आयुक्त आबकारी का एक नवीन पद (वेतन मेट्रिक्स लेवल-15) का सृजन करने का निर्णय लिया गया।
- नवा रायपुर अटल नगर में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रयोजन हेतु श्री सत्य सांई हेल्थ एवं एजुकेशन ट्रस्ट को अतिरिक्त 05 एकड़ भूमि निःशुल्क आबंटित करने का निर्णय लिया गया।
- छत्तीसगढ़ विशेष क्षेत्र (अचल संपत्ति का व्ययन) नियम, 2008 के तहत् नवा रायपुर अटल नगर में The Art of Living Centre की स्थापना हेतु 40 एकड़ भूमि रियायती दर पर आबंटित करने का निर्णय लिया गया।
- नया रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण की नया रायपुर आपसी सहमति से भूमि क्रय नीति, 2017 में संशोधन करने का निर्णय लिया गया।
- छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल के द्वारा निर्मित 5 वर्ष से अधिक समय से नहीं बिके हुए आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियों को (One time settlement) एकमुश्त निपटान हेतु लागत मूल्य (बेस रेट) से 10 प्रतिशत, 20 प्रतिशत तथा 30 प्रतिशत छूट देकर विक्रय करने का निर्णय लिया गया।
- प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी 2.0 अंतर्गत एक लाख 32 हजार हितग्राहियों को लाभान्वित करने के लिए कुल अनुदान राशि 3938.80 करोड़ है, जिसमें अनिवार्य राज्यांश 1450 करोड़ रूपए एवं अतिरिक्त राज्यांश 538 करोड़, जो कि मकान पूर्ण करने अथवा गृह प्रवेश पर दिया जाएगा, का अनुमोदन किया गया।
- कैबिनेट ने महिला स्व-सहायता समूह के हित को ध्यान में रखते हुए रेडी टू ईट निर्माण का काम महिला स्व-सहायता समूहों को सौंपने का निर्णय लिया है। पहले चरण में रेडी टू ईट निर्माण का कार्य 5 जिलों में महिला स्व-सहायता समूहों को दिया जाएगा।
- छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, 1993 के अंतर्गत त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं में अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रतिनिधित्व एवं आरक्षण संबंधी प्रावधानों में संशोधन किए जाने हेतु विभिन्न धाराओं में संशोधन संबंधी जारी अध्यादेश की समयावधि को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया।
*Women’s PGT 2025: Sneha Singh goes on birdie spree to win second leg of WPGT*

Sports

Khabar kolkata sports Desk: Sneha Singh shot 3-under 67, the best round of the week, to total 4-under 206 and won by eight shots over the more experienced Vani Kapoor (74), who had four bogeys and no birdies. Sneha Singh overcame a horrific start to produce a brilliant run of seven birdies in the final round to clinch the second leg of the Hero Women’s Pro Golf Tour at the Tollygunge Club here on Friday.

The 20-year-old from Hyderabad shot 3-under 67, the best round of the week, to total 4-under 206 and won by eight shots over the more experienced Vani Kapoor (74), who had four bogeys and no birdies.

Sneha started the final day with a one-shot lead, but both she and Vani bogeyed the first, third and fourth.

However, Sneha recovered with birdies on the fifth, seventh and eighth to turn in even par.

In contrast, Vani had only pars and from being one behind at the start of the final round, she was four behind Sneha with nine holes to go.

On the back nine, Sneha birdied three times in a row from the 11th before dropping a shot on the 14th.

She quickly made up with a final birdie on the par-4 16th for a 67.

Vani dropped a shot on the 11th and parred the rest. Vani’s 74 gave her the second-best aggregate at 4-over 214.

Jasmine Shekar, two-time winner last season, shot 1-over 71 that included three birdies on the trot from the 11th to the 13th.

Overall, Jasmine had four birdies against five bogeys. She finished third at 8-over 218.

Anvitha Narender, who played in the final group with Sneha and Vani, carded 2-over 72 that included two birdies, two bogeys and a double bogey on Par-3 eighth to finish in a tie for third with Jasmine.

Kriti Chowhan (73) and Vidhatri Urs (71) were fifth and sixth at 221 and 225.

Amandeep Drall, who had two disappointing days with 79-79, made up with a superb 2-under 68, one of the only two under-par scores of the day.

It gave Amandeep, who is planning to play a lot of events on the Ladies European Tour, a big boost. She totalled 226 and was tied seventh.

The winner of the first leg this season, Rhea Purvi Sarvanan (74) was eighth, while Durga Nittur (77) and Ravjot K Dosanjh (83) were tied ninth to complete the top 10.

Among other well-known names Shweta Mansingh (75) and Khushi Khanijau (81) were Tied-11th and Neha Tripathi (80) was T-15th.

