नीलकमल होटल डोभी में ट्रक मालिको ने एक कमिटी का किया गठन, सर्वसम्मति से शांतिपूर्ण हुआ चुनाव

गया/डोभी। डोभी बाजार स्थित नीलकमल होटल में ट्रक मालिको ने एक कमेटी का गठन किया है। जिसमें सभी ट्रक मालिको ने सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद पर जगन यादव उपाध्यक्ष पद पर विद्यानंद कुमार, कौशल उपाध्याय, मदन यादव एवं डब्लू खान को चुना गया है।

वहीं सचिव गुरु चरण यादव कोषाध्यक्ष रवि सिंह को चुना गया है। इस दौरान कमेटी के सभी सदस्यों ने माला पहनाकर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव एवं कोषाध्यक्ष को माला पहनकर स्वागत किया है। इस मौके पर संजय सिंह, परशुराम यादव, धर्मेंद्र गुप्ता, सरवन यादव, सौदागर चौधरी सहित सैकड़ो की संख्या में ट्रक ऑनर मौजूद थे।

रिपोर्ट: महेंद्र कुमार।

नगर प्रखंड में कार्यरत कर्मियों का विदाई और आए हुए कर्मियों का स्वागत कार्यक्रम का हुआ आयोजन, माला पहनाकर व उपहार देकर स्वागत

गया। गया शहर के गांधी मैदान स्थित एक निजी होटल में नगर प्रखंड चंदौती कार्यालय में कार्यरत 10 पंचायत रोजगार सेवक, दो तकनिकी पदाधिकारी व एक कनीय अभियंंता को विदाई दिया गया। वहीं, इस दौरान उनके स्थान पर दूसरे प्रखंड कार्यालय से आये हुए पंचायत रोजगार सेवक, तकनिकी पदाधिकारी और कनीय अभियंंता का स्वागत में सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

आयोजित सम्मान समारोह कार्यक्रम में माला पहनाकर व उपहार देकर विदाई दिया गया और दूसरे प्रखंड कार्यालय से आए हुए कमियों को डायरी व कलम दिया गया। इस मौके पर आए हुए कर्मियों ने कहा कि जनप्रतिनिधि का सहयोग रहा तो पंचायतों में विकास की नयी इवादत लिखी जायेगी।

इस मौके पर मुखिया संघ के आदित्य कुमार, पूर्व प्रखंड प्रमुख सुचिता रजनी, कासिफ अंसारी, मोहतसीर आलम, राजकिशोर यादव, सूर्यदेव ठाकुर, सीताराम चौधरी, छोटेलाल चौधरी, मनीष कुमार, प्रकाश कुमार, सुभाष कुमार सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

डीएम ने अनाज का उठाव और वितरण के उद्देश्य से आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के साथ की टास्क फोर्स की बैठक, दिए यह सख्त निर्देश

गया। जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में आपूर्ति विभाग एव एसएफसी विभाग के पदाधिकारियों के साथ नियमित अनाज का उठाव एव वितरण के उद्देश्य से टास्क फोर्स की बैठक की गई। डीएम ने सभी खाद्य विभाग के एमओ को निर्देश दिया कि हर माह नियमित रूप से अनाज का वितरण निर्धारित मात्रा के साथ करवाये। निर्धारित मात्रा से कम वजन अनाज वितरण की स्थिति में संबंधित जन वितरण दुकानदार से लेकर एमओ पर दिए यह भी कार्रवाई की जाएगी। जांच में कोई भी जन वितरण प्रणाली की दुकान में अनियमितता मिले तो सीधे कार्रवाई करते हुए लाइसेंस रद्द करे।

