मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ राज्य के नई औद्योगिकी नीति 2024-30 को किया लांच, इस नीति में निर्धारित है विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण का लक्ष्य

रायपुर-      मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज शाम नवा रायपुर के मेफेयर रिसार्ट में छत्तीसगढ़ राज्य की नई औद्योगिक विकास नीति 2024-30 को लांच किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमने इस नई नीति को रोजगार परक और विजन-2047 के अनुरूप विकसित भारत के निर्माण की परिकल्पना को ध्यान में रखते हुए विकसित छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण का लक्ष्य तय किया है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यदि कोई उद्योग एक हजार से अधिक युवाओं को रोजगार देता है तो हम उसे बी-स्पोक पॉलिसी के तहत और अधिक रियायतें देंगे। युवाओं को रोजगार मूलक प्रशिक्षण उपलब्ध कराने पर हमने इस नीति में प्रति व्यक्ति 15 हजार रूपये प्रतिमाह तक का अनुदान देने का प्रावधान भी किया है।

हमने पहली बार इस नीति के माध्यम से राज्य में पर्यटन एवं स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं में निवेश को भी प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है। हमारा राज्य देश के मध्य में स्थित है, आने वाले वर्षों में हम अपनी भौगोलिक स्थिति, आवागमन के आधुनिक साधनों और आप सबकी भागीदारी से प्रदेश को देश का ‘‘हेल्थ हब’’ बनाने में सफल होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि जगदलपुर के नजदीक हम लगभग 118 एकड़ भूमि पर औद्योगिक क्षेत्र का निर्माण प्रारंभ करने जा रहे हैं। पूर्व के ‘‘न्यूनतम 20 एकड़ भूमि’’ के स्थान पर अब हमने ‘‘15 एकड़ भूमि’’ पर निजी क्षेत्र में औद्योगिक पार्क की स्थापना की अनुमति देने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ संभवतः देश में पहला राज्य है, जिसने युवा अग्निवीरों एवं नक्सल पीड़ित परिवारों को स्वयं के रोजगार धन्धे स्थापित करने पर विशेष अनुदान एवं छूट का प्रावधान किया है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं को स्वयं का रोजगार उपलब्ध कराने हेतु भी कटिबद्ध हैं। इसके लिए हम इन वर्गों के उद्यमियों को मात्र 1 रूपये प्रति एकड़ की दर पर औद्योगिक क्षेत्रों में भूमि दे रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि उद्योग स्थापना एवं संचालन में सरकारी हस्तक्षेप न्यूनतम हो एवं यथासंभव सेल्फ सर्टिफिकेशन अथवा ऑनलाइन माध्यम से हो ताकि आपके उद्योग हेतु आपको सरकार के पास आने की आवश्यकता ना हो।

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री अरूण साव, उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, वन मंत्री केदार कश्यप, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा और मुख्य सचिव अमिताभ जैन, छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चेयरमैन अमर परवानी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी और उद्योगपति मौजूद रहे। नई औद्योगिक नीति के लांचिंग अवसर पर वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के सचिव रजत कुमार ने नवीन औद्योगिक विकास नीति का विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया।

औद्योगिक विकास नीति 2024-30 के विशेष प्रावधान

छत्तीसगढ़ की औद्यौगिक विकास नीति 2024-30 को राज्य में 01 नवबंर 2024 से लागू किया गया है। यह नीति उद्योगों को निवेश करने, नये रोजगार सृजन करने और आर्थिक विकास को गति देने के लिये एक मजबूत आधार प्रदान करेगी।

इस नीति के माध्यम से राज्य के युवाओं के लिए कौशलयुक्त रोजगारों का सूजन करते हुये अगले 5 वर्षों में 5 लाख नए औपचारिक क्षेत्र के रोजगार का लक्ष्य रखा गया है। इस नीति मैं स्थानीय श्रमिकों को औपचारिक रोजगार में परिवर्तित करने के लिए प्रशिक्षण कर प्रोत्साहन का प्रावधान करते हुये 1000 से अधिक रोजगार प्रदाय करने वाली इकाईयों को प्रोत्साहन के अतिरिक्त विशेष प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है।

