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डीजीसीए का यू-टर्न, इंडिगो संकट के बीच क्रू मेंबर्स का वीकली रेस्ट वाला नियम वापस

#dgcauturnregulatorwithdrawsweeklyrestguidelinesfor_crew

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो की पिछले 4 दिनों से सैकड़ों फ्लाइट कैंसिल होने के बाद केंद्र सरकार बैकफुट पर आ गई है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के जिस नए नियम के कारण इंडिगो में पायलटों और अन्य स्टाफ की कमी हुई थी, वह फैसला केंद्र ने वापस ले लिया है।

इंडिगो संकट के बीच डीजीसीए का बड़ा फैसला

डीजीसीए ने एफडीटीएल नियम में ढील दी है। क्रू मेंबर्स को वीकली रेस्ट का नियम वापस ले लिया गया है। यह तत्काल प्रभाव से लागू होगा। देश भर में इंडिगो की सैकड़ों फ्लाइट कैंसिल होने के बाद डीजीसीए ने यह फैसला लिया है। डीजीसीए ने कहा, "ऑपरेशनल दिक्कतों और विभिन्न एयरलाइनों से मिले सुझावों को देखते हुए पिछले निर्देश को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाता है।" इसमें कहा गया था कि साप्ताहिक आराम की जगह कोई छुट्टी नहीं ली जा सकती।

1 नवंबर से लागू हुए थे नए नियम

इससे पहले डीजीसीए ने 1 नवंबर से पायलटों और अन्य क्रू मेंबर्स के काम से जुड़े नियम, फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन का दूसरा फेज लागू किया था। पहला चरण 1 जुलाई को लागू हुआ था। फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेश के दूसरे फेज के नियमों में, एयरलाइन कंपनियों के लिए पायलटों को हफ्ते में 48 घंटे आराम, यानी दो दिनों का वीकली रेस्ट देना अनिवार्य कर दिया था। इस दौरान किसी छुट्टी को वीकली रेस्ट गिनने पर रोक लगा दी थी। डीजीसीए ने पायलटों और अन्य क्रू मेंबर्स के लगातार नाइट शिफ्ट पर भी पाबंदी लगाई थी।

इंडिगो की देशभर में 500 से ज्यादा उड़ानें रद्द, एयरलाइन ने सरकार से मांगी 10 फरवरी तक की मोहलत

#indigodisruptionflightscancelledairline_apologises

भारत की प्रीमियम एयरलाइन इंडिगो की ऑपरेशनल दिक्कतें जारी हैं। गुरुवार को एयरलाइन ने फ्लाइट्स कैंसिल करने का रिकॉर्ड कायम कर दिया। इंडिगो की 500 से ज्यादा उड़ानें अब तक रद्द हो चुकी हैं। इनके अलावा बड़ी संख्या में उड़ानों में देरी भी हुई है। लगातार तीसरे दिन एयरलाइन ने कई उड़ानें रद्द की हैं, जिसके चलते हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूरे देश के एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल है।

जानकारी के मुताबिक 4 नवंबर को पूरे देश में इंडिगो की 550 फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं। इनमें से करीब 191 तो दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और हैदराबाद रूट की थीं। इतने बड़े स्तर पर उड़ानें रद्द होने से एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी मच गई।

यात्रियों की बढ़ी मुश्किल

इंडिगो की फ्लाइट में देरी और रद होने के कारण यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है। लोग घंटों तक एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं। फ्लाइट्स रद्द होने के बाद यात्री टर्मिनल पर ही अपना सामान रखकर सही जानकारी मिलने का इंतजार करने लगे। इस दौरान दिल्ली एयरपोर्ट पर इंडिगो के खिलाफ नारेबाजी भी हुई। कुछ ऐसा ही हाल हैदराबाद एयरपोर्ट पर भी दिखा, जहां गुरुवार को हालात बेहद खराब रहे। इस वजह से 37 उड़ानें रद्द हुईं, कई यात्री रातभर फंसे रहे, कोई उचित सूचना या व्यवस्था नहीं की गई। इस दौरान कुछ यात्री गुस्से में एयरलाइन के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए, 'इंडिगो बंद करो… इंडिगो मुर्दाबाद' कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, 12 घंटे से अधिक इंतजार कराया गया, होटल या व्यवस्था नहीं दी गई, हर घंटे कहा गया- 'क्रू आने वाला है।'

अगले दो-तीन दिन और बनी रहेगी समस्या

एयरलाइन ने इस पर एक बयान जारी किया है। अपने बयान में इंडिगो ने कहा कि पिछले दो दिनों में इंडिगो के नेटवर्क और ऑपरेशन में बहुत ज्यादा दिक्कतें आई हैं। हम अपने सभी कस्टमर्स और इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स से दिल से माफी मांगते हैं, जिन पर इन घटनाओं का असर पड़ा है। इंडिगो की टीमें MOCA, DGCA, BCAS, AAI और एयरपोर्ट ऑपरेटर्स के सपोर्ट से पूरी मेहनत से काम कर रही हैं। हम इन देरी के असर को कम करने और नॉर्मल हालात वापस लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।एयरलाइन ने कहा है कि ठंड के मौसम में जब धुंध और भीड़ रहती है, तब क्रू की कमी की समस्या और गंभीर हो गई। इंडिगो ने कहा है शेड्यूल को स्थिर करने की कोशिशें अगले दो-तीन और जारी रह सकती हैं।

डीजीसीए ने मांगा जवाब

बता दें कि देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनियों में से एक इंडिगो पिछले कुछ दिनों से ऑपरेशनल दिक्कतों से जूझ रही है। बता दें कि पिछले महीने नवंबर में एयरलाइन की 1,232 फ्लाइट्स कैंसिल हुईं और कई फ्लाइट्स में बहुत ज्यादा देरी हुई। परफॉर्मेंस में गिरावट के बाद, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने जांच शुरू करने का फैसला किया। इसने एयरलाइन से ऑपरेशन में भारी गिरावट के पीछे के कारण बताने को कहा। सिविल एविएशन बॉडी ने एयरलाइन से नवंबर महीने में तेजी से फ्लाइट कैंसिल होने और देरी होने के पीछे सही कारण बताने को कहा।

अवैध ड्रोन संचालक हो जाए सतर्क संत कबीर नगर पुलिस की ड्रोन संचालक पर बड़ी कार्रवाई 29 ड्रोन जब्त

रमेश दूबे, संतकबीरनगर सुशील कुमार सिंह के मार्गदर्शन व क्षेत्राधिकारी खलीलाबाद अजय सिंह के निकट पर्यवेक्षण में थाना कोतवाली खलीलाबाद पुलिस द्वारा आज अवैध रूप से ड्रोन उड़ाने वाले संचालक के खिलाफ विशेष कार्यवाही करते हुए 29 ड्रोन जब्त किया गया तथा आरोपी संचालक के विरुद्ध उचित धाराओं के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया । यह कार्यवाही नागरिक सुरक्षा, संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है। 

कृत कार्यवाही का संक्षिप्त विवरण

थाना कोतवाली खलीलाबाद पुलिस द्वारा क्षेत्र भ्रण व चेकिंग संदिगध व्यक्ति वाहन के समय प्राप्त सूचना के आधार पर अवैध ड्रोन संचालन की किसन कसौधन पुत्र घनश्याम कसौधन निवासी तितौवा थाना खलीलाबाद जनपद संतकबीरनगर की जांच की । जांच के दौरान बिना रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस के कुल 29 ड्रोन बरामद किए गए । ड्रोन बरामदगी के आधार पर थाना कोतवाली खलीलाबाद पर मु0अ0सं0 843/25 धारा 292, 293, 353(2) बीएनएस 66E आई0टी0 एक्ट पंजीकृत कर नियमानुसार विधिक कार्यवाही प्रचलित है । 

ड्रोन संचालन से सम्बंधित मुख्य नियम (Drone Regulations 2025):

ड्रोन नियमावली 2021 के प्रावधानों के अनुसार......