बैठक में बताया गया कि बेला में लेबर की समस्या के कारण गोदाम से अनाज का उठाव धीमी है, इसपर डीएम ने सदर अनुमण्डल पदाधिकारी एव एसएफसी के अधिकारी को अगले 3 दिनों के अंदर विजिट कर समस्या को समाधान करवाने को कहा है। डीएम ने बारी बारी सभी एसएफसी विभाग के एजीएम से हर माह निर्गत होने वाले एसआईओ की जानकारी ली। निर्देश दिया कि जब गोदाम में अनाज भरपूर मात्रा में उपलब्ध है, बावजूद एसईओ निर्गत में कोई देरी नही करे। उन्होंने निर्देश दिया है कि गोदाम स निकलकर जन वितरण दुकान तक पहुचने वाले अनाज को हर हाल में माप तौल के बाद ही गाड़ी से उतरवाए। साथ ही एसएफसी के अधिकारी सुनिश्चित करवाये की जन वितरण दुकानों में अनाज उतारने के दौरान पर्याप्त लेबर उपलब्ध रहे। उन्होंने अनाज की गुणवत्ता की नियमित जांच करने काफी निर्देश एसएफसी के अधिकारी को दिया है। बताया गया कि अतरी, बकेबाजर, बेला, गुरुआ, टनकुप्पा, परैया एव कोच में एसआईओ 100% निर्गत नही है, अगले 3 दिनों में 100% प्रगति लाने को कहा है। अनाज वितरण के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि वैसे जन वितरण की दुकान जहां 90% से कम वितरण हुआ है उन संबंधित दुकानों में अनाज ना उठाव करने वाले लाभार्थियों का सूची जिलाधिकारी को उपलब्ध करावे ताकि जिला स्तर से धावा दल गठित कर उन संबंधित राशन कार्ड धारी का भौतिक जांच करवाया जा सके।

साथ ही उन्होंने कहा कि वैसा पीडीएस दुकान जो शतप्रतिशत अनाज बितरण नही कर पा रहे हैं, वैसे स्थिति में किसी दूसरे दुकान से टैग कर दे। ताकि 100% लाभार्थियों को अनाज मिल सके। राशन कार्ड धारी का आधार सीडिंग काफी महत्वपूर्ण है। जहां भी आधार सीडिंग कम है संबंधित एमओ कैंप लगाकर आधार सीडिंग करवाये। राशन कार्ड धारी का ई- केवाईसी करवाया जा रहा है। इसे लेकर कोच, खिजर सराय, मानपुर एव डुमरिया में काफी कम प्रगति को देखते हुए संबंधित एमओ को फटकार लगाया और ई केवाईसी हेतु सभी राशन कार्ड धारी को जागरूक करने का निर्देश दिए हैं।

डीएम ने सभी अनुमण्डल पदाधिकारी से जानकारी लिया कि विभिन्न स्रोतों से जन वितरण दुकानदारों के विरुद्ध प्राप्त शिकायतों के एवज में दुकानदारों के विरुद्ध क्या-क्या कारवाइयां की गई है, इसकी जानकारी लिया है। ज़िले के सभी अनुमण्डल पदाधिकारी द्वारा ज़िले में जून माह में 40 दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया है, जिसमे 12 दुकानों में अनियमितता पाई गई है। जिसके विरुद्ध लाइसेंस रदद् करने की प्रक्रिया की जा रही है। अनुमण्डल पदाधिकारी सदर ने बताया कि पिछले माह 01 जन वितरण दुकान एव इस माह 5 दुकान के लाइसेंस भी रदद् की जा रही है। नीमचक बथानी ने बताया कि पिछले माह में 01 प्राथमिकी दर्ज की गई है।

टिकारी में इस माह 01 प्राथमिकी दर्ज की गई है। डीएम ने सभी अनुमण्डल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वैसे जन वितरण दुकान जो लाभुकों को कम अनाज देता है, स्टॉक में अंतर रखे या कोई अन्य गड़बड़ी करने वालो पर कड़ाई से जांच करते हुए कार्रवाई करे। हर हाल में लाभुकों को पूरी मात्रा एव क्वालिटी वाली अनाज मिले, इसे सुनिश्चित करवाये। राशनकार्ड बनाने एव वितरण की समीक्षा में डीएम ने निर्देश दिया कि कोई भी आवेदन लंबित नही रखे। राशन कार्ड का बितरण कैम्प लगाकर करे, ताकि लोगो को बिना दौड़े एकमुश्त राशन कार्ड प्राप्त हो सके। सभी अनुमंडल पदाधिकारी प्रतिदिन नए राशनकार्ड संबंधित समीक्षा भी करे।  बैठक में जिला आपूर्ति पदाधिकारी, एसएफसी विभाग के अधिकारी सहित सभी एमओ एव सभी एजीएम उपस्थित थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

सही प्रतिनिधि के चुनाव से ही बिहार का विकास संभव, जन सुराज विचार मंच की बैठक में शहर के बुद्धिजीवी समेत कई लोग हुए शामिल