नई औद्योगिक विकास नीति 2024-30 में आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान में सहभागिता के लिए अनुसूचित जाति/जनजाति, महिला उद्यमियों, सेवानिवृत्त अग्निवीर, भूतपूर्व सैनिकों (जिनमें पैरा मिलेट्री फोर्स भी सम्मिलित है), नक्सल प्रभावित, आत्म-समर्पित नक्सलियों एवं तृतीय लिंग के उद्यमों का अतिरिक्त प्रोत्साहन दिये जाने का प्रावधान किया गया है।

औद्योगिक विकास नीति 2024-30 में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों की परिभाषा को भारत सरकार द्वारा परिभाषित एम.एस.एम.ई. के अनुरुप किया गया है। इसी के अनुसार ही इन उद्यमों को प्राप्त होने वाले प्रोत्साहनों को अन्य राज्यों की तुलना में प्रतिस्पर्धी बनाया गया है।

राज्य सरकार द्वारा देश में सेवा गतिविधियों के बढ़ते हुये। रुझान को दृष्टिगत रखते हुये इस नीति में पहली बार सेवा क्षेत्र अंतर्गत एमएसएमई सेवा उद्यम एवं वृहद सेवा उद्यमों के लिये पृथक-पृथक प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है। सेवा क्षेत्र अंतर्गत इंजीनियरिंग सर्विसेस, रिसर्च एंड डेव्हलपमेंट, स्वास्थ्य सेक्टर, पर्यटन एवं मनोरंजन सेक्टर आदि से संबंधित गतिविधियों को सम्मिलित किया गया है।

औद्योगिक विकास नीति 2024-30 में विशिष्ट श्रेणी के उद्योगों जैसे फार्मास्यूटिकल, टेक्सटाईल, कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण तथा गैर काष्ठ वनोंपज प्रसंस्करण, कम्प्रेस्ड बॉयो गैस, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, आर्टिफिशियल इंटीलिजेंस (ए.आई), रोबोटिक्स एण्ड कम्प्यूटिंग (जी.पी.यू), आई.टी., आई.टी.ई.एस./डेटा सेंटर जैसे नवीन सेक्टरों के लिए विशेष पैकेज का प्रावधान है।

इसके साथ ही थ्रस्ट सेक्टर के ऐसे उद्योग जहां राज्य का प्रतिस्पर्धात्मक लाभ है और जहां भविष्य के रोजगार आ रहे हैं, उन क्षेत्रों के लिये अतिरिक्त प्रोत्साहन का प्रावधान है।

नीति में प्रोत्साहनों की दृष्टि से राज्य के विकासखण्डों को 03 समूहों में रखा गया है। समूह-1 में 10. समूह 2 में 61 एवं समूह 3 में 75 विकासखण्डों को वर्गीकृत किया गया है।

औद्योगिक विकास नीति 2024-30 में विनिर्माण के लिए स्थाई पूंजी निवेश का 100 प्रतिशत और सेवा क्षेत्र के लिए स्थाई पूंजी निवेश का 150 प्रतिशत तक का समग्र प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है। नीति के माध्यम से एक ओर जहां राज्य के युवाओं को अपना स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ कर आत्मनिर्भर बनाने के लिये उद्यम कांति योजना का प्रावधान किया गया है, वहीं दूसरी ओर देश में बन रहे बड़े इण्डस्ट्रीयल कॉरीडोर के अनुरुप ही राज्य में भी NICDC के माध्यम से इण्डस्ट्रीयल कॉरीडोर औद्योगिक नगरी कोरबा-बिलासपुर-रायपुर की परिकल्पना की गई है। जो कि राज्य के औद्योगिक विकास में एक महत्तवपूर्ण कदम है।

इस नीति में प्रथम बार उद्यमों में राज्य के निवासियों को रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध कराने के लिये स्थानीय रोजगार सृजन को लक्ष्य में रखकर 1000 अथवा इससे अधिक रोजगार सृजन के आधार पर विशेष औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन का प्रावधान साथ ही उद्योगों में नियोजित राज्य के निवासी के प्रशिक्षण पर प्रति व्यक्ति रूपये 15,000 रूपए की प्रशिक्षण वृत्ति प्रतिपूर्ति एवं कर्मचारियों पर होने वाले ई.पी.एफ. व्यय की प्रतिपूर्ति का प्रावधान किया गया है।

