मुख्यमंत्री की मंशा पर अपने ही फेर रहें पानी, नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जबरियां भूमि कब्जे के बढ़ रहें मामले
मिर्ज़ापुर। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त हिदायत है कि भू-माफिया पनपने न पाएं तथा भूमि विवाद के मामलों को अधिकारी गंभीरता से लेते हुए समाधान कराएं, गरीब प्रताड़ित न होने पाएं, लेकिन मिर्ज़ापुर जिले में उच्चाधिकारियों के ठीक नाक नीचे इसका उल्टा हो रहा है। और तो खुद अपने ही सरकार की मंशा पर सवालियां निशाना लगाते हुए दबंगो-कब्जेदारों से लेकर भू-माफियाओं को प्रश्रय देते हुए लिखाई दे रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला देहात कोतवाली के भरुहना गांव से जुड़ा हुआ है। जहां एक विवादित भूमि पर दबंग व जुआरी जबरन कब्जा करने का प्रयास कर रहे है। पीड़ित वीरेंद्र यादव ने बताया कि दबंग एक जनप्रतिनिधि के भाई व शहर के एक बड़े जुआरी के साथ मिलकर भूमि पर कब्जा कर रहे है। जबकि उसका मामला आयुक्त न्यायालय व सिविल न्यायालय में चल रहा है। बावजूद इसके शासन-सत्ता का धौंस दिखाकर जमीन कब्जा करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
बताया गया कि प्रशासनिक अधिकारियों के इशारे पर यह कब्जा हो रहा है।
बिना सूचना दिए रात के अंधेरे में हो गई भूमि नापी
पीड़ित वीरेंद्र यादव का आरोप है कि तहसील सदर के अधिकारियों ने बिना उनको सूचना दिए रात के अंधेरे में भूमि की नापी करके फरार हो गए और सत्ता पक्ष के कुछ लोगों के दबाव में आकर भूमि पर कब्जा करा रहे है। इस मामले में कुछ निलचे कर्मियों ने बताया कि प्रशासन के उच्चाधिकारियों का दबाव के चलते यह हो रहा है। शिकायत कर्ता ने बताया कि वह इनकी शासन में शिकायत करेंगे। जिनके इशारे पर यह सब हो रहा है।
वहीं जनमानस में सुशासन वाली सरकार और जनप्रतिनिधि के भाई के सह पर जमीन कब्जा किए जाने को लेकर जहां लोग सरकार की कार्यशैली पर उंगलियां उठा रहे हैं, वहीं दबी जुबान यह भी चर्चा है कि इस मामले में कोई मंत्री महोदय भी जनप्रतिनिधि की भक्ति से प्रभावित होकर अपनी ही सरकार की छवि को धूल धूसरित करते हुए प्रशासन को अदब में लेते हुए बेजा दबाव बनाने में लगे हुए हैं।
इंटरनेशनल जुआरी को मिल रहा है प्रश्रय
चर्चा है कि भूमि कब्जा कराने में जुटा व्यक्ति जो इंटरनेशनल जुआरी है व कटरा कोतवाली में पकड़ा जा चुका है। बताया जा रहा है कि एक विधायक के रिश्तेदार लगातार अधिकारियों पर जमीन कब्जा कराने का दबाव बना रहे है। इससे अधिकारी भी दबाव में है। यह भी बताया जा रहा है इस विधायक के रिश्तेदार सिर्फ कुछ वर्षों से जमीन कब्जा कराने व ब्याज पर रुपये बांटकर उनको मारपीट कर छिनवाने का काम करा रहे है। अधिकारी भी मामले में कार्रवाई करने की बजाय सुलह कराने में जुट जाते है।
हलिया में बीजेपी महासचिव के भाई पर जमीन कब्जा करने का आरोप
मीरजापुर जिले में इन दिनों भूमि कब्जा किए जाने के मामलों की मानों बाढ़ सी आ गई है। नगर के भरूहना गांव में भूमि कब्जा किए जाने का मामला अभी सुलझ भी नहीं पाया था कि गुरुवार को हलिया थाना क्षेत्र के बैधा गांव निवासी रामविलास पाल पुत्र किन्नु पाल पुलिस अधीक्षक अभिनंदन से मिलकर भूमी कब्जा किए जाने की शिकायत करते हुए हलिया थाना प्रभारी व गांव निवासी सुरेश पाल पुत्र रामानन्द पाल, रामानन्द पाल पुत्र केवला, राजुपाल पुत्र नन्दलाल, फुलचन्द पाल पुत्र रामनरेश एवं
नरेश सिंह पुत्र विजयनारायन सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पट्टे की जमीन कब्जा किए जाने का आरोप लगाया है। पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायती पत्र में बताया है कि
जिस जमीन का उसे जो पट्टा हुआ है। जिसका आराजी नं0-1685मी. है। इसी आराजी नम्बर को लेकर विपक्षीगण कब्जा कर रहे है तथा मना करने पर मारपीट करने पर अमादा होकर जान से मारने की धमकी दे रहे है। पीड़ित ने बताया कि 27 जुलाई 2024 को सभी विपक्षीगण एक राह होकर हाथ में लाठी डण्डा से लैश होकर उसकी जमीन को खन खोद कर कब्जा करने के फिराक में थे। जब उसने इसका विरोध किया तो सभी उसे अपशब्दों से नवाजते हुए मारपीट पर उतारू हो गये। जिनकी संख्या बहुत होने के वह जान बचाने की गरज से पीछे हट गया तथा इसकी सूचना तत्काल थाना हलिया पर दिया था। जहां से उसे कार्यवाही करने का आश्वासन देकर लौटा दिया गया, लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। ऐसी परिस्थति में वह और उसका परिवार असहाय और डरा सहमा हुआ है। पीड़ित रामविलास पाल ने आरोप लगाया है कि विपक्षियों में नरेश सिंह गांव निवासी बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव और राज्य सभा सांसद के भाई हैं जिनके अदब में उनकी कोई सुनवाई नहीं हो पा रही हैं। हलिया पुलिस उन्हीं के इशारे पर काम कर रही है।
Aug 03 2024, 17:52