गया। जन सुराज विचार मंच की महत्वपूर्ण बैठक रविवार को शहर के रामसागर रोड में स्थित विष्णु उत्सव मैरेज हॉल में संपन्न हुई। जिसमें जन सुराज के प्रणेता प्रशांत किशोर की निरंतर जारी पदयात्रा को सफल बनाने और आगामी 17 अगस्त को पटना में एक दिवसीय सम्मेलन में बढ़ चढ़कर भाग लेने का निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता जन सुराज के सदस्य सह पार्षद संजय कुमार सिन्हा ने की।

बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जन सुराज विचार मंच एक गैर राजनीतिक संगठन है। जिसका विकास किसी राजनीतिक दल के समर्थन या विरोध से कोई वास्ता नहीं है। वह बुद्धिजीवियों के समूह का मंच है। जो समाज व राष्ट्र के व्यापक हित में किसी की भी आलोचना या विरोध के लिए स्वतंत्र है। व्यवस्था परिवर्तन और जन चेतना के दृष्टिकोण से जन सुराज अभियान राज व्यापी आंदोलन है। वहीं समाजसेवी रजनीश कुमार ने कहा कि बिहार में बिना सत्ता परिवर्तन के राज वासियों का भला होने वाला नहीं है। इसके लिए व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन की आवश्यकता है।

यह तभी संभव है जब राज्य वासी अपने मताधिकार का सही प्रयोग करें। समाज में बड़े बदलाव की जरूरत है, इस बदलाव के लिए गरीब में हिम्मत नहीं है। मध्य परिवार में फुर्सत का घोर अभाव है और अमीर को इसकी जरूरत नहीं है। जिस कारण आमूलचूल परिवर्तन नहीं हो पा रहा है। व्यक्तिगत कार्य के लिए जाति नहीं अच्छे लोगों की तलाश की जाती है। वही समाज हित में प्रतिनिधि चुनने में जाति धर्म व निजी स्वार्थ हावी हो जाता है। सही शिक्षा उचित चिकित्सा और त्वरित न्याय के अभाव में समाज राज और राष्ट्र पिछड़ता जा रहा है। बैठक में प्रभात शंकर, राजकुमार प्रसाद, अनूप कुमार, उपेंद्र सिंह, अंजनी वर्मा, उत्तम पांडेय , डाक्टर संजीव सिंह, संतोष कुमार सिंह, सुमेन्द्र अग्रवाल, चंदना मुखर्जी, विनय वर्णवाल, सुनील कुमार सिन्हा आदि मौजूद थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

तेजस्वी यादव को अपने पिताजी से पूछना चाहिए जब वह केंद्रीय मंत्री थे बिहार को स्पेशल राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिलवाए थे : मांझी

गया। बिहार के गया में गया के सांसद सह केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता कर कहा कि तेजस्वी यादव को अपने पिताजी से पूछना चाहिए कि जब वह केंद्रीय मंत्री थे तो उस समय बिहार को स्पेशल राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिलवाए थे। स्पेशल राज्य का दर्जा से यह चार गुना ज्यादा बिहार को मिला है।

उन्होंने कहा कि मेरा राजनीतिक चरित्र रहा है मैं काम करता हूं और कहता नहीं हूं। एनडीए का निर्देश है सभी अपने अपने संसदीय क्षेत्र में बजट के बारे में बताइए। बिहार की जनता इतना कमजोर दिमाग का नहीं है वह नहीं समझते है कि किसने क्या काम किया है? क्या कहा 16 अप्रैल को गया गांधी मैदान में हमने कॉरिडोर कहा था। उस वक्त कॉरिडोर क्या था कोई जनता था क्या इतना जानते है कॉरिडोर के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। काशी के तर्ज पर बोधगया और विष्णुपद कॉरिडोर का निर्माण होगा।नीति आयोग की बैठक में ममता बनर्जी को बोलने नहीं दिया गया, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि आजकल एक टेंडेंसी हो गई है। हम समझते हैं कि राजनीत में विरोध होना चाहिए। मेरे सामने हीं ममता बनर्जी बैठी हुई थी। निर्धारित था कि पांच मिनट से ज्यादा कोई अपनी बात नहीं बोलेगा। इसी दौरान ममता बनर्जी पांच मिनट से ज्यादा का समय हुआ तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समय के बारे रिमांडर दिया। इसी पर सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि हमें बोलने नहीं दिया जा रहा है और वह चली गईं। कोई शारीरिक दिक्कत हुई होगी सीएम नीतीश को नीति आयोग की बैठक में नीतीश कुमार के शामिल नहीं होने पर मंत्री मांझी ने कहा कि यह आपलोग समझिए कि नीतीश कुमार बायकॉट किया या नीतीश कुमार पीएम के कितना आभारी हैं।कोई शारीरिक दिक्कत हुई होगी। 