1. पंजीकरण अनिवार्यता

सभी ड्रोन ऑपरेटरों को Digital Sky Portal (h ttps://digitalsky.dgca.gov.in) पर ड्रोन रजिस्टर करवाना अनिवार्य है।

2. लाइसेंस अनिवार्यता

व्यवसायिक उपयोग हेतु ड्रोन संचालन के लिए DGCA द्वारा जारी लाइसेंस आवश्यक है।

3. उड़ान सीमा

ड्रोन की अधिकतम ऊँचाई सीमा 400 फीट (लगभग 120 मीटर) निर्धारित है।

4. प्रतिबंधित क्षेत्र

हवाई अड्डों, सरकारी कार्यालयों, थाना ,सुरक्षा प्रतिष्ठानों, ऐतिहासिक स्थलों, मंदिर ,मस्जिद और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों के निकट ड्रोन उड़ान पूर्णतया प्रतिबंधित है।

5. ड्रोन ट्रैकिंग

प्रत्येक ड्रोन में Unique Identification Number (UIN) तथा ट्रैकिंग सिस्टम का होना अनिवार्य है।

उल्लंघन पर दंड:

1. अनुमति के बिना संचालन: बिना पंजीकरण, लाइसेंस या अनुमति के ड्रोन चलाने पर उल्लंघन की प्रकृति के आधार पर ₹50,000 से ₹5 लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। 

2. नो-फ्लाई ज़ोन में ड्रोन उड़ाने पर आपराधिक अभियोग भी पंजीकृत किया जा सकते हैं। 

3. नियमों का उल्लंघन करने पर ड्रोन जब्त भी किया जा सकता है। 

4. 

संतकबीरनगर पुलिस का संदेश

“हम जन सुरक्षा एवं संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हैं। अवैध ड्रोन संचालन पर विशेष नजर रखी जा रही है । सभी नागरिकों से अनुरोध है कि ड्रोन संचालन के नियमों का पूरी तरह से पालन करें और Digital Sky Portal पर पंजीकरण कराएं । साथ ही साथ थाना स्तर पर बने ड्रोन रजिस्टर में अपना सम्पूर्ण विवरण जरूर दर्ज करे।अवैध गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

एअर इंडिया में 100 खामियां... DGCA की ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा, कितना गंभीर?

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अहमदाबाद प्‍लेन क्रैश के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया का डिटेल ऑडिट शुरू किया था। इस ऑडिट में डीजीसीए ने टाटा समूह की एयरलाइंस में कमियां ही कमियां पाईं है। रिपोर्ट में प्रशिक्षण, चालक दल के आराम और ड्यूटी अवधि के मानदंडों, और एयरफील्ड योग्यता सहित लगभग 100 खामियां पाई गई हैं। डीजीसीए ने अपनी रिपोर्ट में सात खामियों को ‘लेवल-1’ का पाया है। यानी ये खामियां न केवल बेहद गंभीर हैं, जिन्हें जल्द से जल्द ठीक करने को कहा गया है।

डीजीसीए की यह खुलासा हालिया ऑडिट के बाद किया है, जो पैसेंजर्स की सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता विषय है। डीजीसीए ने अपने ऑडिट में एयर इंडिया के कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में खामियां पाई हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई सूत्रों के मुताबिक इनमें पायलटों और केबिन क्रू की ट्रेनिंग, उनके आराम और ड्यूटी के नियम और उड़ान भरने-उतरने से जुड़े मानकों में करीब 100 तरह की गड़बड़ियां शामिल हैं। हालांकि, रॉयटर्स के मुताबिक, ये संख्या 51 है। इनमें से 7 गड़बड़ियां 'लेवल-1' की हैं। ये सबसे गंभीर सुरक्षा जोखिम हैं और एयरलाइन को इन्हें 30 जुलाई तक ठीक करना होगा। बाकी बाकी 44 खामियों को 23 अगस्त तक सुधारने को कहा गया है।

डीजीसीए ने एअर इंडिया को चार कारण बताओ नोटिस भेजा

यह ऑडिट 1 से 4 जुलाई के बीच गुरुग्राम में एयर इंडिया के मुख्‍यालय पर किया गया था। ऑडिट के दौरान, डीजीसीए ने एयरलाइंस के फ्लाइट शेड्यूलिंग, रोस्टरिंग (एयरलाइन स्‍टाफ की ड्यूटी तय करना) सहित ऑपरेशनल प्रॉसेस की गहन जांच की थी। डीजीसीए ने 23 जुलाई को एअर इंडिया को चार कारण बताओ नोटिस भेजे थे। ये केबिन क्रू के आराम और ड्यूटी नियमों, ट्रेनिंग रूल्स, और ऑपरेशनल प्रोसीजर के उल्लंघन को लेकर थे।

इससे पहले 21 जून को डीजीसीए ने चालक दल की शेड्यूलिंग और रोस्टरिंग की जिम्मेदारी से जुड़े तीन अधिकारियों को हटाने के निर्देश दिए थे। डीजीसीए ने उनकी कार्यशैली में गंभीर लापरवाही पाई थी।

खामियों को जल्द ठीक करने का दिया भरोसा

एअर इंडिया ने एक बयान में इन ऑडिट नतीजों को स्वीकार किया है और कहा है कि वे तय समय के अंदर डीजीसीए को अपना जवाब देंगे। एअर इंडिया के अधिकारियों ने कहा कि हम इस तरह के ऑडिस से अन्य एयरलाइंस की तरह ही गुजरते हैं। ऐसा करने के पीछे की वजह है कि हम अपनी सुविधाओं और प्रक्रियाओं को और बेहतर कर सकें. जुलाई में हुई इस ऑडिट में हमने पूरी पारदर्शिता बरती है। इसके साथ ही एयरलाइन ने सभी खामियों को जल्द से जल्द ठीक करने की बात कही है।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए बड़ा कदम, ड्रोन संचालन पर लगा पूर्ण प्रतिबंध

लखनऊ । नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक पुख्ता करने के उद्देश्य से एक बड़ा निर्णय लिया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) एवं सुरक्षा एजेंसियों के संयुक्त निर्देशानुसार 8 अक्टूबर 2024 से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) को रेड जोन यानी नो-ड्रोन फ्लाई जोन घोषित कर दिया गया है।

