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India

Sep 18 2024, 12:31

क्या है “पेजर” जिसके धमाके से दहल गया हिजबुल्लाह, मोबाइल की जगह क्यों हो रहा था इस्तेमाल?*
#what_is_pager_how_pager_blast_happens_in_lebanon लेबनान में एक ही समय में हुए हजारों पेजर अटैक से सनसनी फैल गई है। लेबनान की राजधानी बेरूत में मंगलवार को एक साथ एक वक्त पर हजारों ब्लास्ट हुए। इससे शहरभर में अफरा-तफरी मच गई। हजारों सीरियल ब्लास्ट में 3 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं। अबतक 12 लोगों की मौत हो गई। इतनी बड़ी संख्या में धमाकों के बाद से सड़क, घर और दुकानों में चीख-पुकार मच गई। धमाकों के बाद अस्पतालों में घायलों के इलाज के लिए भीड़ लग गई। इस हमले के पीछे हिजबुल्लाह ने इजराइल का हाथ बताया और अपने सदस्यों व लड़ाकों को पेजर्स से दूर रहने की सलाह दी है। *पेजर क्या है?* इस इस पूरे मामले के बाद सवाल उठ रहे है कि ये पेजर क्या है और हिजबुल्लाह के लड़ाके इसका क्यों इस्तेमाल कर रहे थे? पेजर एक छोटी कम्युनिकेशन डिवाइस है, जो मैसेजिंग के लिए इस्तेमाल होती है। पेजर रेडियो वेव्स के जरिये ऑपरेट होता है। ऑपरेटर किसी रेडियो फ्रीक्वेंसी पर पेजर से मैसेज भेज सकता है। 80 के दशक तक दुनिया भर में इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल होता था। हालांकि मोबाइल और दूसरी टेक्नोलॉजी के आने के बाद पेजर लगभग खत्म हो गया, पर हिजबुल्लाह जैसे कई आतंकी संगठन और अपराधी अभी भी पेजर का इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि यह मोबाइल या दूसरी कम्युनिकेशन डिवाइस के मुकाबले बहुत सुरक्षित माना जाता है और आसानी से पकड़ में नहीं आता है। *कैसे काम करता है पेजर?* पेजर के जरिए किसी को मैसेज भेजना है तो पहले रिसीवर की रेडियो फ्रीक्वेंसी अपने डिवाइस में सेट करनी होगी और फिर मैसेज भेज सकते हैं। मैसेज उसी यूनिक फ्रीक्वेंसी पर रिसीव होगा। पेजर में कॉलिंग वगैरह की कोई सुविधा नहीं होती है। पेजर मुख्य तौर पर तीन तरह के होते हैं। पहले है वन वे पेजर, जिसमें सिर्फ मैसेज रिसीव किया जा सकता है। दूसरा है टू वे पेजर, जिसमें मैसेज रिसीव करने के साथ-साथ सेंड करने की भी सुविधा होती है और तीसरा है वॉइस पेजर जिसमें वाइस रिकॉर्डेड मैसेज भेजे जा सकते हैं। *हिजबुल्लाह ने इजरायल पर लगाया आरोप* चूंकी, पेजर मोबाइल या दूसरी कम्युनिकेशन डिवाइस के मुकाबले बहुत सुरक्षित माना जाता है और आसानी से पकड़ में नहीं आता यही वजह है कि हिजबुल्लाह के लड़ाके इजरायली हमले से बचने के लिए मोबाइल की जगह पेजर का इस्तेमाल कर रहे थे। हिजबुल्लाह को शक था कि उसके कम्युनिकेशन नेटवर्क के कुछ लोगों को इजरायल ने खरीद लिया है। इसी के बाद इस संगठन में इंटरनल कम्युनिकेशन के लिए मोबाइल को बैन कर दिया गया था और उसके मेंबर पेजर से कम्युनिकेट करते थे। अब हिजबुल्लाह को शक है कि इजरायल ने किसी मालवेयर की मदद से उनके पेजर में ब्लास्ट करवाए हैं। खास बात ये है कि लेबनान में ही नहीं सीरिया में भी हिजबुल्लाह के लोग इन धमाकों में घायल हुए हैं। लेबनान में ईरान के राजदूत भी घायल हुए हैं। लेबनान के हॉस्पिटल इन धमाकों में घायल हुए लोगों से भरे पड़े हैं। *पेजर से छेड़छाड़ कैसे हुई?* इस पूरे मामले के बाद पेजर पर सबसे ज्यादा सवाल खड़े हो रहे हैं, कि पेजर से छेड़छाड़ कैसे हुई, वे कौन से पेजर हैं जो हिजबुल्लाह के लड़ाके यूज कर रहे थे। इसको लेकर जो जानकारी सामने आई है उससे पता चला है कि ये पेजर ताइवान से लाए गए थे। हिजबुल्लाह ने ताइवान की कंपनी ‘गोल्ड अपोलो’ से ये पेजर लिए थे, इनकी कीमत करीब 200 डॉलर बताई जा रही है। हिजबुल्लाह की शुरुआती जांच में पता चला है कि ताइवान से जब पेजर शिपमेंट लेबनान पहुंचा तो बीच में तीन महीने के लिए ये शिपमेंट होल्ड पर था. कहा जा रहा है इसी दौरान इजराइली एजेंसी पेजर से छेड़-छाड़ करने में कामयाब रही है। यानी जब शिपमेंट होल्ड पर था, तब इजराइल के एजेंट्स ने इन पेजर्स में विस्फोटक लगा दिया। मंगलवार को जब अचानक ये पेजर फटना शुरू हुए तो उससे पहले सभी पेजर पर Error का मैसेज आया। Error मैसेज के बाद वो वाइब्रेट करने लगा और हीट होने लगा। कुछ लोगों ने पेजर हीट होने पर उसे खुद से दूर भी रख दिया, लेकिन ज्यादातर लोग क्योंकि इसे जेब में रखते थे, ऐसे में जैसी ही ब्लास्ट हुआ तो इससे बड़ा नुकसान हो गया।

sarthaks24

Sep 17 2024, 10:00

JEE Main Crash Course by Sarthaks eConnect

Listen, my dear students,

I’ve seen many batches come and go, and I know how overwhelming preparing for the JEE Main exam can feel. But let me tell you something—there's no need to worry if you plan wisely and make use of the right resources.

This year, Sarthaks.com has brought a wonderful crash course for JEE Main 2025, and I strongly recommend you take advantage of it. Here's why this course can really make a difference for you:

You’ll have access to 700+ concept videos, explained in a mix of Hindi and English (Hinglish), which will help you understand and revise important topics at your own pace.

Then there are 24 full syllabus tests. These are gold. They’ll give you a sense of what the actual exam will feel like, preparing you mentally and sharpening your time management.