स्वर्णमढ़ित 'बग्गी' का पुनरुद्धार: राष्ट्रपति मुर्मू और इंडोनेशियाई अतिथि को कर्तव्य पथ पर लाने में हुआ उपयोग

#therevialofthegoldplatedchariotusedinrepublicday_today

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उनके इंडोनेशियाई समकक्ष प्रबोवो सुबियांटो, गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि, को रविवार को पारंपरिक घोड़े से खींची जाने वाली ‘बग्गी’ में सवार होकर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर लाया गया। 1984 में बंद की गई यह बग्गी पिछले साल वापस लौटी। इसने राष्ट्रपति मुर्मू और उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रों, जो पिछले साल मुख्य अतिथि थे, को कर्तव्य पथ पर पहुंचाया।

परंपरा

सोने की परत चढ़ी, घोड़े से खींची जाने वाली यह बग्गी एक काले रंग की गाड़ी है, जिस पर सोने से राष्ट्रीय प्रतीक (चार शेर) उकेरे गए हैं। भारतीय और ऑस्ट्रियाई घोड़ों की मिश्रित नस्ल द्वारा खींची जाने वाली इस गाड़ी में सोने की परत चढ़ी रिम भी है। राष्ट्रपति, जो भारत के राष्ट्राध्यक्ष हैं, और मुख्य अतिथि को ले जाने वाली बग्गी को ‘राष्ट्रपति के अंगरक्षक’ या राष्ट्रपति के अंगरक्षक, भारतीय सेना की सबसे वरिष्ठ रेजिमेंट द्वारा अनुरक्षित किया जाता है।

बग्गी को क्यों बंद कर दिया गया था ?

ज्ञानी जैल सिंह ने 1984 में राष्ट्रपति बग्गी का इस्तेमाल किया था। उस वर्ष अक्टूबर में, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों द्वारा हत्या कर दी गई थी। इसके कारण सुरक्षा कारणों से यह परंपरा बंद कर दी गई। इसके बाद राष्ट्रपति लिमोसिन में आने लगे, जब तक कि बग्गी को लगभग 40 साल बाद, जनवरी 2024 में वापस नहीं लाया गया।

2014 में, तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बग्गी का इस्तेमाल किया, लेकिन बीटिंग रिट्रीट समारोह के लिए, जो 29 जनवरी को आयोजित किया जाता है, और गणतंत्र दिवस समारोह का समापन होता है। प्रणब मुखर्जी के उत्तराधिकारी रामनाथ कोविंद ने 2017 में शपथ लेने के बाद राष्ट्रपति की गाड़ी से गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया।

गणतंत्र दिवस

26 जनवरी को, राष्ट्र 1950 में इस तिथि पर संविधान के लागू होने का स्मरण करता है, जिसने 15 अगस्त, 1947 को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता के लगभग तीन साल बाद भारत को एक लोकतांत्रिक गणराज्य बनाया। संविधान सभा द्वारा तैयार संविधान को 26 नवंबर, 1949 को अपनाया गया था। 26 जनवरी 1950 में इसे लागू किया गया, वही 1930 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा 'पूर्ण स्वराज' (पूर्ण स्वतंत्रता) की घोषणा के उपलक्ष्य में चुना गया था। दूसरी ओर, 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।

Netflix ने यूजर्स को एक बार फिर दिया झटका,कई देशों में सब्सक्रिप्शन कीमतें बढ़ाईं

डेस्क:–Netflix ने यूजर्स को एक बार फिर झटका दिया है। The Verge की रिपोर्ट के अनुसार, Netflix ने अमेरिका, कनाडा, पुर्तगाल और अर्जेंटीना में अधिकांश प्लान्स की सब्सक्रिप्शन कीमतों में बढ़ोतरी की है। रिपोर्ट में बताया गया है कि विज्ञापन-समर्थित प्लान की कीमत $6.99 प्रति माह से बढ़ाकर $7.99 प्रति माह कर दी गई है, जबकि स्टैंडर्ड विज्ञापन-मुक्त प्लान $15.49 प्रति माह से बढ़ाकर $17.99 प्रति माह कर दिया गया है। यह जानकारी Netflix की प्रवक्ता मोमो झोउ के हवाले से दी गई है।

Netflix के प्रीमियम प्लान की कीमत भी $22.99 प्रति माह से बढ़ाकर $24.99 प्रति माह कर दी गई है। ये नई कीमतें ग्राहकों के अगले बिलिंग चक्र से लागू होंगी। कंपनी ने निवेशकों को लिखे पत्र में कहा, "जैसे-जैसे हम प्रोग्रामिंग में निवेश करते हैं और अपने सदस्यों को अधिक मूल्य प्रदान करते हैं, हम समय-समय पर अपने सदस्यों से थोड़ा अधिक भुगतान करने का अनुरोध करेंगे ताकि Netflix को और बेहतर बनाने के लिए दोबारा निवेश किया जा सके।"

Netflix ने पिछली बार अक्टूबर 2023 में सब्सक्रिप्शन कीमतें बढ़ाई थीं। इस बार पहली बार कंपनी ने 2022 में लॉन्च किए गए अपने विज्ञापन-समर्थित प्लान की कीमत में वृद्धि की है। कीमत बढ़ने के बावजूद, प्लेटफॉर्म ने पिछले कुछ महीनों में 1.9 करोड़ नए ग्राहक जोड़े हैं, जिससे कुल ग्राहक संख्या 30 करोड़ हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, Netflix का परिचालन लाभ पहली बार $10 बिलियन को पार कर गया है। इसके अलावा, Netflix ने एक नया "Extra Member with Ads" प्लान लॉन्च करने की भी घोषणा की है। इस प्लान के तहत विज्ञापन-समर्थित प्लान का उपयोग करने वाले ग्राहक अपने घर के बाहर किसी अन्य सदस्य को अपनी सब्सक्रिप्शन में जोड़ सकते हैं। हालांकि भारत में अभी तक प्लान की कीमतें बढ़ाने की जानकारी नहीं दी गई है।

