कुंभ भगदड़ पर राहुल गांधी का सरकार को घेरा, बोले-आंकड़ों में छुपाई गई गरीबों की लाशें

#rahulgandhisaysupgovtsuppressedmahakumbhdeath 

Image 2Image 3Image 4Image 5

इस साल प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में हुई भगदड़ में मरने वालों को लेकर एक बार फिर सियासत गरमा गई है। महाकुंभ हादसे में मरने वालों की तादाद को लेकर विपक्ष लगातार केन्द्र की बीजेपी सरकार को घर रहा है।विपक्ष का आरोप रहा है कि वहां हुई भगदड़ व हादसों में मृतकों के आंकड़ों को छुपाया गया है। इस बीच कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को बीबीसी की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि महाकुंभ के दौरान भगदड़ में मरने वालों की संख्या उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दबा दी गई है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसकी कोई जवाबदेही नहीं है। 

आंकड़े गायब कर दो, ज़िम्मेदारी भी खत्म-राहुल गांधी

बीबीसी के हवाले से राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर कहा कि बीजेपी सरकार का यही तरीका है-'आंकड़े गायब कर दो, तो ज़िम्मेदारी भी खत्म हो जाती है।' राहुल ने आरोप लगाया कि यही खेल कोविड महामारी के समय भी हुआ था, जब गरीबों की लाशें गंगा किनारे बहती मिलीं, लेकिन सरकारी आंकड़ों में मौतें बहुत कम बताई गईं। 

मृतकों के आंकड़े छिपाना 'बीजेपी मॉडल'-राहुल गांधी

कांग्रेस नेता का कहना था कि हर बड़े रेल हादसे के बाद भी यही होता है, असली आंकड़े छुपा दिए जाते हैं। हादसे के बाद मृतकों के आंकड़े छिपाने को उन्होंने 'बीजेपी मॉडल' करार देते हुए कहा कि गरीबों की गिनती नहीं तो जवाबदेही भी नहीं।

अखिलेश यादव ने भी लगाया झूठ बोलने का आरोप

इससे पहले मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसी मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार पर 29 जनवरी के महाकुंभ भगदड़ में मरने वालों की संख्या के बारे में झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि जो लोग "झूठे आंकड़े" पेश करते हैं, जनता के विश्वास के लायक नहीं हैं।

बीबीसी ने रिपोर्ट में क्या?

दरअसल, हाल ही में बीबीसी ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। इस रिपोर्ट में उसने कुंभ के दौरान मची भगदड़ में हुई मौतों के आंकड़े बताए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुंभ में कम से कम 82 लोगों की जान गई जबकि सरकार ने कहा कि 37 लोगों की मौत हुई है।

पहले ट्रंप के खिलाफ खोला मोर्चा अब जताया अफसोस, मस्क ने कहा- जो भी हुआ, बहुत ज्यादा हो गया

#elon_musk_said_about_donald_trump 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बीच की खींचतान इन दिनों चर्चा में है। अब तक अच्छी दोस्ती का दंभ भर रहे ट्रंप और मस्क बीते कई दिनों से एक-दूसरे के खिलाफ खुलकर बोल रहे थे। ट्रंप के समर्थक रहे अरबपति उद्योगपति एलन मस्क ने उनकी नीतियों की मुखर आलोचना करने के करीब एक हफ्ते बाद अपने बयानों पर अफसोस जताया। उन्होंने कहा कि एक्स पर जारी वार-पलटवार का मामला लंबा खिंच गया।

Image 2Image 3Image 4Image 5

कई गंभीर आरोप लगाने के बाद जताया अफसोस

एलन मस्क ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर चल रही सावर्जनिक कलह के बाद पोस्ट करते हुए कहा है कि मुझे डोनाल्ड ट्रंप के लिए किए गए अपने कुछ सोशल मीडिया पोस्ट के लिए खेद है, क्योंकि वह हद से ज्यादा आगे चल गए।

