छत्तीसगढ़ में दिखा रमजान का चांद, कल से रखा जाएगा रोजा…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई इलाकों में चांद नजर आने के साथ रमजान का पाक महीना शुरू हो गया है। ऐसे में आज से सभी मस्जिदों में तरावीह (विशेष नमाज) पढ़ी जाएगी और कल सुबह सहरी के बाद पहला रोजा रखा जाएगा। सऊदी अरब में 28 फरवरी को चांद दिख गया था, जिसके कारण वहां 1 मार्च से रोजे आरंभ हो गए हैं।

बता दें कि रमजान इस्लामिक कैलेंडर का नौवां महीना है। रमजान के माह को रहमत और बरकत का माना जाता है। मुस्लिम समुदाय के लोग अल्लाह की नेमत पाने के लिए 30 दिन रोजा रखते हैं। इस पाक माह का एक-एक मिनट कीमती माना जाता है। इस दौरान लोग रोजा रखकर अपने बुरे कर्मों से तौबा करते हैं और नेक काम करते हैं। ऐसा करने से कई गुना अधिक पुण्य प्राप्त होता है। इस दौरान रोजेदारों को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा, ताकि उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव न पड़े और सेहत अच्छी बनी रहे।

डिहाइड्रेशन जैसी समस्या से ऐसे रखें खुद को महफूज

रोजेदार पूरे दिन बिना भोजन और बिना पानी पिए रोजा रखते हैं। शरीर में पानी की कमी न हो, इसके लिए मौसम के अनुसार रोजेदार कुछ बातों का ध्यान रखें, जिससे डिहाइड्रेशन जैसी समस्या से बचाव किया जा सके और सेहत का भी ख्याल रखा जा सके। इफ्तार के समय किए जाने वाले भोजन में ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए, जो आसानी से पच जाएं और शरीर में दिनभर पानी की पर्याप्त मात्रा बनी रहे। डिहाइड्रेशन ज्यादा गर्मी और दिनभर पानी न पीने की वजह से हो सकता है। ऐसे में जब भी कुछ खाएं-पीएं, तो ऐसी चीजों का सेवन करें, जिससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सके।

सहरी और इफ्तार में ध्यान देने योग्य बातें:

  • सहरी या इफ्तार में हमेशा कम तली-भुनी चीजें ही खाएं, क्योंकि ऐसी चीजों के सेवन से प्यास लगने की संभावना बढ़ जाती है।
  • सहरी में प्रोटीन और फाइबर युक्त चीजों का ज्यादा सेवन करें, जैसे मल्टीग्रेन रोटी, छिलके सहित फल, अंडे, पनीर, चिकन आदि। फाइबर युक्त भोजन प्यास से बचाने में मदद करता है और लंबे समय तक पेट भरा रहता है।
  • ज्यादा से ज्यादा हरी पत्तेदार सब्जियां और सलाद खाएं। इसमें खीरा, ककड़ी, तरबूज, संतरा, अंगूर जैसे फलों को शामिल करें, जिनमें पानी और फाइबर की मात्रा अधिक होती है।
  • सहरी के दौरान कैफीन युक्त चीजों से बचें। चाय या कॉफी शरीर का पानी सोख लेती हैं, जिससे बार-बार प्यास लग सकती है। इसकी जगह नींबू पानी और जूस का सेवन करें।
  • इफ्तार की शुरुआत हल्की चीजों जैसे खजूर, शिकंजी या सूप से करें।
  • रोजा रखने के दौरान पर्याप्त नींद लेना जरूरी है। सुबह सहरी के कारण नींद पूरी न होने पर दिन में आराम जरूर करें।
नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 2.37 लाख की हेरोइन और अफीम के साथ आरोपी गिरफ्तार

रायपुर-  थाना कबीर नगर पुलिस ने नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से 14.70 ग्राम हेरोइन (चिट्टा) और 12.75 ग्राम अफीम बरामद की गई, जिसकी कुल कीमत लगभग 2,37,760 रुपये आंकी गई है. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

रिंग रोड नंबर 2 पर पकड़ा गया आरोपी

रायपुर पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में 1 मार्च 2025 को थाना कबीर नगर पुलिस को सूचना मिली कि रिंग रोड नंबर 2 के पास एक व्यक्ति मादक पदार्थ बेचने की फिराक में है. सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा.

पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम दविंदर सिंह (52 वर्ष), निवासी अमृतसर, पंजाब बताया. जब उसकी तलाशी ली गई, तो उसके कुर्ते की जेब से दो पन्नियों में 14.70 ग्राम हेरोइन (चिट्टा) और 12.75 ग्राम अफीम बरामद हुई. पुलिस द्वारा जब उससे इस मादक पदार्थ को रखने के वैध दस्तावेज मांगे गए, तो वह कोई भी प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर सका और पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करने लगा.

NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज

थाना कबीर नगर पुलिस ने आरोपी दविंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ अपराध क्रमांक 27/25, धारा 18(A), 21(B) NDPS ACT के तहत मामला दर्ज कर लिया गया. आरोपी के पास से 9010 रुपये नगद भी जब्त किए गए.

इन अधिकारियों की रही अहम भूमिका

इस कार्रवाई में निरीक्षक दीपेश जायसवाल, सहायक उपनिरीक्षक गौरी शंकर सिंह, प्रधान आरक्षक भारद्वाज, आरक्षक पिलेश्वर प्रसाद, अशवन दास और राकेश चंद्राकर की महत्वपूर्ण भूमिका रही.

छत्तीसगढ़ में 30 बिस्तर तक के अस्पतालों को पंजीकरण से रखें बाहर, एएचपीआई की सरकार से मांग…

रायपुर-  एसोसिएशन ऑफ़ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स इंडिया (एएचपीआई) ने छत्तीसगढ़ में 30 बिस्तर तक के अस्पतालों को क्लीनिकल एस्टाब्लिशमेंट एक्ट (नर्सिंग होम एक्ट) में पंजीकरण से बाहर रखने की मांग की है. 

एएचपीआई छत्तीसगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि हाल ही बिहार कैबिनेट ने 40 बिस्तर तक के अस्पतालों को नर्सिंग होम एक्ट के तहत पंजीयन करने की छूट की मंजूरी दी है. छत्तीसगढ़ में भी 30 बिस्तर तक के अस्पतालों को नर्सिंग होम एक्ट में पंजीयन से बाहर रखने का नियम बन चुका है, लेकिन इसे आज तक लागू नहीं किया गया है.

डॉ. गुप्ता ने स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव से अपील की है कि सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को 30 बिस्तर तक के अस्पतालों को नर्सिंग होम एक्ट में पंजीयन की परिधि से बाहर रखने के लिए निर्देशित करें, जिससे छोटे नर्सिंग होम और एकल डॉक्टर क्लिनिक निर्बाध रूप से प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर सकें.

कांग्रेसियों ने छत्तीसगढ़ पुलिस के नाम का काटा केक, कहा – चाची हमारी महापौर, कांग्रेस ने केक काटा तो जेल, मेयर के बेटे को बेल…

रायपुर- महापौर मीनल चौबे के बेटे मृणक चौबे के जन्मदिन पर बीच सड़क केक काटने के मामले में सियासत तेज हो गई है. एनएसयूआई और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रायपुर के गांधी मैदान में छत्तीसगढ़ पुलिस के नाम का केक काटा. हैप्पी बर्थडे छत्तीसगढ़ पुलिस के नारे लगाकर पटाखे भी फोड़े. इस दौरान कांग्रेस ने महापौर के बेटे समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग उठाई.