हमें भी लगा कि सीएम नहीं आए हैं इनके स्थान पर डिप्टी सीएम को भेजना चाहिए था। लेकिन वह भी नहीं गए। गया में एम्स और वजीरगंज में इस्पात कारखाना के लिए बात रखे है।जितना मांगे थे उससे ज्यादा मिला है। बिहार को स्पेशल राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिलवाए थे मानसून सत्र के एक भी बैठक में तेजस्वी यादव के शामिल नहीं होने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनको अपने पिताजी से पूछना चाहिए कि जब राष्ट्रपति शासन को डिवॉक करने की बात थी तो बिहार में राष्ट्रपति शासन खत्म हुआ था। इतना पावरफुल थे। केंद्रीय मंत्री थे। उस समय बिहार को स्पेशल राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिलवाए थे? स्पेशल राज्य का दर्जा से यह चार गुना ज्यादा बिहार को मिला है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

आईआईएम बोधगया ने भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा समर्थित नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम एक फैक्ल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन

गया/बोधगया। आईआईएम बोधगया ने बिहार में पहली बार जून से जुलाई, 2024 तक नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम (एनएफएलपी) के तीन बैचों का आयोजन किया। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण के सन्दर्भ में एनएफएलपी नामक इस फैकल्टी लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम की संकल्पना की है।

यह एक प्रतिष्ठित, चयन-आधारित 5-दिवसीय आवासीय लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम है जो पब्लिक फंडेड उच्च शिक्षण संस्थानों के सभी स्तरों के फैकल्टी सदस्यों के लिए उपलब्ध कराया गया है। यह प्रोग्राम एनआईआरएफ प्रबंधन रैंकिंग में देश के शीर्ष संस्थानों द्वारा प्रदान किया जाता है, जिसके अंतर्गत वर्तमान में, 6 आईआईटी और 14 आईआईएम देश में क्षमता निर्माण में सुधार के लिए इस प्रोग्राम का आयोजन कर रहे हैं जिसका मुख्य उद्देश्य फैकल्टी सदस्यों को कलेक्टिव डिसीज़न मेकिंग, शेयर्ड गवर्नेंस, डेवलपिंग इनिशिएटिव्स और प्रॉब्लम सॉल्विंग में प्रभावी और सक्रिय रूप से योगदान देने के लिए तैयार करना है।

आईआईएम बोधगया में आयोजित इस प्रोग्राम के अंतिम बैच में, दिल्ली विश्वविद्यालय और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय सहित केंद्रीय एवं राज्य शैक्षणिक संस्थानों का प्रतिनिधित्व करने वाले विविध पृष्ठभूमि के 22 फैकल्टी सदस्यों ने भाग लिया। 5 दिवसीय प्रोग्राम में प्रबंधन और नेतृत्व पर विभिन्न सत्र शामिल रहे। आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ. विनीता एस. सहाय ने शैक्षणिक संस्थानों में नेतृत्व और मिशन, विजन एवं लक्ष्य संरेखण पर तीन विस्तृत सत्र आयोजित किए। प्रतिभागियों ने साझा किया कि डॉ. विनीता एस. सहाय के सत्र लाइव केस के उदाहरण के रूप में काम करते हैं जिससे उन्हें निर्णय लेने और क्षमता निर्माण की बारीकियों को समझने में मदद मिली।

प्रोग्राम के अन्य सत्रों में प्रबंधन के आधुनिक विषय जैसे डेटा विज़ुअलाइज़ेशन का महत्व और आज के गतिशील संदर्भ में इन्फोर्मटिव डिसीज़न लेने के लिए डिज़ाइन थिंकिंग शामिल रहे। प्रतिभागियों ने साझा किया कि कार्यक्रम से मिली सीख उनकी व्यावसायिक क्षमताओं को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगी और उनके संस्थानों के विकास में योगदान देगी।

