हत्यारोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, भेजा जेल
पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार
बेरमो अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विशिष्ट नारायण सिंह ने प्रेस वार्ता कर बताया की पांच अगस्त को कथारा ओ पी क्षेत्र अंतर्गत झिरकी रविदास टोला के मनीष कुमार दास को चाकू मारकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया था वही सुचना पाकर स्थानीय कथारा ओपी पुलिस द्वारा तुरंत कथारा हॉस्पिटल ईलाज के लिए ले जाया गया जहाँ चिकित्स्कों के द्वारा जानचोउपरान्त मृत घोषित कर दिया गया। वहीं मृतक के पिता युगेश्वर रविदास के व्यान के आधार पर हत्या का मामला दर्ज कर कथारा ओपी ने कांड संख्या 82/2024 दर्ज की। वहीं बोकारो पुलिस अधीक्षक के द्वारा मामला को गंभीरता एवं संवेदशीलता को देखते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बेरमो के नेतृत्व में विशेष अनुसन्धान टीम गठित कर तुरंत कांड का उदभेदन कर अपराध में संलिप्त अपराधी को गिरफ्तार किया। पूछ ताछ क्रम में मृतक के सबंध में विच्छेदन होने की बात बताई। वहीं गिरफ्तार अभियुक्त के निशान देही पर घटना में प्रयुक्त खून लगा हथियार, टी सर्ट, गमछा, चाकू-3, मोटरसाईकिल, फिंगर प्रिंट टीम के द्वारा जप्त किया गया। वहीं गिरफ्तार अभियुक्त विनोद रविदास, उम्र 27वर्ष, पिता स्व शिवनाथ रविदास, सा - होसिर गोरिया टोला, थाना- गोमिया, जिला-बोकारो का रहने वाला है। वहीं छापेमारी दल में पुलिस निरक्षक महेश प्रसाद, कथारा ओपी प्रभारी राजेश प्रजापति, पु अ नि तेनुघाट ओपी प्रभारी अजीत कुमार,पु अ नि अभिषेक किशोर, पु अ नि शशिशेखर,पु अ नि नित्यानंद भोकता,पु अ नि प्रफुल कुमार महतो,पु अ नि रवि चौरसिया, पु अ नि कृष्णनदन पाठक सहित सशास्त्र बल शामली थे।![]()






रिपोर्ट : मिथलेश कुमार
। वहीं पूर्व कर्मी से भी मुलाकात कर उनसे उनकी हाल समाचार की जानकारी ली। जहां पर श्री सिन्हा बोकारो एसपी पूज्य प्रकाश, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह से भी मिल कर अनुमंडल के बारे में जानकारी प्राप्त किया। इसके बाद पत्रकार सुभाष कटरियार, प्रशांत कुमार सिन्हा और मिथलेश कुमार ने भी उनसे मुलाकात कर उन्हें बुके देकर सम्मानित किया। पूछने पर बताया कि वे बेरमो अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के रूप में यहां कार्य कर चुके हैं। इसलिए तेनुघाट आने के बाद ऐसा लगता है कि पुराने जगह पर आए और यहां अच्छा लगता है। ऐसा लग रहा है कि यहां पर कुछ भी बदला नहीं है सभी कुछ उसी तरह नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि बेरमो से पुराना लगाव है यहां आने पर काफी अपनत्व ऐसा महसूस होता है। जब मैं यहां पर पदस्थापित था उस समय यहां के लोगो का काफी सहयोग मिला था।
Aug 07 2024, 08:38
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