अमेरिका, ट्रंप और मोदी के नेतृत्व में क्वाड: ताइवान के संदर्भ में एक नई चुनौती

#modi_and_trump_lead_the_quad

2027 में चीन के द्वारा ताइवान पर कब्जा करने की योजना और इसके परिणामस्वरूप अमेरिका को जो सैन्य और कूटनीतिक चुनौती मिल सकती है, वह वैश्विक राजनीति और सैन्य रणनीति में एक अहम मोड़ को दर्शाता है। यह समय अमेरिका, भारत, जापान, और ऑस्ट्रेलिया के सहयोगी गुट, अर्थात् क्वाड (क्वाड्रिलैट्रल सिक्योरिटी डायलॉग), के लिए एक चुनौतीपूर्ण दौर हो सकता है। क्या ट्रंप और पीएम मोदी के नेतृत्व में क्वाड खड़ा होगा और क्या यह चीन के बढ़ते प्रभाव के खिलाफ एक मजबूत रक्षा ढांचा बना सकेगा? यह सवाल हमारे समक्ष एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और सैन्य मुद्दे के रूप में उभरता है। 

इस लेख में हम इस जटिल परिस्थिति का विश्लेषण करेंगे, जिसमें चीन की बढ़ती नौसैनिक शक्ति, ताइवान संकट, और क्वाड देशों के बीच समन्वय की आवश्यकता को शामिल करेंगे।

1. क्वाड की भूमिका और महत्व

क्वाड, जिसे क्वाड्रिलैट्रल सिक्योरिटी डायलॉग भी कहा जाता है, अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया का एक अनौपचारिक गुट है, जो इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपनी सामरिक और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए काम कर रहा है। इसका उद्देश्य क्षेत्र में सुरक्षा, नेविगेशन स्वतंत्रता, और कानून-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बढ़ावा देना है। जब अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने 2025 के प्रारंभ में क्वाड देशों के साथ पहली बहुपक्षीय बैठक की, तो यह बैठक एक नई दिशा को दर्शाती है। भारत के विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग, और जापानी विदेश मंत्री ताकेशी इवाया के साथ यह बैठक न केवल एक कूटनीतिक कदम था, बल्कि एक संकेत भी था कि अमेरिका और इसके सहयोगी राष्ट्र चीन के खिलाफ एकजुट होने के लिए तैयार हैं। 

2. चीन की बढ़ती सैन्य शक्ति और ताइवान संकट

चीन ने पिछले एक दशक में अपनी सैन्य शक्ति में भारी वृद्धि की है। विशेष रूप से, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की नौसेना आज दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना बन चुकी है, जिसमें लगभग 500 युद्धपोत हैं। यह चीन की सैन्य रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपनी समुद्री शक्ति को बढ़ाना है। इसके अलावा, चीनी रक्षा बजट का अधिकांश हिस्सा पीएलए नौसेना को सौंपा गया है, जो इस क्षेत्र में बढ़ते तनाव को दर्शाता है। 

 3. भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव

भारत और चीन के बीच संबंधों में हाल के वर्षों में तनाव बढ़ा है, विशेष रूप से 2020 में पूर्वी लद्दाख में हुई सैन्य झड़पों के बाद। हालांकि मोदी सरकार द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की कोशिश कर रही है, लेकिन चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियाँ, खासकर हिंद महासागर क्षेत्र में, भारत के लिए चिंता का विषय हैं। चीन ने हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ाते हुए महत्वपूर्ण बंदरगाहों पर अपना प्रभुत्व स्थापित कर लिया है, जिससे भारत को अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता महसूस हो रही है। यही कारण है कि भारत ने क्वाड में अपनी सक्रिय भागीदारी बढ़ाई है, ताकि चीन के प्रभाव को सीमित किया जा सके और क्षेत्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। 

4. भारत की रणनीतिक स्वायत्तता और क्वाड में भागीदारी

भारत की रणनीतिक स्वायत्तता पर बहस हमेशा से चली आ रही है। एक ओर जहां कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को अमेरिका और चीन के बीच संघर्ष में नहीं फंसना चाहिए और उसे अपनी स्वतंत्र रणनीतिक नीति पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, वहीं दूसरी ओर दक्षिणपंथी विचारक यह मानते हैं कि भारत को अमेरिका के साथ मिलकर चीन के बढ़ते सैन्य खतरे का मुकाबला करना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोण थोड़ा अलग है। वे अमेरिका और चीन दोनों के साथ संतुलित संबंध बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि भारत के राष्ट्रीय हित सुरक्षित रह सकें। मोदी सरकार ने “आत्मनिर्भर भारत” के तहत घरेलू सैन्य-औद्योगिक आधार को मजबूत करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। 