कांग्रेसियों ने पोस्टर में लिखा – चाची हमारी महापौर है. कांग्रेस ने केक काटा तो जेल, महापौर के बेटे को बेल. एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष शांतनु झा ने पुलिस पर बीजेपी के इशारों पर काम करने का आरोप लगाते हुए कहा, सड़क पर जन्मदिन मनाने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की FIR के तत्काल बाद गिरफ़्तारी हुई थी. अब FIR के बाद महापौर मीनल चौबे के बेटे सहित अन्य आरोपियों को भी तत्काल गिरफ्तार किया जाए।


10 से ज्यादा लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

बता दें कि रायपुर की नवनियुक्त महापौर मीनल चौबे के बेटे मृणक चौबे सहित दस से ज्यादा लोगों के खिलाफ सड़क पर जन्मदिन मनाते हुए केक काटने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है. डीडी नगर थाना में ऑटो चालक रवि ध्रुव की शिकायत पर मृणक चौबे, पिंटू चंदेल, मनोज गौतम सहित 10 से ज्यादा लोगों के खिलाफ धारा 126 (2), 3 (5) BNS के तहत अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया है.ए.

59 मतदाता, लेकिन वोट पड़े 64 : पंचायत चुनाव में भाजपा विधायक पर धांधली का आरोप, री-वोटिंग की मांग नहीं हुई पूरी

गौरेला पेंड्रा मरवाही- छत्तीसगढ़ के मरवाही ब्लॉक के धरहर गांव में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगा था. विधायक पर चुनाव प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए हारे प्रत्याशियों ने रि-वोटिंग की मांग की थी. उनका आरोप है कि विधायक के दबाव के चलते शिकायत पर कार्रवाई नहीं हो रही है. इसलिए वे अब इस मांग को लेकर प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं. हालांकि इस मामले में पीठासीन अधिकारी को निलंबित किया जा चुका है. 

दरअसल, मरवाही ब्लॉक ग्राम धरहर में 23 फरवरी को मतदान हुआ था. सरपंच और पंच का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों ने शिकायत की थी कि यहां कुल जितने मतदाता थे. उससे अधिक लोगों से वोटिंग कराई गई जो कि आपत्तिजनक है. उम्मीदवारों ने मरवाही विधायक प्रणव मरपच्ची पर चुनाव में धांधली कराने का आरोप लगाया है. बता दें कि ग्राम धरहर मरवाही विधायक प्रणव मरपच्ची का गृह ग्राम है और पूर्व में वे यहां से सरपंच भी रह चुके हैं.  

प्रत्याशियों का आरोप है कि विधायक के गांव के बूथों में विधानसभा और लोकसभा में कांग्रेस जीती थी. विधायक ने प्रशासन के साथ मिलकर यहां पंच-सरपंच जनपद और जिला पंचायत चारो के चुनाव प्रभावित हुए हैं. यहां से कांग्रेस काल में अर्चना पोर्ते अनुसूचित जनजाति आयोग की अध्यक्ष रह चुकी है. इनका आरोप है कि मतदान का रिपोर्ट सभी अभियर्थियों का न देकर व्यक्तिगत दिया गया इसलिए यहां फिर से मतदान कराया जाना चाहिए, अनियमितता को दबाने लाठी चार्ज तक किया गया. 

शिकायत में बताया गया है कि बीते 23 फरवरी को हुए पंचायत मतदान के बाद मरवाही ब्लॉक के ग्राम धरहर के वार्ड नम्बर 05 से दो प्रत्याशी गेंदी प्रजापति और शांति बाई सोनवानी उम्मीदवार थे. जहां कुल मतदाता 59 थे और मतदान संख्या 64 रही, जो कि अपने आप फर्जी मतदान होना प्रतीत हो रहा है. शिकायतकर्ताओ ने यहां फिर से मतदान कराए जाने को लेकर ज्ञापन दिया है.