प्रोग्राम में शामिल अनेक सत्रों में वर्तमान समय में एजुकेशनल लीडर्स के सामने आने वाले गंभीर मुद्दों को संबोधित करते हुए, नवीन समाधान और दूरदर्शी रणनीतियाँ प्रदान की गईं। वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोग पर जोर ने यह सुनिश्चित किया कि उपस्थित लोग अर्जित ज्ञान को अपने संबंधित संस्थानों में तुरंत उपयोग कर सकें। पिछले दो बैचों के साथ इस बैच की सफलता ने न केवल ऐसे नेतृत्व कार्यक्रमों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया, बल्कि भारत में शिक्षा के भविष्य को आकार देने के लिए आईआईएम बोधगया की प्रतिबद्धता को भी उजागर किया।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

एएनएमसीएच के पीजी हॉस्टल में फंदे से झूलता मिला महिला डॉक्टर का शव, एमबीबीएस के बाद पीजी की कर रही थी तैयारी

गया। मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के पीजी हॉस्टल में एक छात्रा का शव पंखे से झूलता मिला. पंखे से झूलता शव देख पीजी हॉस्टल में हड़कंप मच गया. तुरंत इसकी जानकारी मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य व अधीक्षक एवं मगध मेडिकल थाना की पुलिस को दी गई. सिटी डीएसपी-2 भी मौके पर पहुंचे हैं. मृतका की पहचान मुजफ्फरपुर की रहने वाली डॉक्टर वंदना कुमारी के रूप में की गई है.

वही, डॉक्टर वंदना कुमारी का शव मिलने के बाद मेडिकल के पीजी हॉस्टल में हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई. हालांकि मेडिकल प्रशासन और पुलिस स्थिति को सामान्य करने में जुटी है. घटना का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है. वहीं, घटना की जानकारी मृृतका के भाई को दी गई है. जानकारी के अनुसार डॉक्टर वंदना कुमारी मुजफ्फरपुर की रहने वाली थी. उसके पति रेलवे में कार्यरत बताए जाते हैं. फिलहाल पुलिस मृतका के भाई से जानकारी हासिल कर रही है. घटना का कारण घरेलू कलह है या फिर मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पीजी हॉस्टल में हुआ कोई मामला हो सकता है, पुलिस इन दोनों बिंदुओं पर पड़ताल करते हुए मामले के खुलासे में जुटी हुई है. 

वही, इस संबंध में सिटी डीएसपी- 2 धर्मेंद्र भारती ने बताया कि पीजी की फर्स्ट ईयर की छात्रा वंदना कुमारी अपनी खुदकुशी कर ली है. पंखे से फंदे के सहारे खुदकुशी की गई है. वह एमबीबीएस करने के बाद मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पीजी की तैयारी कर रही थी. पीजी हॉस्टल के कमरे में इस तरह की घटना सामने आई है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है. घटना का कारण घरेलू कलह है, या पीजी हॉस्टल का कोई पहलू दोनों बिंदुओं पर जांच करते हुए अग्रतर कार्रवाई की जा रही है.

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया में भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा आभार जनसभा का आयोजन : विष्णुपद मंदिर व महाबोधि मंदिर कॉरिडोर निर्माण की घोषणा से खुशी

गया। बिहार के गया में गया शहर के काशीनाथ स्थित एक निजी होटल में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा आभार जनसभा का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता व स्थानीय लोग शामिल हुए।

इस दौरान लोगों ने विष्णुपद मंदिर व महाबोधि मंदिर कॉरिडोर निर्माण की घोषणा को लेकर केंद्र सरकार के प्रति आभार जताया। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद भी दिया। इस मौके पर बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि विष्णुपद मंदिर व महाबोधि मंदिर कॉरिडोर निर्माण की घोषणा केंद्र सरकार के द्वारा की गई है। निश्चित रूप से गया वासियों के लिए यह बड़े ही खुशी की बात है। उक्त कॉरिडोर के बनने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।