5. चीन के खिलाफ सामरिक तैयारियाँ और क्वाड का भविष्य

भारत की सामरिक तैयारियाँ और क्वाड के भीतर सहयोगी देशों की भूमिका इस समय अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। भारत को अपनी सैन्य शक्ति को और अधिक सशक्त बनाने की आवश्यकता है, ताकि वह चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला कर सके। इसके लिए, क्वाड के देशों को एकजुट होकर सामरिक ढांचा तैयार करना होगा, जिससे चीन की सैन्य चुनौती का प्रभावी तरीके से सामना किया जा सके। क्वाड देशों के बीच रक्षा, प्रौद्योगिकी, और संचार क्षेत्र में सहयोग को और अधिक गहरा किया जाना चाहिए। खासकर, भारत को अमेरिका से नवीनतम तकनीकी सहायता और रक्षा उपकरणों की आवश्यकता है, ताकि वह अपनी रक्षा तैयारियों को और मजबूत कर सके। 

6. भारत और अमेरिका के बीच बढ़ता सहयोग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में भारत और अमेरिका के बीच रक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ा है। 2025 के शुरुआती महीनों में, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने संकेत दिया कि ट्रंप प्रशासन भारत के साथ अपनी रक्षा साझेदारी को और मजबूत करेगा, खासकर जब भारत अपनी घरेलू सैन्य-औद्योगिक क्षमता को विकसित करने की दिशा में कदम उठा रहा है। भारत के लिए यह समय की मांग है कि वह अपने घरेलू विनिर्माण क्षेत्र को सशक्त बनाए और विदेशी तकनीक पर अपनी निर्भरता कम करे। जैसे-जैसे भारत के सैन्य और औद्योगिक आधार का विस्तार होता है, वैसे-वैसे वह चीन की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हो सकता है। 

7. इंडो-पैसिफिक में चीन के खिलाफ क्वाड का सामरिक महत्व

इंडो-पैसिफिक क्षेत्र वैश्विक व्यापार और समुद्री मार्गों का केंद्र है, जो खरबों डॉलर के व्यापार का स्रोत है। इस क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य उपस्थिति और आक्रामकता को देखते हुए, क्वाड को अपनी भूमिका को और मजबूत करना होगा। यह न केवल चीन के खिलाफ सामरिक संतुलन बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि वैश्विक समुद्री मार्गों पर नेविगेशन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए भी आवश्यक है। अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया का सामूहिक प्रयास क्षेत्र में चीनी विस्तार को रोकने में प्रभावी हो सकता है। 

2027 में चीन द्वारा ताइवान पर कब्ज़ा करने की संभावना, अमेरिका, भारत और अन्य क्वाड देशों के लिए एक गंभीर चुनौती पेश करती है। हालांकि, ट्रंप और मोदी के नेतृत्व में क्वाड देशों के बीच मजबूत साझेदारी और सहयोग इस चुनौती का सामना करने के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। चीन की बढ़ती सैन्य शक्ति के बीच, क्वाड को अपनी रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करना होगा, ताकि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखी जा सके। भारत को अपनी सामरिक तैयारियों को तेज़ी से बढ़ाना होगा और घरेलू सैन्य-औद्योगिक आधार को सशक्त बनाना होगा। इसके साथ ही, अमेरिका और अन्य क्वाड देशों के साथ मजबूत सहयोग इस क्षेत्र में सामरिक संतुलन को बनाए रखने के लिए आवश्यक होगा।

अमेरिकी नागरिकता पर ट्रंप के आदेश से घबराए लोग, वक्त से पहले बच्चों की डिलीवरी कराने की लगी होड़

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डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत एक के बाद एक कई कार्यकारी आदेशों को जारी करते हुए की। इन आदेशों में से एक गैर-अमेरिकी माता-पिता के बच्चों को जन्म के साथ अपने आप मिलने वाली अमेरिकी नागरिकता के प्रावधान को खत्म करना भी शामिल था। अभी तक अमेरिका के कानून के मुताबिक वहां जन्‍म लेने वाला हर शख्‍स अमेरिकी नागरिक होता था, यानी कि उसे जन्‍मजात अमेरिकी नागरिकता मिलती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। ट्रंप ने बर्थराइट सिटिजनशिप के अधिकार को बदलने के आदेश पर दस्तखत भी कर दिए हैं। ऐसे में जन्म से मिलने वाली नागरिकता की परिभाषा बदलने का वहां रह रहे भारतीयों समेत अन्य देशों के लोगों पर प्रभाव पड़ सकता है।

30 दिन बाद अमेरिका में जन्‍मे बच्‍चों की नागरिकता को लेकर नया नियम लागू हो जाएगा और अमेरिकी प्रशासन नई शर्तों के साथ ही ऐसे बच्‍चों को नागरिकता देगा। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप आदेश एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर करने के 30 दिन के बाद शुरू होगा, यानी जो बच्चे 20 फरवरी के बाद जन्म लेंगे उन्हें अमेरिका की जन्मजात नागरिकता नहीं मिलेगी। इसी के चलते कई परिवार चाहते हैं कि उनके बच्चे 20 फरवरी से पहले जन्म ले और बर्थराइट सिटिजनशिप हासिल करें। ऐसे में वहां बीते कुछ घंटों के भीतर सिजेरियन डिलीवरी की बाढ़ आ गई है। अस्पतालों के बाहर बच्चों की डिलीवरी कराने के लिए लंबी लाइन लग गई है।