रायपुर मेयर के बेटे के खिलाफ एफआईआर: सड़क पर जन्मदिन मनाना पड़ा भारी

रायपुर- रायपुर की नवनियुक्त महापौर मीनल चौबे के बेटे मृणक चौबे सहित दस से ज्यादा लोगों के खिलाफ सड़क पर जन्मदिन मनाते हुए केक काटने पर एफआईआर दर्ज किया गया है. डीडी नगर थाना में ऑटो चालक रवि ध्रुव की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया है.

दरअसल, महापौर मीनल चौबे के बेटे मृणक चौबे का अपने दोस्तों के साथ सड़क पर जन्मदिन मनाते हुए केक काटते और आतिशबाजी करते हुए वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. मामले में अब ऑटो चालक रवि ध्रुव पिता दशरथ ध्रुव की शिकायत पर मृणक चौबे, पिंटू चंदेल, मनोज गौतम सहित 10 से ज्यादा लोगों के खिलाफ धारा 126 (2), 3 (5) BNS के तहत अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया है.

डीडी थाना प्रभारी एसएन सिंह ने बताया कि तीन सहित अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया है. मामले में कार्रवाई जारी है. जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा.

इसके पहले इसी तरह सड़क पर जन्मदिन मनाने पर युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई की थी. इस तरह की बढ़ती घटनाओं पर हाई कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए प्रदेश के आला अधिकारी से जवाब तलब किया था. हाई कोर्ट की फटकार के बाद एक दिन पहले ही मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने अधिकारियों की बैठक लेकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे, जिसका अब असर देखने को मिल रहा है.

कांग्रेस छोड़ने के सवाल पर अमरजीत भगत का बड़ा बयान, कहा-

रायपुर-  पूर्व खाद्य मंत्री, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अमरजीत भगत ने में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, सरगुजा में सीतापुर विधानसभा क्षेत्र के सीतापुर नगर पंचायत में कांग्रेस को जीत दिलाई. लोकसभा चुनाव में भी सीतापुर विधानसभा से मैं कांग्रेस को लीड दिलाया. बस्तर व सरगुजा के साथ जो चलेगा उसकी सरकार बनेगी.

अमरजीत ने कहा, जब से देश आजाद हुआ है तब से आज तक सरगुजा से किसी ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बागडोर नहीं संभाली है. मैं कभी कांग्रेस नहीं छोडूंगा, कांग्रेस का झंडा थामे रहूंगा. वह पार्टी के छोटे सिपाही हैं, जो हाई कमान का आदेश होता है वह उसका पालन करते हैं.

छत्तीसगढ़ में पहली बार दिखा दुर्लभ पक्षी ब्लैक-नेक्ड ग्रीब, पानी पर तैरते हुए बनाते हैं घोंसले

खैरागढ़- छत्तीसगढ़ में पहली बार दुर्लभ पक्षी ब्लैक-नेक्ड ग्रीब (Podiceps nigricollis) देखा गया है, जो प्रदेश की जैव विविधता के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. बिलासपुर के कोपरा डैम में इसकी मौजूदगी दर्ज की गई है. यह पक्षी विज्ञान के क्षेत्र में एक बड़ी खोज मानी जा रही है. छत्तीसगढ़ में इस दुर्लभ पक्षी के दिखने का यह पहला रिकॉर्ड है. 

14 दिसंबर, 2024 को एक नियमित बर्डवॉचिंग सर्वे के दौरान डॉ. लोकश शरण ने इस अनोखे पक्षी को देखा, उसी समय इसकी तस्वीरें भी खींची गई. बाद में, इन तस्वीरों को विशेषज्ञों और विश्वसनीय वैज्ञानिक स्रोतों से मिलाने के बाद पुष्टि हुई कि यह वास्तव में ब्लैक-नेक्ड ग्रीब ही है. इस खोज के बाद, बड़ी संख्या में पक्षी प्रेमी और शोधकर्ता कोपरा डैम पहुंचने लगे. 