For deeper practice, there are 500+ chapter tests. These are perfect for drilling down into specific topics and making sure you've mastered each one.

You’ll also have 36 subject tests to help you get a solid grasp on Physics, Chemistry, and Math, and 90+ chapter-wise notes that will give you all the important points for quick revision.

It covers the entire JEE main syllabus [Updated 2025] thoroughly, and it's been designed with your success in mind.

On top of that, we provide JEE main mock test for you, this mock tests will put you in the real exam mindset, helping you tackle questions with confidence.

I’ve seen many students succeed by taking the right help at the right time. This course can give you that edge. So, make sure to grab this opportunity, give it your best shot, and you’ll be well on your way to crack this exam.

For your references I have put all the necessary links on the above, just go to the link and star you preparations ASAP.

India

Sep 16 2024, 14:35

हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 3 ऑब्जर्वर किए नियुक्त, क्या गहलोत-माकन और बाजवा दिला पाएंगें फायदा?

#whatiscongressstrategybehindappointed3observersfor_haryana

हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव को लेकर वोटिंग होनी हैं। इससे पहले सभी पार्टियों ने पूरा जोर लगा रखा है। एक तरफ बीजेपी तीसरी बार सत्ता में बने रहने के लिए पूरी जोर आजमाइश में लगी है, वहीं कांग्रेस 10 साल बाद सत्ता वापसी के लिए लड़ रही है। कांग्रेस इस चुनाव में बढ़त के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। यही वजह है कि पार्टी के तीन बड़े नेताओं को हरियाणा भेजकर अहम जिम्मेदारी दी जा रही है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। कांग्रेस राजस्थान, दिल्ली और पंजाब से अपने तीन बड़े नेताओं को इसकी जिम्मेदारी दी है। कांग्रेस ने राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन और पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा को वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया है।

10 साल बाद सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस का पूरा जोर

कांग्रेस 10 साल से सत्ता में दूर है इसलिए पार्टी चुनाव की तैयारियों में किसी तरह की कमी नहीं छोड़ना चाहती इसलिए अशोक गहलोत, मकान और बाजवा जैसे वरिष्ठ नेताओं को हरियाणा भेजा जा रहा है। राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन और पंजाब असेंबली में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, तीनों ही नेता न सिर्फ बेहद सीनियर व अनुभवी हैं, बल्कि संगठन में इनकी अपनी एक साख है। तीनों नेता हरियाणा की सीमा से सटे तीन राज्यों दिल्ली, पंजाब व राजस्थान से आते हैं। ऐसे में इन तीनों के सहारे उन इलाकों में इनके प्रभाव का इस्तेमाल करने की भी योजना है।

तीनों पर्यवेक्षकों के लिए बागियों को साधना सबसे बड़ी जिम्मेदारी

सूत्रों के मुताबिक, इन पर्यवेक्षकों का फिलहाल प्रमुख काम वहां नाराज पार्टी नेताओं, बागियों, नाराज कार्यकर्ताओं से संपर्क कर उनकी नाराजगी दूर करना, नाराज घर बैठ चुके लोगों को घर से बाहर निकालना है। उल्लेखनीय है कि नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 16 सितंबर सोमवार है। इसलिए कांग्रेस पूरा जोर लगाकर अपने बागियों को मनाने की कोशिश में लगी है। फिलहाल कांग्रेस में 31 बागी निर्दलीय खड़े हुए हैं। इन्हें साधना कांग्रेस की सबसे बड़ी प्राथमिकता व चिंता है। पार्टी के भीतर फिलहाल इस बात पर मंथन हो रहा है कि किस तरह के बागी को कैसे मनाया जाए या उस पर कहां व किससे कहलवाकर जोर डलवा कर नाम वापस लेने के लिए तैयार किया जा सकता है।

5 अक्टूबर को होगा मतदान

90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होना है और मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। सूबे में कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच मुकाबला है। तीनों ही पार्टियों ने चुन चुनकर अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतार दिए हैं। सूबे में 10 सालों से बीजेपी की सरकार है। ऐसे में पार्टी तीसरी बार राज्य में सरकार बनाने की कोशिश में है तो वहीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था जिसको लेकर पार्टी के हौसले बुलंद हैं। पार्टी किसी भी तरह से राज्य में वापसी करने की कोशिश में लगी हुई है।

narsingh481

Sep 15 2024, 19:11

तीन लाख रुपए में बने चबूतरे, टैंक रखने के प्रयास मात्र से हुए धराशायी

लखनऊ। भ्रष्टाचार का दीमक सर्वत्र समान रूप से व्याप्त होने के कारण लोगों की गाढ़ी कमाई से अधिकारी और ठेकेदार मालामाल हो रहे हैं l प्रकरण यह है कि, कैंट स्थित सशत्र बल अधिकरण लखनऊ के सामने दो चबूतरों का निर्माण कुछ दिन पहले इसलिए कराया गया था कि, उस पर लोगो के दर्शनार्थ दो टैंक रखवाए जाने थे l सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उसके निर्माण में करीब तीन लाख रुपए और कुछ का कहना है कि पांच से ग्यारह लाख रुपए खर्च किए गए लेकिन, जैसे ही टैंक को रखने का प्रयास किया गया बालू निर्मित चबूतरे तास के पत्ते की तरह बिखर गए l मौके पर पहुंचे बार के पूर्व महामंत्री विजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि, चबूतरों के निर्माण में प्रयुक्त किए गए मटेरियल में बालू के अलावा कुछ भी नहीं है। दोनों चबूतरों को मिटटी भरकर ऊपर से जिस प्रकार से प्लास्टर कर दिया गया है इससे ऐसा लगता है कि, इसके निर्माण में बीस हजार रुपए से ज्यादा का खर्च नहीं आया होगा, उन्होंने यह भी बताया कि, अभी यह जानकारी नहीं प्राप्त हो सकी है कि, इसका निर्माण सेना के इंजीनियरों द्वारा कराया गया है या अधिकरण के रजिस्ट्रार द्वारा और वास्तविक रूप से कितना खर्च आया है, इसकी जानकारी प्राप्त होने के बाद उचित कार्यवाही के लिए संबंधित उच्च-अधिकारियों से मांग की जाएगी कि, प्रकरण की जांच की जाए कि, इतनी बड़ी रकम एक ट्रक मिटटी और एक ट्राली बालू में खर्च करने का जादू कैसे किया गया l  

WestBengalBangla

Sep 14 2024, 15:29

*Have Not Come Here as CM But As Your Didi: Mamata Banerjee Visits Swasthya Bhavan Agitation Site To Appeal To Doctors In A Surprise Visit*

SB News Bureau: In an unprecedented move showing what pro-people leaders look like, West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee set an example on Saturday and made a surprise visit at the Swasthya Bhavan agitation site to talk to protesting junior doctors and assured them of government action. Issuing an appeal to agitating doctors to withdraw their strike as their 'Didi' and "elder sister", she said she supports their demands for justice.