साथ ही देश-विदेश से आने वाले सैलानियों की बड़ी संख्या में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि काफी लंबे समय से लोग इसकी मांग कर रहे थे, अब इसकी घोषणा हो जाने के बाद लोगों में खुशी का माहौल है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा केंद्र सरकार के द्वारा कोलकाता भाया गया होकर अमृतसर सड़क मार्ग बनाने की घोषणा की गई है। इसके बनने से लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत होगी। इस मौके पर भाजपा नेता संजय रविदास, प्रशांत कुमार, राकेश कुमार, करुणा कुमारी, विमला कुमारी, मुकेश चंद्रवंशी, रामप्रवेश सिंह, अशोक प्रसाद भारती सहित कई लोग मौजूद रहे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया में धड़धड़िया जंगल से एक युवक का मिला शव, दोस्तों के साथ निकला था पहाड़ घूमने, पत्थर से कुचलकर हत्या का आरोप

गया/आमस। बिहार के गया में जिले के आमस थाना क्षेत्र से एक युवक का जंगल से शव मिला है। जगल से शव मिलने की जानकारी होते ही ग्रामीणों की भीड़ जुट गई और इसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी। 

वहीं, लोगों में चर्चा का विषय बना है। दरअसल, यह घटना आमस थाना क्षेत्र के महापुर गांव की है, जहां धड़धड़िया जंगल से शनिवार (27 जुलाई) को शव बरामद किया गया है. आज रविवार को शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा. परिजनों ने दोस्तों पर पत्थर से कुचलकर हत्या का आरोप लगाया है.

बताया जाता है कि मृतक बिट्टू कुमार पिछले कई सालों से ननिहाल में रह रहा था. शुक्रवार की शाम अपने 2 दोस्तों के साथ पहाड़ घूमने निकला था. शनिवार को पहाड़ पर उसके शव मिलने की खबर जैसे ही लोगों को मिली आस-पास के ग्रामीणों की भीड़ लग गई और इसकी सूचना पुलिस को दिया.

मृतक की पहचान इंद्रदेव ठाकुर के 25 वर्षीय पुत्र बिट्टू कुमार के रूप में की गई है. शव की सूचना पर आमस थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा है. परिजनों के द्वारा काफी खोजबीन की गई, लेकिन बिट्टू का कोई अता पता नहीं चल सका. इसके बाद आमस थाना को इसकी सूचना दी गई थी. मृतक के मामा सत्येंद्र ठाकुर ने पहाड़ पर ले जाकर पत्थर से कुचल कर हत्या कर देने का आरोप लगाया है. घटना के बाद गांव में मातम पसरा है. इस मामले में आमस थानाध्यक्ष इंद्रजीत कुमार ने बताया कि घटना में एक युवक को हिरासत में लिया गया है, पूछताछ किया जा रहा है। 

रिपोर्ट: धनंजय कुमार।

 

सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के प्रगति पर की समीक्षा बैठक, दिए यह

गया। मंत्री सहकारिता विभाग-सह-पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग डॉ० प्रेम कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के प्रगति के संबंध में समीक्षा बैठक की गई। सर्वप्रथम उप विकास आयुक्त द्वारा मंत्री सहकारिता विभाग-सह-पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग एवं अन्य उपस्थित पदाधिकारियों का स्वागत किया गया तथा बताया गया कि मंत्री द्वारा द्वारा लगातार इसकी सतत समीक्षा की जा रही है।

1. सहकारिता विभाग के समीक्षा में सहकार भवन हेतु भूमि उपलब्धता के संबंध में अपर समाहर्त्ता, गया द्वारा अवगत कराया गया कि बीस हजार स्कायर फीट भूमि चिन्हित कर दे दिया गया है तथा प्रखण्ड स्तरीय सब्जी उत्पादक सहयोग समितियां (PVCS) के आधारभूत संरचना निर्माण के लिए भूमि हेतु 9 (नौ) प्रखण्डों में मांगी गई है, जिसमें 8 प्रखण्डों में भूमि चिन्हित कर लिया गया है तथा शेष प्रखण्ड में अंचल अधिकारी को निदेश दिया जा चुका है। जिला सहकारिता पदाधिकारी, गया को निदेश दिया गया कि सभी चिन्हित भूमि का स्थल निरीक्षण कर अवगत कराना सुनिश्चित करेंगे। मंत्री ने यह भी कहा कि गया जिला में 24 प्रखंड है तथा चार अनुमंडल है काफी बड़ा क्षेत्र है। सभी बचे हुए प्रखंड तथा अनुमंडल में भी सब्जी उत्पादक सहयोग समिति निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार करें। जिला सहकारिता पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि प्रस्तावित गोदाम के लिए चिन्हित भूमि का निरीक्षण कर सूची तैयार करना सुनिश्चित करेंगे। जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि गया जिला में कुल 52 किसानों द्वारा 75 एम०टी० गेहूँ अधिप्राप्ति किया गया है तथा मार्केट दर अधिक रहने के कारण किसानों द्वारा गेहूँ नहीं दिया जा रहा है। निदेश दिया गया कि किसानों को प्रोरित कर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे।