दरअसल, मस्क ने पीछले हफ्ते कई चौंकाने वाली पोस्ट शेयर की थीं। उन्होंने जोर देकर कहा, मेरे बिना, ट्रंप चुनाव हार जाते। एलन मस्क ने सोशल मीडिया के जरिए ट्रंप पर कई गंभीर आरोप भी लगाए थे।

दोनों दिग्गजों के बीच यह टकराव उस समय शुरू हुई जब सबसे पहले ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, मुझे एलन हमेशा पसंद रहे हैं... मैं चाहूंगा कि वे बिल की बजाय मेरी आलोचना करें, क्योंकि बिल अविश्वसनीय है। यह हमारे देश के इतिहास में सबसे बड़ी कटौती है। यह लगभग 1.6 ट्रिलियन डॉलर की कटौती है। यह सबसे बड़ी कर कटौती है। लोगों पर लगने वाले टैक्स बहुत कम हो जाएंगे। हम उस बिल में ऐसी चीजें कर रहे हैं जो अविश्वसनीय हैं... एलन इसलिए परेशान हैं क्योंकि हमने इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल (EV) से जुड़े फैसले लिए। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बहुत अधिक धन दिया जा रहा था। कटौती के बाद मस्क को मुश्किल समय का सामना करना पड़ रहा है। वे चाहते हैं कि सरकार सब्सिडी के रूप में अरबों डॉलर का भुगतान करे।

ट्रंप के बयान के मस्क ने एक्स पर लिखा, अगर उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन नहीं किया होता, तो ट्रंप 2024 का राष्ट्रपति चुनाव हार जाते। मस्क ने दावा किया कि ऐसी स्थिति में डेमोक्रेट्स को अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा में बहुमत मिल जाता और संसद के ऊपरी सदन यानी सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी सिर्फ 51-49 के अंतर से सीनेट में बढ़त बना पाती।

इसके बाद मस्क ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर आम जनता के बीच सर्वेक्षण कराना शुरू कर दिया। मस्क ने एक्स पर जो सर्वेक्षण शुरू किया है, इसमें पूछा गया है कि क्या अमेरिका को एक नए राजनीतिक दल की आवश्यकता है 'जो वास्तव में मध्य वर्ग के 80% लोगों का प्रतिनिधित्व करता हो।' सोशल मीडिया पर बेहद लोकप्रिय मस्क के सवाल पर लोग जवाब भी तत्परता से दे रहे हैं।

राहुल गांधी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, छात्रों की समस्याओं को लेकर की ये मांगे

#rahulgandhilettertopm_modi

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने छात्रों की समस्याओं को लेकर पीएम मोदी को पत्र लिखा है। अपने पत्र के जरिए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने पत्र में देश के दलित, अनुसूचित जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक छात्रों के हित में फैसले लेने की अपील की है। राहुल ने अपने पत्र में हॉस्टल में होने वाली असुविधाओं का जिक्र किया। राहुल ने बताया कि वे पिछले महीने बिहार में अंबेडकर हॉस्टल गए थे, जहां स्टूडेंट ने इन समस्याओं को जिक्र किया था।

Image 2Image 3Image 4Image 5

छात्रवृत्ति और छात्रावास तत्काल ध्यान देने की अपील

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से छात्रों से जुड़े दो मुद्दों पर तत्काल ध्यान देने की अपील की है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि हाशिए पर पड़े समुदायों से आने वाले 90 प्रतिशत छात्रों की शिक्षा में छात्रवृत्ति और छात्रावास के कारण बाधा आती है। राहुल ने लिखा कि दलित, एसटी, इकोनॉमिक बैकवर्ड क्लास, ओबीसी और अल्पसंख्यक समुदायों के स्टूडेंट को मिलने वाली स्कॉलरशिप में देरी न हो। उन्होंने कहा कि स्कॉलरशिप पाने वाले दलित छात्रों की संख्या लगभग आधी हो गई है। 2023 में ये 1.36 लाख थी, जो 2024 में घटकर 0.69 लाख रह गई है।