एयरपोर्ट की सुरक्षा को ध्यान में रखकर यह प्रतिबंध लगाया

इस आदेश के तहत, एयरपोर्ट के ऊपर एवं इसके आसपास के क्षेत्र में ड्रोन अथवा किसी भी प्रकार के अनमैन्ड एरियल व्हीकल्स (UAVs) के उड़ान संचालन पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह प्रतिबंध नोएडा एयरपोर्ट की सुरक्षा एवं वायु क्षेत्र की निगरानी को ध्यान में रखते हुए लगाया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की सुरक्षा चूक या खतरे की संभावना को पहले ही रोका जा सके।

बिना अनुमति के ड्रोन उड़ाया तो कार्रवाई तय

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस क्षेत्र में बिना पूर्व अनुमति के ड्रोन उड़ाना, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण अधिनियम-1934 तथा यूएवी संचालन से संबंधित नियमों के तहत एक दंडनीय अपराध की श्रेणी में आएगा। किसी भी व्यक्ति, संस्था या समूह द्वारा इस निर्देश का उल्लंघन करने की स्थिति में उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

नियम का पालन करने के लिए आम नागरिकों से यह की गई अपील

पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश कार्यालय ने सभी नागरिकों, संस्थाओं एवं संबंधित पक्षों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करते हुए एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था को सहयोग प्रदान करें। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही या जानबूझकर निर्देशों का उल्लंघन करने वालों को कोई राहत नहीं मिलेगी।

-नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट क्षेत्र अब पूर्णतः नो-ड्रोन फ्लाई जोन।

-बिना अनुमति के ड्रोन संचालन पर सख्त प्रतिबंध।

-नियम उल्लंघन पर भारतीय विमानपत्तन अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई।

-नागरिकों से एयरपोर्ट सुरक्षा में सहयोग करने की अपील।

एयर इंडिया की टूटी सीट की मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्यों की शिकायत? बताई ये वजह

केंद्रीयकृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को भोपाल से नई दिल्ली जा रहे थे. उन्हें एयर इंडिया की उड़ान के दौरान टूटी हुई सीट पर यात्रा करने के लिए विवश होना पड़ा. मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सोशल साइट एक्स पर एयर इंडिया की टूटी और धंसी हुई सीट को लेकर असुविधा को लेकर पोस्ट करने के बाद सियासत गरमा गई है.

मंत्री शिवराज सिंह चौहान के सोशल मीडिया पर पोस्ट पर मिश्रित प्रतिक्रिया हुई. कुछ ने मंत्री की स्वीकारोक्ति को सराहा तो विपक्ष ने शिवराज सिंह चौहान और केंद्र सरकार पर तंज कसा.

नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू भी चौहान के ट्वीट के बाद हरकत में आए. नायडू के कार्यालय के एक बयान के अनुसार, उड्डयन मंत्री ने “तुरंत” एयर इंडिया से बात की और एयरलाइन को शिवराज सिंह चौहान से बात करने के अलावा आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया. बयान में नायडू के हवाले से कहा गया कि विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) भी “मामले के विवरण पर तुरंत गौर करेगा.

लेकिन मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद वजह बताई कि आखिर टूटी हुई सीट मिलने के बावजूद वह चुप क्यों नहीं रहे और सार्वजनिक रूप से क्यों इस मामले को उठाया.

ताकि आगे ये स्थिति ना बने… बोले शिवराज सिंह चौहान

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोई गलत चीज अगर है तो एक रास्ता ये है कि कुछ मत बोलो, लेकिन मुझे लगा कि सवाल मेरा नहीं है, अगर बाकी यात्रियों को भी तकलीफ होती है तो ये चीज मैनेजमेंट को उनके पता चलना चाहिए ताकि आगे ये स्थिति ना बने.

बता दें कि इससे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शिवराज सिंह चौहान ने लिखा था उन्हें लगा था कि टाटा समूह द्वारा पूर्ववर्ती सरकारी स्वामित्व वाली एयरलाइन के अधिग्रहण के बाद एयर इंडिया की सेवा में सुधार होगा, लेकिन यह एक गलत धारणा साबित हुई.

मंत्री ने इस घटना को लेकर एयर इंडिया प्रबंधन से भी सवाल किया और पूछा कि क्या वह यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगा कि भविष्य में किसी भी यात्री को ऐसी असुविधा का सामना न करना पड़े या यात्रियों की अपने गंतव्य पर जल्दी पहुंचने की मजबूरी का फायदा उठाना जारी रखेगा?

एयर इंडिया ने मांगी माफी, जांच का दिया आदेश

चौहान के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए एयरलाइन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर माफी मांगी और मंत्री को आश्वासन दिया कि वह मामले की जांच कर रही है. बाद में, एक प्रेस बयान में, एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि एयरलाइन पूरी तरह से जांच कर रही है.

बयान में कहा गया कि एयर इंडिया केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को भोपाल से दिल्ली की उड़ान में हुई असुविधा के लिए गहरा खेद व्यक्त करता है. एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा, “यह उस सेवा के मानक को नहीं दर्शाता है जिसे हम अपने मेहमानों को प्रदान करने का प्रयास करते हैं, और हम इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.

मलेशिया, बाली और लंदन से भी महंगी महाकुंभ की फ्लाइट, 5000 के टिकट की कीमत हुई 50 हजार

महाकुंभ में मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya Mahakumbh) के दिन देर रात भगदड़ मच गई. इस घटना में 20 लोगों की मौत की आशंका है. इस महापर्व पर आज के दिन यानि बुधवार को 10 करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान है. प्रयागराज में लगातार श्रद्धालुओं का हूजूम उमड़ रहा है. लोग बसों, ट्रेनों और फ्लाइट (Prayagraj Flight Price) से महाकुंभ के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में आपको यह जानकर हैरानी होगी कि प्रयागराज के लिए फ्लाइट के दाम 10 गुना बढ़ गए हैं.

जो टिकट पांच हजार रुपये की होती है, वो महाकुंभ में अब 30 से 50 हजार रुपये तक मिल रही है. दिलचस्प बात यह है कि इन दिनों दिल्ली से लंदन का टिकट मात्र 30,000-37,000 रुपये में मिल सकता है, जबकि बाली (इंडोनेशिया) का टिकट 27,000 रुपये तक उपलब्ध है. इसके अलावा मलेशिया के लिए 10 से 15 हजार रुपये तक एयर टिकट मिलता है. यानि विदेश घूमना इस समय ज्यादा सस्ता पड़ रहा है.

132 उड़ानें हो रहीं संचालित

ऐसे में, कई यात्रियों ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय में (DGCA) प्रयागराज तक की फ्लाइट्स के किराए में भारी बढ़ोतरी की शिकायत की है. इसे लेकर 27 जनवरी को DGCA ने एयरलाइन कंपनियों से महाकुंभ के लिए हवाई किराया नहीं बढ़ाने को कहा. इस समय देशभर के विभिन्न शहरों से प्रयागराज के लिए 132 उड़ानें संचालित हो रही हैं. स्पाइसजेट फरवरी 2025 से दिल्ली, चेन्नई, गुवाहाटी, बेंगलुरु, अहमदाबाद, मुंबई, जयपुर और हैदराबाद से प्रयागराज के लिए नई उड़ानें शुरू करने की तैयारी कर रही है. इससे बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी और किराये में कमी आने की संभावना है. महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को राहत देने के लिए सरकार और एयरलाइंस मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि यात्रा आसान और सुलभ हो सके.

