उत्तर प्रदेश की बिजली व्यवस्था में हुआ ऐतिहासिक सुधारः ऊर्जा मंत्री

लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा द्वारा कराये जा रहे विद्युत के आधारभूत संरचना में किये गये अनुरक्षण एवं नवीनीकरण के कार्यों से पिछले डेढ़ वर्षों में उत्तर प्रदेश की बिजली व्यवस्था में ऐतिहासिक सुधार हुआ है।

उपभोक्ताओं को अनवरत विद्युत आपूर्ति देने के साथ ही तकनीकी एवं वाणिज्य हानियां (AT & C Losses) में 09 प्रतिशत की गिरावट आई और राजस्व संग्रह में 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी में भी अभूतपूर्व सफलता मिली।

इस दौरान किये गये अनुरक्षण कार्यों से 41 हजार किलोमीटर लंबाई के जर्जर तार बदल कर नई बंच केबल लगाई गयी। साथ ही पिछले माह में 90 हजार नये खंभे भी लगाये गये हैं।

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने ट्वीट कर यह जानकारी देते हुए बताया कि विगत डेढ़ वर्ष में बिजली व्यवस्था के सुधार के साथ ही आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने में पूरा विभाग जी जान से लगा हुआ है। विगत 18 माह में आधारभूत संरचना के अनुरक्षण एवं नवीनीकरण के व्यापक कार्यक्रम और तकनीक के उपयोग से उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा के साथ ही अनवरत विद्युत आपूर्ति से लाभांवित किया गया है।

मंत्री एके शर्मा ने बताया कि विद्युत कार्मिकों के अथक प्रयासों से विगत एक वर्ष में तकनीकी एवं वाणिज्य हानियों को (AT & C Losses) कम करने में सफलता मिली है और इसमें 9 प्रतिशत तक की गिरावट आयी है। वित्तीय वर्ष 2021-2022 में 31.19 फीसदी की तकनीकी एवं वाणिज्य हानियां दर्ज की गयी थी, जो कि वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 9 प्रतिशत से ज्यादा घटकर 22.01 फीसदी ही रह गयी हैं।

ऊर्जा मंत्री श्री शर्मा ने बताया कि पिछले एक वर्ष में राजस्व संग्रह में 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। अक्टूबर 2022 में राजस्व संग्रह 4139 करोड़ रुपये हुआ था जो कि इस वर्ष 2023 के अक्टूबर माह तक 20 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4844 करोड़ रूपये हुआ है।

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि इसके साथ ही विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ करने और इसके आधारभूत संरचना को बदलने के लिये केन्द्र की मदद से प्रदेश में आरडीएसएस एवं बिज़नेस प्लान योजना चलायी जा रही है।

आरडीएसएस योजना के तहत वर्तमान में 17 हजार करोड़ रूपये से अधिक की लागत से कार्य कराये जा रहे हैं। साथ ही बिजनेस प्लान के तहत 5 हजार करोड़ रुपये और नगरों में विद्युत व्यवस्था के सुधार के लिए एक हजार करोड़ रुपये के कार्य कराये जा रहे हैं। इस प्रकार कुल 23 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत से प्रदेश के जर्जर तार, खंभों को बदलने के साथ ही ट्रांसफार्मर बदलने व उच्चीकृत करने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।

विद्युत व्यवस्था सुधार के तहत प्रतिदिन लगभग 1 हजार ट्रांसफार्मर बदले गयें। पिछले कुछ महीनों में 4.60 लाख ट्रांसफार्मर बदले या उच्चीकृत किए गये। जिससे लो बोल्टेज की समस्या का समाधान हो रहा है। ऊर्जा मंत्री जिलों में हो रहे कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर वास्तविक स्थिति का जायजा स्वयं ले रहे हैं। हाल ही में आजमगढ़, मऊ, सिद्धार्थनगर और सीतापुर में औचक निरीक्षण कर विभागीय अधिकारियों से जानकारी के साथ ही जनता से भी बात कर उनकी समस्याओं और समाधान के बारे में जानकारी ली।