अखबार की रिपोर्ट में न्यू जर्सी के एक मेटरनिटी क्लिनिक के हवाले से कहा गया है कि बीते कुछ समय से असामान्य रूप से ज्यादा प्रीटर्म डिलीवरी के लिए अनुरोध मिल रहे हैं। इनमें से ज्यादातर कॉल करने वाली या क्लिनिक में आने वाली महिलाएं भारतीय हैं, जो आठ या नौ महीने की गर्भवती हैं और 20 फरवरी से पहले सी-सेक्शन कराने की मांग कर रही हैं। इनमें कुछ महिलाओं का प्रेग्नेंसी पीरियड काफी कम है। अखबार ने एक डॉक्टर एसडी राम के हवाले से लिखा है कि एक महिला जो केवल सात महीने की गर्भवती थी। वह पति के साथ आई और प्रीटर्म डिलीवरी के लिए अनुरोध किया। उसकी डिलीवरी मार्च में ड्यू है।

टेक्सास में प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ एस जी मुक्कला ने बताया, पिछले 2 दिनों में मैंने ऐसे 15 से 20 कपल्‍स से इस संबंध में बात की है। साथ ही मैंने उन्‍हें यह बताने की कोशिश की कि भले ही सी-सेक्‍शन करना संभव है लेकिन समय से पहले बच्‍चे का जन्म मां और बच्चे दोनों के लिए बेहद रिस्‍की है। ऐसे प्री-मैच्‍योर बच्‍चे अविकसित फेफड़े, भोजन संबंधी समस्याएं, जन्म के समय कम वजन, तंत्रिका संबंधी जटिलताएं समेत कई शारीरिक समस्‍याओं का शिकार हो सकते हैं।

चूंकि एच1बी वीजा होल्‍डर्स में 70 फीसदी से ज्‍यादा भारतीय हैं और ट्रंप एच1बी वीजा को लेकर भी नियम सख्‍त करने जा रहे हैं, ऐसे में भारतीयों के पास भविष्‍य में अमेरिका में रहने के लिए बच्‍चा पैदा करने के सिवाय कोई और चारा ही नहीं बचा है। मां और बच्चे के लिए जोखिम के बावजूद, कई लोगों को लगता है कि स्थिरता पाने के लिए और अमेरिका में रहने के लिए उनके पास यही एक मौका है। खासकर ऐसे लोग जो लंबे समय से ग्रीन कार्ड पाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

डोनाल्ड ट्रंप ने देश में सत्ता संभालने के बाद 20 जनवरी को बर्थराइट पॉलिसी में बदलाव करने के आदेश पर हस्ताक्षर किए। जिसके तहत अब संविधान में 14वें संशोधन के तहत अमेरिका में पैदा हुए सभी बच्चे जन्मजात नागरिकता के हकदार नहीं है। बल्कि जन्मजात नागरिकता हासिल करने के लिए बच्चे की मां या पिता का अमेरिकी नागरिक होना जरूरी है।

आदेश कहता है इन परिस्थितियों में अमेरिकी नागरिकता नहीं मिलेगीः-

- अमेरिका में पैदा हुए बच्चे की मां यदि अवैध रूप से वहां रह रही हो।

- पिता अगर बच्चे के जन्म के समय अमेरिका का नागरिक या वैध स्थायी निवासी न हो।

- बच्चे के जन्म के समय मां अमेरिका की वैध, लेकिन अस्थायी निवासी हो।

-पिता, बच्चे के जन्म के समय अमेरिका के नागरिक या वैध स्थायी निवासी न हो।

हालांकि, ये आदेश जारी होने के अगले दिन डोनाल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान जब एच-1 बी वीज़ाधारकों के भविष्य से जुड़ा सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, मुझे ये पसंद है कि हमारे देश में प्रतिस्पर्धी लोग आएं। जहां तक एच-1बी वीजा की बात है, तो मैं इसको अच्छे से समझता हूं। मैंने इस प्रोग्राम का इस्तेमाल किया है। हमें चाहिए कि यहां अच्छा काम करने वाले लोग आएं। हमें जरूरत है कि हमारे देश में अच्छे लोग आएं और हम ये एच-1 बी प्रोग्राम के जरिए करते हैं।

अजय माकन का केजरीवाल पर जोरदार हमला, आप संयोजक को बताया “फर्जीवाल” और “एंटी नेशनल”

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कांग्रेस दिल्ली में बड़े मुकाबले के लिए कमर कस चुकी है। कांग्रेस मान चुकी है कि गठबंधन धर्म को आगे बढ़ाने का कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस कई राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में कमजोर हो गई है या समाप्त हो गई है जब उसने अन्य खिलाड़ियों या क्षेत्रीय पार्टियों को अपने ऑप्शन के रूप में बढ़ने दिया। दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के विकल्प के रूप में आई और पैर पूरी तरह से जमा लिया। हालांकि, अब कांग्रेस की ओर से आप पर जोरदार हमले हो रहे हैं।अब कांग्रेस नेता अजय माकन ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल फर्जीवाल है और केजरीवाल एंटी नेशनल हैं।

बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर माकन ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। पत्रकारों से बात करते हुए अजय माकन ने कहा कि दिल्ली को लेकर जो कैग की रिपोर्ट आई है, उसमें एक रिपोर्ट काफी गंभीर है। यह रिपोर्ट इंगित करती है कि राष्ट्रीय राजधानी में 382 करोड़ रुपए का हेल्थ स्कैम हुआ है। कैग की रिपोर्ट बताती है कि तीन नए हॉस्पिटल बनकर तैयार हुए। जबकि ये तीनों ही शीला दीक्षित सरकार में बन गए थे, केवल उनकी समय सीमा आगे खिसक गई थी। अरविंद केजरीवाल ने इन हॉस्पिटल के लिए अलग से फंड लिए। माकन ने कहा कि केजरीवाल सरकार को बताना चाहिए आखिर यह भ्रष्टाचार कैसे हुआ?