किस जगह से कितना किराया?

आप अगर दिल्ली, बेंगलुरु या चेन्नूई जैसे शहरों से लंदन, बाली, मलेशिया, दुबई, मालदीव और थाईलैंड जाना चाहते हैं तो यह महाकुंभ जाने की फ्लाइट टिकट से सस्ता पड़ेगा. इस समय दिल्ली-प्रयागराज का किराया 50 हजार रुपये. मुंबई-प्रयागराज का किराया 60 हजार रुपये, जयपुर-प्रयागराज का किराया 26 हजार रुपये, हैदराबाद-प्रयागराज का किराया 54 हजार रुपये, बेंगलुरु-प्रयागराज का किराया 70 हजार रुपये, कोलकाता-प्रयागराज का किराया 27 हजार रुपये, अहमदाबाद-प्रयागराज का किराया 54 रुपये, भुवनेश्वर-प्रयागराज का किराया 49 हजार रुपये और रायपुर-प्रयागराज का किराया 48 हजार रुपये है.

यात्री की मानसिक परेशानी के कारण विस्तारा फ्लाइट डायवर्ट, जयपुर में लैंडिंग

दिल्ली से हैदराबाद जा रही विस्तारा एयरलाइन की फ्लाइट को जयपुर डायवर्ट किया गया है. फ्लाइट का नंबर UK-829 है. बताया जाता है कि एक यात्रा को मानसिक रूप से परेशानी थी. यात्री की बीमारी की स्थिति के चलते फ्लाइट की लैंडिंग कराई गई. तुरंत ही एम्बुलेंस से यात्री को नजदीकी अस्पताल भिजवाया गया.

विमानों पर धमकियों का असर

खैर इस विमान को यात्री की बीमारी के कारण डायवर्ट किया गया है, लेकिन इससे पहले बीते कुछ दिनों में धमकियों का उड़ानों पर असर पड़ा है.पिछले 11 दिनों में भारतीय विमानन कंपनियों की लगभग 250 उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है. इसी हफ्ते के नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा था कि सरकार विमानन कंपनियों को बम की धमकी से रोकने के लिए सरकार निपटने के लिए विधायी कार्रवाई करने की योजना बना रही है.

फर्जी कॉल की पहचान करने में जुटी सरकार

फर्जी बम धमकी के संदेशों और फोन कॉल को सरकार गंभीरता से ले रही है. सरकार ने धमकी देने वालों कr पहचान करना शुरू कर दी है. सूत्रों के मुताबिक सरकार ने ऐसे मामलों को इसे सार्वजनिक हित से जुड़ा बताते हुए शीर्ष बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनियों से भी इस तरह की फर्जी कॉल के पीछे के लोगों की पहचान करने में सहयोग करने की अपील की.

धमकियों को लेकर सरकार का एक्शन

केंद्र सरकार ने 16 अक्टूबर को फ्लाइट्स में एयर मार्शलों की संख्या दोगुनी कर दी है. गृह मंत्री ने फर्जी धमकियों को लेकर एविएशन मिनिस्ट्री से रिपोर्ट मांगी है. साथ ही 9 अक्टूबर को सभी एयरलाइंस के सीईओ के साथ बैठक की गई, जिसमें झूठी धमकियों से निपटने पर चर्चा की गई. इसके अलावा यात्रियों की असुविधा और एयरलाइंस के नुकसान पर भी बात हुई. केंद्र ने 19 अक्टूबर को DGCA के चीफ विक्रम देव दत्त को पद से हटाते हुए कोयला मंत्रालय में सचिव बना दिया. मुंबई और कोच्चि से 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया. मुंबई पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया.

इसके अलावा छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया. दोनों ने इंडिगो फ्लाइट में बम की धमकी दी थी. वहीं केरल के कोच्चि एयरपोर्ट पर सोमवार को एक यात्री को बम की धमकी देने के आरोप में हिरासत में लिया गया था

इंडिगो आउटेज: 'सिस्टम स्लोडाउन' के कारण यात्रियों बढ़ी मुश्किल, रेलवे स्टेशन जैसा हुआ हाल*

इंडिगो ने शनिवार को कहा कि वह वर्तमान में अपने पूरे नेटवर्क में एक अस्थायी "सिस्टम स्लोडाउन" का अनुभव कर रही है, जिसने इसकी वेबसाइट और बुकिंग सिस्टम को प्रभावित किया है। एक सलाह में, एयरलाइन ने कहा कि ग्राहकों को हवाई अड्डे पर धीमी चेक-इन और लंबी कतारों सहित प्रतीक्षा समय में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है। इनडिगो ने दोपहर 12:30 बजे के आसपास एक बड़े सिस्टम आउटेज का अनुभव किया, जिससे देश भर के हवाई अड्डों पर उड़ान संचालन और ग्राउंड सेवाएं बाधित हुईं। आउटेज के कारण कई यात्री उड़ानों में सवार नहीं हो पाए या टिकट बुक नहीं कर पाए, जिससे हवाई अड्डों पर फंसे लोगों को काफी देरी और निराशा हुई। "हम वर्तमान में अपने पूरे नेटवर्क में एक अस्थायी सिस्टम स्लोडाउन का अनुभव कर रहे हैं, जिससे हमारी वेबसाइट और बुकिंग सिस्टम प्रभावित हो रही है। परिणामस्वरूप, ग्राहकों को हवाई अड्डे पर धीमी चेक-इन और लंबी कतारों सहित प्रतीक्षा समय में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है," इंडिगो ने सलाह में कहा। "हमारी हवाई अड्डा टीम सभी की सहायता करने और एक सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से समर्पित है। आश्वस्त रहें, हम यथाशीघ्र स्थिरता और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए लगन से काम कर रहे हैं। हमें हुई असुविधा के लिए खेद है और इस समय आपकी समझदारी और धैर्य की सराहना करते हैं,” इंडिगो ने कहा। इंडिगो प्रतिदिन 2,000 से अधिक उड़ानें संचालित करता है, जिनमें अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें भी शामिल हैं। *यात्रियों ने क्या प्रतिक्रिया दी* नए विमानों में निवेश करना अच्छा है, लेकिन ग्राउंड सेवाओं में सुधार के बारे में क्या ख्याल है! पिछले एक घंटे से बैंगलोर टी1 पर इंडिगो काउंटरों पर यही नजारा है। अतिरिक्त काउंटरों की आवश्यकता है, बुजुर्गों को पीड़ित देखना परेशान करने वाला है। कृपया ध्यान दें,” एक उपयोगकर्ता, ने X पर पोस्ट किया। वही एक उपभोक्ता ने लिखा की एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन में कोई अंतर नई नज़र आ रहा है, दोनों में समान मंज़र है, पुरे एयरपोर्ट पर भीड़ हावी हो गयी है।
गया में दिनदहाड़े घर में घुसकर महिला की गला रेतकर निर्मम हत्या, जांच में जुटी पुलिस

गया: कोतवाली थाना क्षेत्र के नई गोदाम अड्डा के समीप सोनार गली में अज्ञात अपराधियों ने 50 वर्षीय महिला की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दिया, घटना के समय महिला घर में अकेली थी, वही घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय कोतवाली थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन में जुट गई है, वही जांच के लिए एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है।