The development comes 2 days after doctors had refused to hold dialogue with her at Nabanna, where the CM waited for 2 hours due to an impasse over livestreaming the discussion. While the government offered an option to record the meeting as legal limitations did not allow for livestreaming a discussion on a sub-judice matter, the doctors rejected the offer and continued the deadlock.

"I am not here as the Chief Minister but as your Didi as your elder sister. I urge you to return to work. I support your movement for justice," she told the agitating doctors on Saturday, reiterating her demands for justice for the RG Kar victim and capital punishment for the perpetrators.

"Despite safety concerns, I have come here because I support your movement. You couldn't sleep amid rain and storm last night. Even I couldn't sleep. I feel your pain. Even I couldn't sleep for 34 days because your safety matters to us." she added.

Pledging her support to the cause, Mamata Banerjee assured protesting doctors that she would look into all their demands. "We have already initiated the renovation work of the state-run hospitals and will revamp the health infrastructure...We will form new Rogi Kalyan Samitis...No culprit is my friend and will not be spared if found guilty," she added.

The Chief Minister also said no action would be taken against the protesting doctors. "It is my earnest request to you. Discuss among yourselves and make a decision. Please return to work. You are like my brother and sisters and I have sympathy for you. I will not take any action against you. This is not UP. They had implemented ESMA and stopped all sorts of strikes and rallies. But be rest assured, I will not do anything of this sort. I am against taking any action against the doctors. I know that you do noble work. The seniors [doctors] need you. Think about my proposal,"If I can come to this protest site to stand by you, I can also ensure justice and listen to your demands."

Gaya

Sep 12 2024, 08:35

भोजपुरी गायक खेसारी लाल यादव के जबरा फैन सह समाजिक कार्यकर्ता गुंजन यादव ने नेत्रहीन बच्चों के साथ मनाया जन्मदिन
गया। भोजपुरी गायक खेसारी लाल यादव के जबरा फैन सह समाजिक कार्यकर्ता गुंजन यादव ने अपने जन्मदिन पर गया-पटना रोड पर स्थित चाकन्द के समीप रहीम बिगहा में नेत्रहीन विद्यालय में नेत्रहीन बच्चों के साथ केक काट कर अपना जन्मदिन मनाया। इस दौरान विद्यालय के बच्चों को भोजन कराया और जरुरत की अन्य सामग्री को भी वितरित किया। मौके पर गुंजन यादव ने कहा कि नेत्रहीन बच्चों के साथ अपना जन्मदिन मनाकर काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं। खेसारी लाल यादव भी अपना जन्मदिन को गरीब और वृद्धा आश्रम में जाकर जन्मदिन को मानते हैं और उनसे ही सीख मिली है जो हम आज नेत्रहीन बच्चों के साथ मना रहे है।

cgstreetbuzz

Sep 10 2024, 18:00

छत्तीसगढ़ कैडर के IAS अभिषेक शर्मा का इंटर-स्टेट डेपुटेशन एक साल के लिए बढ़ाया, आदेश जारी …

नई दिल्ली-   केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ कैडर के 2018 बैच के आईएएस अधिकारी अभिषेक शर्मा (IAS Abhishek Sharma) का इंटर-स्टेट डेपुटेशन एक साल के लिए बढ़ा दिया है. इस निर्णय के तहत अभिषेक शर्मा का डेपुटेशन अब 8 जुलाई 2025 तक होगा.

जारी आदेश के मुताबिक, भारतीय प्रशासनिक सेवा (कैडर) नियम, 1954 के नियम 6(1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, केंद्र सरकार ने अभिषेक शर्मा की एजीएमयूटी कैडर (केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर) में प्रतिनियुक्ति को 08 जुलाई 2024 से एक वर्ष की अवधि के लिए बढ़ाने की मंजूरी दे दी है.

देखिये आदेश की कॉपी-

Md Shahid

Sep 09 2024, 20:27

10 सितंबर को जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के तहत जागरूकता व एलईडी वाहन को पुलिस अधीक्षक ने किया रवाना।
रामगढ़: नागरिकों के शिकायतों के त्वरित एवं प्रभावी निवारण हेतु झारखंड पुलिस की अनोखी पहल के तहत 10 सितंबर 2024 को छावनी परिषद फुटबॉल, मैदान रामगढ़ में जिला स्तरीय जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन रामगढ़ पुलिस के द्वारा किया जाएगा। इसी क्रम में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के व्यापक प्रचार प्रसार को लेकर सोमवार को पुलिस अधीक्षक, रामगढ़ अजय कुमार जिला समाहरणालय परिसर से जागरूकता व एलईडी वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मौके पर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने सभी जिले वासियों से जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में उपस्थित होकर अपनी किसी भी तरह की समस्या को सीधा पुलिस प्रशासन के समक्ष रखने की अपील की वहीं उन्होंने अपने आस-पड़ोस में भी लोगों को 10 सितंबर को आयोजित होने वाले जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के प्रति जानकारी देने की अपील की। जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के दौरान प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी, डालसा के अधिकारी, पैरा लीगल वालंटियर आदि उपस्थित रहेंगे। इस दौरान नागरिकों की शिकायतों/समस्या का त्वरित समाधान किया जाएगा वहीं व्यक्ति अपनी समस्याओं, ऑनलाइन फ्रॉड, डायल 112 के तहत कोई अपील/सहायता, क्षेत्र में अड्डेबाजी, ड्रग्स की स्मगलिंग, ब्राउन शुगर की खरीद बिक्री, किसी क्षेत्र में अफीम की खेती, डायन कुप्रथा, मानव तस्करी, गुमशुदा, घरेलू हिंसा सहित अन्य मामलों में शिकायत व आवेदन दे सकते हैं वहीं आमजन पूर्व में लंबित मामलों आदि को लेकर भी शिकायत व आवेदन दे सकते हैं। शिविर में प्राप्त होने वाले आवेदन का पंजीकरण किया जाएगा एवं शिकायत को त्वरित निष्पादित करने अथवा यथा संभव जल्द से जल्द निष्पादित करने का प्रयास किया जाएगा। कोई भी जिलेवासी Whatsapp No- 9162388444 एवं ई०मेल पर भी अपने शिकायत दे सकते हैं।