अजय माकन ने आगे कहा कि इंदिरा गांधी अस्पताल, बुरारी अस्पताल और मौलाना आजाद दंत अस्पताल के निर्माण में भ्रष्टाचार किया गया है। इनमें सबसे ज्यादा 314 करोड़ रुपए इंदिरा गांधी अस्पताल के निर्माण में टेंडर से ज्यादा पैसे लगाए गए। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि आप सरकार ने 15 जगह भूमि ली थी नए अस्पताल बनाने के लिए, लेकिन नहीं बना पाए। केंद्र से मिले पैसे का भी 56 प्रतिशत यह सरकार खर्च ही नहीं कर पाई। 635 में से 360 करोड़ वापस करने पड़ गए। आम आदमी पार्टी सरकार ने 32 हजार बेड बनाने की घोषणा की थी मगर बने सिर्फ 1,235। देश की राजधानी में नौ अस्पताल ऐसे हैं जहां एक बेड पर दो-दो मरीज लिटाए जाते हैं। चार हॉस्पिटल सर्वे के लिए चुने गए, वहां ओटी तक का हाल बेहाल है।

विश्व स्तरीय स्वास्थ्य मॉडल की कलई खुली-माकन

अजय माकन ने आरोप लगाते हुए आगे कहा कि लोकनायक में सर्जरी के लिए 12 महीने की वेटिंग है। 50 से 74 प्रतिशत डॉक्टरों की कमी दो नए अस्पतालों में चल रही है। कैग ने केजरीवाल सरकार के तथाकथित विश्व स्तरीय स्वास्थ्य मॉडल की कलई खोलकर रख दी है, इसलिए ये लोग रिपोर्ट्स को टेबल नहीं कर रहे। माकन ने आगे कहा कि दिल्ली के 27 में से 14 अस्पतालों में ICU ही नहीं है। CAT एम्बुलेंस में आवश्यक उपकरण तक नहीं हैं। 49 मामलों में नहीं होने के कारण एम्बुलेंस भेजी ही नहीं जा सकी। जिस मुद्दे पर विधानसभा में डिबेट होनी चाहिए, लेकिन हमें यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ रही है।

केजरीवाल से कैग रिपोर्ट्स के हर मुद्दे पर डिबेट के लिए तैयार-माकन

स्वास्थ्य के क्षेत्र में 8 हजार से ज्यादा रिक्तियां हैं, जिन्हें आप सरकार भर ही नहीं सकी। केजरीवाल जवाब दें कि क्या यही है दिल्ली का विश्वस्तरीय स्वास्थ्य मॉडल? ये केजरीवाल नहीं बल्कि फर्जीवाल हैं। जल्द ही मैं यह भी बताऊंगा कि केजरीवाल किस तरह से राष्ट्रद्रोही है। आप सरकार भ्रष्ट तो है ही, कार्य कुशल भी नहीं है। चोर की दाढ़ी में ही तिनका होता है, केजरीवाल की दाढ़ी में तिनका है तभी वो इसे टेबल नहीं होने दे रहे हैं। मैं केजरीवाल से कैग रिपोर्ट्स के हर मुद्दे पर डिबेट करने को तैयार हूं।

आप के पाप नाम से कैंपेन की शुरुआत

अजय माकन ने प्रेस वार्ता में कहा कि दिल्ली में एक पार्टी का गठन भ्रष्टाचार के खिलाफ हुआ था। उस वक्त एक नेता कैग की रिपोर्ट लाकर कांग्रेस के खिलाफ झंडा उठाते थे लेकिन अब वही कैग रिपोर्ट उनके भ्रष्टाचार के बारे में बता रही है। माकन ने कहा कि आप के पाप नाम से हम लगातार कैंपेन चला रहे हैं। अरविंद केजरीवाल की सरकार ने इन कैग रिपोर्ट्स को विधानसभा के पटल पर नहीं रखते हैं, जो उनकी मंशा को भी बता रही है।

*Samantha Ruth Prabhu unveils Chennai Super Champs jersey; Announces Partnership with Sathyabama University*

Sports

Khabar kolkata sports Desk: Chennai Super Champs owner and celebrated actor-entrepreneur Ms. Samantha Ruth Prabhu unveiled the team’s fiery yellow-and-red jersey at a vibrant event held at Sathyabama University in Chennai, yesterday.

The occasion also marked the announcement of Sathyabama University as the team’s principal partner ahead of the inaugural World Pickleball League (WPBL), bringing the spirit of Chennai to the global pickleball stage.

The jersey reflects the fiery passion for sports that defines Chennai, encapsulating the city’s energy and determination. Chennai Super Champs are set to debut this jersey on the court when the league kicks off on January 24, 2025.