डीजीसीए का यू-टर्न, इंडिगो संकट के बीच क्रू मेंबर्स का वीकली रेस्ट वाला नियम वापस

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देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो की पिछले 4 दिनों से सैकड़ों फ्लाइट कैंसिल होने के बाद केंद्र सरकार बैकफुट पर आ गई है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के जिस नए नियम के कारण इंडिगो में पायलटों और अन्य स्टाफ की कमी हुई थी, वह फैसला केंद्र ने वापस ले लिया है।

इंडिगो संकट के बीच डीजीसीए का बड़ा फैसला

डीजीसीए ने एफडीटीएल नियम में ढील दी है। क्रू मेंबर्स को वीकली रेस्ट का नियम वापस ले लिया गया है। यह तत्काल प्रभाव से लागू होगा। देश भर में इंडिगो की सैकड़ों फ्लाइट कैंसिल होने के बाद डीजीसीए ने यह फैसला लिया है। डीजीसीए ने कहा, "ऑपरेशनल दिक्कतों और विभिन्न एयरलाइनों से मिले सुझावों को देखते हुए पिछले निर्देश को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाता है।" इसमें कहा गया था कि साप्ताहिक आराम की जगह कोई छुट्टी नहीं ली जा सकती।

1 नवंबर से लागू हुए थे नए नियम

इससे पहले डीजीसीए ने 1 नवंबर से पायलटों और अन्य क्रू मेंबर्स के काम से जुड़े नियम, फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन का दूसरा फेज लागू किया था। पहला चरण 1 जुलाई को लागू हुआ था। फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेश के दूसरे फेज के नियमों में, एयरलाइन कंपनियों के लिए पायलटों को हफ्ते में 48 घंटे आराम, यानी दो दिनों का वीकली रेस्ट देना अनिवार्य कर दिया था। इस दौरान किसी छुट्टी को वीकली रेस्ट गिनने पर रोक लगा दी थी। डीजीसीए ने पायलटों और अन्य क्रू मेंबर्स के लगातार नाइट शिफ्ट पर भी पाबंदी लगाई थी।

इंडिगो की देशभर में 500 से ज्यादा उड़ानें रद्द, एयरलाइन ने सरकार से मांगी 10 फरवरी तक की मोहलत

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भारत की प्रीमियम एयरलाइन इंडिगो की ऑपरेशनल दिक्कतें जारी हैं। गुरुवार को एयरलाइन ने फ्लाइट्स कैंसिल करने का रिकॉर्ड कायम कर दिया। इंडिगो की 500 से ज्यादा उड़ानें अब तक रद्द हो चुकी हैं। इनके अलावा बड़ी संख्या में उड़ानों में देरी भी हुई है। लगातार तीसरे दिन एयरलाइन ने कई उड़ानें रद्द की हैं, जिसके चलते हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूरे देश के एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल है।

जानकारी के मुताबिक 4 नवंबर को पूरे देश में इंडिगो की 550 फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं। इनमें से करीब 191 तो दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और हैदराबाद रूट की थीं। इतने बड़े स्तर पर उड़ानें रद्द होने से एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी मच गई।

यात्रियों की बढ़ी मुश्किल

इंडिगो की फ्लाइट में देरी और रद होने के कारण यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है। लोग घंटों तक एयरपोर्ट पर फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं। फ्लाइट्स रद्द होने के बाद यात्री टर्मिनल पर ही अपना सामान रखकर सही जानकारी मिलने का इंतजार करने लगे। इस दौरान दिल्ली एयरपोर्ट पर इंडिगो के खिलाफ नारेबाजी भी हुई। कुछ ऐसा ही हाल हैदराबाद एयरपोर्ट पर भी दिखा, जहां गुरुवार को हालात बेहद खराब रहे। इस वजह से 37 उड़ानें रद्द हुईं, कई यात्री रातभर फंसे रहे, कोई उचित सूचना या व्यवस्था नहीं की गई। इस दौरान कुछ यात्री गुस्से में एयरलाइन के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए, 'इंडिगो बंद करो… इंडिगो मुर्दाबाद' कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, 12 घंटे से अधिक इंतजार कराया गया, होटल या व्यवस्था नहीं दी गई, हर घंटे कहा गया- 'क्रू आने वाला है।'

अगले दो-तीन दिन और बनी रहेगी समस्या

एयरलाइन ने इस पर एक बयान जारी किया है। अपने बयान में इंडिगो ने कहा कि पिछले दो दिनों में इंडिगो के नेटवर्क और ऑपरेशन में बहुत ज्यादा दिक्कतें आई हैं। हम अपने सभी कस्टमर्स और इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स से दिल से माफी मांगते हैं, जिन पर इन घटनाओं का असर पड़ा है। इंडिगो की टीमें MOCA, DGCA, BCAS, AAI और एयरपोर्ट ऑपरेटर्स के सपोर्ट से पूरी मेहनत से काम कर रही हैं। हम इन देरी के असर को कम करने और नॉर्मल हालात वापस लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।एयरलाइन ने कहा है कि ठंड के मौसम में जब धुंध और भीड़ रहती है, तब क्रू की कमी की समस्या और गंभीर हो गई। इंडिगो ने कहा है शेड्यूल को स्थिर करने की कोशिशें अगले दो-तीन और जारी रह सकती हैं।

डीजीसीए ने मांगा जवाब

बता दें कि देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनियों में से एक इंडिगो पिछले कुछ दिनों से ऑपरेशनल दिक्कतों से जूझ रही है। बता दें कि पिछले महीने नवंबर में एयरलाइन की 1,232 फ्लाइट्स कैंसिल हुईं और कई फ्लाइट्स में बहुत ज्यादा देरी हुई। परफॉर्मेंस में गिरावट के बाद, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने जांच शुरू करने का फैसला किया। इसने एयरलाइन से ऑपरेशन में भारी गिरावट के पीछे के कारण बताने को कहा। सिविल एविएशन बॉडी ने एयरलाइन से नवंबर महीने में तेजी से फ्लाइट कैंसिल होने और देरी होने के पीछे सही कारण बताने को कहा।

अवैध ड्रोन संचालक हो जाए सतर्क संत कबीर नगर पुलिस की ड्रोन संचालक पर बड़ी कार्रवाई 29 ड्रोन जब्त

रमेश दूबे, संतकबीरनगर सुशील कुमार सिंह के मार्गदर्शन व क्षेत्राधिकारी खलीलाबाद अजय सिंह के निकट पर्यवेक्षण में थाना कोतवाली खलीलाबाद पुलिस द्वारा आज अवैध रूप से ड्रोन उड़ाने वाले संचालक के खिलाफ विशेष कार्यवाही करते हुए 29 ड्रोन जब्त किया गया तथा आरोपी संचालक के विरुद्ध उचित धाराओं के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया । यह कार्यवाही नागरिक सुरक्षा, संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है। 

कृत कार्यवाही का संक्षिप्त विवरण

थाना कोतवाली खलीलाबाद पुलिस द्वारा क्षेत्र भ्रण व चेकिंग संदिगध व्यक्ति वाहन के समय प्राप्त सूचना के आधार पर अवैध ड्रोन संचालन की किसन कसौधन पुत्र घनश्याम कसौधन निवासी तितौवा थाना खलीलाबाद जनपद संतकबीरनगर की जांच की । जांच के दौरान बिना रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस के कुल 29 ड्रोन बरामद किए गए । ड्रोन बरामदगी के आधार पर थाना कोतवाली खलीलाबाद पर मु0अ0सं0 843/25 धारा 292, 293, 353(2) बीएनएस 66E आई0टी0 एक्ट पंजीकृत कर नियमानुसार विधिक कार्यवाही प्रचलित है । 

ड्रोन संचालन से सम्बंधित मुख्य नियम (Drone Regulations 2025):

ड्रोन नियमावली 2021 के प्रावधानों के अनुसार......