अनुराग विश्वकर्मा और उनकी टीम द्वारा किए गए एक अध्ययन में सामने आया कि यहां 113 पक्षी प्रजातियों की मौजूदगी दर्ज की जा चुकी है, जिनमें पेंटेड स्टॉर्क, वूली-नेक्ड स्टॉर्क, मिस्र का गिद्ध (Egyptian Vulture), यूरेशियन कर्ल्यू और ब्लैक-टेल्ड गॉडविट जैसी महत्वपूर्ण प्रजातियां शामिल हैं. लेकिन अब ब्लैक नेक्ड ग्रीब का यहां देखे जाने से पक्षी विज्ञानियों की जिज्ञासा बढ़ा दी है. 

ब्लैक-नेक्ड ग्रीब पानी पर तैरते हुए बनाते हैं घोंसले 

ब्लैक-नेक्ड ग्रीब अपनी अनूठी बनावट के कारण आसानी से पहचाना जा सकता है. इसकी गहरी लाल आंखें, माथे का उठा हुआ भाग और सिर पर काले रंग की टोपी जैसी आकृति, जो आंखों के नीचे तक फैली होती है, इसे अन्य ग्रीब प्रजातियों से अलग बनाती है. यह आकार में छोटे लिटिल ग्रीब (Tachybaptus ruficollis) और बड़े ग्रेट क्रेस्टेड ग्रीब (Podiceps cristatus) के बीच होता है. यह पक्षी आमतौर पर यूरोप, एशिया और उत्तरी अमेरिका के ठंडे इलाकों में पाया जाता है और सर्दियों में प्रवास करते हुए भारत के कुछ हिस्सों में पहुंचता है. यह पानी पर तैरते हुए घोंसले बनाता है, जो जलीय पौधों और घास से बने होते हैं. हर साल, इसके उड़ने वाले पंख झड़ जाते हैं, जिससे यह 1-2 महीने तक उड़ नहीं पाता. दिलचस्प बात यह है कि यह दुनिया के सबसे सामाजिक ग्रीब प्रजातियों में से एक है और हजारों की संख्या में झुंड बनाकर प्रवास करता है. खासकर सर्दियों में जब यह नमकीन समुद्री झीलों की ओर जाता है. 

क्या कोपरा डैम बन सकता है नया प्रवासी ठिकाना?

बिलासपुर से 12-13 किमी की दूरी पर स्थित कोपरा डैम को सिंचाई और पेयजल स्रोत के रूप में जाना जाता है. लेकिन ब्लैक-नेक्ड ग्रीब की मौजूदगी यह संकेत देती है कि यह जगह प्रवासी पक्षियों के लिए एक नया ठिकाना बन सकती है. इससे पहले यह प्रजाति गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और गंगा के मैदानी इलाकों में देखा गया था, लेकिन छत्तीसगढ़ में पहली बार इसका दस्तावेजीकरण हुआ है. इस खोज को उत्तर प्रदेश जर्नल ऑफ जूलॉजी ने वॉल्यूम-46 में 28 फरवरी 2025 को प्रकाशित किया है. यह शोध प्रकृति शोध एवं संरक्षण सोसाइटी के डॉ. लोकेश शरण और प्रतीक ठाकुर ने लिखा है. 

आने वाले समय में कोपरा डैम और आसपास के क्षेत्रों में दूसरे दुर्लभ पक्षियों का भी दस्तावेजीकरण किया जा सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वर्षों में यह स्थान प्रवासी पक्षियों के अध्ययन का एक प्रमुख केंद्र बन सकता है. ब्लैक-नेक्ड ग्रीब की यह उपस्थिति सिर्फ एक नई प्रजाति की खोज नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की जैव विविधता के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. इस खोज से यह भी साबित होता है कि राज्य में अभी कई अनदेखे प्राकृतिक रहस्य छिपे हुए हैं, जिन्हें खोजे जाने की जरूरत है. पक्षी प्रेमियों, वैज्ञानिकों और पर्यावरणविदों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है, जिससे छत्तीसगढ़ को बर्डवॉचिंग के एक नए गंतव्य के रूप में उभरने का मौका मिल सकता है. 