Hazaribagh

Sep 07 2024, 14:45

डीआईजी सुनील भास्कर ने "जन शिकायत समाधान कार्यक्रम" की घोषणा की

रिपोर्टर पिंटू कुमार 

डीआईजी सुनील भास्कर ने आज एक प्रेस वार्ता में "जन शिकायत समाधान कार्यक्रम" की शुरुआत की घोषणा की है। यह कार्यक्रम10 सितंबर को उत्तरी छोटानागपुर के पांच जिलों में आयोजित किया जाएगा।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की पुलिस से संबंधित शिकायतों का पंजीकरण करना और त्वरित समाधान प्रदान करना है। डीआईजी भास्कर ने बताया कि सभी जिलों में नागरिकों को ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने के लिए मोबाइल/WhatsApp नंबर और ई-मेल आईडी उपलब्ध कराई जाएंगी।

 इसके साथ ही, कार्यक्रम की जानकारी स्थानीय अखबारों और सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक रूप से प्रदान की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक लोग अपनी शिकायतें दर्ज कर सकें।डीआईजी ने उल्लेख किया कि कार्यक्रम के दौरान गुमशुदा बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। साथ ही, मानव तस्करी, दिव्यांग व्यक्तियों, नशीले पदार्थों के सेवन की रोकथाम, और अन्य सामाजिक समस्याओं पर जागरूकता बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा।भास्कर ने यह भी सुनिश्चित किया कि सभी शिकायतों को गोपनीय रखा जाएगा, विशेषकर उनके लिए जो नक्सलियों या अपराधियों से संबंधित शिकायतें दर्ज करते हैं।

यह कार्यक्रम न केवल नागरिकों की समस्याओं का प्रभावी समाधान प्रदान करेगा, बल्कि पुलिस के कार्यों में पारदर्शिता और सुधार लाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। डीआईजी ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस कार्यक्रम का लाभ उठाएं और अपनी समस्याओं को बिना किसी डर के पुलिस के सामने रखें।

India

Sep 06 2024, 18:54

विनेश और बजरंग पुनिया कांग्रेस के लिए इतने जरूरी क्यों हुए, क्या हरियाणा विधानसभा तुनाव में मिलेगा लाभ?

#bajrangandvineshjoinscongresswhatimpactonharyanaassemblyelections

पहलवान विनेश फोगाट कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। विनेश के साथ पहलवान बजरंग पूनिया ने भी “सियासी दंगल” में प्रवेश कर लिया। ओलंपिक में पदक से चूकने के बाद ही विनेश ने खेल से संन्यास की घोषणा कर दी थी। इसके बाद ही उनके और ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया के राजनीतिक दंगल में उतरने की अटकलें शुरू हो गई थीं। आज कांग्रेस में शामिल होने के साथ ही इस पर विराम लग गया।

दोनों खिलाड़ियों के कांग्रेस का हाथ थामने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। सवाल है कि भारत से कई खिलाड़ी ओलंपिक में गए हैं लेकिन कांग्रेस ने उनमें से केवल विनेश फोगाट और बजरंग पांजा को ही अधिक महत्व क्यों दिया? इन दोनों पहलवानों के आने से कांग्रेस को इस चुनाव में कितना फायदा मिलेगा? दूसरे शब्दों में कहें तो कांग्रेस में इन दोनों खिलाड़ियों के शामिल होने से बीजेपी को कितना झटका लगेगा?

कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश ने कहा कि सड़क से संसद तक महिलाओं के लिए लड़ने वाली पार्टी में शामिल होकर वह खुश हैं। बता दें कि विनेश महिला रेसलरों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ तत्कालीन डब्यूएफआई प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के विरोध में लड़ाई लड़कर बीजेपी के विरोध की आवाज बन चुकी है। हरियाणा के चुनावों में वैसे तो कई मुद्दे होंगे पर विनेश फौगाट के बजरंग पूनिया ने जिस मुद्दे को लेकर सक्रिय हैं वो सभी मुद्दों पर भारी पड़ सकता है।

विनेश को ओलंपिक में सफलता मिलने के बाद जिस तरह हाथ से पदक फिसल गए उससे आम लोगों में उनको लेकर जबरदस्त संवेदना है। दिल्ली में कई बार विरोध प्रदर्शनों के दौरान और ओलंपिक में फाइनल नहीं खेलने दिए जाने के बाद से विनेश फोगाट को लेकर हरियाणा समेत देशभर में सहानुभूति की जबरदस्त लहर दिखाई दी थी. पेरिस से खाली हाथ मायूस होकर दिल्ली लौटीं विनेश फोगाट को देखकर कई खेलप्रेमियों के आंसू छलक पड़े थे. इसके बाद टीवी, रेडियो, अखबारों और सोशल मीडिया में विनेश फोगाट की तस्वीरों की लहर चल पड़ी. ज्यादातर तस्वीरों में उनके साथ बजरंग पूनिया भी दिखे थे। विनेश के राजनीतिक अखाड़े में उतरने से जाहिर है कि ब्रजभूषण शरण सिंह विवाद की फिर से हर गली चौक चौबारे पर चर्चा होगी। जो चुनाव परिणाम के लिए गेमचेंजर भी साबित हो सकता है।जो मौजूदा सरकार के खिलाफ किसानों की नाराजगी, जाटों की नाराजगी आदि को और बल प्रदान करेगा।

महिला, खिलाड़ियों, युवाओं को संदेश

राजनीति के जानकारों का मानना है कि विनेश के कांग्रेस में आने से महिला वोटरों खासकर युवा लड़कियों को भी कांग्रेस की तरफ से एक संदेश जाएगा। पार्टी विनेश और बजरंग के जरिये जाट वोटरों में मजबूती के साथ ही महिलाओं के अलावा युवाओं और खिलाड़ियों को भी अपने पाले में लाने में कामयाब होती दिख रही है। इसका असर चुनाव पर दिखना स्वाभाविक है।

राजनीति में असरदार जाट बिरादरी का मिलेगा साथ!

पिछले साल पहलवानों के विरोध प्रदर्शन का असर लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला था। बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला हुआ था। एनडीए और कांग्रेस दोनों को 5-5 सीटों पर जीत मिली थी। हरियाणा की राजनीति में जाटों की अहम भूमिका है। जाटों की आबादी 22 फीसदी से अधिका है। विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया दोनों हरियाणा की राजनीति में असरदार जाट बिरादरी से संबंध रखते हैं। हरियाणा में रोहतक, सोनीपत, हिसार, भिवानी, जींद, कैथल, चरखी दादरी और सिरसा तक जाट समुदाय ही कई विधानसभा सीटों पर जीत-हार का फैसला करता है। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से इन इलाकों की 36 विधानसभा सीटों पर जाट वोटर्स निर्णायक साबित होते हैं। इसलिए कांग्रेस ने हुड्डा परिवार की पैरवी, सहानुभूति लहर और जाट समुदाय के वोटों की उम्मीद में विनेश फोगाट के पक्ष में दांव लगाया है।