1. पंजीकरण अनिवार्यता

सभी ड्रोन ऑपरेटरों को Digital Sky Portal (h ttps://digitalsky.dgca.gov.in) पर ड्रोन रजिस्टर करवाना अनिवार्य है।

2. लाइसेंस अनिवार्यता

व्यवसायिक उपयोग हेतु ड्रोन संचालन के लिए DGCA द्वारा जारी लाइसेंस आवश्यक है।

3. उड़ान सीमा

ड्रोन की अधिकतम ऊँचाई सीमा 400 फीट (लगभग 120 मीटर) निर्धारित है।

4. प्रतिबंधित क्षेत्र

हवाई अड्डों, सरकारी कार्यालयों, थाना ,सुरक्षा प्रतिष्ठानों, ऐतिहासिक स्थलों, मंदिर ,मस्जिद और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों के निकट ड्रोन उड़ान पूर्णतया प्रतिबंधित है।

5. ड्रोन ट्रैकिंग

प्रत्येक ड्रोन में Unique Identification Number (UIN) तथा ट्रैकिंग सिस्टम का होना अनिवार्य है।

उल्लंघन पर दंड:

1. अनुमति के बिना संचालन: बिना पंजीकरण, लाइसेंस या अनुमति के ड्रोन चलाने पर उल्लंघन की प्रकृति के आधार पर ₹50,000 से ₹5 लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। 

2. नो-फ्लाई ज़ोन में ड्रोन उड़ाने पर आपराधिक अभियोग भी पंजीकृत किया जा सकते हैं। 

3. नियमों का उल्लंघन करने पर ड्रोन जब्त भी किया जा सकता है। 

4. 

संतकबीरनगर पुलिस का संदेश

“हम जन सुरक्षा एवं संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हैं। अवैध ड्रोन संचालन पर विशेष नजर रखी जा रही है । सभी नागरिकों से अनुरोध है कि ड्रोन संचालन के नियमों का पूरी तरह से पालन करें और Digital Sky Portal पर पंजीकरण कराएं । साथ ही साथ थाना स्तर पर बने ड्रोन रजिस्टर में अपना सम्पूर्ण विवरण जरूर दर्ज करे।अवैध गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

एअर इंडिया में 100 खामियां... DGCA की ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा, कितना गंभीर?

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अहमदाबाद प्‍लेन क्रैश के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया का डिटेल ऑडिट शुरू किया था। इस ऑडिट में डीजीसीए ने टाटा समूह की एयरलाइंस में कमियां ही कमियां पाईं है। रिपोर्ट में प्रशिक्षण, चालक दल के आराम और ड्यूटी अवधि के मानदंडों, और एयरफील्ड योग्यता सहित लगभग 100 खामियां पाई गई हैं। डीजीसीए ने अपनी रिपोर्ट में सात खामियों को ‘लेवल-1’ का पाया है। यानी ये खामियां न केवल बेहद गंभीर हैं, जिन्हें जल्द से जल्द ठीक करने को कहा गया है।

डीजीसीए की यह खुलासा हालिया ऑडिट के बाद किया है, जो पैसेंजर्स की सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता विषय है। डीजीसीए ने अपने ऑडिट में एयर इंडिया के कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में खामियां पाई हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई सूत्रों के मुताबिक इनमें पायलटों और केबिन क्रू की ट्रेनिंग, उनके आराम और ड्यूटी के नियम और उड़ान भरने-उतरने से जुड़े मानकों में करीब 100 तरह की गड़बड़ियां शामिल हैं। हालांकि, रॉयटर्स के मुताबिक, ये संख्या 51 है। इनमें से 7 गड़बड़ियां 'लेवल-1' की हैं। ये सबसे गंभीर सुरक्षा जोखिम हैं और एयरलाइन को इन्हें 30 जुलाई तक ठीक करना होगा। बाकी बाकी 44 खामियों को 23 अगस्त तक सुधारने को कहा गया है।

डीजीसीए ने एअर इंडिया को चार कारण बताओ नोटिस भेजा

यह ऑडिट 1 से 4 जुलाई के बीच गुरुग्राम में एयर इंडिया के मुख्‍यालय पर किया गया था। ऑडिट के दौरान, डीजीसीए ने एयरलाइंस के फ्लाइट शेड्यूलिंग, रोस्टरिंग (एयरलाइन स्‍टाफ की ड्यूटी तय करना) सहित ऑपरेशनल प्रॉसेस की गहन जांच की थी। डीजीसीए ने 23 जुलाई को एअर इंडिया को चार कारण बताओ नोटिस भेजे थे। ये केबिन क्रू के आराम और ड्यूटी नियमों, ट्रेनिंग रूल्स, और ऑपरेशनल प्रोसीजर के उल्लंघन को लेकर थे।

इससे पहले 21 जून को डीजीसीए ने चालक दल की शेड्यूलिंग और रोस्टरिंग की जिम्मेदारी से जुड़े तीन अधिकारियों को हटाने के निर्देश दिए थे। डीजीसीए ने उनकी कार्यशैली में गंभीर लापरवाही पाई थी।

खामियों को जल्द ठीक करने का दिया भरोसा

एअर इंडिया ने एक बयान में इन ऑडिट नतीजों को स्वीकार किया है और कहा है कि वे तय समय के अंदर डीजीसीए को अपना जवाब देंगे। एअर इंडिया के अधिकारियों ने कहा कि हम इस तरह के ऑडिस से अन्य एयरलाइंस की तरह ही गुजरते हैं। ऐसा करने के पीछे की वजह है कि हम अपनी सुविधाओं और प्रक्रियाओं को और बेहतर कर सकें. जुलाई में हुई इस ऑडिट में हमने पूरी पारदर्शिता बरती है। इसके साथ ही एयरलाइन ने सभी खामियों को जल्द से जल्द ठीक करने की बात कही है।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए बड़ा कदम, ड्रोन संचालन पर लगा पूर्ण प्रतिबंध

लखनऊ । नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक पुख्ता करने के उद्देश्य से एक बड़ा निर्णय लिया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) एवं सुरक्षा एजेंसियों के संयुक्त निर्देशानुसार 8 अक्टूबर 2024 से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) को रेड जोन यानी नो-ड्रोन फ्लाई जोन घोषित कर दिया गया है।