पहली बार ग्रीन उद्यम की परिकल्पना को साकार करने के लिये पर्यावरण संरक्षण उपायों को अपनाने के लिये औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन इनवायरमेंट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट अनुदान (पर्यावरणीय प्रोजेक्ट अनुदान), जल एवं उर्जा दक्षता (एनर्जी ऑडिट) व्यय प्रतिपूर्ति, गैर काष्ठ वनोपज प्रसंस्करण एवं ग्रीन हाइड्रोजन/कम्प्रेस्ड बॉयोगैस सेक्टर के वृहद उद्यम हेतु औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है।

वन मंत्री केदार कश्यप ने नवा रायपुर स्थित नवीन शासकीय आवास में किया गृह प्रवेश

रायपुर-    वन एवं जलवायु परिवर्तन, जलसंसाधन, कौशल विकास, सहकारिता और संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप ने नया रायपुर स्थित नवनिर्मित शासकीय आवास में अपने परिजनों के साथ विधिवत पूजा-अर्चना कर गृह प्रवेश किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंत्री श्री कश्यप को उनके नए आवास में प्रवेश के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी।

गृह प्रवेश समारोह में उप मुख्यमंत्री अरुण साव, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा, महिला बाल विकास लक्ष्मी रजवाड़े, सांसद संतोष पाण्डेय, सांसद रूपकुमारी चौधरी, विधायक राजेश मूणत, रोहित साहू, संपत अग्रवाल, रोहित साहू, रिकेश सेन, इंद्र कुमार साहू, धर्मजीत सिंह, पुरंदर मिश्रा, योगेश्वर राजू सिन्हा और आशाराम नेताम, सहित अन्य जन प्रतिनिधिगण ने भी वन मंत्री श्री केदार कश्यप को अपनी शुभकामनाएं और बधाई दी।

उल्लेखनीय है कि वनमंत्री केदार कश्यप को नवा रायपुर के सेक्टर 24 में मंत्रीगणों के लिए नवनिर्मित आवासों में से आवास क्रमांक एम-10 आबंटित हुआ है।

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में छत्तीसगढ़ का स्टॉल इस बार विशेष आकर्षण का केंद्र, 14 से 27 नवंबर तक होगा आयोजन
रायपुर-     नई दिल्ली में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में छत्तीसगढ़ का स्टॉल इस बार विशेष आकर्षण का केंद्र है। यहां ढोकरा कला, कोसा सिल्क, बस्तर के बांस शिल्प और अन्य पारंपरिक शिल्पों की झलक देखने को मिलती है। इसके साथ ही, राज्य ने अपने औद्योगिक उत्पादों, विशेष आर्थिक क्षेत्रों और हर्बल उत्पादों को भी प्रमुखता से प्रदर्शित किया है। इस वर्ष की थीम “विकसित भारत 2047” को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ ने अपने स्टॉल को तैयार किया है। राज्य ने हाल के वर्षों में अपने आदिवासी क्षेत्रों के विकास, रोजगार सृजन, और औद्योगिक निवेश में उल्लेखनीय प्रगति की है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य ने एक मजबूत औद्योगिक और सामाजिक आधार तैयार किया है, जिसने देश-विदेश के निवेशकों को आकर्षित किया है।
उल्लेखनीय है कि नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 43वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 14 नवंबर से प्रारंभ हो गया है। इस वर्ष मेले की थीम “विकसित भारत 2047” है, जिसमें देश के सभी राज्यों व केन्द्रशासित प्रदेश अपनी प्रगति और उपलब्धियों को प्रदर्शित कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ भवन की आवासीय आयुक्त श्रुति सिंह ने छत्तीसगढ़ के पवेलियन का उद्घाटन किया। इस मौके पर छत्तीसगढ़ से आए कलाकारों ने करमा नृत्य की प्रस्तुति दी। ‘विकसित की अवधारणा पर छत्तीसगढ़ के ग्रामोद्योग, स्वयं सहायता समूह, हैंडलूम, हस्तशिल्प, हर्बल, कृषि विभाग आदि के स्टॉल लगाए गए हैं। 20 नवंबर को राज्य सांस्कृतिक दिवस मनाया जाएगा जहां लोक कलाकार प्रदेश की समृद्ध लोक कला और संस्कृति का प्रदर्शन करेंगे।
शिक्षण समिति के कर्मचारियों के EPF में फर्जीवाड़ा: हेड अकाउंटेंट 40 लाख रुपये पार कर हो गया था फरार, पुलिस ने किया गिरफ्तार

