सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के प्रगति पर की समीक्षा बैठक, दिए यह
गया। मंत्री सहकारिता विभाग-सह-पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग डॉ० प्रेम कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के प्रगति के संबंध में समीक्षा बैठक की गई। सर्वप्रथम उप विकास आयुक्त द्वारा मंत्री सहकारिता विभाग-सह-पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग एवं अन्य उपस्थित पदाधिकारियों का स्वागत किया गया तथा बताया गया कि मंत्री द्वारा द्वारा लगातार इसकी सतत समीक्षा की जा रही है।
1. सहकारिता विभाग के समीक्षा में सहकार भवन हेतु भूमि उपलब्धता के संबंध में अपर समाहर्त्ता, गया द्वारा अवगत कराया गया कि बीस हजार स्कायर फीट भूमि चिन्हित कर दे दिया गया है तथा प्रखण्ड स्तरीय सब्जी उत्पादक सहयोग समितियां (PVCS) के आधारभूत संरचना निर्माण के लिए भूमि हेतु 9 (नौ) प्रखण्डों में मांगी गई है, जिसमें 8 प्रखण्डों में भूमि चिन्हित कर लिया गया है तथा शेष प्रखण्ड में अंचल अधिकारी को निदेश दिया जा चुका है। जिला सहकारिता पदाधिकारी, गया को निदेश दिया गया कि सभी चिन्हित भूमि का स्थल निरीक्षण कर अवगत कराना सुनिश्चित करेंगे। मंत्री ने यह भी कहा कि गया जिला में 24 प्रखंड है तथा चार अनुमंडल है काफी बड़ा क्षेत्र है। सभी बचे हुए प्रखंड तथा अनुमंडल में भी सब्जी उत्पादक सहयोग समिति निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार करें। जिला सहकारिता पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि प्रस्तावित गोदाम के लिए चिन्हित भूमि का निरीक्षण कर सूची तैयार करना सुनिश्चित करेंगे। जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि गया जिला में कुल 52 किसानों द्वारा 75 एम०टी० गेहूँ अधिप्राप्ति किया गया है तथा मार्केट दर अधिक रहने के कारण किसानों द्वारा गेहूँ नहीं दिया जा रहा है। निदेश दिया गया कि किसानों को प्रोरित कर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे।
• जैव विविधता के संबंध में माननीय मंत्री, सहकारिता विभाग-सह-पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि दिनांक 25.06.2024 को पूरे बिहार में पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जैव विविधता कार्यक्रम आयोजित की गई थी। इस संबंध में जिला पंचायत राज पदाधिकारी को निदेश दिया गया था कि जिला स्तर पर एवं सभी प्रखण्डों के पंचायतों में कमिटि बना लिया जाय तथा सभी आवश्यक तैयारियां कर लिया जाय। ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए जैव विविधता को काफी अच्छे से इंप्लीमेंट करना होगा। गया जिले के विभिन्न बड़े-बड़े पहाड़ों यथा ब्रह्मयोंनि, प्रेतशिला, रामशिला, दुर्गेश्वरी इत्यादि पहाड़ों पर सीड बाल फेके गए हैं ताकि पहाड़ पर पेड़ पौधे से हरियाली दिख सके। उन्होंने निर्देश दिया है कि सभी नगर निकाय के क्षेत्र को भी प्रेरित करें कि ग्लोबल वार्मिंग को देखते हुए जैव विविधता पर विशेष कार्य करें। जिले में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का कार्य करें।
उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे के किनारे लाखों की संख्या में पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा पंचायती राज विभाग द्वारा हर वार्ड में पौधे लगाए जाएंगे। गया को जोड़ने वाली सड़के यथा गया खिजर सराय, गया मानपुर, गया टेकारी, गया शेरघाटी, गया वजीरगंज इत्यादि के सड़कों पर बड़े पैमाने पर पौधारोपण किये जाएंगे एवं इसे 3 वर्षों तक संरक्षित रखने का भी कार्य किया जाएगा ताकि शतप्रतिशत पौधे जीवित रह सके। उन्होंने कहा कि जिले के सभी शैक्षणिक संस्थाओं स्वयंसेवी संस्थान ऑन एवं सरकारी तथा निजी विभागों के साथ बैठक कर सभी को पर्यावरण संतुलन की दृष्टिकोण से पौधा रोपण हेतु एक टारगेट फिक्स करें ताकि सभी लोग मिलकर गया जिला के पर्यावरण संतुलित रखने में अपना योगदान दे सके।
• स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में सिविल सर्जन से अनुरोध किया गया कि गया सदर विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिए स्थल चिन्हित कर भूमि का निरीक्षण कर भूमि उपलब्धता के संबंध में नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही छोटकी नवादा, गया अवस्थित कुष्ठ रोग अस्पताल को गया शहर क्षेत्रान्तर्गत अस्पताल में स्थानान्तरित हेतु नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
• नगर निगम गया के समीक्षा में उप नगर आयुक्त, नगर निगम, गया द्वारा बताया गया कि गर्मी के दिनों में जिस-जिस वार्ड में पेयजल की समस्या होने पर सभी स्थानों पर टैंकर के माध्यम से पानी पहुंचाया गया है तथा सभी वार्डों के बड़े-बड़े नालों की समुचित सफाई करवाया गया है। मंत्री ने कहा कि ए०पी०कॉलोनी में ऑडिटोरियम काफी जर्जर है, उसे डिमोलिश करवाने एव नया ऑडिटोरियम निर्माण करवाने के लिये विभाग को पत्र भेजने को कहा है। कुजापि नाला के अंतिम छोर में अतिक्रमण है, उसे हटवाने को कहा है। गया पटना रोड के रामशिला के पास नाला के लेबलिंग को ध्यान देने को कहा है ताकि समुचित नाला के पानी की निकास हो सके। केदारनाथ मार्केट की सही से मरम्मति कराने, पार्किंग का निर्माण एवं सही से इस्तेमाल करने से काफी आमदनी होने की सम्भावना है। ऐसी स्थिति में योजना तैयार कर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई हेतु अनुरोध किया गया। साथ ही जीबी रोड, केपी रोड, रमना रोड आदि में काफी सड़क जाम की समस्या देखी जा रही है, तत्काल समाधान के लिये पार्किंग हेतु स्थल चिन्हित करने पर जोर दिए हैं। सड़क जाम का मुख्य कारण है सड़क पर अतिक्रमण। उन्होंने अनुमण्डल पदाधिकारी, ट्रैफिक के अधिकारी एव नगर निगम के अधिकारी संयुक्त रूप से लगातार विशेष ड्राइव चलाने को कहा है, ताकि सड़क किनारे अवैध कब्जा को हटवाया जा सके। गया बेला, गया डोभी, गया वजीरगंज इत्यादि जैसे क्षेत्रों में नया सिटी निर्माण करवाने की पहल करने को कहा है।
• बुडको की समीक्षा में माननीय मंत्री द्वारा बताया गया कि डेल्हा साईड से काफी शिकायत मिल रही है कि पानी नहीं मिल रहा है तथा पहाड़ों के मुहल्लों पर पानी की काफी समस्या है। ल बुडको के सहायक अभियंता द्वारा अवगत कराया गया कि डेल्हा साईड में पाईप बिछाने का कार्य पूर्ण नहीं किया गया। निदेश दिया गया कि ससमय पाईप बिछाते हुए पेयजल उपलब्ध कराया जाय तथा पहाड़ों के मुहल्लों में स्टैण्ड पोस्ट लगाकर पानी उपलब्ध करायेंगे। साथ ही पाईप बिछाने हेतु अतिरिक्त टीम बढ़ाया जाय। बताया गया कि बुडको के एजेंसी द्वारा बिना एन०ओ०सी० प्राप्त किये सड़क काट दिये जाने की शिकायत मिली थी, जिसके कारण वाहनों के आवागमन में कठिनाई हो रही है। निदेश दिर्या गया कि जहां-जहां सड़क काटा गया है, जिसे अविलम्ब मरम्मति कराते हुए समतलीकरण का कार्य करना सुनिश्चित करेंगे तथा काटे गये सड़क की सूची अविलम्ब उपलब्ध करायेंगे। नगर आयुक्त, नगर निगम, गया इसकी लगातार अनुश्रवण करेंगे। पितृपक्ष मेला को देखते हुए अब कोई सड़क नही काटा जाए। पूर्व के काटे गए सड़को को ठीक करवाये।
• पथ निर्माण विभाग के समीक्षा में मंत्री द्वारा कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण प्रमण्डल से अनुरोध किया गया कि पर्यटीय दृष्टिकोण से सड़क के वाईडनिंग के लिए रेड/ पीला क्लर का ईट का प्रयोग किया जाय ताकि सुन्दरता बनी रहे। साथ ही सड़क क्लिरेंस के लिए ससमय नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाय। एनएच 83 एयरपोर्ट होते हुए सिकड़िया मोड़ से शहर आने वाली सड़क में आकर्षक पौधे लगाए जाए ताकि एयरपोर्ट से आने वाले विभिन्न विदेश के पर्यटक को गया जिला खूबसूरती दिख सके।
• बिजली विभाग की समीक्षा में अधीक्षण अभियंता, विद्युत अंचल द्वारा बताया गया कि वर्तमान में गया शहरी क्षेत्र में 23 घण्टे तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 20 घण्टे विद्युत आपूर्ति की जा रही है। माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देश के आलोक में सभी जिलों में कृषि फीडर में अब 14 घंटा बिजली दी जा रही है। जहां भी ट्रांसफार्मर खराब होने की सूचना मिलती है तुरंत बदलवाने का कार्य किया जा रहा है। मंत्री ने सुझाव दिया कि जिले में जहां भी सरकारी जमीन या तालाब पोखर है उन सभी सरकारी जमीन पर सरकारी जमीन लिखित संबंधित बोर्ड प्रदर्शित करवाये साथ ही विभाग को अनुरोध पत्र प्रेषित करें कि संबंधित सरकारी जमीन का बाउंड्री वॉल कराया जाए। जिससे सरकारी जमीन का अतिक्रमण होने की संभावना काफी कम रहेगी। बैठक में जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर सहित सभी विभागों के संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
Jul 29 2024, 22:21