मंत्री श्री शर्मा ने बताया कि पिछले महीनों में 41 हजार किलोमीटर लंबाई के जर्जर तार बदल कर नई बंच केबल लगाई गईं हैं। इसमें से लगभग 06 हजार कि.मी. अक्टूबर माह में ही लगाई गई। वहीं बांस-बल्ली वाले व जर्जर खंभे बदलने के कार्य में पिछले अक्टूबर माह में ही 90 हजार नये खंभे लगाये गये हैं।

उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार विद्युत व्यवस्था की कमियों को दूर कर विद्युत तंत्र को सुदृढ़ कर रही है। प्रदेश में नये फीडर और उपकेन्द्र बनाये जा रहे हैं जिससे आने वाले समय में विद्युत की अनवरत आपूर्ति की जा सकेगी। उन्होंने त्योहारों के अवसर पर निर्वाध विद्युत आपूर्ति के साथ ही लोकल फाल्ट के दौरान तत्काल इसे ठीक करने के लिये भी विद्युतकर्मियों को निर्देशित किया गया है।

साथ ही बिजली की बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए जवाहरपुर और ओबरा में 660 मेगावाट की दो यूनिट (1320 मेगावाट) तैयार होकर ऊर्जाकृत हो गयी हैं. वहीँ ओबरा में एन टी पी सी के साथ 1600 मेगावाट की यूनिट डाली जा रही है।

प्रोमोटर्स एक परियोजना के लिए पंजीयन से लेकर उसके पूर्ण होने तक की सभी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंः उप्र रेरा चेयरमैन

लखनऊ। गुरुवार को उप्र रेरा मुख्यालय पर रेरा चेयरमैन संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में प्रोमोटर्स के लिए एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें प्रोमोटर्स को एक परियोजना के जीवन चक्र में पंजीयन से लेकर निर्माणाधीन रहने और उसके पूर्ण होने के बाद विधिवत पूर्णता तक की सम्पूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वाहन करने के विषय में अवगत कराया गया।

इस प्रक्रिया से रियल एस्टेट क्षेत्र के सबसे बड़े हितधारकों, उपभोक्ताओं, को रेरा पोर्टल के माध्यम से परियोजना से जुडी सटीक और सामयिक जानकारी मिलती रहेगी जो पूर्णतः विश्वसनीय होगी। उन्हें किसी अन्य स्त्रोत पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा और प्रोमोटर्स को कार्य करने में सुविधा होगी।

सेमीनार में उप्र रेरा के अध्यक्ष, सचिव, प्रमुख सलाहकार, वित्तीय नियंत्रक सहित लगभग 40 से ज्यादा प्रोमोटर्स ने हिस्सा लिया।

उ.प्र. रेरा के तकनिकी सदस्यों की प्रस्तुति में चरणबद्ध रूप से एक परियोजना के सम्पूर्ण जीवन चक्र को दिखाया और समझाया गया। इसमें एक परियोजना के पंजीयन के समय सभी तीन बैंक खातों- कलेक्शन, सेपरेट और ट्रांसैक्शन एकाउंट की जानकारी सहित स्थायी निर्देश, पंजीकृत एग्रीमेन्ट एक से ज्यादा प्रोमोटर के संदर्भ में, भूखंड की खतौनी या मालिकाना हक के आलेख तथा विकास प्राधिकरणों से स्वीकृत नक्शों की साफ़ व स्पष्ट कॉपी लगाने और इसी के अनुरूप पोर्टल पर दिखने वाली जानकारी भरने, निर्माणाधीन परियोजना में प्रति तिमाही उसकी प्रगति रिपोर्ट, आदि की जानकारी देने का महत्व बताया गया। परियोजना पंजीयन की आवेदन निरस्त किए जाने के मुख्य कारणों के विषय में भी बताया गया।