राजनांदगांव-  जिले में गायत्री शिक्षण समिति के कर्मचारियों के ईपीएफ (भविष्य निधि) में 40 लाख रुपये के गबन के फरार आरोपी हेड अकाउंटेंट को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। शिक्षण समिति में फर्जीवाड़ा का खुलासा होने के बाद से यह हेड अकाउंटेंट लगातार फरार चल रहा था, जिसकी तलाश में पिछले 5 महीने से पुलिस जुटी हुई थी।

जानकारी के मुताबिक, पुलिस के हत्थे चढ़े इस शातिर शख्स का नाम उत्तम विश्वास (उम्र 44 साल) है, जो कि भिलाई के सुपेला इलाके में मौजूद राधिका नगर का रहने वाला है। साल 2019 से वह गायत्री शिक्षण समिति में हेड अकाउंटेंट के पद पर पदस्थ था। गायत्री शिक्षण समिति के अध्यक्ष ब्रिज किशोर सुरजन द्वारा पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक, आरोपी उत्तम विश्वास ने कर्मचारियों की ईपीएफ राशि को फर्जी दस्तावेज और क्यूआर कोड के जरिए समिति के खाते (पंजाब नेशनल बैंक) से अपने निजी खातों में ट्रांसफर किया। इस दौरान उसने एक्सिस बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के खातों में पैसा जमा किया और अपने एसबीआई क्रेडिट कार्ड का भुगतान भी किया।

पुलिस के सामने कबूल किया जुर्म

गायत्री शिक्षण समिति के अध्यक्ष की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले में 4 जून 2024 को थाना कोतवाली में तत्कालीन हेड अकाउंटेंट उत्तम विश्वास के खिलाफ धारा 408, 420, 467, 468, और 471 भादवि के तहत मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की। लगभग 5 महीने की लगातार जांच और निगरानी के बाद आज उसे भिलाई में दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। इस दौरान उसने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।

विमान में बम की जानकारी निकली अफवाह, पुलिस ने सूचना देने वाले यात्री को गिरफ्तार कर भेजा जेल

रायपुर-    आज नागपुर से कलकत्ता जा रही इंडिगो फ्लाइट संख्या 6E812 में बम की सूचना पर उसकी रायपुर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. सिक्योरिटी चेकिंग और विमान की पूरू जांच के बाद यह सूचना अफवाह साबित हुई और 9 घंटे बाद क्रू मेंबर को यह सूचना देने वाले यात्री अनिमेष मंडल के खिलाफ गिरफ्तारी कार्रवाई करते हुए कोर्ट में पेश किया गया।

बता दें, नागपुर से कलकत्ता जा रही इंडिगो फ्लाइट संख्या 6E812 में अनिमेष मंडल ;(40 वर्ष) ने क्रू को सूचना दी कि फ्लाइट में डायनामाइट है. इस सूचना के मिलते ही 6 क्रू समेत 186 यात्रियों से भरी फ्लाइट को रायपुर एयर पोर्ट पर टेक ऑफ कराया गया. सभी यात्रियों को उतार कर विमान में विस्फोटक सामाग्री (डायनामाइट) की सर्चिंग की गई. लेकिन टीम को ऐसा कुछ भी नहीं मिला. जिसके बाद क्रू मेंबर के आवेदन पर सूचना देने वाले नागुपर निवासी अनिमेष को क्राईम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की और सभी 187 यात्रियों को दूसरे विमान से कलकत्ता भेजा गया.

इस अफवाह के चलते हुई पूरी दिन की अफरा-तफरी के बाद एसएसपी संतोष सिंह ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि सुबह एयर ट्राफिक कंन्ट्रोल (ATC) के जरिये सूचना मिली कि इंडिगो फ्लाईट संख्या 6E.812 विमान जो नागपुर से कलकत्ता के लिये विमान भरा था. सूचना मिलने पर विमान की आपातकालीन लैंडिंग स्वामी विवेकानंद विमानतल रायपुर मे करवाकर नियमानुसार सीआईएसएफ और रायपुर पुलिस की टीम द्वारा सम्पूर्ण चेक किया गया. जांच में वायुयान/यात्री/सामानों में कोई विस्फोटक/संदिग्ध वस्तु का होना नहीं पाया गया.