India

Sep 18 2024, 12:31

क्या है “पेजर” जिसके धमाके से दहल गया हिजबुल्लाह, मोबाइल की जगह क्यों हो रहा था इस्तेमाल?*
#what_is_pager_how_pager_blast_happens_in_lebanon लेबनान में एक ही समय में हुए हजारों पेजर अटैक से सनसनी फैल गई है। लेबनान की राजधानी बेरूत में मंगलवार को एक साथ एक वक्त पर हजारों ब्लास्ट हुए। इससे शहरभर में अफरा-तफरी मच गई। हजारों सीरियल ब्लास्ट में 3 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं। अबतक 12 लोगों की मौत हो गई। इतनी बड़ी संख्या में धमाकों के बाद से सड़क, घर और दुकानों में चीख-पुकार मच गई। धमाकों के बाद अस्पतालों में घायलों के इलाज के लिए भीड़ लग गई। इस हमले के पीछे हिजबुल्लाह ने इजराइल का हाथ बताया और अपने सदस्यों व लड़ाकों को पेजर्स से दूर रहने की सलाह दी है। *पेजर क्या है?* इस इस पूरे मामले के बाद सवाल उठ रहे है कि ये पेजर क्या है और हिजबुल्लाह के लड़ाके इसका क्यों इस्तेमाल कर रहे थे? पेजर एक छोटी कम्युनिकेशन डिवाइस है, जो मैसेजिंग के लिए इस्तेमाल होती है। पेजर रेडियो वेव्स के जरिये ऑपरेट होता है। ऑपरेटर किसी रेडियो फ्रीक्वेंसी पर पेजर से मैसेज भेज सकता है। 80 के दशक तक दुनिया भर में इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल होता था। हालांकि मोबाइल और दूसरी टेक्नोलॉजी के आने के बाद पेजर लगभग खत्म हो गया, पर हिजबुल्लाह जैसे कई आतंकी संगठन और अपराधी अभी भी पेजर का इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि यह मोबाइल या दूसरी कम्युनिकेशन डिवाइस के मुकाबले बहुत सुरक्षित माना जाता है और आसानी से पकड़ में नहीं आता है। *कैसे काम करता है पेजर?* पेजर के जरिए किसी को मैसेज भेजना है तो पहले रिसीवर की रेडियो फ्रीक्वेंसी अपने डिवाइस में सेट करनी होगी और फिर मैसेज भेज सकते हैं। मैसेज उसी यूनिक फ्रीक्वेंसी पर रिसीव होगा। पेजर में कॉलिंग वगैरह की कोई सुविधा नहीं होती है। पेजर मुख्य तौर पर तीन तरह के होते हैं। पहले है वन वे पेजर, जिसमें सिर्फ मैसेज रिसीव किया जा सकता है। दूसरा है टू वे पेजर, जिसमें मैसेज रिसीव करने के साथ-साथ सेंड करने की भी सुविधा होती है और तीसरा है वॉइस पेजर जिसमें वाइस रिकॉर्डेड मैसेज भेजे जा सकते हैं। *हिजबुल्लाह ने इजरायल पर लगाया आरोप* चूंकी, पेजर मोबाइल या दूसरी कम्युनिकेशन डिवाइस के मुकाबले बहुत सुरक्षित माना जाता है और आसानी से पकड़ में नहीं आता यही वजह है कि हिजबुल्लाह के लड़ाके इजरायली हमले से बचने के लिए मोबाइल की जगह पेजर का इस्तेमाल कर रहे थे। हिजबुल्लाह को शक था कि उसके कम्युनिकेशन नेटवर्क के कुछ लोगों को इजरायल ने खरीद लिया है। इसी के बाद इस संगठन में इंटरनल कम्युनिकेशन के लिए मोबाइल को बैन कर दिया गया था और उसके मेंबर पेजर से कम्युनिकेट करते थे। अब हिजबुल्लाह को शक है कि इजरायल ने किसी मालवेयर की मदद से उनके पेजर में ब्लास्ट करवाए हैं। खास बात ये है कि लेबनान में ही नहीं सीरिया में भी हिजबुल्लाह के लोग इन धमाकों में घायल हुए हैं। लेबनान में ईरान के राजदूत भी घायल हुए हैं। लेबनान के हॉस्पिटल इन धमाकों में घायल हुए लोगों से भरे पड़े हैं। *पेजर से छेड़छाड़ कैसे हुई?* इस पूरे मामले के बाद पेजर पर सबसे ज्यादा सवाल खड़े हो रहे हैं, कि पेजर से छेड़छाड़ कैसे हुई, वे कौन से पेजर हैं जो हिजबुल्लाह के लड़ाके यूज कर रहे थे। इसको लेकर जो जानकारी सामने आई है उससे पता चला है कि ये पेजर ताइवान से लाए गए थे। हिजबुल्लाह ने ताइवान की कंपनी ‘गोल्ड अपोलो’ से ये पेजर लिए थे, इनकी कीमत करीब 200 डॉलर बताई जा रही है। हिजबुल्लाह की शुरुआती जांच में पता चला है कि ताइवान से जब पेजर शिपमेंट लेबनान पहुंचा तो बीच में तीन महीने के लिए ये शिपमेंट होल्ड पर था. कहा जा रहा है इसी दौरान इजराइली एजेंसी पेजर से छेड़-छाड़ करने में कामयाब रही है। यानी जब शिपमेंट होल्ड पर था, तब इजराइल के एजेंट्स ने इन पेजर्स में विस्फोटक लगा दिया। मंगलवार को जब अचानक ये पेजर फटना शुरू हुए तो उससे पहले सभी पेजर पर Error का मैसेज आया। Error मैसेज के बाद वो वाइब्रेट करने लगा और हीट होने लगा। कुछ लोगों ने पेजर हीट होने पर उसे खुद से दूर भी रख दिया, लेकिन ज्यादातर लोग क्योंकि इसे जेब में रखते थे, ऐसे में जैसी ही ब्लास्ट हुआ तो इससे बड़ा नुकसान हो गया।

sarthaks24

Sep 17 2024, 10:00

JEE Main Crash Course by Sarthaks eConnect

Listen, my dear students,

I’ve seen many batches come and go, and I know how overwhelming preparing for the JEE Main exam can feel. But let me tell you something—there's no need to worry if you plan wisely and make use of the right resources.

This year, Sarthaks.com has brought a wonderful crash course for JEE Main 2025, and I strongly recommend you take advantage of it. Here's why this course can really make a difference for you:

You’ll have access to 700+ concept videos, explained in a mix of Hindi and English (Hinglish), which will help you understand and revise important topics at your own pace.

Then there are 24 full syllabus tests. These are gold. They’ll give you a sense of what the actual exam will feel like, preparing you mentally and sharpening your time management.