• जैव विविधता के संबंध में माननीय मंत्री, सहकारिता विभाग-सह-पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि दिनांक 25.06.2024 को पूरे बिहार में पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जैव विविधता कार्यक्रम आयोजित की गई थी। इस संबंध में जिला पंचायत राज पदाधिकारी को निदेश दिया गया था कि जिला स्तर पर एवं सभी प्रखण्डों के पंचायतों में कमिटि बना लिया जाय तथा सभी आवश्यक तैयारियां कर लिया जाय। ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए जैव विविधता को काफी अच्छे से इंप्लीमेंट करना होगा। गया जिले के विभिन्न बड़े-बड़े पहाड़ों यथा ब्रह्मयोंनि, प्रेतशिला, रामशिला, दुर्गेश्वरी इत्यादि पहाड़ों पर सीड बाल फेके गए हैं ताकि पहाड़ पर पेड़ पौधे से हरियाली दिख सके। उन्होंने निर्देश दिया है कि सभी नगर निकाय के क्षेत्र को भी प्रेरित करें कि ग्लोबल वार्मिंग को देखते हुए जैव विविधता पर विशेष कार्य करें। जिले में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का कार्य करें।

उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे के किनारे लाखों की संख्या में पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा पंचायती राज विभाग द्वारा हर वार्ड में पौधे लगाए जाएंगे। गया को जोड़ने वाली सड़के यथा गया खिजर सराय, गया मानपुर, गया टेकारी, गया शेरघाटी, गया वजीरगंज इत्यादि के सड़कों पर बड़े पैमाने पर पौधारोपण किये जाएंगे एवं इसे 3 वर्षों तक संरक्षित रखने का भी कार्य किया जाएगा ताकि शतप्रतिशत पौधे जीवित रह सके। उन्होंने कहा कि जिले के सभी शैक्षणिक संस्थाओं स्वयंसेवी संस्थान ऑन एवं सरकारी तथा निजी विभागों के साथ बैठक कर सभी को पर्यावरण संतुलन की दृष्टिकोण से पौधा रोपण हेतु एक टारगेट फिक्स करें ताकि सभी लोग मिलकर गया जिला के पर्यावरण संतुलित रखने में अपना योगदान दे सके।

• स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में सिविल सर्जन से अनुरोध किया गया कि गया सदर विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिए स्थल चिन्हित कर भूमि का निरीक्षण कर भूमि उपलब्धता के संबंध में नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही छोटकी नवादा, गया अवस्थित कुष्ठ रोग अस्पताल को गया शहर क्षेत्रान्तर्गत अस्पताल में स्थानान्तरित हेतु नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करेंगे।

   

• नगर निगम गया के समीक्षा में उप नगर आयुक्त, नगर निगम, गया द्वारा बताया गया कि गर्मी के दिनों में जिस-जिस वार्ड में पेयजल की समस्या होने पर सभी स्थानों पर टैंकर के माध्यम से पानी पहुंचाया गया है तथा सभी वार्डों के बड़े-बड़े नालों की समुचित सफाई करवाया गया है। मंत्री ने कहा कि ए०पी०कॉलोनी में ऑडिटोरियम काफी जर्जर है, उसे डिमोलिश करवाने एव नया ऑडिटोरियम निर्माण करवाने के लिये विभाग को पत्र भेजने को कहा है। कुजापि नाला के अंतिम छोर में अतिक्रमण है, उसे हटवाने को कहा है। गया पटना रोड के रामशिला के पास नाला के लेबलिंग को ध्यान देने को कहा है ताकि समुचित नाला के पानी की निकास हो सके। केदारनाथ मार्केट की सही से मरम्मति कराने, पार्किंग का निर्माण एवं सही से इस्तेमाल करने से काफी आमदनी होने की सम्भावना है। ऐसी स्थिति में योजना तैयार कर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई हेतु अनुरोध किया गया। साथ ही जीबी रोड, केपी रोड, रमना रोड आदि में काफी सड़क जाम की समस्या देखी जा रही है, तत्काल समाधान के लिये पार्किंग हेतु स्थल चिन्हित करने पर जोर दिए हैं। सड़क जाम का मुख्य कारण है सड़क पर अतिक्रमण। उन्होंने अनुमण्डल पदाधिकारी, ट्रैफिक के अधिकारी एव नगर निगम के अधिकारी संयुक्त रूप से लगातार विशेष ड्राइव चलाने को कहा है, ताकि सड़क किनारे अवैध कब्जा को हटवाया जा सके। गया बेला, गया डोभी, गया वजीरगंज इत्यादि जैसे क्षेत्रों में नया सिटी निर्माण करवाने की पहल करने को कहा है। 