इसके बाद आरोपी यात्री ने जिस क्रू मेंबर को यह सूचना दी थी, उनके यात्री अनिमेष मंडल के खिलाफ कार्रवाई के आवेदन पर पुलिस ने आरोपी यात्री के खिलाफ BNS की धारा 351(4) के तरत गिरफ्तारी कार्रवाई करते हुए न्यायिक अभिरक्षा के लिए न्यायालय में पेश किया है.

पलारी थाने के निलंबित पुलिसकर्मी हुए बहाल, घटना की जांच करा रही भाजपा, दोषी पदाधिकारियों पर गिर सकती है गाज

बलौदाबाजार-   जिले के पलारी थाने के पास दारू पार्टी को लेकर भाजपाइयों और पुलिस में विवाद हुआ था. इस मामले को लेकर भाजपाइयों ने थाने में हंगामा मचाया था. रात में ही एसपी ने मामले को संज्ञान में लेकर थाना प्रभारी समेत दो आरक्षकों को निलंबित किया है. इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने शासन की निष्पक्षता पर सवाल उठाया. वहीं एकतरफा कार्रवाई से पुलिस विभाग के कर्मचारियों में आक्रोश था. मामले की जांच में पुलिसकर्मी निर्दोष पाए गए, जिसके बाद सभी का निलंबन रद्द कर दिया गया. वहीं सूत्रों के मुताबिक, भाजपा पलारी थाना में हुई घटना की अंदरुनी जांच करा रही है. यदि वाकई पदाधिकारी दोषी पाए जाते हैं तो उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है.

पलारी थाने में हुए घटनाक्रम ने भाजपा के जिला से लेकर प्रदेश स्तर तक के पदाधिकारियों को चिंता में डाल दिया था. आने वाले कुछ दिनों में नगर पालिका, नगर पंचायत व ग्राम पंचायत स्तर पर चुनाव होना है. ऐसे समय में पलारी थाना के सामने हुए घटनाक्रम और उसके बाद जिलाध्यक्ष समेत पदाधिकारियों ने थाने के अंदर अपनी दमदारी दिखाई, फिर मंत्री से शिकायत के बाद तत्काल पुलिस के अधिकारी व आरक्षक को निलंबित कर दिया गया था. वहीं जांच उपरांत नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा के शराब पीए जाने की डाक्टरी रिपोर्ट और पुलिस जांच में पुलिस अधिकारी-कर्मचारी के निर्दोष पाए जाने के बाद उनकी बहाली से भाजपा की जमकर किरकिरी हो रही है.

दोषी पदाधिकारियों पर हो सकती है अनुशासनात्मक कार्रवाई

थाने के अंदर भाजपाइयों ने दबाव डालकर कार्रवाई कराई. इस मामले में कांग्रेस को मौका मिल गया कि पुलिस पर भाजपा पदाधिकारियों का दबाव है. शासन की निष्पक्षता पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष समेत प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों ने जो सवाल उठाया उससे भाजपा के उच्च पदाधिकारियों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर प्रदेश में हो क्या रहा है. भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों के अंदरुनी सूत्रों के मुताबिक, भाजपा पलारी थाना में हुई घटना की अंदरुनी जांच करवाई जा रही है. यदि वाकई पदाधिकारी दोषी पाए जाते हैं तो उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है.