For deeper practice, there are 500+ chapter tests. These are perfect for drilling down into specific topics and making sure you've mastered each one.

You’ll also have 36 subject tests to help you get a solid grasp on Physics, Chemistry, and Math, and 90+ chapter-wise notes that will give you all the important points for quick revision.

It covers the entire JEE main syllabus [Updated 2025] thoroughly, and it's been designed with your success in mind.

On top of that, we provide JEE main mock test for you, this mock tests will put you in the real exam mindset, helping you tackle questions with confidence.

I’ve seen many students succeed by taking the right help at the right time. This course can give you that edge. So, make sure to grab this opportunity, give it your best shot, and you’ll be well on your way to crack this exam.

For your references I have put all the necessary links on the above, just go to the link and star you preparations ASAP.

India

Sep 16 2024, 14:35

हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 3 ऑब्जर्वर किए नियुक्त, क्या गहलोत-माकन और बाजवा दिला पाएंगें फायदा?

#whatiscongressstrategybehindappointed3observersfor_haryana

हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव को लेकर वोटिंग होनी हैं। इससे पहले सभी पार्टियों ने पूरा जोर लगा रखा है। एक तरफ बीजेपी तीसरी बार सत्ता में बने रहने के लिए पूरी जोर आजमाइश में लगी है, वहीं कांग्रेस 10 साल बाद सत्ता वापसी के लिए लड़ रही है। कांग्रेस इस चुनाव में बढ़त के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। यही वजह है कि पार्टी के तीन बड़े नेताओं को हरियाणा भेजकर अहम जिम्मेदारी दी जा रही है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। कांग्रेस राजस्थान, दिल्ली और पंजाब से अपने तीन बड़े नेताओं को इसकी जिम्मेदारी दी है। कांग्रेस ने राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन और पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा को वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया है।

10 साल बाद सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस का पूरा जोर

कांग्रेस 10 साल से सत्ता में दूर है इसलिए पार्टी चुनाव की तैयारियों में किसी तरह की कमी नहीं छोड़ना चाहती इसलिए अशोक गहलोत, मकान और बाजवा जैसे वरिष्ठ नेताओं को हरियाणा भेजा जा रहा है। राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन और पंजाब असेंबली में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, तीनों ही नेता न सिर्फ बेहद सीनियर व अनुभवी हैं, बल्कि संगठन में इनकी अपनी एक साख है। तीनों नेता हरियाणा की सीमा से सटे तीन राज्यों दिल्ली, पंजाब व राजस्थान से आते हैं। ऐसे में इन तीनों के सहारे उन इलाकों में इनके प्रभाव का इस्तेमाल करने की भी योजना है।

तीनों पर्यवेक्षकों के लिए बागियों को साधना सबसे बड़ी जिम्मेदारी

सूत्रों के मुताबिक, इन पर्यवेक्षकों का फिलहाल प्रमुख काम वहां नाराज पार्टी नेताओं, बागियों, नाराज कार्यकर्ताओं से संपर्क कर उनकी नाराजगी दूर करना, नाराज घर बैठ चुके लोगों को घर से बाहर निकालना है। उल्लेखनीय है कि नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 16 सितंबर सोमवार है। इसलिए कांग्रेस पूरा जोर लगाकर अपने बागियों को मनाने की कोशिश में लगी है। फिलहाल कांग्रेस में 31 बागी निर्दलीय खड़े हुए हैं। इन्हें साधना कांग्रेस की सबसे बड़ी प्राथमिकता व चिंता है। पार्टी के भीतर फिलहाल इस बात पर मंथन हो रहा है कि किस तरह के बागी को कैसे मनाया जाए या उस पर कहां व किससे कहलवाकर जोर डलवा कर नाम वापस लेने के लिए तैयार किया जा सकता है।

5 अक्टूबर को होगा मतदान

90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होना है और मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। सूबे में कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच मुकाबला है। तीनों ही पार्टियों ने चुन चुनकर अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतार दिए हैं। सूबे में 10 सालों से बीजेपी की सरकार है। ऐसे में पार्टी तीसरी बार राज्य में सरकार बनाने की कोशिश में है तो वहीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था जिसको लेकर पार्टी के हौसले बुलंद हैं। पार्टी किसी भी तरह से राज्य में वापसी करने की कोशिश में लगी हुई है।

narsingh481

Sep 15 2024, 19:11

तीन लाख रुपए में बने चबूतरे, टैंक रखने के प्रयास मात्र से हुए धराशायी

लखनऊ। भ्रष्टाचार का दीमक सर्वत्र समान रूप से व्याप्त होने के कारण लोगों की गाढ़ी कमाई से अधिकारी और ठेकेदार मालामाल हो रहे हैं l प्रकरण यह है कि, कैंट स्थित सशत्र बल अधिकरण लखनऊ के सामने दो चबूतरों का निर्माण कुछ दिन पहले इसलिए कराया गया था कि, उस पर लोगो के दर्शनार्थ दो टैंक रखवाए जाने थे l सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उसके निर्माण में करीब तीन लाख रुपए और कुछ का कहना है कि पांच से ग्यारह लाख रुपए खर्च किए गए लेकिन, जैसे ही टैंक को रखने का प्रयास किया गया बालू निर्मित चबूतरे तास के पत्ते की तरह बिखर गए l मौके पर पहुंचे बार के पूर्व महामंत्री विजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि, चबूतरों के निर्माण में प्रयुक्त किए गए मटेरियल में बालू के अलावा कुछ भी नहीं है। दोनों चबूतरों को मिटटी भरकर ऊपर से जिस प्रकार से प्लास्टर कर दिया गया है इससे ऐसा लगता है कि, इसके निर्माण में बीस हजार रुपए से ज्यादा का खर्च नहीं आया होगा, उन्होंने यह भी बताया कि, अभी यह जानकारी नहीं प्राप्त हो सकी है कि, इसका निर्माण सेना के इंजीनियरों द्वारा कराया गया है या अधिकरण के रजिस्ट्रार द्वारा और वास्तविक रूप से कितना खर्च आया है, इसकी जानकारी प्राप्त होने के बाद उचित कार्यवाही के लिए संबंधित उच्च-अधिकारियों से मांग की जाएगी कि, प्रकरण की जांच की जाए कि, इतनी बड़ी रकम एक ट्रक मिटटी और एक ट्राली बालू में खर्च करने का जादू कैसे किया गया l  

WestBengalBangla

Sep 14 2024, 15:29

*Have Not Come Here as CM But As Your Didi: Mamata Banerjee Visits Swasthya Bhavan Agitation Site To Appeal To Doctors In A Surprise Visit*

SB News Bureau: In an unprecedented move showing what pro-people leaders look like, West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee set an example on Saturday and made a surprise visit at the Swasthya Bhavan agitation site to talk to protesting junior doctors and assured them of government action. Issuing an appeal to agitating doctors to withdraw their strike as their 'Didi' and "elder sister", she said she supports their demands for justice.