एयरपोर्ट की सुरक्षा को ध्यान में रखकर यह प्रतिबंध लगाया

इस आदेश के तहत, एयरपोर्ट के ऊपर एवं इसके आसपास के क्षेत्र में ड्रोन अथवा किसी भी प्रकार के अनमैन्ड एरियल व्हीकल्स (UAVs) के उड़ान संचालन पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह प्रतिबंध नोएडा एयरपोर्ट की सुरक्षा एवं वायु क्षेत्र की निगरानी को ध्यान में रखते हुए लगाया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की सुरक्षा चूक या खतरे की संभावना को पहले ही रोका जा सके।

बिना अनुमति के ड्रोन उड़ाया तो कार्रवाई तय

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस क्षेत्र में बिना पूर्व अनुमति के ड्रोन उड़ाना, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण अधिनियम-1934 तथा यूएवी संचालन से संबंधित नियमों के तहत एक दंडनीय अपराध की श्रेणी में आएगा। किसी भी व्यक्ति, संस्था या समूह द्वारा इस निर्देश का उल्लंघन करने की स्थिति में उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

नियम का पालन करने के लिए आम नागरिकों से यह की गई अपील

पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश कार्यालय ने सभी नागरिकों, संस्थाओं एवं संबंधित पक्षों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करते हुए एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था को सहयोग प्रदान करें। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही या जानबूझकर निर्देशों का उल्लंघन करने वालों को कोई राहत नहीं मिलेगी।

-नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट क्षेत्र अब पूर्णतः नो-ड्रोन फ्लाई जोन।

-बिना अनुमति के ड्रोन संचालन पर सख्त प्रतिबंध।

-नियम उल्लंघन पर भारतीय विमानपत्तन अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई।

-नागरिकों से एयरपोर्ट सुरक्षा में सहयोग करने की अपील।

एयर इंडिया की टूटी सीट की मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्यों की शिकायत? बताई ये वजह

केंद्रीयकृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को भोपाल से नई दिल्ली जा रहे थे. उन्हें एयर इंडिया की उड़ान के दौरान टूटी हुई सीट पर यात्रा करने के लिए विवश होना पड़ा. मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सोशल साइट एक्स पर एयर इंडिया की टूटी और धंसी हुई सीट को लेकर असुविधा को लेकर पोस्ट करने के बाद सियासत गरमा गई है.

मंत्री शिवराज सिंह चौहान के सोशल मीडिया पर पोस्ट पर मिश्रित प्रतिक्रिया हुई. कुछ ने मंत्री की स्वीकारोक्ति को सराहा तो विपक्ष ने शिवराज सिंह चौहान और केंद्र सरकार पर तंज कसा.

नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू भी चौहान के ट्वीट के बाद हरकत में आए. नायडू के कार्यालय के एक बयान के अनुसार, उड्डयन मंत्री ने “तुरंत” एयर इंडिया से बात की और एयरलाइन को शिवराज सिंह चौहान से बात करने के अलावा आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया. बयान में नायडू के हवाले से कहा गया कि विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) भी “मामले के विवरण पर तुरंत गौर करेगा.

लेकिन मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद वजह बताई कि आखिर टूटी हुई सीट मिलने के बावजूद वह चुप क्यों नहीं रहे और सार्वजनिक रूप से क्यों इस मामले को उठाया.

ताकि आगे ये स्थिति ना बने… बोले शिवराज सिंह चौहान

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोई गलत चीज अगर है तो एक रास्ता ये है कि कुछ मत बोलो, लेकिन मुझे लगा कि सवाल मेरा नहीं है, अगर बाकी यात्रियों को भी तकलीफ होती है तो ये चीज मैनेजमेंट को उनके पता चलना चाहिए ताकि आगे ये स्थिति ना बने.

बता दें कि इससे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शिवराज सिंह चौहान ने लिखा था उन्हें लगा था कि टाटा समूह द्वारा पूर्ववर्ती सरकारी स्वामित्व वाली एयरलाइन के अधिग्रहण के बाद एयर इंडिया की सेवा में सुधार होगा, लेकिन यह एक गलत धारणा साबित हुई.

मंत्री ने इस घटना को लेकर एयर इंडिया प्रबंधन से भी सवाल किया और पूछा कि क्या वह यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगा कि भविष्य में किसी भी यात्री को ऐसी असुविधा का सामना न करना पड़े या यात्रियों की अपने गंतव्य पर जल्दी पहुंचने की मजबूरी का फायदा उठाना जारी रखेगा?

एयर इंडिया ने मांगी माफी, जांच का दिया आदेश

चौहान के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए एयरलाइन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर माफी मांगी और मंत्री को आश्वासन दिया कि वह मामले की जांच कर रही है. बाद में, एक प्रेस बयान में, एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि एयरलाइन पूरी तरह से जांच कर रही है.

बयान में कहा गया कि एयर इंडिया केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को भोपाल से दिल्ली की उड़ान में हुई असुविधा के लिए गहरा खेद व्यक्त करता है. एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा, “यह उस सेवा के मानक को नहीं दर्शाता है जिसे हम अपने मेहमानों को प्रदान करने का प्रयास करते हैं, और हम इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.

मलेशिया, बाली और लंदन से भी महंगी महाकुंभ की फ्लाइट, 5000 के टिकट की कीमत हुई 50 हजार

महाकुंभ में मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya Mahakumbh) के दिन देर रात भगदड़ मच गई. इस घटना में 20 लोगों की मौत की आशंका है. इस महापर्व पर आज के दिन यानि बुधवार को 10 करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान है. प्रयागराज में लगातार श्रद्धालुओं का हूजूम उमड़ रहा है. लोग बसों, ट्रेनों और फ्लाइट (Prayagraj Flight Price) से महाकुंभ के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में आपको यह जानकर हैरानी होगी कि प्रयागराज के लिए फ्लाइट के दाम 10 गुना बढ़ गए हैं.

जो टिकट पांच हजार रुपये की होती है, वो महाकुंभ में अब 30 से 50 हजार रुपये तक मिल रही है. दिलचस्प बात यह है कि इन दिनों दिल्ली से लंदन का टिकट मात्र 30,000-37,000 रुपये में मिल सकता है, जबकि बाली (इंडोनेशिया) का टिकट 27,000 रुपये तक उपलब्ध है. इसके अलावा मलेशिया के लिए 10 से 15 हजार रुपये तक एयर टिकट मिलता है. यानि विदेश घूमना इस समय ज्यादा सस्ता पड़ रहा है.

132 उड़ानें हो रहीं संचालित

ऐसे में, कई यात्रियों ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय में (DGCA) प्रयागराज तक की फ्लाइट्स के किराए में भारी बढ़ोतरी की शिकायत की है. इसे लेकर 27 जनवरी को DGCA ने एयरलाइन कंपनियों से महाकुंभ के लिए हवाई किराया नहीं बढ़ाने को कहा. इस समय देशभर के विभिन्न शहरों से प्रयागराज के लिए 132 उड़ानें संचालित हो रही हैं. स्पाइसजेट फरवरी 2025 से दिल्ली, चेन्नई, गुवाहाटी, बेंगलुरु, अहमदाबाद, मुंबई, जयपुर और हैदराबाद से प्रयागराज के लिए नई उड़ानें शुरू करने की तैयारी कर रही है. इससे बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी और किराये में कमी आने की संभावना है. महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को राहत देने के लिए सरकार और एयरलाइंस मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि यात्रा आसान और सुलभ हो सके.