Ms. Samantha Ruth Prabhu expressed, "Chennai has a vibe that’s unmatched—spirited, fiery, and always up for a challenge! That’s exactly what we wanted the Chennai Super Champs jersey to reflect. Pickleball is an exciting sport that brings people together for fun, competition, and fitness, and I couldn’t be more proud to see Chennai Super Champs take the lead. Launching this jersey with and at Sathyabama University is special because it adds another pioneering chapter to our visionary partnership, taking pickleball to the youth and growing the sport with their energy. Together, we’re taking Chennai’s passion for sports to a whole new level!”

Highlighting the partnership, Dr. Mariazeena Johnson, Chancellor of Sathyabama University, said: “We are delighted to partner with Chennai Super Champs, a team that embodies the dynamic spirit of Chennai. This partnership reflects our commitment towards fostering ambition and excellence among today’s youth. The Chennai Super Champs’ journey in the WPBL is a celebration of Chennai’s love for sports, and we wish them great success in their campaign.”

Mr. Joey Farias, Chennai Super Champs Head Coach said, “Chennai Super Champs is ready to represent the city with pride and determination. The support and enthusiasm from the city, and now from Sathyabama University, will undoubtedly fuel our players’ drive to excel. We’re excited to showcase the team’s talent and passion on the global stage.”

Ms. Samantha Ruth Prabhu was the first-ever franchise owner to invest in WPBL, taking her love for both the city and the sport to the next level. Chennai Super Champs aims to put the city on the global map of pickleball, a rapidly growing sport that celebrates inclusivity across age groups and genders.

*ON FAMILIAR TURF*

Sports

Khabar kolkata sports Desk: As the T20 fever in the city is soaring higher with the iconic Eden Gardens hosting the First T20I between India and England, CAB President Snehasish Ganguly took time out amidst all the buzz to revisit his cricketing skills, thus bringing back memories from the yesteryears.

Before Bengal hosts Haryana in their sixth Ranji Trophy Elite Group C match at the Kalyani Stadium on Thursday, Mr Ganguly paid a visit to Kalyani during Bengal’s practice session.

With bat in hand, CAB President looked in absolute best, rewinding those days and memories and showing glimpse of the classy left-handed batsman he was.

Pic Courtesy by: CAB

*FC Goa defeated East Bengal FC by 1-0*

Sports

Khabar kolkata sports Desk: FC Goa defeated East Bengal FC by 1-0 at the Jawaharlal Nehru Stadium in Goa in the Indian Super League (ISL) 2024-25 yesterday. The Gaurs moved to the second spot in the points table with their eighth victory of the season, having 30 points to their name from 16 matches now. Brison Fernandes’ sixth goal of this ISL campaign proved enough for the home team to clinch the triumph, in a game where they took three shots on target, as opposed to the six of East Bengal FC.