The development comes 2 days after doctors had refused to hold dialogue with her at Nabanna, where the CM waited for 2 hours due to an impasse over livestreaming the discussion. While the government offered an option to record the meeting as legal limitations did not allow for livestreaming a discussion on a sub-judice matter, the doctors rejected the offer and continued the deadlock.

"I am not here as the Chief Minister but as your Didi as your elder sister. I urge you to return to work. I support your movement for justice," she told the agitating doctors on Saturday, reiterating her demands for justice for the RG Kar victim and capital punishment for the perpetrators.

"Despite safety concerns, I have come here because I support your movement. You couldn't sleep amid rain and storm last night. Even I couldn't sleep. I feel your pain. Even I couldn't sleep for 34 days because your safety matters to us." she added.

Pledging her support to the cause, Mamata Banerjee assured protesting doctors that she would look into all their demands. "We have already initiated the renovation work of the state-run hospitals and will revamp the health infrastructure...We will form new Rogi Kalyan Samitis...No culprit is my friend and will not be spared if found guilty," she added.

The Chief Minister also said no action would be taken against the protesting doctors. "It is my earnest request to you. Discuss among yourselves and make a decision. Please return to work. You are like my brother and sisters and I have sympathy for you. I will not take any action against you. This is not UP. They had implemented ESMA and stopped all sorts of strikes and rallies. But be rest assured, I will not do anything of this sort. I am against taking any action against the doctors. I know that you do noble work. The seniors [doctors] need you. Think about my proposal,"If I can come to this protest site to stand by you, I can also ensure justice and listen to your demands."

Gaya

Sep 12 2024, 08:35

भोजपुरी गायक खेसारी लाल यादव के जबरा फैन सह समाजिक कार्यकर्ता गुंजन यादव ने नेत्रहीन बच्चों के साथ मनाया जन्मदिन
गया। भोजपुरी गायक खेसारी लाल यादव के जबरा फैन सह समाजिक कार्यकर्ता गुंजन यादव ने अपने जन्मदिन पर गया-पटना रोड पर स्थित चाकन्द के समीप रहीम बिगहा में नेत्रहीन विद्यालय में नेत्रहीन बच्चों के साथ केक काट कर अपना जन्मदिन मनाया। इस दौरान विद्यालय के बच्चों को भोजन कराया और जरुरत की अन्य सामग्री को भी वितरित किया। मौके पर गुंजन यादव ने कहा कि नेत्रहीन बच्चों के साथ अपना जन्मदिन मनाकर काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं। खेसारी लाल यादव भी अपना जन्मदिन को गरीब और वृद्धा आश्रम में जाकर जन्मदिन को मानते हैं और उनसे ही सीख मिली है जो हम आज नेत्रहीन बच्चों के साथ मना रहे है।

cgstreetbuzz

Sep 10 2024, 18:00

छत्तीसगढ़ कैडर के IAS अभिषेक शर्मा का इंटर-स्टेट डेपुटेशन एक साल के लिए बढ़ाया, आदेश जारी …

नई दिल्ली-   केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ कैडर के 2018 बैच के आईएएस अधिकारी अभिषेक शर्मा (IAS Abhishek Sharma) का इंटर-स्टेट डेपुटेशन एक साल के लिए बढ़ा दिया है. इस निर्णय के तहत अभिषेक शर्मा का डेपुटेशन अब 8 जुलाई 2025 तक होगा.

जारी आदेश के मुताबिक, भारतीय प्रशासनिक सेवा (कैडर) नियम, 1954 के नियम 6(1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, केंद्र सरकार ने अभिषेक शर्मा की एजीएमयूटी कैडर (केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर) में प्रतिनियुक्ति को 08 जुलाई 2024 से एक वर्ष की अवधि के लिए बढ़ाने की मंजूरी दे दी है.

देखिये आदेश की कॉपी-

Md Shahid

Sep 09 2024, 20:27

10 सितंबर को जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के तहत जागरूकता व एलईडी वाहन को पुलिस अधीक्षक ने किया रवाना।
रामगढ़: नागरिकों के शिकायतों के त्वरित एवं प्रभावी निवारण हेतु झारखंड पुलिस की अनोखी पहल के तहत 10 सितंबर 2024 को छावनी परिषद फुटबॉल, मैदान रामगढ़ में जिला स्तरीय जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन रामगढ़ पुलिस के द्वारा किया जाएगा। इसी क्रम में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के व्यापक प्रचार प्रसार को लेकर सोमवार को पुलिस अधीक्षक, रामगढ़ अजय कुमार जिला समाहरणालय परिसर से जागरूकता व एलईडी वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मौके पर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने सभी जिले वासियों से जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में उपस्थित होकर अपनी किसी भी तरह की समस्या को सीधा पुलिस प्रशासन के समक्ष रखने की अपील की वहीं उन्होंने अपने आस-पड़ोस में भी लोगों को 10 सितंबर को आयोजित होने वाले जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के प्रति जानकारी देने की अपील की। जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के दौरान प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी, डालसा के अधिकारी, पैरा लीगल वालंटियर आदि उपस्थित रहेंगे। इस दौरान नागरिकों की शिकायतों/समस्या का त्वरित समाधान किया जाएगा वहीं व्यक्ति अपनी समस्याओं, ऑनलाइन फ्रॉड, डायल 112 के तहत कोई अपील/सहायता, क्षेत्र में अड्डेबाजी, ड्रग्स की स्मगलिंग, ब्राउन शुगर की खरीद बिक्री, किसी क्षेत्र में अफीम की खेती, डायन कुप्रथा, मानव तस्करी, गुमशुदा, घरेलू हिंसा सहित अन्य मामलों में शिकायत व आवेदन दे सकते हैं वहीं आमजन पूर्व में लंबित मामलों आदि को लेकर भी शिकायत व आवेदन दे सकते हैं। शिविर में प्राप्त होने वाले आवेदन का पंजीकरण किया जाएगा एवं शिकायत को त्वरित निष्पादित करने अथवा यथा संभव जल्द से जल्द निष्पादित करने का प्रयास किया जाएगा। कोई भी जिलेवासी Whatsapp No- 9162388444 एवं ई०मेल पर भी अपने शिकायत दे सकते हैं।