किस जगह से कितना किराया?

आप अगर दिल्ली, बेंगलुरु या चेन्नूई जैसे शहरों से लंदन, बाली, मलेशिया, दुबई, मालदीव और थाईलैंड जाना चाहते हैं तो यह महाकुंभ जाने की फ्लाइट टिकट से सस्ता पड़ेगा. इस समय दिल्ली-प्रयागराज का किराया 50 हजार रुपये. मुंबई-प्रयागराज का किराया 60 हजार रुपये, जयपुर-प्रयागराज का किराया 26 हजार रुपये, हैदराबाद-प्रयागराज का किराया 54 हजार रुपये, बेंगलुरु-प्रयागराज का किराया 70 हजार रुपये, कोलकाता-प्रयागराज का किराया 27 हजार रुपये, अहमदाबाद-प्रयागराज का किराया 54 रुपये, भुवनेश्वर-प्रयागराज का किराया 49 हजार रुपये और रायपुर-प्रयागराज का किराया 48 हजार रुपये है.

यात्री की मानसिक परेशानी के कारण विस्तारा फ्लाइट डायवर्ट, जयपुर में लैंडिंग

दिल्ली से हैदराबाद जा रही विस्तारा एयरलाइन की फ्लाइट को जयपुर डायवर्ट किया गया है. फ्लाइट का नंबर UK-829 है. बताया जाता है कि एक यात्रा को मानसिक रूप से परेशानी थी. यात्री की बीमारी की स्थिति के चलते फ्लाइट की लैंडिंग कराई गई. तुरंत ही एम्बुलेंस से यात्री को नजदीकी अस्पताल भिजवाया गया.

विमानों पर धमकियों का असर

खैर इस विमान को यात्री की बीमारी के कारण डायवर्ट किया गया है, लेकिन इससे पहले बीते कुछ दिनों में धमकियों का उड़ानों पर असर पड़ा है.पिछले 11 दिनों में भारतीय विमानन कंपनियों की लगभग 250 उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है. इसी हफ्ते के नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा था कि सरकार विमानन कंपनियों को बम की धमकी से रोकने के लिए सरकार निपटने के लिए विधायी कार्रवाई करने की योजना बना रही है.

फर्जी कॉल की पहचान करने में जुटी सरकार

फर्जी बम धमकी के संदेशों और फोन कॉल को सरकार गंभीरता से ले रही है. सरकार ने धमकी देने वालों कr पहचान करना शुरू कर दी है. सूत्रों के मुताबिक सरकार ने ऐसे मामलों को इसे सार्वजनिक हित से जुड़ा बताते हुए शीर्ष बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनियों से भी इस तरह की फर्जी कॉल के पीछे के लोगों की पहचान करने में सहयोग करने की अपील की.

धमकियों को लेकर सरकार का एक्शन

केंद्र सरकार ने 16 अक्टूबर को फ्लाइट्स में एयर मार्शलों की संख्या दोगुनी कर दी है. गृह मंत्री ने फर्जी धमकियों को लेकर एविएशन मिनिस्ट्री से रिपोर्ट मांगी है. साथ ही 9 अक्टूबर को सभी एयरलाइंस के सीईओ के साथ बैठक की गई, जिसमें झूठी धमकियों से निपटने पर चर्चा की गई. इसके अलावा यात्रियों की असुविधा और एयरलाइंस के नुकसान पर भी बात हुई. केंद्र ने 19 अक्टूबर को DGCA के चीफ विक्रम देव दत्त को पद से हटाते हुए कोयला मंत्रालय में सचिव बना दिया. मुंबई और कोच्चि से 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया. मुंबई पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया.

इसके अलावा छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया. दोनों ने इंडिगो फ्लाइट में बम की धमकी दी थी. वहीं केरल के कोच्चि एयरपोर्ट पर सोमवार को एक यात्री को बम की धमकी देने के आरोप में हिरासत में लिया गया था

इंडिगो आउटेज: 'सिस्टम स्लोडाउन' के कारण यात्रियों बढ़ी मुश्किल, रेलवे स्टेशन जैसा हुआ हाल*

इंडिगो ने शनिवार को कहा कि वह वर्तमान में अपने पूरे नेटवर्क में एक अस्थायी "सिस्टम स्लोडाउन" का अनुभव कर रही है, जिसने इसकी वेबसाइट और बुकिंग सिस्टम को प्रभावित किया है। एक सलाह में, एयरलाइन ने कहा कि ग्राहकों को हवाई अड्डे पर धीमी चेक-इन और लंबी कतारों सहित प्रतीक्षा समय में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है। इनडिगो ने दोपहर 12:30 बजे के आसपास एक बड़े सिस्टम आउटेज का अनुभव किया, जिससे देश भर के हवाई अड्डों पर उड़ान संचालन और ग्राउंड सेवाएं बाधित हुईं। आउटेज के कारण कई यात्री उड़ानों में सवार नहीं हो पाए या टिकट बुक नहीं कर पाए, जिससे हवाई अड्डों पर फंसे लोगों को काफी देरी और निराशा हुई। "हम वर्तमान में अपने पूरे नेटवर्क में एक अस्थायी सिस्टम स्लोडाउन का अनुभव कर रहे हैं, जिससे हमारी वेबसाइट और बुकिंग सिस्टम प्रभावित हो रही है। परिणामस्वरूप, ग्राहकों को हवाई अड्डे पर धीमी चेक-इन और लंबी कतारों सहित प्रतीक्षा समय में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है," इंडिगो ने सलाह में कहा। "हमारी हवाई अड्डा टीम सभी की सहायता करने और एक सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से समर्पित है। आश्वस्त रहें, हम यथाशीघ्र स्थिरता और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए लगन से काम कर रहे हैं। हमें हुई असुविधा के लिए खेद है और इस समय आपकी समझदारी और धैर्य की सराहना करते हैं,” इंडिगो ने कहा। इंडिगो प्रतिदिन 2,000 से अधिक उड़ानें संचालित करता है, जिनमें अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें भी शामिल हैं। *यात्रियों ने क्या प्रतिक्रिया दी* नए विमानों में निवेश करना अच्छा है, लेकिन ग्राउंड सेवाओं में सुधार के बारे में क्या ख्याल है! पिछले एक घंटे से बैंगलोर टी1 पर इंडिगो काउंटरों पर यही नजारा है। अतिरिक्त काउंटरों की आवश्यकता है, बुजुर्गों को पीड़ित देखना परेशान करने वाला है। कृपया ध्यान दें,” एक उपयोगकर्ता, ने X पर पोस्ट किया। वही एक उपभोक्ता ने लिखा की एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन में कोई अंतर नई नज़र आ रहा है, दोनों में समान मंज़र है, पुरे एयरपोर्ट पर भीड़ हावी हो गयी है।
गया में दिनदहाड़े घर में घुसकर महिला की गला रेतकर निर्मम हत्या, जांच में जुटी पुलिस

गया: कोतवाली थाना क्षेत्र के नई गोदाम अड्डा के समीप सोनार गली में अज्ञात अपराधियों ने 50 वर्षीय महिला की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दिया, घटना के समय महिला घर में अकेली थी, वही घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय कोतवाली थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन में जुट गई है, वही जांच के लिए एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है।