Pic Courtesy by: ISL

विष्णुदेव साय कैबिनेट की बैठक खत्म, पढ़िये कैबिनेट के सभी बड़े फैसले
रायपुर- नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय चुनाव से पहले साय कैबिनेट की अंतिम बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
- कैबिनेट की बैठक में किसानों के हित में आज एक बड़ा निर्णय लिया गया। इस निर्णय के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुरूप इस साल भी समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले राज्य के लगभग 27 लाख किसानों को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा घोषित दर के अनुसार 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया जाएगा। इस साल किसानों से केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य 2300 रूपए प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीदी की जा रही है, जिसका भुगतान किसानों को किया जा रहा है तथा प्रति क्विंटल अंतर की राशि 800 रूपए छत्तीसगढ़ सरकार किसानों को आदान सहायता के रूप में एकमुश्त फरवरी 2025 में प्रदान करेगी।
- कैबिनेट ने खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में उपार्जित धान में से अतिशेष धान की नीलामी को ऑनलाईन प्लेटफार्म के माध्यम से निराकरण करने का निर्णय लिया है।
- छत्तीसगढ़ राज्य में एचव्ही-4 श्रेणी के विद्युत उपभोक्ता-मिनी स्टील प्लांट, स्टील उद्योग को जिनके कैप्टिव पावर प्लांट नहीं है या एक मेगा वॉट से कम है तथा उनका लोड 2.5 एमव्हीए से अधिक है को औद्योगिक एवं आर्थिक मंदी के कारण उन्हें प्रतिस्पर्धा में बनाए रखने तथा राहत देने के उद्देश्य से कैबिनेट द्वारा एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए विशेष राहत पैकेज अंतर्गत ऊर्जा प्रभार में 01 अक्टूबर 2024 से 31 मार्च 2025 तक अधिकतम एक रूपए प्रति यूनिट छूट देने का निर्णय लिया गया।
- कैबिनेट ने विधानसभा सत्र में किए गए घोषणा के अनुपालन में राज्य के कलाकारों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता राशि में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। अर्थाभावग्रस्त लेखकों और कलाकारों एवं उनके आश्रितों को वित्तीय सहायता देने के लिए संस्कृति विभाग द्वारा संचालित छत्तीसगढ़ कलाकार कोष नियम 1982 में संशोधन कर राज्य के कलाकारों को 25 हजार रूपए के स्थान पर अब अधिकतम 50 हजार रूपए की सहायता एवं मृत्यु होने पर 01 लाख रूपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान किए जाने का निर्णय लिया है।
- छत्तीसगढ़ राज्य के युवाओं को वित्तीय बाजारों, निवेश के साधनों एवं वित्तीय नियोजन के क्षेत्र में उपयुक्त कौशल तथा आवश्यक ज्ञान उपलब्ध कराने के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा छात्र स्किलिंग प्रोग्राम (एसएसपी) के तहत नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के साथ एमओयू करने का निर्णय लिया गया है। यह प्रशिक्षण हाई स्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूल तथा कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए संचालित किया जाएगा।
- वाणिज्यिक कर (आबकारी) विभाग में अपर आयुक्त आबकारी का एक नवीन पद (वेतन मेट्रिक्स लेवल-15) का सृजन करने का निर्णय लिया गया।
- नवा रायपुर अटल नगर में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रयोजन हेतु श्री सत्य सांई हेल्थ एवं एजुकेशन ट्रस्ट को अतिरिक्त 05 एकड़ भूमि निःशुल्क आबंटित करने का निर्णय लिया गया।
- छत्तीसगढ़ विशेष क्षेत्र (अचल संपत्ति का व्ययन) नियम, 2008 के तहत् नवा रायपुर अटल नगर में The Art of Living Centre की स्थापना हेतु 40 एकड़ भूमि रियायती दर पर आबंटित करने का निर्णय लिया गया।
- नया रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण की नया रायपुर आपसी सहमति से भूमि क्रय नीति, 2017 में संशोधन करने का निर्णय लिया गया।
- छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल के द्वारा निर्मित 5 वर्ष से अधिक समय से नहीं बिके हुए आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियों को (One time settlement) एकमुश्त निपटान हेतु लागत मूल्य (बेस रेट) से 10 प्रतिशत, 20 प्रतिशत तथा 30 प्रतिशत छूट देकर विक्रय करने का निर्णय लिया गया।
- प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी 2.0 अंतर्गत एक लाख 32 हजार हितग्राहियों को लाभान्वित करने के लिए कुल अनुदान राशि 3938.80 करोड़ है, जिसमें अनिवार्य राज्यांश 1450 करोड़ रूपए एवं अतिरिक्त राज्यांश 538 करोड़, जो कि मकान पूर्ण करने अथवा गृह प्रवेश पर दिया जाएगा, का अनुमोदन किया गया।
- कैबिनेट ने महिला स्व-सहायता समूह के हित को ध्यान में रखते हुए रेडी टू ईट निर्माण का काम महिला स्व-सहायता समूहों को सौंपने का निर्णय लिया है। पहले चरण में रेडी टू ईट निर्माण का कार्य 5 जिलों में महिला स्व-सहायता समूहों को दिया जाएगा।
- छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, 1993 के अंतर्गत त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं में अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रतिनिधित्व एवं आरक्षण संबंधी प्रावधानों में संशोधन किए जाने हेतु विभिन्न धाराओं में संशोधन संबंधी जारी अध्यादेश की समयावधि को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया।
*Women’s PGT 2025: Sneha Singh goes on birdie spree to win second leg of WPGT*

Sports

Khabar kolkata sports Desk: Sneha Singh shot 3-under 67, the best round of the week, to total 4-under 206 and won by eight shots over the more experienced Vani Kapoor (74), who had four bogeys and no birdies. Sneha Singh overcame a horrific start to produce a brilliant run of seven birdies in the final round to clinch the second leg of the Hero Women’s Pro Golf Tour at the Tollygunge Club here on Friday.

The 20-year-old from Hyderabad shot 3-under 67, the best round of the week, to total 4-under 206 and won by eight shots over the more experienced Vani Kapoor (74), who had four bogeys and no birdies.

Sneha started the final day with a one-shot lead, but both she and Vani bogeyed the first, third and fourth.

However, Sneha recovered with birdies on the fifth, seventh and eighth to turn in even par.

In contrast, Vani had only pars and from being one behind at the start of the final round, she was four behind Sneha with nine holes to go.

On the back nine, Sneha birdied three times in a row from the 11th before dropping a shot on the 14th.

She quickly made up with a final birdie on the par-4 16th for a 67.

Vani dropped a shot on the 11th and parred the rest. Vani’s 74 gave her the second-best aggregate at 4-over 214.

Jasmine Shekar, two-time winner last season, shot 1-over 71 that included three birdies on the trot from the 11th to the 13th.

Overall, Jasmine had four birdies against five bogeys. She finished third at 8-over 218.

Anvitha Narender, who played in the final group with Sneha and Vani, carded 2-over 72 that included two birdies, two bogeys and a double bogey on Par-3 eighth to finish in a tie for third with Jasmine.

Kriti Chowhan (73) and Vidhatri Urs (71) were fifth and sixth at 221 and 225.

Amandeep Drall, who had two disappointing days with 79-79, made up with a superb 2-under 68, one of the only two under-par scores of the day.

It gave Amandeep, who is planning to play a lot of events on the Ladies European Tour, a big boost. She totalled 226 and was tied seventh.

The winner of the first leg this season, Rhea Purvi Sarvanan (74) was eighth, while Durga Nittur (77) and Ravjot K Dosanjh (83) were tied ninth to complete the top 10.

Among other well-known names Shweta Mansingh (75) and Khushi Khanijau (81) were Tied-11th and Neha Tripathi (80) was T-15th.