Hazaribagh

Sep 07 2024, 14:45

डीआईजी सुनील भास्कर ने "जन शिकायत समाधान कार्यक्रम" की घोषणा की

रिपोर्टर पिंटू कुमार 

डीआईजी सुनील भास्कर ने आज एक प्रेस वार्ता में "जन शिकायत समाधान कार्यक्रम" की शुरुआत की घोषणा की है। यह कार्यक्रम10 सितंबर को उत्तरी छोटानागपुर के पांच जिलों में आयोजित किया जाएगा।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की पुलिस से संबंधित शिकायतों का पंजीकरण करना और त्वरित समाधान प्रदान करना है। डीआईजी भास्कर ने बताया कि सभी जिलों में नागरिकों को ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने के लिए मोबाइल/WhatsApp नंबर और ई-मेल आईडी उपलब्ध कराई जाएंगी।

 इसके साथ ही, कार्यक्रम की जानकारी स्थानीय अखबारों और सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक रूप से प्रदान की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक लोग अपनी शिकायतें दर्ज कर सकें।डीआईजी ने उल्लेख किया कि कार्यक्रम के दौरान गुमशुदा बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। साथ ही, मानव तस्करी, दिव्यांग व्यक्तियों, नशीले पदार्थों के सेवन की रोकथाम, और अन्य सामाजिक समस्याओं पर जागरूकता बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा।भास्कर ने यह भी सुनिश्चित किया कि सभी शिकायतों को गोपनीय रखा जाएगा, विशेषकर उनके लिए जो नक्सलियों या अपराधियों से संबंधित शिकायतें दर्ज करते हैं।

यह कार्यक्रम न केवल नागरिकों की समस्याओं का प्रभावी समाधान प्रदान करेगा, बल्कि पुलिस के कार्यों में पारदर्शिता और सुधार लाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। डीआईजी ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस कार्यक्रम का लाभ उठाएं और अपनी समस्याओं को बिना किसी डर के पुलिस के सामने रखें।

India

Sep 06 2024, 18:54

विनेश और बजरंग पुनिया कांग्रेस के लिए इतने जरूरी क्यों हुए, क्या हरियाणा विधानसभा तुनाव में मिलेगा लाभ?

#bajrangandvineshjoinscongresswhatimpactonharyanaassemblyelections

पहलवान विनेश फोगाट कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। विनेश के साथ पहलवान बजरंग पूनिया ने भी “सियासी दंगल” में प्रवेश कर लिया। ओलंपिक में पदक से चूकने के बाद ही विनेश ने खेल से संन्यास की घोषणा कर दी थी। इसके बाद ही उनके और ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया के राजनीतिक दंगल में उतरने की अटकलें शुरू हो गई थीं। आज कांग्रेस में शामिल होने के साथ ही इस पर विराम लग गया।

दोनों खिलाड़ियों के कांग्रेस का हाथ थामने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। सवाल है कि भारत से कई खिलाड़ी ओलंपिक में गए हैं लेकिन कांग्रेस ने उनमें से केवल विनेश फोगाट और बजरंग पांजा को ही अधिक महत्व क्यों दिया? इन दोनों पहलवानों के आने से कांग्रेस को इस चुनाव में कितना फायदा मिलेगा? दूसरे शब्दों में कहें तो कांग्रेस में इन दोनों खिलाड़ियों के शामिल होने से बीजेपी को कितना झटका लगेगा?

कांग्रेस में शामिल होने के बाद विनेश ने कहा कि सड़क से संसद तक महिलाओं के लिए लड़ने वाली पार्टी में शामिल होकर वह खुश हैं। बता दें कि विनेश महिला रेसलरों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ तत्कालीन डब्यूएफआई प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के विरोध में लड़ाई लड़कर बीजेपी के विरोध की आवाज बन चुकी है। हरियाणा के चुनावों में वैसे तो कई मुद्दे होंगे पर विनेश फौगाट के बजरंग पूनिया ने जिस मुद्दे को लेकर सक्रिय हैं वो सभी मुद्दों पर भारी पड़ सकता है।

विनेश को ओलंपिक में सफलता मिलने के बाद जिस तरह हाथ से पदक फिसल गए उससे आम लोगों में उनको लेकर जबरदस्त संवेदना है। दिल्ली में कई बार विरोध प्रदर्शनों के दौरान और ओलंपिक में फाइनल नहीं खेलने दिए जाने के बाद से विनेश फोगाट को लेकर हरियाणा समेत देशभर में सहानुभूति की जबरदस्त लहर दिखाई दी थी. पेरिस से खाली हाथ मायूस होकर दिल्ली लौटीं विनेश फोगाट को देखकर कई खेलप्रेमियों के आंसू छलक पड़े थे. इसके बाद टीवी, रेडियो, अखबारों और सोशल मीडिया में विनेश फोगाट की तस्वीरों की लहर चल पड़ी. ज्यादातर तस्वीरों में उनके साथ बजरंग पूनिया भी दिखे थे। विनेश के राजनीतिक अखाड़े में उतरने से जाहिर है कि ब्रजभूषण शरण सिंह विवाद की फिर से हर गली चौक चौबारे पर चर्चा होगी। जो चुनाव परिणाम के लिए गेमचेंजर भी साबित हो सकता है।जो मौजूदा सरकार के खिलाफ किसानों की नाराजगी, जाटों की नाराजगी आदि को और बल प्रदान करेगा।

महिला, खिलाड़ियों, युवाओं को संदेश

राजनीति के जानकारों का मानना है कि विनेश के कांग्रेस में आने से महिला वोटरों खासकर युवा लड़कियों को भी कांग्रेस की तरफ से एक संदेश जाएगा। पार्टी विनेश और बजरंग के जरिये जाट वोटरों में मजबूती के साथ ही महिलाओं के अलावा युवाओं और खिलाड़ियों को भी अपने पाले में लाने में कामयाब होती दिख रही है। इसका असर चुनाव पर दिखना स्वाभाविक है।

राजनीति में असरदार जाट बिरादरी का मिलेगा साथ!

पिछले साल पहलवानों के विरोध प्रदर्शन का असर लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला था। बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला हुआ था। एनडीए और कांग्रेस दोनों को 5-5 सीटों पर जीत मिली थी। हरियाणा की राजनीति में जाटों की अहम भूमिका है। जाटों की आबादी 22 फीसदी से अधिका है। विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया दोनों हरियाणा की राजनीति में असरदार जाट बिरादरी से संबंध रखते हैं। हरियाणा में रोहतक, सोनीपत, हिसार, भिवानी, जींद, कैथल, चरखी दादरी और सिरसा तक जाट समुदाय ही कई विधानसभा सीटों पर जीत-हार का फैसला करता है। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से इन इलाकों की 36 विधानसभा सीटों पर जाट वोटर्स निर्णायक साबित होते हैं। इसलिए कांग्रेस ने हुड्डा परिवार की पैरवी, सहानुभूति लहर और जाट समुदाय के वोटों की उम्मीद में विनेश फोगाट के पक्ष में दांव लगाया है।