   

• बुडको की समीक्षा में माननीय मंत्री द्वारा बताया गया कि डेल्हा साईड से काफी शिकायत मिल रही है कि पानी नहीं मिल रहा है तथा पहाड़ों के मुहल्लों पर पानी की काफी समस्या है। ल बुडको के सहायक अभियंता द्वारा अवगत कराया गया कि डेल्हा साईड में पाईप बिछाने का कार्य पूर्ण नहीं किया गया। निदेश दिया गया कि ससमय पाईप बिछाते हुए पेयजल उपलब्ध कराया जाय तथा पहाड़ों के मुहल्लों में स्टैण्ड पोस्ट लगाकर पानी उपलब्ध करायेंगे। साथ ही पाईप बिछाने हेतु अतिरिक्त टीम बढ़ाया जाय। बताया गया कि बुडको के एजेंसी द्वारा बिना एन०ओ०सी० प्राप्त किये सड़क काट दिये जाने की शिकायत मिली थी, जिसके कारण वाहनों के आवागमन में कठिनाई हो रही है। निदेश दिर्या गया कि जहां-जहां सड़क काटा गया है, जिसे अविलम्ब मरम्मति कराते हुए समतलीकरण का कार्य करना सुनिश्चित करेंगे तथा काटे गये सड़क की सूची अविलम्ब उपलब्ध करायेंगे। नगर आयुक्त, नगर निगम, गया इसकी लगातार अनुश्रवण करेंगे। पितृपक्ष मेला को देखते हुए अब कोई सड़क नही काटा जाए। पूर्व के काटे गए सड़को को ठीक करवाये। 

  

• पथ निर्माण विभाग के समीक्षा में मंत्री द्वारा कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण प्रमण्डल से अनुरोध किया गया कि पर्यटीय दृष्टिकोण से सड़क के वाईडनिंग के लिए रेड/ पीला क्लर का ईट का प्रयोग किया जाय ताकि सुन्दरता बनी रहे। साथ ही सड़क क्लिरेंस के लिए ससमय नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाय। एनएच 83 एयरपोर्ट होते हुए सिकड़िया मोड़ से शहर आने वाली सड़क में आकर्षक पौधे लगाए जाए ताकि एयरपोर्ट से आने वाले विभिन्न विदेश के पर्यटक को गया जिला खूबसूरती दिख सके।

   

• बिजली विभाग की समीक्षा में अधीक्षण अभियंता, विद्युत अंचल द्वारा बताया गया कि वर्तमान में गया शहरी क्षेत्र में 23 घण्टे तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 20 घण्टे विद्युत आपूर्ति की जा रही है। माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देश के आलोक में सभी जिलों में कृषि फीडर में अब 14 घंटा बिजली दी जा रही है। जहां भी ट्रांसफार्मर खराब होने की सूचना मिलती है तुरंत बदलवाने का कार्य किया जा रहा है। मंत्री ने सुझाव दिया कि जिले में जहां भी सरकारी जमीन या तालाब पोखर है उन सभी सरकारी जमीन पर सरकारी जमीन लिखित संबंधित बोर्ड प्रदर्शित करवाये साथ ही विभाग को अनुरोध पत्र प्रेषित करें कि संबंधित सरकारी जमीन का बाउंड्री वॉल कराया जाए। जिससे सरकारी जमीन का अतिक्रमण होने की संभावना काफी कम रहेगी। बैठक में जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर सहित सभी विभागों के संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।