बिहार दौरा का किया जिक्र

अपने बिहार दौरे का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा, बिहार के दरभंगा में आंबेडकर छात्रावास के हाल के दौरे के दौरान छात्रों ने शिकायत की। एक ही कमरे में 6-7 छात्रों को रहने के लिए मजबूर होना पड़ता है। शौचालय बदहाल हैं। पीने का पानी भी असुरक्षित है। भोजनालय की सुविधा नहीं मिलती। पुस्तकालयों या इंटरनेट जैसी बुनियादी सेवाएं भी नदारद हैं।

सकारात्मक प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने आगे कहा है कि मैंने यहां सिर्फ बिहार का उदाहरण दिया है लेकिन यही हाल पूरे देश का है। मैं सरकार से इन विफलताओं को दूर करने के लिए तुरंत दो कदम उठाने का आग्रह करता हूं। मुझे यकीन है कि आप इस बात से सहमत होंगे कि जब तक निचले तबके के युवा आगे नहीं बढ़ेंगे, तब तक भारत प्रगति नहीं कर सकता। मैं आपकी सकारात्मक प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा कर रहा हूं।

फिर टल गया Axiom 4 मिशन, जानें शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष में जाने पर क्यों लग रहा ब्रेक

#shubhanshushuklasaxiom4missionlaunchpostponed

Image 2Image 3Image 4Image 5

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान एक बार फिर स्थगित कर दी गई है। शुभांशु और 3 अन्य को लेकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जाने वाले एक्सिओम-4 मिशन (Axiom-4 mission) को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।इस मिशन को अंजाम देने वाली कंपनी स्पेस एक्स ने कहा है कि लॉन्च से पहले किए गए पोस्ट-स्टैटिक फायर बूस्टर निरीक्षण के दौरान लिक्विड ऑक्सीजन में लीक पाया गया, जिस वजह से यह निर्णय लिया गया है।

शुभांशु शुक्ला की उड़ान बार बार टल रही

एक्सिओम-4’ मिशन के लिए अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन जा रहे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की उड़ान बार बार टल रही है। आज एक बार फिर उड़ान टलने की के बाद स्पेसएक्स की ओर से बयान जारी किया गया। स्पेस एक्स ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, ‘हम सुरक्षा से कोई समझौता नहीं कर सकते। बूस्टर निरीक्षण के दौरान लिक्विड ऑक्सीजन का रिसाव पाया गया, इसलिए लॉन्च को अगली तिथि तक स्थगित किया गया है।’

स्पेस एक्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने आधिकारिक बयान में कहा, ‘Falcon 9 की Ax-4 लॉन्च को रोका जा रहा है, ताकि LOx लीक को ठीक करने और आवश्यक सुधार के लिए स्पेस एक्स टीम को अतिरिक्त समय मिल सके। मरम्मत पूरी होने और रेंज उपलब्धता सुनिश्चित होने के बाद हम नई लॉन्च डेट शेयर करेंगे।

कौन हैं शुभांशु शुक्ला

बता दें कि वायु सेना पायलट ग्रुप कैप्टन शुक्ला को इसरो के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के तहत चुना गया था और वे गगनयान मिशन के शीर्ष दावेदारों में से एक हैं। लखनऊ में जन्मे 39 वर्षीय शुभांशु शुक्ला को जून 2006 में भारतीय वायुसेना में कमीशन मिला था। उन्होंने अब तक 2,000 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव हासिल किया है और सुखोई-30 एमके 1, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डॉर्नियर और एएन-32 जैसे कई विमानों को उड़ाया और परीक्षण किया है।साल 2020 में उन्हें इसरो के गगनयान मिशन के लिए चुना गया था। यह भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान परियोजना है। चार साल बाद, उनकी अंतरिक्ष यात्रा ने एक नया मोड़ लिया है।

प्रियंका गांधी को केरल हाई कोर्ट ने जारी किया नोटिस, वायनाड उपचुनाव में संपत्ति छिपाने का आरोप