छत्तीसगढ़ के रेल यात्रियों को फिर लगा झटका: रेलवे ने 24 ट्रेनें की रद्द, 2 का बदला रूट, देखें लिस्ट
बिलासपुर-  अगर आप छत्तीसगढ़ के निवासी हैं और रेल से कहीं सफर करना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है। दरअसल, बिलासपुर से कटनी के बीच तीसरी लाइन का कार्य किया जा रहा है। इसके अंतर्गत 24 से 30 नवंबर तक बिलासपुर-कटनी सेक्शन के नौरोजाबाद रेलवे स्टेशन को तीसरी लाइन से जोड़ने के लिए यार्ड रिमोडलिंग का कार्य किया जाएगा, जिसके फलस्वरूप रेलवे ने छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 24 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। वहीं 2 ट्रेनों का रूट बदल दिया है।
बता दें कि कुछ ही दिनो पहले रायपुर मंडल के अंतर्गत हथबंध-तिल्दा नेवरा सेक्शन में रोड अंडर ब्रिज निर्माण के लिए बॉक्स पुशिंग हेतु रिलीविंग गर्डर की लॉन्चिंग के चलते रेलवे ने छत्तीसगढ़ से होकर गुजरने वाली 9 ट्रेनों को रद्द किया है, वहीं अब फिर एक साथ 24 ट्रेनों के रद्द होने की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप भी ट्रेन से यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं तो घर से निकलने से पहले एक बार नीचे दी गई लिस्ट जरूर चेक करें।
देखें लिस्ट –22 से 30 नवंबर’ 2024 तक बिलासपुर से चलने वाली 18234 बिलासपुर-इंदौर नर्मदा एक्सप्रेस रद्द रहेगी।2. 23 नवंबर से 01 दिसंबर’ 2024 तक इंदौर से चलने वाली 18233 इंदौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस रद्द रहेगी।21 से 30 नवंबर’ 2024 तक बिलासपुर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18236 बिलासपुर –भोपाल एक्सप्रेस रद्द रहेगी।23 नवंबर से 02 दिसंबर’ 2024 तक भोपाल से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18235 भोपाल- बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।23 से 30 नवंबर’ 2024 तक जबलपुर से चलने वाली 11265 जबलपुर-अम्बिकापुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।24 नवंबर से 01 दिसंबर’ 2024 तक अम्बिकापुर से चलने वाली 11266 अम्बिकापुर-जबलपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।22 से 30 नवंबर’ 2024 तक बिलासपुर से चलने वाली 18247 बिलासपुर-रीवा एक्सप्रेस रद्द रहेगी।23 नवंबर से 01 दिसंबर’ 2024 तक रीवा से चलने वाली 18248 रीवा-बिलासपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी।25, 27 एवं 29 नवंबर’ 2024 को रीवा से चलने वाली 11751 रीवा-चिरमिरी पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी ।26, 28 एवं 30 नवंबर’ 2024 को चिरमिरी से चलने वाली 11752 चिरमिरी-रीवा पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी ।25 एवं 28 नवंबर’ 2024 को लखनऊ से चलने वाली 12535 लखनऊ-रायपुर गरीब रथ एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।26 एवं 29 नवंबर’ 2024 को रायपुर से चलने वाली 12536 रायपुर-लखनऊ गरीब रथ एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।26 एवं 29 नवंबर’ 2024 को दुर्ग से रवाना होने वाली गाडी संख्या 22867 दुर्ग-निज़ामुद्दीन एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।27 एवं 30 नवंबर’ 2024 को निज़ामुद्दीन से रवाना होने वाली गाडी संख्या 22868 निज़ामुद्दीन-दुर्ग एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।24 एवं 26 नवंबर’ 2024 को दुर्ग से चलने वाली 18203 दुर्ग-कानपुर एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।