Mirzapur: जल की कमी से जूझते जलीय जीव, जीवन बचाने के लिए फंस रहे इंसानी जाल में
मीरजापुर। जल-जंगल और जलीय जीव जंतुओं को बचाने की कवायत कागजों में चल रहे हैं। धरातल पर जलीय जीव कहीं इंसानी जाल में फंस रहे हैं तो कहीं भूख प्यास से बेहाल होकर इंसानी आबादी की ओर भाग रहे हैं जो उनके जीवन के लिए घातक होते हुए आ रहें हैं। आश्चर्य की बात है कि इन्हें बचाने और उचित संरक्षण की कवायत के बजाए कागजों में इनके संरक्षण का कोरम पूरा कर जिम्मेदार मुलाजिम और विभाग हाथ पर हाथ धरे हुए बैठा हुआ है।
बताते चलें कि हलिया वन रेंज के ग्राम पंचायत बेदऊर में स्थित राजस्व तालाब में मछली मारते समय मछुआरे की जाल में एक मगरमच्छ फंस गया। जिसकी सूचना ग्रामीणों द्वारा उपजिलाधिकारी लालगंज गुलाब चंद्र को दी गयी। ग्रामीणों की सूचना पर उपजिलाधिकारी ने इसकी सूचना वन विभाग को देते हुए मगरमच्छ के संरक्षण के निर्देश दिए जिस पर तत्काल मौके पर पहुंचे वन क्षेत्राधिकारी अवधनारायण मिश्रा मय टीम के साथ मगरमच्छ का सकुशल रेस्क्यू कर मेजा डैम (ददरी बंधा) स्थित गहरे जलाशय में उसे छोड़ा गया। इसी प्रकार हलिया वन रेंज के ही भटवारी दिघिया गांव में सोमवार को रात्रि में तकरीबन 10 बजे चहलकदमी करते हुए एक 8 फिट लम्बा मगरमच्छ लिखाई दे गया। जिसे देखते ही ग्रामीण सहम उठे थे।
जिसकी सूचना ग्रामीणों द्वारा वन क्षेत्राधिकारी को दी गई। सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंचे वन क्षेत्राधिकारी ने वन विभाग टीम के साथ कड़ी मस्क़त के बाद मगरमच्छ को सकुशल रेस्क्यू कर उसे सुरक्षित ले जाकर मेजा डैम स्थित गहरे जलाशय में छोड़ दिया गया। वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि रिहायशी इलाके में जहां भी वन्यजीव प्रजातियां दिखाई देते है, तो घबराने की जरूरत नहीं है इसकी सूचना वन विभाग को दें। ताकि वन्य जीव रक्षक तत्काल मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू करने का काम करेंगे।
Aug 06 2024, 14:00