#priyankagandhikeralahcsummon

केरल हाईकोर्ट ने मंगलवार को कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा को नोटिस जारी किया है। यह नोटिस वायनाड लोकसभा उपचुनाव से उनके चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका पर जवाब मांगने के लिए जारी किया गया है। दरअसल, उपचुनाव में उनको टक्कर देने वाली बीजेपी की उम्मीदवार नव्या हरिदास ने कोर्ट में याचिका दायर की है। इस याचिका में हरिदास ने कांग्रेस सांसद पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने उपचुनाव के दौरान अपनी संपत्ति छिपाई। इसी के साथ हरिदास की मांग है कि प्रियंका गांधी की जीत को अवैध घोषित किया जाए।

Image 2Image 3Image 4Image 5

बीजेपी की उम्मीदवार नव्या हरिदास ने दायर की याचिका

न्यायमूर्ति के बाबू की पीठ ने बीजेपी की उम्मीदवार नव्या हरिदास द्वारा दायर चुनाव याचिका को स्वीकार कर लिया है। इस मामले की अगली सुनवाई अगस्त में निर्धारित की है। केरल हाईकोर्ट ने हरिदास के वकील, अधिवक्ता हरि कुमार जी नायर की दलीलों पर विचार करने के बाद प्रियंका गांधी को नोटिस जारी किया।

याचिका में क्या कहा

नव्या हरिदास ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि प्रियंका गांधी ने अपने नामांकन पत्र के साथ दाखिल हलफनामे में कई अचल संपत्तियों की जानकारी छुपाई या उन्हें उजागर नहीं किया, जो उनके और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के स्वामित्व में हैं।याचिका में कहा गया है कि प्रियंका ने मतदाताओं को गुमराह करने और उन्हें अधूरी जानकारी देकर प्रभावित करने का प्रयास किया, जो कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के तहत 'भ्रष्ट आचरण' की श्रेणी में आता है। हरिदास ने यह भी आरोप लगाया है कि प्रियंका गांधी द्वारा दाखिल नामांकन पत्र में चुनावी कानूनों और निर्वाचन नियमों का उल्लंघन किया गया है। उन्होंने मांग की है कि प्रियंका की चुनावी जीत को शून्य घोषित किया जाए।

कैटरीना बनीं मालदीव की ग्लोबल टूरिज्म एम्बेसडर, क्या भारतीय पर्यटकों को लुभाने की मुइज्‍जू की कोशिश होगी कामयाब?

#katrina_kaif_has_been_appointed_global_tourism_ambassador_of_maldives

Image 2Image 3Image 4Image 5

मालदीव ने बॉलीवुड एक्ट्रेस कैटरीना कैफ को अपना ग्लोबल टूरिज्म एम्बेसडर बन गई हैं। यह कोलेबोरेशन यह कोलेबोरेशन ऐसे वक्त में हुआ है जब भारत और मालदीव के रिश्तों में पिछले साल जनवरी के बाद से कुछ कड़वाहट देखी गई थी। दरअसल, मालदीव की मोहम्मद मुइज्जू की सरकार ने बीते साल कुछ ऐसे फैसले लिए थे, जिससे उनको भारतीयों के गुस्से का सामना करना पड़ा। इसका सीधा असर मालदीव की टूरिज्म इंडस्ट्री पर पड़ा है। अपने पर्यटन को बचाने के लिए अब मुइज्जू सरकार ने लोकप्रिय अभिनेत्री कैटरीना कैफ का सहारा लिया है।

मंगलवार को सोशल मीडिया पर विजिट मालदीव ने इस खबर को शेयर करते हुए कहा कि वे कैटरीना कैफ को अपने ग्लोबल ब्रांड एम्बेसडर के रूप में पाकर बेहद खुश हैं।