25 एवं 27 नवंबर’ 2024 को कानपुर से चलने वाली 18204 कानपुर-दुर्ग एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।24 नवंबर’ 2024 को दुर्ग से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18213 दुर्ग-अजमेर एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।25 नवंबर’ 2024 को अजमेर से रवाना होने वाली गाडी संख्या 18214 अजमेर-दुर्ग एक्सप्रेस रद्द रहेगी ।24 से 30 नवंबर’ 2024 तक चिरमिरी से चलने वाली 08269 चिरमिरी-चंदिया रोड पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी ।24 से 30 नवंबर’ 2024 तक चंदिया रोड से चलने वाली 08270 चंदिया रोड-चिरमिरी- पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी ।26, 28 एवं 30 नवंबर’ 2024 को चिरमिरी से चलने वाली 05755 चिरमिरी-अनुपपुर पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी ।26, 28 एवं 30 नवंबर’ 2024 को अनुनपुर से चलने वाली 05756 अनुपपुर- चिरमिरी पैसेंजर स्पेशल रद्द रहेगी ।23 से 30 नवंबर’ 2024 तक कटनी से चलने वाली 06617 कटनी-चिरमिरी मेमू स्पेशल रद्द रहेगी ।24 नवंबर से 01 दिसंबर’ 2024 तक चिरमिरी से चलने वाली 06618 चिरमिरी-कटनी मेमू स्पेशल रद्द रहेगी । परिवर्तित मार्ग से चलने वाली गाड़ियां:-23 से 29 नवंबर’ 2024 तक बरौनी से चलने वाली 15231 बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग बरौनी-कटनी-जबलपुर- नैनपुर- बालघाट-गोंदिया होकर चलेगी।23 से 29 नवंबर’ 2024 तक गोंदिया से चलने वाली 15232 गोंदिया-बरौनी एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग गोंदिया-बालघाट- नैनपुर-जबलपुर-कटनी-बरौनी होकर चलेगी। यात्रियों ने सुनाई तकलीफ
रेलवे के इस फैसले से कुछ यात्री नाराज नजर आए। इन ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों ने कहा कि बार-बार ट्रेनों के रद्द और रूट डायवर्ट होने से उनकी दिक्कतें काफी बढ़ गई हैं। हालत ये है कि उन्हें जाना कहीं और रेलवे पहुंचा कहीं देती है। इससे बहुत ज्यादा मानसिक और आर्थिक वेदना झेलनी पड़ रही है। परेशानी को लेकर लोगों का कहना है कि इंटरलॉकिंग और लाइन कमीशनिंग के कार्य पहले भी होते रहे हैं, लेकिन तब ट्रेनें कैंसिल नहीं की जाती थीं। जबकि इसे लेकर रेलवे ने कहा है कि इस काम के बाद ट्रेनों की स्पीड और समय में सुधार होगा। असुविधा के लिए यात्रियों से माफी भी मांगी गई है।
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी महापर्व का शुभारंभ, पहले दिन प्रदेश में 55 हजार मीट्रिक टन धान की हुई खरीदी, राज्य के 14567 किसानों ने बेचा धान
रायपुर-  प्रदेश में आज खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरूआत हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बालोद जिले के भांठागांव (बी) धान खरीदी केन्द्र से प्रदेशव्यापी धान खरीदी महापर्व का शुभारंभ किया। धान खरीदी 31 जनवरी 2025 तक चलेगी। प्रदेश में आज धान खरीदी के पहले दिन 14562 किसानों के द्वारा लगभग 55 हजार टन धान का विक्रय किया गया है। आज धान खरीदी के लिए कुल 24 हजार 748 टोकन जारी किए गए थे। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिए 27.68 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 1.42 लाख नए किसान शामिल है।
गिद्ध संरक्षण पर रायपुर में कार्यशाला का होगा आयोजन, 15 नवंबर को आयोजित कार्यशाला में विभिन्न राज्यों के गिद्ध विशेषज्ञ होंगे शामिल