इसी क्रम में परियोजना के सम्बन्ध में प्राप्त होने वाली शिकायतों का निष्पादन और आदेशों का कार्यान्वयन, पंजीयन विस्तार के लिए आवश्यक आलेख, कारण तथा निर्माण पूर्ण करने की योजना, परियोजना पूर्ण होने पर सभी एनओसी सहित ओसी या सीसी की जानकारी सार्वजनिक रूप से पोर्टल पर उपलब्ध होना, रेरा पोर्टल की नियमित समीक्षा के लिए जानकार अधिकारी की नियुक्ति सहित परियोजना का पूर्ण एकॉउन्ट क्लोजर की जिम्मेदारी आदि की आवश्यकता को समझाया गया।

इसके अतिरिक्त नियामक प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे कुछ नवीन पहल की सूचना भी दी गई जिसमें एजेन्ट की ट्रैनिंग व प्रमाण पत्र, विज्ञापन के मापदंड, रेरा से सम्पर्क करने के लिए बोर्ड से चयनित डायरेक्टर द्वारा पत्राचार तथा सदैव क्रियाशील सम्पर्क नंबर और उस पर जवाब देने के लिए जानकार व्यक्ति रखने का महत्व सहित अन्य जानकारी दी गई। ये सूचनाएं सीधा उपभोक्ताओं के निर्णयों से जुडी है और इनकी नियमित और नवीनतम उपलब्धता अति-आवश्यक है।

सेमीनार में पोर्टल पर प्रोमोटर्स को आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए उसके प्रत्येक हिस्से को भरने की आवश्यकता और उपयोगिता का उल्लेख किया गया। पोर्टल पर जानकारी न उपलब्ध होने से होने वाली असुविधा के विषय में भी बताया गया। घर खरीदारों के संघ को उनके अधिकार और दायित्व से भी अवगत कराया गया।

इस दौरान प्रोमोटर्स के संघ- क्रेडाई और नारेडकों सहित पंजीकृत प्रोमोटर्स तथा घर खरीदारों के संघ से प्रश्नोत्तर का दौर भी चला।

रेरा अध्यक्ष के अनुसार, "नवीन परियोजनाओं के पंजीयन के समय हम रेरा अधिनियम का उद्देश्य के अनुकूल जाकारियाँ उपलब्ध कराने के प्रति प्रतिबद्ध है। रियल एस्टेट परियोजना के नक्शे को राजस्व विभाग के नक्शे से सुपर इम्पोज़ करके परियोजना के नक्शों से छेड़-छाड़ पर रोक लगाई जाएगी।

पूर्व में पंजीकृत परियोजनाओं में आने वाली समस्याओं के लिए प्रोमोटर्स को अपनी दी गयी जानकारियों की समीक्षा करनी होगी और उन्हें ठीक करते ही पोर्टल पर कार्य करने में सुविधा मिलने लगेगी। इससे उपभोक्ताओं को परियोजना सम्बन्धी जानकारियों में विश्वसनीयता रहेगी, जिम्मेदारी पूर्वक नवीन सुचना प्राप्त होती रहेगी और जवाबदेही बनी रहेगी।"

प्रोमोटर संघ के पदाधिकारियों के अनुसार, "रेरा आने के बाद रियल एस्टेट में अच्छा काम करने वालों को पूर्ण सहयोग मिला है। पूर्णता प्रमाण पत्र की प्राप्ति न होने से प्रॉजेक्ट एकॉउन्ट क्लोजर नहीं हो पा रहा है और यह हमे मदद की आवश्यकता है। कन्सिलीऐशन फोरम से विवादों का समाधान जल्द किया जा सकता है और इस पर ध्यान देना चाहिए।

शिकायतों के पंजीयन में अधिनियम के अनुरूप ही मौका दिया जाना चाहिए। विकास प्राधिकरण को भी रेरा अधिनियम के दायरे में लाया जाना चाहिए, जहां से स्वीकृती प्राप्त होती है , जो परियोजना के समय काल को प्रभावित करता है।"

रालोद महिला प्रकोष्ठ की बैठक संपन्न

लखनऊ। गुरुवार को राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश कार्यालय में महिला प्रकोष्ठ की बैठक प्रदेश अध्यक्ष ममता शुक्ला की अध्यक्षता में सम्पन्न हुयी। जिसमें दल की नीतियों का प्रचार प्रसार करते हुए महिला संगठन के विस्तार पर गहन चर्चा हुयी।

इस अवसर पर ममता शुक्ला ने कहा कि वर्तमान योगी सरकार महिला की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। महिला उत्पीडन की घटनाएं आयेदिन हो रहीं है। प्रदेश की महिलाएं अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रही हैं। वर्तमान में जो लोकसभा में महिला आरक्षण बिल लाया गया, वह एक तरीके से महिलाओं के साथ धोखा है।

यह केन्द्र की सरकार महिलाओं को प्रलोभन देने का काम कर रही, क्योंकि 2024 तथा 2029 में भी यह आरक्षण लागू नहीं होगा। भाजपा सरकार की इस नीति को 2024 के लोकसभा चुनाव से पूर्व ही देश एवं प्रदेश की महिलाओं को समझना होगा।

उन्होंने सभी उपस्थित सभी महिला पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से महिला संगठन को आगे बढ़ाने के लिए अपना योगदान सुनिश्चित करने की अपील की। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष मंजू शुक्ला, महानगर अध्यक्ष आयशा खान, प्रदेश सचिव अनुराधा सिंह, निहारिका सिंह, सोनिया चौहान, शबनम खान, नीतू, रेषमा, सीमा रावत, मीनू लोधी, प्रीति यादव ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये।

जालसाजों ने सिपाही के खाते से धोखाधड़ी कर निकाले उनसठ हजार रुपए

लखनऊ। नेपाल राज्य के जिला गुल्मी ,थाना हस्तीचौर के ग्राम व पोस्ट हस्ती चौर निवासी सिपाही के एस पदम बहादुर थापा ने पुलिस को बताया की मैं 91बटालियन सीआरपीएफ बिजनौर में तैनात हूं ।जो की जीसी सीआरपीएफ कैंप में स्थित है ।सिपाही का आई सी आई सी आई क्रेडिट कार्ड का वैलिड थ्रो 9/30 का गोपनीय पिन 7000818430 कार्ड डिपार्टमेंट से फोन आया।जिसका नंबर 7458979421 है द्वारा बताया गया कि आपके कार्ड से छह सौ रुपए कटेगा और बंद करने के लिए लिंक भेज रहा हूं।

जिसे सक्रिय करो ।जैसे लिंक सक्रिय किया।वैसे ही आई सी आई सी आई क्रेडिट कार्ड नंबर से 333276 से 40,472,00 रुपए का ट्रांजेक्शन और 542886 से 18718, 30 कुल 59,190,30 रुपए धन राशि की कटौती की गई, जो दो बजकर छत्तीस से दो बजकर अड़तीस मिनट तक के बाद मैसेज आया कि आपका पैसा कट गया है। सिपाही के एस पदम बहादुर थापा ने एक शिकायती पत्र देकर मुकदमा दर्ज कराया है।

बच्चों को नृत्य का दिया प्रशिक्षण

लखनऊ। राजाजीपुरम सी ब्लाक में क्रिवेटिव डांस एकेडमी में शुभम विकास संस्थान की ओर गुरुवार को 10 बच्चों को संगीत एवं नृत्य का प्रशिक्षण दिया गया। संस्था के सचिव रमाकांत मौर्य ने बताया कि प्रशिक्षण 2 से 11 नवम्बर तक चलेगा।

30 अक्टूबर से 5 नवम्बर 2023 तक आयोजित होगा ‘‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह

लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के मण्डल रेल प्रबंधक आदित्य कुमार के मार्गदर्शन एवं वरिष्ठ मण्डल कार्मिक अधिकारी राहुल यादव के नेतृत्व में 30 अक्टूबर से 5 नवम्बर 2023 के मध्य ‘‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह’’ का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय के बहुउददे्शीय हाल में “भ्रष्टाचार मुक्त भारत, विकसित भारत’’ विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।इस वाद-विवाद प्रतियोगिता में विभिन्न विभागों के रेलकर्मियों ने बढ़-चढ़ के भाग लिया।

पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल द्वारा रेल यात्रियों को जागरूक करने हेतु स्टेशनों पर जन-उद्घोषणा प्रणाली के जरिए से सतर्कता विषयक जानकारी दी जा रही है। सामान्य जनमानस तक समाचार पत्रों, सोशल मीडिया, बैनर व पोस्टर्स केे माध्यम से भ्रष्टाचार उन्मूलन संबंधी जागरूकता संदेश प्रदर्शित किये जा रहे हैं। भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत दर्ज कराने के लिए रेलवे हेल्पलाइन नं 139 पर संपर्क करें।

प्रतापगढ़ में हुई लूट की घटना में वांछित 25 हजार का इनामियां गिरफ्तार

लखनऊ । एसटीएफ उत्तर प्रदेश को थाना पट्टी जनपद प्रतापगढ़ में लूट की घटना में वांछित 25 हजार रूपये का पुरस्कार घोषित अभियुक्त दिलीप यादव को प्रतापगढ़ से गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है। अभियुक्त ग्राम विरचौली थाना आसपुर देवसरा प्रतापगढ़ का रहने वाला है। इसके कब्जे से एक मोबाइल फोन, 1770 रुपये नकद बरामद किया है।

एसटीएफ को विगत काफी दिनों से फरार व पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर आपराधिक घटनाएं कारित करने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थीं। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था, जिसके अनुपालन में सत्यसेन यादव, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफके पर्यवेक्षण में टीम गठित की गई थी। टीम लगातार इनामियां के गिरफ्तारी के लिए जानकारी एकत्र कर रही थी।

इस दौरान गुरुवार को टीम को मुखबिर एवं विश्वसनीय सूत्रों के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि थाना पट्टी जनपद प्रतापगढ़ में लूट के मुकदमे में वांछित 25 हजार रूपये का पुरस्कार घोषित अभियुक्त दिलीप यादव थाना पट्टी जनपद प्रतापगढ़ क्षेत्र अर्न्तगत लवेदा गांव को जाने वाले रास्ते के किनारे चाय की दुकान पर मौजूद है। यदि शीघ्रता की जाये तो पकड़ा जा सकता हैं। प्राप्त सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा स्थानीय पुलिस को साथ लेकर अभियुक्त दिलीप यादव को गिरफ्तार किया गया।गिरफ्तार अभियुक्त दिलीप यादव ने पूछताछ के दौरान बताया कि लूट में जो हिस्सा मिला था, वह खर्च हो गया है। मुझ पर गिरफ्तारी हेतु ईनाम होने के कारण छिपछिपाकर रह रहा था।गिरफ्तार अभियुक्त दिलीप यादव को काे प्रतापगढ़ पुलिस को सौप दिया गया है।

एसटीएफ 45 लाख की अफीम के साथ तीन को किया गिरफ्तार

लखनऊ । यूपी एसटीएफ को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को दो किलो छह सौ ग्राम अफीम जिसकी कीमत करीब 45 लाख के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है। गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम मनोज कुमार पुत्र नेमचंद्र, धीरज वर्मा पुत्र मुन्नालाल व विकास यादव पुत्र रामकुमार सिंह है। तीनों थाना भमौरा जिला बरेली के रहने वाले हैं। पूछताछ करने पर पता चला कि इनके द्वारा अफीम की सप्लाई पंजाब राज्य के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में बरेली के आसपास जिलों में पिछले दो साल से करते चले आ रहे थे।

एसटीएफ को काफी दिनों से अफीम तस्करी की मिल रही थी सूचना

एसटीएफ यूपी को काफी समय से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में मादक पदार्थ बेचने वाले गिरोह के बारे में सूचना मिल रही थी। ऐसे गिरोह को पकड़ने के लिए एसटीएफ की विभिन्न इकाईयां व टीमों को इनकी जानकारी एकत्र करने के लिए लगाया गया था। इसके लिए पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ फील्ड इकाई बरेली अब्दुल कादिर के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी। निर्देशानुसार टीम लगातार इनकी तलाश में जुटी थी। ताकि जल्द से जल्द मादक पदार्थो की तस्करी करने वालों को गिरफ्तार कर सके।

पिछले दो सालों से इसका कारोबार कर रहे थे अभियुक्त

बुधवार को एटीएफ टीम को सूत्रों से जानकारी मिली कि मारुती इको गाड़ी से तीन व्यक्ति वैष्णो धाम बीडीए कालोनी में आने वाले हैं। जिनके पास भारी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ होने की संभावना है। मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम ने बीडीए कालोनी पाल मेडिकल कालेज के पास से तीनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया। जिनके पास से दो किलो छह सौ ग्राम अफीम , एक कार, तीन मोबाइल फोन और 13 सौ रुपये नकद बरामद किया गया।

पंजाब के साथ-साथ बरेली के आसपास के जिलों में करते थे सप्लाई

गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि ये अफीम हम झारखंड के जिला हजारीबाग के बड़कागांव के रहने वाले सुरेश नामक व्यक्ति से लाते है। मुनाफा प्राप्त करने के लिए इसे पंजाब राज्य के जीरकपुर निवासी हरप्रीत व बरेली के आसपास के लोगों को बेचते हैं। यह काम उनके द्वारा पिछले दो सालों से किया जा रहा है। गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ बरेली थाने में मुकदमा पंजीकृत कराने के बाद उन्हें सौंप दिया गया। अग्रिम कार्रवाई बरेली पुलिस द्वारा की जा रही है।

अयोध्या : पति के आये बिना ही पत्नी ने कर ली करवा चौथ की पूजा, घर पहुंचा पति भड़का, बचाव को आये अपने ही माता-पिता को फावड़े से काट डाला

लखनऊ । धर्म की नगरी में एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आयी है। यहां के थाना इनायनगर के हैरिंग्टनगंज पुलिस चौकी क्षेत्र में एक कलयुगी पुत्र ने अपने ही माता-पिता की फावड़े से काटकर निर्मम हत्या कर दी गई। इसके बाद वह घर से फरार हो गया। सूचना पर पुलिस पहुंची तो पता चला कि देर रात पति के न आने पर उसकी पत्नी ने करवा चौथ की पूजा कर ली। बस इसी बात पर घर पहुंचा तो भड़क गया। दोनों के बीच हो रहे विवाद को सुलझाने के लिए माता-पिता वहां पर पहुंचे तो आग बबूला हो गया और घर में रखा फावड़ा उठाकर बारा-बारी से दोनों को काट डाला। माता-पिता की हत्या करते समय उसे तनिक भी दया नहीं आयी।

बुधवार की रात ग्राम सागर पट्टी पांडिला निवासी बालेंद्र तिवारी देर से अपने घर पहुंचा। उसकी पत्नी ने करवाचौथ का व्रत रखा था जब बालेंद्र घर पहुंचा तो पत्नी करवा चौथ का पूजन कर चुकी थी, जिसको देखकर पति बालेंद्र आग बबूला हो गया और पत्नी को पीटने लगा। बहू और बेटे के बीच झगड़ा होते देख उसके पिता राजमार्ग तिवारी तथा माता सरोज देवी ने लड़ाई झगड़ा करने से मना किया। इसके बाद बालेंद्र अपना गुस्सा अपने माता-पिता पर उतरने लगा। हालांकि काफी समझाने के बाद थोड़ी देर बाद बालेंद्र शांत हो गया और चला गया।

बेटे के शांत होने के बाद माता-पिता घर के बाहर बने बरामदे में तख्त और चारपाई पर लेटे थे। करीब एक घंटे बाद रात 11:15 बजे बालेंद्र पहुंचा और अपने माता-पिता को फावड़े से काट डाला। बताया गया कि बालेंदु ने अपने पिता राजमणि तिवारी (55) पुत्र गौरी शंकर को फावड़े से सिर पर वार कर मौत के घाट उतार दिया तथा मां सरोज देवी (53) को भी फावड़े से वार कर मार दिया। रात में दोनों को गांव के लोग अस्पताल लेकर भागे लेकिन अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टर ने देखते ही दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना रात करीब सवा 11 बजे की बताई जाती है। घटना के समय मृतक का छोटा बेटा प्रवेश व हत्यारे की पत्नी घर में मौजूद थे। वारदात करने के बाद बालेंद्र घर से फरार हो गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था ने जागरूकता माह का किया शुभारंभ

लखनऊ । यातायात जागरूकता माह का शुभारंभ बुधवार को पुलिस रिजर्व पुलिस लाइन से संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने किया। साथ ही बताया कि यातायात नियमों की सघनता से पालन कराये जाने एवं यातायात नियमों के बारे में वाहन चालकों, स्कूली छात्र-छात्राओं एवं आम जनमानस को विभिन्न समस्याओं से जागरूक किये जाने के लिए एक नंबवर से 30 नंबवर तक यातायात माह मनाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि यातायात माह का मतलब केवल जागरूकता फैलाना है। ऐसा नहीं कि लोगों को यातायात नियमों की जानकारी नहीं है। सब कुछ जानते हुए भी उन्हें यातायात नियमों को तोड़ने में गर्व महसूस होता है। जबकि लोगों को यातायात नियमों का पालन करने में गर्व महसूस होना चाहिए। अक्सर देखा गया है कि समाज के प्रबुद्ध लोग ही यातायात नियमों का पालन नहीं करते है। अभी हाल में शहर में जो नो पार्किंग जोन घोषित किया गया है उसमें देखने के को मिला कि यातायात नियमों का न पालने करने वाले सबसे ज्यादा पढ़े लिखे लोग मिले।

करीब बीस प्रतिशत वीवीआईपी की गाड़ी नो पार्किंग जोन से उठाई गयी। इस दौरान पुलिस व ट्रैफिक पुलिस की उनसे भिड़ंत भी हुई कि गाड़ी पर वीवीआईपी लिखा है फिर भी उनकी गाड़ी कैसे उठा ली गई। लोगों को इस अहम से बाहर निकलना होगा। चूंकि सबसे ज्यादा उम्मीद शिक्षित वर्ग से की जाती है कि वे यातायात नियमो का पालन करेंगे। लोग यातायात नियमों के प्रति खुद जागरूक हो और अपने आसपास तथा घरों वालों को भी जागरूक करें। यातायात माह के दौरान ट्रैफिक पुलिस का जोर चालान काटने पर नहीं बल्कि जागरूकता पर देना चाहिए। शहर में कम से कम सौ स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाए। जब बच्चे इसके प्रति जागरूक होंगे तो आगे यातायात नियमों का पालन कराने में आसानी होगी।

संभागीय परिवहन अधिकारी आरपी द्विवेदी ने कहा कि यातायात नियमों के बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी है बस उसका पालन करने की जरूरत है। चूंकि हमें नियमों को जानते हैं लेकिन मानते नहीं।

आज सड़क दुर्घटना के आकड़े चौकाने वाले आ रहे है। इन हादसों में सबसे ज्यादा मौते बाइकर्स की हो रही है। चूंकि बाइक चलाते समय लोग हेलमेट का इस्तेमाल कम करते है। जबकि बाइक पर चलते समय हेलमेट का इस्तेमाल करें तो सत्तर प्रतिशत मौतों को रोका जा सकता है। वैसे हादसे होने के कई कारण होते है। इस पर भी यातायात माह के दौरान काम किया जाता है। डीसीपी ट्रैफिक हृदेश कुमार ने बताया कि यातायात माह के दौरान शहर भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में जागरूकता के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान ट्रैफिक विभाग के तमाम अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे। इस दौरान यातायात जागरूकता पर प्रदर्शनी लगाई गई थी। जिसका संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था ने अवलोकन किया।