कैटरीना ने इस मौके पर कहा, मालदीव लग्जरी और नेचुरल ब्यूटी का शिखर है, ऐसी जगह जहां सादगी और शांति एक साथ मिलती है। 'सनी साइड ऑफ लाइफ' का फेस बनकर मुझे गर्व महसूस हो रहा है। इस कोलेबोरेशन के जरिए मैं दुनियाभर के लोगों को मालदीव की खासियत और बेहतरीन यात्रा अनुभव से परिचित कराने के लिए उत्साहित हूं।

कैटरीना कैफ के नाम की घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब भारत और मालदीव के संबंध एक नाजुक दौर से गुजर रहे हैं। मालदीव में साल 2023 के आखिर में मोहम्मद मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने चीन समर्थन का रुख दिखाया। उन्होंने इंडिया आउट जैसे नारे दिए, जिससे उनके भारत से रिश्ते में खटास आना शुरू हो गई। बीते साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद मालदीव की ओर से कुछ ऐसे विवादित बयान आए, जिस पर भारतीयों ने गुस्सा दिखाते हुए मालदीव के बायकॉट की मुहिम छेड़ दी। इससे दोनों देशों के रिश्ते काफी ज्यादा खराब हो गए।

जी7 से पहले साइप्रस जाएंगे पीएम मोदी, पाकिस्तान और उसके दोस्त तुर्की को सीधा संदेश

#pmmodivisitcyprusgivediplomaticanswertopakistanallyturkey

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी साइप्रस और क्रोएशिया के दौरे पर जाने वाले हैं। यह दौरा उनकी कनाडा में होने वाले G7 शिखर सम्मेलन यात्रा से पहले होगा। वह कनाडा के रास्ते में ही इन दोनों देशों का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री का यह साइप्रस दौरा भारत का तुर्की को जवाब माना जा रहा है। पीएम मोदी को पिछले महीने क्रोएशिया जाना था। इसके साथ वे नीदरलैंड और नॉर्वे भी जाने वाले थे। लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण यह दौरा रद्द हो गया था।

Image 2Image 3Image 4Image 5

साइप्रस और क्रोएशिया की यात्रा क्यों महत्वपूर्ण

जी7 शिखर सम्मेलन कनाडा के अल्बर्टा में 15 से 17 जून को होगा। प्रधानमंत्री इसके आखिरी दिन एक विशेष सत्र में भाग लेंगे। पीएम मोदी जी7 की मीटिंग के लिए कडाना जाने के क्रम में साइप्रस जाएंगे। साथ ही वापसी के क्रम में वह क्रोएशिया का दौरा भी करेंगे। भारत यूरोप में लगातार अपनी पैठ मजबूत कर रहा है। वह यूरोपीय संघ के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर भी बातचीत कर रहा है। साइप्रस और क्रोएशिया दोनों ही यूरोपीय संघ के सदस्य हैं। ऐसे में उनकी साइप्रस और क्रोएशिया की यात्रा बहुत ही महत्वपूर्ण है।

क्यों साइप्रस जा रहे प्रधानमंत्री मोदी?

पीएम मोदी के साइप्रस दौरे के कई कारण हैं। इसके अलावा भारत तुर्की को सा सन्देश देना चाहता है। तुर्की की साइप्रस से बिलकुल नहीं बनती। इसके अलावा साइप्रस ने हमेशा कश्मीर और पाकिस्तान से होने वाले सीमा-पार आतंकवाद पर भारत का समर्थन किया है। साइप्रस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सीट, न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप की सदस्यता और 1998 के परमाणु परीक्षणों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी भारत का साथ दिया है।

साइप्रस की यात्रा करने वाले तीसरे, क्रोएशिया जाने वाले पहले पीएम

नरेंद्र मोदी साइप्रस की यात्रा करने वाले तीसरे भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। उनसे पहले साल 1983 में इंदिरा गांधी और साल 2002 में अटल बिहारी वाजयपेयी ने साइप्रस का दौरा किया था। वहीं, पीएम मोदी पहली बार क्रोएशिया जाने वाले पहले भारतीय पीएम बनेंगे। एस जयशंकर 2021 में दक्षिण-पूर्वी यूरोपीय देश का दौरा करने वाले पहले भारतीय विदेश मंत्री बने। जयशंकर के दौरे के बाद भारत और क्रोएशिया ने रक्षा सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए।