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ में विलुप्त होने के कगार पर पहुंचे वन्य जीव प्रजातियों के संरक्षण की दिशा में वन विभाग द्वारा कार्य किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में वन विभाग द्वारा 15 नवम्बर 2024 को नवा रायपुर स्थित अरण्य भवन में गिद्ध संरक्षण पर कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है जिसमें विभिन्न राज्यों में गिद्ध संरक्षण हेतु कार्य कर रहे विशेषज्ञ राजधानी रायपुर में गिद्धों के संरक्षण पर चर्चा करने के लिए एकत्रित होंगे। इस कार्यशाला में विशेषज्ञ और शोधार्थी अपने अनुभव साझा करेंगे और मध्य भारत में विशेषकर छत्तीसगढ़ में गिद्ध संरक्षण के क्षेत्र में अपने-अपने सुझाव प्रस्तुत करेंगे। बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (बीएनएचएस), बर्ड काउंट इंडिया और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ जैसी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी इस कार्यशाला में शामिल होंगे।

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के इंद्रावती टाइगर रिजर्व, अचानकमार टाइगर रिजर्व, बस्तर और गुरु घासीदास टाइगर रिज़र्व और अन्य वन्यजीव अभ्यारण्यों में गिद्धों की छह प्रजातियाँ पाई जाती हैं जिसमे लॉन्ग बिल्ड वल्चर, व्हाइट रम्प्ड वल्चर, इजिप्शियन वल्चर, हिमालयन वल्चर, यूरेशियन वल्चर, और सिनेरियस वल्चर शामिल हैं। जंगल सफारी के संचालक धम्म्शील गणवीर ने बताया कि गिद्ध जैव विविधता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, वे पर्यावरण में प्राकृतिक सफाईकर्मी के रूप में कार्य करते हैं और संक्रमण फैलने से रोकने में सहायक होते हैं। गिद्धों की संख्या में कमी के कारण पर्यावरण में जैविक असंतुलन उत्पन्न हो सकता है। इस कार्यशाला का उद्देश्य न केवल छत्तीसगढ़ में बल्कि संपूर्ण देश में गिद्ध संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना और गिद्ध संरक्षण में सामूहिक सहभागिता को बढ़ावा देना है।

जनजातीय गौरव दिवस एवं अंतर्राज्यीय आदिवासी लोक नृत्य महोत्सव-2024, एक मंच पर दिखी विभिन्न राज्यों की संस्कृतियों की अनूठी झलक

रायपुर-     राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में दो दिवसीय जनजातीय गौरव दिवस एवं अंतर्राज्यीय आदिवासी लोक नृत्य महोत्सव का शुभारंभ हुआ। महोत्सव में विभिन्न राज्यों से आए लोक नर्तक दलों ने अपनी-अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया। इस अवसर पर सिक्किम, गुजरात, अरुणाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, जम्मू कश्मीर, छत्तीसगढ़, नागालैण्ड, उत्तरांचल, तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, दमन दीव, गुजरात और राजस्थान के जनजातीय समूह ने पारंपरिक लोकनृत्यों की प्रस्तुति दी।

लोक नृत्य महोत्सव में पहली सांस्कृतिक प्रस्तुति छत्तीसगढ़ के माड़िया जनजाति ने गौर माड़िया नृत्य के माध्यम से दी। गौर माड़िया नृत्य छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर संभाग में गौर माड़िया जनजाति द्वारा किया जाता है। इस जनजाति का यह नृत्य बहुत ही हर्षाेल्लास से परिपूर्ण, सजीव एवं सशक्त होता है। सिक्किम के लिम्बू जनजाति समुदाय के लोक नर्तक दल ने प्रकृति पूजा, फसल और प्राणियों के संरक्षण में किए जाने वाला नृत्य चासोक तांगनाम नृत्य प्रस्तुत किया। गुजरात से आए लोकनर्तक दल ने सिद्दी गोमा नृत्य और राठवा नृत्य की प्रस्तुति दी। अरुणाचल प्रदेश से आए नर्तक समूह ने गेह पदम ए ना-न्यी की प्रस्तुति दी।

इसके उपरांत मध्यप्रदेश के डिंडौरी से आए गोंड जनजाति समूह ने सैला-रीना नृत्य की प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। सैला-रीना नृत्य एवं गीत बहु जनजातीय नृत्य है। जम्मू कश्मीर के गुज्जर जनजातीय समुदाय के नर्तक दल ने मनमोहक गोजरी नृत्य की प्रस्तुति से खूब तालियां बंटोरी। जनजातीय गौरव दिवस एवं अंतर्राज्यीय आदिवासी लोक नृत्य महोत्सव के पहले दिन उत्तराखंड के जनजातीय समुदाय द्वारा दिया बाती नृत्य, तेलंगाना के द्वारा मथुरी नृत्य, उत्तर प्रदेश के द्वारा कर्मा नृत्य, कर्नाटक के द्वारा सुगाली नृत्य , आंध्र प्रदेश के द्वारा ढीमसा नृत्य, दमन दीव द्वारा तारपा नृत्य तथा राजस्थान के जनजातीय कलाकारों द्वारा चकरी नृत्य की प्रस्तुति दी गई।इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के सभी जिलों के जनजातीय कलाकारों द्वारा अलग-अलग तीज त्यौहारों के लोक नृत्यों की प्रस्तुति दी गई।

साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस एवं अंतर्राज्यीय आदिवासी लोक नृत्य महोत्सव के पहले दिन कलाकारों के साथ ही उपस्थित दर्शकों में भी जबरदस्त उत्साह का माहौल था।दर्शकों ने विभिन्न प्रदेशों से आए जनजातीय कलाकारों के नृत्य पर तालियां बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया।