20 वर्ष से नहीं बना सीसी रोड ग्रामीणों को आवागमन मे हो रही परेशानी
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राजगढ़ मिजार्पुर / विकासखंड राजगढ़ के खम्हरिया गांव के पूरैनिया पूर्वा में सीसी रोड का निर्माण कई वर्षों पहले हुआ है। परंतु पटेल व चौरसिया बस्ती में सीसी रोड का निर्माण नहीं हुआ है। इस बस्ती में कुल मिलाकर दो दर्जन से अधिक पिछड़ी जातियों के लोग निवास करते हैं। जो खेती किसानी व मजदूरी करके जिवकोपार्जन करते हैं। इस बस्ती में लगभग 3.30 मी चौड़ा,और 100 मीटर लंबा लोगों के कारण आवागमन हेतु आम रास्ता बना था । जिसके बीचों बीच 1 मीटर चौड़ा 100 मीटर लंबा 20 वर्ष पहले सरकारी पक्की नाली का निर्माण किया गया था। जो आज की तारीख में जगह-जगह से टूटकर क्षतिग्रस्त हो गया है।
पत्थर के टुकड़े खेतों में जाने से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पत्थर के जिन पट्टीयों से नाली को ढका गया था वह पट्टियां टूट चुकी हैं। जिससे कि पानी के साथ-साथ लोगों के पैदल आवागमन में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। किसी तरह स्कूली बच्चे इसी रास्ते पर जाकर घायल हो जा रहे हैं। लेकिन अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है। यह सड़क कब बनेगी कोई बताने वाला नहीं है अगर निर्माण हो गया होता तो सैकड़ो की संख्या में ईस सीसी रोड पर आवागमन रहता है। लेकिन लोगों में जल संक्रमित बीमारियां फैलने का संभावना है।
पूरैनिया के ग्रामीणों ने बृहस्पतिवार को खंड विकास अधिकारी राजगढ़ को प्रार्थना पत्र देकर बस्ती के पक्की सार्वजनिक नाली के मरम्मत तथा तथा नाली को आर .सी. सी ढक्कन से ढकने की मांग किया। भागवत पटेल ने कहा कि सीसी रोड का निर्माण कार्य हो जाने से सैकड़ो की संख्या में लोगों को राहत मिलेगी स्कूली बच्चों को स्कूल जाने में समस्या से निजात मिलेगी और गांव में इस रोड पर स्कूल बस का आना-जाना हो जाएगा उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की समस्या 20 वर्षों में जस की टस बनी हुई है। उन्होंने कहा कि ब्लॉक प्रमुख गजेंद्र प्रताप सिंह के आश्वासन के बाद अब लगता है यह सीसी रोड बन जाएगी।
जिससे जल निकासी एवं लोगों के आवागमन का कार्य दोनों एक साथ हो सकता है।बस्ती में क्षेत्र पंचायत निधि से प्राथमिक विद्यालय के पास पक्की नाली का निर्माण, 800 मी0 कच्चे रास्ते का पिचिंग का कार्य प्रगति पर है। ग्रामीणों के मांग पर ब्लॉक प्रमुख गजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि कार्यस्थल का जांच करा कर अति शीघ्र ही ग्रामीणों की समस्या को दूर कर दिया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में भागवत पटेल, रविशंकर सिंह, संतोष चौरसिया, धनंजय कुमार, अमरावती, पंकज सोनी, अनीता आदि उपस्थित रहे।


मीरजापुर। चिता की आग पर भी प्रशासनिक दखल होने और जिला पंचायत द्वारा डोम-धरकार समाज के लोगों का हक छिनकर दूसरी जाति के लोगों को इसका ठेका दे दिए जाने से धरकार समाज के लोगों में गहरा आक्रोश है। जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन के बाद भी समाधान न होने से आक्रोशित होकर समाज के लोगों ने 2 सितंबर से भोगांव गंगा घाट पर आमरण अनशन शुरू कर दिया है जो बुधवार को तीसरे दिन भी अनवरत जारी रहा है। इस दौरान भूख हड़ताल पर बैठे धरकार समाज के लोगों ने कहा कि डोम-धरकार समाज के लोग हिंदू धर्म में प्राचीन परंपरा के अनुसार मृतको के शवों की अग्नि देने तथा जलाने का कार्य करतें आएं हैं और कर रहें हैं।
Sep 05 2024, 19:26
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