लालू यादव का नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप, बोले-कानून व्यवस्था का किया अंतिम संस्कार

#laluyadavattacksnitishkumar_govt

राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बिहार में बढ़ते अपराध पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तीखा वार किया है। लालू यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर नीतीश सरकार को आंकड़े दिखाकर घेरने की कोशिश की है।लालू यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये आंकड़ों का जिक्र करते हुए नीतीश सरकार पर सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार और बीजेपी ने कानून व्यवस्था का अंतिम संस्कार कर दिया है।

Image 2Image 3Image 4Image 5

नीतीश के शासनकाल में 65,000 हत्याएं ?

लालू यादव ने मंगलवार सुबह ट्वीट करते हुए लिखा, नीतीश बताएं कि शाम पांच बजे से पहले घर में घुसकर ही कितनी हत्याएं हो रही है? क्या नीतीश जानते, पहचानते व समझते हैं कि उनके शासनकाल में आधिकारिक आंकड़ों में 65,000 हत्याएं हुई हैं? नीतीश-बीजेपी ने विधि व्यवस्था का दम ही नहीं निकाला बल्कि उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया है। बिहार में इतनी भ्रष्ट, लापरवाह और कामचोर पुलिस कभी भी नहीं रही।

लालू का नीतीश सरकार पर जारी है हमला

इससे पहले भी लालू प्रसाद यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला था। तीन दिन पहले सात जून को उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि बिहार में अपराधी बेलगाम हैं। अफसरशाही मदमस्त हैं। सरकार बेहोश है और महंगाई रिकॉर्डतोड़ है।राज्य गरीबी, बेरोजगारी, पलायन बढ़ गई है। 20 वर्षों की इस एनडीए सरकार ने बिहार का बंटाधार कर दिया है।

बिहार में आपराध के बढ़े मामले

दरअसल, बिहार में हाल की घटनाओं ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। हाल ही में मुजफ्फरपुर में एक दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या, पटना सिटी में डबल मर्डर, आरा में ज्वेलरी लूटकांड समेत बिहार के अलग-अलग जिलों में अपराध के बढ़ते मामले लगातार बिहार में कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। बिहार की राजधानी पटना में बीते दिनों वीआईपी इलाके में खुलेआम हुई फायरिंग की घटना ने भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने का काम किया है।

सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से आज मिलेंगे पीएम मोदी, पहलगाम हमले के बाद 33 देशों में गए थे डेलिगेशन

#pmmetmembersofallpartydelegation 

प्रधानमंत्री मोदी आज ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी मंगलवार शाम 7 बजे अपने निवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर विदेश गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू के कार्यालय ने सभी डेलिगेशन मेंबर्स को इस बैठक की जानकारी दे दी है।

Image 2Image 3Image 4Image 5

सूत्रों के मुताबिक,विदेश में गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्य प्रधानमंत्री के साथ अपनी प्रतिक्रिया साझा करेंगे। पूर्व सांसद और पूर्व राजनयिक भी इन प्रतिनिधिमंडलों का हिस्सा थे, जिन्होंने 33 विदेशी राजधानियों और यूरोपीय संघ का दौरा किया। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के कुल 7 समूहों ने विभिन्न देशों की राजधानियों का दौरा किया और आतंकवाद के खिलाफ भारत की शून्य सहिष्णुता की नीति को सामने रखा। प्रतिनिधिमंडल में एनसीपी-एससीपी की सुप्रिया सुले, कांग्रेस के शशि थरूर, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी जैसे 50 से अधिक विपक्षी सांसद, नेता और पूर्व राजदूत शामिल थे। 

ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया पाक

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान गई थी। जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। इस मिशन में पाकिस्तान और पीओजेके (पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर) में आतंकी ठिकानों पर निशाना साधते हुए 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया। इस वार से बौखलाए पाकिस्तान ने भी भारत पर हमला कर दिया था। हालांकि, पाकिस्तान को इसका मुंहतोड़ जवाब मिला था। जिसके बाद पाकिस्तान घुटनों पर आने को मजबूर हुआ था।

30 से ज्यादा देशों का दौरा

इसके बाद भारत ने दुनिया को बताने के लिए एक राजनयिक अभियान शुरू किया। सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्रीय एकता का संदेश देने के लिए बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे। जिसमें 7 समूहों में बंटे 50 से ज्यादा सांसद, पूर्व राजदूत और सरकारी अधिकारी शामिल थे। इन दलों ने 30 से ज्यादा देशों का दौरा किया। बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में एक दल सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, अल्जीरिया गया। रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व वाला दल ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, ईयू, इटली और डेनमार्क गया। शशि थरूर के नेतृत्व में अमेरिका, ब्राज़ील, पनामा जैसे देशों में भारत का पक्ष रखा गया. बाकी समूहों ने अफ्रीका, एशिया और यूरोप के कई देशों में भारत की नीति को समझाया।

केरल तट पर मुंबई जा रही कार्गो शिप में हुआ धमाका, 4 लोग लापता, 18 को बचाया गया

#singaporecontainershipcatchesfire 

Image 2Image 3Image 4Image 5

केरल तट के पास जहाज में विस्फोट की खबर है। कोलंबो से न्हावा शेवा की ओर जा रहे कंटेनर जहाज में समुद्र में एक बड़ा धमाका हुआ है। जहाज के अंडर डेक (निचले हिस्से) में यह विस्फोट कोच्चि से लगभग 315 किलोमीटर पश्चिम में हुआ। हादसे के बाद से जहाज के 4 क्रू सदस्य लापता हैं, जबकि 5 लोग घायल हुए हैं।राहत व बचाव कार्य के लिए भारतीय नौसेना ने आईएनएस सूरत को डायवर्ट किया है।

18 कर्मियों को बचाया गया

तटरक्षक बल के अनुसार यह घटना सोमवार तड़के करीब 40 नॉटिकल मील की दूरी पर कोझीकोड तट से हुई। जहाज पर एक विदेशी ध्वज है। संभवतः वह सिंगापुर का ध्वज है। आग लगने के कारण कई कंटेनर समुद्र में गिर गए, जिससे पर्यावरणीय और मानवीय चिंताएं बढ़ गई हैं। तटरक्षक बल ने तुरंत बचाव जहाज और हेलीकॉप्टर तैनात किए और 18 कर्मियों को बचाव नावों में पहुंचाया गया है। शेष चार कर्मियों की तलाश और जहाज पर आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि आग और विस्फोटों के कारण जहाज का ढांचा क्षतिग्रस्त हुआ है, लेकिन यह अभी भी तैर रहा है।

50 कंटेनर समुद्र में गिरे

बताया जा रहा है कि जहाज पर रखे 50 कंटेनर समुद्र में गिर गए। जहाज पर 600 से ज्यादा कंटेनर रखे हुए हैं। नौसेना और तटरक्षक जहाज घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं, धमाके की वजह अभी साफ नहीं है, लेकिन आशंका है कि यह किसी कंटेनर के अंदर से धमाका हुआ हो।

राहत और बचाव कार्य जारी

हादसे के बाद भारतीय तटरक्षक बल ने तुरंत राहत और बचाव कार्य के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया है। कोस्ट गार्ड की डोर्नियर विमान को मौके का जायजा लेने भेजा गया है। इसके साथ ही तीन तटरक्षक पोतों ICGS राजदूत (न्यू मैंगलोर से), ICGS अर्नवेष (कोच्चि से), ICGS सचेत (अगट्टी से) को भी तत्काल घटनास्थल की ओर रवाना कर दिया गया है।