जासूसी कांड: PCC चीफ दीपक बैज ने सीएम साय को लिखा पत्र, ASP दंतेवाड़ा सहित अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ की कार्रवाई की मांग

रायपुर- पीसीसी चीफ ने अपने रायपुर स्थित घर में पुलिसकर्मियों द्वारा रेकी मामले में अब सीएम साय को पत्र लिखा है. इस पत्र के माध्यम से उन्होंने दंतेवाड़ा ASP आर. के. बर्मन समेत अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग की है.

बता दें, पीसीसी चीफ दीपक बैज ने अपने घर की रेकी कर जासूसी करवाने का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि बीते दो रातों से लगातार 24 घंटे दंतेवाड़ा पुलिस CG 17 की गाड़ी उनके रायपुर स्थित उनके शासकीय निवास की रेकी कर रही थी. पैदल टहल कर हमने पकड़ा. लोकल गंज थाने के TI को भी जानकारी नहीं थी. दंतेवाड़ा के एडिशनल एसपी से भी बात की लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया. बिना दस्तावेज के वे यहां पहुंचे थे.

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पूरी पुलिस प्रशासन एक एजेंट की तरह शासन के लिये काम कर रही. सबूत भी अब हमने पकड़ लिये हैं. पूरे जिले की पुलिस मेरे पीछे लगाये गये होंगे. सरकार चुनाव में धांधली कर रही और जो मुझसे मिलने आ रहे उसकी निगरानी की जा रही है. यदि पीसीसी के अध्यक्ष का ये हाल है, तो जनता का क्या हाल होगा. इस मामले की जांच होनी चाहिए और जिम्मेदारों पर कार्रवाई होनी चाहिए. 

देखें पत्र की कॉपी:

निजी स्कूलों के साथ अभिभावकों के लिए मुसीबत बनी 5वीं-8वीं बोर्ड की परीक्षा, पहुंचे हाई कोर्ट…

बिलासपुर- छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल से मान्यता प्राप्त स्कूलों में इसी सत्र से 5वीं और 8वीं की परीक्षा लेने का आदेश निजी स्कूलों के साथ अभिभावकों के लिए गले की फांस बन गया है. आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट में लगाई गई याचिका पर अगली सुनवाई 3 मार्च को होगी.

पाठ्य पुस्तक निगम की बजाय निजी प्रकाशकों की किताबें पढ़ा रहे छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबद्ध निजी स्कूलों के लिए मुसीबत बन गया है. ऐसे में राहत के लिए निजी स्कूलों ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई है. इस आदेश से परेशान अभिभावकों ने भी हाई कोर्ट में अपनी याचिका लगाई है.

मामले में निजी स्कूल एसोसिएशन का कहना है कि उन्होंने पहले ही शिक्षा विभाग को लिखकर दिया था कि वो सीजी समग्र एवं मूल्यांकन पैटर्न पर बच्चों को पढ़ा रहे हैं. अब तक इन कक्षाओं के होम एग्जाम हुआ करते थे, लेकिन सत्र के आखिर में सीजी बोर्ड से पांचवीं और आठवीं की परीक्षा आयोजित किया जा रहा है.

मामले में पूर्व में हुई सुनवाई में स्कूल शिक्षा विभाग ने दस दिन का समय मांगा था. आज जस्टिस बीडी गुरु की सिंगल बेंच में सुनवाई के दौरान कहा कि इसी मामले में दो अन्य याचिकाएं भी लगाई गईं हैं. कोर्ट ने इन सब पर सोमवार 3 मार्च को एक साथ सुनवाई की बात कही.