अयोध्या दौरे के बीच दलित के घर पहुंचे पीएम मोदी, दिया रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण, क्या हैं इसके सियासी मायने
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अयोध्या एक बार फिर देश की सियासत की धुरी बन गई है।बीजेपी 2024 के सियासी जंग को राम मंदिर के मुद्दे पर ही लड़ने का प्लान बनाया है। बीजेपी यह बताने में जुट गई है राम मंदिर के सपने को साकार करने के लिए उसने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। 22 जनवरी को अयोध्या में श्री रामलला के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। अयोध्या में बनकर तैयार हो रहे भव्य राम मंदिर के उद्घाटन से पहले आज शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या के दौरे पर हैं। उन्होंने अयोध्या में रोड शो करने के बाद अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करने के बाद अमृत भारत एक्सप्रेस और वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी भी दिखाई है। अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या की एक दलित बस्ती में पहुंच गए।
पीएम मोदी ने यहां दलित महिला मीरा मांझी से मुलाकात की। राजघाट के मिरामपुर इलाके में रहने वाली मीरा के परिवार के घर पीएम मोदी कुछ देर तक रुके। इस दौरान उन्होंने घर वालों से बात की और चाय पी।पीएम नरेंद्र मोदी ने उज्ज्वला योजना की लाभार्थी मीरा से मुलाकात के क्रम में वहां की स्थिति के बारे में जाना। पीएम नरेंद्र मोदी ने दलित महिला से उज्ज्वला योजना के बारे में भी जाना। पीएम ने राम मंदिर के फोटो पर ऑटोग्राफ दिया। नाम के ऊपर वंदे मातरम लिखा। ऐसा बताया जा रहा है कि मोदी ने उन्हें प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया है।
प्रधानमंत्री ने दलित बस्ती में पहुंचकर एक दलित के बैठकर घर चाय पी। इसके बाद अयोध्या के नवनिर्मित महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन।महर्षि वाल्मीकि के नाम पर एयरपोर्ट का उद्घाटन और उससे पहले दलित के घर जाना और उन्हें प्रभु रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में आमंत्रित करना राजनीतिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।भाजपा ने दलित वर्ग को श्रीराम से जोड़कर अलग ही माहौल बनाने का प्रयास किया है। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पीएम नरेंद्र मोदी के इस कदम को अलग नजरिए से देखा जा रहा है।
Dec 30 2023, 15:21